अपठित गद्यांश
Q.1. नीचे दो गद्यांश दिए गए हैं। किसी एक गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए: 5 × 1 = 5
गद्यांश- 1 यदि आप इस गद्यांश का चयन करते हैं तो कृपया उत्तर-पुस्तिका में लिखें कि आप प्रश्न संख्या 1 में दिए गए गद्यांश- 1 पर आधारित प्रश्नों के उत्तर लिख रहे हैं।
गद्यांश-1
उन्नीसवीं शताब्दी से पहले, मानव और पशु दोनों की आबादी भोजन की उपलब्धता तथा प्राकृतिक विपदाओं आदि के कारण सीमित रहती थी। कालांतर में जब औद्योगिक क्रांति के कारण मानव सभ्यता की समृद्धि में भारी वृद्धि हुई, तब उसके परिणामस्वरूप र्कइ पश्चिमी देश ऐसी बाधाओं से लगभग अनिवार्य रूप से मुक्त हो गए। इससे वैज्ञानिकों ने अंदाजा लगाया कि अब मानव जनसंख्या विस्फोटक रूप से बढ़ सकती है, परन्तु इन देशों में परिवारों का औसत आकार घटने लगा था और जल्दी ही समृद्धि और प्रजनन के बीच एक उलटा संबंध प्रकाश में आ गया था।
जीवविज्ञानियों ने मानव समाज की तुलना जानवरों की दुनिया से कर इस सम्बन्ध को समझाने की कोशिश की और कहा कि ऐसे जानवर जिनके अधिक बच्चे होते हैं, वे अधिकतर प्रतिवकुल वातावरण में रहते हैं और ये वातावरण प्रायः उनके लिए प्राकृतिक खतरों से भरे रहते हैं। चूंकि इनकी संतानों के जीवित रहने की संभावना कम होती है, इसलिए कई संतानें पैदा करने से यह संभावना बढ़ जाती है कि उनमें से कम से कम एक या दो जीवित रहेंगी। इसके विपरीत, जिन जानवरों के बच्चे कम होते हैं, वे स्थिर और अनुकूल वातावरण में रहते हैं। ठीक इसी प्रकार यदि समृद्ध वातावरण में रहने वाले लोग केवल कुछ ही बच्चे पैदा करते हैं, तो उनके ये कम बच्चे उन बच्चों को पछाड़ देंगे जिनके परिवार इतने समृद्ध नहीं थे तथा इनकी आपस की प्रतिस्पर्धा भी कम होगी।
इस सिद्धांत के आलोचकों का तर्क है कि पशु और मानव व्यवहार की तुलना नहीं की जा सकती है। वे इसके बजाए यह तर्क देते हैं कि सामाजिक दृष्टिकोण में परिवर्तन इस घटना को समझाने के लिए पर्याप्त हैं। श्रम-आश्रित परिवारों में बच्चों की बड़ी संख्या एक वरदान के समान होती है। वे जल्दी काम कर परिवार की आय बढ़ाते हैं। जैसे-जैसे समाज समृद्ध होता जाता है, वैसे-वैसे बच्चे जीवन के लगभग पहले 25-30 सालों तक शिक्षा ग्रहण करते हैं। जीवन के प्रारंभिक वर्षों में उर्वरता अधिक होती है तथा देर से विवाह के कारण संतानों की संख्या कम हो जाने की संभावना बनती रहती है।
निम्नलिखित में से निर्देशानुसार विकल्पों का चयन कीजिए-
(i) निम्नलिखित में से कौन-सा ऊपर लिखित पाठ्यांश का प्राथमिक उद्देश्य है? 1 अंक
(क) मानव परिवारों के आकार के संबंध में दिए उस स्पष्टीकरण की आलोचना जो पूरी तरह से जानवरों की दुनिया से ली गई टिप्पणियों पर आधारित है
(ख) औद्योगिक क्रांति के बाद अपेक्षित जनसंख्या विस्फोट न होने के कारणों की विवेचना
(ग) औद्योगिक क्रांति से पहले और बाद में पर्यावरणीय प्रतिबंधों और सामाजिक दृष्टिकोणों से परिवार का आकार कैसे प्रभावित हुआ, का अन्तर्सम्बन्ध दर्शाना
(घ) परिवार का आकार बढ़ी हुई समृद्धि के साथ घटता है इस तथ्य को समझने के लिए दो वैकल्पिक सिद्धांत प्रस्तुत करना
उतर: (घ)
(ii) पाठ्यांश के अनुसार, निम्नलिखित में से कौन-सा जनसंख्या विस्फोट के विषय में सत्य है? 1 अंक
(क) पश्चिमी देशों में यह इसलिए नहीं हुआ क्योंकि औद्योगीकरण से प्राप्त समृद्धि ने परिवारों को बच्चों की शिक्षा की विस्तारित अवधि को वहन करने का सामर्थ्य प्रदान किया था
(ख) यह घटना विश्व के उन क्षेत्रों तक सीमित है, जहाँ औद्योगिक क्रांति नहीं हुई है
(ग) श्रम आधारित अर्थव्यवस्था में केवल उद्योग के आधार पर ही परिवार का आकार निर्भर रहता है
(घ) इसकी भविष्यवाणी पश्चिमी देशों में औद्योगिक क्रांति के समय जीवित कुछ लोगों द्वारा की गई थी
उतर: (घ)
(iii) अंतिम अनुच्छेद निम्नलिखित में से कौन-सा कार्य करता है? 1 अंक
(क) यह पहले अनुच्छेद में वर्णित घटना के लिए एक वैकल्पिक स्पष्टीकरण प्रस्तुत करता है
(ख) यह दूसरे अनुच्छेद में प्रस्तुत स्पष्टीकरण की आलोचना करता है
(ग) यह वर्णन करता है कि समाज के समृद्ध होने के साथ सामाजिक दृष्टिकोण कैसे बदलते हैं
(घ) यह दूसरे अनुच्छेद में प्रस्तुत घटना की व्याख्या करता है
उतर: (क)
(iv) पाठ्यांश में निम्नलिखित में से किसका उल्लेख औद्योगिक देशों में औसत परिवार का आकार हाल ही में गिरने के एक संभावित कारण के रूप में नहीं किया गया है? 1 अंक
(क) शिक्षा की विस्तारित अवधि
(ख) पहले की अपेक्षा देरी से विवाह करना
(ग) बदला हुआ सामाजिक दृष्टिकोण
(घ) औद्योगिक अर्थव्यवस्थाओं में मजदूरों की बढ़ती माँग
उतर: (घ)
(v) पाठ्यांश में दी गई कौन-सी जानकारी बताती है कि निम्नलिखित में से किस जानवर के कई बच्चे होने की संभावना है? 1 अंक
