प्रश्न 1. मसला तथा गिजा का शब्दार्थ बताइए।
मसला का शब्दार्थ मुद्दा और गिजा का शब्दार्थ भोजन होता है।
प्रश्न 2. कशमकश के तीन पर्यायवाची लिखिए।
कशमकश के तीन पर्यायवाची दुविधा, अनिश्चय और असमंजस हैं।
प्रश्न 3. सयाने का विलोम शब्द बताइए।
सयाने का विलोम शब्द नादान होता है।
प्रश्न 4. किसी भी जलसे में नेहरू जी का स्वागत कैसे होता था?
नेहरू जी का स्वागत किसी भी जलसे में हमेशा “भारत माता की जय” के नारे के साथ होता था।
प्रश्न 5. नेहरू जी कहाँ पे समारोह कम करते थे?
शहरों में नेहरू जी कम समारोह किया करते थे।
प्रश्न 6. किसानों के अनुसार “भारत माता” कौन है? भारत माता के बारे में नेहरू जी उन्हें क्या समझाते थे?
किसानों के मुताबिक ”भारत माता” पृथ्वी को कहते हैं। नेहरू जी ने किसानों को भारत माता के बारे में यह समझाया कि उनके गाँव, जिले, नदियाँ, तलाब, पहाड़, जंगल, खेत और सभी भारतीय ही भारत माता हैं। इनके अतिरिक्त और किसी चीज को हम भारत माता नहीं बोलते हैं अर्थात नेहरू जी का कहना था कि भारत माता कोई विशेष प्रकार की देवी नहीं जिनकी हमें फूलों और प्रसाद के साथ पूजा करनी है बल्कि यह तो हमारी प्रकृति और हमारे भाई-बहन हैं।
प्रश्न 7. नेहरू जी देश में कहाँ-कहाँ यात्रा करते थे और किससे मिलते थे?
नेहरू जी देश के अलग-अलग कोने में सफर करते थे। वह भारत के क्षेत्र में जाकर यह देखते थे कि वहाँ के लोगों की क्या समस्या है। वह ज्यादातर वहाँ के किसानों से मिलते थे और उनकी परेशानियों पर चर्चा भी करते थे। साथ ही साथ नेहरू जी किसानों से आजादी के बारे में भी चर्चा करते थे, उनके ऐसा करने के पीछे कारण था कि वह चाहते थे कि किसान भी उनकी लड़ाई में सहयोग करें। नेहरू जी हर किसी की समस्याओं को भली-भाँति सुनना चाहते थे और यह उनका कार्य था कि वह सुनिश्चित करें कि उनके देश में सब कुशल है।
प्रश्न 8. नेहरू जी किसानों को क्या बताते थे?
नेहरू जी किसानों को आजादी की लड़ाई के बारे में बताते थे। वह किसानों से उसमे होने वाली मुश्किलों की भी चर्चा करते थे और साथ ही साथ अपने काम करने के तरीकों को भी बतलाते थे। नेहरू जी ऐसा इसलिए करते थे क्योंकि उन्हें यह ज्ञात था कि देश का एक बड़ा भाग किसानों की जनसंख्या है और यदि आजादी चाहिए तो किसानों को इसके बारे में अवगत रहने की आवश्यकता है। नेहरू जी किसानों से ये भी बतलाते थे कि भले ही देश के दो टुकड़े हो गए हो परन्तु भारत अभी भी एक ही है।
प्रश्न 9. नेहरू जी अपनी बातों में किन-किन देशों में होने वाले कशमकशों के बारे में किसानों को बताते थे?
नेहरू जी किसानों से आजादी की लड़ाई की बातें तो करते ही थे। साथ में वह अन्य देशों की कठिनाईयों के बारे में भी किसानों को बतलाते थे। उस समय किसान पढ़े लिखे नहीं होते थे और उनको अन्य देशों के नाम भी नहीं पता होते थे। ऐसे में आजादी कि लड़ाई लड़ने के लिए उनको कुछ ज्ञान देना अनिवार्य था जिससे कि उनके अंदर भी जोश आए और वह अंग्रेजों के अत्याचारों का मुकाबला कर पाए। इसी कारण नेहरू जी किसानों से बात करते समय चीन, स्पेन, अबिनिसिया, मध्य यूरोप, मिस्त्र और पश्चिम एशिया जैसे जगहों पर होने वाली परेशानियों को बताते थे।
प्रश्न 10. नेहरू जी अपनी बातों में किन किन देशों में होने वाले बदलावों के बारे में किसानों को बताते थे?
नेहरू जी किसानों से बात करते वक़्त उनको अन्य देशों में हो रहे बदलावों के बारे में भी बतलाते थे। वह उनसे सोवियत यूनियन और अमेरिका की परिस्थितियों के बारे में बात करते थे।
प्रश्न 11. नेहरू जी “भारत माता की जय” के नारे से सम्बन्धित कौन सा प्रश्न सभी किसानों से करते थे?
