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UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - UGC NET MCQ


Test Description

30 Questions MCQ Test UGC NET Mock Test Series 2024 - UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3

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UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 1

बहराइच, सुल्तानपुर, रायबरेली किस बोली के क्षेत्र हैं?

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 1

बहराइच, सुल्तानपुर, रायबरेली "अवधी" बोली के क्षेत्र हैं।

Key Points
अवधी- 

Additional Information

UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 2

'तमस' उपन्यास के स्त्री पात्र हैं?

A. सोहनी 

B. प्रकाशी 

C. राजो

D. बंतो 

E. लीजा   

नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए।

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 2

'तमस' उपन्यास के स्त्री पात्र हैं- केवल (C), (D), (E)

Key Pointsस्त्री पात्र-

  • प्रकाशो
  • राजो
  • बंतो 
  • लीजा 

पुरुष पात्र-

  • नत्थू 
  • मुरादआली 
  • बक्श जी 
  • मेहता जी 
  • मास्टर रामदास 
  • रिचर्ड 
  • वानप्रस्थी जी 
  • हयात बक्श 
  • हरनाम सिंह आदि। 

Important Pointsतमस-

  • रचनाकार-भीष्म साहनी
  • प्रकाशन वर्ष-1973ई.
  • विधा-उपन्यास
  • विषय-
    • इस उपन्यास का मुख्य विषय भारत में बढती संप्रदायिकता है। 
    • यह कुल पांच दिनों की कहानी है। 
    • तमस कथा की परिधि 1947 ई. के समय के पंजाब के जिले को परिवेश के रूप में लिया गया है।

Additional Informationभीष्म साहनी-

  • जन्म-1915-2003ई.
  • भीष्म साहनी आधुनिक हिन्दी साहित्य के प्रमुख स्तंभों में से थे।
  • इन्हें हिंदी साहित्य में प्रेमचंद की परंपरा का अग्रणी लेखक माना जाता है।
  • प्रमुख रचनाएँ-
    • तमस-1973 ई.
    • बसंती-1982 ई.
    • झरोखे-1998 ई.
    • मय्यादास की माडी
    • कुन्तो
    • नीलू निलिमा नीलोफर- 2000ई. आदि।
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UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 3

कार्य और कारण में संगति न होने पर कौन सा अलंकार होता है?

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 3

कार्य और कारण में संगति न होने पर असंगति अलंकार होता है। 

Key Points

  • जहाँ आपातत: विरोध दृष्टिगत होते हुए, कार्य और कारण का वैयाधिकरण्य वर्णित हो, वहाँ असंगति अलंकार होता है। इसमें दो वस्तुओं का वर्णन होता है, जिनमें कारण कार्य सम्बन्ध होता है। 
  • जैसे - तुमने पैरों में लगाई मेंहदी 
  • मेरी आँखों में समाई मेंहदी। 
  • उपर दिए गए वाक्य में मेंहदी लगाने का काम पाँव में हुआ, किंतु उसका परिणाम आँखों में दिखाई पड़ रहा है। इसलिए यहाँ ‘असंगति’ अलंकार है। 

Additional Information

UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 4
‘हम दीवानों की क्या हस्ती.....’ कविता किसके द्वारा लिखी गयी है?
Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 4
विकल्प में दिए गये सभी नाम हिन्दी के महान रचनाकारों का है| ‘हम दीवानों की क्या हस्ती.....’ कविता भगवती चरण वर्मा द्वारा लिखी गयी है| अतः सही विकल्प भगवती चरण वर्मा है|
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 5

निम्नलिखित रचनाओं को प्रकाशन वर्ष के अनुसार पहले से बाद के क्रम में लगाएं-

A. आर्द्रा  

B. हिमकिरीटिनी  

C. रेणुका  

D. हल्दी घाटी  

E. रश्मिरथी  

नीचे दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प का चयन कीजिए-

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 5

सही उत्तर है- A, C, B, D, E

Key Points सियाराम शरण गुप्त 

  • समयकाल- 1895 - 1963 ई.
  • सियारामशरण गुप्त का जन्म सेठ रामचरण कनकने के परिवार में चिरगाँव, झांसी में हुआ था। 
  • वह प्रसिद्ध हिन्दी कवि मैथिलीशरण गुप्त के अनुज थे।
  • 1914 में उन्होंने अपनी पहली रचना मौर्य विजय लिखी।
  • 1910 ई. में इनकी प्रथम कविता 'इन्दु' प्रकाशित हुई।
  • रचनाएँ-
  • खण्ड काव्य-
    • मौर्य विजय(1914)
    • अनाथ(1917)
    • आर्द्रा(1927)
    • दूर्वा दल(1924) 
    • पाथेय(1933)
    • मृण्मयी(1936)
    • बापू(1937)

माखनलाल चुतुर्वेदी-

  • समयकाल-4 अप्रैल 1889-30 जनवरी 1968
  • जन्म स्थान-  होशंगाबाद  मध्य प्रदेश 
  • संपादक- प्रभा और कर्मवीर 
  • मुख्य रचनाएँ-
    • हिमकिरीटिनी
    •  हिम तरंगिणी
    • युग चारण
    • माता
    • वेणु लो गूंजे धरा

रामधारी सिंह दिनकर-

  • समयकाल- 23 सितम्‍बर 1908- 24 अप्रैल 1974
  • जन्म स्थान- बिहार के बेगूसराय जिले 
  • पुरस्कार -
  • उन्हें पद्म विभूषण की उपाधि से भी अलंकृत किया गया।
  • उनकी पुस्तक संस्कृति के चार अध्याय  के लिये साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त हुआ। 
  • उर्वशी के लिये भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया गया।
  • मुख्य रचनाएँ-
    • रेणुका
    • रसवन्ती
    • रश्मिरथी
    • परशुराम की प्रतीक्षा
    • कुरुक्षेत्र
    • उर्वशी
    • अर्द्धनारीश्वर
    • उजली आग,आदि।

श्याम नारायण पाण्डेय-

  • समयकाल-1907 - 1991 ई.
  • स्थान -डुमराँव गाँव, जिला- आजमगढ़, उत्तर प्रदेश
  • प्रमुख रचनाएँ-
    • हल्दीघाटी
    • जौहर
    • तुमुल
    • जय-पराजय
    • शिवाजी (महाकाव्य)
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 6

खोजते हैं साँवरे को, हर गली हर गाँव में।“उपरोक्त में कौन सा छंद है?

