Class 10 Exam  >  Class 10 Notes  >  CBSE Sample Papers For Class 10  >  Class 10 Hindi A: CBSE Sample Question Paper (2020-21) - 4

Class 10 Hindi A: CBSE Sample Question Paper (2020-21) - 4 | CBSE Sample Papers For Class 10 PDF Download

खण्ड ‘अ’ वस्तुपरक-प्रश्न
अपठित गद्यांश

Q.1. नीचे दो गद्यांश दिए गए हैं। किसी एक गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
 
गद्यांश- 1 यदि आप इस गद्यांश का चयन करते हैं तो उत्तर-पुस्तिका में लिखें कि आप प्रश्न संख्या 1 में दिए गए गद्यांश- 1 पर आधारित प्रश्नों के उत्तर लिख रहे हैं।
गद्यांश-1
अर्थ-प्रणाली के कारण व्यक्ति का नैतिक पतन हुआ है। आज मनुष्य सिद्धियों के पीछे भाग रहा है। वह अपनी उच्च संस्कृति को और श्रेष्ठ साधनाओं को भूलता जा रहा है। मन कीचंचलता,लोभ,उद्विग्नता,आशाभंग,दुविधा,पलायन आदि मनुष्य को भ्रष्टाचार की ओर ले जा रहे हैं। वैदिक शिक्षा में धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष नामक चार फल मानव को सन्मार्ग पर अग्रसर करने वेळ लिए स्वीकार किए गएहैं। आज का मानव  केवल अर्थ और काम वेळ पीछे अंधा हो रहा है। उसे अर्थ या पैसा चाहिए और पैसे से वह काम अर्थात भ्रष्ट आचरणकी ओर बढ़ता है। आज की सर्वव्यापी अशांति और असंतोष का मूल कारण यही भ्रष्टाचार है। व्यक्ति का मन  शुद्ध न रहने से समाज दूषित हो रहा है। व्यक्ति यह तथ्य भूल चुका है कि आत्मिक बल और नैतिक आचरण वेळ बिना भौतिक उन्नति का कोई लाभ नहीं है।जो राष्टं, समुदाय या संप्रदाय अपने धर्म अर्थात् कर्तव्य को नैतिकता वेळ साथ नहीं जोड़ते वहाँ असंतोष, घृणा और वैमनस्य अवश्य बढ़ता है।
निम्नलिखित में से निर्देशानुसार विकल्पों का चयन कीजिए-
(i) व्यक्ति के नैतिक पतन का प्रमुख कारण है-
(क) वर्तमान धर्म व्यवस्था
(ख) वर्तमान अर्थ-प्रणाली
(ग) वर्तमान सामाजिक व्यवस्था
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तरः (ख)

(ii) गद्यांश में दिए गए ‘सिद्धियों’ शब्द का अभिप्राय क्या है ?
(क)
सिद्धि पुरुष
(ख) साधारण चीजें
(ग) धार्मिक उपलब्धियाँ
(घ) भौतिक उपलब्धियाँ
उत्तरः (घ)

(iii) वैदिक शिक्षा के अनुसार कौन से चार फल मानव को सन्मार्ग की ओर अग्रसर करते हैं ?
(क) धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष
(ख) धर्म, अर्थ, योग और मोक्ष
(ग) कर्म, अर्थ, काम और मुक्ति
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तरः (ख)

(iv) सर्वव्यापी अशांति और असंतोष का मूल कारण क्या है ?
(क) 
व्यक्ति का आत्मकेंद्रित होना
(ख) व्यक्ति का स्वार्थी होना
(ग) मानव का भ्रष्टाचार में लिप्त होना
(घ) व्यक्ति का क्रोध और अहंकार
उत्तरः (ग)

(v) राट्र, समुदाय या सम्प्रदाय की उन्नति के  लिए कर्तव्य को किस से जोड़ना चाहिए ?
(क)
स्वार्थ से
(ख) नेता से
(ग) भावना से
(घ) नैतिकता से
उत्तरः (घ)
अथवा
गद्यांश-2

यदि आप इस गद्यांश का चयन करते हैं तो कृपया उत्तर-पुस्तिका में लिखें कि आप प्रश्न संख्या 1 में दिए गए गद्यांश- 2 पर आधारित प्रश्नों के उत्तर लिख रहे हैं। 
विज्ञान-शिक्षण के पक्षधरों ने कल्पना की थी कि शिक्षा में इसकी शुरूआत पारंपरिकता, कृत्रिमता और पिछड़ेपन को दूर करेगी। यह सोच पुराने समय से चली आ रही- ‘तथ्य प्रचुर पाठ्यचर्या’ जिसके अंतर्गत-आलोचना, चुनौती, सृजनात्मकता व विवेचनात्मकता का अभाव था, आदि के कारण पैदा हो रही थी। मानवतावादियों ने सोचा था कि वैज्ञानिक-पद्धति मध्यकालीन मतवाद के अंधविश्वासों को जड़ से मिटा देगी, किंतु हमारे शिक्षकों ने रासायनिक प्रतिक्रियाओं की समझ को भी प्रेमचंद की कहानियों की तरह केवल पढ़ा व रटा कर उन्हें नीरस बना दिया। शिक्षा में विज्ञान-शिक्षण सम्मिलित करने के लिए यह तर्क दिया गया था कि इससे बच्चे विज्ञान की खोजों से परिचित हो सकेंगे तथा अपने वास्तविक जीवन में घट रही घटनाओं के बारे में कुछ सीखेंगे। वे वैज्ञानिक विधि का अध्ययन कर तार्किक रूप से कैसे सोचना है, के कौशल में परांगत होंगे। इन उद्देश्यों में से केवल पहले ही में एक सीमित सफलता मिली है। दूसरे व तीसरे में व्यावहारिक रूप से बच्चे कुछ भी नहीं प्राप्त कर पा रहे हैं। अधिकतर बच्चों से भौतिकी और रसायन विज्ञान के तथ्यों के बारे में कुछ जानने की उम्मीद की जा सकती है, लेकिन वे शायद ही जानते हों कि उनका कंप्यूटर अथवा कार का इंजन कैसे कार्य करते हैं अथवा क्यों उनकी माता जी सब्जी पकाने के लिए उसे छोटे टुकड़ों में काटती हैं, जबकि वैज्ञानिक पद्धति में रुचि रखने वाले किसी भी उज्ज्वल लड़के को ये बातें सहज रूप से ही ज्ञात हो जाती हैं। वैज्ञानिक पद्धति की शिक्षा अधिकांश विद्यालयों में भली प्रकार से नहीं दी जा रही है। दरअसल, शिक्षकों ने अपनी सुविधा और परीक्षा केंद्रित सोच के कारण, यह सुनिश्चित कर लिया है कि छात्र वैज्ञानिक पद्धति न सीख कर ठीक इसका उल्टा सीखें अर्थात् वे जो बताएँ, उस पर आँख मूंद कर विश्वास करें और पूछे जाने पर उसे जस का तस परीक्षा में लिख दें। वैज्ञानिक पद्धति को आत्मसात् करने के लिए लंबे व्यक्तिगत अनुभव तथा परिश्रम व धैर्य पर आधारित वैज्ञानिक मूल्यों की आवश्यकता होती है और जब तक इसे संभव बनाने के लिए शैक्षिक या सामाजिक प्रणालियों को बदल नहीं दिया जाता है, वैज्ञानिक तकनीकों में सक्षम केवल कुछ बच्चे ही सामने आएँगे तथा इन तकनीकों को आगे विकसित करने वालों की संख्या इसका भी अंश मात्र ही होगी।
निम्नलिखित में से निर्देशानुसार विकल्पों का चयन कीजिए-
(i) लेखक का तात्पर्य है कि शिक्षकों ने-   1 अंक

