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CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - CG TET MCQ


Test Description

30 Questions MCQ Test CG TET Mock Test Series 2024 - CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics)

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CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 1

Which of the following indicates the learner's higher cognitive ability?

Detailed Solution for CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 1

Cognitive abilities are brain-based skills we need to carry out any task from the simplest to the most complex. They have more to do with the mechanisms of how we learn, remember, problem-solve, reason out, and pay attention rather than with any actual knowledge.

CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 2

A child is not suitable to learn a task properly because of non-attainment of age. The learning factor involved is

Detailed Solution for CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 2

Age is a personal matter. It doesn't reflect environment, cognition or society. So, option (2) is the correct answer.

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CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 3

Which statement is true about the Post conventional morality stage of Kohlberg?

Detailed Solution for CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 3

Lawrence Kohlberg, an American psychologist, has propounded the 'Theory of Moral Development'. He has made a systematic study of moral development in his theory that is categorised into 3 levels and 6 stages.

CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 4

Main aspect of Chomsky’s theory

Detailed Solution for CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 4

Noam Chomsky, known as the father of modern linguistics, has made a crucial contribution in the field of linguistics.

CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 5

Systematic presentation of concepts may be related with which of the following principles of development?

Detailed Solution for CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 5

Systematic presentation of concepts may be related to 'Development proceeds from heteronomy to autonomy'. Heteronomy means dependence on others, while autonomy means self reliance. Young children are dependent on others for their care and welfare, but adolescents are capable of taking care of themselves. This shows the movement from heteronomy to autonomy.

CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 6

किसी उत्पाद का इस्तेमाल करके उपभोक्ता भी बाजार में भागीदार बन जाता है। यदि उपभोक्ता नही होंगे तो किसी भी कंपनी का अस्तित्व नही होगा। जहाँ तक उपभोक्ता के अधिकार का सवाल है तो उपभोक्ता की स्थिति दयनीय ही कही जायेगी। इसको समझने के लिए आप वैसे दुकानदार का उदाहरण ले सकते है जो कम वजन तौलता है या वह कम्पनी जो अपने पैक पर झूठे वादे करती है। ज्यादातर मिठाई बेचने वाले कच्चे माल में मिलावट करके लड्डू या बर्फी बनाते है। कुछ वर्षो पहले मिलावटी सरसों तेल से फैलने वाली ड्रॉप्सी नाम की बीमारी आपको याद होगी। यदि आपने कभी ट्रेन से सफर किया होगा तो आपको पता होगा कि ट्रेन में बिकने वाले खाने पीने की ज्यादातर चीजे घटिया होती है। यहाँ तक की पैंट्री में मिलने वाला खाना भी घटिया क्वालिटी का होता है। भारत में मिलावट, कालाबाजारी, जमाखोरी, कम वजन आदि की पुरानी परम्परा रही है। 1960 के दशक से भारत में उपभोक्ता आन्दोलन शुरू हुए थे। 1970 के दशक तक उपभोक्ता आन्दोलन केवल आर्टिकल लिखने और प्रदर्शनी लगाने तक ही सीमित था। लेकिन हाल के वर्षो में उपभोक्ता संगठनों की संख्या में तेजी से उछाल आया है।
विक्रेताओं और सेवा प्रदाताओं से लोगो में इतनी अधिक असंतुष्टि थी कि उपभोक्ताओं के पास अपनी आवाज उठाने के सिवा और कोई रास्ता नही बचा था। कई वर्षो के लम्बे संघर्ष के बाद सरकार को इसकी खैर लेने के लिए बाधित होना पड़ा और इसकी परिणति के रूप में 1986 में कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट (कोपरा) को लागू किया गया। एक उपभोक्ता को किसी उत्पाद के बारे में सही जानकारी पाने का अधिकार होता है। अब ऐसे कानून है जो किसी उत्पाद के पैक पर अवयवों और सुरक्षा के बारे में जानकारी देना अनिवार्य बनाते है। सही सूचना से उपभोक्ता को किसी भी उत्पाद को खरीदने के लिए उचित निर्णय लेने में मदद मिलती है। किसी भी उत्पाद के पैक पर खुदरा मूल्य लिखना भी अनिवार्य होता है। यदि कूई दुकानदार एमआरपी से अधिक चार्ज करता है तो उपभोक्ता उसकी शिकायत कर सकता है। एक उपभोक्ता को विभिन्न विकल्पों में से चुनने का अधिकार होता है। कोई भी विक्रेता केवल एक ही ब्रांड पेश नही कर सकता है। उसे अपने ग्राहक को कई विकल्प देने होगे। इस अधिकार को मोनोपोली ट्रेंड के खिलाफ बने कानूनों के जरिये लागू किया जाता है।

