सामान्य निर्देश:
प्रश्न संख्या 1 से 5 दिए गए पाठ पर आधारित हैं। पाठ को ध्यान से पढ़ें और प्रश्नों के उत्तर दें:
संस्कृतियों के निर्माण में एक सीमा तक देश और जाति का योगदान रहता है। संस्कृति के मूल उपादान तो प्रायः सभी सुसंस्कृत और सभ्य देशों में एक सीमा तक समान रहते हैं, किंतु बाहय उपादानों में अंतर अवश्य आता है। राष्ट्रीय या जातीय संस्कृति का सबसे बड़ा योगदान यही है कि वह हमें अपने राष्ट्र की परंपरा से संपृक्त बनाती है, अपनी रीति-नीति की संपदा से विच्छिन्न नहीं होने देती। आज के युग में राष्ट्रीय एवं जातीय संस्कृतियों के मिलन के अवसर अति सुलभ हो गए हैं, संस्कृतियों का पारस्परिक संघर्ष भी शुरू हो गया है। कुछ ऐसे विदेशी प्रभाव हमारे देश पर पड़ रहे हैं, जिनके आतंक ने हमें स्वयं अपनी संस्कृति के प्रति संशयालु बना दिया है। हमारी आस्था डिगने लगी है। यह हमारी वैचारिक दुर्बलता का फल है।
अपनी संस्कृति को छोड़, विदेशी संस्कृति के विवेकहीन अनुकरण से हमारे राष्ट्रीय गौरव को जो ठेस पहुंच रही है, वह किसी राष्ट्रप्रेमी जागरूक व्यक्ति से छिपी नहीं है। भारतीय संस्कृति में त्याग और ग्रहण की अद्भुत क्षमता रही है। अतः आज के वैज्ञानिक युग में हम किसी भी विदेशी संस्कृति के जीवंत तत्वों को ग्रहण करने में पीछे नहीं रहना चाहेंगे, किंतु अपनी सांस्कृतिक निधि की उपेक्षा करके नहीं। यह परावलंबन राष्ट्र की गरिमा के अनुरूप नहीं है। यह स्मरण रखना चाहिए कि सूर्य की आलोकप्रदायिनी किरणों से पौधे को चाहे जितनी जीवनशक्ति मिले, किंतु अपनी जमीन और अपनी जड़ों के बिना कोई पौधा जीवित नहीं रह सकता। अविवेकी अनुकरण अज्ञान का ही पर्याय है।
प्रश्न.1: आधुनिक युग में संस्कृतियों में परस्पर संघर्ष प्रारंभ होने का प्रमुख कारण बताइए।
(क) बाह्य उपादान में अंतर
(ख) आस्था का डिगना
(ग) अनेक संस्कृतियों के मिलन से अतिक्रमण
(घ) आस्था का डिगना
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न.2: अविवेकी अनुकरण किसका पर्याय है?
(क) साक्षरता का
(ख) अज्ञानता का
(ग) संस्कृति का
(घ) ज्ञान का
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.3: संस्कृति के निर्माण में किसका योगदान है?
(क) सभी
(ख) केवल जाति का
(ग) केवल देश का
(घ) जाति और देश का
सही उत्तर विकल्प है (घ)
प्रश्न.4: हम अपनी सांस्कृतिक संपदा की उपेक्षा क्यों नहीं कर सकते?
(क) क्योंकि यह राष्ट्र की गरिमा के अनुरूप नहीं है
(ख) क्योंकि यह राष्ट्र की गरिमा के अनुरूप है
(ग) क्योंकि यह हमारी संस्कृति है
(घ) क्योंकि यह हमारी संस्कृति नहीं है
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.5: हम विदेशी संस्कृति से क्या ग्रहण कर सकते हैं?