(क) अपने सीमित ज्ञान के कारण विज्ञान पढ़ाने में रुचि नहीं ली है
(ख) विज्ञान शिक्षा को लागू करने के प्रयासों को विफल किया है
(ग) बच्चों को अनुभव आधारित ज्ञान प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया है
(घ) मानवता नदियों का समर्थन करते हुए कार्य किया है?
उत्तर: (ख)

(ii) स्कूल शिक्षा में विज्ञान शिक्षण के प्रति लेखक का क्या रवैया है?      1 अंक
(क) तटस्थ
(ख) सकारात्मक
(ग) व्यंग्यात्मक
(घ) नकारात्मक
उत्तर: (घ)

(iii) उपर्युक्त पाठ्यांश निम्नलिखित में से किस दशक में लिखा गया होगा ?      1 अंक
(क) 
1950-60
(ख) 1970-80
(ग) 1980-90
(घ) 2000-10
उत्तर: (क)

(iv) लेखक वैज्ञानिक पद्धति को लागू करने में विफलता के लिए निम्नलिखित किस कारक को सबसे अधिक जिम्मेदार ठहराता है?       1 अंक
(क)
शिक्षक
(ख) परीक्षा के तरीके
(ग) प्रत्यक्ष अनुभव की कमी
(घ) सामाजिक और शिक्षा प्रणाली
उत्तर: (ग)

(v) यदि लेखक वर्तमान समय में आकर विज्ञान शिक्षण का प्रभाव सुनिश्चित करना चाहे तो निम्नलिखित में से किस प्रश्न के उत्तर में दिलचस्पी लेगा?      1 अंक

(क) क्या छात्र दुनिया के बारे में अधिक जानते हैं?
(ख) क्या छात्र प्रयोगशालाओं में अधिक समय बिताते हैं?
(ग) क्या छात्र अपने ज्ञान को तार्किक रूप से लागू कर सकते हैं?
(घ) क्या पाठ्यपुस्तकों में तथ्याधारित सामग्री बढ़ी है?
उत्तर: (ग)

अपठित पद्यांश
Q.2. नीचे दो पद्यांश दिए गए हैं। किसी एक पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए: 5 × 1 = 5
पद्यांश- 1 यदि आप इस पद्यांश का चयन करते हैं तो कृपया उत्तर-पुस्तिका में लिखें कि आप प्रश्न संख्या 2 में दिए गए पद्यांश- 1 पर आधारित प्रश्नों के उत्तर लिख रहे हैं।
पद्यांश-1

कोई खंडित, कोई कुंठित,
कृश बाहु, पसलियाँ रेखांकित,
टहनी सी टाँगें, बढ़ा पेट,
टेढ़े मेढ़े, विकलांग घृणित!
विज्ञान चिकित्सा से वंचित,
ये नहीं धात्रियों से रक्षित,
ज्यों स्वास्थ्य सेज हो,
ये सुख से लोटते धूल में चिर परिचित!
पशुओं सी भीत मूक चितवन,
प्राकृतिक स्फूर्ति से प्रेरित मन,
तृण तरुओं-से उग-बढ़,
झर-गिर, ये ढोते जीवन क्रम के क्षण!
कुल मान न करना इन्हें वहन,
चेतना ज्ञान से नहीं गहन,
जग जीवन धारा में बहते
ये मूक,  पंगु बालू के कण!
निम्नलिखित में से निर्देशानुसार विकल्पों का चयन कीजिए-
(i) 
काव्यांश आपके अनुसार किस विषय पर लिखा गया है?   1 अंक
(क) गाँव के बच्चों में कुपोषण की समस्या
(ख) गाँव के बच्चों में चेतना ज्ञान का अभाव
(ग) गाँवों में चिकित्सा सुविधाओं का अभाव
(घ) गाँव के बच्चों की दयनीय दशा का वर्णन
उत्तर: (घ)

(ii) दूसरे पद में कवि कह रहा है कि-    1 अंक 
(क) गाँव में विज्ञान की शिक्षा नहीं दी जा रही है
(ख) गाँव में शिशु जन्म हेतु पर्याप्त दाइयाँ नहीं हैं
(ग) गाँव में बच्चे स्वास्थ्य के प्रति सजग रहकर शारीरिक व्यायाम कर रहे हैं
(घ) गाँव में बच्चे अपने मित्रों के साथ धूल में कुश्ती जैसे खेल खेल रहे हैं 
उत्तर: (ख)

(iii) गाँव के बच्चों की स्थिति कैसी है? 1 अंक
(क) कुपोषित, खिन्न तथा अशिक्षित है
(ख) क्षीणकाय, किन्तु कुल के मान का ध्यान करने वाले हैं
(ग) प्राकृतिक वातावरण में रहते हुए स्फूर्ति से भरे हुए हैं
(घ) पशुओं की तरह बलिष्ठ परन्तु असहाय व मूक हैं
उत्तर: (क)

(iv) काव्यांश में कवि का रवैया कैसा प्रतीत होता है?     1 अंक 
(क) वे बच्चों की दशा के विषय में व्यंग कर मनोरंजन करना चाह रहे हैं
(ख) वे बच्चों की दशा की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं
(ग) वे तटस्थ रहकर बच्चों की शारीरिक व मानसिक दशा का वर्णन कर रहे हैं
(घ) वे बच्चों की शारीरिक व मानसिक दशा से संतुष्ट प्रतीत होते हैं
उत्तर: (ख)

