अनौपचारिक-पत्र का प्रारूप एवं उदाहरण
प्रारूप
उदाहरण
1. अपने मित्र को पत्र लिखिए, जिस में संचार के साधनों की जानकारी दी गई हो।
उत्तर - परीक्षा भवन
कºखºगº विद्यालय
जयपुर
13 मार्च, 20××
प्रिय मित्र टºठºडº
सादर नमस्ते!
कल शाम को तुम्हारा पत्रमिला। तुम्हारी कुशलता के बारे में जानकर बहुत खुशी हुई। मैं भी सकुशल हूँ।
मित्र, पिछले पत्र में तुमने संचार के साध्नों के बारे में पूछा था, वही मैं इस पत्र में लिखकर भेज रहा हूँ। मित्र, विज्ञापन के इस युग में आज हमारे पास संचार के कई साध्न हैं। टेलीफोन तथा मोबाइल फोन से हम देश-विदेश में बैठे अपने मित्रों से जी भरकर बात कर सकते हैं। इंटरनेट के माध्यम से घर बैठे-बैठे अनेक सूचनाएँ तथा ज्ञानवर्धक जानकारियाँ प्राप्त की जा सकती हैं। टीºवीº देश-विदेश का समाचार तथा घटनाएँ हमें सजीव रूप में दिखाता है, अपने अनेक कार्यक्रमों से हमारा ज्ञानवर्धन एवं मनोरंजन करता है। रेडियो आज भी लोगों में लोकप्रिय बना हुआ है। इन के अतिरिक्त दैनिक, साप्ताहिक तथा मासिक समाचार-पत्र, पत्र-पत्रिकाएँ भी संचार के महत्वपूर्ण साध्न हैं, जिन्होंने संचार की दुनिया में क्रांति ला दी है।
अपने माता-पिता को मेरा प्रणाम कहना।
तुम्हारा अभिन्न मित्र
यºरºलº
2. मित्र को जन्मदिन पर आमंत्रित करते हुए पत्र लिखिए।
उत्तर - परीक्षा भवन
कºखºगº विद्यालय
नई दिल्ली
03 मार्च, 20××
प्रिय मित्र राहुल
सप्रेम नमस्ते!
तुम्हारा पत्रमिला। पढ़कर सब हाल मालूम किया। तुम सपरिवार स्वस्थ हो, यह जानकर बड़ी खुशी हुई।
तुम्हें यह जानकर प्रसन्नता होगी कि आगामी ...... मार्च को मेरा जन्मदिन है। इस अवसर पर मैंने सभी मित्रों को आमंत्रित किया है। तुम्हारे आने से हम सब की खुशी दो गुनी हो जाएगी। हम सब मिलकर इस अवसर का खूब आनंद उठाएँगे। इस अवसर पर मैं तुम्हें सादर आमंत्रित कर रहा हूँ।
केक काटने का कार्यक्रम शाम सात बजे तथा प्रीतिभोज का कार्यक्रम रात्रि साढ़े आठ बजे है। तुम समय से पहले आ जाना। इस अवसर पर आने के लिए मैं एक बार पुनः आमंत्रित कर रहा हूँ।
अपने माता-पिता को मेरा प्रणाम तथा मोनू को स्नेह कहना।
शेष सब ठीक है।
तुम्हारा अभिन्न मित्र
यºरºलº
3. आपकी परीक्षा होने के कारण आप अपने मित्र के जन्मदिन समारोह मैं शामिल नहीं हो सकते। इस पर क्षमा याचना करते हुए पत्र लिखिए।
उत्तर - अºबºसº नगर
लखनऊ (उत्तर प्रदेश)
25 मार्च, 20××
प्रिय मित्र प्राचीन
सप्रेम नमस्ते!