Q. भारत में उपभोक्ता आंदोलन किस दशक में शुरू हुए थे?

Detailed Solution for CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 6
  • उपर्युक्त गद्यांश के अनुसार भारत में उपभोक्ता आंदोलन 1960 के दशक में शुरू हुए थे।
  • 1970 के दशक तक उपभोक्ता आंदोलन केवल आर्टिकल लिखने और प्रदर्शनी लगाने तक ही सीमित थे।
CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 7

निर्देश: गद्यांश को पढ़िए और नीचे दिए गए प्रश्न का उत्तर दीजिए।
प्रेम आत्मा का भोजन है, प्रेम परमात्मा की ऊर्जा है जिससे प्रकृति का सारा सृजन होता है। आध्यात्म जगत में प्रेम से ज्यादा महत्त्वपूर्ण कोई शब्द नहीं है। यही वह रसायन है जो आत्मा को परमात्मा से जोड़ देता है। जब आप प्रेम में उतर जाते हो तो प्रेम का प्रत्युत्तर अपने आप आना शुरू हो जाता है। आप सद्गुरु की आँखों में प्रेम से झांकते हो तो सद्गुरु की प्रेम ऊर्जा आपको ऐसे लपेटने लगती है कि आप मंत्रमुग्ध होकर उसी के हो जाते हो। सद्गुरु को पकड़ो। पकड़ने का अर्थ है – सबसे पहले वहां साष्टांग हो जाओ, झुक जाओ यानि अहंकार के विसर्जन का, प्रेम का, प्रीती का अभ्यास सद्गुरु के चरणों से शुरू करो।  एक बात और है – प्रेम करना नहीं होता, प्रेम तो स्वयं हो जाता है। लेकिन इस प्रेम के होने में बुद्धि सबसे बड़ी बाधा बन जाती है। बुद्धि सोच विचार करती है। तर्क वितर्क करती है, वह खुले ह्रदय से अनुभव नहीं करने देती है।  बुद्धि बंधन है, उसी से मुक्त होना है और उपलब्ध रहना है उन प्रेम के क्षणों में। प्रेम की भूल-भुलैया का जरा अनुभव तो करो, लेकिन बुद्धि से नहीं, ह्रदय खोलकर प्रेम का दिया बनो। प्रेम का अर्थ होता है – दूसरों को इतना अपना बना लेना कि कुछ छिपाने को बचे ही नहीं। एक कसौटी दे रहा हूँ आपको, जब आपको लगने लगे कि उससे छिपाने को कुछ भी नहीं रहा तब समझना कि आपको सच्चे अर्थों में प्रेम हो गया है। सद्गुरु ही एकमात्र व्यक्तित्व है जो निःस्वार्थ प्रेम करता है।  उसे आपसे कुछ पाना नहीं है। उसे तो अपना सब कुछ आपके ऊपर लुटाना है। उसके प्रति प्रेम करने में कठिनाई का अनुभव नहीं होना चाहिए। वह तो खूँटी है। उसी खूँटी से अभ्यास करो। ऋषियों ने कहा है, प्रकृति से प्रेम करो।  फिर धीरे-धीरे मनुष्य पर आओ। मनुष्य से आकर आप सीधे परमात्मा तक पहुंचोगे। ऋषियों ने पहाड़ों को पूजा, नदियों को पूजा, वृक्षों को पूजा, चाँद-तारों को पूजा। किसलिए? उन्होंने सन्देश दिया कि सारी पृथ्वी से प्रेम करो। विराट अस्तित्व ही परमात्मा है। सबके प्रति प्रेम से इतना भर जाओ कि आपकी लय, आपका संगीत, आपका छंद उस परमात्मा से जुड़ जाये।  जो-जो शरीर में है वह सब ब्रह्मांड में है। सारे धर्म इसी बात का विज्ञान हैं और कुछ नहीं। प्रेम की एक ही साधना है, एक ही संकल्पना है जिसके साध लेने पर आध्यात्म की सारी साधनाएँ प्रकट हो जायेंगी।