(v) तृण-तरुओं से उग-बढ़............, इस पंक्ति का अर्थ है?     1 अंक
(क) घास-फूस की तरह हल्के हैं, इसलिए तिनकों की तरह उड़ रहे हैं
(ख) पौधों तथा घास की तरह बिना कुछ खाये पिए बढ़ रहे हैं
(ग) घास तथा पौधों की तरह पैदा हो रहे हैं तथा मर रहे हैं
(घ) प्राकृतिक वातावरण में घास व पौधों की तरह फल-फूल रहे हैं
उत्तर: (ग)
अथवा
पद्यांश-2
यदि आप इस पद्यांश का चयन करते हैं तो  उत्तर-पुस्तिका में लिखें कि आप प्रश्न संख्या 2 में दिए गए गद्यांश- 2 पर आधारित प्रश्नों के उत्तर लिख रहे हैं।

सुख और शोक,
अन्धकार और आलोक
मोह और मत्सर,
शान्ति और संघर्ष
आते-जाते बने रहें,
तो व्यक्ति को लगता है
वह जी रहा है अभी,
जब से पैदा हुआ है वह
मंशाएं इसी तरह उधेड़ रहा है, सी रहा है
और इसी में रमा हुआ है
कभी सुख से एक होता है
कभी शोक से, कभी अंधकार से
कभी आलोक से
गति और दुर्गति इसलिए
उस  के पाँवों में है।
और गति अगर कहीं है तो सिर्फ उस के घावों में है। शुरू से अब तक वे हरे हैं, जैसे  के तैसे।
निम्नलिखित में से निर्देशानुसार विकल्पों का चयन कीजिए
(i) कवि ने जीने का आधार किसे माना है?
(क) सुख और दुःख को
(ख) मोह और ईष्र्या-द्वेष को
(ग) शांति और संघर्ष को
(घ) इन सभी को
उत्तर: (घ)

(ii) जन्म लेने के बाद से मनुष्य किस उधेड़बुन में रहता है ?
(क) खेलकूद में समय बिताने की कोशिश में
(ख) एक बेहतर जीवन जीने  के संघर्ष में
(ग) दूसरों को नीचा दिखाने की कोशिश में
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (ख)

(iii) मनुष्य वेळ उधेड़बुन में रहने का क्या कारण है ?
(क) उसे परेशानियों से बाहर निकलने का समय नहीं मिलता  
(ख) वह सोता रहता है
(ग) वह अपने को श्रेष्ठ समझता है
(घ) ये सभी कारण
उत्तर: (क)

(iv) ‘गति और दुर्गति इसलिए उस के पाँवों में है पंक्ति का क्या भाव है ?
(क) ये दोनों उस के पैरों  के नीचे हैं
(ख) वह जैसे कर्म करेगा वैसा ही उसका परिणाम होगा
(ग) ये दोनों एक दूसरे  के पूरक हैं
(घ) क और ख दोनों
उत्तर: (ख)

(v) घावों वेळ हरे होने से कवि का क्या तात्पर्य है ?
(क) घाव हरे हो जाते हैं
(ख) जीवन में दुःख आते रहते हैं
(ग) क और ख दोनों
(घ) जीवन में बिताए हुए दुखद क्षणों की पीड़ा सदैव बनी रहती है
उत्तर: (घ)

व्यावहारिक व्याकरण
Q.3 निम्नलिखित पाँच भागों में से किन्हीं चार भागों के उत्तर दीजिए
(i)
जिनकी आय कम है उन्हें मितव्ययी होना चाहिए। (सरल वाक्य में बदलिए)
(क) जिन के पास कम आय है उन्हें मितव्ययी होना चाहिए
(ख) क्योंकि उनकी कम आय है इसलिए उन्हें मितव्ययी होना चाहिए
(ग) कम आय वालों को मितव्ययी होना चाहिए
(घ) उनकी आय कम है इसलिए उन्हें मितव्ययी होना चाहिए
उत्तर: (ग)

(ii) जब विद्यालय का समारोह समाप्त हुआ तब सब घर चले गए। (संयुक्त वाक्य में बदलिए)
(क) जैसे ही विद्यालय का समारोह समाप्त हुआ लोग घर चले गए
(ख) विद्यालय का समारोह समाप्त हुआ और लोग घर चले गए
(ग) विद्यालय का समारोह समाप्त होने पर लोग घर चले गए
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (ख)

(iii) मैं जानता हूँ कि वह यह कार्य नहीं कर सकेगा। (रेखांकित उपवाक्य का भेद लिखिए)
(क) संज्ञा उपवाक्य
(ख) सर्वनाम उपवाक्य
(ग) विशेषण उपवाक्य
(घ) क्रिया विशेषण उपवाक्य
उत्तर: (क)

(iv) अवकाश पर रहने के लिए एक प्रार्थना पत्र लिखो। (मिश्र वाक्य में बदलिए)
(क)
अवकाश पर रहो और एक प्रार्थना पत्र लिखो
(ख) एक ऐसा पत्र लिखो जिसमें अवकाश  लिए प्रार्थना हो
(ग) अवकाश पर रहना है इसलिए एक प्रार्थना पत्र लिखो
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (ख)

(v) चुनाव में कौन जीता यह सूचना सब को दे दी गई। (प्रधान उपवाक्य छाँटिए)
(क) चुनाव में कौन जीता
(ख) कौन जीता यह सूचना
(ग) सब को दे दी गई
(घ) सूचना सब को दे दी गई
उत्तर: (घ)

Q.4 निम्नलिखित पाँच भागों में से किन्हीं चार भागों के उत्तर दीजिए
(i) लड़की रात भर सो न सकी। भाववाच्य में बदलिए
(क) लड़की रात भर सो नहीं पाई
(ख) लड़की से रात भर सोया न जा सका
(ग) लड़की से रात भर सोया न जाएगा
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तरः (ख)

(ii) उसके द्वारा खाना खाया जाता है। कर्तृवाच्य में बदलिए
(क) 
वह खाना खाती  है
(ख) उससे खाना खाया जाता  है
(ग) उसने खाना खाया  है
(घ) वह खाना खाया  है
उत्तरः (क)

