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दिल्ली सल्तनत के प्रशासन एवं समाज तथा प्रमुख धार्मिक आंदोलन Video Lecture | इतिहास (History) for UPSC CSE in Hindi

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FAQs on दिल्ली सल्तनत के प्रशासन एवं समाज तथा प्रमुख धार्मिक आंदोलन Video Lecture - इतिहास (History) for UPSC CSE in Hindi

1. दिल्ली सल्तनत क्या है और इसका प्रशासन कैसा था?
उत्तर: दिल्ली सल्तनत, 13वीं से 16वीं सदी तक भारतीय उपमहाद्वीप पर मुस्लिम सल्तानत का एक शासकीय राज्य था। इसका प्रशासन तंत्र एक सल्तान द्वारा चलाया जाता था, जिसे सल्तान या सुल्तान कहा जाता था। उनके पास व्यापार, कानून और न्याय की शक्ति होती थी। सल्तान के पास अपनी सेना भी होती थी और वह अपने प्रदेश में अपनी अधिकारिक भाषा के रूप में अरबी का प्रयोग करते थे।
2. दिल्ली सल्तनत के प्रमुख धार्मिक आंदोलन कौन-कौन से थे?
उत्तर: दिल्ली सल्तनत के कुछ प्रमुख धार्मिक आंदोलन निम्नलिखित थे: - सूफी आंदोलन: इसमें सूफी संतों ने इस्लाम के विभिन्न पहलुओं को संदर्भित करके भक्ति और सम्प्रदायिक समझ को प्रचारित किया। - भक्ति आंदोलन: हिंदू और मुस्लिम संतों ने इस्लाम और हिंदू धर्म के बीच सामंजस्य बढ़ाने के लिए अपने उपदेश प्रचारित किए। - भाषा आंदोलन: धार्मिक तथा सांस्कृतिक कारणों से हिंदी भाषा का प्रचार और प्रोत्साहन किया गया।
3. दिल्ली सल्तनत के प्रशासन में कौन-कौन से कानून और न्यायिक व्यवस्था थी?
उत्तर: दिल्ली सल्तनत के प्रशासन में निम्नलिखित कानून और न्यायिक व्यवस्था थी: - क़ानून-ए-आदिली: यह कानून सल्तान के आदेशों, निर्देशों और नियमों को प्रभावी बनाने के लिए बनाया गया था। - क़ाज़ी का अदालती व्यवस्था: एक क़ाज़ी, अर्थात् न्यायिक अधिकारी, न्यायिक कार्यों के निर्णय और विवादों के निपटारे के लिए नियुक्त किया जाता था। - मुआवज़ा और क़िस्ती आदालत: ये अदालतें विवादों, न्यायिक मामलों और संपत्ति के मामलों का निर्णय और व्यवस्था करती थीं।
4. दिल्ली सल्तनत के समाज में कौन-कौन से वर्ग थे?
उत्तर: दिल्ली सल्तनत के समाज में निम्नलिखित वर्ग थे: - सल्तान और उनके अधिकारी: यह वर्ग सल्तान और उनके प्रशासनिक अधिकारियों को सम्मिलित करता था। - भूमिहीन चतुर्थ वर्ग: यह वर्ग कृषि के लिए जमीन की अनुपस्थिति के कारण बिस्तरीय समुदायों में शामिल होता था। - व्यापारी और व्यापारिक वर्ग: यह वर्ग व्यापार और व्यापारिक गतिविधियों में शामिल होता था। - ब्राह्मणों और पंडितों का वर्ग: यह वर्ग धार्मिक और शिक्षात्मक कार्यों में शामिल होता था।
5. दिल्ली सल्तनत के प्रशासन में क्या धार्मिक सामंजस्य था?
उत्तर: दिल्ली सल्तनत के प्रशासन में धार्मिक सामंजस्य की अभावना थी। इस कारण, अधिकांश समयों में हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच त
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