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 6

दिए गए विकल्पों में से "आपकी मन मोहनी छवि, बाँसुरी की तान जो।गोप ग्वालों के शरीरों में बसी ज्यों जान वो।।वेद मंत्रो को विवेकी, प्रेम से पढने लगे" ll इन पंक्तियों में गीतिका छंद है। अन्य विकल्प असंगत है। अतः सही विकल्प गीतिका छंद है।

Key Points

गीतिका :-सम छंद है जिसमें ​26 मात्राएँ होती हैं​​​​।​  14​ और ​ 12 पर यति तथा अंत में लघु -गुरु ​आवश्यक है। ​इस छंद की तीसरी, दसवीं, सत्रहवीं और चौबीसवीं अथवा दोनों चरणों के तीसरी-दसवीं मात्राएँ लघु हों तथा अंत में रगण हो तो छंद निर्दोष व मधुर होता है। उदाहरण-

खोजते हैं साँवरे को, हर गली हर गाँव में।

आ मिलो अब श्याम प्यारे, आमली की छाँव में।।

Additional Information

UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 7

स्थापना (Assertion) (A) : काव्य कल्पनापूर्ण शब्द चित्र कला है।

तर्क (Reason) (R) : चूंकि कल्पना और अनुभूति से उत्पन्न विचारों की अभिव्यक्ति ही कला है।

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 7

सही उत्तर है- (A) सही (R) सही. Key Points

  • स्थापना और तर्क दोनों सही है,
  • क्योंकि-
    • काव्य कल्पनापूर्ण शब्द चित्र कला है।
    • चूंकि कल्पना और अनुभूति से उत्पन्न विचारों की अभिव्यक्ति ही कला है।
  • काव्यात्मक छवि और घटना विज्ञान में इसकी विशेषता पर अध्ययन कल्पना को एक ऐसे संकाय के रूप में परिभाषित करता है जो काव्यात्मक छवि का निर्माण करता है।
  • काव्यात्मक छवि में सहजता, आकस्मिकता और नवीनता की विशेषता है।
  • इसमें रूपक के संबंध में कल्पना के समान भाषा में नए अर्थ बनाने की क्षमता भी है।

Important Pointsकाव्य में कल्पना-

  • कॉलरिज का काव्य चिंतन निश्चय ही पाश्चात्य काव्यशास्त्र को एक नई दिशा देने वाला है।
  • उन्होंने अपने कल्पना विषयक सिद्धांत दिया। 
  • कल्पना का एक स्तर ऐसा है, जिसमें कवि और अन्य लोगों में कोई अन्तर नहीं होता।
  • वे दोनों एक-समान हैं। यह कल्पना का व्यापक स्तर है।
  • दूसरे, कल्पना की सम्पूर्ण प्रक्रिया में कुछ अंश निष्क्रिय और यान्त्रिक भी होता है,
  • जैसे इन्द्रियबोध को बिम्बों या मनश्‍च‍ित्रों में रूपान्तरित करना, स्मृति आदि।
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 8

उपर्युक्त गद्यांश के संदर्भ में, अत्याचार की बात सुनकर क्या करना चाहिए?

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 8

सही उत्तर: 'दूसरों का ध्यान उधर आकर्षित करना चाहिए।'

  • यह उत्तर यह सुझाव देता है कि जबरदस्ती या अत्याचार की संदेश या घटना सुनी जाए, तो हमें दूसरों को इसके प्रति जागरुक करने का प्रयास करना चाहिए
  • उनका ध्यान इसमें आकर्षित करना चाहिए, ताकि उनके द्वारा उपाय स्वरूप कदम उठाए जा सकें।

Key Pointsअन्य विकल्प की व्याख्या:

  • उसकी बात को सुनना ही नहीं चाहिए: यह उत्तर सही नहीं है क्योंकि बिना सुने हम कोई समाधान नहीं निकाल सकते।
  • उसकी बात को नजरअंदाज कर देना चाहिए: यह उत्तर अनुचित है क्योंकि अन्याय की सूचना को नजरअंदाज करना मौनी सहमति हो सकती है।
  • उस व्यक्ति से झगड़ा करना चाहिए: यह उत्तर भी गलत है क्योंकि हिंसा या झगड़ा आमतौर पर अधिक हिंसा उत्पन्न करता है।
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 9

उपर्युक्त गद्यांश में प्रयुक्त शब्द “कृपण" का क्या अर्थ है।

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 9

इस प्रश्न का उत्तर कंजूस है।

  • कृपण शब्द का अर्थ होता है कंजूस या लोभी व्यक्ति जो अपने संपत्ति का अर्थलोभ से ऐसे ही संग्रहित करता है, और उसे दूसरों की सहायता में या दान में नहीं उपयोग करता है।

Key Pointsअन्य विकल्पों की व्याख्या:

  • कृतघ्न: इसका अर्थ हुआ किसी की उपकार की उपेक्षा करनेवाला, जो यहां चर्चा में नहीं है।
  • एहसानमंद: इसका अर्थ हुआ आभारी व्यक्ति, जो "कृपण" के अर्थ से मिलता नहीं।
  • दानी: ऐसा व्यक्ति जो दुसरों की मदद के लिए सहायता या दान करता है, जो "कृपण" का विलोमी होता है।
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 10
किसी कवि की वह शक्ति जिससे वह काव्य सृजन करता है, उसे निम्नलिखित में से क्या कहते हैं?
Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 10

काव्य हेतु काव्य सृजन की शक्ति है l

Key Pointsकाव्य हेतु-

  •  ’हेतु’ का शाब्दिक अर्थ है कारण, अतः ’काव्य हेतु’ का अर्थ हुआ काव्य की उत्पत्ति का कारण।  किसी व्यक्ति में काव्य रचना की सामर्थ्य उत्पन्न कर देने वाले कारण काव्य हेतु कहलाते हैं।
  • दूसरे शब्दों में यह कहा जा सकता है कि काव्य ’कार्य’ है और ’हेतु’ कारण है।
  • बाबू गुलाबराय ने काव्य हेतु पर विचार करते हुए लिखा है-’’हेतु का अभिप्राय उन साधनों से है, जो कवि की काव्य रचना में सहायक होते हैं।’’
  • भारतीय काव्यशास्त्र में काव्य हेतुओं पर पर्याप्त विचार किया गया है और तीन काव्य हेतु माने गए हैं-
  1. प्रतिभा
  2. व्युत्पत्ति (ज्ञान उपलब्धि के शास्त्रों का अध्ययन व लोक व्यवहार)
  3. अभ्यास

Additional Information

काव्य प्रयोजन-

  •  काव्य प्रयोजन काव्य प्रेरणा से अलग है, क्योंकि काव्य प्रेरणा का अभिप्राय है काव्य की रचना के लिए प्रेरित करने वाले तत्व जबकि काव्य प्रयोजन का अभिप्राय है
  • विभिन्न विद्वानों द्वारा बताये गये काव्य प्रयोजन-
  • भरत मुनि –धर्म, यश, आयु-साधक, हितकर, बुद्धि-वर्धक और लोक उपदेश।
  • भामह – धर्म, अर्थ, काम मोक्ष की प्राप्ति कलाओं में निपुणता के साथ-साथ उत्तम काव्य से कीर्ति और प्रीति (आनन्द) की भी प्राप्ति होती है।
  • आचार्य वामन –काव्य में दो प्रमुख प्रयोजन हैं:
    • प्रीति अथवा आनन्द साधना, कीर्ति अथवा यश प्राप्ति
  • आचार्य मम्मट – इन्होनें काव्य प्रयोजन 6 बताएं हैं-
  1. यश प्राप्ति,
  2. अर्थ प्राप्ति,
  3. लोक व्यवहार ज्ञान,
  4. अनिष्ट का निवारण या लोकमंगल,
  5. आत्मशान्ति या आनन्दोपलब्धि,
  6. कान्तासम्मित उपदेश।​​

Important Points

  • काव्य प्रकाश-मम्मट 
  • काव्यदर्श -दंडी 
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 11
एक औरत की जिन्दगी कहानी है-
Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 11

एक औरत की जिन्दगी कहानी है- रामदरश मिश्र। Key Pointsरामदरश मिश्र-

  • जन्म- 1924 ईo
  • प्रमुख निबंध-
    • कितने बजे हैं
    • बबूल और कैक्टस
    • घर-परिवेश
    • छोटे-छोटे सुख​
  • कहानी संग्रह-
    • ख़ाली घर
    • एक वह
    • दिनचर्या
    • सर्पदंश
    • वसंत का एक दिन
    • अपने लिए
    • आज का दिन भी
    • फिर कब आएँगे?
    • एक कहानी लगातार
    • विदूषक
    • दिन के साथ
    • विरासत
  • आत्मकथा-
    • सहचर है समय
    • फुरसत के दिन
  • कविता संग्रह -
    • पथ के गीत
    • बैरंग-बेनाम चिट्ठियाँ
    • पक गई है धूप
    • कंधे पर सूरज
    • जुलूस कहाँ जा रहा है
    • रामदरश मिश्र की प्रतिनिधि कविताएँ
    • आग कुछ नहीं बोलती
    • शब्द सेतु
    • बारिश में भीगते बच्चें।
  • संस्मरण-
    • स्मृतियों के छंद
    • अपने अपने रास्ते
    • एक दुनिया अपनी और चुनी हुई रचनाएँ
    • बूँद-बूँद नदी
    • दर्द की हँसी
    • नदी बहती है
    • कच्चे रास्तों का सफर

Important Pointsराजेन्द्र यादव-

  • जन्म- 1929 - 2013 ईo
    • हिन्दी के सुपरिचित लेखक, कहानीकार, उपन्यासकार व आलोचक थे।
    • नयी कहानी के नाम से हिन्दी साहित्य में उन्होंने एक नयी विधा का सूत्रपात किया।
  • उपन्यास-
    • सारा आकाश (1959) ('प्रेत बोलते हैं' के नाम से 1951 में)
    • उखड़े हुए लोग (1956)
    • कुलटा (1958)
    • शह और मात (1959)
    • अनदेखे अनजान पुल (1963)
    • एक इंच मुस्कान (मन्नू भंडारी के साथ) (1963)
    • मन्त्रविद्ध (1967)
    • एक था शैलेन्द्र (2007)
  • कहानी-संग्रह-
    • देवताओं की मूर्तियाँ (1952)
    • खेल-खिलौने (1953)
    • जहाँ लक्ष्मी कैद है (1957)
    • अभिमन्यु की आत्महत्या (1959)
    • छोटे-छोटे ताजमहल (1961)
    • किनारे से किनारे तक (1962)
    • टूटना (1966)
    • चौखटे तोड़ते त्रिकोण (1987)

