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CTET Practice Test: Hindi-3 - CTET & State TET MCQ


Test Description

20 Questions MCQ Test CTET (Central Teacher Eligibility Test) Mock Test Series 2024 - CTET Practice Test: Hindi-3

CTET Practice Test: Hindi-3 for CTET & State TET 2024 is part of CTET (Central Teacher Eligibility Test) Mock Test Series 2024 preparation. The CTET Practice Test: Hindi-3 questions and answers have been prepared according to the CTET & State TET exam syllabus.The CTET Practice Test: Hindi-3 MCQs are made for CTET & State TET 2024 Exam. Find important definitions, questions, notes, meanings, examples, exercises, MCQs and online tests for CTET Practice Test: Hindi-3 below.
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CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 1

निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए। 

कवि वाणी के प्रसार से हम संसार के सूख-दुःख, आनंद, क्लेश आदि का शुद्ध स्वार्थमुक्त रूप में अनुभव करते हैं। इस प्रकार के अनुभव के अभ्यास से हृदय का बंधन खुलता है और मनुष्यता की उच्च भूमि की प्राप्ति होती है, किसी अर्थपिशाप-कृपण को देखिए जिसने केवल अर्थ लोभ के वशीभूत होकर क्रोध, दया, श्रृद्धा, भक्ति, आत्माभिमान आदि भावों को एकदम दबा दिया है और संसार के मार्मिक पक्ष से मुँह मोड़ लिया है न सृष्टि के किसी रूपमाधुर्य को देखकर वह पैसों का हिसाब-किताब भूल, कभी मुग्ध होता है, न किसी दीन-दुनिया को देख कभी करूणा से द्रवीभूत होता है, न कोई अपमानसूचक बात सूनकर क्रुद्ध या क्षुब्ध होता है। यदि उससे किसी लोमहर्षक अत्याचार की बात कही जाए तो वह मनुष्य धर्मानुसार क्रोध या घृणा प्रकट करने के स्थान पर रूखाई के साथ कहेगा कि ‘‘जाने दो, हमसे क्या मतलब; चलो अपना काम देखें’ यह महाभयानक मानसिक रोग है, इससे मनुष्य आधा मर जाता है। 

Q. कविता मनुष्य के हृदय को उदार बनाती है- 

Detailed Solution for CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 1

कविता मनुष्य के हृदय को उदार बनाती है-यह कथन सत्य है।

CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 2

निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए। 

कवि वाणी के प्रसार से हम संसार के सूख-दुःख, आनंद, क्लेश आदि का शुद्ध स्वार्थमुक्त रूप में अनुभव करते हैं। इस प्रकार के अनुभव के अभ्यास से हृदय का बंधन खुलता है और मनुष्यता की उच्च भूमि की प्राप्ति होती है, किसी अर्थपिशाप-कृपण को देखिए जिसने केवल अर्थ लोभ के वशीभूत होकर क्रोध, दया, श्रृद्धा, भक्ति, आत्माभिमान आदि भावों को एकदम दबा दिया है और संसार के मार्मिक पक्ष से मुँह मोड़ लिया है न सृष्टि के किसी रूपमाधुर्य को देखकर वह पैसों का हिसाब-किताब भूल, कभी मुग्ध होता है, न किसी दीन-दुनिया को देख कभी करूणा से द्रवीभूत होता है, न कोई अपमानसूचक बात सूनकर क्रुद्ध या क्षुब्ध होता है। यदि उससे किसी लोमहर्षक अत्याचार की बात कही जाए तो वह मनुष्य धर्मानुसार क्रोध या घृणा प्रकट करने के स्थान पर रूखाई के साथ कहेगा कि ‘‘जाने दो, हमसे क्या मतलब; चलो अपना काम देखें’ यह महाभयानक मानसिक रोग है, इससे मनुष्य आधा मर जाता है। 

