Class 10 Exam  >  Class 10 Notes  >  संस्कृत कक्षा 10 (Sanskrit Class 10)  >  सारांश - जननी तुल्यवत्सला | Summary

सारांश - जननी तुल्यवत्सला | Summary | संस्कृत कक्षा 10 (Sanskrit Class 10) PDF Download

प्रस्तुत पाठ वेद व्यास द्वारा रचित महाभारत ग्रन्थ के वनपर्व से उद्धृत है। जिसमें व्यास द्वारा कौरव प्रधान धृतराष्ट्र को समझाने का प्रयास किया गया है कि तुम पिता हो और तुम्हें अपने पुत्रों के साथ अपने भतीजों (पाण्डवों) के हित का ख्याल रखना है। प्रस्तुत प्रसंग में गाय के मातृत्व की चर्चा करते हुए गोमाता सुरभि और इन्द्र के माध्यम से यह बताया गया है कि माता के लिए सब संतान बराबर होती है उसके हृदय में अपनी सब सन्तानों के लिए समान स्नेह होता है।

सारांश - जननी तुल्यवत्सला | Summary | संस्कृत कक्षा 10 (Sanskrit Class 10)

एक किसान दो बैलों से अपना खेत जोत रहा था। तभी उनमें से एक दुर्बल बैल हल चलाने व शीघ्र चलने में असमर्थ हो पृथ्वी पर गिर पड़ता है, तो किसान उसे उठाने का प्रयत्न करता है। भूमि पर गिरे हुए दुखित बैल (अपने पुत्र) को देखकर, माता सुरभि की आँखों से आँसू बहने लगते हैं। इन्द्र सुरभि से दुःख का कारण पूछते हैं तो सुरभि कहती है कि क्या आप नहीं देख रहे कि यह मेरा पुत्र किसान द्वारा पीड़ित किया जा रहा है। इन्द्र कहते हैं कि हजारों पुत्रों की माता होते हुए भी इस दीन पुत्र के लिए इतना स्नेह क्यों?

सारांश - जननी तुल्यवत्सला | Summary | संस्कृत कक्षा 10 (Sanskrit Class 10)

माता सुरभि कहती है कि सभी सन्तानों के लिए माता समान स्नेह वाली होती है। परन्तु दुर्बल पुत्र पर माता का विशेष स्नेह होता है। सुरभि के वचन सुनकर इन्द्र का हृदय भी द्रवित हो जाता है फिर प्रचण्ड वायु के साथ वर्षा आरम्भ होने पर किसान बैलों को लेकर अपने घर आ जाता है।

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FAQs on सारांश - जननी तुल्यवत्सला - Summary - संस्कृत कक्षा 10 (Sanskrit Class 10)

1. जननी तुल्यवत्सला की समीक्षा करें।
उत्तर: जननी तुल्यवत्सला एक संगठनात्मक कविता है, जो मातृत्व, प्रेम और समानता के विषय में हमें भावनात्मक रूप से प्रभावित करती है। इस कविता में कवि ने एक माता के प्रति अपनी अद्भुत आदर और स्नेह को व्यक्त किया है।
2. जननी तुल्यवत्सला में कौन-कौन से भाव व्यक्त किए गए हैं?
उत्तर: जननी तुल्यवत्सला में प्रेम, आदर, सम्मान और आवश्यकता के भाव व्यक्त किए गए हैं। कवि ने अपनी मातृ के प्रति अपने जीवन के अत्यंत महत्वपूर्ण भावों को व्यक्त किया है।
3. जननी तुल्यवत्सला क्या संदेश देती है?
उत्तर: जननी तुल्यवत्सला हमें मातृत्व के महत्व को समझाती है। यह कविता हमें यह सिखाती है कि माता ही हमारे जीवन के लिए सबसे महत्वपूर्ण और आवश्यक होती हैं। हमें माता के प्रति आदर और सम्मान देने की जरूरत होती है।
4. जननी तुल्यवत्सला कविता किस भाषा में लिखी गई है?
उत्तर: जननी तुल्यवत्सला कविता हिंदी भाषा में लिखी गई है। हिंदी कवि जैसे रामधारी सिंह दिनकर ने इस कविता को लिखा है।
5. जननी तुल्यवत्सला कविता की विशेषताएँ क्या हैं?
उत्तर: जननी तुल्यवत्सला कविता एक संगठनात्मक और भावनात्मक कविता है। इस कविता में कवि ने एक माता के प्रति अपनी अद्भुत आदर और स्नेह को व्यक्त किया है। कवि ने इस कविता में प्रेम, आदर, सम्मान और आवश्यकता के भावों को व्यक्त किया है।
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