Class 8 Exam  >  Class 8 Notes  >  कक्षा - 8 हिन्दी (Class 8 Hindi) by VP Classes  >  लघु उत्तरीय एवं दीर्घ उत्तरीय प्रश्न - सूरदास के पद, हिंदी, कक्षा - 8

लघु उत्तरीय एवं दीर्घ उत्तरीय प्रश्न - सूरदास के पद, हिंदी, कक्षा - 8 | कक्षा - 8 हिन्दी (Class 8 Hindi) by VP Classes PDF Download

I. लघु उत्तरीय  प्रश्न

प्रश्न 1. बालक कृष्ण माता यशोदा से क्या पूछ रहे हैं?
उत्तर - बालक कृष्ण माता यशोदा से अपनी छोटी चोटी के बारे में पूछ रहे हैं कि उनकी चोटी कब बड़ी होगी। वे भी अपनी चोटी को लंबी और मोटी देखना चाहते हैं।

प्रश्न 2. बालक कृष्ण को किस बात पर आश्चर्य हो रहा है?
उत्तर -
 बालक कृष्ण को अपनी चोटी पर आश्चर्य हो रहा है कि अनेक बार दूध पीने पर भी यह छोटी क्यों है। यह बड़ी क्यों नहीं हो रही है?

प्रश्न 3. कृष्ण किस लोभ के कारण दूध पीने को तैयार हुए थे? उन्हें क्या पसंद था?
उत्तर - कृष्ण अपने सिर की चोटी लंबी एवं मोटी होने के लोभ में दूध पीने को तैयार हुए थे। उन्हें दूध पीना पसंद नहीं था। उन्हें तो माखन-रोटी खाना पसंद था।

प्रश्न 4. कृष्ण की भोली-भाली बातों ने यशोदा केे मन पर क्या प्रभाव डाला?
उत्तर - कृष्ण की भोली-भाली बातों ने यशोदा का मन जीत लिया। वे कृष्ण को आशीर्वाद देते हुए बोली, ‘‘दोनों भाइयों की जोड़ी चिरंजीवी हो।’’

प्रश्न 5. गोपी किसके पास क्या शिकायत लेकर आई?
उत्तर - गोपी यशोदा के पास कृष्ण की शिकायत लेकर आई थी, क्योंकि कृष्ण ने उसके घर चोरी से माखन खा लिया था। यह उनका प्रतिदिन का नियम था।

प्रश्न 6. कृष्ण किस समय गोपी के घर गए? उन्हें यह समय ही क्यों उपयुक्त लगा होगा?
उत्तर-  कृष्ण दोपहर के समय गोपी के घर गए। दोपहर का समय ऐसा होता है कि काम करने के बाद लोग विश्राम कर रहे होते हैं या सो जाते हैं। ऐसे में चारों ओर सुनसान होता है। यह समय उन्हें माखन चोरी के लिए उपयुक्त लगता था।

प्रश्न 7. गोपी दवारा ‘यह ढोटा कौनैं ढँग लायौ’ कहनेके पीछे कौन-सा भाव मुखरित हुआ है?
उत्तर - गोपी दवारा ‘यह ढोटा कौनैं ढँग लायौ’ कहने के पीछे उपालंभ का भाव मुखरित हुआ है। गोपी कहती है तूने इसे क्या सिखाया-पढ़ाया है, जो यह मना करने पर भी अपनी चोरी की आदत से बाज नहीं आता।

II. दीर्घ उत्तरीय  प्रश्न

प्रश्न 1. चोटी न बढऩे पर बालक कृष्ण माता यशोदा से क्या शिकायत करते हैं?
उत्तर -
 चोटी न बढऩे पर बालक कृष्ण माता यशोदा से यह शिकायत करते हैं कि लमाँ तू तो कहा करती थी कि मेरी चोटी बलराम भैया की चोटी की तरह लंबी और मोटी हो जाएगी तथा बार-बार काढ़ते-गूँथते रहने से यह बड़ी होकर नागिन की तरह जमीन पर लोटने लगेगी पर ऐसा भी कुछ नहीं हुआ। मेरी चोटी अभी भी छोटी की छोटी ही है।