नेहरू जी “भारत माता की जय” के नारे से सम्बन्धित जो प्रश्न किसानों से करते थे वह इस प्रकार है:
(i) “भारत माता की जय” का अर्थ क्या होता है?
(iii) किसान “भारत माता” किसको समझते हैं?
(iii) किसान गाँव को, जिले को, सूबे को या पूरे हिन्दुस्तान को किस भूमि को “भारत माता” कहते हैं?
प्रश्न 12. नेहरू जी के पास दुनिया भर के किसानों की जानकारी कैसे थी?
नेहरू जी ने भारत के पुराण और महाकाव्य पढ़े थे इसलिए उन्हें भारत के बारे में सबकुछ पता था। वह इन्हीं को पढ़कर भारत के किसानों के बारे में जानते थे। नेहरू ने तीर्थयात्रा भी की थी जिससे उन्हें भारत के किसानों के दृष्टिकोण का कुछ अनुमान था और बाद में वह देश के अलग अलग कोनो में जाकर किसानों से मिलने लगे। उनसे मिलने के बाद उन्हें और भी ज्ञान हो गया था। वह उनसे अन्य देशों के किसानों के बारे में भी चर्चा करते थे। उन्हें उनकी कहानियाँ सुनाकर प्रेरित करते थे कि वह भी अपनी आजादी की लड़ाई स्वयं लड़े।
प्रश्न 13. नेहरू जी के अनुसार “भारत माता की जय” नारे का अर्थ क्या था?
नेहरू जी के अनुसार “भारत माता की जय” नारे का अर्थ भारत के लोगों की जय था। नेहरू जी भारत माता धरती, पहाड़, जंगल, नदी, खेत और सभी भारतीयों को समझते थे। वह कहते थे कि किसी के भी समझ से ज्यादा भारत व्यापक है। वह किसानों को यह सभी बातें समझाकर उनका मनोबल बढ़ाते थे और उनके भारत के प्रति प्यार को भी मजबूती प्रदान करते थे। वह किसानों को देश का सबसे बड़ा वर्ग मानते थे और उनके अनुसार किसानों से ही देश चलता था।
प्रश्न 14. अंग्रेज़ो के शासन में किसान किन-किन परेशानियों का सामना करते थे?
अंग्रेज़ों के शासन काल में किसान विभिन्न प्रकार की परेशानियों का सामना करते थे। किसान गरीबी और कर्ज में डूबे हुए थे। किसान गरीबी में पूंजीपतियों, जमींदारों और महाजनों से कर्ज लेते थे जिसके कारण ये सभी किसानों को लुटते थे। किसानों को पुलिस के अत्याचार और लगान के बोझ की समस्या का सामना भी करता पड़ता था। इसके साथ ही किसान भूखमरी का शिकार भी रहते थे क्योंकि उनका सारा अनाज लगान और कर्ज चुकाने में ही चला जाता था। उनके खाने के लिए कुछ भी नहीं बचता था।
प्रश्न 15. आजाद भारत के लिए नेहरू जी के क्या-क्या सपने थे?
नेहरू जी सोचते थे कि आजाद भारत में गरीबी की समस्या नहीं होगी जिससे कोई भी भूखा नहीं सोएगा। देश के किसानों पर हो रहे अत्याचार भी खत्म हो जाएंगे और वह भी खुशी से अपना काम करेंगे। देश में हो रहे भ्रष्टचार से आम जनता को राहत मिलेगी, सरकारी संस्थानों में भेदभाव नहीं होगा। भारतीय लोग किसी की गुलामी नहीं करेंगे। वह अपनी मर्जी से अध्ययन कर पाएंगे, अपने लिए सही नौकरी चुन पाएंगे। अंग्रेज़ी सरकार के शासन से सभी को छुटकारा मिलेगा। भारत में रोजगार पैदा होंगे और सबकुछ अच्छा हो जाएगा। आजादी के बाद भारत देश में बहुत उन्नति आएगी।
प्रश्न 16. नेहरू जी देश के किसी कोने में आयोजित समारोह में जाते थे तो क्या करते थे? संक्षिप्त वर्णन कीजिये।
नेहरू जी देश के किसी कोने में आयोजित समारोह में जाते थे तो वे हर जगह भारत की चर्चा करते थे। ज्यादातर वे किसानों की सभाओं में या जहाँ भी किसान भाई मौजूद होते थे वहाँ पे भारत की चर्चा अवश्य करते थे। वे चाहते थे कि किसानों का दृष्टिकोण सिर्फ उनके गाँवो तक सीमित न रहे बल्कि पूरे देश में फैले। वे चाहते थे कि किसान खुद को सिर्फ अपने गाँव का नहीं बल्कि भारत का किसान समझे। नेहरू जी स्वराज का जिक्र भी करते थे। जो भारत के हर नागरिक को चाहिए था। नेहरू जी किसानों के भीतर स्वराज का बीज डालना चाहते थे। वह चाहते थे कि जैसे अन्य देशों में किसान आजादी कि लड़ाई का एक बड़ा हिस्सा है वैसे ही भारत के किसान भी अपनी आजादी के लिए लड़ाई करें और अंग्रेजी शासन को खत्म करने के लिए आवाज उठाए। वह किसानों से यही उम्मीद करते थे।
प्रश्न 17. नेहरू जी को उत्तर-पश्चिम से लेकर कन्याकुमारी तक की यात्रा में क्या पता चलता था?
