अर्थ के आधार पर नीचे लिखे वाक्यों के भेद बताइए -
"भगवान आपको सद्बुद्धि दे।"
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'(i) इस लोकतंत्र में/ (ii) जिन्होंने सलाखों के पीछे होना चाहिए / (iii) वे गद्दी पर बैठे हैं' वाक्य के जिस खंण्ड में त्रुटि है उसका विकल्प चुनिए अन्यथा 'कोई त्रुटि नहीं विकल्प चुनिए -
'हमारे जवानों को देखकर दुश्मन भाग गए' - यह किस प्रकार का वाक्य है ?
निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द पुल्लिंग है?
दिए गए शब्द का विलोम शब्द ज्ञात कीजिए।
दुर्गम
निम्नलिखित में से 'अव्ययी भाव समास' के विकल्प का चयन कीजिए-
निम्नलिखित में से किस विकल्प में सन्धि-विच्छेद और शब्द अपने शुद्ध रूप में है?
"फूले कास सकल मही छाई, जनु बरसा कृत प्रकट बुढ़ाई'।"
इन काव्य पंक्तियों में कौन सा अलंकार है?
निम्नलिखित में से कौन-सा वाक्य मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम का सही उदाहरण है?
निम्नलिखित में से शब्द-युग्म "अजय - अजया" के सही अर्थ भेद का चयन कीजिए-
सुमित्रानंदन पंत को किस रचना के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला?
निम्नलिखित गदयांश को ध्यानपूर्वक पढ़े और प्रश्न के उत्तर दीजिये:
मैं स्वप्न नहीं देखा करता। मैं एक व्यवहारी आदर्शवादी होने का दावा करता हूँ। अहिंसा का धर्म केवल ऋषियों और महात्माओं के लिए नहीं है। वह जनसाधारण के लिए भी है। जिस तरह से हिंसा पशुओं का जीवन सिद्धांत है, उसी तरह अहिंसा हम मानवों का। पशु में आत्मा सुप्त पड़ी रहती है और पशु शारीरिक बल के अतिरिक्त और कोई नियम नहीं जानता। मनुष्य की मर्यादा के लिए एक उच्च नियम - आत्मिक शक्ति - के प्रति आज्ञाकारिता आवश्यक है। इसीलिए मैंने भारत के सामने आत्म-त्याग का पुराना सिद्धांत रखने का साहस किया है। सत्याग्रह और उसकी शाखाएं - असहयोग और सविनय अवज्ञा और कुछ नहीं, बल्कि कष्ट सहन के नाम हैं। जिन ऋषियों ने हिंसा के बीच अहिंसा के सिद्धांत का पता लगाया वे न्यूटन से भी अधिक प्रतिभा-सम्पन्न थे; वेलिंगटन से भी बड़े योद्धा थे। शस्त्रों के प्रयोग को स्वयं जानकार भी उन्होंने उनकी निरर्थकता को समझा और इस थके हुए संसार को सिखाया कि मुक्ति हिंसा नहीं, बल्कि अहिंसा के द्वारा ही मिल सकती है।
Q. आवश्यक का विलोम शब्द क्या है?
निम्नलिखित गदयांश को ध्यानपूर्वक पढ़े और प्रश्न के उत्तर दीजिये:
मैं स्वप्न नहीं देखा करता। मैं एक व्यवहारी आदर्शवादी होने का दावा करता हूँ। अहिंसा का धर्म केवल ऋषियों और महात्माओं के लिए नहीं है। वह जनसाधारण के लिए भी है। जिस तरह से हिंसा पशुओं का जीवन सिद्धांत है, उसी तरह अहिंसा हम मानवों का। पशु में आत्मा सुप्त पड़ी रहती है और पशु शारीरिक बल के अतिरिक्त और कोई नियम नहीं जानता। मनुष्य की मर्यादा के लिए एक उच्च नियम - आत्मिक शक्ति - के प्रति आज्ञाकारिता आवश्यक है। इसीलिए मैंने भारत के सामने आत्म-त्याग का पुराना सिद्धांत रखने का साहस किया है। सत्याग्रह और उसकी शाखाएं - असहयोग और सविनय अवज्ञा और कुछ नहीं, बल्कि कष्ट सहन के नाम हैं। जिन ऋषियों ने हिंसा के बीच अहिंसा के सिद्धांत का पता लगाया वे न्यूटन से भी अधिक प्रतिभा-सम्पन्न थे; वेलिंगटन से भी बड़े योद्धा थे। शस्त्रों के प्रयोग को स्वयं जानकार भी उन्होंने उनकी निरर्थकता को समझा और इस थके हुए संसार को सिखाया कि मुक्ति हिंसा नहीं, बल्कि अहिंसा के द्वारा ही मिल सकती है।
Q. ‘सत्याग्रह’ शब्द का विग्रह होगा
निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर दिए गए प्रश्नों के सही उत्तर दीजिए।
परिश्रमी व्यक्ति को असफल हो जाने पर भी पश्चाताप नहीं होता, उसके मन में इतना संतोष तो अवश्य रहता है कि उसमें जितनी सामर्थ्य थी, उसने उतना प्रयत्न किया, फल देना या न देना तो ईथवर के अधीन है। मानव का कर्तव्य केवल कार्य करना है। इसके विपरीत, आलसी व्यक्ति किसी कार्य की असफलता पर उसका दोष भाग्य को देते हैं। प्रश्न यह है कि भाग्य क्या है? किसी ने सच ही कहा है कि मनुष्य का भाग्य भी परिश्रम से ही बनता है। यदि कोई व्यक्ति यह सोचकर बैठ जाए कि उसके भाग्य में अमुक वस्तु नहीं है, तो वह उसके लिए कुछ भी कार्य करे, परिश्रम करे, परन्तु वह वस्तु उसे प्राप्त नहीं होगी। प्रकृति भी भाग्य के बल से नहीं, व्यक्ति के पुरुषार्थ के बल से ही झुकती है भारतीय संस्कृति में कहा जाने वाला तप भी परिश्रम का ही पर्याय है किसी भी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए किया गया श्रम ही तप है। इसी तप या श्रम के कारण नहुष इंद्रासन का अधिकारी बना, कालिदास महान कवि, मैडम क्यूरी तथा एडीसन महान वैज्ञानिक तथा अब्राहिम लिंकन अमेरिका का राष्ट्रपति। महान लेखकों, कवियों, वैज्ञानिकों आदि की सफलता का रहस्य भी उनका परिश्रम ही है।