(क) एक विशाल शाकाहारी जो घास के मैदानों में रहता है और अपनी संतानों की भरसक सुरक्षा करता है
(ख) एक सर्वभक्षी जिसकी आबादी कई छोटे द्वीपों तक सीमित है और जिसे मानव अतिक्रमण से खतरा है
(ग) एक मांसाहारी जिसका कोई प्राड्डतिक शिकारी नहीं है, लेकिन उसे भोजन की आपूर्ति बनाए रखने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है
(घ) एक ऐसा जीव जो मैदानों और झीलों में कई प्राणियों का शिकार बनता है
उतर: (घ)
अथवा
यदि आप इस गद्यांश का चयन करते हैं तो उत्तर-पुस्तिका में लिखें कि आप प्रश्न संख्या 1 में दिए गए गद्यांश- 2 पर आधारित प्रश्नों के उत्तर लिख रहे हैं।
महिला सशक्तिकरण किसी आदर्शवाद का नाम नहीं, वरन यह महिलाओं के स्वावलंबन की अनवरत प्रक्रिया है। सशक्त महिला का अर्थ ऐसी महिलाओं से है, जिनकी निर्णय क्षमता और नेतृत्व को मान्यता दी जा स। हमारे देश में ऐसी महिलाओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है जिन्होंने अपने अनुभवों तथा रचनात्मक विचारों से समाज की स्वस्थ मानसिकता के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इक्कीसवीं सदी में भारतीय नारी नए उत्साह के साथ जीवन क्षेत्र में कार्यरत है। लेकिन अभी भी बहुत कुछ करना शेष है। स्त्री-पुरुष विषमता, बालिका-शिशु भ्रूण हत्या, घरेलू हिंसा जैसी कई समस्याएं महिलाओं की प्रगति में बाधक हैं। महिला सशक्तिकरण एक जीवन दर्शन है जिस के लिए सम्पूर्ण राष्ट्र को प्रयास करना चाहिए। इसके लिए हमें स्त्री-शिक्षा और सुरक्षा पर विशेष ध्यान देना होगा। यद्यपि आज राजनीति में महिलाओं को स्थान मिला है किन्तु इसे विस्तार देने की आवश्यकता है। आर्थिक स्वावलंबन वेळ द्वारा महिलाएँ स्वविवेक पर आधारित निर्णय लेने में सक्षम हो सकती हैं। महिलाओं के आत्मनिर्भर होने वेळ साथ ही उनकी नेतृत्व-क्षमता को भी स्वीकृति मिली है। निर्णय और नीतियों के निर्माण में उनकी भूमिका वेळ बढ़ने से महिला-हितों की रक्षा अवश्य हुई है किंतु अभी यात्रा बहुत लंबी है।
निम्नलिखित में से निर्देशानुसार विकल्पों का चयन कीजिए
(i) महिला सशक्तिकरण क्या है ?
(क) आदर्शवाद
(ख) स्त्री-शिक्षा की परम्परा
(ग) महिलाओं वेळ स्वावलंबन की प
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (ग)
(ii) महिलाओं की प्रगति में बाधक हैं?
(क) बालिका-शिशु भ्रूण हत्या
(ख) स्त्री पुरुष में होने वाला भेदभाव
(ग) घरेलू हिंसा
(घ) उपरोक्त सभी कारण
उत्तर: (घ)
(iii) महिलाएं स्वविवेक पर आधारित निर्णय लेने में कब सक्षम हो सकती हैं ?
(क) जब वे अशिक्षित हों
(ख) जब वे आर्थिक रूप से स्वावलंबी हों
(ग) जब वे तेज-तर्रार हों
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (ख)
(iv) ‘महिला सशक्तिकरण’ के लिए हमें विशेष रूप से किस बात पर ध्यान देना होगा ?
(क) स्त्री शिक्षा और उनकी सुरक्षा पर
(ख) स्त्रियों को बलशाली बनाने पर
(ग) स्त्रियों को राजनीति में आरक्षण देने पर
(घ) स्त्री-पुरुष समानता पर
उत्तर: (क)
(v) गद्यांश का उचित शीर्षक होगा?
(क) लड़का-लड़की एक समान
(ख) स्त्री शिक्षा
(ग) महिला सशक्तिकरण
(घ) इक्कीसवीं सदी में नारी
उत्तर: (ग)
अपठित पद्यांश
Q.2 नीचे दो पद्यांश दिए गए हैं। किसी एक पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए: पद्यांश- 1 यदि आप इस पद्यांश का चयन करते हैं तो ड्डपया उत्तर-पुस्तिका में लिखें कि आप प्रश्न संख्या 2 में दिए गए पद्यांश- 1 पर आधारित प्रश्नों के उत्तर लिख रहे हैं।
पद्यांश-1
निज रक्षा का अधिकार रहे जन-जन को, सबकी सुविधा का भार किन्तु शासन को। मैं आर्यों का आदर्श बताने आया, जन सम्मान धन को तुच्छ बताने आया। सुख-शांति मैं क्रांति मचाने आया, विश्वासी का विश्वास बचाने आया। मैं आया उन हेतु कि जो शापित हैं, जो विवश, विकल, बलहीन, दीन, शापित हैं। हो जाएँ अभय वे जिन्हें कि भय भासित हैं, जो कौणप-वुल से मूक-सदृश शासित हैं। मैं आया जिसमें बनी रहे मर्यादा, बच जाए प्रलय से मिटे न जीवन सादा। सुख देने आया, दुःख झेलने आया, मैं मनुष्यत्व का नाट्य खेलने आया। मैं यहाँ एक अवलंब छोड़ने आया, गढ़ने आया हूँ नहीं तोड़ने आया। मैं यहाँ जोड़ने नहीं बाँटने आया, जग उपवन झंखाड़ छाँटने आया। मैं राज्य भोगने नहीं जगाने आया, हंसों को मुक्ता-मोती चुराने आया। भव में नव वैभव व्याप्त कराने आया, नर को ईश्वरता प्राप्त कराने आया संदेश यहाँ में नहीं स्वर्ग का लाया, इस भूतल को ही स्वर्ग बनाने आया। अथवा आकर्षण पुण्य भूमि का ऐसा, अवतरित हुआ मैं आप उच्च फल जैसा।।
निम्नलिखित में से निर्देशानुसार विकल्पों का चयन कीजिए
(i) देशवासियों की सुख-सुविधा का भार किस पर होना माना गया है?
(क) सेना पर
(ख) जनता पर
(ग) शासन पर
(घ) ईश्वर पर
उत्तर: (ग)
(ii) कवि किसकी रक्षा हेतु आने की बात कह रहा है ?
