सामान्य निर्देश:
प्रश्न संख्या 1 से 5 दिए गए पाठ पर आधारित हैं। पाठ को ध्यान से पढ़ें और प्रश्नों के उत्तर दें:
ऊँची पर्वत श्रृंखलाओं की बरफ़ीली चोटियों के स्पर्श से शीतल हुई हवा सबसे बेखबर अपनी ही मस्ती में सुबह-सुबह बहती जा रही थी। जब वह जंगलों के बीच से गुजर रही थी, तो फूलों से लदी खूबसूरत वन लता ने अपने रंग भरे शृंगार को झलकाते हुए कहा, ओ शीतल हवा! तनिक मेरे पास आओ और रुको। ताकि मेरी खुशबू से ओतप्रोत होकर इस संसार को अपठित गद्यांश शीतल ही नहीं, सुगंधित भी कर सको लेकिन गर्व से भरी वायु ने सुगंध बाँटने को आतुर लता की प्रार्थना नहीं सुनी और कहा, मैं यूँ ही सबको शीतल कर दूँगी, मुझे किसी से कुछ और लेने की ज़रूरत नहीं है। फिर वह इठलाती हुई आगे बढ़ गई।
पर कुछ ही देर बाद हवा वापस वहीं लौटकर आ गई, जहाँ वन लता से उसका वार्तालाप हुआ था। उसकी चंचलता खत्म हो चुकी थी और वह उदास थी। वह चुपचाप उस लता के समीप बैठ गई।
हवा को इस हाल में देखकर वन लता ने पूछा, अभी कुछ देर पहले ही तो तुम यहाँ से गुज़री थी और खुश लग रही थी। अब इतनी उदास दिखाई पड़ रही हो, क्या बात है? क्या मैं तुम्हारी कुछ मदद कर सकती हूँ? यह सुनकर हवा की आँखों से आँसू झरने लगे। उसने कहा, मैंने अहंकारवश तेरी बात नहीं सुनी और न तेरी खुशबू को ही साथ लिया, लेकिन जैसे ही आगे बढ़ी, गंदगी और बदबू में घिर गई। किसी तरह वहाँ से बचकर आगे बढ़ी और घरों तक पहुँची, लेकिन वहाँ किसी ने मेरा स्वागत नहीं किया। लोगों ने अपने घरों की खिड़कियाँ और दरवाजे बंद कर लिए। इसमें उनका भी कोई दोष नहीं था।उस गंदे क्षेत्र से गुजरने के कारण मुझमें दुर्गंध व्याप्त हो गई थी। भला दुर्गंधयुक्त वायु का कोई कैसे स्वागत करता?
प्रश्न.1: हवा को किस पर घमंड था?
(क) अपनी शक्ति पर
(ख) अपनी गति पर
(ग) अपनी उड़ान पर
(घ) अपनी शीतलता पर
सही उत्तर विकल्प है (घ)
प्रश्न.2: लता क्या करने के लिए आतुर थी?
(क) लोगों से मिलने को
(ख) हवा के साथ जाने को
(ग) घूमने को
(घ) सुगंध बाँटने को
सही उत्तर विकल्प है ()
प्रश्न.3: हवा को किसने रोका और क्यों?
(क) पर्वतों ने, क्योंकि वे उसे जाने नहीं देना चाहते थे
(ख) लता ने , क्योंकि वह भी जाना चाहती थी
(ग) गंदगी ने, क्योंकि उसे हवा पसंद नहीं थी
(घ) लोगों ने, क्योंकि हवा दुर्गन्धयुक्त हो गई थी
सही उत्तर विकल्प है (घ)
प्रश्न.4: गंदगी और बदबू का हवा पर क्या असर पड़ा?
(क) हवा सुगन्धयुक्त हो गई थी
(ख) हवा शीतल हो गई थी
(ग) हवा चलनी बंद हो गई थी
(घ) हवा दुर्गन्धयुक्त हो गई थी
सही उत्तर विकल्प है (घ)
प्रश्न.5: हवा ने वनलता से क्या सीख लिया होगा?
