लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1: ब्रिटिश शासन की व्यवस्थ में कौन-कौन से कर्मचारी थे?
उत्तर: उनकी व्यवस्था में जमींदार, राजा, पटवारी, गाँव के मुखिया से लेकर कर्मचारियों की बहुत बड़ी संख्या थी।
प्रश्न 2: सरकार के दो खास महकमे कौन थे?
उत्तर: सरकार के दो खास महकमे मालगुजारी और पुलिस थे।
प्रश्न 3: अलीगढ़ काॅलेज की स्थपना किसने किस उद्देश्य से की?
उत्तर: अलगढ़ काॅलेज की स्थापना ‘‘सर सैयद अहमद खाँ’ ने की। उनका उद्देश्य था कि भारत के मुसलमानों को ब्रिटिश सरकार की योग्य और उपयोगी प्रजा बनाना जिससे अंग्रेजी सरकार द्वारा योग्य नौकरियाँ प्राप्त कर सकें।
प्रश्न 4: अंग्रेजी सरकार शिक्षा के प्रसार को नापसन्द करती थी, क्यों?
उत्तर: अंग्रेजी सरकार शिक्षा के प्रसार को नापसन्द करती थी, क्योंकि शिक्षा के अभाव में वह भारत पर कई वर्षों से शासन करती चली आ रही थी। लोगों में फूट डालकर उनकी कमजोरियों का फायदा उठा रही थी।
प्रश्न 5: नेशनल काँग्रेस की स्थापना कब हुई?
उत्तर: नेशनल काँग्रेस की स्थापना 1885 ई. में हुई थी।
प्रश्न 6: गंगाधर तिलक तथा गोपालकृष्ण गोखले के विषय में लिखिए।
उत्तर: बाल गंगाधर तिलक महाराष्ट्र के एक योग्य तथा तेजस्वी नेता के रूप में उभरे। गोपाल कृष्ण गोखले प्रतिनिधि मराठा सज्जन थे। तिलक तथा गोखले आक्रामक व अवज्ञाकारी विचारधारा वाले थे। वे गरम दल के प्रभावकारी आंदोलनकारी थे। भारतीय जनता का एक बड़ा भाग उनके समर्थन में था तथा सरकार भी इन लोगों की हिंसक गतिविधियों व कार्यविधियों से घबराती थी।
प्रश्न 7: राजा राममोहन राय के बारे में आप क्या जानते हैं? लिखिए।
उत्तर: अट्ठारहवीं शताब्दी में बंगाल में राजा राममोहन राय एक अत्यंत प्रभावशाली व्यक्ति के रूप में उभर कर आए। भारतीय दर्शन तथा विचारधारा की उन्हें गहरी जानकारी थी। उनमें प्राचीन और नवीन ज्ञान का मेल था। वे अरबी, फारसी तथा संस्कृत के विद्वान थे तथा समाज सुधारक थे। उन्हीं के आंदोलन के कारण ब्रिटिश सरकार ने सती प्रथा पर रोक लगाई तथा पत्रकारिता के साथ भी उनका गहरा सम्बन्ध था। दिल्ली-सम्राट की ओर से वे इंग्लैण्ड गए तथा उन्नीसवीं शताब्दी के आरम्भ में ‘ब्रिस्टल’ में उनकी मृत्यु हो गई।
प्रश्न 8: रवीन्द्रनाथ ठाकुर के विषय में आप क्या जानते हैं? लिखिए।
उत्तर: रवींद्रनाथ ठाकुर, स्वामी विवेकानन्द के समकालीन थे। वे उस समय के कलाकार तथा श्रेष्ठ लेखक थे। उन्होंने सुधारवादी और स्वदेशी आंदोलन में भाग लिया। जलियाँवाला बाग कांड का विरोध करते हुए, उन्होंने ‘सर’ की उपाधि लौटा दी थी। घोर व्यक्तिवादी होने के बावजूद भी वे रूसी क्रांतियों की उपलब्धियों के प्रशंसक थे। वे सर्वोत्तम अंतर्राष्ट्रीयतावादी थे तथा भारत के सबसे बड़े मानवतावादी थे।
प्रश्न 9: स्वामी विवेकानन्द के व्यक्तित्व का विश्लेषण करिए।
उत्तर: स्वामी विवेकानन्द भारत के महान समाज-सुधारकों में से एक थे तथा धर्म-ज्ञान में विशेष ध्यान रखते थे। विवेकानन्द भारत के अतीत तथा वर्तमान के मध्य एक सेतु की तरह थे। जीवन की समस्याओं के प्रति उनका दृष्टिकोण आधुनिक था तथा वे भारत की विरासत पर गर्व करते थे। धार्मिक कर्मकांड तथा मूर्तिपूजा का उन्होंने घोर विरोध किया। अपने विचारों के कारण ही वे पूरे भारतवर्ष में प्रसिद्ध हो गए।
प्रश्न 10: राजा राममोहन राय ने समाचार-पत्रों को बढ़ावा किसलिए दिया?