(क) संस्कृति के अजीवंत तत्वों को
(ख) संस्कृति के ग्रहण की क्षमता को
(ग) संस्कृति के जीवंत तत्वों को
(घ) संस्कृति के त्याग को
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न संख्या 6 से 10 दिए गए पाठ पर आधारित हैं। पाठ को ध्यान से पढ़ें और प्रश्नों के उत्तर दें:
ऑनलाइन शिक्षा एक ऐसा माध्यम है, जिसके द्वारा शिक्षक घर बैठे इंटरनेट के माध्यम से देश के किसी भी कोने से विद्यार्थियों को पढ़ा सकते हैं। इसके अंतर्गत शिक्षक और विद्यार्थी उपयुक्त समय का चुनाव कर इंटरनेट के द्वारा एक-दूसरे से जुड़ जाते हैं। स्काइप, जूम, व्हाद्सएप्प आदि विभिन्न माध्यमों को अपनाकर शिक्षक विद्यार्थी को सरलता से शिक्षा प्रदान कर सकते हैं। कुछ समय पहले तक ऑनलाइन शिक्षा उच्च शिक्षा प्रहण करने वाले विद्यार्थियों तक ही सीमित थी, परंतु वर्तमान में कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन के अंतर्गत सभी विद्यालय, महाविद्यालय आदि शैक्षणिक संस्थान बंद होने पर प्राथमिक शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थी भी ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से शिक्षा ग्रहण करने लगे। विद्यार्थियों की शिक्षा को निर्बाध रूप से बनाए रखने के लिए अधिकांश शैक्षणिक संस्थानों द्वारा ऑनलाइन शिक्षा को प्रोत्साहन दिया गया।
ऑनलाइन शिक्षा के अंतर्गत विभिन्न एप्स; जैसे-जूम, गुगल सीट की सहायता से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग करके शिक्षक एकसाथ कई विद्यार्थियों को घर बैठे शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। इसके माध्यम से विद्यार्थी विषय को भली-भाँति समझ रहे हैं और यदि किसी विषय से संबंधित उन्हें कोई समस्या होती है, तो शिक्षक तुरंत उस समस्या का समाधान कर देते हैं। साथ ही विभिन्न विषयों से संबंधित शैक्षिक सामग्री; जैसे-वर्कशीट, नोट्स आदि उपलब्ध कराकर विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं को शांत किया जा रहा है, जिससे विद्यार्थी अपनी शिक्षा को निरंतर जारी रख सकते हैं। अत: ऑनलाइन शिक्षा सुविधाजनक है। इससे समय की बचत होती है तथा विद्यार्थी की एकाप्रता क्षमता में वृद्धि होती है। ऑनलाइन शिक्षा के लिए कंप्यूटर, लैपटॉप व स्मार्टफोन की उपलब्यता आवश्यक है। इनमें से किसी भी माध्यम से छात्र ऑनलाइन शिक्षा प्रहण कर सकते हैं। अधिकांश लोग सीमित आय वाले हैं। उनके लिए महंगे स्मार्टफोन खरीदना आसान नहीं है। इसके साथ सभी जगह इंटरनेट की गुणवत्ता अच्छी न होने के कारण ऑनलाइन शिक्षा बाधित होती है। शिक्षां ग्रहण करने हेतु विद्यार्थियों को अधिक समय तक फोन देखना पड़ता है, जिसके कारण आँखों में दर्द, माइग्रेन आदि शारीरिक समस्याएँ उत्पन्न होने का भय बना रहता है तथा मानसिक विकास भी अवरुद्ध होता है। अत: आनलाइन शिक्षा के सीमित और संतुलित उपयोग पर बल देना आवश्यक है।
प्रश्न.6: शिक्षक घर बैठे किस माध्यम से देश के किसी भी कोने से विद्यार्थियों को पढ़ा सकते हैं?
(क) फेसबुक के माध्यम से
(ख) ऑफलाइन शिक्षा के माध्यम से
(ग) औनलाइन शिक्षा के माध्यम से
(घ) पत्राचार के माध्यम से
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न.7: ऑनलाइन शिक्षा में किसके द्वारा शिक्षक और विद्यार्थी परस्पर जुड़े हैं?
(क) तार द्वारा
(ख) इंटरनेट के द्वारा
(ग) इनमें से कोई नहीं
(घ) टेलीफोन द्वारा
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.8: कुछ समय पहले ऑनलाइन शिक्षा किनके लिए थी?
(क) निम्न शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों के लिए
(ख) उच्च शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों के लिए
(ग) इनमें से कोई नहीं
(घ) उच्च और निम्न शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों के लिए
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.9: वर्तमान में किसके कारण सभी शैक्षणिक संस्थान बंद हो गए?
