Class 2 Exam  >  Class 2 Notes  >  Hindi for Class 2 (सारंगी)  >  Summary: चार दिशाएँ

Summary: चार दिशाएँ | Hindi for Class 2 (सारंगी) PDF Download

कविता का सारांश

यह कविता चार दिशाओं के बारे में है। कवि कहता है कि जब हम सूरज की ओर मुँह करके खड़े होते हैं तो सामने पूरब दिशा होती है। हमारी पीठ पीछे पश्चिम दिशा होती है। हमारी बाईं ओर उत्तर दिशा होती है और हमारी दाहिनी ओर दक्षिण दिशा होती है। इस तरह, चार दिशाएँ होती हैं - पूरब, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण।

कविता का अर्थ

इस कविता का अर्थ यह है कि चार दिशाएँ हमारे चारों ओर हैं। हम जब भी किसी दिशा में देखते हैं, तो हम किसी न किसी दिशा की ओर देख रहे होते हैं।
Summary: चार दिशाएँ | Hindi for Class 2 (सारंगी)

शब्दार्थ

  • सूरज: आसमान में चमकता हुआ तारा
  • सामने: सामने की ओर
  • पीठ पीछे: पीठ के पीछे
  • उत्तर: उत्तर की ओर
  • दक्षिण: दक्षिण की ओर
The document Summary: चार दिशाएँ | Hindi for Class 2 (सारंगी) is a part of the Class 2 Course Hindi for Class 2 (सारंगी).
All you need of Class 2 at this link: Class 2
33 videos|88 docs|5 tests

Top Courses for Class 2

33 videos|88 docs|5 tests
Download as PDF
Explore Courses for Class 2 exam

Top Courses for Class 2

Signup for Free!
Signup to see your scores go up within 7 days! Learn & Practice with 1000+ FREE Notes, Videos & Tests.
10M+ students study on EduRev
Related Searches

study material

,

Important questions

,

practice quizzes

,

MCQs

,

shortcuts and tricks

,

Semester Notes

,

pdf

,

Viva Questions

,

Previous Year Questions with Solutions

,

Extra Questions

,

Objective type Questions

,

Summary

,

Summary: चार दिशाएँ | Hindi for Class 2 (सारंगी)

,

Free

,

Summary: चार दिशाएँ | Hindi for Class 2 (सारंगी)

,

past year papers

,

Exam

,

Sample Paper

,

mock tests for examination

,

ppt

,

video lectures

,

Summary: चार दिशाएँ | Hindi for Class 2 (सारंगी)

;