Q. लोभी व्यक्ति का भाव-जगत् संकुचित हो जाता है- 

Detailed Solution for CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 2

लोभी व्यक्ति का भाव-जगत् संकुचित हो जाता है-यह कथन सत्य है।

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CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 3

निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए। 

कवि वाणी के प्रसार से हम संसार के सूख-दुःख, आनंद, क्लेश आदि का शुद्ध स्वार्थमुक्त रूप में अनुभव करते हैं। इस प्रकार के अनुभव के अभ्यास से हृदय का बंधन खुलता है और मनुष्यता की उच्च भूमि की प्राप्ति होती है, किसी अर्थपिशाप-कृपण को देखिए जिसने केवल अर्थ लोभ के वशीभूत होकर क्रोध, दया, श्रृद्धा, भक्ति, आत्माभिमान आदि भावों को एकदम दबा दिया है और संसार के मार्मिक पक्ष से मुँह मोड़ लिया है न सृष्टि के किसी रूपमाधुर्य को देखकर वह पैसों का हिसाब-किताब भूल, कभी मुग्ध होता है, न किसी दीन-दुनिया को देख कभी करूणा से द्रवीभूत होता है, न कोई अपमानसूचक बात सूनकर क्रुद्ध या क्षुब्ध होता है। यदि उससे किसी लोमहर्षक अत्याचार की बात कही जाए तो वह मनुष्य धर्मानुसार क्रोध या घृणा प्रकट करने के स्थान पर रूखाई के साथ कहेगा कि ‘‘जाने दो, हमसे क्या मतलब; चलो अपना काम देखें’ यह महाभयानक मानसिक रोग है, इससे मनुष्य आधा मर जाता है। 

Q. अत्याचार की बात सुनकर क्या करना चाहिए ? 

Detailed Solution for CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 3

अत्याचार की बात सुनकर दूसरों का ध्यान उधर आकर्षित करना चाहिए।

CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 4

 निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए। 

कवि वाणी के प्रसार से हम संसार के सूख-दुःख, आनंद, क्लेश आदि का शुद्ध स्वार्थमुक्त रूप में अनुभव करते हैं। इस प्रकार के अनुभव के अभ्यास से हृदय का बंधन खुलता है और मनुष्यता की उच्च भूमि की प्राप्ति होती है, किसी अर्थपिशाप-कृपण को देखिए जिसने केवल अर्थ लोभ के वशीभूत होकर क्रोध, दया, श्रृद्धा, भक्ति, आत्माभिमान आदि भावों को एकदम दबा दिया है और संसार के मार्मिक पक्ष से मुँह मोड़ लिया है न सृष्टि के किसी रूपमाधुर्य को देखकर वह पैसों का हिसाब-किताब भूल, कभी मुग्ध होता है, न किसी दीन-दुनिया को देख कभी करूणा से द्रवीभूत होता है, न कोई अपमानसूचक बात सूनकर क्रुद्ध या क्षुब्ध होता है। यदि उससे किसी लोमहर्षक अत्याचार की बात कही जाए तो वह मनुष्य धर्मानुसार क्रोध या घृणा प्रकट करने के स्थान पर रूखाई के साथ कहेगा कि ‘‘जाने दो, हमसे क्या मतलब; चलो अपना काम देखें’ यह महाभयानक मानसिक रोग है, इससे मनुष्य आधा मर जाता है। 