(क) कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन के कारण
(ख) विद्यार्थियों की शिक्षा के प्रति उदासीनता के कारण
(ग) चुनावों के कारण
(घ) अघ्यापकों की हड़तालों के कारण
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.10: ऑनलाइन शिक्षा के कारण किसका भय बना रहता है?
(क) मानसिक विकास का अवरुद्ध होने का
(ख) विद्यार्थियों की आँखों में दर्द की समस्या उत्पन्न होने का
(ग) माइग्रेन आदि बीमारियाँ होने का
(घ) सभी
सही उत्तर विकल्प है (घ)
प्रश्न संख्या 11 से 15 दिए गए पाठ पर आधारित हैं। पाठ को ध्यान से पढ़ें और प्रश्नों के उत्तर दें:
विज्ञान ने मनुष्य को मशीन बना दिया है, यह कहना उचित नहीं है। मशीनों का आविष्कार मनुष्य ने अपनी सुख-सुविधा के लिए किया है। यदि मशीनें नहीं होतीं, तो मनुष्य इतनी तेजी से प्रगति नहीं कर पाता एवं उसका जीवन तमाम तरह के झंझावातों के बीच ही गुम होकर रह जाता। मशीनों से मनुष्य को लाभ हुआ है, यदि उसे भौतिक सुख-सुविधाएँ प्राप्त हो रही हैं, तो उसमें मशीनों का योगदान प्रमुख है। मशीनों को कार्यान्वित करने के लिए मनुष्य को उन्हें परिचालित करना पड़ता है जिससे कार्य करने में उसे अधिक परिश्रम नहीं करना पड़ता।
यदि कोई त्यक्ति मशीन के बिना कार्य करे, तो उसे अधिक परिश्रम करने की आवश्यकता पड़ेगी। इस दृष्टि से देखा जाए, तो मशीनों के कारण मनुष्य का जीवन यंत्रवत् नहीं हुआ है, वल्कि उसके लिए हर प्रकार का कार्य करना सरल हो गया है। यह विज्ञान का ही वरदान है कि अब डेबिट-क्रेडिट कार्ड के रूप में लोगों के पर्स में प्लास्टिक मनी आ गई है और वे जब भी चाहें, रुपये निकाल सकते हैं। रुपये निकालने के लिए अब बैंकों में घंटों लाइन में लगने की जरूरत ही नहीं।
पहले लंबी दूरी की यात्रा करना मनुष्य के लिए अत्यंत कष्टदायी होता था। अब विज्ञान ने मनुष्य की हर प्रकार की यात्रा को पुखमय बना दिया है। सड़कों पर दौड़ती मोटरगाड़ियाँ एवं गयरपोर्ट पर लोगों की भीड़ इसका उदाहरण हैं।
महले मनुष्य के पास मनोरंजन के लिए विशेष साधन उपलब्ध आ गया है। यही नहीं मनुष्य विज्ञान की सहायता से शारीरिक मजोरियों एवं स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से छुटकारा निजात) पाने में अब पहले से कहीं अधिक सक्षम हो गया है और यह सब संभव हुआ चिकित्सा क्षेत्र में आई वैज्ञानिक प्रगति से।
प्रश्न.11: मशीनें नहीं होतीं तो क्या होता?
(क) मनुष्य तेजी से प्रगति नहीं कर पाता
(ख) मनुष्य तेजी से प्रगति कर पाता
(ग) मनुष्य खुश रहता
(घ) मनुष्य झंझावातों से निकल जाता
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.12: विज्ञान ने मनुष्यों को क्या-2 दिया है?
(क) मशीनें
(ख) सुख-सुविधाएँ
(ग) असुविधाएँ
(घ) परिश्रम
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.13: मशीनों से मानव के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ा है?
(क) उसे अधिक परिश्रम करना पड़ता है
(ख) उसका प्रत्येक कार्य सरल हो गया है
(ग) उसका प्रत्येक कार्य कठिन हो गया है
(घ) उसका जीवन यंत्रवत् हो गया है
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.14: गद्यांश के अनुसार विज्ञान का वरदान क्या है?
(क) लोग जब चाहें रुपये निकाल सकते हैं
(ख) उपरोक्त सभी
(ग) डेबिट-क्रेडिट कार्ड के रूप में लोगों के पर्स में प्लास्टिक मनी आ गई है
(घ) अब रुपये निकालने के लिए बैंकों में घंटों तक लाइन में नहीं लगना पड़ता`
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.15: मशीनों का प्रमुख योगदान क्या रहा है?
