Class 8 Exam  >  Class 8 Notes  >  कक्षा - 8 हिन्दी (Class 8 Hindi) by VP Classes  >  अनुमान और कल्पना एवं भाषा की बात - पानी की कहानी, हिंदी कक्षा - 8

अनुमान और कल्पना एवं भाषा की बात - पानी की कहानी, हिंदी कक्षा - 8 | कक्षा - 8 हिन्दी (Class 8 Hindi) by VP Classes PDF Download

अनुमान और कल्पना

प्रश्न 1. अन्य पदार्थों के समान जल की भी तीन अवस्थाएँ होती हैं। अन्य पदार्थों से जल की इन अवस्थाओं मेड्ड एक विशेष अंतर यह होता है कि जल की तरल अवस्था की तुलना में ठोस अवस्था (ब.र्फ) हङ्घकी होती है। इसका कारण ज्ञात कीजिए।
उत्तर - जल की तीन अवस्थाएँ होती है— (क) ठोस, (ख) द्रव और (ग) गैस।
जल की द्रव अवस्था की तुलना में उसकी ठोस अवस्था (बर्फ़) हल्की होने का कारण यह है कि पानी के घनत्व की अपेक्षा बर्फ़ का घनत्व कम होता है। कम घनत्व के कारण ही बर्फ़ हल्की होती है।

प्रश्न 2. पाठ के साथ केवल पढऩे के लिए दी गई पठन-सामग्री ‘हम पृथ्वी की संतान!’ का सहयोग लेकर पर्यावरण संकट पर एक लेख लिखें।’
उत्तर - पठन-सामग्री ‘हम पृथ्वी की संतान!’ के सहयोग से पर्यावरण संकट पर लेखः

पर्यावरण संकट

मनुष्य जिस स्थान पर रहता है उसके आस-पास दो प्रकार के आवरण मौजूद होते हैं। पहला हवा का अदृश्य आवरण तथा दूसरा दृश्य आवरण। हमारे चारों ओर विद्यमान  इसी आवरण को 'पर्यावरण' कहते हैं। पर्यावरण दो शब्दों - 'परि + आवरण' से मिलकर बना है। हमारे आस-पास मौजूद पेड़-पौधे, नदियाँ, पहाड़, धरती, हवा, जल, खनिज पदार्थ तथा अनेक जीव-जंतु इस पर्यावरण के अंग हैं। ये सभी मिलकर पर्यावरण को प्रभावित करते हैं, किंतु मनुष्य अपने स्वार्थ तथा लोभ के कारण अपनी उदारता भूलकर पर्यावरण को क्षति पहुँचाने लगता है। वह इन साधनों का दोहन तो करता है पर पर्यावरण की सुरक्षा, सुंदरता तथा इनको बनाए रखने के लिए अपने दायित्वों का निर्वाह नहीं करता।

पेड़-पौधों के अंधाधुंध कटाव ने हमारे पर्यावरण को सर्वाधिक प्रभावित किया है। मनुष्य ने इन्हें काटकर खेती करने तथा कंक्रीट के जंगल बसाने के लिए जमीन तो प्राप्त कर ली पर इन्हें काटकर उसने इन पर आश्रित जीव-जंतुओं का जीवन खतरे में डाल दिया, इसकी उसे चिंता नहीं है। विश्व में बढ़ती कार्बन-डाईआक्साइड की मात्रा तथा तापमान में लगातार हो रही वृद्धि वनों के विनाश का ही परिणाम है। आज तापमान में वृद्धि/ के कारण ही पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फ़बारी का दृश्य देखना दुर्लभ होता जा रहा है।