निर्मल वर्मा-

  • जन्म- 1929 - 2005 ईo
    • हिन्दी के आधुनिक साहित्यकारों में से एक थे।
    • हिन्दी साहित्य में नई कहानी आंदोलन के प्रमुख ध्वजवाहक निर्मल वर्मा का कहानी में आधुनिकता का बोध लाने वाले कहानीकारों में अग्रणी स्थान है।
  • उपन्यास-
    • वे दिन (1964)
    • लाल टीन की छत (1974)
    • एक चिथड़ा सुख (1979)
    • रात का रिपोर्टर (1989)
    • अंतिम अरण्य (2000)
  • कहानी संग्रह-
    • परिंदे (1959)
    • जलती झाड़ी (1965)
    • पिछली गर्मियों में (1968)
    • बीच बहस में (1973)
    • मेरी प्रिय कहानियाँ (1973)
    • प्रतिनिधि कहानियाँ (1988)
    • कव्वे और काला पानी (1983)
    • सूखा तथा अन्य कहानियाँ (1995)
    • संपूर्ण कहानियाँ (2005)
    • यात्रा-संस्मरण व डायरी-
    • चीड़ों पर चाँदनी (1963)
    • हर बारिश में (1970)
    • धुँध से उठती धुन (1977)

कमलेश्वर-

  • जन्म- 1932 - 2007 ईo
  • बीसवीं शती के सबसे सशक्त लेखकों में से एक हैं।
  • कहानी, उपन्यास, पत्रकारिता, स्तंभ लेखन, फ़िल्म पटकथा जैसी अनेक विधाओं में उन्होंने अपनी लेखन प्रतिभा का परिचय दिया।
  • यात्रा साहित्य-
    • कश्मीर रात के बाद (1957 ई०)
    • आंखों देखा पाकिस्तान (2006 ई०)
    • खड़ित यात्राएँ (1975 ईo)
  • उपन्यास-
    • काली आँधी (1974)
    • आगामी अतीत 1976
    • रेगिस्तान (1988)
    • लौटे हुए मुसाफ़िर (1961)
    • वही बात (1980)
    • कितने पाकिस्तान (2000)
  • आत्मपरक संस्मरण-
    • जो मैंने जिया
    • यादों के चिराग़
    • जलती हुई नदी
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 12

जिनका आधे से ज्यादा शरीर/भेड़ियों ने खा लिया/वे इस जंगल की सराहना करते हैं - उक्त पंक्तियाँ किस कविता से हैं ?

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 12

जिनका आधे से ज्यादा शरीर/भेड़ियों ने खा लिया/वे इस जंगल की सराहना करते हैं - उक्त पंक्तियाँ अकाल दर्शन कविता से हैं।

Key Points
अकाल दर्शन -

  • रचनाकार - सुदामा पांडे धूमिल
  • प्रकाशन वर्ष - 1972 ई.
  • विधा – कविता
  • मुख्य –

'संसद से सड़क तक' काव्य संग्रह से ली गई है।

अकाल दर्शन शीर्षक कविता में कवि प्रश्न करता है- भूख कौन उपजाता है? चतुर आदमी जवाब दिए बगैर बेतहाशा बढती आबादी की ओर इशारा करता है। कवि इस कविता के मार्फत उन लोगों को तलाशता है जो देश के जंगल में भेडिये की तरह लोगों को खा रहे हैं और शोषित उन्हीं की जय-जयकार करने में जुटे हैं।

Important Points
सुदामा पांडेय -

  • जन्म - 1936 ई.
  • जन्म स्थान - खेवली, वाराणसी उत्तर प्रदेश
  • उपनाम – धूमिल
  • रचनाएं –
    • संसद से सड़क तक (1972 ई.)
    • कल सुनना मुझे (1976 ई.)
    • सुदामा पांडेय का प्रजातंत्र (1984 ई.)
  • प्रमुख कविताएं-
    • किस्सा जनतंत्र
    • रोटी और संसद
    • मोचीराम
    • पटकथा
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 13

निम्नलिखित एकांकीकार एवं उनकी रचनाओं का सुमेलन कीजिए।

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 13

सही उत्तर है- (a) - (ii), (b) - (iv), (c) - (i), (d) - (iii)

  • क्या वह दोषी था- विष्णु प्रभाकर
  • सूखी डाली- उपेन्द्रनाथ अश्क
  • रोशनी और आग- भुवनेश्वर प्रसाद
  • रिमझिम- रामकुमार वर्मा

Key Points विष्णु प्रभाकर

  • समयकाल - 21 जून 1912- 11अप्रैल 2009 ई.
  • जन्म स्थान- उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर में
  • एकांकी संग्रह-
    • प्रकाश और परछाई
    • दस बजे रात
    • ऊँचा पर्वत गहरा सागर
    • ये रेखाएं ये दायरे

उपेन्द्र नाथ अश्क-

  • समयकाल- 1910 - 1996 ई.
  • जन्मस्थान-जालन्धर, पंजाब
  • एकांकी संग्रह- :
    • नया पुराना
    • अन्धी गली
    • मुखड़ा बदल गया
    • चरवाहे

भुवनेश्वर प्रसाद-

  • समयकाल- 1990-1957 ई.
  • जन्मस्थान- शाहजहांपुर
  • एकांकी संग्रह-
    • कारवां (एकांकी संग्रह)
    • स्ट्राइक (एकांकी)
    • 'ऊसर' के नामहीन चरित्र (एकांकी)