(क) मनुष्य को यंत्रवत् जीना पड़ता है
(ख) मनुष्य को परिश्रमी बना दिया है
(ग) मनुष्य को भौतिक सुख-सुविधाएँ प्राप्त हो रही हैं
(घ) उपरोक्त में से कोई नहीं
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न संख्या 15 से 20 दिए गए पाठ पर आधारित हैं। पाठ को ध्यान से पढ़ें और प्रश्नों के उत्तर दें:
प्राचीनकाल से ही देशाटन ऋषियों-मुनियों और राजाओं को भी प्रिय रहा है। उस समय हवाई जहाज, ट्रेनें, बसें आदि सुविधाजनक वाहन नहीं होते थे। लोग घोड़ों पर बैठकर सवारी करते थे या पैदल ही यात्रा किया करते थे। प्राचीनकाल में लोग हजारों-हजारों मील पैदल यात्रा करते हुए एक राज्य से दूसरे राज्य में पहुँच जाया करते थे। हाँ ! उसमें उनको काफी समय लग जाता था, परंतु उनको उस यात्रा में आनंद खूब आता था, साथ ही उन्हें उस इलाके की पूरी जानकारी भी प्राप्त हो जाती थी।
पर्यटन द्वारा ज्ञान-प्राप्ति के साथ-साथ हमें सरस और सुरुचिपूर्ण मनोरंजन भी प्राप्त होता है। विभिन्न स्थानों, वनों पहाड़ों, नदी-तालाबों और सागर की उत्ताल तरंगों का अवलोकन कर पर्यटक झूम उठते हैं। पर्यटन हमें नयनाभिराम दृश्यों को देखने का अवसर देता है। पर्यटन हमारे स्वास्थ्य के लिए भी हितकर है। जलवायु परिवर्तन से चित्त में सरसता और उत्साह का संचार होता है। इससे हम प्रसन्न मन:स्थिति में रहते हैं, जो हमारे उत्तम स्वास्थ्य की अनिवार्य शर्त है। देशाटन अथवा पर्यटन के दौरान अनेक कष्टों और कठिनाइयों का सामना करने पर जब हम उन्हें सुलझाने में सफल हो जाते हैं, तो हमें एक अद्भुत प्रसन्नता प्राप्त होती है।
फलस्वरूप हमारे आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। पर्यटन ने हमारे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को भी प्रभावित किया है। इससे विभिन्न राष्ट्रों में परस्पर निकटता बढ़ती है और व्यापारिक संबंध दृढ़ होते हैं। विकसित देशों के संपर्क ने विकासशील देशों की उन्नति को तीव्र गति प्रदान की है और अविकसित देशों के विकास में सहयोग देना आरंभ किया है। राष्ट्रों के पारस्परिक वैमनस्य और बैर को दूर करने में पर्यटन का योगदान महत्वपूर्ण हो सकता है।
प्रश्न.16: पर्यटन से हमें क्या प्राप्त होता है?
(क) इनमें से कोई नहीं
(ख) ज्ञान-प्राप्ति के साथ सरस और सुरुचिपूर्ण मनोरंजन
(ग) धन-लाभ
(घ) सामाजिक और राजनीतिक लाभ
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.17: पर्यटन स्वास्थ्य के लिए किस प्रकार हितकर है?
(क) हमारे आत्मविश्वास में वृद्धि होती है
(ख) पर्यटन से चित्त में सरसता और उत्साह का संचार होता है
(ग) सभी
(घ) मन प्रसन्न रहता है
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न.18: पर्यटन हमें किस प्रकार प्रभावित करता है?
(क) राष्ट्रों में परस्पर निकटता बढ़ती है
(ख) सभी
(ग) व्यापारिक संबंध दृढ़ होते हैं
(घ) राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में वृद्धि होती है
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.19: विकसित देशों के संपर्क से क्या लाभ हुआ है?
(क) इनमें से कोई नहीं
(ख) विकासशील देश उन्नति के पथ पर गतिशील हुए हैं
(ग) विकासशील देशों से गरीबी दूर हुई है
(घ) विकासशील देशों की आर्थिक प्रगति कम हुई है
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.20: पर्यटन का कौन-सा योगदान महत्वपूर्ण हो सकता है?