(क) विवश लोगों की
(ख) बलहीन की
(ग) दीन और शापित की
(घ) इन सब की
उत्तर: (घ)
(iii) कविता में धरती को क्या बनाने की बात कही गई है ?
(क) पाताल
(ख) स्वर्ग
(ग) ब्रूम लोग
(घ) नरक
उत्तर: (ख)
(iv) ‘जग उपवन वेळ झंखाड़ छाँटने आया’ पंक्ति में कवि ‘झंखाड़’ वेळ माध्यम से क्या नष्ट करने को कहता है ?
(क) घास फूस
(ख) बिजली के तार
(ग) सब के कष्ट, पीड़ा और बाधाएँ
(घ) ये सब
उत्तर: (ग)
(v) ‘हंसों को मुक्ता-मोती चुगाने आया’ पंक्ति में किस अलंकार का प्रयोग किया गया है ?
(क) उपमा
(ख) रूपक
(ग) श्लेष
(घ) यमक
उत्तर: (ख)
अथवा
पद्यांश-2
यदि आप इस पद्यांश का चयन करते हैं तो उत्तर-पुस्तिका में लिखें कि आप प्रश्न संख्या 2 में दिए गए पद्यांश- 2 पर आधारित प्रश्नों के उत्तर लिख रहे हैं।
तेजस्वी सम्मान खोजते नहीं गोत्र बदल के,
पाते हैं जग में प्रशस्ति अपना कर्तव्य दिखला वेळ।
हीन मूल की ओर देख जग गलत कहे या ठीक,
वीर खींचकर ही रहते हैं इतिहासों में लीक।
जिस के पिता सूर्य थे, माता सती कुमारी,
उसका पालन हुआ धार पर बहती हुई पिटारी।
सूत वंश में पला चखा भी नहीं जननी का क्षीर,
निकला कर्ण सभी युवाओं में तब भी वीर।
तन से समर-शूर, मन से भावुक, स्वभाव से दानी,
जाति-गोत्र का नहीं, शील का, पौरुष का अभिमानी।
सान-ध्यान शस्त्रास्त्र का कर सम्यक अभ्यास,
अपने गुण का किया कर्ण ने आप स्वयं विकास
निम्नलिखित में से निर्देशानुसार विकल्पों का चयन कीजिए
(i) संसार में तेजस्वी कौन कहलाते हैं ?
(क) जो वंश के आधार पर यश अर्जित करते हैं
(ख) जो गोत्र के आधार यश अर्जित करते हैं
(ग) जो अपने गुणों और कार्यों के द्वारा यश अर्जित करते हैं
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तरः (ग)
(ii) कर्ण के माता-पिता कौन थे ?
(क) कुंती तथा सूर्य
(ख) राधा तथा अधिरथ
(ग) कौशल्या तथा दशरथ
(घ) गांधारी तथा धृतराष्टं
उत्तरः (क)
(iii) जन्म लेने पर कर्ण का पालन क्या बना था ?
(क) फूलों की डालियाँ
(ख) जलधारा पर बहती हुई बंद पेटी
(ग) लकड़ी का पालना
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तरः (ख)
(iv) कर्ण किन गुणों से युक्त महारथी थे ?
(क) वीरता और भावुकता
(ख) शीलता और पौरुष
(ग) दानवीरता
(घ) इन सभी गुणों से युक्त थे
उत्तरः (घ)
(v) कर्ण में इन गुणों का विकास किसने किया ?
(क) उनकी माता कुंती ने
(ख) उनकी माता राधा ने
(ग) स्वयं कर्ण ने
(घ) सूर्य ने
उत्तरः (ग)
व्यावहारिक व्याकरण
Q.3 निम्नलिखित पाँच भागों में से किन्हीं चार भागों के उत्तर दीजिए
(i) दिनेश ने खाना खाया और चला गया। सरल वाक्य में बदलिए
(क) ज्यों ही दिनेश ने खाना खाया वह चला गया
(ख) दिनेश खाना खाकर चला गया
(ग) दिनेश खाकर चला गया
(घ) जैसे ही दिनेश ने खाना खाया वह चला गया
उत्तरः (ख)
(ii) उस आते ही तुम छिप जाना। मिश्र वाक्य में बदलिए
(क) यदि वह आए, तुम छिप जाना
(ख) उसके आने पर तुम छिप जाना
(ग) वह आए और तुम छिप जाना
(घ) जैसे ही वह आए, तुम छिप जाना
उत्तरः (घ)
(iii) जब उसने मुझे देखा तो खिसक गया।संयुक्त वाक्य में बदलिए
(क) ज्यों ही उसने मुझे देखा वह खिसक गया।
(ख) उसने मुझे देखा और खिसक गया
(ग) मुझे देखते ही वह खिसक गया
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तरः (ख)
(iv) मैं वहाँ जा रहा हूँ जहाँ से तुम आए हो। रेखांकित उपवाक्य का भेद लिखिए
(क) संज्ञा उपवाक्य
(ख) विशेषण उपवाक्य
(ग) आश्रित उपवाक्य
(घ) क्रिया या विशेषण उपवाक्य
उत्तरः (घ)
(v) निम्नलिखित वाक्यों में से ‘संयुक्त वाक्य’ का सही विकल्प चुनिए
(क) यदि आप नहीं मानते तो मत मानिए
(ख) सवेरा होते ही पक्षी चहचहाने लगे
(ग) मैं बाजार जाऊँगा और फल लाऊँगा
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तरः (ग)
Q.4 निम्नलिखित पाँच भागों में से किन्हीं चार भागों के उत्तर दीजिए-
(i) बैठक में साफ़-साफ़ समझा दिया गया। (वाच्य पहचानिए)
(क) कर्तृवाच्य
(ख) भाववाच्य
(ग) कर्मवाच्य
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तरः (ख)
(ii) अध्यापक द्वारा विद्यार्थियों को पढ़ाया गया। (कर्तृवाच्य में बदलिए)
(क) अध्यापक ने विद्यार्थियों को पढ़ाया
(ख) अध्यापक विद्यार्थियों को पढ़ाते हैं
(ग) अध्यापक द्वारा विद्यार्थियों को पढ़ाया जाएगा
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तरः (क)
(iii) मैं अब और नहीं सह सकता। (भाववाच्य में बदलिए)
(क) मुझ से अब और नहीं सहा जाएगा
(ख) मैं अब और नहीं सह पाऊँगा
(ग) मुझ से अब और नहीं सहा जाता
(घ) मुझसे अब सहा नहीं जाता
उत्तरः (ग)
(iv) किस वाच्य में कर्ता और कर्म दोनों की प्रधानता होती है ?
(क) कर्तृवाच्य
(ख) भाववाच्य
(ग) कर्मवाच्य
(घ) इनमें से किसी में नहीं
उत्तरः (घ)
(v) निम्नलिखित में से कौन सा भाववाच्य वाला वाक्य नहीं है ?