Q. निःस्वार्थ प्रेम कौन करता है?

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गद्यांश के अनुसार, "सद्गुरु ही एकमात्र व्यक्तित्व है जो निःस्वार्थ प्रेम करता है। उसे आपसे कुछ पाना नहीं है। उसे तो अपना सब कुछ आपके ऊपर लुटाना है।"
इसलिए, यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि सद्गुरु निःस्वार्थ प्रेम करता है।

CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 8

निर्देश: दिए गए पद्यांश को पढकर निम्नलिखित प्रश्नों के सही विकल्प छाँटिएI
क्या रोकेंगे प्रलय मेघ ये, क्या विद्युत-धन के नर्तन,
मुझे न साथी रोक सकेंगे, सागर के गर्जन-तर्जन।
मैं अविराम पथिक अलबेला रुके न मेरे कभी चरण,
शूलों के बदले फूलों का किया न मैंने मित्र चयन।
मैं विपदाओं में मुसकाता नव आशा के दीप लिए
फिर मुझको क्या रोक सकेंगे जीवन के उत्थान-पतन,
मैं अटका कब, कब विचलित में, सतत डगर मेरी संबल
रोक सकी पगले कब मुझको यह युग की प्राचीर निबल
आँधी हो, ओले-वर्षा हों, राह सुपरिचित है मेरी,
फिर मुझको क्या डरा सकेंगे ये जग के खंडन-मंडन।
मुझे डरा पाए कब अंधड़, ज्वालामुखियों के कंपन,
मुझे पथिक कब रोक सके हैं अग्निशिखाओं के नर्तन।
मैं बढ़ता अविराम निरंतर तन-मन में उन्माद लिए,
फिर मुझको क्या डरा सकेंगे, ये बादल-विद्युत नर्तन।

Q. यहाँ 'युग की प्राचीर' से क्या मतलब है?

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'युग की प्राचीर' से मतलब समय की बाधाएँ है।

CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 9

निर्देश: गद्यांश को पढ़कर निम्नलिखित प्रश्न में सबसे उचित विकल्प को चुनिए।
प्राचीन भारत में शिक्षा, ज्ञान प्राप्ति का सबसे बड़ा स्रोत माना जाता था। व्यक्ति के जीवन को सन्तुलित और श्रेष्ठ बनाने तथा एक नई दिशा प्रदान करने में शिक्षा का महत्त्वपूर्ण योगदान था। सामाजिक बुराइयों को उसकी जड़ों से निर्मूल करने और त्रुटिपूर्ण जीवन में सुधार करने के लिए शिक्षा की नितान्त आवश्यकता थी। यह एक ऐसी व्यवस्था थी, जिसके द्वारा सम्पूर्ण जीवन ही परिवर्तित किया जा सकता था। व्यक्ति को अपने व्यक्तित्व का विकास करने, वास्तविक ज्ञान को प्राप्त करने और अपनी समस्याओं को दूर करने के लिए शिक्षा पर निर्भर होना पड़ता था। आधुनिक युग की भाँति प्राचीन भारत में भी मनुष्य के चरित्र का उत्थान शिक्षा से ही सम्भव था। सामाजिक उत्तरदायित्वों को निष्ठापूर्वक वहन करना प्रत्येक मानव का परम उद्देश्य माना जाता है। इसके लिए भी शिक्षित होना नितान्त अनिवार्य है। जीवन की वास्तविकता को समझने में शिक्षा का उल्लेखनीय योगदान रहता है। भारतीय मनीषियों ने इस ओर अपना ध्यान केन्द्रित करके शिक्षा को समाज की आधारशिला के रूप में स्वीकार किया। विद्या का स्थान किसी भी वस्तु से बहुत ऊँचा बताया गया। प्रखर बुद्धि एवं सही विवेक के लिए शिक्षा की उपयोगिता को स्वीकार किया गया। यह माना गया कि शिक्षा ही मनुष्य की व्यावहारिक कर्तव्यों का पाठ पढ़ाने और सफल नागरिक बनाने में सक्षम है। इसके माध्यम से व्यक्ति का शारीरिक, मानसिक और आत्मिक अर्थात् सर्वांगीण विकास सम्भव है। शिक्षा ने ही प्राचीन संस्कृति को संरक्षण दिया और इसके प्रसार में मदद की। विद्या का आरम्भ ‘उपनयन संस्कार’ द्वारा होता था। उपनयन संस्कार के महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए मनुस्मृति में उल्लेख मिलता है कि गर्भाधान संस्कार द्वारा तो व्यक्ति का शरीर उत्पन्न होता है पर उपनयन संस्कार द्वारा उसका आध्यात्मिक जन्म होता है। प्राचीन काल में बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने के लिए आचार्य के पास भेजा जाता था। शतपथ ब्राह्मण के अनुसार, जो ब्रह्मचर्य ग्रहण करता है। वह लम्बी अवधि की यज्ञावधि ग्रहण करता है। छान्दोग्योपनिषद् में उल्लेख मिलता है कि आरुणि ने अपने पुत्र श्वेतकेतु को ब्रह्मचारी रूप से वेदाध्ययन के लिए गुरु के पास जाने को प्रेरित किया था। आचार्य के पास रहते हुए ब्रह्मचारी को तप और साधना का जीवन बिताते हुए विद्याध्ययन में तल्लीन रहना पड़ता था। इस अवस्था में बालक जो ज्ञानार्जन करता था उसका लाभ उसको जीवन भर  मिलता था। गुरु गृह में निवास करते हुए विद्यार्थी समाज के निकट सम्पर्क में आता था। गुरु के लिए समिधा, जल का लाना तथा गृह-कार्य करना उसका कर्त्तव्य माना जाता था। गृहस्थ धर्म की शिक्षा के साथ-साथ वह श्रम और सेवा का पाठ पढ़ता था। शिक्षा केवल सैद्धान्तिक और पुस्तकीय न होकर जीवन की वास्तविकताओं के निकट होती थी।