(क) राष्ट्रों के पारस्परिक वैमनस्य और बैर को दूर करना
(ख) विकासशील देशों में व्यापार करना
(ग) अविकसित देशों को विकसित देशों का सहयोग
(घ) राष्ट्रों में पारस्परिक वैमनस्यता की भावना बढ़ना
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.21: शब्द ________ के नियमों से मुक्त या स्वतंत्र होता है।
(क) व्याकरण
(ख) वाक्य
(ग) शब्द
(घ) पद
सही उत्तर विकल्प है (ख)
वाक्य - शब्द का अपना स्वरूप होता है।
प्रश्न.22: प्रयोग के आधार पर शब्द के ________ भेद होते हैं।
(क) दो
(ख) चार
(ग) पाँच
(घ) तीन
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रयोग के आधार पर शब्द के दो भेद होते हैं। विकारी शब्द और अविकारी शब्द।
प्रश्न.23: निम्नलिखित शब्दों में से अनुस्वार के उचित प्रयोग वाला शब्द चुनिए-
निताँत, हिंसा, भाँति, सनंस्कार
(क) निताँत
(ख) सनंस्कार
(ग) भाँति
(घ) हिंसा
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.24: निम्नलिखित में से किस शब्दों में अनुनासिक ध्वनि प्रयोग नहीं की गई है?
(क) दिसंबर
(ख) आँखें
(ग) फूँकना
(घ) झाँका
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.25: निम्नलिखित में से कौन-सा मानक रूप है?
(क) घू़घंट
(ख) अँधेर
(ग) कुआं
(घ) चांद
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.26: पल्लवित शब्द में किस प्रत्यय का प्रयोग हुआ है?
(क) त
(ख) इत
(ग) वित
(घ) वत
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.27: उल्लंघन शब्द में उपसर्ग बताइए-
(क) उल्
(ख) उल
(ग) उत्
(घ) उल्ल
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न.28: पवित्र शब्द में कौन-सा प्रत्यय है?
(क) पव
(ख) त्र
(ग) इत्र
(घ) वित्र
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न.29: बहुतायत शब्द में प्रत्यय है-
(क) आयत
(ख) त
(ग) यत
(घ) अत
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.30: जय से पूर्व कौन-सा उपसर्ग लगाएँ कि उसका अर्थ विपरीत हो जाए?
(क) वि
(ख) परि
(ग) परा
(घ) अ
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न.31: श्रुतिसम भिन्नात्मक शब्द का सही अर्थ वाला विकल्प चुने-
सूत-सुत
(क) सारथी-धागा
(ख) धारा-घोड़ा
(ग) पुत्र-सुई
(घ) धागा-पुत्र
सही उत्तर विकल्प है (घ)
प्रश्न.32: श्रुतिसम भिन्नात्मक शब्द का सही अर्थ वाला विकल्प चुने-
अंश-अंस
(क) इनमें से कोई नहीं
(ख) हिस्सा-बाद
(ग) बाद-कंधा
(घ) हिस्सा-कंधा
सही उत्तर विकल्प है (घ)
प्रश्न.33: तरणि का पर्यायवाची शब्द है-
(क) नदी
(ख) युवती
(ग) सूर्य
(घ) नाम
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.34: अतनु का पर्यायवाची शब्द है-
(क) कामदेव
(ख) कृष्ण
(ग) ईश्वर
(घ) वसंत
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.35: दाँत का पर्यायवाची शब्द नहीं है-
(क) दाडिम
(ख) रदन
(ग) दशन
(घ) दन्त
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.36: उग्र शब्द का विलोम शब्द है-
(क) क्रोधी
(ख) अग्र
(ग) अशांत
(घ) शांत
सही उत्तर विकल्प है (घ)
प्रश्न.37: 'अनाथ' शब्द का विलोम बताइए।
(क) सबल
(ख) सनाथ
(ग) संबंधी
(घ) नाथ
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.38: 'अवनति' शब्द का विलोम बताइए।
(क) निम्न
(ख) प्रतिक्रिया
(ग) विरह
(घ) उन्नति
सही उत्तर विकल्प है (घ)
प्रश्न.39: जिन वाक्यों से हर्ष, आश्चर्य, घृणा, शोक आदि संबंधी भाव प्रकट हो उसे ________ वाचक वाक्य कहते है।
(क) इच्छा
(ख) विस्मयादि
(ग) प्रश्न
(घ) संकेत
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.40: अर्थ की दृष्टि से वाक्य भेद बताइए-
क्या मेरा भाई आपसे मिला?