(क) उनसे पढ़ा जाता है
(ख) नानी द्वारा कहानी सुनाई जाती है
(ग) हिरन द्वारा भागा नहीं जाता
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तरः (ख)
Q.5. निम्नलिखित पाँच भागों में से किन्हीं चार भागों के उत्तर दीजिए- 4 अंक
(i) ‘सूरदास ने सूरसागर की रचना की।’-रेखांकित पद का परिचय है- 1 अंक
(क) जातिवाचक संज्ञा, एकवचन, पुल्लिंग, कर्ता कारक
(ख) व्यक्तिवाचक संज्ञा, एकवचन, पुल्लिंग, संबंध कारक
(ग) व्यक्तिवाचक संज्ञा, एकवचन, पुल्लिंग, कर्ता कारक
(घ) जातिवाचक संज्ञा, एकवचन, पुल्लिंग, कर्ता कारक
उत्तरः (ग)
(ii) ‘वह नित्य घूमने जाता है।’-रेखांकित पद का परिचय है- 1 अंक
(क) गुणवाचक विशेषण, एकवचन, पुल्लिंग, ‘घूमने जाता है’ क्रिया की विशेषता
(ख) रीतिवाचक क्रिया विशेषण, एकवचन, पुल्लिंग, ‘घूमने जाता है’ क्रिया की विशेषता
(ग) अव्यय, स्थानवाचक क्रिया विशेषण, ‘घूमने जाता है’ क्रिया की विशेषता
(घ) अव्यय, कालवाचक क्रिया विशेषण, ‘घूमने जाता है’ क्रिया की विशेषता
उत्तरः (घ)
(iii) ‘तालाब में कमल खिलते हैं।’-रेखांकित पद का परिचय है- 1 अंक
(क) सकर्मक क्रिया, बहुवचन, पुल्लिंग, वर्तमान काल, कर्तृ वाच्य
(ख) अकर्मक क्रिया, बहुवचन, पुल्लिंग, वर्तमान काल, कर्तृ वाच्य
(ग) सकर्मक क्रिया, एकवचन, पुल्लिंग, वर्तमान काल, कर्तृ वाच्य
(घ) अकर्मक क्रिया, एकवचन, स्त्रीलिंग, वर्तमान काल, कर्तृ वाच्य
उत्तरः (ख)
(iv) ‘रंग-बिरंगे फूल देखकर मन प्रसन्न हो गया।’-रेखांकित पद का परिचय है- 1 अंक
(क) संख्यावाचक विशेषण, एकवचन, पुल्लिंग, ‘फूल विशेष्य का विशेष
(ख) गुणवाचक विशेषण, बहुवचन, पुल्लिंग, ‘फूल विशेष्य का विशेष
(ग) गुणवाचक विशेषण, एकवचन, पुल्लिंग, ‘फूल विशेष्य का विशेष
(घ) गुणवाचक विशेषण, एकवचन, स्त्रीलिंग, ‘फूल विशेष्य का विशेष
उत्तरः (ख)
(v) ‘प्रधानाचार्य ने आपको बुलाया है।’-रेखांकित पद का परिचय है- 1 अंक
(क) मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम, स्त्रीलिंग, बहुवचन, कर्ता कारक
(ख) निजवाचक सर्वनाम, पुल्लिंग, एकवचन, कर्ता कारक
(ग) मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम, स्त्रीलिंग/पुल्लिंग, एकवचन, कर्म कारक
(घ) उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम, स्त्रीलिंग/पुल्लिंग, एकवचन, कर्म कारक
उत्तरः (ग)
Q.6 निम्नलिखित पाँच भागों में से किन्हीं चार भागों के उत्तर दीजिए
(i) संचारी भावों की संख्या कितनी है ?
(क) दस
(ख) ग्यारह
(ग) तैंतीस
(घ) नौ
उत्तर: (ग)
(ii) ‘उत्साह’ किस रस का स्थाई भाव है ?
(क) रौद्र
(ख) वीर
(ग) वात्सल्य
(घ) हास्य
उत्तर: (ख)
(iii) रस पहचानिए मैया मोरी मैं नहीं माखन खायो।
ख्याल परे ये सखा मिली मोहि मेरो मुख लपटायो।।
(क) हास्य
(ख) वीभत्स
(ग) करुण
(घ) वात्सल्य
उत्तर: (घ)
(iv) जिसके मन में भाव जाग्रत होते हैं उसे कहते हैं
(क) आलंबन
(ख) आश्रय
(ग) उद्दीपन
(घ) अनुभाव
उत्तर: (ख)
(v) ‘विस्मय’ स्थायी भाव से कौन सा रस व्यक्त / जाग्रत होता है ?
(क) करुण
(ख) हास्य
(ग) रौद्र
(घ) अद्धुत
उत्तर: (घ)
पाठ्यपुस्तक
Q.7 निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्पों का चयन कीजिए
फ़ादर को याद करना एक उदास शांत संगीत को सुनने जैसा है। उनको देखना करुणा के निर्मल जल में स्नान करने जैसा था और उनसे बातें करना कर्म के संकल्प से भरना था। मुझे ‘परिमल’ वेळ वे दिन याद आते हैं जब हम सब एक पारिवारिक रिश्ते में बँधे जैसे थे जिसवेळ बड़े फ़ादर बुल्वेळ थे। हमारे हँसी-मज़्ााक में वह निर्लिप्त शामिल रहते, हमारी गोष्ठियों में वह गंभीर बहस करते, हमारी रचनाओं पर बेबाक राय और सुझाव देते और हमारे घरों के किसी भी उत्सव और संस्कार में वह बड़े भाई और पुरोहित जैसे खड़े हो हमें अपनी आशीषों से भर देते। मुझे अपना बच्चा और ळादर का उसवेळ मुख में पहली बार अन्न डालना याद आता है और नीली आँखों की चमक में तैरता वात्सल्य भी - जैसे किसी ऊंचाई पर देवदार की छाया में खडे़ हों।
(i) लेखक के लिए फ़ादर को याद करना वैसा है ?
(क) किसी धार्मिक प्रार्थना को सुनने जैसा
(ख) उदास शांत संगीत को सुनने जैसा
(ग) ईश्वर को याद करने जैसा
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तरः (ख)
(ii) ‘परिमल’ क्या थी ?
(क) एक कार्यशाला
(ख) एक सामाजिक संस्था
(ग) एक साहित्यिक संस्था समूह
(घ) क और ग दोनों
उत्तरः (ग)
(iii) साहित्यकारों की रचनाओं के प्रति फ़ादर की क्या प्रतिव्रिळया होती थी ?