उत्तर: राजा राममोहन राय तथा अन्य भारतीय नेताओं ने समाचार-पत्रों को इसलिए बढ़ावा दिया ताकि लोगों में राष्ट्रीय भावना जागृत हो, लोग अंग्रेजी सरकार की नीतियों से परिचित हों तथा लोगों के बीच में समन्यवादी दृष्टिकोण बढ़े।
प्रश्न 11: सर सैयद अहमद खाँ के विषय में आप क्या जानते हैं? लिखिए।
उत्तर: सर सैयद अहमद खाँ एक उत्साही समाज सुधारक थे। उन्होंने अलीगढ़ काॅलेज की स्थापना की जिसका उद्देश्य-”भारत के मुसलमानों को ब्रिटिश ताज के योग्य तथा उपयोगी प्रजा बनाना था।“ उन्होंने मुस्लिमों में ब्रिटिश विरोधी भावना को कम करने का प्रयत्न किया। सर सैयद अहमद खाँ का प्रभाव मुस्लिमों के उच्च वर्ग में कुछ लोगों तक ही सीमित था।
प्रश्न 12: भारतीयों को शिक्षित करने हेतु राजा राममोहन राय ने क्या उपाय किए?
उत्तर: राजा राममोहन राय ने भारतीयों में शिक्षित होने की भावना को जागृत किया, क्योंकि वे जानते थे कि इससे लोगों में देशप्रेम की भावना जागृत होगी तथा वे अपने अधिकारों को पाने की कोशिश करेंगे। इसलिए उन्होंने गवर्नर-जनरल को भौतिक विज्ञान, रसायनशास्त्र, जीव विज्ञान, गणित तथा अन्य उपयोगी विज्ञानों की शिक्षा हेतु लिखित रूप में आग्रह किया।
प्रश्न 13: अंग्रेजों ने अपने लाभ साधने के लिए कौन से वर्ग को जन्म दिया?
उत्तर: अंग्रेजों ने अपने लाभ हेतु भारतीय आम जनता तथा अपने मध्य एक ऐसे वर्ग को जन्म दिया जो अंग्रेजों के अनुसार कार्य करें। इस वर्ग में राजा, पटवारी, जमींदार, गाँव के मुखिया तथा ऊपर के कर्मचारी थे, जो सरकार के पिछलग्गू तथा आम जनता से धन लेकर अपनी तथा सरकार की जेबें भरते थे।
प्रश्न 14: रामकृष्ण परमहंस कौन थे?
उत्तर: रामकृष्ण परमहंस एक धार्मिक व्यक्तित्व वाले सीधे-सादे संत थे। रामकृष्ण परमहंस स्वामी विवेकानन्द के गुरु भी थे। उन्होंने दशर्न तथा हिन्दू धर्म के विविध पक्षों का मिला-जुला रूप लोगों के मध्य प्रस्तुत किया। वे सत्य के समर्थक तथा सांप्रदायिकता विरोधी थे।
प्रश्न 15: 1857 ई. का विद्रोह सफल क्यों नहीं हो सका?
उत्तर: 1857 ई. का विद्रोह करने हेतु जो तिथि निश्चित की गई थी, उसका खुलासा समय से पूर्व हो जाने के कारण अंग्रेज सतर्क हो गए थे। इसके अतिरिक्त सामंती सरदारों तथा जमींदारों ने इसमें हिस्सा नहीं लिया।
प्रश्न 16: अंग्रेजों के शासनकाल में भारत की स्थिति कैसी हो गई थी?
उत्तर: अंग्रेजों के शासनकाल के समय भारतीय अर्थव्यवस्था अत्यंत कमजोर हो गई थी। भारत ब्रिटिश राज का औपनिवेशिक तथा खेतिहर पुछल्ला बन गया था। अंग्रेज भारतीय किसानों से ऐसी फसलें उगवाते थे, जिनसे अंग्रेज स्वयं लाभ कमा सकें।
प्रश्न 17: ताँत्या टोपे कौन थे?
उत्तर: ताँत्या टोपे 1857 ई. में हुए विद्रोह के श्रेष्ठ छापामार नेता तथा तेजस्वी पुरुष थे। ताँत्या टोपे ने अपने युद्ध कौशल से अंग्रेजों को कई महीनों तक परेशान किया था।
दीर्घउत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1: अखबार ने जनचेतना का काम कैसे किया?
उत्तर: सन् 1780 के बाद भारत में अंग्रेजों ने कई अखबार निकाले। इन अखबारों में सरकार की कड़ी आलोचना रहती थी। परिणामतः उन पर कड़ा सेंसर लगता था। इससे सामान्य जनता में भी असन्तोष की भावना ब्रिटिश सरकार के विरोध में खूब फैली। इसने जनांदोलन और भारतीय स्वाधीनता की लड़ाई का रूप ले लिया।
प्रश्न 2: शिक्षा के प्रसार को नापसन्द करने के बावजूद अंग्रेजी सरकार को शिक्षा के बारे में थोड़ा-बहुत काम करना पड़ा, क्यों?