(iii) इनमें से कर्मवाच्य वाले वाक्य के सही विकल्प को चुनिए / कर्मवाच्य वाला वाक्य चुनिए।
(क) स्मिता मधुर गीत गाती
(ख) अध्यापिका द्वारा बच्चों को कहानी सुनाई जाती है
(ग) पक्षियों से उड़ा जाता
(घ) क और ख
उत्तरः (ख)

(iv) ‘चलो, अब पढ़ा जाए’ वाक्य में प्रयुक्त वाच्य है
(क)
कर्तृवाच्य
(ख) कर्मवाच्य
(ग) भाववाच्य
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तरः (ग)

(v) निम्नलिखित में से कौन सा वाक्य कर्मवाच्य का उदाहरण नहीं है ?
(क) अकाल पीड़ितों को राहत सामग्री बाँटी गई
(ख) वृद्धि से चला नहीं जाता
(ग) न्यायाधीश द्वारा गुनहगार को कड़ी सजा दी गई
(घ) वर्षा के कारण मैच रद्द कर दिया गया
उत्तरः (ख)

Q.5  निम्नलिखित पाँच भागों में से किन्हीं चार भागों के उत्तर दीजिए-
(i) राष्ट्रभक्तों का वे बहुत सम्मान करते हैं।
(क) जातिवाचक संज्ञा, एक वचन, पुल्लिंग
(ख) व्यक्तिवाचक संज्ञा, एक वचन, पुल्लिंग
(ग) भाववाचक संज्ञा, एक वचन, स्त्रीलिंग
(घ) संज्ञा, भाववाचक, एक वचन, पुल्लिंग
उत्तरः (घ)

(ii) आजकल प्रदूषण तेजी से फैल रहा है।
(क) अव्यय, क्रिया विशेषण, कालवाचक, ‘फैलना’ क्रिया की विशेषता बता रहा है
(ख) अव्यय, क्रिया विशेषण, रीतिवाचक, ‘फैलना’ क्रिया की विशेषता बता रहा है
(ग) अव्यय, क्रिया विशेषण, कालवाचक, ‘रहा है’ क्रिया की विशेषता बता रहा है
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तरः (क)

(iii) बर्तन में थोड़ा दूध है।
(क) सर्वनाम, अनिश्चयवाचक, एक वचन, पुल्लिंग
(ख) विशेषण, अनिश्चित परिमाण वाचक, पुल्लिंग, विशेष्य-दूध
(ग) सर्वनाम, निश्चयवाचक, एक वचन, पुल्लिंग
(घ) सर्वनाम, अनिश्चयवाचक, एक वचन, पुल्लिंग
उत्तरः (ख)

(iv) उसने मेहनत से अपना काम पूरा किया।
(क) भाववाचक संज्ञा, एक वचन, स्त्रीलिंग, कर्म कारक
(ख) व्यक्तिवाचक संज्ञा, एक वचन, स्त्रीलिंग, कर्म कारक
(ग) जातिवाचक संज्ञा, एक वचन, पुल्लिंग, कर्म कारक
(घ) भाववाचक संज्ञा, एक वचन, स्त्रीलिंग, करण कारक
उत्तरः (घ)

(v) पद किसे कहते हैं ?
(क) वर्णों वेळ सार्थक समूह को
(ख) शब्दों वेळ सार्थक समूह को
(ग) वाक्य में प्रयुक्त शब्द को
(घ) शब्दों वेळ व्याकरणिक परिचय को
उत्तरः (ग)

Q.6. निम्नलिखित पाँच भागों में से किन्हीं चार भागों के उत्तर दीजिए-  4  अंक
(i)
भय की अधिकता में किस रस की निष्पत्ति होती है?   1  अंक
(क) वीर रस
(ख) करुण रस
(ग) भयानक रस
(घ) रौद्र रस
उत्तरः (घ)

(ii) ‘निर्वेद’ किस रस का स्थायी भाव है?   1  अंक
(क) शांत रस
(ख) करुण रस
(ग) हास्य रस
(घ) शृंगार रस
उत्तरः (क)

(iii) ‘तनकर भाला यूँ बोल उठा  
राणा मुझको विश्राम न दें।
मुझको वैरी से हृदय-क्षोभ
तू तनिक मुझे आराम न दें।’
उपर्युक्त काव्य पंक्तियों में निहित रस है-    1  अंक
(क) वीर रस
(ख) शांत रस
(ग) करुण रस
(घ) रौद्र रस  
उत्तरः (क)

(iv) किस रस को ‘रसराज’ भी कहा जाता है?
(क) शांत रस
(ख) करूण रस
(ग) हास्य रस
(घ) शृंगार रस
उत्तरः (घ)

(v) ‘वीभत्स रस’ का स्थायी भाव है?
(क) उत्साह
(ख) शोक
(ग) जुगुप्सा
(घ) हास
उत्तरः (ग)

पाठ्यपुस्तक
Q.7 निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्पों का चयन कीजिए

जीप कस्बा छोड़कर आगे बढ़ गई तब भी हालदार साहब उस मूर्ति  के बारे में ही सोचते रहे, और अंत में इस निष्कर्ष पर पहुँचे कि कुल मिलाकर कस्बे  के नागरिकों का यह प्रयास सराहनीय ही कहा जाना चाहिए। महत्व मूर्ति  के रंग-रूप या कद का नहीं, उस भावना का है वरना तो देशभक्ति भी आजकल मजाक की चीजें होती जा रही है। दूसरी बार जब हालदार साहब उधर से गुज़रे तो उन्हें मूर्ति में कुछ अंतर दिखाई दिया। ध्यान से देखा तो पाया कि चश्मा दूसरा है। पहले मोटे प्रेळमवाला चैकोर चश्मा था, अब तार वेळ प्रेमवाला गोल चश्मा है। हालदार साहब का कौतूहल और बढ़ा। वाह भई! क्या आइडिया है। मूर्ति कपड़े नहीं बदल सकती लेकिन चश्मा तो बदल ही सकती है।
(i) जीप क्या छोड़कर आगे बढ़ गई ?
(क) सड़क
(ख) स्टेशन
(ग) चैराहा
(घ) कस्बा
उत्तर: (घ)

(ii) हालदार साहब किस के विषय में सोचते रहे ?