(क) वे उन पर बेबाक राय और सुझाव देते थे
(ख) वे उनकी प्रशंसा करते थे
(ग) वे उनमें कमियाँ निकालते थे
(घ) वे कोई प्रतिक्रिया नहीं देते थे
उत्तरः (क)
(iv) लेखक को क्या याद आता है ?
(क) फ़ादर के साथ गोष्ठियों में हुई बहसें
(ख) फ़ादर की मृत्यु का समय
(ग) फ़ादर से पहली बार मिलना
(घ) अपना बच्चा और फ़ादर का उसके मुख में पहली बार अन्न डालना
उत्तरः (घ)
(v) उपर्युक्त गद्यांश के लेखक कौन हैं ?
(क) स्वयं प्रकाश
(ख) सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
(ग) यशपाल
(घ) यतींद्र मिश्र
उत्तरः (ख)
Q.8 निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर लिखिए-
(i) ‘बालगोबिन भगत’ के जीवन से हमें क्या प्रेरणा मिलती है ?
(क) आडंबर से दूर रहकर ईश्वर भक्ति करने की
(ख) सादगीपूर्ण जीवन व्यतीत करने की
(ग) सामाजिक रूढ़ियों का विरोध करने की
(घ) उपरोक्त/इन सभी बातों की
उत्तरः (घ)
(ii) ‘नम आँखों को गिनना स्याही फैलाने जैसा है’ ऐसा लेखक ने कब और क्यों कहा है ?
(क) ‘परिमल’ में प़ळादर के मित्रों की संख्या देखकर
(ख) फ़ादर की मृत्यु के अवसर पर उपस्थित शोकाकुल जनसमुदाय को देखकर
(ग) लेखक को फ़ादर की याद आने पर
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तरः (ख)
Q.9. निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्पों का चयन कीजिए- 5 × 1 = 5
हमारैं हरि हारिल की लकरी।
मन क्रम बचन नंद-नंदन उर, यह दृढ़ करि पकरी।
जागत सोवत स्वप्न दिवस-निसि, कान्ह-कान्ह जक री।
सुनत जोग लागत है ऐसौ, ज्यौं करुई ककरी।
सु तौ ब्याधि हमकौ लै आए, देखी सुनी न करी।
यह तौ ‘सूर’ तिनहिं लै सौंपौ, जिनकी मन चकरी।।
(i) गोपियों ने अपनी तुलना हारिल की पक्षी से क्यों की है? 1 अंक
(क) हारिल पक्षी सदैव लकड़ी लिए उड़ता है
(ख) गोपियों को हारिल पक्षी पसंद है
(ग) श्रीकृष्ण के प्रति अपने एकनिष्ठ प्रेम के कारण
(घ) श्रीकृष्ण के प्रति अपनी नाराजगी के कारण
उत्तरः (ग)
(ii) ‘नंद-नंदन’ विशेषण किसके लिए प्रयुक्त हुआ है? 1 अंक
(क) श्रीकृष्ण के लिए
(ख) गोपियों के लिए
(ग) उद्धव के लिए
(घ) नंद के लिए
उत्तरः (क)
(iii) गोपियाँ किसे व्याधि कह रही हैं? 1 अंक
(क) उद्धव की बातों को
(ख) उद्धव के योग ज्ञान को
(ग) श्रीकृष्ण के विरह को
(घ) श्रीकृष्ण के प्रेम को
उत्तरः (ख)
(iv) गोपियों को योग-साधना कैसी लगती है? 1 अंक
(क) हारिल की लकड़ी की तरह
(ख) हारिल पक्षी के समान
(ग) जिसे कभी न देखा हो
(घ) कड़वी ककड़ी के समान
उत्तरः (घ)
(v) गोपियाँ योग का संदेश किनके लिए उपयुक्त समझती हैं? 1 अंक
(क) जो श्रीकृष्ण से प्रेम नहीं करते
(ख) जिनका मन स्थिर नहीं है
(ग) जिनका मन स्थिर है
(घ) श्रीकृष्णा के लिए
उत्तरः (ख)
Q.10 निम्नलिखित में से निर्देशानुसार विकल्पों का चयन कीजिए
(i) लक्ष्मण ने अपने कुल की क्या विशेषताएँ बताई ?
(क) हमारे कुल में बहुत वीर और बुमान व्यक्ति हुए हैं
(ख) हम बहुत दयालु स्वभाव के हैं
(ग) हमारे कुल में देवता, ब्राह्मण, ईश्वरभक्त और गौर पर वीरता नहीं दिखाते
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (ग)
(ii) ‘उत्साह’ कविता में कवि ने नव-जीवन वाले किसे कहा है ?
(क) फागुन को
(ख) बादल को
(ग) धरती को
(घ) बिजली चमकने को
उत्तर: (ख)
पाठ्य-पुस्तक एवं पूरक पाठ्य-पुस्तक
Q.11 निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए
(i) बच्चों द्वारा नेताजी की मूर्ति पर सरकंडे का चश्मा लगाना किस बात की ओर संकेत करता है ?
उत्तरः बच्चों द्वारा नेताजी की चश्मा रहित मूर्ति पर सरकंडे का चश्मा लगाना हमारे मन में एक आशा की किरण जगाता है। नेताजी का चश्मा रहित मूर्ति बच्चों को भी अच्छी नहीं लगती इसलिए कैप्टन की मृत्यु वे पश्चात इस कमी को पूरा करने के लिए बच्चे उस पर एक सरकंडे का चश्मा बनाकर लगा देते हैं इससे स्पष्ट होता है कि बच्चों अर्थात देश की भावी पीढ़ी वेळ मन में भी देशप्रेम और शहीदों वेळ प्रति आदर एवं भावना विद्यमान है। निश्चय ही हमारे देश का भविष्य उज्ज्वल है।
(ii).‘बालगोबिन भगत की मृत्यु उनके अनुरूप ही हुई स्पष्ट कीजिए।
उत्तरः जहाँ लोगों वेळ मन में हर क्षण अपनी मृत्यु का भय बना रहता है, वहीं भगत सदा निश्चिंत और मृत्यु से निर्भय दिखाई देते थे। वह जीवन भर अपने नियम, व्रत, स्नान, संध्या आदि कठोर दिनचर्या का पालन करते रहे। मृत्यु की चिंता ने उन्हें कभी त्रस्त नहीं किया। यहाँ तक कि जीवन के अंतिम दिन भी शाम को उन्होंने कबीर के पद गाए और प्रातः होने पर लोगों ने देखा कि वे इस संसार को छोड़कर जा चुके थे। इस प्रकार उनकी मृत्यु उनके अनुरूप ही हुई।
(iii) लेखक को नवाब साहब के किन हाव-भावों से महसूस हुआ कि वे उनसे बातचीत करने के लिए तनिक भी उत्सुक नहीं हैं ?