Q. मनुष्य का भाग्य कैसे बनता है?
निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर दिए गए प्रश्नों के सही उत्तर दीजिए।
परिश्रमी व्यक्ति को असफल हो जाने पर भी पश्चाताप नहीं होता, उसके मन में इतना संतोष तो अवश्य रहता है कि उसमें जितनी सामर्थ्य थी, उसने उतना प्रयत्न किया, फल देना या न देना तो ईथवर के अधीन है। मानव का कर्तव्य केवल कार्य करना है। इसके विपरीत, आलसी व्यक्ति किसी कार्य की असफलता पर उसका दोष भाग्य को देते हैं। प्रश्न यह है कि भाग्य क्या है? किसी ने सच ही कहा है कि मनुष्य का भाग्य भी परिश्रम से ही बनता है। यदि कोई व्यक्ति यह सोचकर बैठ जाए कि उसके भाग्य में अमुक वस्तु नहीं है, तो वह उसके लिए कुछ भी कार्य करे, परिश्रम करे, परन्तु वह वस्तु उसे प्राप्त नहीं होगी। प्रकृति भी भाग्य के बल से नहीं, व्यक्ति के पुरुषार्थ के बल से ही झुकती है भारतीय संस्कृति में कहा जाने वाला तप भी परिश्रम का ही पर्याय है किसी भी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए किया गया श्रम ही तप है। इसी तप या श्रम के कारण नहुष इंद्रासन का अधिकारी बना, कालिदास महान कवि, मैडम क्यूरी तथा एडीसन महान वैज्ञानिक तथा अब्राहिम लिंकन अमेरिका का राष्ट्रपति। महान लेखकों, कवियों, वैज्ञानिकों आदि की सफलता का रहस्य भी उनका परिश्रम ही है।
Q. किस व्यक्ति को असफल हो जाने पर भी पश्चाताप नहीं होता?
निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर दिए गए प्रश्नों के सही उत्तर दीजिए।
परिश्रमी व्यक्ति को असफल हो जाने पर भी पश्चाताप नहीं होता, उसके मन में इतना संतोष तो अवश्य रहता है कि उसमें जितनी सामर्थ्य थी, उसने उतना प्रयत्न किया, फल देना या न देना तो ईथवर के अधीन है। मानव का कर्तव्य केवल कार्य करना है। इसके विपरीत, आलसी व्यक्ति किसी कार्य की असफलता पर उसका दोष भाग्य को देते हैं। प्रश्न यह है कि भाग्य क्या है? किसी ने सच ही कहा है कि मनुष्य का भाग्य भी परिश्रम से ही बनता है। यदि कोई व्यक्ति यह सोचकर बैठ जाए कि उसके भाग्य में अमुक वस्तु नहीं है, तो वह उसके लिए कुछ भी कार्य करे, परिश्रम करे, परन्तु वह वस्तु उसे प्राप्त नहीं होगी। प्रकृति भी भाग्य के बल से नहीं, व्यक्ति के पुरुषार्थ के बल से ही झुकती है भारतीय संस्कृति में कहा जाने वाला तप भी परिश्रम का ही पर्याय है किसी भी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए किया गया श्रम ही तप है। इसी तप या श्रम के कारण नहुष इंद्रासन का अधिकारी बना, कालिदास महान कवि, मैडम क्यूरी तथा एडीसन महान वैज्ञानिक तथा अब्राहिम लिंकन अमेरिका का राष्ट्रपति। महान लेखकों, कवियों, वैज्ञानिकों आदि की सफलता का रहस्य भी उनका परिश्रम ही है।
Q.आलसी व्यक्ति अपनी असफलता का दोष किसे देता है?
उचित शब्द चुनकर वाक्य पूरा करे ।
भोजन के लिए _______ की आवश्यकता है।
'संपन्न को सब सुख प्राप्त हो जाते हैं और ________ सदा तरसता ही रह जाता है।'
'संपन्न' के विलोम शब्द से उक्त वाक्य पूर्ण करें।
निम्नलिखित प्रश्न में चार शब्द दिए गए हैं जिसमें तीन पुल्लिंग है एवं एक स्त्रीलिंग। जो शब्द स्त्रीलिंग है उसे पहचानें।
निम्नलिखित में से कौन सा शब्द ‘भेड़’ का बहुवचन होगा?
“तुम थोड़ा अधिक डालो” वाक्य में कौन सा क्रिया विशेषण है?