रामकुमार वर्मा-

  • जन्मस्थान-15 सितम्बर, 1905 - 1990)
  • जन्मस्थान-मध्य प्रदेश के सागर जिले में
  • एकांकी संग्रह-
    • रेशमी टाई (एकांकी संग्रह ; सन 1941 ई.)
    • शिवाजी (सन 1943 ई.)
    • चार ऐतिहासिक एकांकी (संग्रह ; सन 1950 ई.)
    • रूपरंग (एकांकी संग्रह-सन 1951 ई.)
    • कौमुदी महोत्सव
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 14

"और वैज्ञानिक शोध के सन्दर्भ में जब उस अभियान का स्मरण करता हूँ जिसका मैं एक सदस्य था, तब शोध के तत्कालीन उपकरणों पर हँसने को मन होता है। कहाँ कॉस्मिक किरणों की खोज के लिए हमारा 'तोते का पिंजरा' विद्युद्दर्शक और हमारी किरमिच की नाव, और कहाँ आज के अन्तरिक्ष यान और माप ही नहीं, माप का विश्लेषण भी करने वाले स्वयंचालित यंत्र!"

उपर्युक्त पंक्तियाँ किस रचना की भूमिका से ली गई है?

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 14

उपर्युक्त पंक्तियाँ अरे यायावर रहेगा याद रचना की भूमिका से ली गई है।

Key Pointsअरे यायावर रहेगा याद-

  • रचनाकार- अज्ञेय
  • विधा- यात्रावृतांत
  • प्रकाशन वर्ष- 1953 ई.
  • विषय-
    • भारतीय यात्राओं का चित्रण है।
    • यह एक क्लासिक यात्रा संस्मरण है।
    • ‘अरे यायावर रहेगा याद’ का आरम्भ ‘परशुराम‘ के लेख से होता है।
    • इसमें अज्ञेय ने ब्रह्मपुत्र के मैदानी भाग से लेकर एलोरा की गुफाओं तक की यात्राओं का वर्णन किया है।
  • इसके आठ अध्याय हैं-
    • परशुराम से तुरखम (एक टायर की राम कहानी)
    • किरणों की खोज
    • देवताओं की अंचल में
    • मौत की घाटी में
    • एलुरा
    • माझुली
    • बहता पानी निर्मल
    • सागर-सेवित, मेघ-मेखलित (कन्याकुमारी से नंदादेवी)

Important Pointsअज्ञेय-

  • जन्म- 19111-1987 ई.
  • पुरा नाम- सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन 'अज्ञेय'
  • कथाकार, ललित-निबन्धकार, सम्पादक और अध्यापक के रूप में जाना जाता है।
  • यात्रा वृतांत-
    • एक बूँद सहसा उछली(1960 ई.) आदि।
  • डायरी-
    • भवंती
    • अंतरा
    • शाश्वती
  • संस्मरण-
    • स्मृति लेखा आदि।
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 15
मैला आँचल के प्रकाशन के कितने वर्ष बाद तमस का प्रकाशन हुआ-
Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 15

मैला आंचल के 19 वर्ष बाद तमस का प्रकाशन हुआ।

Key Pointsमैला आँचल-

  • रचनाकार-फणीश्वरनाथ रेणु
  • विधा-उपन्यास
  • प्रकाशन वर्ष-1954 ई.
  • विषय-
    • इसमें बिहार के पूर्णिया जिले के मेरीगंज गाँव की कथा का वर्णन है।
    • आजाद भारत के ग्रामीण अंचल को कथा का केंद्र बनाया है।
  • पात्र-
    • डॉ. प्रशांत
    • कमला
    • बालदेव
    • कालीचरन
    • मंगलादेवी
    • महंत सेवादास आदि।

फणीश्वरनाथ रेणु-

  • जन्म-1921-1977 ई.
  • आंचलिक उपन्यासकार है।
  • उपन्यास-
    • परती परिकथा(1957 ई.)
    • दीर्घतपा(1964 ई.)
    • जुलूस(1965 ई.)
    • कितने चौराहे(1966 ई.) आदि।
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 16

निम्नलिखित प्रेमाख्यान काव्यों का सही क्रम है:

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 16

निम्नलिखित प्रेमाख्यान काव्यों का सही क्रम है : "मृगावती, मधुमालती, चित्रावली, इंद्रावती"

Important Points
कुतुबन -

  • इन्हें शेख़ क़ुतुबन के नाम से जाना जाता है।
  • इनका जन्म 1515 ईस्वी में हुआ माना जाता है।
  • कुतुबन शेख बुरहान के शिष्य थे और शेरशाह के पिता हुसैन शाह के समकालीन थे।
  • ये सूफी प्रेम काव्य परम्परा के कवि थे। इनका प्रसिद्ध ग्रंथ मृगावती है।
  • इस ग्रंथ में लौकिक प्रेम की आड़ में अलौकिक प्रेम की बडी सुन्दर अभिव्यंजना हुई है।
  • कवि की भाषा अवधी तथा छंद दोहा एवं चौपाई है।

मंझन -

  • मंझन, हिंदी सूफी प्रेमाख्यान परंपरा के कवि थे।
  • मंझन के जीवनवृत्त के विषय में उसकी एकमात्र कृति "मधुमालती" में संकेतित आत्मोल्लेख पर ही निर्भर रहना पड़ता है।
  • इसमें कनकगिरि नगर के राजा सुरजभान के पुत्र मनोहर और महारस नगर नरेश विक्रमराय की कन्या मधुमालती की सुखांत प्रेमकहानी कही गई है।
  • शत्तारी संप्रदायी सूफी संत शेख मुहम्मद गौस, मंझन के गुरू थे।

उसमान -

  • उसमान की गणना सूफ़ी कवियों में की जाती है।
  • ये मुग़ल बादशाह जहाँगीर के समय जीवित थे।
  • उनके पिता का नाम शेख़ हुसैन था तथा ग़ाज़ीपुर के रहने वाले थे।

