प्रश्न 1. शिक्षा के तीन पर्यायवाची लिखिए।
शिक्षा के पर्यायवाची निम्नलिखित हैं -
(i) पढ़ाई-लिखाई
(ii) विद्या
(iii) सीख
प्रश्न 2. हिकारत और दखलंदाज़ी शब्दो का अर्थ बताइए।
हिकारत – उपेक्षा
दखलंदाज़ी – हस्तक्षेप
प्रश्न 3. रजनी मैथ्स के शिक्षक की शिकायत करने किसके पास गई थी?
रजनी स्कूल के प्रिंसिपल के पास मैथ्स के शिक्षक की शिकायत करने गयी थी।
प्रश्न 4. अमित ने मैथ्स में कितने अंक लाये थे?
अमित ने मैथ्स में 72 अंक प्राप्त किए थे।
प्रश्न 5. आंदोलन में रजनि का साथ किसने दिया था?
संपादक महोदय ने रजनी का आंदोलन में साथ दिया था।
प्रश्न 6. शिक्षा बोर्ड प्राइवेट स्कूल को ग्रांट देने के बाद क्या – क्या काम करता है?
शिक्षा बोर्ड प्राइवेट स्कूल को ग्रांट देने के बाद निम्नलिखित कार्य करता है –
(i) सिलेब्स तैयार कर।
(ii) फाइनल ईयर की परीक्षा लेना।
प्रश्न 7. रजनी लीला से मिठाई के लिए क्या कहती हैं?
रजनी लीला से मिठाई के लिए कहती हैं कि अगर वह लीला के घर नहीं आता, तो लीला उसे मिठाई खिलाना भूल जाती।
प्रश्न 8. लीला, रजनी, और अमित के संदर्भ में कौन सी बात कही गई है?
लीला, रजनी और अमित के संदर्भ में कहा गया है कि – लीला कहती है कि अमित जब तक रजनी को मिठाई नहीं खिला देता है तब तक वह दूसरों को मिठाई नहीं खिलाता।
प्रश्न 9. रजनी ने प्राइवेट ट्यूशंस के खिलाफ आवाज क्यों उठाई?
रजनी बहुत बहादुर थी। उसे समाज की बुराई के विरोध में आवाज उठाने में डर नहीं लगता था। रजनी को अपने आस – पास जहां भी अन्याय या कुछ गलत होता नजर आता वह उसके खिलाफ तुरंत आवाज़ उठाती थी। इसलिए रजनी ने प्राइवेट ट्यूशंस के विरोध में आवाज उठाई।
प्रश्न 10. जब रजनी ने निजी स्कूल के शिक्षकों को कम वेतन के विरूद्ध आवाज़ उठाने के लिए कहा तो उसके पति ने क्या कहा?
जब रजनी ने कम वेतन वाले निजी स्कूल के शिक्षकों को आंदोलन करने को कहा तो रजनी के पति ने उसके कान में फुसफुसाकर कहा – तो एक और मसला मिल गया।
प्रश्न 11. शिक्षा निदेशक ने जो रजनी की शिकायत के उत्तर में कहा क्या वह सही था?
नहीं, शिक्षा निदेशक ने जो रजनी की शिकायत में उत्तर दिया वह बहुत ही गैर – जिम्मेदाराना और गलत था क्यूंकि इस तरह वह अपनी जिम्मेदारियों से दूर भागकर शिक्षकों की गलत नीति को बढावा दे रहे हैं।
प्रश्न 12. रजनी द्वारा ट्यूशन रैकेट की शिकायत करने पर शिक्षा – निदेशक ने क्या उत्तर दिया?
रजनी ने जब ट्यूशन रैकेट की शिकायत की तो शिक्षा – निदेशक ने उत्तर दिया – “ जब कोई बच्चा पढ़ाई में कमजोर होता है तब मां – बाप उसका ट्यूशंस लगवाते हैं। जब कभी आपको ऐसा लगे कि वह शिक्षक आपको लूट रहा है तो आप वहां ट्यूशन न ले कहीं और से ले…. यह कोई मज़बूरी तो नहीं।“
प्रश्न 13. रजनी ने किसे आंदोलन करने को कहा?
रजनी के पति ने एक पैरेंटस मीटिंग के दौरान कहा कि – रजनी ने भाषण देते समय निजी स्कूलों के शिक्षकों की समस्याओं का उल्लेख किया है। कुछ शिक्षकों से अधिक वेतन वाले कागजात पर हस्ताक्षर करवाकर उन्हें कम वेतन दिया जाता है। इसका पर्दाफाश करने के लिए रजनी ने अपने पति को आंदोलन करने की सलाह दी।
प्रश्न 14. स्कूल के हेडमास्टर के कमरे का दृश्य कैसा था?
स्कूल के हेडमास्टर के कमरे का दृश्य कुछ इस प्रकार है –
(i) उनके कमरे में एक बड़ी सी टेबल रखी थी ।
(ii) दीवार के सहारे लगी कांच की अलमारी में बच्चों द्वारा जीते गए कप और शील्ड रखी थी ।
(iii) दीवार पर कुछ नेताओं की तस्वीरे, और एक बड़ा सा नक्शा टंगा था ।
(iv) हेडमास्टर काम में व्यस्त है, चपरासी बड़े अदब से एक चिट लाकर रखता है। हेडमास्टर कुछ क्षण उसे एकटक देखते रहते हैं।
प्रश्न 15. शिक्षा निदेशक के अनुसार शिक्षा बोर्ड बच्चों कि एजुकेशन के लिए कौन से कदम उठा रहा था?