(क) विधानवाचक वाक्य
(ख) संदेहवाचक वाक्य
(ग) प्रश्नवाचक वाक्य
(घ) आज्ञावाचक वाक्य
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न संख्या 41 से 45 दिए गए पाठ पर आधारित हैं। पाठ को ध्यान से पढ़ें और प्रश्नों के उत्तर दें:
मनष्यों की पोशाकें उन्हें विभिन्न श्रेणियों में बाँट देती हैं। प्रायः पोशाक ही समाज में मनुष्य का अधिकार और उसका दर्जा निश्चित करती है। वह हमारे लिए अनेक बंद दरवाजे खोल देती है, परंतु कभी ऐसी भी परिस्थिति आ जाती है कि हम जरा नीचे झुककर सपाज की निचली श्रेणियों की अनुभूति को समझना चाहते हैं। उस समय यह पोशाक ही बंधन और अड़चन बन जाती है। जैसे वायु की लहरें कटी हुई पतंग को सहसा भूमि पर नहीं गिर जाने देतीं, उसी तरह खास परिस्थितियों में हमारी पोशाक हमें झुक सकने से रोके रहती है।
बाजार में, फुटपाथ पर कुछ खरबूजे डलिया में और कुछ जमीन पर बिक्री के लिए रखे जान पड़ते थे। खरबूजों के समीप एक अधेड़ उम्र की औरत बैठी रो रही थी। खरबूजे बिक्री के लिए थे, परंतु उन्हें खरीदने के लिए कोई कैसे आगे बढ़ता? खरबूजों को बेचने वाली तो कपड़े से मुँह छिपाए सिर को घुटनों पर रखे फफक-फफककर रो रही थी।
प्रश्न.41: गद्यांश के आधार पर बताइए कि मनुष्य की पोशाक कौन-सा कार्य करती है?
(क) व्यक्ति को प्रतिष्ठित बनाती है
(ख) विभिन्न श्रेणियों में बाँट देती है
(ग) भेदभाव को कम करती है
(घ) समानता और भाईचारे की भावना पैदा करती है
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.42: लेखक के अनुसार पोशाक हमारे लिए बंधन कब बन जाती है?
(क) जब हम अपने से ऊँची श्रेणियों के लोगों से मिलते हैं
(ख) जब हम न चाहते हुए भी उन्हें पहनते हैं
(ग) जब हम अपने से नीची श्रेणियों की अनुभूति को समझना चाहते हैं
(घ) जब हम किसी विशेष कार्यक्रम में जाते हैं।
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न.43: लेखक किसके रोने का कारण नहीं जान सका?
(क) निम्न वर्ग के
(ख) बूढ़ी स्त्री के
(ग) बच्चे के
(घ) दुकान वाले के
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.44: कपड़े में मुँह को छिपाए सिर को घुटनों पर रखकर कौन रो रहा था?
(क) बूढ़ी स्त्री
(ख) भगवाना
(ग) पड़ौसिन
(घ) लेखक का मित्र
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.45: बूढ़ी स्त्री के रोने का क्या कारण था?
(क) खरबूजे न बिकना
(ख) बेटे की मृत्यु
(ग) उसकी गरीबी
(घ) लोगों के ताने
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न संख्या 46 से 50 दिए गए पाठ पर आधारित हैं। पाठ को ध्यान से पढ़ें और प्रश्नों के उत्तर दें:
एवरेस्ट की तरफ गौर से देखते हुए, मैंने एक भारी बर्फ का बड़ा फूल (प्लूम) देखा, जो पर्वत-शिखर पर लहराता एक ध्वज-सा लग रहा था। मुझे बताया गया कि यह दृश्य शिखर की ऊपरी सतह के आसपास 150 किमी अथवा इससे भी अधिक की गति से हवा चलने के कारण बनता था, क्योंकि तेज हवा से सूखा बर्फ पर्वत पर उड़ता रहता था। बर्फ का यह ध्वज 10 किमी या इससे भी लंबा हो सकता था। शिखर पर जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति को दक्षिण-पूर्वी पहाड़ी पर इन तूफानों को झेलना पड़ता था, विशेषकर खराब मौसम में। यह मुझे डराने के लिए काफी था, फिर भी मैं एवरेस्ट के प्रति विचित्र रूप से आकर्षित थी और इसकी कठिनतम चुनौतियों का सामना करना चाहती थी।
प्रश्न.46: पर्वत शिखर पर फूल (प्लूम) कैसे बनता था?