Q. प्राचीन भारत में शिक्षा ________ होती थी।

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प्राचीन भारत में शिक्षा जीवन की वास्तविकताओं से परिपूर्ण होती थी। दिए गए गद्यांश के अनुसार, आधुनिक युग की भाँति प्राचीन भारत में भी मनुष्य के चरित्र का उत्थान शिक्षा से ही सम्भव था। सामाजिक उत्तरदायित्वों को निष्ठापूर्वक वहन करना प्रत्येक मानव का परम उद्देश्य माना जाता है। इसके लिए भी शिक्षित होना अनिवार्य है। जीवन की वास्तविकता को समझने में शिक्षा का उल्लेखनीय योगदान रहता है। भारतीय मनीषियों ने इस ओर अपना ध्यान केन्द्रित करके शिक्षा को समाज की आधारशिला के रूप में स्वीकार किया।

CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 10

दिशानिर्देश: नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक अध्ययन करे और इस पर आधारित प्रश्नो के उत्तर दे:
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) 10वीं कक्षा के अच्छे परिणाम से जहां खुशी का संचार हुआ है, वहीं इससे अन्य छात्रों को बेहतर पढ़ाई की प्रेरणा भी मिली है। कुल 91.46 प्रतिशत छात्र परीक्षा में सफल हुए हैं। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार 0.36 प्रतिशत बेहतर नतीजे रहे हैं। अब यह आश्चर्य की बात नहीं कि लड़कियों ने 93.31 के पास प्रतिशत के साथ लड़कों को पछाड़ दिया है। लड़कों के पास होने का प्रतिशत 90.14 रहा है। खास बात यह रही कि इस वर्ष 2.23 प्रतिशत या 41,804 छात्रों ने 95 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए हैं। यह बहुत सकारात्मक बात है कि 18 लाख विद्यार्थियों के बीच 1.84 लाख से अधिक ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल किए हैं। मोटे तौर पर यह कहा जा सकता है कि 10 में से एक विद्यार्थी को 90 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल होने लगे हैं, यह कहीं न कहीं बेहतर होती शिक्षा की ओर एक इशारा है।
एक अच्छी बात यह रही है कि सीबीएसई ने कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न परिस्थितियों को देखते हुए इस वर्ष 12वीं और 10वीं, दोनों कक्षाओं के टॉपरों का एलान नहीं किया है। शिक्षाविद भी मानते हैं कि टॉपरों के एलान से लाभ कम और नुकसान ज्यादा होते हैं। आज छात्रों के बीच चिंता का माहौल है, वे घरों में रहने को विवश हैं, उनमें अकेलापन, अवसाद और अन्य तरह की समस्याएं बढ़ी हैं। अत: आज शिक्षा बोर्ड को ऐसी कोई पहल नहीं करनी चाहिए कि छात्रों की बड़ी जमात में किसी तरह का असंतोष, दुख या अपमान पैदा हो। कोरोना के इस दौर में हमें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि 10वीं की परीक्षा