प्रश्न 1: यासुकी-चान पेड़ पर नहीं क्यों चढ़ पाता था?
उत्तर: यासुकी-चान को पोलियो था इसलिए वह न तो किसी पेड़ पर चढ़ पाता था और न किसी पेड़ को निजी संपत्ति मानता था।
प्रश्न 2: किसी दुसरे के पेड़ पर चढ़ने का क्या नियम था?
उत्तर: किसी दूसरे के पेड़ पर चढ़ना हो, तो उससे पहले पूरी शिष्टता से, माफ कीजिए, क्या मैं अंदर आ जाऊँ? उससे ऐसा पूछना पड़ता था।
प्रश्न 3: तोत्तो - चान, क्यों अपने माँ से नज़र नहीं मिला पा रही ची?
उत्तर: तौत्तो - चान अपने माँ से झूठ बोल रही थी। इसलिए वह अपने माँ से नजर मित्राकर बात नहीं कर पा रही थी।
प्रश्न 4: तात्तो - चान का पीछा स्टेशन तक कौन करता है और क्यॉ?
उत्तर: रॉकी तोत्तो - चान का पीछा स्टेशन तक करता था क्योंकि उसको पता चल्र गया था कि तोत्तो - चान अपने माँ से झूठ बोलकर निकली है।
प्रश्न 5: “वे दौनों आज कुछ ऐसा करनेवाले थे जिसका भेद किसी को ओ पता न था। “ वै दौनों कौन है और क्या करने वाले थे?
उत्तर: वै दोनों अभिष्राय तात्तो - चान और यासुकी - चान से है। वह दोनों आज पेड़ पर चढ़ने जा रहे थे।
प्रश्न 6: तौत्तो - चान ने बड़ो से क्या छुपाया था और क्यों ?
उत्तर: तौत्तो - चान ने अपने यासुकी - चान को अपने पेड़ पर चढ़ने के लिए आमंत्रित किया था। यह बात उसने किसी को नहीं बताई थी, क्योंकि यासुकी - चान को पोलियो था । अगर यह बात बड़ों को पता चल जाती, तो उसको डांट पड़ती। उसके यह बात छुपाने का कारण उसका डर था ताकि बड़े लोग उसको डांटे ना।
प्रश्न 7: यासुकी - चान को पेड़ पर चढ़ाने के लिए तौतो-चान ने क्या तरकीब निकाली ?
उत्तर: यासुकी - चान को पेड़ पर चढ़ाने के लिए तौत्तो .- चान खुद पेड़ से उतरकर उसको पीछे से धक्के दिए और उसके बाद वो सीढ़ी लेकर आई । फिर तोतो- चान ने उसे पीछे से सहारा दिया और यासुकी चेन को पेड़ पर चढाने में सफल हो गया इस प्रकार उसकी तरकीब सफल हो गयी।
प्रश्न 8: पेड़ पर चढ़ने के प्रथम असफलता के बाद क्या हुआ?
उत्तर: पेड़ पर चढने के प्रथम असफलता के बाद यासुकी-चान उस पेड़ पर चढ़े यह उसकी हार्दिक इच्छा थी। लेकिन प्रथम असफलता के बाद उसका चेहरा लटका गया और उदास हो गया था। तब तोत्तो-चान को उसे हँसाने के लिए गाल फुलाकर तरह-तरह के चेहरे बनाने पड़े। ताकि वह अपनी असफल कि बात से परेशान ना हो।
प्रश्न 9: तौत्तौ - चान अपने माँ से क्यों झूठ बोलती है?
उत्तर: तौत्तो - चान अपने मित्र यासुकी - चान को पेड़ पर चढाने के लिए आमंत्रित की रहती है , यह बात अपने माँ से छुपाती है ,ताकि उसको डांट न पड़े। घर से निकलते समय उसने अपने माँ से झूठ बोला कि वह यासुकी-चान के घर डैनेनचौफु जा रही है। क्यूँकि उसको बार बार डर लग रहा था, कि कोई उसकी बात ननहीं समझेगा।
प्रश्न 10: लेखिका ऐसा क्यों कहती है, यासुकी - चान का पेड़ पर चढ़ाने का पहला और आखिरी मौका था?
उत्तर: लेखिका ने ऐसा इसलिए लिखा होगा ,क्योंकि यासुकी- चान के लिए अपने आप और अपने बल पर पेड़ पर चढ़ना संभव नहीं था और तोत्तौ-चान हर एक बार झूठ बोलकर इतनी मेहनत से हमेशा उसकी मदद नहीं कर सकती। अतः लेखिका का कथन उचित है।
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