प्रश्न 2. गोपी दवारा की गई शिकायत को अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर - बालक कृष्ण की शरारतों तथा नित्यप्रति माखन चुराने की आदत से तंग होकर गोपी माता यशोदा के पास शिकायत करने आती है। वह माता यशेदा को बताती है कि कृष्ण दोपहर के समय सुनसान घर में आते हैं। दरवाज़ा खोलकर दही-माखन खुद तो खाते ही हैं] साथ में अपने साथियों को भी खिलाते हैं। वे ऊखल पर चढक़र छींके पर रखा गोरस उतार लेते हैं। वे जी भरकर खाते हैं और जो अच्छा नहीं लगता, उसे ज्ज्द्ममीन पर बिखर देते हैं। इस प्रकार वे प्रतिदिन गोरस का नुकसान करते हैं।

The document लघु उत्तरीय एवं दीर्घ उत्तरीय प्रश्न - सूरदास के पद, हिंदी, कक्षा - 8 | कक्षा - 8 हिन्दी (Class 8 Hindi) by VP Classes is a part of the Class 8 Course कक्षा - 8 हिन्दी (Class 8 Hindi) by VP Classes.
All you need of Class 8 at this link: Class 8
17 videos|193 docs|129 tests

Top Courses for Class 8

FAQs on लघु उत्तरीय एवं दीर्घ उत्तरीय प्रश्न - सूरदास के पद, हिंदी, कक्षा - 8 - कक्षा - 8 हिन्दी (Class 8 Hindi) by VP Classes

1. सूरदास के पद क्या हैं?
उत्तर: सूरदास के पद हिंदी साहित्य के महान कवि सूरदास द्वारा रचित गीतों का संग्रह है। ये पद भक्ति और प्रेम के विषयों पर आधारित हैं और सूरदास के श्रीकृष्ण भक्ति के प्रमुख स्रोत हैं।
2. सूरदास के पद किस कक्षा के छात्रों के लिए हैं?
उत्तर: सूरदास के पद कक्षा 8 के छात्रों के लिए हैं। ये पद CBSE और अन्य प्रमुख माध्यमिक शिक्षा बोर्डों के हिंदी पाठ्यक्रम में शामिल हैं।
3. सूरदास के पदों का विषय क्या है?
उत्तर: सूरदास के पद भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति, प्रेम और राधा कृष्ण के आपसी प्रेम के विषयों पर हैं। इन पदों में प्रेम, भक्ति, वैराग्य, त्याग और आत्मानुभूति के महत्वपूर्ण संदेश दिए गए हैं।
4. सूरदास के पदों में किस भाषा में लिखा गया है?
उत्तर: सूरदास के पद अवधी भाषा में लिखे गए हैं। अवधी भाषा उत्तर भारतीय क्षेत्र में उच्चतम रूप से व्याप्त भाषा रही है और सूरदास के समय में इसका उपयोग सामान्य रूप से किया जाता था।
5. सूरदास के पदों का महत्व क्या है?
उत्तर: सूरदास के पद भारतीय साहित्य के महत्वपूर्ण हिस्से माने जाते हैं। इन पदों में अंतर्मन की ऊँचाई, प्रेम, भक्ति, वैराग्य और आत्मसाक्षात्कार के महत्वपूर्ण संदेश हैं। सूरदास के पद भारतीय संस्कृति और धार्मिक आदर्शों को प्रभावित करने का महत्वपूर्ण साधन हैं।
17 videos|193 docs|129 tests
Download as PDF
Explore Courses for Class 8 exam

Top Courses for Class 8

Signup for Free!
Signup to see your scores go up within 7 days! Learn & Practice with 1000+ FREE Notes, Videos & Tests.
10M+ students study on EduRev
Related Searches

past year papers

,

Sample Paper

,

कक्षा - 8 | कक्षा - 8 हिन्दी (Class 8 Hindi) by VP Classes

,

Extra Questions

,

लघु उत्तरीय एवं दीर्घ उत्तरीय प्रश्न - सूरदास के पद

,

shortcuts and tricks

,

mock tests for examination

,

pdf

,

हिंदी

,

Objective type Questions

,

हिंदी

,

लघु उत्तरीय एवं दीर्घ उत्तरीय प्रश्न - सूरदास के पद

,

Free

,

कक्षा - 8 | कक्षा - 8 हिन्दी (Class 8 Hindi) by VP Classes

,

Viva Questions

,

लघु उत्तरीय एवं दीर्घ उत्तरीय प्रश्न - सूरदास के पद

,

video lectures

,

ppt

,

कक्षा - 8 | कक्षा - 8 हिन्दी (Class 8 Hindi) by VP Classes

,

Previous Year Questions with Solutions

,

MCQs

,

Important questions

,

practice quizzes

,

Exam

,

हिंदी

,

study material

,

Semester Notes

,

Summary

;