तुम्हारा पत्रमिला। पढ़कर सब हाल मालूम किया। अगले सप्ताह तुम्हारा जन्मदिन है, यह जानकर मैं बहुत खुश हुआ।
मित्र, तुम तो जानते हो कि तुम्हारे जन्मदिन पर मैं बिना बुलाए पहुँच जाता हूँ। पर दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि इस बार जिस दिन तुम्हारा जन्मदिन है, उसी दिन वाराणसी में मेरी एक परीक्षा है। वाराणसी से किसी भी तरह उसी शाम दिल्ली आने में असमर्थ हूँ, इसलिए मैं चाहकर भी जन्मदिन समारोह में शामिल नहीं हो सकूँगा। इस के लिए मैं क्षमा-प्रार्थी हूँ। जन्मदिन के शुभ अवसर पर तुम्हें बधइयाँ देता हूँ और एक छोटा-सा उपहार भेज रहा हूँ। आशा है कि तुम्हें शरूर पसंद आएगा। मैं शीघ्र ही तुमसे आकर मिलूँगा।
अपने माता-पिता को मेरा प्रणाम कहना।
तुम्हारा अभिन्न मित्र
कºखºगº
4. आपका मित्र आठवीं की परीक्षा में सभी विषयों मैं ‘ए’ ग्रेड के साथ उत्तीर्ण हुआ है। उसे बधई देते हुए पत्र लिखिए।
उत्तर - अºबºसº नगर
मेरठ
05 जून, 20××
प्रिय मित्र अंबुज
सादर नमस्ते!
कल शाम तुम्हारा पत्रमिला। पढ़कर सब हाल मालूम हुआ। मेरी खुशी का उस समय ठिकाना न रहा, जब पता चला कि तुमने आठवीं कक्षा में सभी विषयों मैं ‘।’ ग्रेड प्राप्त किया है। इस अवसर पर मैं तुम्हें बधाई देता हूँ।
मित्र, यह खुशी की बात शरूर है, पर आश्चर्यजनक नहीं। तुम बचपन से ही अत्यंत परिश्रमी और प्रतिभाशाली रहे हो। अपनी पिछली कक्षाओं में प्रथम आना इस बात का प्रमाण है। ऐसी सफलता पाकर तुमने अपने माता-पिता और गुरुजनों का नाम ऊँचा कर दिया है।
इसी के साथ अब आगामी कक्षाओं में ऐसी ही सफलता प्राप्त करने की शिम्मेदारी आ गई है। आशा है कि भविष्य में तुम और अध्कि परिश्रम करोगे ताकि ऐसी सफलता पिफर प्राप्त कर सको। एक बार तुम्हें पुनः बधाई।
अपने माता-पिता को मेरा प्रणाम तथा नीलू को स्नेह कहना।
पत्रोत्तर की प्रतीक्षा में
तुम्हारा प्रिय मित्र
कºखºगº
5. अपने मित्र को पर्वतीय स्थल की सैर करने एवं ग्रीष्मावकाश साथ बिताने के लिए आमंत्रित करते हुए पत्र लिखिए।
उत्तर - अºबºसº नगर
देहरादून (उत्तराखंड)
05 मई, 20××
प्रिय कुशाग्र
सादर नमस्ते!
तुम्हारा पत्रमिला। तुम सपरिवार स्वस्थ हो, यह जानकर का.फी खुशी हुई।
मित्र, अब तक तुम्हारा स्कूलबंद हो चुका होगा। मैंने पिछले पत्र में भी कहा था कि इस ग्रीष्मावकाश का समय हम साथ-साथ बिताएँगे। मैं चाहता हूँ कि तुम 15 मई के बाद कभी भी देहरादून आ जाओ। ग£मयों में यहाँ और आस-पास के पर्वतीय स्थलों की जलवायु मनोरम तथा स्वास्थ्यवर्धक होती है। हम दोनों यहाँ गायत्राी पीठ, ट्टषि केश, रानीखेत, लक्ष्मण झूला और पहाड़ों की रानी के नाम से जानी जानेवाली मसूरी को भी देखेंगे। वहाँ का कैंपटी .फाॅल तुम्हारे मन को हर लेगा। हम दोनों किसी दिन सहस्रधरा भी चलेंगे, जहाँ का गंध्कयुक्त जल अत्यंत स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है। तुम्हें जब भी आना हो, लिखना। मैं रेलवे स्टेशन पर लेने आ जाऊंगा।
अपने माता-पिता को मेरा प्रणाम तथा शालिनी को स्नेह कहना।
शेष सब ठीक है।
तुम्हारा अभिन्न मित्र
कºखºगº
6. आपवफो हाॅस्टल की .फीस देने तथा नई पुस्तकें खरीदने के लिए रुपयों की आवश्यकता है। रुपये मँगवाने के लिए अपने पिता जी को पत्र लिखिए।
उत्तर - अºबºसº छात्रावास
लखनऊ (उत्तर प्रदेश)
20 मार्च, 20××
पूज्य पिता जी
सादर चरण-स्पर्श!