(क) दूसरों की बातों की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए
(ख) अकेले नहीं जाना चाहिए
(ग) दूसरों की बात नहीं सुननी चाहिए
(घ) उसे लता के साथ जाना चाहिए
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न संख्या 6 से 10 दिए गए पाठ पर आधारित हैं। पाठ को ध्यान से पढ़ें और प्रश्नों के उत्तर दें:
संस्कृतियों के निर्माण में एक सीमा तक देश और जाति का योगदान रहता है। संस्कृति के मूल उपादान तो प्रायः सभी सुसंस्कृत और सभ्य देशों में एक सीमा तक समान रहते हैं, किंतु बाहय उपादानों में अंतर अवश्य आता है। राष्ट्रीय या जातीय संस्कृति का सबसे बड़ा योगदान यही है कि वह हमें अपने राष्ट्र की परंपरा से संपृक्त बनाती है, अपनी रीति-नीति की संपदा से विच्छिन्न नहीं होने देती। आज के युग में राष्ट्रीय एवं जातीय संस्कृतियों के मिलन के अवसर अति सुलभ हो गए हैं, संस्कृतियों का पारस्परिक संघर्ष भी शुरू हो गया है। कुछ ऐसे विदेशी प्रभाव हमारे देश पर पड़ रहे हैं, जिनके आतंक ने हमें स्वयं अपनी संस्कृति के प्रति संशयालु बना दिया है। हमारी आस्था डिगने लगी है। यह हमारी वैचारिक दुर्बलता का फल है।
अपनी संस्कृति को छोड़, विदेशी संस्कृति के विवेकहीन अनुकरण से हमारे राष्ट्रीय गौरव को जो ठेस पहुंच रही है, वह किसी राष्ट्रप्रेमी जागरूक व्यक्ति से छिपी नहीं है। भारतीय संस्कृति में त्याग और ग्रहण की अद्भुत क्षमता रही है। अतः आज के वैज्ञानिक युग में हम किसी भी विदेशी संस्कृति के जीवंत तत्वों को ग्रहण करने में पीछे नहीं रहना चाहेंगे, किंतु अपनी सांस्कृतिक निधि की उपेक्षा करके नहीं। यह परावलंबन राष्ट्र की गरिमा के अनुरूप नहीं है। यह स्मरण रखना चाहिए कि सूर्य की आलोकप्रदायिनी किरणों से पौधे को चाहे जितनी जीवनशक्ति मिले, किंतु अपनी जमीन और अपनी जड़ों के बिना कोई पौधा जीवित नहीं रह सकता। अविवेकी अनुकरण अज्ञान का ही पर्याय है।
प्रश्न.6: आधुनिक युग में संस्कृतियों में परस्पर संघर्ष प्रारंभ होने का प्रमुख कारण बताइए।
(क) बाह्य उपादान में अंतर
(ख) आस्था का डिगना
(ग) अनेक संस्कृतियों के मिलन से अतिक्रमण
(घ) आस्था का डिगना
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न.7: अविवेकी अनुकरण किसका पर्याय है?
(क) साक्षरता का
(ख) अज्ञानता का
(ग) संस्कृति का
(घ) ज्ञान का
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.8: संस्कृति के निर्माण में किसका योगदान है?
(क) सभी
(ख) केवल जाति का
(ग) केवल देश का
(घ) जाति और देश का
सही उत्तर विकल्प है (घ)
प्रश्न.9: हम अपनी सांस्कृतिक संपदा की उपेक्षा क्यों नहीं कर सकते?
(क) क्योंकि यह राष्ट्र की गरिमा के अनुरूप नहीं है
(ख) क्योंकि यह राष्ट्र की गरिमा के अनुरूप है
(ग) क्योंकि यह हमारी संस्कृति है
(घ) क्योंकि यह हमारी संस्कृति नहीं है
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.10: हम विदेशी संस्कृति से क्या ग्रहण कर सकते हैं?