उत्तरः लेखक को सेकंड क्लास के डिब्बे में सहसा प्रवेश करते देख नवाब साहब के चेहरे पर असंतोष का भाव छा गया। उन्हें अपने एकांत चिंतन में बाधा का अनुभव होने लगा। वे अनमने से होकर टेंन की खिड़की से बाहर झाँकते हुए लेखक को न देखने का नाटकीय प्रदर्शन करते रहे। उन इन्हीं हाव-भावों से लेखक को महसूस हुआ कि वे उनसे बातचीत करने के लिए तनिक भी उत्सुक नहीं है और फिर उन्होंने भी नवाब साहब से बातचीत करने के लिए कोई उत्साह नहीं दिखाया।
(iv) आप किस आधार पर यह कह सकते हैं कि फादर बुलाकर हिंदी भाषा के प्रति असीम लगाव रखते थे ?
उत्तरः पाठ में ऐसे कई प्रसंग आए हैं जिनसे फ़ादर बुल्के का हिंदी भाषा वेळ प्रति प्रेम प्रकट होता है। उन्होंने हिंदी में एम.ए. किया एवं शोध प्रबंध रामकथा उत्पत्ति और विकास लिखा। मातरलिंक के नाटक ‘ब्लू बर्ड’ का ‘नील पंछी’ नाम से तथा बाइबल का हिंदी में अनुवाद किया। वे राँची में हिंदी तथा संवृत विभाग के विभागाध्यक्ष रहे। साथ ही उन्होंने ‘अंग्रेजी-हिंदी शब्दकोश तैयार किया। हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए वे सदैव चिंतित रहते थे तथा उसके समर्थन में प्रत्येक मंच से अकाट्य तर्क प्रस्तुत करते थे।
Q.12 निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 60-70 शब्दों में लिखिए
(i) उद्धव द्वारा दिए गए योग के संदेश ने गोपियों की विरहाग्नि में घी का काम कैसे किया ?
उत्तर: गोपियाँ श्री कृष्ण के विरह में व्यावुळल थीं। उन के मथुरा चले जाने तथा उनसे अपने मन की प्रेम भावना प्रकट न कर पाने के कारण वे तड़प रही थीं। उन्हें आशा थी कि श्रीकृष्ण शीघ्र लौटकर आएँगे किंतु वे नहीं आए बल्कि इस विपरीत उन्हें उद्धव के माध्यम से कृष्ण का भेजा हुआ योग संदेश मिला। जिसे सुनकर गोपियों की विरह अग्नि और भी बढ़ गई। उद्धव द्वारा दिए गए योग-संदेश ने गोपियों की विरह अग्नि में घी का काम किया।
(ii) परशुराम की स्वभावगत विशेषताएँ ‘राम-लक्ष्मण-परशुराम संवाद’ पाठ के आधार पर लिखिए।
उत्तर: ‘राम-लक्ष्मण-परशुराम संवाद’ पाठ के आधार पर परशुराम की स्वभावगत विशेषताएँ निम्नलिखित हैं।
(क) वे शिव के परम भक्त हैं।
(ख) वे बाल ब्रह्मचारी और अत्यंत क्रोधी स्वभाव के हैं।
(ग) परशुराम अहंकारी और कटु भाषी भी हैं।
(घ) वे अपने बड़बोलेपन के कारण दूसरों को अपने से कमजोर समझ कर कई बार गर्वोक्ति भी करते हैं।
(iii) मानव के मन पर फागुन सौंदर्य का क्या प्रभाव पड़ता है ?
उत्तर: फागुन मास में प्रवृळति की शोभा अनुपम होती है। चारों ओर का वातावरण हरियाली युक्त, रंग-बिरंगे फूलों की सुगंध से सुवासित तथा आकर्षक दिखाई देता है। फागुन की अनूठी मस्ती से मानव का मन हर्षित तथा प्रसन्नचित्त हो जाता है। उस के मन में खुशी का संचार होता है और वह मानो दूर नील गगन में उड़ने को व्यावुळल हो जाता है। फागुन की सुंदरता उसे अपनी ओर इस प्रकार आकर्षित करती है कि वह चाह कर उससे नजरें नहीं हटा पाता।
Q.13. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो के उत्तर 50-60 शब्दों में लिखिए- 3 × 2 = 6
(i) ‘माता का अँचल’ पाठ के आधार पर बताइए कि तत्कालीन व वर्तमान समय में बच्चों की खेल-सामग्रियों में क्या परिवर्तन आए हैं? बच्चों के खेलों में हुए परिवर्तनों का उनके मूल्यों पर कितना प्रभाव पड़ा है?
उत्तरः ‘माता का आँचल’ पाठ में भोलानाथ और उसके साथियों के खेल सामूहिक रूप से मिल जुलकर खेले जाते थे। उनके खेलने की सामग्री बच्चों द्वारा स्वयं निर्मित की जाती थी। घर की अनुपयोगी वस्तु ही उनक ेखेल की सामग्री बन जाती थी जबकि आज प्लास्टिक के खिलौने और इलैक्ट्राॅनिक खिलौनों का प्रचलन है। खेल-सामग्री में आए अंतर ने बच्चों के नैतिक मूल्यों को भी प्रभावित किया है। वर्तमान समय में बच्चों द्वारा जो खेल खेले जाते हैं, उन्होंने बच्चों को एकाकी बना दिया है। उनमें सहयोग, सहभागिता, सामाजिकता जैसे गुण धीरे-धीरे समाप्त होते जा रहे हैं।
व्याख्यात्मक हलः
‘माता का आँचल’ पाठ में रची गयी बच्चों की दुनिया की पृष्ठभूमि ग्रामीण जीवन पर आधारित है। बच्चे सामूहिक रूप से खेलते थे। घर की अनुपयोगी वस्तुओं से बच्चे स्वयं ही खेल सामग्री का निर्माण करते थे। बच्चों द्वारा चिड़िया पकड़ने का प्रयास करना, पेड़ों पर चढ़ना, चूहे के बिल में पानी उलीचना, वर्षा के पानी में भींगना, गुड्डे-गुड़ियों का ब्याह रचाना आदि खेल आधुनिक परिवेश में दिखाई नहीं देते हैं। आज शहरी परिवेश में रहने वाले बच्चे क्रिकेट, वाॅलीबाॅल, वीडियो गेम, लूडो, प्लास्टिक से बने और इलैक्ट्राॅनिक खिलौनों से खेलते हैं। खेल-सामग्री और खेलने के तरीकों में आए इस बदलाव ने बच्चों को एकाकी बना दिया है। उनमें परस्पर सहयोग, भावना, सहभागिता और सामाजिकता जैसे नैतिक जीवन मूल्य लुप्त होते जा रहे हैं।
