प्रश्न 1. पाठ 'चिट्ठियों की अनूठी दुनिया' की विधा एवं उद्देश्य बताइए।
विधा - निबंध
उद्देश्य - छात्रों को पत्रों की महत्वता के बारे में बताना
प्रश्न 2. आज़ादी के समय में पत्रों ने किस प्रकार भूमिका निभाई?
आज़ादी के आंदोलन की कई अन्य दिग्गज हस्तियों के संदेश को जन - जन तक पहुँचाने में पत्र सहायक सिद्ध हुए।
प्रश्न 3. पत्र को उर्दू, संस्कृत, कन्नड़, तेलुगु तथा तमिल में क्या कहा जाता है?
पत्र को उर्दू में खत, संस्कृत में पत्र, कन्नड़ में कागद, तेलुगु में उत्तरम, जाबू और तथा तमिल में कडिद कहा जाता है।
प्रश्न 4. पिन कोड भी संख्याओं में लिखा गया एक पता है, कैसे?
PIN यानी कि ‘पोस्टल इंडेक्स नंबर’। पिन कोड एक बहुत ही खास नंबर है, जिस पर हमारी पूरी डाक व्यवस्था निर्भर करती है। 6 नंबरों को मिलाकर तैयार किए गए यह कोड आपके क्षेत्र की पूरी जानकारी देते हैं। इसका हर नंबर किसी खास क्षेत्र के लिए ही तैयार किया गया है। इस प्रकार पिन कोड भी संख्याओं में लिखा गया एक पता है।
प्रश्न 5. पुराने समय में पत्रों का अधिक महत्व क्यों था?
पुराने समय में अन्य संचार साधनों के आभाव होने के कारण पत्रों का अधिक महत्व था। उस समय में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जिसने कभी किसी को पत्र न लिखा या न लिखाया हो या पत्रों का बेसब्री से इंतजार न किया हो।
प्रश्न 6. पत्र जैसा संतोष फोन या एसएमएस का संदेश क्यों नहीं दे सकता?
पत्रों का अपना अलग महत्व है। पत्रों द्वारा हम अपने मनोभावों को खुलकर व्यक्त कर सकते हैं लेकिन फ़ोन, एसएमएस द्वारा केवल कामकाजी बातों को संक्षिप्त रूप से व्यक्त कर सकते हैं। पत्रों को हम अपने सगे-सम्बंधियों की धरोहर के रूप में सहेज कर रख सकते हैं। परन्तु फ़ोन या एस.एम.एस को हम सहेज कर नहीं रख सकते हैं। पत्रों से आत्मीयता झलकती है। इन्हें अनुसंधान का विषय भी बनाया जा सकता है। इन्हें बार बार पढ़ा जा सकता है।
प्रश्न 7. किसी के लिए बिना टिकट सादे लिफ़ाफ़े पर सही पता लिखकर पत्र बैरंग भेजने पर कौन-सी कठिनाई आ सकती है? पता कीजिए।
बिना टिकट सादे लिफ़ाफ़े पर सही पता लिखकर पत्र बैरंग भेजने पर पत्र को पाने वाले व्यक्ति को टिकट की धनराशि जुर्माने के रूप में देनी होगी तभी उसे पत्र दिया जाएगा। अन्यथा पत्र वापस चला जाएगा।
प्रश्न 8. संचार के कुछ आधुनिक साधन लिखिए।
फैक्स, ई-मेल, टेलीफोन, मोबाइल आदि संचार के कुछ आधुनिक साधन हैं।
प्रश्न 9. चिठ्ठियों की तेजी को किसने प्रभावित किया है?
तार तथा रेलवे ने चिठ्ठियों की तेजी को बढ़ाया वहीं फैक्स, ई-मेल, टेलीफोन तथा मोबाइल ने चिठ्ठियों की तेजी को रोका है।
प्रश्न 10. 'महात्मा और कवि' के नाम से किनका पत्राचार संग्रह प्रकाशित हुआ और उसमें किनके पत्र संग्रहित है?
'महात्मा और कवि' के नाम से गाँधी जी एवं रवींद्रनाथ टैगोर का पत्राचार संग्रह प्रकाशित हुआ और उसमें गाँधी जी एवं रवींद्रनाथ टैगोर के पत्र संग्रहित है।
प्रश्न 11. ऐसा क्यों होता था कि महात्मा गाँधी को दुनिया भर से पत्र 'महात्मा गांधी - इंडिया' पता लिखकर आते थे?