ढंग से नहीं हो पाई है। अनेक विषयों की परीक्षा कोरोना के कारण स्थगित करनी पड़ी है। परीक्षा फिर से लेने के प्रयास भी सफल नहीं रहे हैं। ऐसे में, विद्यार्थी जिन विषयों की परीक्षा नहीं दे पाए हैं, उनमें उन्हें आनुपातिक रूप से ही अंक दिए गए हैं। इसलिए यह कहना गलत नहीं होगा कि परिणाम संपूर्ण नहीं है। यदि कोई छात्र परीक्षा रद्द होने से पहले तीन से अधिक विषयों की परीक्षा दे चुका था, तो उसे तीन उच्चतम प्राप्त अंकों के हिसाब से बाकी विषयों में अंक दिए गए हैं। इस व्यवस्था में उन छात्रों के साथ अच्छा नहीं हुआ है, जो तीन से कम विषयों की परीक्षा दे पाए थे। ऐसे विद्यार्थियों के परिणाम की गणना में आंतरिक, व्यावहारिक और परियोजना मूल्यांकन के अंकों पर भी गौर किया गया है।
बेशक, परीक्षा परिणाम सामने हैं, लेकिन कामचलाऊ ही हैं। उम्मीद करनी चाहिए कि कोरोना काबू में आएगा और दोबारा इस तरीके से मूल्यांकन की जरूरत नहीं रह जाएगी। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए भी सामान्य शिक्षा, परीक्षा और परिणाम की बहाली बहुत जरूरी है। फिर भी एनसीईआरटी और सीबीएसई जैसी संस्थाओं को ऑनलाइन परीक्षा के पुख्ता तरीकों पर भी काम करना होगा। आने वाले दिनों में जो परीक्षाएं होंगी, उनका ढांचा कैसा हो? कैसे विद्यार्थियों का सही मूल्यांकन हो सके? इसके पैमाने चाक-चौबंद करने होंगे। आगे शिक्षा की चुनौतियां बहुत बढ़ रही हैं। शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए विशेष प्रयास करने ही होंगे। दसवीं और बारहवीं की अगली परीक्षाओं में अब छह-सात महीने ही बचे हैं। सुनिश्चित करना होगा कि आगामी परीक्षाओं में सफल विद्यार्थियों की संख्या में कोई कमी न आने पाए।

Q. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा इस वर्ष टॉपरों के नाम घोषित ना करने के पीछे मुख्य कारण क्या है?

Detailed Solution for CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 10

एक अच्छी बात यह रही है कि सीबीएसई ने कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न परिस्थितियों को देखते हुए इस वर्ष 12वीं और 10वीं, दोनों कक्षाओं के टॉपरों का एलान नहीं किया है। उपरोक्त गद्यांश के इस भाग के अध्ययन से यह ज्ञात होता है कि इस वर्ष कोरोना के कारण सभी विद्यार्थी घरो में कैद है और उनके बीच एक चिंता का माहोल बना हुआ है। परिणामो में टॉपर का नाम घोषित करने से अनायास ही उनमे चिंतन का माहौल आ जाएगा तथा उनकी मनोदशा पर भी असर दिखने मिल सकता है, इन्ही कारणों को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने परीक्षा में टॉप किये हुए विद्यार्थी के नाम की घोषणा नहीं किया।

CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 11

निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए बहुविकल्पीय प्रश्न का उत्तर दीजिए।
चुनाव पूर्व सर्वेक्षण एवं एक्जिट पोल का लोकतन्त्र में क्या महत्त्व है? यह प्रश्न विचारणीय है। लोकतन्त्र रूपी वृक्ष जनता द्वारा रोपा और सींचा जाता है, इसके पल्लवन एवं पुष्पन में मीडिया की विशेष भूमिका होती है। भारत एक लोकतान्त्रिक राष्ट्र है।लोकतान्त्रिक राष्ट्र में नागरिकों को विशिष्ट अधिकार और स्वतन्त्रताएँ प्राप्त होती हैं। भारतीय संविधान ने भी अनुच्छेद 19 (i) के अन्तर्गत नागरिकों को अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता प्रदान की है, लेकिन जनता के व्यापक हित पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाली स्वतन्त्रता बाधित भी की जानी चाहिए।
भारत जैसे अल्पशिक्षित देश में इस प्रकार के सर्वेक्षण अनुचित हैं। देश की आम जनता पर मीडिया द्वारा किए जाने वाले चुनाव पूर्व सर्वेक्षण और चुनाव के तुरन्त पश्चात् किए जाने वाले एक्जिट पोल का भ्रामक प्रभाव पड़ता है। वह विजयी होती पार्टी की ओर झुक जाती है। आज भी सामान्य लोगों के बीच ये आम धारणा है कि हम अपना वोट खराब नहीं करेंगे, जीतने वाले प्रत्याशी को ही वोट देंगे।
वर्तमान में बाजारवाद अपने उत्कर्ष पर है और मीडिया इसके दुष्प्रभाव से अनछुआ नहीं है। यह कहना अतिशयोक्ति न होगी कि आज मीडिया भी अधिकाधिक संख्या में प्रसार और धन पाने को बुभुक्षित है। मीडिया सत्ताधारी और मजबूत राजनीतिक दलों के प्रभाव में भी रहता है। ये दल धन के बल पर लोक रुझान को अपने पक्ष में दिखाने में सफल हो जाते हैं और सम्पूर्ण चुनाव प्रक्रिया को ही धता बता देते हैं। इस प्रकार सत्ता एवं धन इन सर्वेक्षणों को प्रभावित करते हैं। इन्हें दूध का धुला नहीं कहा जा सकता। भारत जैसे लोकतान्त्रिक राष्ट्र में जहाँ जनता निर्वाचन प्रक्रिया के माध्यम से अपना मत अभिव्यक्त करती है, वहाँ इन सर्वेक्षणों के औचित्य-अनौचित्य पर विचार किया जाना चाहिए।
न्यायालय को यदि संविधान के अनुसार चलने की बाध्यता है, तो संसद को संविधान में संशोधन करने की शक्ति प्राप्त है। वह अपने अधिकारों का प्रयोग करके कोई सार्थक प्रयास कर सकती है।

Q. गद्यांश से निष्कर्ष निकलता है कि :

Detailed Solution for CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 11

गद्यांश से निष्कर्ष निकलता है कि -चुनाव पूर्व सर्वेक्षण एवं एक्जिट पोल प्रतिबन्धित हों 

  • भारत जैसे अल्पशिक्षित देश में इस प्रकार के सर्वेक्षण अनुचित हैं।
  • देश की आम जनता पर मीडिया द्वारा किए जाने वाले चुनाव पूर्व सर्वेक्षण और चुनाव के तुरन्त पश्चात् किए जाने वाले एक्जिट पोल का भ्रामक प्रभाव पड़ता है।
  • वह विजयी होती पार्टी की ओर झुक जाती है।
  • आज भी सामान्य लोगों के बीच ये आम धारणा है कि हम अपना वोट खराब नहीं करेंगे, जीतने वाले प्रत्याशी को ही वोट देंगे। 
CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 12

Why is it recommended that children should be taught in mother tongue?

Detailed Solution for CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 12

Mother tongue is the language a person learns from birth or infancy and is considered their native language.

  • Teaching children in their mother tongue has several advantages. First, it enables children to understand the content being taught better as they are familiar with the language.
  • This helps in building a strong foundation for learning and comprehending which can lead to better academic outcomes in the long run.
  • Second, it creates a natural and comfortable environment for children to learn in, where they can express themselves freely and without fear of being misunderstood.
  • Third, it helps in promoting and preserving regional languages and cultures, which is an important aspect of diversity and identity.
  • Overall, teaching children in their mother tongue can have significant benefits for their academic, social, and cultural development.

Hence it is clear that all of the given options are correct.

CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 13

Identify the synonym of the phrase 'very small'.

Detailed Solution for CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 13

The synonym of the phrase 'very small' is 'tiny'.

CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 14

Directions: Choose the word which is most opposite in meaning of the word given below.
Reveal

Detailed Solution for CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 14

It is the correct option. Antonym of 'reveal' is 'conceal'. 'Reveal' means 'make (previously unknown or secret information) known to others', whereas 'conceal' means 'prevent (something) from being known; keep secret'.

CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 15

Directions: In the following sentence, an idiomatic expression or a proverb is highlighted. Select the alternative which best describes its use in the sentence.
The concert was brought to a close with a display of fireworks.

Detailed Solution for CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 15

Here, 'brought to a close' means 'concluded'. As per the sentence, the concert ended with the display of fireworks.

CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 16

The subsystem of a language that deals with the rules of word order and word combinations to form phrases and sentences is known as:

Detailed Solution for CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 16

Language is a symbolic, rule-governed system, shared by a group of people to express their thoughts and feelings. These rules are the set of conventions that organize their proper use and dictate how words relate to one another. Some of these rules that govern a language include phonology, syntax, morphology, semantic, etc. 

CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 17

Errors are a natural part of the language learning process and need not be completely avoided. This view about errors is supported by

Detailed Solution for CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 17

The Communicative Language Teaching (CLT)approach is based on the view that "Language is a system for the expression of meaning." 

CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 18

Which option is true regarding the mistakes made by the student during the learning of mathematics at the elementary school level?

Detailed Solution for CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 18

The teaching-learning of mathematics stresses much on developing the skill of mathematization. It is expected that children should expand the horizon of cognition by incorporating abilities that help them to manage situations mathematically.

CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 19

The radius of curvature of the curved surface of a plano-convex lens is 20 cm. If the refractive index of the material of the lens be 1.5, then focal length of lens will be:

Detailed Solution for CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 19
  • For a plano-convex lens, one of the surfaces is flat (Plano) and the other is curved (convex).
  • The radius of curvature of the curved surface is given as 20 cm, and the refractive index of the material of the lens is 1.5.
  • The focal length of the lens can be calculated using the lens maker's formula:

1/f = (n - 1) × (1/R1 - 1/R2)
where
f is the focal length of the lens,
n is the refractive index of the lens material,
R1 is the radius of curvature of the first surface (the flat surface in this case, which is infinite), and
R2 is the radius of curvature of the second surface (the curved surface in this case).
Since the first surface is flat, the radius of curvature R1 is infinite, and the term (1/R1) becomes zero. Therefore, the lens maker's formula simplifies to:
1/f = (n - 1) ×  (1/R2)------(1)
Calculation:
Substituting the values in equation (1), we get:
1/f = (1.5 - 1) × (1/20)
1/f = 0.025
f = 1/0.025
f = 40 cm
Therefore, the focal length of the plano-convex lens is 40 cm.
The correct answer is option (4)

CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 20

Which of the following is a hetero atomic molecule?

Detailed Solution for CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 20

H2SO4 is a hetero atomic molecule. All the other options are homo atomic molecules.

CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 21

The use of energy from sunlight by plants doing photosynthesis is the basis of life on earth. Which of the following statement is correct for photosynthesis?
1. chlorophyll (green pigment of the leaf), light, and CO2 are required for photosynthesis to occur.
2. photosynthesis occurs only in the green parts of the leaves in the presence of light. 
3. chlorophyll is the chief pigment associated with photosynthesis.

Detailed Solution for CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 21
  • The leaves have a green pigment called chlorophyll.
  • It helps leaves to capture the energy of the sunlight.
  • This energy is used to synthesize (prepare) food from carbon dioxide and water. 
  • Since the synthesis of food occurs in the presence of sunlight, it is called photosynthesis.
  • Photo means light and Synthesis means to combine.
  • We find that chlorophyll, sunlight, carbon dioxide, and water are necessary to carry out the process of photosynthesis.
  • It is a unique process on the earth.
  • The solar energy is captured by the leaves and stored in the plant in the form of food.
  • Thus, the sun is the ultimate source of energy for all living organisms. 
  • By the middle of the nineteenth century, the key features of plant photosynthesis were known, namely, that plants could use light energy to make carbohydrates from CO2 and water.
CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 22

If 

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Given:

Concept used:

Calculation:

∴ The required answer is √85.

CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 23


In the quadrilateral ABCD shown above, ∠DAB = ∠ DCX = 120°. If ∠ABC = 105°, what is ∠ADC equal to?

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Formula Used:
Sum of all angles in quadrilateral is 360°.
Calculation: 
⇒ ∠ DCB + ∠ DCX = 180°  [ Linear pair ]
⇒ ∠ DCB + 120° = 180°
⇒  ∠ DCB = 180° - 120° = 60° =∠ C 
In quadrilateral ABCD
Using above formula-
⇒ ∠ A + ∠ B + ∠ C + ∠ D = 360° 
⇒ 120° + 105° + 60° + ∠ D = 360° 
⇒ ∠ D = ∠ ADC = 360° - 120° - 105° - 60° = 75° 
∴ The correct answer is 75° 

CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 24

Which is the largest gland in our body that is characterised by its reddish brown colour? 

Detailed Solution for CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 24
  • Liver is the largest gland in our body that is characterised by its reddish brown colour.
  • Liver is the largest gland, located in the upper right side of the abdomen below the diaphragm.
  • It secretes bile, which gets collected in gall bladder and is finally poured into the duodenum through the common bile duct.
  • Besides secreting bile, which helps in digestion, the liver has numerous other functions.
CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 25

Directions: Select the most appropriate option.
A teacher shows two identical glasses with an equal amount of juice filled in them. She empties them in two different glasses, one of which is taller and the other one is wider. She asks her class to identify which glass would have more juice in it. Students reply that the taller glass has more juice. Her students have difficulty in dealing with

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Decentering (also known as decentration) refers to the ability to consider multiple aspects of a situation. In Piaget's theory of cognitive development, the third stage is called 'Concrete Operational Stage', where a child aged 7-12 shows increased use of logic. One of the logical processes that develops is that of decentering. For example, when asked to choose between two lollipops, a child might choose the one based on how its flavour is better than the other, even though the other is of the same size and colour.
Here, the students did not make a distinction between two different aspects of the glass containers, i.e. length and width. So, option (3) is the correct answer.

CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 26

The subject which is most suitable to develop reasoning power of students is –

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A teacher's task in the classroom is not limited to the teaching of a subject or developing knowledge, skills, and understandings among students. Merely teaching facts does not help students to achieve their potential.

  • Education should enable the students to think and solve problems. It should also enable them to understand the underlying meanings instead of memorizing facts for grades. As teachers, therefore, it is our duty to ensure that students think and reason on their own in a critical, creative and intelligent manner.
CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 27

When an odd number is multiplied with an odd number, the result is an odd number. To teach this fact, what method will you follow?

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Inductive instruction makes use of student noticing. Instead of explaining a given concept and following this explanation with examples, the teacher presents students with many examples showing how the concept is used. The intent is for students to notice, by way of the examples, how the concept works.

CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 28

Which of the following is the weakest force?

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  • The Gravitational Force is the weakest force. So option 1 is correct.
  • Weak Nuclear force has a very short range and is 1025 times stronger than the Gravitational Force.
CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 29

The teacher demonstrates an experiment to the students to show that Water boils at low temperature under low pressure. He takes the flask and fills it half with the water. Boils the water, and remove the flame. Closes flask and inverts it and pour cold water on the flask. The students observe the process carefully and see that water has begun to boil again when cold water is poured on the bottom of the inverted flask. During the task students asked various questions like:
a) Why is the water boiling?
b) Why did the water boil first?
c) Why was the flask closed and then inverted?
d) Why was cold water poured over the bottom of the inverted flask?
e) Why did the water boil in the flask when cold water is poured over the inverted flask?
At which step of the scientific method do these students have? 

Detailed Solution for CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 29

Scientific method is a method of solving problem scientifically. Training in the method is more important than the acquisition of information.

  • According to Lundberg “Scientific method consists of systematic observation, classification, and interpretation of data”.
CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 30

In which method of teaching Science is the principle of natural setting involved?

Detailed Solution for CG TET Paper 2 Mock Test - 3 (Science and Mathematics) - Question 30

Project method is one of the modern methods which is carried out in a natural setting, thus making learning realistic and experiential.

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