(क) नेताजी के बारे में
(ख) मूर्ति  के बारे में
(ग) चैराहे के बारे में
(घ) कस्बे  के बारे में
उत्तर: (ख)

(iii) हालदार साहब के  अनुसार किस बात का महत्त्व अधिक है ?
(क) मूर्ति का
(ख) लेखक का
(ग) भावना का
(घ) इनमें से किसी का नहीं
उत्तर: (ग)

(iv) आजकल क्या मज़्ााक की चीज़ होती जा रही है ?
(क) देश भक्ति
(ख) बड़ों  के प्रति आदर भावना
(ग) मूर्तिकला
(घ) ये सभी
उत्तर: (क)

(v) नेताजी की मूर्ति पर दूसरी बार किस आकार का चश्मा था ?
(क) 
मोटे प्रेम वाला चैकोर
(ख) गोल काले रंग का
(ग) चैड़ा और ऊँचा
(घ) तार के प्रेमवाला गोल
उत्तर: (घ)

Q.8 निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर लिखिए
(i)
‘नेताजी का चश्मा’ पाठ में कैप्टन कौन था ?
(क) एक भूतपूर्व सैनिक
(ख) एक दिव्यांग विकलांग चश्मेवाला
(ग) सेना का एक वीर वैळप्टन
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (ख)

(ii) ‘लखनवी अंदाज’ पाठ में लेखक ने किस पर कटाक्ष या व्यंग्य किया है ?
(क) आधुनिक युवा वर्ग की फैशनप रस्तीपर
(ख) बच्चों की दिखावटी जीवन-शैली पर
(ग) नेताओं की खोखली बातों पर
(घ) पतनशील सामंती वर्ग की बनावटी जीवन-शैली पर
उत्तरः (घ)

Q.9  निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्पों का चयन कीजिए-
बिहसि लखनु बोले मृदु बानी। अहो मुनीसु महाभट मानी ।।
पुनि पुनि मोहि देखाव कुठारू। चहत उड़ावन फुंकि पठारु ।।
इहाँ  कुम्हड़बतिया कोऊ नहीं। जे तर्जनी देखि मरि जाहीं ।।
देखि कुठारु  सरासन बाना। मैं कछु कहा सहित अभिमाना ।।
भृगुसुत समुझि जनेउ बिलोकी। जो कछु कहहु सहौं रिस रोकी ।।
सुर महिसुर हरिजन अरु गाई। हमारे कुल इन्ह पर न सुराई ।।
बधे पापु अपकीरति हारें। मारतहू पा परिअ तुम्हारे ।।
कोटि वुळलिस सम वचन तुम्हारा। व्यर्थ धरहु धनु बान कुठारा ।।
जो बिलोकी अनुचित कहेउँ छमहु महामुनी धीर।
सुनि सरोष भृगुबंसमनि बोले गिरा गंभीर ।।
(i) परशुराम बार-बार अपना कुठार किसे और क्यों दिखा रहे थे ?
(क) राम को - भयभीत करने के लिए
(ख) लक्ष्मण को - भयभीत करने के लिए
(ग) विश्वामित्र को - भयभीत करने के लिए
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तरः (ख)

(ii) ‘इहाँ कुम्हड़बतिया कोउ नाहीं’ कहकर लक्ष्मण अप्रत्यक्ष रूप से अपनी किस विशेषता की ओर संवेळत कर रहे हैं ?
(क) अपने साहस की ओर
(ख) अपनी निडरता की ओर
(ग) अपनी शक्ति की ओर
(घ) उपरोक्त सभी विशेषताओं की ओर
उत्तरः (घ)

(iii) काव्यांश  के अनुसार रघुकुल वेळ लोग किन-किन पर अपनी वीरता का प्रदर्शन नहीं करते ?
(क) देवता, ब्राह्मण, ईश्वर-भक्त और गाय पर
(ख) स्त्रियों, बच्चों, ईश्वर-भक्त और गाय पर
(ग) देवता, ब्राह्मण, वीर योद्वा और गाय पर
(घ) इनमें से कोई नहीं
 उत्तरः (ग)

(iv) काव्यांश की भाषा और छंद है-
(क) ब्रजभाषा - पद
(ख) अवधी भाषा - सवैये
(ग) खड़ी बोली - दोहा और चैपाई
(घ) अवधी भाषा - दोहा और चैपाई
उत्तरः (घ)

(v) ‘कोटि लिकुसु सम बचनु तुम्हारा’ पंक्ति में कौन सा अलंकार है ?
(क) रूपक
(ख) अनुप्रास
(ग) उपमा
(घ) उत्प्रेक्षा
 उत्तरः (ग)

Q.10. निम्नलिखित में से निर्देशानुसार विकल्पों का चयन कीजिए-     2 × 1 = 2
(i) क्रोधित होते हुए भी परशुराम जी ने लक्ष्मण का वध क्यों नहीं किया?
(क) लक्ष्मण ने शिव-धनुष भंग नहीं किया था
(ख) लक्ष्मण को कम आयु का बालक जानकर
(ग) सभा में सब उपस्थित थे
(घ) वे ब्राह्मण थे
उत्तरः (ख)

(ii) ‘कन्यादान’ कविता में स्त्री जीवन के बंधन किसे कहा गया है? 
(क) समाज को
(ख) अशिक्षा को
(ग) अत्याचारों को
(घ) वस्त्रों-आभूषणों को
उत्तरः (घ)

खण्ड ‘ब’ वर्णनात्मक प्रश्न
पाठ्य-पुस्तक एवं पूरक पाठ्य-पुस्तक

Q.11 निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए
(i) ‘पानवाला एक हँसोड़ स्वभाव का व्यक्ति है परंतु उसके हृदय में संवेदना भी है।’ इस कथन  विषय में अपने विचार लिखिए।
उत्तर:
पानवाला हँसमुख स्वभाव का व्यक्ति था। वह बात-बात पर हँसता था किंतु खुशमिजाज होते हुए भी उस हृदय में संवेदना भी थी। कभी कैप्टन के  प्रति कठोर टिप्पणी करने वाला पानवाला हालदार साहब को उसकी मृत्यु की सूचना देते समय भावुक हो उठा। उसकी आँखें कैप्टन को याद कर के  नम हो गईं।

(ii) पाठ के आधार पर बालगोबिन भगत के मधुर गायन की विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर: बालगोबिन भगत कंठ से निकले कबीर के सीधे-सादे पद भी सजीव हो उठते थे। उनके मधुर गायन को सुनकर लोग मंत्रमुग्ध हो जाते थे। खेत में काम करते हुए कृषकों के पैर विशेष क्रम-ताल से उठने लगते, स्त्रियाँ और बच्चे झूम उठते थे। उनके संगीत को सुनकर ऐसा लगता मानो उन मधुर स्वर की एक तरंग स्वर्ग की ओर जा रही है और दूसरी लोगों के कानों की ओर।