Q. उदासीनता किस प्रकार का रोग है? 

Detailed Solution for CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 4

उदासीनता एक मानसिक रोग है।

CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 5

निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए। 

कवि वाणी के प्रसार से हम संसार के सूख-दुःख, आनंद, क्लेश आदि का शुद्ध स्वार्थमुक्त रूप में अनुभव करते हैं। इस प्रकार के अनुभव के अभ्यास से हृदय का बंधन खुलता है और मनुष्यता की उच्च भूमि की प्राप्ति होती है, किसी अर्थपिशाप-कृपण को देखिए जिसने केवल अर्थ लोभ के वशीभूत होकर क्रोध, दया, श्रृद्धा, भक्ति, आत्माभिमान आदि भावों को एकदम दबा दिया है और संसार के मार्मिक पक्ष से मुँह मोड़ लिया है न सृष्टि के किसी रूपमाधुर्य को देखकर वह पैसों का हिसाब-किताब भूल, कभी मुग्ध होता है, न किसी दीन-दुनिया को देख कभी करूणा से द्रवीभूत होता है, न कोई अपमानसूचक बात सूनकर क्रुद्ध या क्षुब्ध होता है। यदि उससे किसी लोमहर्षक अत्याचार की बात कही जाए तो वह मनुष्य धर्मानुसार क्रोध या घृणा प्रकट करने के स्थान पर रूखाई के साथ कहेगा कि ‘‘जाने दो, हमसे क्या मतलब; चलो अपना काम देखें’ यह महाभयानक मानसिक रोग है, इससे मनुष्य आधा मर जाता है। 

Q. कवि वाणी द्वारा जीवन निर्वाह करना कहाँ तक सम्भव है? 

Detailed Solution for CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 5

कवि वाणी द्वारा जीवन निर्वाह करना, कुछ लोगों के लिए सम्भव है।

CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 6

‘नारियल’ शब्द का तत्सम रूप है? 

Detailed Solution for CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 6

‘नारियल’ शब्द का तत्सम रूप ‘नारिकेल’ है।

CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 7

‘जो ढका हुआ न हो’ इस वाक्यांश के लिए एक शब्द का चयन कीजिए। 

Detailed Solution for CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 7

‘जो ढका हुआ न हो’ इस वाक्यांश के लिए एक शब्द ‘अनावृत’ है।

CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 8

‘संगीत शब्द में कौन सा उपसर्ग है। 

Detailed Solution for CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 8

संगीत शब्द में ‘सम्’ उपसर्ग का प्रयोग हुआ है।

CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 9

‘दुरात्मा’ का संधिविच्छेद है- 

Detailed Solution for CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 9

‘दुरात्मा’ का संधिविच्छेद है- ‘दु: + आत्मा’। ‘दुरात्मा’ में ‘विसर्ग संधि’ है।

CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 10

‘पल्लवन’ का विलोम शब्द है- 

Detailed Solution for CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 10

‘पल्लवन’ का विलोम शब्द ‘संक्षेपण’ है।

CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 11

निम्नलिखित अपठित काव्यांश के आधार पर पूछे गए प्रश्नों का उत्तर दें। 

बहुत दिनों के बाद 
अबकी मैंने जी भर देखी 
पकी – सुनहली फसलों की मुसकान, 
बहुत दिनों के बाद । 
बहुत दिनों के बाद। 
अबकी मैं जी भर सुन पाया । 
धान कूटती किशोरियों की कोकिल कुंठी तान । 
बहुत दिनों के बाद । 
बहुत दिनों के बाद। 
अबकी मैंने जी भर सूँघे 
मौलसिरी के ढेर – ढेर से ताजे – टपके फूल 
बहुत दिनों के बाद। 

Q. कवि ने बहुत दिनों के बाद क्या देखा ? 

Detailed Solution for CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 11

प्रस्तुत काव्यांश के अनुसार, कवि ने बहुत दिनों के बाद पकी सुनहली फसलों की मुस्कान देखी।

CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 12

निम्नलिखित अपठित काव्यांश के आधार पर पूछे गए प्रश्नों का उत्तर दें। 

बहुत दिनों के बाद 
अबकी मैंने जी भर देखी 
पकी – सुनहली फसलों की मुसकान, 
बहुत दिनों के बाद । 
बहुत दिनों के बाद। 
अबकी मैं जी भर सुन पाया । 
धान कूटती किशोरियों की कोकिल कुंठी तान । 
बहुत दिनों के बाद । 
बहुत दिनों के बाद। 
अबकी मैंने जी भर सूँघे 
मौलसिरी के ढेर – ढेर से ताजे – टपके फूल 
बहुत दिनों के बाद। 