(क) संस्कृति के अजीवंत तत्वों को
(ख) संस्कृति के ग्रहण की क्षमता को
(ग) संस्कृति के जीवंत तत्वों को
(घ) संस्कृति के त्याग को
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न संख्या 11 से 15 दिए गए पाठ पर आधारित हैं। पाठ को ध्यान से पढ़ें और प्रश्नों के उत्तर दें:
भारत में हरित क्रांति का मुख्य उद्देश्य देश को खाद्यान्न मामले में आत्मनिर्भर बनाना था, लेकिन इस बात की आशंका किसी को नहीं थी कि रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का अंधाधुंध इस्तेमाल न सिर्फ खेतों में, बल्कि खेतों से बाहर मंडियों तक में होने लगेगा। विशेषज्ञों के मुताबिक रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का प्रयोग खाद्यान्न की गुणवत्ता के लिए सही नहीं है, लेकिन जिस रफ़्तार से देश की आबादी बढ़ रही है, उसके मद्देनज़र फ़सलों की अधिक पैदावार ज़रूरी थी। समस्या सिर्फ रासायनिक खादों के प्रयोग की ही नहीं है। देश के ज़्यादातर किसान परंपरागत कृषि से दूर होते जा रहे हैं। दो दशक पहले तक हर किसान के यहाँ गाय, बैल और भैंस खूटों से बँधे मिलते थे। अब इन मवेशियों की जगह ट्रैक्टर-ट्राली ने ले ली है। परिणामस्वरूप गोबर और घूरे की राख से बनी कंपोस्ट खाद खेतों में गिरनी बंद हो गई। पहले चैत-बैसाख में गेहूँ की फ़सल कटने के बाद किसान अपने खेतों में गोबर, राख और पत्तों से बनी जैविक खाद डालते थे। इससे न सिर्फ खेतों की उर्वरा-शक्ति बरकरार रहती थी, बल्कि इससे किसानों को आर्थिक लाभ के अलावा बेहतर गुणवत्ता वाली फसल मिलती थी।
प्रश्न.11: हमारे देश में हरित क्रांति का उद्देश्य क्या था?
(क) देश को खाद्यान्न के क्षेत्र में परतंत्र बनाना
(ख) देश को खाद्यान्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना
(ग) देश को खाद्यान्न के क्षेत्र में उन्नत बनाना
(घ) देश को खाद्यान्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर न बनाना
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न.12: खाद्यान्नों की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए किनका प्रयोग सही नहीं था?
(क) रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का
(ख) रासायनिक उर्वरकों का
(ग) कीटनाशकों का
(घ) इनमें से कोई नहीं
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.13: विशेषज्ञ हरित क्रांति की सफलता के लिए क्या आवश्यक मानने लगे?
(क) प्राकृतिक खाद का प्रयोग
(ख) कृत्रिम खाद का प्रयोग
(ग) जैविक खाद का प्रयोग
(घ) रासायनिक खाद का प्रयोग
सही उत्तर विकल्प है (घ)
प्रश्न.14: रासायनिक उर्वरक और कीटनाशक का प्रयोग क्यों आवश्यक हो गया?
(क) हरित क्रांति के कारण
(ख) घटती आबादी के कारण
(ग) बढ़ती आबादी के कारण
(घ) फसल के कारण
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न.15: हरित क्रांति का मिट्टी की उर्वरा शक्ति पर क्या असर हुआ?