नूर मुहम्मद -

  • नूर मुहम्मद फारसी के अच्छे आलिम थे और इनका हिन्दी काव्यभाषा का भी ज्ञान और सब सूफी कवियों से अधिक था।
  • फारसी में इन्होंने एक दीवान के अतिरिक्त 'रौजतुल हकायक' इत्यादि बहुत सी किताबें लिखी थीं जो असावधानी के कारण नष्ट हो गईं।
  • इन्होंने 'इंद्रावती' नामक एक सुंदर आख्यान काव्य लिखा जिसमें 'कालिंजर' के राजकुमार राजकुँवर और आगमपुर की राजकुमारी इंद्रावती की प्रेमकहानी है।
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 17

निम्नलिखित निबंध-संग्रहों को उनके लेखकों के साथ सुमेलित कीजिए :


इनमें से कौनसा विकल्प सही है?
Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 17

सही विकल्प है- विकल्प- 4Key Points

  • स्वाधीनता और राष्ट्रीय साहित्य, तुम चंदन हम पानी, रसात्मक बोध के विविध रूप, हिंदी साहित्य : बीसवीं शताब्दी निबंध विधा की रचना हैं।

Important Pointsरामविलास शर्मा-

  • जन्म- 1912 - 2000 ईo
  • निबंध-
    • प्रगति और परंपरा (1949)
    • साहित्य और संस्कृति (1949)
    • भाषा, साहित्य और संस्कृति (1954)
    • प्रगतिशील साहित्य की समस्याएँ (1954)
    • लोक जीवन और साहित्य (1955)
    • आस्था और सौन्दर्य (1961)
    • परंपरा का मूल्यांकन (1981)
    • भाषा युग बोध और कविता (1981)

विद्यानिवास मिश्र-

  • जन्म- 1905 - 2005 ईo
  • निबंध-
    • छितवन की छाँह (1953)
    • कदम की फूली डाल (1956)
    • आँगन का पंछी और बनजारा मन (1963)
    • मैंने सिल पहुँचाई (1966)
    • बसंत आ गया पर कोई उत्कंठा नहीं (1972)
    • मेरे राम का मुकुट भीग रहा है (1974)
    • परंपरा कोई बन्धन नहीं (1976)
    • तमाल के झरोखे से (1981)
    • शेफाली झर रही है (1989)

रामचंद्र शुक्ल-

  • जन्म- 1888 - 1941 ईo
  • निबंध-
    • क्रोध
    • कविता क्या है?
    • काव्य में लोकमंगल की साधनावस्था
    • साधारणीकरण और व्यक्ति-वैचित्र्यवाद
    • काव्य में प्रकृतिक दृश्य
    • काव्य में रहस्यवाद
    • काव्य में अभिव्यंजनावाद

नंददुलारे वाजपेयी-

  • जन्म- 1906 - 1967 ईo
  • निबंध-
    • आधुनिक साहित्य (1950)
    • नया साहित्य नये प्रश्न (1955)
    • राष्ट्रभाषा की कुछ समस्याएँ (1961)
    • हिंदी साहित्य का आधुनिक युग (1978)
    • आधुनिक साहित्यः सृजन और समीक्षा (1978)

Additional Informationमाखनलाल चतुर्वेदी-

  • जन्म- 1889 - 1968 ईo
  • निबंध-
    • साहित्य देवता
    • अमीर इरादे, गरीब इरादे (1960)
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 18
कला की साधना अपने लाभ के विचार से नहीं होती।"- यह कथन किस रचना से संबंधित है?
Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 18
कला की साधना अपने लाभ के विचार से नहीं होती।"- यह कथन सिंदूर की होली रचना से संबंधित है। Key Pointsसिंदूर की होली-
  • रचनाकार - लक्ष्मी नारायण मिश्र
  • प्रकाशन वर्ष - 1934 ई.
  • विधा - नाटक
  • मुख्य पात्र - मुरारी लाल, रजनीकांत, मनोरमा, मनोजशंकर, चंद्रकला, भगवत सिंह, हरनंदन, डॉक्टर, माहिर अली
  • मुख्य - यह नाटक तीन अंको में विभक्त है
    • इब्सन, बर्नाड़ शाँ पश्चिमी विचारको से प्रभावित लक्ष्मी नारायण मिश्र ने हिंदी में समस्या नाटक के महत्वपूर्ण लेखक है
    • इस नाटक की भूमिका रामप्रसाद त्रिपाठी ने लिखी
    • इसमें तत्कालीन नारी समस्याओं का चित्रण है जिसमें नारी देह, पुनर्विवाह एवं वैधव्य की समस्या पर प्रकाश डाला गया है
Important Pointsलक्ष्मी नारायण मिश्र (1903 - 1987 ई.) के अन्य नाटक-
  • अशोक (1927 ई.)
  • सन्यासी (1930 ई.)
  • राक्षस का मंदिर (1931 ई.)
  • मुक्ति का रहस्य (1932 ई.)
  • राजयोग (1933 ई.)
  • आधी रात (1934 ई.)
  • गरुड़ ध्वज(1945 ई.)
  • वत्सराज (1950 ई.)
  • वितस्ता की लहरें (1953 ई.)
Additional Informationएक साहित्यिक की डायरी -
  • रचनाकार - गजानन माधव मुक्तिबोध
  • विधा - स्तंभ लेखन
  • मुख्य - इसके अंतर्गत समय-समय पर मुक्तिबोध अनेक प्रश्नों पर विचार करने की छूट न केवल संपादक की ओर से बल्कि स्वयं की ओर से भी होती है
    • 'वसुधा' के पहले नागपुर के 'नया खून' साप्ताहिक में यह 'एक साहित्यिक की डायरी' स्तंभ के अंतर्गत
    • कभी अर्द्ध - साहित्यिक और कभी गैर - साहित्यिक विषयों पर छोटी-छोटी टिप्पणियां लिखा करते थे जो एक संकलन के रूप में प्रकाशित हुई
संस्कृति और सौंदर्य-
  • रचनाकार - नामवर सिंह
  • प्रकाशन वर्ष - 1982 ई.
  • विधा - निबंध
  • मुख्य - यह निबंध 'दूसरी परंपरा की खोज'( 1982 ई.)संग्रह में संकलित है
    • इसका समर्पण हजारी प्रसाद द्विवेदी के नाम राशि और सम्मान धर्मा, फक्कड़, आधुनिक कबीर नागार्जुन को सतर पार करने पर है
कविता क्या है-
  • रचनाकार- रामचंद्र शुक्ल
  • प्रकाशन वर्ष- 1939 ई.
  • विधा - निबंध
  • मुख्य - यह सर्वप्रथम सरस्वती पत्रिका में 1909 ई. में प्रकाशित हुआ
    • यह निबंध चिंतामणि भाग 1 में संकलित है
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 19
कमलेश्वर द्वारा रचित कहानी नहीं है
Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 19