(ii) सरकारी तंत्र में जॉर्ज पंचम की नाक लगाने को लेकर जो चिंता और बदहवासी दिखाई देती है। वह उनकी किस मानसिकता को दर्शाती है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तरः सरकारी तंत्र में जाॅर्ज पंचम की नाक लगाने को लेकर जो चिंता और बदहवासी दिखाई देती है, वह उनकी गुलाम मानसिकता को दर्शाती है। उनके मन में आज भी अंग्रेजों की गुलामी और स्वामिभक्ति बसी हुई है। उन्हें अंग्रेजों के मान-सम्मान की चिंता अपने मान-सम्मान से अधिक है। इस तरह सरकारी तंत्र अपनी मानसिक गुलामी और चाटुकारिता को दर्शाता है।
व्याख्यात्मक हल:
इस बदहवासी का प्रमुख कारण भारतवासियों की सदियों की परतंत्रता से उत्पन्न गुलाम मानसिकता और सरकारी तंत्र की चाटुकारिता की प्रवृत्ति है। सरकारी तंत्र उस जाॅर्ज पंचम की नाक के लिए चिंतित है, जिसने भारतवासियों पर न जाने कितने जुल्म ढाए। उसके अत्याचारों को भुलाकर सरकारी अधिकारी उसके सम्मान को बचाने में जुट जाते हैं। ऐसा करके सरकारी तंत्र अपनी अयोग्यता, मूर्खता, गुलाम मानसिकता और चाटुकारिता की प्रवृत्ति का परिचय देता है।
(iii) ‘साना-साना हाथ जोड़ि’ पाठ में कहा गया है कि ‘कटाओ’ पर किसी दुकान का न होना वरदान है, ऐसा क्यों? भारत के अन्य प्राकृतिक स्थानों को वरदान बनाने में युवा नागरिक की क्या भूमिका हो सकती है।
उत्तरः ‘कटाओ’ पर किसी दुकान का न होना उसके लिए वरदान है। यदि इस स्थान पर दुकानें होती तो व्यापारिक गतिविधियाँ बढ जातीं, वाहनों का आवागमन बढ़ता जिससे प्रदूषण तथा तापमान बढ़ जाता। भारत के अन्य प्राकृतिक स्थानों को वरदान बनाने में युवा नागरिक की भूमिका-वहाँ स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें, सार्वजनिक वाहनों का प्रयोग करें, वृक्षों को न काटें, नदियों के जल को दूषित न करें, प्राकृतिक संसाधनों का दुरुपयोग न करें, लोगों को पर्यावरण के विषय में जागरूक करें।
व्याख्यात्मक हलः
‘कटाओ’ पर किसी दुकान का न होना उसके लिए वरदान है क्योंकि यदि वहाँ पर भी दुकानें खुल जाएँगी तो उस स्थान का व्यवसायीकरण हो जाएगा। ऐसे में शायद वहाँ का प्राकृतिक सौन्दर्य नष्ट हो जाएगा। अभी वहाँ आने-जाने वाले लोगों की संख्या सीमित है। दुकानें खुलने पर आने वाले पर्यटक यहाँ गंदगी फैलाएंगे। वाहनों के आवागमन से यहाँ के तापमान और प्रदूषण में भी वृद्धि होगी। इस स्थान और अन्य पर्यटन स्थलों की सुंदरता को बनाए रखने में युवा नागरिक महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। वे इन स्थलों की स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें, वृक्षों को न काटें, सार्वजनिक वाहनों का प्रयोग करें, नदियों एवं अन्य जल स्रोतों को दूषित न करें एवं प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करें। साथ ही लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करें।
Q.14. निम्नलिखित में किसी एक विषय पर दिए गए संकेत-बिन्दुओं के आधार पर लगभग 80.100 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखिए
(i) श्रम का महत्व
उत्तर: श्रम का तात्पर्य है तन-मन से किसी कार्य को करने के लिए प्रयत्नशील होना। जीवन में सफलता प्राप्ति वेळ लिए श्रम अनिवार्य है। परिश्रमी व्यक्ति वेळ लिए कोई भी कार्य असाध्य नहीं होता। श्रम ही जीवन को गति प्रदान करता है। परिश्रमी व्यक्ति को यश और धन दोनों ही प्राप्त होते हैं। श्रम शारीरिक स्वास्थ्य वेळ लिए भी आवश्यक है। बिना श्रम वेळ व्यक्ति अकर्मण्य हो जाता है। अपने कठोर परिश्रम वेळ बल पर ही मानव ने आज जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में प्रगति की है। अपने लक्ष्य की प्राप्ति वेळ लिए विद्यार्थियों को लहरों की तरह निरंतर प्रवाहमान अर्थात कर्मशील रहना होगा। निष्कर्षतः श्रम ही जीवन का आधार है। कहा भी गया है श्रमेण लभ्यं सकलं न श्रमेण विना क्वचित्’ अर्थात-श्रम से सब कुछ प्राप्त होता है श्रम बिना कुछ नहीं मिलता।
(ii) धरती का रक्षा कवच - ओजोन
उत्तर: ओजोन ऑक्सीजन के तीन परमाणुओं से मिलकर बनने वाली एक गैस है, जो वायुमंडल में एक पतली और पारदर्शी परत रूप में पाई जाती है। ओजोन परत धरती वेळ लिए एक सुरक्षा कवच का कार्य करती है। यह सूर्य से आने वाली पराबैंगनी किरणों से मानव, जीव-जंतुओं और वनस्पतियों की रक्षा करती है। ग्लोबल वार्मिंग के कारण यह परत धीरे-धीरे नष्ट हो रही है। धरती पर बढ़ता प्रदूषण, क्लोरो फ्लोरो कार्बन गैस, वृक्षों का अंधाधंुध कटाव और वाहनों और पैळक्टिंयों से निकलने वाली कार्बन मोनोआॅक्साइड गैस इसके क्षरण का प्रमुख कारण है। जिसके दुष्प्रभाव स्वरूप अनेक गंभीर बीमारियाँ हो सकती हैं। ओजोन क्षरण को रोकने के लिए वाहनों का उचित रखरखाव, पर्यावरण अनुकूल उर्वरकों का प्रयोग और वृक्षारोपण आदि प्रमुख उपाय अपनाने होंगे।
(iii) संयुक्त परिवार - आज की माँ