(क) वह बढ़ गई
(ख) वह औसत से अधिक हो गई
(ग) वह कम हो गई
(घ) वह औसत हो गई
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न संख्या 16 से 20 दिए गए पाठ पर आधारित हैं। पाठ को ध्यान से पढ़ें और प्रश्नों के उत्तर दें:
भारत एक बड़ा देश है। बहुसांस्कृतिक, बहुजातीय, बहुभाषीय लोगों का देश हर हिस्से के अलग रीति-रिवाज, पोशाक की विभिन्नताएँ आदि मौजूद हैं, लेकिन देश के किसी हिस्से में भी चले जाइए, सारी विभिन्नताओं के बीच एक समानता जरूर है - सोने को लेकर गजब का प्यार। सौभाग्य का प्रतीक है-सोना। हमारी परंपराओं, मान्यताओं, रीति-रिवाजों, त्योहारों और संस्कारों से जुड़ा हुआ। युगो-युगों से ये हमें सम्मोहित करता रहा है। गज़ब की कशिश है इसकी चमक में, न जाने क्या जादू है इसमें। ये शुद्ध है, कालजयी, अजर और अमर है। हिंदुओं की मान्यता है कि सोना भगवान सूर्य का अंग है। उनकी अश्रुधारा से निकला हुआ, इसलिए उन्हीं के समान तेजवान और तीव्र ओज से भरपूर है। वैसे सोना न जाने कितनी पीढ़ियों से विरासत की भूमिका निभाता आ रहा है। माँ से बेटी और फिर इस तरह आगे की पीढ़ियों तक। यह महज़ एक धातु नहीं, बल्कि जीवन का एक हिस्सा है। सुख-दु;ख का साथी। हमेशा संबल और आत्मविश्वास देने वाला। ये राजाओं का भी प्यारा रहा और रंकों का भी तथा आध्यात्मिकता से भरपूर महात्माओं का भी। भाँति-भाँति के व्याधि-प्रसित मनुष्य जन्म से यदि कोई सच्चा सुख संसार में है तो सोने में है। कितु वह सुख तभी मिलता है जब सोने का ठीक-ठीक बर्ताव किया जाए। इस सोने को आप चाहे जिस अर्थ में लीजिए निद्रा या धन। बात वही है फर्क सिर्फ इतना ही है कि रात को सोना मन को मनमाना मिल सकता है। धातु वाला सोना सबके पास उतने ही अंदाजे से नहीं आता। दूसरे इतने परिश्रम से मिलता है कि दाँतों सीने आते हैं। हम अपने विचारशील पढ़ने वालों से पूछते हैं सोने के इन दो अर्थों में आप किसे अच्छा समझते है? क्यों साहब रात वाला सोना तो अच्छा है न? इसलिए कि यह कंगाल या धनी सबको एक-सा मयस्सर है।
प्रश्न.16: गद्यांश के अनुसार, देश में विभिन्नताएँ होते हुए कौन-सी समानता है?
(क) सभी का देश के प्रति प्रेम
(ख) सोने को लेकर गजब का प्यार
(ग) सभी का एक ही भाषा को बोलना
(घ) बहुत-सी मान्यताएँ व परंपराएँ समान होना
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.17: गद्यांश में सोने को किसका प्रतीक बताया गया है?
(क) सौभाग्य का
(ख) संपन्नता का
(ग) दुर्भाग्य का
(घ) विपन्नता का
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.18: गद्यांश के अनुसार, सोना क्या है?
(क) सभी
(ख) यह शुद्ध है
(ग) यह अजर और अमर है
(घ) यह कालजयी है
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.19: सोने के प्रति हिंदुओं की क्या मान्यता है?
(क) यह भगवान शिव का अंग है
(ख) यह भगवान विष्णु का अंग है
(ग) यह भगवान इंद्र का अंग है
(घ) यह भगवान सूर्य का अंग है
सही उत्तर विकल्प है (घ)
प्रश्न.20: गद्यांश के अनुसार, सोना महज एक धातु नहीं, बल्कि क्या है?
(क) यह हमेशा संबल तथा आत्मविश्वास देने वाला है
(ख) यह सुख-दुःख का साथी है
(ग) सभी
(घ) यह जीवन का एक हिस्सा है
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न.21: जब कोई शब्द वाक्य में प्रयुक्त होता है तो वह ________ नहीं रह जाता, बल्कि ________ बन जाता है।
(क) शब्द, वाक्य
(ख) शब्द, पद
(ग) पद, शब्द
(घ) पद, वाक्य
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.22: निम्नलिखित में विकारी शब्द होते हैं-
(क) संबंधबोधक शब्द
(ख) संज्ञा शब्द
(ग) विस्मयादिबोधक शब्द
(घ) क्रियाविशेषण शब्द
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.23: अनुस्वार के उच्चारण में 'अं' की ध्वनि कहां से निकलती है ?