शिक्षा निदेशक द्वारा बताया गया कि शिक्षा प्रणाली बीते छह: माह से मीटिंग कर रहा है। जिसमें वह नई शिक्षा नीति का निर्माण कर रहे हैं ताकि उसे जल्द से जल्द लागू किया जा सके। रजनी ने जब यह बात सुनी तो वह गुस्सा होकर कहने लगी की पहले वर्तमान शिक्षा प्रणाली के छेदो को बन्द किया जाए वरना नई शिक्षा प्रणाली किसी काम की नहीं रहेगी।
प्रश्न 16. रजनी का व्यक्तित्व कैसा है?
रजनी का व्यक्तित्व आम महिलाओं से बिल्कुल विपरीत था। वह बहादुर है और अन्याय का विरोध करती है। उसके पास अनुचित धैर्य नहीं है। वह जुझारू , निडर और संघर्षशील है। वह अन्याय को सहन नहीं कर सकती । रजनी के पति द्वारा गलती होने पर वह उसे भी डांट लगाती है, तथा अपने से उच्च अधिकारियों से भी विरोध जाहिर करती है। रजनी ने एक ट्यूशन के विरूद्ध जन आंदोलन किया। वह न्याय की मांग करती है और शोषण के विरूद्ध आवाज़ उठाती है। वह आंदोलन करने से कभी पीछे नहीं हटती। वह किसी विरोध या आंदोलन करने से कभी नहीं डरती। वह किसी अन्याय का विरोध करने के लिए किसी का भरोसा नहीं करती।
प्रश्न 17. मन्नू भंडारी का संक्षिप्त परिचय दीजिए।
मन्नू भंडारी का संक्षिप्त परिचय इस प्रकार हैं –
(i) मन्नू भंडारी का जन्म 1931 में भानपुरा मध्यप्रदेश में हुआ।
(ii) इनकी प्रमुख रचनाएं हैं – एक प्लेट सैलाब , यहीं सच है , त्रिशंकु , आंखो देखा झूठ , आपका बंटी ,महा भोज , स्वामी , एक इंच मुस्कान आदि ।
(iii) इन्होंने स्वामी , रजनी , निर्मला, और दर्पण पटकथाएं भी लिखी हैं।
(iv) इन्हें हिंदी अकादमी का शिखर सम्मान , बिहार सरकार द्वारा सम्मान , भारतीय भाषा , राजस्थान नाटक अकादमी , तथा उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया है।
प्रश्न 18. ”ठेका लिया है तुमने सारी दुनिया का “ पति की इस बात का रजनी क्या जवाब देती है?
रजनी अपने पति की यह बात सुनकर गुस्सा हो गई और पति से कहा कि उसे और गुस्सा ना दिलाए। गलती करने वाला और उसे बर्दाश्त करने वाला दोनो ही गुनहगार होते हैं जैसे – लीला बेन , कांता बाई और हजारों माँ – बाप। जो व्यक्ति अपने आस – पास हो रहे अन्याय के खिलाफ आवाज नहीं उठाता और चुपचाप बस देखता रहता है। वह सबसे अधिक गुनहगार होता है। रजनी अपनी पति की नकल करते हुए कहती है – हमें क्या करना है, हमने क्या ठेका ले रखा है दुनिया का । रजनी ने कहा कि तुम जैसे लोग और तुम्हारी जैसे नीची सोच के कारण ही इस देश का विकास नहीं हो रहा है और ना ही कभी होगा ।
प्रश्न 19. 'जब किसी का बच्चा कमजोर होता है , तभी माँ – बाप उसका ट्यूशन लगवाते हैं , अगर ऐसा लगता है कि कोई शिक्षक उसको लूट रहा है तो किसी और जगह लगवा ले ………यह कोई मजबूरी थोड़ी है ' शिक्षा निदेशक के इस वाक्य का रजनी ने क्या उत्तर दिया ?
शिक्षा निदेशक की यह बात सुनकर रजनी गुस्से में जवाब देते हुए कहती है कि – बच्चा होशियार है बहुत होशियार फिर भी उसका टीचर उसे बार-बार ट्यूशन लेने को बोलता है कि अगर वह ट्यूशन नहीं लेगा तो वह बाद में पछताएगा। बच्चे के माँ बाप ने उसका ट्यूशन नहीं लगवाया तो बच्चे का मैथ्स का पेपर पूरा ठीक होने के बाद भी उसे केवल 72 नंबर मिले। हेडमास्टर से शिकायत करने पर उन्होंने बोला की वह इसमें कुछ नहीं कर सकते। अब आप मुझे बताएं कि इसके खिलाफ कौन एक्शन लेगा ? और ट्यूशन के नाम पर होने वाला रैकेट कब समाप्त होगा ?
प्रश्न 20. रजनी ने शिक्षा बोर्ड के समक्ष कौनसा प्रस्ताव रखा था ? क्या शिक्षा बोर्ड ने उसे स्वीकार किया ?
रजनी ने शिक्षा बोर्ड के समक्ष प्रस्ताव रखा कि वह ऐसा नियम बनाए की कोई भी टीचर अपने स्कूल के बच्चों को ट्यूशन नहीं देगा। इस नियम के पश्चात कोई भी टीचर किसी भी बच्चे को ट्यूशन लेने के लिए दबाव नहीं डालेगा जिससे यह ट्यूशन का रैकेट समाप्त हो जाएगा। किसी बच्चे को बिना वजह ट्यूशन लेने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। यदि किसी भी टीचर ने इसका उल्लंघन किया तो उसपर सख्त कार्यवाही होगी। रजनी के इस प्रस्ताव में बिना कोई बदलाव किया शिक्षा बोर्ड ने इसे स्वीकार कर लिया था और यह नियम बना दिया था कि कोई भी टीचर अपने स्कूल के बच्चों को ट्यूशन नहीं देगा।
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