महात्मा गाँधी को दुनिया भर से पत्र 'महात्मा गांधी - इंडिया' पता लिखकर आते थे क्योंकि वह अपने समय के सर्वाधिक लोकप्रिय व्यक्ति थे। गाँधी जी कही भी रहे, यह सभी देशवासियों को पता होता था। इसलिए उनको पत्र अवश्य मिल जाता था।
प्रश्न 12.सर्वाधिक गुडविल किस विभाग की है और क्यों?
सर्वाधिक गुडविल डाक विभाग की ही है क्योंकि यह लोगों को जोड़ने का काम करता है। घर - घर तक इसकी पहुँच है। संचार के तमाम उन्नत साधनों के बाद भी चिठ्ठी - पत्री की हैसियत बरकरार है। शहरी इलाकों में आलिशान हवेलियाँ हों या फिर झोपड़पट्टियों में रह रहे लोग, दुर्गम जंगलों से घिरे गाँव हों या फिर बर्फबारी के बिच जी रहे पहाड़ों के लोग, समुद्र तट पर रह रहे मछुआरे हों या फिर रेगिस्तान की ढाणियों में रह रहे लोग, आज भी खतों का ही सबसे अधिक बेसब्री से इंतज़ार होता है। दूर देहात में लाखों गरीब घरों में चूल्हे मनीऑडर अर्थव्यवस्था से ही जलते हैं।
प्रश्न 13. पत्र धरोहर हो सकते हैं लेकिन एसएमएस क्यों नहीं? तर्क सहित अपना विचार लिखिए।
पत्र लिखित रूप में होते हैं तथा पत्रों में आत्मीयता झलकती है इसलिए इन्हें सहेज कर रखा जाता है। पर एस.एम.एस में केवल कामकाजी बातें की जा सकती हैं इसलिए इन्हें लोग जल्दी ही भूल जाते हैं। एस.एम.एस को मोबाइल में सहेज कर रखने की क्षमता ज़्यादा समय तक नहीं होती है। परन्तु पत्रों के साथ ऐसी कोई समस्या नहीं होती है। हम जितने चाहे उतने पत्रों को धरोहर के रूप में समेट कर रख सकते हैं। तमाम महान हस्तियों की तो सबसे बड़ी यादगार या धरोहर उनके द्वारा लिखे गए पत्र ही हैं। भारत में इस श्रेणी में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को सबसे आगे रखा जा सकता है। दुनिया के तमाम संग्रहालय जानी मानी हस्तियों के पत्रों का अनूठा संकलन भी हैं। तमाम पत्र देश, काल और समाज को जानने - समझने का असली पैमाना हैं।
प्रश्न 14. पंडित जवाहर लाल नेहरू ने पत्रों के विषय में क्या कहा था?
पंडित जवाहर लाल नेहरू ने पत्रों के विषय में सन् 1953 में कहा था कि हजारों सालों तक संचार का साधन केवल हरकारे (रनर्स ) या फिर तेज़ घोड़े रहें हैं। उसके बाद पहिए आए। पर रेलवे और तार से भारी बदलाव आया। तार ने रेलों से भी तेज़ गति से संवाद पहुँचाने का सिलसिला शुरू किया। अब टेलीफोन, वायरलैस और रेडार दुनिया बदल रहा है।
प्रश्न 15. पत्र लेखन की कला के विकास के लिए क्या-क्या प्रयास हुए? लिखिए।
पत्र लेखन की कला को विकसित करने के लिए स्कूली पाठयक्रमों में पत्र लेखन का विषय भी शामिल किया गया। केवल भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों में भी प्रयास किए गए। विश्व डाक संघ की ओर से 16 वर्ष से कम आयुवर्ग के बच्चों के लिए पत्र लेखन प्रतियोगिताएँ आयोजित करने का कार्यक्रम सन् 1972 से शुरू किया गया।
1. चिट्ठियों की अनूठी दुनिया क्या है? |
2. चिट्ठियों की दुनिया में चिट्ठियाँ कहाँ रहती हैं? |
3. चिट्ठियों की अनूठी दुनिया में चिट्ठियों का आकार कितना होता है? |
4. चिट्ठियों की अनूठी दुनिया में चिट्ठियों क्या खाती हैं? |
5. चिट्ठियों की अनूठी दुनिया में चिट्ठियाँ कितनी समय तक जीती हैं? |
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