मैं सकुशल रहकर आशा करता हूँ कि आप भी सपरिवार सकुशल होंगे और मैं ईश्वर से यही कामना भी करता हूँ।
पिता जी, मेरी वार्षिक परीक्षा समाप्त हो गई है। सभी प्रश्नपत्र बहुत अच्छे हुए हैं। मुझे आशा है कि सभी विषयों में 'A' ग्रेड शरूर मिलेगा। अप्रैल माह के प्रथम सप्ताह से मेरी नई कक्षा की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। मुझे नई किताबें, काॅपियाँ तथा हाॅस्टल की .फीस देने के लिए लगभग तीन हशार रुपयों की आवश्यकता है। मुझे हाॅस्टल की .फीस तथा पुस्तकों का कार्य 30 मार्च से पहले करना है इसलिए शीघ्र पैसे भिजवाने की व्यवस्था कर दीजिएगा।
पूज्या माता जी एवं चाची जी को चरण-स्पर्श तथा स्वप्निल को स्नेह। पत्रोत्तर की प्रतीक्षा में।
आपका पुत्र
कºखºगº
7. अपने नए विद्यालय की विशेषताएँ बताते हुए अपनी माता जी को पत्र लिखिए।
उत्तर - अºबºसº पब्लिक स्कूल
नई दिल्ली
07 अक्तूबर, 20××
पूज्या माता जी
सादर चरण-स्पर्श!
अपने नए विद्यालय से पहला पत्रलिखते हुए मैं आशा करता हूँ कि आप सभी स्वस्थ एवं प्रसन्न होंगे तथा मैं ईश्वर से आपकी कुशलता की कामना भी करता हूँ। माँ, मैं जानता हूँ कि आप मेरे बारे में का.फी चिंतित होंगी, क्योंकि पहली बार मैं घर से दूर रहकर छात्रावास में पढ़ाई कर रहा हूँ। माँ, शुरू में मुझे एक-दो दिन अपरिचित होने के कारण कुछ परेशानी हुई, पर तीसरे दिन से सब कुछ सामान्य होने लगा। कुछ लड़ के मेरे मित्र बन गए हैं, जिन के कारण सब सहज हो गया है। यहाँ के शिक्षक बहुत ही मृदुभाषी हैं, जो छात्रों की समस्या को आसान बना देते हैं। यहाँ शिक्षण की उत्तम व्यवस्था है। यहाँ का अनुशासन उच्चकोटि का है। मेस में मिलनेवाला खाना भी अच्छा है, पर इस में वह स्वाद कहाँ, जो आप के हाथ से बनाए गए भोजन में होता है। यहाँ का वातावरण भी मुझे अच्छा लगने लगा है, इसलिए अब चिंता मत कीजिएगा। मैं ग्रीष्मावकाश में घर आऊँगा।
शेष सब ठीक है।
पूज्य पिता जी को सादर प्रणाम तथा संजू को स्नेह।
आपका प्यारा पुत्र
कºखºगº
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1. खण्ड क्या होता है? |
2. खण्डों की कितनी प्रकार होती हैं? |
3. खण्डों के उदाहरण दीजिए। |
4. खण्ड के लिए क्या महत्वपूर्ण नियम होते हैं? |
5. खण्डों का उपयोग क्यों महत्वपूर्ण होता है? |
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