(iii) लेखक सेकंड क्लास के  डिब्बे में यात्रा क्यों कर रहा था ?
उत्तर: 
सेकंड क्लास का किराया अधिक होने के कारण उस डिब्बे में अधिक भीड़ नहीं होती थी। लेखक को अपनी नई कहानी विषय में सोचने के लिए एकांत की आवश्यकता थी। साथ ही वह टेंन की खिड़की से प्रावृतिक दृश्यों का आनंद भी लेना चाहता था।

(iv)  संकल्प से संन्यासी थे, मन से संन्यासी नहीं थे - स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: फलादार कामिल बुल्वेळ अपने दृढ़ संकल्प  कारण संन्यासी बने थे वे मन से संन्यासी नहीं थे। जिससे भी रिश्ता बनाते उसे तोड़ते नहीं थे। किसी से कई बर्षों बाद मिलने पर भी उसे वही अपनत्व प्रदान करते थे। वे जब भी दिल्ली आते लेखक से बिना मिले नहीं जाते थे। इसलिए लेखक ने उन्हें संकल्प से संन्यासी कहा है, मन से नहीं।

Q.12 निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 60-70 शब्दों में लिखिए
(i) गोपियों द्वारा उद्वव को भाग्यशाली कहने में क्या व्यंग्य निहित है
उत्तरः 
गोपिया उद्धव पर व्यंग्य करती हुई उन्हें भाग्यवान कहती हैं। वे कहती हैं कि तुम श्रीकृष्ण के अंतरंग मित्र हो परंतु श्री कृष्ण वेळ इतना निकट रहते हुए भी तुम उनके प्रेम से वंचित रहे। जिसे श्रीकृष्ण के इतना निकट रहकर भी उनके प्रति अनुराग नहीं हुआ, वह तुम जैसा ही भाग्यवान हो सकता है। वास्तव में गोपियाँ  को भाग्यवान कहकर व्यंग्य कर रही हैं कि तुमसे बढ़कर दुर्भाग्य किसका है जो श्री कृष्ण के वास्तविक स्वरूप को नहीं पहचान पाए।

(ii) लक्ष्मण ने वीर की क्या-क्या विशेषताएँ बताई हैं ?
उत्तरः (क) वीर योद्धा शत्रु वेळ समक्ष केवल अपनी वीरता का बखान नहीं करते बल्कि रणक्षेत्र में अपना पराक्रम दिखाते हैं।
(ख) वे वीर, साहसी, निडर, शांत, विनम्र तथा धैर्यवान होते हैं।
(ग) वीर योद्धा अपशब्दों का प्रयोग नहीं करते, वे क्षोभ रहित होते हैं।

(iii) ‘उत्साह’ कविता में ‘नवजीवन वाले’ विशेषण किसके लिए और क्यों प्रयोग किया गया है ?
उत्तरः 
‘उत्साह’ कविता में कवि ने नवजीवन वाले ‘विशेषण’ का प्रयोग बादलों के लिए किया है। बादल नवसृजन का प्रतीक हैं। बादल बरस कर अपनी शीतल फुहारों से ग्रीष्म की तपन से त्रस्त जनमानस को राहत पहुंचाता हैं। वे सूखी हुई वनस्पतियों को फिर से हरा-भरा कर उन्हें नवजीवन प्रदान करते हैं।

Q.13  निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो के उत्तर लगभग 40-50 शब्दों में लिखिए-
(i) ‘माता का अँचल’ पाठ में माता-पिता का बच्चे के प्रति जो वात्सल्य प्रकट हुआ है, उससे बच्चे में किन जीवन मूल्यों का विकास होगा ?
उत्तर: ‘माता का अँचल’ पाठ में माता-पिता द्वारा बच्चे के प्रति प्रकट किए गए वात्सल्य से बच्चे का परिवार के प्रति जुड़ाव बढे़गा। आगे चलकर उसकी यह भावना उसे समाज और राष्टं से जोड़ेगी। माता-पिता का वात्सल्य बच्चे में परिवार के सदस्यों के प्रति अटूट लगाव पैदा करता है। उसमें सविनय सहभागिता की भावना पैदा होती है, जिससे सामाजिक और राष्ट्रीय सेवा में  वृद्धि होती है। माता-पिता के स्नेह को पाकर बच्चे का दृष्टिकोण व्यापक होता है जिससे उसमें परहित या परोपकार की भावना उत्पन्न होती है। अतः माता-पिता का वात्सल्य शिशु में जीवन मूल्यों और संस्कारों के विकास के लिए आवश्यक तत्व है।

(ii) जैसे-जैसे रानी के भारत दौरे का समय  नज़दीक आ रहा था, वैसे-वैसे सरकारी तंत्र की चिंता बढ़ती जा रही थी - इसका क्याकारण था ?
उत्तर: 
रानी  के  भारत दौरे का समय जैसे-जैसे नजदीक आ रहा था वैसे-वैसे सरकारी तंत्र की परेशानी बढ़ती जा रही थी। इसका कारण था जाॅर्ज पंचम की लाट की नाक, जो हथियारबंद पहरेदारों  के  गश्त लगाते हुए भी गायब हो गई थी। नई दिल्ली में रानी के स्वागत की तैयारियाँ पूरे जोर-शोर पर थीं पर जाॅर्ज पंचम की लाट की नाक का गायब हो जाना सरकारी तंत्र वेळ लिए परेशानी का कारण बन गया था। उनको चिंता थी कि रानी  के आने से पूर्व यह नाक कैसे लगाई जाए।

(iii) एक संवेदनशील नागरिक के रूप में पर्यावरण प्रदूषण को रोकने में आपकी क्या महत्त्वपूर्ण भूमिका हो सकती है ? ‘साना सानाहाथ जोड़ि’ पाठ के आधार पर लिखिए।
उत्तर: 
प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करना हम सब का उत्तरदायित्व है। प्रकृति के साथ आज जिस प्रकार का खिलवाड़ किया जा रहा है वह दिन दूर नहीं है, जब हमें इसवेळ दुष्परिणाम भुगतने पड़ेंगे। एक संवेदनशील नागरिक के रूप में इसे रोकने में हम महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। न तो हम स्वयं वृक्षों को काटें और न ही किसी अन्य को काटने दें। अधिक से अधिक वृक्षारोपण करें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। वाहनों का यथासंभव कम प्रयोग करें, जिससे उसके विषैले धुएँ से वातावरण को दूषित होने से बचाया जा सके । साथ ही पॉलिथीन, फैक्ट्रियों  का गंदा पानी, अपशिष्ट पदार्थों और नालियों वेळ गंदे पानी को पवित्र नदियों में न जाने दें।