कमलेश्वर द्वारा रचित कहानी नहीं है- एक और जिन्दगी

Key Points

  • 'एक और जिन्दगी' (1961 ई.) मोहन राकेश की श्रेष्ठ एवं चर्चित कहानी है ।
  • पति पत्नी के दाम्पत्य सम्बन्घों पर प्रकाश डालने वाली यह कहानी मोहन राकेश की अन्य कहानियों से सर्वथा भिन्न है, क्योंकि यह वह कहानी है जिसमें मोहन राकेश ने अपने जीवन की महत्त्वपूर्ण घटनाओं का हूबहू चित्र्ण किया है।

मोहन राकेश

  • जन्म - 8 जनवरी 1925 ई.
  • मृत्यु -3 दिसम्बर,1972 ई.
  • विषय-
    • हिन्दी के बहुमुखी प्रतिभा संपन्न नाट्य लेखक और उपन्यासकार हैं।
    • मोहन राकेश के दो नाटकों आषाढ़ का एक दिन तथा लहरों के राजहंस में ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को लेने पर भी आधुनिक मनुष्य के अंतर्द्वंद और संशयों की ही गाथा कही गयी है।
    • एक नाटक की पृष्ठभूमि जहां गुप्तकाल है तो दूसरा बौद्धकाल के समय के ऊपर लिखा गया है।
  • कहानी संग्रह- पहचान, उपन्यास- अंधेरे बंद कमरे 1971, नाटक- आषाढ़ का एक दिन, ।
  • सम्मान- 'संगीत नाटक अकादमी' से सम्मानित।

Additional Information

UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 20

भारतेन्दु हरिश्चंद्र कृत कर्पूरमंजरी नाटक किस भाषा से हिन्दी में अनूदित है?

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 20

भारतेन्दु हरिश्चंद्र कृत कर्पूरमंजरी नाटक किस प्राकृत से हिन्दी में अनूदित है। Key Pointsकर्पूर मंजरी-

  • लेखक- भारतेंदु हरिश्चंद्र
  • प्रकाशन वर्ष - 1882 ई.
  • विधा - नाटक
  • मुख्य- यह राजशेखर के कर्पूर मंजरी का अनुवाद है
    • यह नाटक मूलत: प्राकृत भाषा में था

Important Points
भारतेंदु हरिश्चंद्र के अन्य अनूदित नाटक-

UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 21
प्रार्थना समाज के बारे में निम्नलिखित में से कौन- सा कथन सही नहीं है?
Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 21

प्रार्थना समाज के बारे में कथन सही नहीं है- प्रार्थना समाज की स्थापना 1860 में बंबई में हुई थी।

Key Pointsसही है-

  • प्रार्थना समाज की स्थापना 1867 में बंबई में हुई थी।

Important Pointsप्रार्थना समाज-

  • आत्माराम पांडुरंग द्वारा प्रारंभ किया गया था।
  • बंबई में प्रार्थना समाज की स्थापना वर्ष 1867 में की गई थी।
  • इस समाज की स्थापना केशवचंद्र सेन की प्रेरणा से की गई थी।
  • संबंधित अन्य प्रमुख विचारक-
    • आर. जी.भंडारकर, महादेव गोविंद रानाडे तथा एन.जी. चंदावरकर आदि।
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 22
“मैं राजनीति में राजतंत्रवादी, धर्म में एंग्लोकैथोलिक और साहित्य में क्लासिकवादी हूँ। " किसका कथन है ?
Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 22

“मैं राजनीति में राजतंत्रवादी, धर्म में एंग्लोकैथोलिक और साहित्य में क्लासिकवादी हूँ। "टी. एस. इलियट का कथन है। Key Pointsटी. एस. इलियट-

  • जन्म- 1888-1965 ईo
  • रचना-
    • सेलेक्टेड एसेज़ (1932)
    • एसेज एंशेट एंड माडर्न
    • पोएट्री एंड ड्रामा (1951)
    • द वेस्टलैंड (1922)
    • ऑन पोएट्री एंड पोयट्स (1957)
    • द सैक्रेड बुड (1920)
    • द यूज़ ऑफ पोएट्री एंड द यूज़ ऑफ क्रिटिसिज़्म (1933)

Important Pointsकॉलरिज-

  • जन्म- 1772-1834 ईo
  • रचना-
    • बायोग्राफिया लिटरेरिया (1817)
    • लेक्चर्स ऑन लिटरेचर
    • ऑन द कॉन्स्टिट्यूशन ऑफ चर्च एंड स्टेट (1830)
    • एड्स टु रिफ्लेक्शन (1825)
    • एसेज ऑन चर्च एंड स्टेट