उत्तर: शिक्षा के प्रसार को नापसन्द करने के बावजूद खुद ब्रिटिश सरकार को परिस्थितियों से मजबूर होकर अपनी बढ़ती हुई व्यवस्था के लिए क्लर्को को प्रशिक्षित करके तैयार करने का प्रबन्ध करना पड़ा। इसलिए धीरे-धीरे शिक्षा का प्रसार होने लगा।
प्रश्न 3: ब्रिटिश शासन ने अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए क्या-क्या कदम उठाए थे?
उत्तर: इसके लिए ब्रिटिश शासन ने जमींदारों को नियुक्त किया, जिससे कि किसानों से भरपूर लगान तथा कर वसूला जा सके। इसके अलावा उन्होंने राजा, सरकार के विभिन्ना महकमों में पटवारी, गाँव के मुखिया से लेकर उनके कर्मचारियों की नियुक्ति की। मालगुजारी और पुलिस दो प्रमुख विभाग थे।
प्रश्न 4: 19वीं शताब्दी के प्रमुख समाज सुधारक कौन थे? उनके कार्यों के बारे में लिखिए।
उत्तर: 19वीं शताब्दी के समय केशव चन्द्र, स्वामी दयानन्द, स्वामी विवेकानन्द, रामकृष्ण परमहंस, गोखले, बालगंगाधर तिलक, महात्मा गाँधी, अबुल कलाम आजाद, टैगोर आदि कई समाज सुधारक थे। इन्होंने जनता में राष्ट्रीय भावना को मजबूत किया तथा सभी बुराइयों व सामाजिक कुरीतियों को दूर करने का प्रयत्न भी किया।
प्रश्न 5: भारतीयों की चेतना जाग्रत करने का श्रेय अंग्रेजों को क्यों दिया जाता है?
उत्तर: भारतीयों की चेतना जागृत करने का श्रेय अंग्रेजों को इसलिए दिया जाता है, क्योंकि अंग्रेजों ने भारत में पाश्चात्य संस्कृति लाने के लिए भारतीयों को शिक्षित करना ही सही माध्यम समझा। यही कारण था कि भारतीयों ने शिक्षित होने के पश्चात् ही गुलामी की जंजीरों को तोड़ने के विषय में सोचा।
प्रश्न 6: अंग्रेजों ने भारत में क्या किया तथा भारत को कैसे इस्तेमाल किया?
उत्तर: अंग्रेजों ने भारत में बड़े जमींदार पैदा किए तथा लगान के रूप में अधिक रुपया इकट्ठा किया। अंग्रेजों ने भारत को साम्राज्यवादी उद्देश्यों के लिए बगैर कुछ भुगतान किए, अड्डे की तरह इस्तेमाल किया। इसके अलावा भारत को इंग्लैंण्ड की ब्रिटिश सेना के सैनिक प्रशिक्षण का भी खर्च उठाना पड़ता था, जिसे कैपिटेशन चार्ज कहा जाता था। ब्रिटिशों ने ये सब कार्य करके अपनी स्थिति को सुदृढ़ बनाया।
मूल्यपरक प्रश्न
प्रश्न 1: प्राचीनकाल से ही भारत पर कई विदेशी आक्रमण हुए। उन्हें समयानुसार क्रमबद्ध करिए तथा यह भी बताइये कि भारत में अंग्रेजी राज्य की स्थापना पहले के आक्रमणों से किस प्रकार भिन्न थी?
उत्तर: भारत पर हूण, शक, मंगोल, कुषाण, तुर्क, यूनानी, मुगल, पुर्तगाल, फ्रांसीसी, डेनमार्क, डच एवं अंग्रेज जातियों के आक्रमण हुए। भारत में अंग्रेजी शासन की स्थापना से पूर्व जितनी भी जातियों ने आक्रमण किया, वे आक्रमणकारी के रूप में आए और भारतीय धन-सम्पत्ति को लूटकर चले गए अथवा इसी देश की संस्कृति और सभ्यता में उन्होंने अपने आप को मिला लिया। भारत पर शासन भी किया तो भारतीयों को अपनेपन से देखा, लेकिन अंग्रेजों की शासन सत्ता इसके बिल्कुल विपरीत थी। इन्होंने भारत को लूटा ही नहीं, बल्कि यहाँ की बागडोर अपने हाथ में इस प्रकार ली कि अपने ही देश में भारतीय गुलाम बनकर रह गए। भारत का प्रशासनिक ढाँचा इंग्लैण्ड में तैयार होने लगा।
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2. अंतिम दौर-एक Class 8 के लिए कैसे तैयारी करें? |
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