Class 10  >  Hindi Grammar Class 10  >  निबंध- 13

निबंध- 13 - Hindi Grammar Class 10

जीवन में खेलकूद का महत्त्व

संकेत बिंदु:

  • प्रस्तावना
  • खेल बढ़ाते मानवीय गुण
  • खेलों के लिए प्रोत्साहन
  • खेलों से शारीरिक एवं मानसिक विकास
  • खेल-एक आकर्षक कैरियर
  • उपसंहार

प्रस्तावना: किसी समय कहा जाता था कि ‘खेलोगे-कूदोगे बनोगे खराब, पढ़ी-लिखोगे बनोगे नवाब’ परंतु यह उक्ति आज अपनी प्रासंगिकता एवं उपयोगिता पूर्णतया खो चुकी है। खेल हर आयु-वर्ग की आज आवश्यकता बन चुके हैं। पहले मनुष्य अपने दैनिक जीवन में शारीरिक परिश्रम वाली क्रियाएँ करता था, जिससे उसकी खेल-संबंधी आवश्यकताएँ पूरी हो जाती थीं, परंतु आज की दिनचर्या में खेलों की आवश्यकता एवं महत्ता और भी बढ़ गई है। अब तो डॉक्टर भी प्रातः खुली हवा में सैर करने, व्यायाम करने, योगा करने की सलाह देने लगे हैं।

खेलों से शारीरिक एवं मानसिक विकास: खेल प्रायः दो प्रकार के होते हैं-पहले वे जिन्हें खुले मैदानों में खेला जाता है और दूसरे वे जिन्हें घर में बैठकर खेला जाता है। इनमें पहले प्रकार के खेल; जैसे-क्रिकेट, हॉकी फुटबॉल, वालीबॉल, कुश्ती, घुड़सवारी, लंबी-ऊँची कूद, दौड़ आदि खेलों में शारीरिक गतिविधियाँ अधिक होती हैं। इन खेलों से हमारा शरीर पुष्ट होता है। इनसे मांसपेशियाँ और हड्डियाँ पुष्ट और मज़बूत बनती हैं, शरीर सुडौल बनता है। इससे शरीर की सभी इंद्रियाँ सक्रिय रहती हैं तथा रक्त संचार सुचारु बनता है।
इन खेलों को खेलने से शारीरिक श्रम अधिक करना पड़ता है, अतः खिलाड़ी गहरी-गहरी साँसें लेते हैं जिससे हमारे फेफड़ों में ऑक्सीजन अधिक मात्रा में आती है जिससे शरीर को ऊर्जा मिलती है और हमारा पाचन ठीक रहता है जिससे भूख अधिक लगती है और हमारे द्वारा खाया-पिया गया आसानी से पच जाता है। इससे शरीर स्वस्थ और निरोग रहता है। इसके विपरीत खेल न खेलने वाले व्यक्ति की पाचन क्रिया ठीक न होने से वह अनेक बीमारियों से घिर जाता है। वह आलस्य अनुभव करता है, मोटापे का शिकार होता है और थोड़ा-सा भी काम करने, दौड़ने-भागने आदि से हाँफने लगता है। उसका स्वास्थ्य ठीक न होने से सब कुछ अच्छा होने से भी उसे कुछ अच्छा नहीं लगता है और निराशा तथा उदासी से घिर जाता है।
खेलों से मानसिक विकास भी होता है। शतरंज, लूडो, कैरम, ताश, वीडियोगेम जैसे खेल हमारी मानसिक क्षमता, चिंतन, सोच-विचार को बढ़ाते हैं जो हमारे जीवन के लिए उपयोगी सिद्ध होते हैं।