आज विश्व की लगभग सभी नदियाँ मनुष्य की विभिन्न गतिविधियों के कारण प्रदूषित हो गई हैं। इन नदियों में गंगा, यमुना, गोदावरी, कृष्णा, कावेरी, गोमती, राइन, टेम्स, अमेजन, नील आदि प्रमुख हैं। इनमें रहनेवाले जीवों की जान पर बन आई है। ये जीव-जंतुओं असमय कालकवलित हो रहे हैं। कभी जीवनदायिनी तथा मोक्षदायिनी कहलानेवाली गंगा का जल इतना प्रदूषित हो गया है कि इसका जल  पीने से मनुष्य बीमार हो सकता है। मनुष्य ने इसे रोगदायिनी गंगा में बदलकर रख दिया है। मनुष्य की इन्हीं गतिविधियों से ओजोन की मोटी परत भी प्रभावित हुई है। इसके निरंतर क्षरण को न रोका गया तो सूर्य की पराबैंगनी किरणें मनुष्य के लिए घातक रोग का कारण बन सकती हैं। आज तापमान में लगातार हो रही वृद्धि के कारण हिमनदों (ग्लस्शियरों) तथा हिम शिखरों की बर्फ़  तेज़ी  से पिघलने लगी है, जिससे विश्व के छोटे-छोटे द्वीपों तथा समुद्रतटीय इलाकों के डूबने का खतरा पैदा हो गया है। इसके अलावा अनेक प्राकृतिक आपदाएँ- बाढ़, भूकंप, तूफान तथा समुद्री तूफान आदि-आकर तबाही मचाएँगे हैं। हाल में ही सुनामी से हुई अपार जान-माल की क्षति को कौन भूल सका है।

आज हम मनुष्यों का कर्तव्य बनता है कि पर्यावरण से हम जितना कुछ ले रहे हैं उसके बदले में कुछ देना भी सीखें। ‘पृथ्वी बचाओ’, ‘पर्यावरण बचाओ’,'वन-महोत्सव' जैसे कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी निभाकर उसे सफल बनाएँ तथा देश की सीमा से ऊपर उठकर अपने पर्यावरण को स्वच्छ तथा सुंदर बनाने का प्रयास करें।

भाषा की बात

प्रश्न 1. किसी भी क्रिया को संपन्न अथवा पूरा करने में जो भी संज्ञा आदि शब्द संलग्न होते हैं, वे अपनी अलग-अलग भूमिकाओं के अनुसार अलग-अलग कारकों के रूप में वाक्य में दिखाई पड़ते हैं; जैसे-‘‘वह हाथों से शिकार को जकड़ लेती थी।’’ जकडऩा क्रिया तभी संपन्न हो पाएगी जब कोई व्यक्ति (वह) जकड़नेवाला हो  कोई वस्तु (शिकार) हो, जिसे जकड़ा जाए। इन भूमिकाओं की प्रकृति अलग-अलग है। व्याकरण में ये भूमिकाएँ कारकों के अलग-अलग भेदों; जैसे - कर्ता, कर्म, करण आदि से स्पष्ट होती हैं।अपनी पाठ्यपुस्तक से इस प्रकार के पाँच और उदाहरण खोजकर लिखिए और उन्हें भलीभाँति पारिभाषित कीजिए।

उत्तर  - पाठ्यपुस्तक से खोजे गए पाँच उदाहरण:
(क) यदि संसार में बदलू को किसी बात से चिढ़ थी तो वह थी काँच की चूडिय़ों से।
संसार में  - अधिकरण कारक
बदलू को  - कर्मकारक
किसी बात से  - अपादान कारक
काँच की चूडिय़ों  - संबंध कारक

(ख) पत्र-संस्कृति विकसित करने के लिए स्कूली पाठ्यक्रमों में पत्र-लेखन का विषय भी शामिल किया गया।
विकसित करने  के लिए   -       संप्रदान कारक
पाठ्यक्रमों में    -    अधिकरण कारक
पत्र-लेखन का   -    संबंध कारक

(ग) कुछ नौजवनों ने ड्राइवर को पकडक़र मारने-पीटने का मन बनाया।
नौजवानोंं ने   -   कर्ता कारक
ड्राइवर को     -    कर्म कारक

(घ) भारतीय सिनेमा के जनक फाल्के को ‘सवाक’ सिनेमा के जनक अर्देशिर की उपलब्धि को अपनाना ही था, क्योंकि वहाँ से सिनेमा का एक नया युग शुरू हो गया था।
भारतीय सिनेमा के, अर्देशिर की, सवाक सिनेमा के    -     संबंध कारक
फाल्के को, उपलब्धि को   -    कर्म कारक
वहाँ से    -    अपादान कारक