Q. कवि ने बहुत दिनों के बाद क्या सुना ? 

Detailed Solution for CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 12

प्रस्तुत काव्यांश के अनुसार, कवि ने बहुत दिनों के बाद किशोरियों की तान सुनी।

CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 13

निम्नलिखित अपठित काव्यांश के आधार पर पूछे गए प्रश्नों का उत्तर दें। 

बहुत दिनों के बाद 
अबकी मैंने जी भर देखी 
पकी – सुनहली फसलों की मुसकान, 
बहुत दिनों के बाद । 
बहुत दिनों के बाद। 
अबकी मैं जी भर सुन पाया । 
धान कूटती किशोरियों की कोकिल कुंठी तान । 
बहुत दिनों के बाद । 
बहुत दिनों के बाद। 
अबकी मैंने जी भर सूँघे 
मौलसिरी के ढेर – ढेर से ताजे – टपके फूल 
बहुत दिनों के बाद। 

Q. कवि ने क्या सूँघा? 

Detailed Solution for CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 13

कवि ने मौलसिरी के फूल सूंघे।

CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 14

निम्नलिखित अपठित काव्यांश के आधार पर पूछे गए प्रश्नों का उत्तर दें। 

बहुत दिनों के बाद 
अबकी मैंने जी भर देखी 
पकी – सुनहली फसलों की मुसकान, 
बहुत दिनों के बाद । 
बहुत दिनों के बाद। 
अबकी मैं जी भर सुन पाया । 
धान कूटती किशोरियों की कोकिल कुंठी तान । 
बहुत दिनों के बाद । 
बहुत दिनों के बाद। 
अबकी मैंने जी भर सूँघे 
मौलसिरी के ढेर – ढेर से ताजे – टपके फूल 
बहुत दिनों के बाद। 

Q. ‘निषिद्ध’ का विलोम, नीचे दिए गए विकल्पों में से चुनें। 

Detailed Solution for CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 14

‘निषिद्ध’ का विलोम ‘विहित’ है।

CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 15

कबिरा सोई पीर है, जे जाने पर पीर।
जे पर पीर जा जानई. सो काफिर बेपीर।। 

Q. प्रस्तुत पंक्तियों में कौन सा अलंकार है? 

Detailed Solution for CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 15

प्रस्तुत पंक्तियों में यमक अलंकार है।

CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 16

किस वाक्य में ‘अच्छा’ शब्द का प्रयोग विशेषण के रूप में हुआ है? 

Detailed Solution for CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 16

‘यह स्थान बहुत अच्छा है’ इस वाक्य में ‘अच्छा’ शब्द का प्रयोग विशेषण के रूप में हुआ है।

CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 17

निम्नलिखित विकल्पों में से एक संज्ञा शब्द ऐसा है जिसमे ‘आलु’ प्रत्यय जोड़ने से विशेषण शब्द बनता है। उस शब्द का चयन कीजिए। 

Detailed Solution for CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 17

कृपा शब्द में ‘आलु’प्रत्यय जोड़ने से कृपालु शब्द बनता है।

CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 18

निम्नलिखित में से अशुद्ध वाक्य है- 

Detailed Solution for CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 18

यहाँ ‘तुम्हीं ने ही मेरी शिकायत की है’ के स्थान पर ‘तुमने ही मेरी शिकायत की है’ या तुम्हीं ने मेरी शिकायत की है’ का प्रयोग उचित है।

CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 19

निम्नलिखित में से किस शब्द के सभी शब्द अशुद्ध हैं? 

Detailed Solution for CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 19

शुद्ध वर्तनी हैं – कृतकृत्य, मैथिली।

CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 20

निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द व्यक्तिवाचक संज्ञा है- 

Detailed Solution for CTET Practice Test: Hindi-3 - Question 20

‘यमुना’ एक व्यक्तिवाचक शब्द है।

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