मैथ्यू आर्नल्ड-

  • जन्म- 1822-1888 ईo
  • रचना-
    • एसेज़ इन क्रिटिसिज्म(1865)
    • लिटरेचर एंड ड्रामा (1873)
    • ऑन द स्टडी ऑफ सेल्टिक लिटरेचर(1867)
    • कल्चर एंड अनार्की (1869)
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 23

निम्नलिखित कहानियों को उनसे सबद्ध पात्रों के साथ सुमेलित कीजिए:

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 23

आकाशदीप- बुद्धगुप्त, आकाशदीप जयशंकर प्रसाद की रचना है| 

दिल्ली में एक मौत- अतुल, दिल्ली में एक मौत कथाकार कमलेश्वर द्वारा लिखी गयी एक कहानी है| 

उसने कहा था- बोधसिंह, उसने कहा था चंद्रधर शर्मा गुलेरी की कहानी है| 

गैंग्रीन- मालती, गैंग्रीन हिंदी के युग्कवि अज्ञेय द्वारा लिखित एक कहानी है|

UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 24

राजनीतिक रूप से रीतिकाल मुगलों के शासन के वैभव के:

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 24

रीतिकाल मुग़लों के शासन के वैभव के चरम उत्कर्ष और उसके पश्चात उत्तरोत्तर ह्यास, पतन और विनाश का युग था| आचार्य रामचंद्र शुक्ल के अनुसार रीतिकाल का समय 1700 से 1900 के बीच माना जाता है| भक्तिकाल की भक्तिमयता, पारलौकिकता के तीव्र प्रतिक्रिया स्वरूप इस युग का उदय हुआ । इसका प्रभाव रीतिकालीन साहित्य पर यह हुआ कि ईश्वर का सामान्य नायक नायिका के रूप में चित्रण होने लगा । मुग़ल साम्राज्य के चौथे बादशाह जहांगीर का शासनकाल रीतिकाल के दौरान पड़ता है| 

राजनीतिक रूप से रीतिकाल मुगलों के चरमोत्कर्ष के बाद उत्तरोत्तर ह्यास एवं पतन का युग था| रीतिकाल के अधिकाँश कवि दरवारी थे वे किसी न किसी राजा के संरक्षण में अथवा उसके राजदरवार में उसकी प्रशंषा में लिखने में व्यस्त थे| रीतिकाल के संबंधित कई कवियों का संबंध मुगलों से भी रहा है|

UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 25

‘हितचौरासी’ के रचयिता हैः

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 25

हित चौरासी ब्रजभाषा में लिखा गया प्रसिद्ध ग्रंथ है। श्रीहित हरिवंश गोस्वामी द्वारा रचित ब्रजभाषा के चौरासी पदों का संग्रह ग्रंथ ‘हित चौरासी’ 'राधावल्लभ सम्प्रदाय' का आकर ग्रंथ माना जाता है। इसी ग्रंथ के आधार पर राधावल्लभीय भक्ति-सिद्धांत को हृदयंगम किया जा सकता है। इसी ग्रंथ की हस्तलिखित प्राचीनतम प्रति सत्रहवीं शती की उपलब्ध है। यह रसोपासना के आधारभूत सिद्धांतों को हृदयंगम करके स्वतंत्र रूप से लिखे गए चौरासी पदों का संकलन है।

UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 26

‘कर्मवीर’ पत्रिका के संपादक थेः

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 26

कर्मवीर एक हिन्दी पत्रिका थी। पत्रकारिता के पितृ पुरूष माधवराव सप्रे की प्रेरणा से इसका प्रथम प्रकाशन १७ जनवरी १९२० को जबलपुर से हुआ। इसके प्रथम सम्पादक माखनलाल चतुर्वेदी थे। नवम्बर १९२२ तक यह जबलपुर से निकलती थी किन्तु बाद में खण्डवा से प्रकाशित हुई।

UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 27

रचनाकाल की दृष्टि से निम्नलिखित कवियों का सही अनुक्रम हैः

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 27

सही अनुक्रम हैः स्वयंभू, पुष्पदंत, अद्दहमाण, हेमचंद्र |

UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 28

गौड़ीय संप्रदाय के संस्थापक हैं।

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 28

गौड़ीय सम्प्रदाय के प्रवर्तक चैतन्य महाप्रभु माने जाते हैं. इन्होंने कृष्ण को ब्रजेन्द्र कुमार कहा है और यह माना है कि परम तत्व, पूर्ण आनन्दस्वरूप कृष्ण ब्रज में गोलोक की लीलाओं सहित विहार करते हैं. राधा उनकी आह्लादिनी शक्ति हैं. इस सम्प्रदाय में कृष्ण के किशोर रूप की उपासना का विधान है, अतः लीलाओं का आधार माधुर्य भाव अथवा कांता भाव ही रहा है. इसमें राधा की स्थिति परकीया की है, स्वकीया की नहीं. कृष्णभक्ति काव्य में शास्त्रीय और नैतिक आधार पर श्रृंगार रस की पूर्ण प्रतिष्ठा करने का श्रेय इसी सम्प्रदाय को दिया जाता है.

UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 29

व्रजयानी शाखा से किस सम्प्रदाय का विकास हुआ

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 29

व्रजयानी शाखा से सिद्ध सम्प्रदाय का विकास हुआ।

UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 30

रचनाकाल की दृष्टि से निम्नलिखित रचनाकारों का सही क्रम है-

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 3 - Question 30

प्रश्नांकित रचनाकारों का रचनाकाल की दृष्टि से सही अनुक्रम है-गोविन्दस्वामी (1505-1585 ई.), आलम (1683-1703 ई.), गुमान मिश्र (1743-1783 ई.), बैताल (1782-1829 ई.)

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