(क) तालु
(ख) मुख
(ग) गला
(घ) नासिका
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.24: निम्नलिखित शब्दों में से अनुस्वार के उचित प्रयोग वाला शब्द चुनिए-
स्वंयं, स्वयम, स्वँय, स्वयं
(क) स्वंय
(ख) स्वँय
(ग) स्वयं
(घ) स्वंयं
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न.25: अनुस्वार (ं) यदि त- वर्ग के अक्षरों वर्ग के अक्षरों(त्व,थ्,द्,ध) से पहले किया जाता है तो वह कौन सा रूप धारण करता है?
(क) गं
(ख) ण्
(ग) न,
(घ) ज्ञ,
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न.26: किस शब्द में दो प्रत्ययों का एक साथ प्रयोग किया गया है?
(क) सम्मानित
(ख) जादूगर
(ग) चिरस्मरणीय
(घ) शीतलता
सही उत्तर विकल्प है (घ)
प्रश्न.27: पूजनीय शब्द में प्रत्यय है-
(क) अनीय
(ख) निय
(ग) य
(घ) नीय
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.28: कथनीय शब्द का उचित विकल्प है-
(क) कथ + नीय
(ख) कथन + ईय
(ग) कथ + अनीय
(घ) कथ + उनीय
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.29: 'अधि' उपसर्ग किस भाषा से लिया गया है ?
(क) हिंदी
(ख) अंग्रेजी
(ग) अरबी फारसी
(घ) संस्कृत
सही उत्तर विकल्प है (घ)
प्रश्न.30: 'महत्व' शब्द में कौन-सा प्रत्यय प्रयोग किया गया है?
(क) हत्व
(ख) त्व
(ग) वह
(घ) व
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.31: श्रुतिसम भिन्नात्मक शब्द का सही अर्थ वाला विकल्प चुने-
अवलम्ब-अविलम्ब
(क) सहारा-बिना विलम्ब के
(ख) स्थायी-आवश्यक
(ग) सीधा-ठहरना
(घ) बिना विलम्ब के-सहयोग
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.32: श्रुतिसम भिन्नार्थक शब्द-युग्म ' बदन-वदन' का अर्थ है -
(क) शरीर-मुख
(ख) सार्थक शब्द- निरर्थक शब्द
(ग) शरीर- चेहरा
(घ) अंग -प्रत्यंग
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.33: 'चाँदनी' शब्द का पर्यायवाची बताइए।
(क) कौमुदी
(ख) उर्मि
(ग) अभिलाषा
(घ) अंबु
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.34: भुजंग का पर्यायवाची शब्द है-
(क) सर्प
(ख) गिरगिट
(ग) केंचुआ
(घ) तोता
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.35: 'पुष्प' शब्द का पर्यायवाची बताइए।
(क) मेह
(ख) श्रोत्र
(ग) पावस
(घ) प्रसून
सही उत्तर विकल्प है (घ)
प्रश्न.36: 'भूषण' शब्द का विलोम बताइए।
(क) कटु
(ख) विभूषण
(ग) शुष्क
(घ) दूषण
सही उत्तर विकल्प है (घ)
प्रश्न.37: उन्मूलन शब्द का विलोम शब्द है-
(क) रोपण
(ख) आरोपण
(ग) उत्यापण
(घ) मूल्य
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.38: 'दिवाकर' शब्द का विलोम बताइए।
(क) बलवान
(ख) निशाकर
(ग) रात्रि
(घ) सरस
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.39: अर्थ की दृष्टि से वाक्य भेद बताइए-
श्रीराम के पिता का नाम दशरथ था।
(क) विस्मयादिवाचक
(ख) विधानवाचन
(ग) मिश्रितवाचक
(घ) निषेधवाचक
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.40: अर्थ की दृष्टि से वाक्य भेद बताइए-
हो सकता है वह बाजार गया हो।
(क) आज्ञावाचक वाक्य
(ख) प्रश्नवाचक वाक्य
(ग) संदेहवाचक वाक्य
(घ) विधानवाचक वाक्य
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न संख्या 41 से 45 दिए गए पाठ पर आधारित हैं। पाठ को ध्यान से पढ़ें और प्रश्नों के उत्तर दें:
मनष्यों की पोशाकें उन्हें विभिन्न श्रेणियों में बाँट देती हैं। प्रायः पोशाक ही समाज में मनुष्य का अधिकार और उसका दर्जा निश्चित करती है। वह हमारे लिए अनेक बंद दरवाजे खोल देती है, परंतु कभी ऐसी भी परिस्थिति आ जाती है कि हम जरा नीचे झुककर सपाज की निचली श्रेणियों की अनुभूति को समझना चाहते हैं। उस समय यह पोशाक ही बंधन और अड़चन बन जाती है। जैसे वायु की लहरें कटी हुई पतंग को सहसा भूमि पर नहीं गिर जाने देतीं, उसी तरह खास परिस्थितियों में हमारी पोशाक हमें झुक सकने से रोके रहती है।
बाजार में, फुटपाथ पर कुछ खरबूजे डलिया में और कुछ जमीन पर बिक्री के लिए रखे जान पड़ते थे। खरबूजों के समीप एक अधेड़ उम्र की औरत बैठी रो रही थी। खरबूजे बिक्री के लिए थे, परंतु उन्हें खरीदने के लिए कोई कैसे आगे बढ़ता? खरबूजों को बेचने वाली तो कपड़े से मुँह छिपाए सिर को घुटनों पर रखे फफक-फफककर रो रही थी।
प्रश्न.41: गद्यांश के आधार पर बताइए कि मनुष्य की पोशाक कौन-सा कार्य करती है?
(क) व्यक्ति को प्रतिष्ठित बनाती है
(ख) विभिन्न श्रेणियों में बाँट देती है
(ग) भेदभाव को कम करती है
(घ) समानता और भाईचारे की भावना पैदा करती है
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.42: लेखक के अनुसार पोशाक हमारे लिए बंधन कब बन जाती है?
(क) जब हम अपने से ऊँची श्रेणियों के लोगों से मिलते हैं
(ख) जब हम न चाहते हुए भी उन्हें पहनते हैं
(ग) जब हम अपने से नीची श्रेणियों की अनुभूति को समझना चाहते हैं
(घ) जब हम किसी विशेष कार्यक्रम में जाते हैं।
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न.43: लेखक किसके रोने का कारण नहीं जान सका?
(क) निम्न वर्ग के
(ख) बूढ़ी स्त्री के
(ग) बच्चे के
(घ) दुकान वाले के
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.44: कपड़े में मुँह को छिपाए सिर को घुटनों पर रखकर कौन रो रहा था?
(क) बूढ़ी स्त्री
(ख) भगवाना
(ग) पड़ौसिन
(घ) लेखक का मित्र
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.45: बूढ़ी स्त्री के रोने का क्या कारण था?
(क) खरबूजे न बिकना
(ख) बेटे की मृत्यु
(ग) उसकी गरीबी
(घ) लोगों के ताने
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न संख्या 46 से 50 दिए गए पाठ पर आधारित हैं। पाठ को ध्यान से पढ़ें और प्रश्नों के उत्तर दें:
जब अप्रैल में मैं बेस कैंप में थी, तेनजिंग अपनी सबसे छोटी सपत्री डेकी के साथ हमारे पास आए थे। उन्होंने इस बात पर विशेष महत्त्व दिया था कि दल के प्रत्येक सदस्य और प्रत्येक शेरपा कुली से बातचीत की जाए। जब मेरी बारी आई, मैंने अपना परिचय यह कहकर दिया कि मैं बिल्कुल ही नौसिखिया हूँ और एवरेस्ट मेरा पहला अभियान है। तेनजिंग हँसे और मुझसे कहा कि एवरेस्ट उनके लिए भी पहला अभियान है, लेकिन यह भी स्पष्ट किया कि शिखर पर पहुँचने से पहले उन्हें सात बार एवरेस्ट पर जाना पड़ा था। फिर अपना हाथ मेरे कंधे पर रखते हुए उन्होंने कहा, "तुम एक पक्की पर्वतीय लड़की लगती हो। तुम्हें तो शिखर पर पहले ही प्रयास में पहुँच जाना चाहिए।"
प्रश्न.46: पाठ के आधार पर बताइए कि तेनजिंग कौन था?