लेखन
Q.14. निम्नलिखित में किसी एक विषय पर दिए गए संकेत-बिंदुओं के आधार पर लगभग 80-100 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए-  1 × 5 = 5
(i) परीक्षा से पहले मेरी मनोदशा 

  1. परीक्षा नाम से भय, 
  2. पर्याप्त तैयारी, 
  3. प्रश्न पत्र देखकर भय दूर हुआ। 

उत्तरः परीक्षा से पहले मेरी मनोदशा 
परीक्षा का समय विद्यार्थियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। उनके परिश्रम की सफलता परीक्षा के परिणाम पर निर्भर करती है इसीलिए विद्यार्थियों पर उसका दबाव बढ़ जाता है। मेरी वार्षिक परीक्षा से पूर्व मेरी भी कुछ ऐसी ही मनोदशा थी। इस समय खेलकूद, टी.वी. और मनोरंजन को छोड़कर मेरा पूरा ध्यान केवल पर्ढ़ाइ पर केंद्रित था। मेरे माता-पिता भी इसमें मेरा पूरा सहयोग कर रहे थे। यद्यपि मेरी सभी विषयों की तैयारी बहुत अच्छी थी फिर भी मन में आशंका रहती थी कि कोई प्रश्न ऐसा न हो जिसे मैं हल न कर सकूँ। इसलिए प्रथम परीक्षा के दिन मैंने अपने सहपाठियों से भी अधिक बात नहीं की। परीक्षा कक्ष में पहुँचकर मैंने ईश्वर का स्मरण करके अपने मन को एकाग्र किया। प्रश्न-पत्र हाथ में आते ही मेरा दिल तेजी से धकड़ने लगा पर उसे देखते ही मैं खुशी से झूम उठी क्योंकि सभी प्रश्न मुझे बहुत अच्छी तरह आते थे। मैंने अपना प्रश्न-पत्र निर्धारित समय में बहुत अच्छी तरह हल किया।

(ii) कोरोना वायरस 

  1. कोरोना का संक्रमण, 
  2. बचाव के उपाय, 
  3. लाॅकडाउन के सकारात्मक प्रभाव। 

उत्तरः  कोरोना वायरस 

वैश्विक महामारी कोविड-19 या कोरोना वायरस (सीओवी) अत्यंत सूक्ष्म (छोटा) किन्तु प्रभावी वायरस है। (दिसम्बर 2019 में चीन के वुहान से शुरू हुए इस घातक वायरस ने विश्व के अनेक देशों में लाखों लोगों को अकाल मृत्यु का शिकार बना दिया। इसके प्रारंभिक लक्षणों में सर्दी, जुकाम, बुखार, नाक बहना, गले में खराश और बाद में साँस लेने में तकलीफ होना, किडनी फेल होना तथा अंत में मृत्यु होना, जैसे दुष्परिणाम सामने आए। इससे बचाव के लिए आवश्यक है कि हम बार-बार साबुन से हाथ धोएं, अनावश्यक घर से न निकलें, सामाजिक दूरी का पालन और मास्क का उपयोग करें, संक्रमित होने पर अन्य लोगों से दूरी बनाकर रखें। कोरोना के संक्रमण को तेजी से फैलने से रोकने हेतु सरकार द्वारा समय-समय पर लॉकडाउन घोषित किया गया।
सभी शिक्षण संस्थान बंद करके विद्यार्थियों को ऑनलाइन शिक्षण सुविधा प्रदान की जा रही है। अभी कोविड-19 से बचाव का टीका नहीं बना है।  अतः आवश्यक है कि हम भयमुक्त हों और विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देशों का पालन करें, पौष्टिक आहार लें। योग-व्यायाम करें तथा पुस्तकों से दोस्ती करें।

(iii) जंक फूड 

  1. जंक फूड क्या होता है?, 
  2. युवा पीढ़ी और जंक फूड, 
  3. जंक फूड खाने के दुष्परिणाम।

उत्तरः  जंक फूड
आजकल जंक फूड अपने स्वाद, लोगों की अत्यधिक व्यस्त दिनचर्या, आसानी से बन जाने तथा सस्ता होने के कारण बहुत लोकप्रिय हो गया है। इस बाहर मिलने वाले अत्यधिक कैलोरी युक्त जंक फूड जैसे बर्गर, पिज्जा, मोमो, टिक्की, पेटी, चाऊमीन आदि को बच्चे ही नहीं बड़े भी बहुत शौक से खाते हैं। पोषक तत्वों की कमी के कारण यह स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है, क्योंकि यह अत्यधिक कार्बोहाइडेªट, उच्च स्तरीय वसा, लवणता और काॅलेस्ट्रोल युक्त भोजन होता है। वैज्ञानिक शोधों से ज्ञात हुआ है कि जंक फूड का स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसके नियमित सेवन से मोटापा, उच्च रक्तचाप, हड्डियों संबंधी रोग, मधुमेह, पाचन तंत्र संबंधी समस्याएँ, मानसिक विकार, यकृत विकार आदि दुष्परिणाम हो सकते हैं। माता-पिता को बच्चों में पौष्टिक आहार ग्रहण करने की आदतें विकसित करनी चाहिए तथा जंक फूड खाने से रोकना चाहिए। हमें स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीने के लिए जंक फूड से बचना चाहिए।