(ङ) मैं आगे बढ़ा ही था कि बेर की झाड़ी पर से मोती-सी बूँद मेरे हाथ पर आ गिरी।
मैं   -   कर्ता कारक
बेर की   -    संबंध कारक
झाड़ी पर से    -    अपादान कारक
मेरे हाथ पर   -    अधिकरण कारक

The document अनुमान और कल्पना एवं भाषा की बात - पानी की कहानी, हिंदी कक्षा - 8 | कक्षा - 8 हिन्दी (Class 8 Hindi) by VP Classes is a part of the Class 8 Course कक्षा - 8 हिन्दी (Class 8 Hindi) by VP Classes.
All you need of Class 8 at this link: Class 8
17 videos|193 docs|129 tests

Top Courses for Class 8

FAQs on अनुमान और कल्पना एवं भाषा की बात - पानी की कहानी, हिंदी कक्षा - 8 - कक्षा - 8 हिन्दी (Class 8 Hindi) by VP Classes

1. पानी की कहानी के बारे में एक संक्षेप में बताएँ।
उत्तर1. "पानी की कहानी" एक हिंदी कक्षा 8 के लिए पाठ है जो पानी के महत्व और इसके उपयोग के बारे में बताता है। यह पाठ छात्रों को पानी के संरक्षण, उपयोग, और जल संकट से बचाव की जरूरत के बारे में जागरूक कराता है।
2. पानी की कहानी में कौन-कौन से विषयों पर चर्चा की जाती है?
उत्तर2. "पानी की कहानी" में पानी के महत्व, जल संरक्षण, जल का उपयोग, जल संकट, और जल संरक्षण के उपायों पर चर्चा की जाती है।
3. पानी के संरक्षण क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर3. पानी के संरक्षण महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमारे जीवन के लिए अनिवार्य है। पानी की कमी और जल संकट हमारे समाज, पर्यावरण, और अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर सकते हैं। इसलिए, हमें पानी को बचाने के लिए संज्ञाना करना चाहिए और जल संरक्षण के उपाय अपनाने चाहिए।
4. पानी का उपयोग किस-किस विधि से होता है?
उत्तर4. पानी का उपयोग विभिन्न विधियों से होता है, जैसे कि पीने के लिए, नहाने के लिए, खेती के लिए, इंडस्ट्रीज़ में, और बिजली उत्पादन में। पानी का संयंत्रों, नदियों, और तालाबों से उद्धार होकर इसका उपयोग किया जाता है।
5. पानी के संकट क्या होते हैं और इनके कारण क्या हो सकता है?
उत्तर5. पानी के संकट में पानी की कमी, जल संदाय, और जल संयंत्रों के त्रुटि शामिल होती है। इसके कारण क्षेत्रीय संघर्ष, दुष्कर्म, अवैध जल उत्पादन, युद्ध, जल बोरी और जल आपूर्ति के लिए भ्रष्टाचार शामिल हो सकते हैं।
17 videos|193 docs|129 tests
Download as PDF
Explore Courses for Class 8 exam

Top Courses for Class 8

Signup for Free!
Signup to see your scores go up within 7 days! Learn & Practice with 1000+ FREE Notes, Videos & Tests.
10M+ students study on EduRev
Related Searches

ppt

,

past year papers

,

Free

,

Semester Notes

,

हिंदी कक्षा - 8 | कक्षा - 8 हिन्दी (Class 8 Hindi) by VP Classes

,

हिंदी कक्षा - 8 | कक्षा - 8 हिन्दी (Class 8 Hindi) by VP Classes

,

video lectures

,

हिंदी कक्षा - 8 | कक्षा - 8 हिन्दी (Class 8 Hindi) by VP Classes

,

Summary

,

Extra Questions

,

MCQs

,

mock tests for examination

,

अनुमान और कल्पना एवं भाषा की बात - पानी की कहानी

,

Sample Paper

,

अनुमान और कल्पना एवं भाषा की बात - पानी की कहानी

,

study material

,

shortcuts and tricks

,

Objective type Questions

,

Important questions

,

pdf

,

अनुमान और कल्पना एवं भाषा की बात - पानी की कहानी

,

Exam

,

Viva Questions

,

Previous Year Questions with Solutions

,

practice quizzes

;