(क) लेखिका का ट्रेनर
(ख) पर्वतों की जानकारी रखने वाला सैलानी
(ग) एवरेस्ट पर चढ़ने वाला पहला व्यक्ति
(घ) लेखिका का सहयोगी
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न.47: तेनजिंग ने किस बात पर विशेष महत्त्व दिया?
(क) प्रत्येक सदस्य की परीक्षा लेने पर
(ख) प्रत्येक सदस्य से बातचीत करने पर
(ग) सदस्यों का सामान स्वयं उठाने पर
(घ) कैप के संचालन करने पर
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.48: लेखिका ने स्वयं को नौसिखिया क्यों बताया?
(क) क्योंकि वह दूसरी बार एवरेस्ट पर चढ़ रही थी
(ख) वह पहले से ही चढ़ाई के बारे में बहुत कुछ जानती थी
(ग) इनमें से कोई नहीं
(घ) क्योंकि एवरेस्ट पर चढ़ना उसका पहला पर्वतीय अभियान था
सही उत्तर विकल्प है (घ)
प्रश्न.49: गद्यांश के अनुसार बचेंद्री पाल (लेखिका) का यह कौन-सा अभियान है?
(क) चौथा
(ख) तीसरा
(ग) पहला
(घ) दूसरा
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न.50: लेखिका के लिए तेनजिंग ने कौन-से शब्द कहे थे?
(क) तुम दल के पीछे पीछे ही चलना
(ख) तुम्हें पहले प्रयास में ही शिखर पर पहुँच जाना चाहिए
(ग) तुम पर्वतीय लड़की नहीं हो
(घ) तुम पर्वत शिखर पर नहीं पहुँच पाओगी
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न संख्या 51 से 54 दिए गए पाठ पर आधारित हैं। पाठ को ध्यान से पढ़ें और प्रश्नों के उत्तर दें:
अब कैसे छूटै राम नाम रट लागी।
प्रभु जी, तुम चंदन हम पानी, जाकी अँग-अँग बास समानी।
प्रभु जी, तुम घन बन हम मोरा, जैसे चितवत चंद चकोरा।
प्रभु जी, तुम दीपक हम बाती, जाकी जोति बरै दिन राती।
प्रभु जी, तुम मोती हम धागा, जैसे सोनहिं मिलत सुहागा।
प्रभु जी, तुम स्वामी हम दासा, ऐसी भक्ति करै रैदासा।
प्रश्न.51: रेदास के अंग-अंग में क्या समाया हुआ है?
(क) चंदन
(ख) जल
(ग) ईश्वर
(घ) प्रेम
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न.52: कवि ईश्वर की ओर आशा भाव से किस प्रकार देखते हैं?
(क) जैसे किसान बादलों की ओर देखता है।
(ख) जैसे पपीहा बादलों की ओर देखता है
(ग) जैसे चकोर चाँद की ओर देखता है
(घ) जैसे मोर बादलों की ओर देखता है
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न.53: मोती के साथ मिलने से किसकी कीमत बढ़ जाती है?
(क) सुहागे की
(ख) धागे की
(ग) व्यक्ति की।
(घ) सोने की
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.54: रैदास अपने को क्या मानते हैं?
(क) ईश्वर का सखा
(ख) ईश्वर का पुत्र
(ग) ईश्वर का दास
(घ) ईश्वर सहचर
सही उत्तर विकल्प है (ग)
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