उत्तर: एक परिवार जिसमें एक से अधिक पीढ़ियों लोग एक ही घर में मिल-जुलकर साथ रहते हैं, संयुक्त परिवार कहलाता है। इसमें परिवार का वरिष्ठ सदस्य घर का मुखिया होता है। वही परिवार के सभी सदस्यों के कार्यों का विभाजन और उन के सुरक्षित रहने की व्यवस्था करता है। संयुक्त परिवार के सभी सदस्य आर्थिक रूप से सुरक्षित रहते हैं और बच्चे भी के संरक्षण में अच्छे संस्कार प्राप्त करते हैं। आज पाश्चात्य संस्वृळति के प्रभाववश एकल परिवारों की स्थापना और संयुक्त परिवारों का तेज़ी से विघटन हो रहा है। धनोपार्जन में व्यस्त माता-पिता के बच्चे अकेले रहते हुए बुरी आदतों और मानसिक रोगों का शिकार हो रहे हैं। जहाँ एक ओर पति-पत्नी अहं का टकराव होने से अवसाद ग्रस्त हो रहे हैं वही दूसरी ओर को भी उचित संरक्षण प्राप्त नहीं हो रहा है। ऐसे में हमारी संस्कृति की अनमोल परंपरा हमारे संयुक्त परिवार आज की माँग हैं।
Q.15 अपने विद्यालय वेळ शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण विद्यार्थियों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए विद्यालय-परिसर और कक्षा-कक्ष में विशेष सुविधाओं की उपलब्धता वेळ लिए विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष को 80-100 शब्दों में पत्र लिखिए।
उत्तरः
सेवा में
अध्यक्ष महोदय
विद्यालय प्रबंध समिति
मानस विद्या मंदिर
साकेत नगर, दिल्ली।
दिनांक 25 फरवरी, 20xx
विषय चुनौतीपूर्ण विद्यार्थियों की आवश्यकताओं वेळ संदर्भ में
मान्यवर/महोदय
मैं इस विद्यालय में कक्षा दसवीं ब का छात्र तथा विद्यालय की छात्र परिषद् का सचिव भी हूँ। निवेदन है कि हमारे विद्यालय में ऐसेकई विद्यार्थी पढ़ते हैं, जिनकी इच्छाशक्ति तो प्रबल है किंतु वे शारीरिक रूप से दिव्यांग हैं। वे केवल नियमित रूप से विद्यालय में आते ही नहीं हैं अपितु विद्यालय की प्रत्येक स्पर्धा में भाग भी लेते हैं।
मेरा आपसे निवेदन है कि ऐसे विद्यार्थियों वेळ लिए कुछ विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए, जिससे उन्हें शिक्षा प्राप्ति में असुविधा न हो। कक्षा-कक्ष में उनके बैठने का विशेष प्रावधान किया जाए तथा प्रयोगशालाओं तक जाने हेतु कुछ व्हील चेयर की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाए। उनकी सभी कक्षाएँ भूतल पर ही हों ताकि उन्हें असुविधा का सामना न करना पड़े। मैदान में उनके लिए विशेष प्रकार के झूले तथा आसानी से खेले जाने वाले खेल उपकरणों की व्यवस्था करने की भी कृपा करें, जिससे वे स्वयं को अन्य विद्यार्थियों से अलग समझकर हीन भावना से ग्रस्त न हों। आशा है आप मेरी प्रार्थना पर विशेष ध्यान देने की करेंगे। मैं पूर्ण आशान्वित हूँ कि आप इस विषय पर गंभीरता पूर्वक विचार करवे शीघ्र ही विद्यालय में पढ़ रहे दिव्यांग विद्यार्थियों की समस्याओं का समाधान करेंगे।
धन्यवाद
भवदीय
अ ब स
कक्षा 10 ब
मानस विद्या मंदिर
अथवा
अपनी बड़ी बहन को 80.100 शब्दों में पत्र लिखकर बताइए कि उनकी दी हुई शिक्षा आपवेळ दैनिक जीवन में किस प्रकार उपयोगी सिद्ध हो रही
उत्तरः
कमरा नंबर 306
मानस छात्रावास
आगरा ;उत्तर प्रदेशद्ध
दिनांक............
आदरणीय दीदी
सादर प्रणाम
आशा है आप लोग कुशलपूर्वक होंगे। आपने अपने पिछले पत्र में मुझे समय वेळ सदुपयोग के लिए जो उपयोगी शिक्षा दी थी, उसे मैंने अपने जीवन का अनिवार्य अंग बना लिया है। मैंने अपने पूरे दिन की समय तालिका बना ली है और उसका नियमित पालन करता हूँ। अब मैं सुबह 5.00 बजे उठ जाता हूँ, जिससे मुझे पढ़ने के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है। सुबह किया गया अध्ययन मुझे अच्छी तरह याद भी रहता है। अब मेरे सभी काम समय पर पूरे हो जाते हैं। आपके कहे अनुसार मैं शाम को एक घंटा खेलने भी जाता हूँ जिससे मेरी दिन भर की थकान दूर हो जाती है और मैं पुनः तरोताजा होकर पढ़ाई में ध्यान लगा पाता हूँ। आशा है आप भविष्य में भी इसी प्रकार मेरा मार्गदर्शन करती रहेंगी। आदरणीय पिताजी एवं माता जी को मेरा सादर चरण स्पर्श कहिएगा।
आपका अनुज
मौलिक
Q.16 आप के नगर में एक नया कोचिंग सेंटर खुला है। लोगों को इसकी जानकारी देते हुए प्रवेश के लिए आमंत्रित करते हुए एक विज्ञापन 25.50 शब्दों में तैयार कीजिए।
अथवा
‘उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग’ की ओर से पर्यटकों को आकर्षित करते हुए 25.50 शब्दों में एक आकर्षक विज्ञापन तैयार कीजिए।
Q.17. अपनी छोटी बहन के जन्मदिन पर उसे एक बधाई संदेश 30-40 शब्दों में लिखिए। 1 × 5 = 5
उत्तरः
बधाई संदेश
22-03-20xx
प्रिय बहन सुरभि जन्मदिन की असंख्य शुभकामनाएं एवं हार्दिक बधाई बुलबुलों की तरह तू चहकती रहे, खुशबुओं की तरह तू महकती रहे। दिल से निकली है आज बस ये ही दुआ, तू मुस्कराती रहे गुनगुनाती रहे। ईश्वर तुम्हें स्वास्थ्य, समृद्धि, यश एवं उन्नति प्रदान करें। आने वाला प्रत्येक नया दिन तुम्हारे जीवन में खुशियाँ और अपार सफलताएँ लेकर आए। तुम्हें संसार की सारी खुशियाँ प्राप्त हों। ईश्वर की कृपा तुम पर सदैव बनी रहे।
सौरभ/रागिनी
अथवा
नववर्ष की बधाई देते हुए अपने चाचा जी को 30-40 शब्दों में एक संदेश लिखिए।
उत्तरः
303 docs|7 tests
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