(क) वर्षा के द्वारा
(ख) अत्यधिक गति से बर्फीली हवाओं के चलने से
(ग) प्रकृति के द्वारा
(घ) पर्वतारोहियों के द्वारा
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.47: अधिक गति से हवा चलने पर पर्वत पर क्या प्रतिक्रिया होती है?
(क) सूखा बर्फ पर्वत पर उड़ता रहता है
(ख) तूफान आने की संभावना बनी रहती है
(ग) पर्वत टूटकर गिरने लगता है
(घ) पर्वत छोटे-छोटे खंडों में बँट जाता है
सही उत्तर विकल्प है (ख)
प्रश्न.48: शिखर पर जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति को कहाँ से आने वाले तूफानों को झेलना पड़ता है?
(क) पूर्वी-दक्षिणी पहाड़ी से
(ख) दक्षिणी-पश्चिमी पहाड़ी से
(ग) उत्तर-पूर्वी पहाड़ी से
(घ) दक्षिण-पूर्वी पहाड़ी से
सही उत्तर विकल्प है (घ)
प्रश्न.49: लेखिका कठिनतम चुनौतियों का सामना क्यों करना चाहती थी?
(क) एवरेस्ट के प्रति विचित्र रूप से आकर्षित होने के कारण
(ख) स्वयं की योग्यता जाँचने के कारण
(ग) स्वयं को श्रेष्ठ सिद्ध करने के कारण
(घ) अपने पिता के सपने को पूरा करने के कारण
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.50: गद्यांश के अनुसार, एवरेस्ट की खराब मासम म कसा स्थिति होती है?
(क) काफी विषम परिस्थितियाँ होती हैं
(ख) इनमें से कोई नहीं
(ग) वहाँ हल्की-हल्की हवाएँ चलती हैं
(घ) वहाँ का मौसम समान रहता है
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न संख्या 51 से 54 दिए गए पाठ पर आधारित हैं। पाठ को ध्यान से पढ़ें और प्रश्नों के उत्तर दें:
"रहिमन धाग प्रेम का, मत तोड़ो चटकाय।
टूटे से फिर ना मिले, मिले गाँठ परि जाय।।"
प्रश्न.51: रहीम ने प्रेम के बंधन की किससे तुलना की है।
(क) धागे से
(ख) सूत से
(ग) डोरी से
(घ) तार से
सही उत्तर विकल्प है (क)
प्रश्न.52: एक बार प्रेम संबंध टूटने पर क्या होता है?
(क) रिश्ते पहले जैसे हो जाते हैं
(ख) रिश्ते मधुर हो जाते हैं
(ग) फिर पहले जैसे रिश्ते नहीं रहते
(घ) रिश्ते कटु हो जाते हैं
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न.53: गाँठ पड़ना मुहावरे का क्या अर्थ है?
(क) मन का स्वार्थी होना
(ख) मन में प्रेम बढ़ना
(ग) मन में भेद आ जाना
(घ) मन का मजबूत होना
सही उत्तर विकल्प है (ग)
प्रश्न.54: प्रेम के संबंधों को किस प्रकार निभाना चाहिए?
(क) तटस्थता के साथ
(ख) बहुत सावधानी के साथ
(ग) झूठ बोलकर
(घ) सच बोलकर
सही उत्तर विकल्प है (ख)
75 docs|11 tests
|
1. व्यावहारिक व्याकरण क्या है? |
2. खंड-ग पाठ्य पुस्तक में क्या है? |
3. खंड-ख व्यावहारिक व्याकरण में कौन-कौन से नियम हैं? |
4. खंड-ख व्यावहारिक व्याकरण क्यों महत्वपूर्ण है? |
5. खंड-ग पाठ्य पुस्तक का उपयोग किसलिए किया जाता है? |
|
Explore Courses for Class 9 exam
|