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काल - व्याकरण, हिंदी, कक्षा - 8 | कक्षा - 8 हिन्दी (Class 8 Hindi) by VP Classes PDF Download

काल—क्रिया के जिस रूप से उसके होने या करने के समय का पता चलता है, उसे काल कहते हैं।

काल के भेद : काल के मुख्य रूप से तीन भेद हैं—भूत काल, वर्तमान काल और भविष्यत काल


१- भूत काल

क्रिया के जिस रूप से उसके बीते समय में होने का पता चलता है, उसे भूत काल कहते हैं; जैसे—

कल वैभव ने पाठ याद किया।   मैं 1993 में दिल्ली आया।
भारत को 15 अगस्त, 1947 को स्वतंत्रता मिली।   गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरितमानस की रचना की।


भूत काल के भेद :
 सामान्यतया भूत काल के निम्नलिखित छद्द भेद होते हैं :

    १-    सामान्य भूत काल—इससे क्रिया के भूत काल में होने का पता तो चलता है पर यह ज्ञात नहीं हो पाता कि क्रिया को पूरा हुए कितना समय बीत चुका है; जैसे—

पानी की बूँद ओस बनकर उड़ गई।  आँधी ने पेड़ों को धराशायी कर दिया
 मज़दूरों ने फसलें काट दीं।    प्रकाश ने पढ़ाई कर ली

 
  
    २-    आसन्न भूत काल—क्रिया शब्द के जिस रूप से उसके भूत काल में शुरू होने तथा अभी-अभी समाप्त होने का पता चलता है, उसे आसन्न भूत काल कहते हैं। 'आसन्न'  का अर्थ है 'निकट अर्थात क्रिया अभी जल्दी में ही समाप्त हुई है; जैसे—

मज़दूर अभी-अभी आया है। मयंक ने पहला पाठ अभी समाप्त किया है।
 प्रिया तुरंत घर से निकल गईं।  बच्चों का खेल समाप्त हो गया।

       
    
    ३-    पूर्ण भूत काल—क्रिया शब्द के जिस रूप से यह ज्ञात होता है कि काम समाप्त हुए कुछ समय बीत चुका है; उसे पूर्ण भूत काल कहते हैं; जैसे—

फसलें पक चुकी थीं।  पक्षी अपने घोसले से उड़ चुके थे।
मज़दूर ने काम समाप्त कर लिया था।माँ जी ने पूजा कर ली थी।

 
        
    ४-    अपूर्ण भूत काल—क्रिया शब्द के जिस रूप से यह ज्ञात होता है कि काम भूत काल में शुरू हो चुका था, पर उसकी पूर्णता प्रकट नहीं होती, उसे अपूर्ण भूत काल कहते हैं; जैसे—

अध्यापक छात्रों को पढ़ा रहे थे।  रमेश खाना खा रहा था।
 सुमन चाय बना रही थी।  लता जी गा रही थीं।

     
  
    ५-    संदिग्ध भूत काल—क्रिया शब्द के जिस रूप से उसके भूत काल में करने या होने में संदेह प्रकट होता है, उसे संदिग्ध भूत काल कहते हैं; जैसे—

कवि ने कविता-पाठ किया होगा।उसे मेरा निमंत्रण-पत्र मिल गया होगा।
छात्र विद्यालय पहुँच चुका होगा।  वह सो चुकी होगी।


  
    ६-    हेतु-हेतुमद् भूत काल—क्रिया शब्द के जिस रूप से यह जाना जा सके कि कार्य भूत काल में हो सकता था, पर अन्य कार्य के कारण न हो सका, उसे हेतु-हेतुमद् भूत काल कहते हैं; जैसे—

यदि वर्षा होती तो फसल अच्छी पैदा होती।यदि सूरज चमकता तो बर्फ़ पिघल जाती
यदि वह चोरी न करता तो जेल न जाता।  यदि वह पढ़ता तो पास हो जाता

 


२- वर्तमान काल

क्रिया के जिस रूप से उसके इसी या चालू समय में होने का बोध होता है, उसे वर्तमान काल कहते हैं; जैसे—

सपना फ़िल्म देख रही है।    उमा स्वेटर बुनती है
पक्षी आकाश में उड़ रहा हैदिनेश खेल रहा है।

 

वर्तमान काल के भेद :
 वर्तमान काल के तीन भेद होते हैं—

    १-    सामान्य वर्तमान काल—क्रिया शब्द के जिस रूप से उसका वर्तमान काल में होने या न होने का पता चलता है, उसे सामान्य वर्तमान काल कहते हैं; जैसे—

प्रदीप विद्यालय जाता है।  रश्मि नृत्य सीखती है।
 शकुंतला झूठ नहीं बोलती।   मैं दही नहीं खाता।


  
    २-    अपूर्ण वर्तमान काल—क्रिया के जिस रूप से उसके वर्तमान में होते रहने का बोध होता है, उसे अपूर्ण वर्तमान काल कहते हैं; जैसे—

बाहर तेज़ वर्षा हो रही है।  लड़कियाँ रस्सी कूद रही हैं
भौंरे फूलों पर गुंजार कर रहे हैं।  मतदान हो रहा है


    
    ३-    संदिग्ध वर्तमान काल—क्रिया के जिस रूप से उसके वर्तमान में होने या न होने का निश्चय न हो तथा संदेह की स्थिति हो, उसे संदिग्ध वर्तमान काल कहते हैं; जैसे—

मनीषा अपना गृहकार्य करती होगी।मुसाफ़िर स्टेशन पर पहुँचते होंगे
 वह जीव-जंतुओं पर दया करता होगा।  सबीना परीक्षा देती होगी।

 


३- भविष्यत काल

क्रिया के जिस रूप से उसके आनेवाले समय में होने का पता चलता है, उसे भविष्य काल कहते हैं; जैसे—

 इस साल अच्छी वर्षा होगी।  इस वर्ष हम शिमला नहीं जाएँगे।
पक्षी घोसले से उड़ जाएँगे। मज़दूर यह काम जल्दी पूरा कर लेंगे।

 

भविष्यत काल के भेद :
 भविष्यत काल के दो भेद होते हैं - 

    

१-    सामान्य भविष्यत काल—क्रिया शब्द के जिस रूप से यह ज्ञात हो कि क्रिया भविष्य में होगी, उसे सामान्य भविष्यत काल कहते हैं; जैसे—

उपवन में पक्षी चहचहाएँगे। श्रीनगर में बर्फ़ गिरेगी।
 बर्फ़ पिघलकर पानी बन जाएगी।  मेहमान कल आएँगे।

    

२-    संभाव्य भविष्यत काल—क्रिया शब्द के जिस रूप से उसके भविष्यत काल में होने में संदेह हो या संभावना हो, उसे संभाव्य भविष्यत काल कहते हैं; जैसे—

 मरीज़ एक सप्ताह में शायद ठीक हो जाएगा।   यदि परिश्रम करते रहे तो पास हो जाओगे।
 यदि वर्षा होगी तो फसलें अच्छी होंगी।    संभव है कि मेले में हम दोनों की मुलाकात हो जाए। 
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