Q.15 नगर विकास प्राधिकरण के सचिव को अपनी कॉलोनी में एक  विकसित करने हेतु एक पत्र 80-100 शब्दों में लिखिए।
उत्तरः 
सेवा में
सचिव
नगर निगम विकास प्राधिकरण
लखनऊ
उत्तर प्रदेश
विषय कॉलोनी के पार्क विकास हेतु
महोदय,
इस पत्र के माध्यम से मैं आपका ध्यान राजीव नगर क्षेत्र स्थित मुख्य पार की ओर आकर्षित करना चाहता हूँ। यह एकमात्र ऐसा पार्क है जो आस-पास स्थित लगभग पाँच काॅलोनियों वेळ बच्चों और निवासियों की सार्वजनिक, स्वास्थ्य, मनोरंजन तथा खेलकूद संबंधी  आवश्यकताओं को पूर्ण करता है। किंतु पिछले कुछ महीनों से इस पार्क की दशा बहुत खराब होती जा रही है। यहाँ लगी हुई घास बिल्कुल सूख चुकी है तथा पार्क के बीच में स्थित फव्वारा के में भरा हुआ पानी बहुत दूषित और दुर्गंध युक्त हो गया है। पार्क में लगे टूटे-पुलटे झूले मानो किसी दुर्घटना को आमंत्रण दे रहे हैं। महोदय, घनी बस्तियों और कॉलोनियों में रहने वाले लोगों के लिए पार्वळ एक वरदान वेळ समान होता है। अतः आपसे निवेदन है कि शीघ्र अतिशीघ्र इस पार्क को पुनः विकसित कर इस क्षेत्र के  निवासियों को उपकृत करने की कृपा करें। हम आपके आभारी रहेंगे।
सधन्यवाद
भवदीय
अ ब स
21/3 राजीव नगर
लखनऊ।
दिनांक
अथवा
आप किसी पर्वतीय स्थल की यात्रा करने गए थे। वहाँ एक स्थानीय छात्र से आपकी मित्रता हुई और उसके सहयोग से आपकी यात्रा अविस्मरणीय बन गई। उसे धन्यवाद देते हुए 80-100 शब्दों में एक पत्र लिखिए

उत्तरः 
273 राजीव नगर
आगरा, उत्तर प्रदेश
दिनांक...........
प्रिय मित्र आदित्य
मधुर स्मृति/सप्रेम नमस्कार
आशा है, तुम सपरिवार स्वस्थ एवं प्रसन्न होंगे। आज मुझे तुम्हारे साथ पर्वतीय स्थल ‘मसूरी’ में बिताए हुए मधुर दिनों की बहुत याद आ रही है। जिस स्नेह से तुमने मुझे वहाँ वेळ दर्शनीय स्थलों की सैर कराई, उसे मैं आजीवन नहीं भूल सकता। तुम्हारे विनम्र व्यवहार, स्नेह और आत्मीयता की छाप मेरे मन पर अंकित हो गई
है।
मेरा मसूरी की यात्रा करने आया और तुम से परिचय होना, एक सुखद संयोग ही था। तुम्हारे परिवार से मिलकर भी बहुत अच्छा लगा। तुम्हारे भव्य आतिथ्य और परिवार से प्राप्त स्नेहपूर्ण व्यवहार वेळ लिए हार्दिक धन्यवाद। तुम्हारे जैसा मित्र पाकर मैं स्वयं को बहुत भाग्यशाली समझता हूँ।
मेरे माता-पिताजी भी तुम्हारे विषय में जानकर बहुत प्रसन्न हुए। उनकी इच्छा है कि तुम इस वर्ष ग्रीष्मावकाश में आगरा आओ। यहाँ पर अनेक दर्शनीय स्थल हैं, जिन्हें देखकर तुम्हें प्रसन्नता होगी। अपने माता-पिता को मेरा सादर नमस्कार और अपने छोटे भाई को मेरा स्नेह देना। एक बार पुनः आभार सहित
तुम्हारा मित्र

Q.16 आपके क्षेत्र में एक नया पब्लिक स्कूल खुला है उसके लिए 25-50 शब्दों में एक आकर्षक विज्ञापन तैयार कीजिए।
उत्तरः 
Class 10 Hindi A: CBSE Sample Question Paper (2020-21) - 4 | CBSE Sample Papers For Class 10

अथवा
‘उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग’ की ओर से पर्यटकों को आकर्षित करते हुए 25.50 शब्दों में एक आकर्षक विज्ञापन तैयार कीजिए।
उत्तरः
Class 10 Hindi A: CBSE Sample Question Paper (2020-21) - 4 | CBSE Sample Papers For Class 10
Q.17 अपने मित्र / अपनी सखी को नववर्ष की बधाई देते हुए 30.40 शब्दों में एक शुभकामना संदेश लिखिए।
उत्तरः
Class 10 Hindi A: CBSE Sample Question Paper (2020-21) - 4 | CBSE Sample Papers For Class 10अथवा
‘शिक्षक दिवस’ के अवसर पर अपने हिंदी शिक्षक के लिए एक भावपूर्ण संदेश 30-40 शब्दों में लिखिए।

उत्तरः
5 सितम्बर, 20…...              
शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ
परम श्रद्धेय गुरुवर
ज्ञान ज्योति प्रज्वलित करके दूर किया अज्ञान का अंधकार,
जीवन पथ पर राह दिखाई, दिए मनुष्यता के संस्कार।
आत्मबल,  उत्साह बढ़ाकर सद्कर्मों का दिया है ज्ञान,
शत-शत वंदन करते गुरुवर, हर पल करते आपका गुणगान।।
आपने अपने असीमित ज्ञान से हमारा जीवन पथ आलोकित कर कर्तव्यनिष्ठ बनने की प्रेरणा दी। आपका
कोटिशः धन्यवाद। हम शिक्षार्थी सदैव आपके स्नेह एवं मार्गदर्शन के लिए आपके ऋणी रहेंगे।

The document Class 10 Hindi A: CBSE Sample Question Paper (2020-21) - 4 | CBSE Sample Papers For Class 10 is a part of the Class 10 Course CBSE Sample Papers For Class 10.
All you need of Class 10 at this link: Class 10
303 docs|7 tests

Top Courses for Class 10

FAQs on Class 10 Hindi A: CBSE Sample Question Paper (2020-21) - 4 - CBSE Sample Papers For Class 10

1. प्रश्न 1 ?
उत्तर 1.
2. प्रश्न 2 ?
उत्तर 2.
303 docs|7 tests
Download as PDF
Explore Courses for Class 10 exam

Top Courses for Class 10

Signup for Free!
Signup to see your scores go up within 7 days! Learn & Practice with 1000+ FREE Notes, Videos & Tests.
10M+ students study on EduRev
Related Searches

Free

,

Class 10 Hindi A: CBSE Sample Question Paper (2020-21) - 4 | CBSE Sample Papers For Class 10

,

shortcuts and tricks

,

past year papers

,

practice quizzes

,

Viva Questions

,

Exam

,

Extra Questions

,

Previous Year Questions with Solutions

,

Class 10 Hindi A: CBSE Sample Question Paper (2020-21) - 4 | CBSE Sample Papers For Class 10

,

Objective type Questions

,

MCQs

,

Summary

,

Semester Notes

,

mock tests for examination

,

Sample Paper

,

Important questions

,

pdf

,

video lectures

,

ppt

,

study material

,

Class 10 Hindi A: CBSE Sample Question Paper (2020-21) - 4 | CBSE Sample Papers For Class 10

;