खेल बढ़ाते मानवीय गुण: खेल हमारे भीतर मानवीय गुणों को पैदा करते हैं तथा उनका विकास करते हैं। खेल एक ओर मित्रता और सद्व्यवहार को बढ़ावा देते हैं तो हमें हार-जीत को समभाव से ग्रहण करने की सीख देते हैं। यह भावना जीवन में सफलता पाने के लिए आवश्यक होती है। खेल हमारे भीतर त्वरित निर्णय लेने की क्षमता का विकास करते हैं। खेलों से ईमानदार बनने, परस्पर सहयोग करने, मिल-जुलकर रहने तथा त्याग करने की सीख देते हैं। इसके अलावा खेलों से हम अनुशासन, संगठन, साहस, विश्वास, आज्ञाकारिता, सहानुभूति, उदारता, आदि गुणों को खेल-ही-खेल में विकसित कर लेते हैं।

खेल एक आकर्षक कैरियर: खेल अब केवल खेलने-कूदने और स्वस्थ रहने का साधन ही नहीं रह गए हैं, बल्कि खेलों में एक आकर्षक कैरियर भी छिपा है। आज खेलों में अच्छा प्रदर्शन करके यश और नाम कमाया जा सकता है। सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी, युवराज, राहुल द्रविड़, कपिल देव, साइना नेहवाल, सानिया मिर्जा आदि की प्रसिद्धि और वैभव संपन्नता का कारण खेल ही है। खेलों से ही ये विश्व प्रसिद्ध बने हैं और अपार धन के स्वामी बने हैं। इसके अलावा विभिन्न खेलों में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद एक समयोपरांत खेल प्रशिक्षक बनकर प्रशिक्षण केंद्र खोलकर नियमित आय अर्जित की जा सकती है।

खेलों के लिए प्रोत्साहन: खेलों में निरंतर उन्नत प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहन और प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है। प्रतियोगिताओं में विभिन्न प्रदेशों और देशों के खिलाड़ी भाग लेते हैं। इनके बीच पदक जीतने या स्थान हासिल करने के लिए प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है। यह प्रशिक्षण जितनी कम आयु से शुरू कर दिया जाए उतना ही अच्छा होता है। इसके लिए सरकार को जगह-जगह खेल प्रशिक्षण केंद्र खोलना चाहिए और ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को भी खेलों में अच्छा करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।

उपसंहार: खेल जीवन के लिए बहुत ज़रूरी होते हैं। ये नाना प्रकार से मनुष्य को लाभ पहुँचाते हैं। खेल स्वास्थ्य के लिए हितकारी होने के साथ ही मानवीय मूल्यों का विकास करते हैं। हमें खेलों को खेल भावना से खेलना चाहिए, बदला लेने की नीयत से नहीं। हमें खेलों में भाग लेना चाहिए और बच्चों को खेलों में भाग लेने के लिए प्रेरित करना चाहिए। हम सभी को किसी-न-किसी एक खेल का भागीदार अवश्य बनना चाहिए।

The document निबंध- 13 | Hindi Grammar Class 10 is a part of the Class 10 Course Hindi Grammar Class 10.
All you need of Class 10 at this link: Class 10
12 videos|101 docs
12 videos|101 docs
Download as PDF
Explore Courses for Class 10 exam
Signup for Free!
Signup to see your scores go up within 7 days! Learn & Practice with 1000+ FREE Notes, Videos & Tests.
10M+ students study on EduRev
Download free EduRev App
Track your progress, build streaks, highlight & save important lessons and more!
Related Searches

Viva Questions

,

Semester Notes

,

MCQs

,

Important questions

,

Objective type Questions

,

ppt

,

Summary

,

Exam

,

निबंध- 13 | Hindi Grammar Class 10

,

pdf

,

mock tests for examination

,

Sample Paper

,

shortcuts and tricks

,

Previous Year Questions with Solutions

,

Free

,

practice quizzes

,

निबंध- 13 | Hindi Grammar Class 10

,

video lectures

,

study material

,

past year papers

,

Extra Questions

,

निबंध- 13 | Hindi Grammar Class 10

;