उचितविकल्पं श्लोकं चित्वा प्रश्नान् उत्तरत
मैत्री मे सहजा प्रकृतिरस्ति। नो दुर्बलतायाः पर्यायः॥
मित्रस्य चक्षुषा संसारं। पश्यन्ती भारतजनताऽहम्॥
‘सहजा प्रकृतिः’ इत्यत्र विशेषणपदं लिखत
मैत्री मे सहजा प्रकृतिरस्ति। नो दुर्बलतायाः पर्यायः॥
मित्रस्य चक्षुषा संसारं। पश्यन्ती भारतजनताऽहम्॥
‘चक्षुषा’ इत्यत्र का विभक्तिः?
मैत्री मे सहजा प्रकृतिरस्ति। नो दुर्बलतायाः पर्यायः॥
मित्रस्य चक्षुषा संसारं। पश्यन्ती भारतजनताऽहम्॥
सहजा प्रकृतिः किम् अस्ति?
मैत्री मे सहजा प्रकृतिरस्ति। नो दुर्बलतायाः पर्यायः॥
मित्रस्य चक्षुषा संसारं। पश्यन्ती भारतजनताऽहम्॥
‘मैत्री’ इत्यस्य कोऽर्थः?
मैत्री मे सहजा प्रकृतिरस्ति। नो दुर्बलतायाः पर्यायः॥
मित्रस्य चक्षुषा संसारं। पश्यन्ती भारतजनताऽहम्॥
‘पश्यन्ती’ इत्यत्र कः प्रत्ययः?
मैत्री मे सहजा प्रकृतिरस्ति। नो दुर्बलतायाः पर्यायः॥
मित्रस्य चक्षुषा संसारं। पश्यन्ती भारतजनताऽहम्॥
कस्य चक्षुषा संसारं पश्यति?
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