नेहरू जी को उत्तर-पश्चिम से लेकर दक्षिण के कन्याकुमारी तक की यात्रा में पता चला कि सभी जगहों के किसानों की समस्या एक जैसी है। सभी किसान उनसे एक ही तरह के सवाल करते थे। सभी किसान एक तरह की परेशानियों जैसे- यानी गरीबों, कर्जदारों, पूंजीपतियों के शिकंजे, जमींदार, महाजन, कड़े लगान और सूद, पुलिस के जुल्म आदि। इन सभी परेशानियों से ऊपर एक सबसे बड़ी परेशानी थी कि एक विदेशी सरकार ने कठोर कर व्यवस्था किसानों पर लगा रखी थी। अपनी यात्रा के समय बातों में वह भारत से बाहर होने वाले बदलावों का जिक्र भी करते थे। वह अन्य देशों के किसानों के बारे में सभी को बताकर यह जताते थे कि उनकी समस्याओं का हल भी हो सकता है। यदि वो अत्याचारों को सहने की बजाए उनके खिलाफ आवाज उठाए और देश की लड़ाई में क्रांतिकारी नेताओ का साथ दे।
प्रश्न 18. नेहरू जी जब लोगों से भारत माता की जय के नारे का अर्थ पूछते थे तब उन्हें क्या जवाब मिलता था? नेहरू जी भारत माता के बारे में क्या बताते थे?
नेहरू जी जब किसी जलसे में जाते और उनका स्वागत “भारत माता की जय” नारे से शुरु करते थे तब नेहरू जी सामने बैठे लोगों से पूछते थे कि “भारत माता” कौन हैं जिसका लोग जय चाहते हैं। उनके सवाल पर सब एक दूसरे को देखने लगते तथा आश्चर्यचकित हो जाते थे। उनमें से कोई जवाब देता कि ये धरती भारत माता है तब नेहरू जी पूछते की कौनसी धरती भारत माता है? तुम्हारे गाँव की, जिले की या पूरे भारत की। लोग बोलते की आप ही बताइए। इसपर नेहरू जी लोगों को बताते कि ये सारी धरती वन, पहाड़ तथा देश का हर नागरिक भारत माता है।
प्रश्न 19. नेहरू जी विश्व में होने वाले बदलावों की जानकारी किसे देते थे? भारत के बारे में जानकारी उन्हें कहाँ से प्राप्त हुई थी?
नेहरू जी को विश्व के अन्य देशों में होने वाले बदलावों की जानकारी थी जिसे वह अपनी सभाओं में लोगों को बताते थे। वह बताते थे कि कैसे अमेरिका और सोवियत यूनियन ने नए-नए बदलाव किए हैं। भारत के बारे में जानकारी उन्हें पुराने महाकाव्यों तथा पुराणो की कथा-कहानियों से मिली थीं। बड़े बड़े तीर्थ यात्रायें करने वालों से भी उन्हें जानकारी मिलती थी। कुछ पुराने सिपाही जो विभिन्न स्थानो पर जाकर जंग लड़ चुके थे, वे भी जानकारी देते थे। वे सैनिक जो विदेशों में नौकरी कर चुके थे नेहरू जी को विभिन्न जानकारी देते थे।
प्रश्न 20. नेहरू जी का एक लेखक के रूप में संक्षिप्त परिचय दीजिए।
जवाहरलाल नेहरू का जन्म 1889 में प्रयागराज (इलाहाबाद) उत्तर प्रदेश में हुआ था। इनके पिता का नाम मोतीलाल नेहरू था। एक लेखक के रूप में इनकी प्रमुख रचनाएँ मेरी कहानी (आत्मकथा), विश्व इतिहास की झलक, हिन्दुस्तान की कहानी, पिता के पत्र पुत्री के नाम (हिंदी अनुवाद), हिन्दुस्तान की समस्याएँ, स्वाधीनता और उसके बाद, राष्ट्रपिता, भारत की बुनियादी एकता, लड़खड़ाती दुनिया आदि (लेखों और भाषणों का संग्रह) है। जवाहरलाल नेहरु की मृत्यु सन् 1964 में हुई थी।
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