1. पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए –
जापान में मैंने अपने एक मित्र से पूछा, “यहाँ के लोगों को कौन सी बीमारियाँ अधिक होती हैं ?” “मानसिक”, उसने जवाब दिया,”यहाँ के अस्सी फीसदी लोग मनोरुग्ण हैं।” “इसकी क्या वजह है ?” कहने लगे ,”हमारे जीवन की रफ़्तार बढ़ गई है। यहाँ कोई चलता नहीं, बल्कि दौड़ता है। कोई बोलता नहीं, बकता है। हम जब अकेले पड़ते हैं तब अपने आपसे लगातार बड़बड़ाते रहते हैं। ……. अमेरिका से हम प्रतिस्पर्धा करने लगे। एक महीने में पूरा होने वाला काम एक दिन में ही पूरा करने की कोशिश करने लगे। वैसे भी दिमाग की रफ़्तार हमेशा तेज़ ही रहती है। उसे ‘स्पीड’ का इंजन लगाने पर वह हजार गुना अधिक रफ्तार से दौड़ने लगता है। फिर एक क्षण ऐसा आता है जब दिमाग का तनाव बढ़ जाता है और पूरा इंजन टूट जाता है। …… यही कारण है जिससे मानसिक रोग यहाँ बढ़ गए हैं। …. ”
शाम को वह मुझे एक ‘टी-सेरेमनी’ में ले गए। चाय पीने की यह एक विधि है। जापानी में उसे चा-नो-यू कहते हैं। वह एक छः मंजिली इमारत थी जिसकी छत पर दफ़्ती की दीवारोंवाली और तातामी (चटाई) की ज़मीनवाली एक सुंदर पर्णकुटी थी। बाहर बेढब-सा एक मिट्टी का बर्तन था। उसमें पानी भरा हुआ था। हमने अपने हाथ-पाँव इस पानी से धोए। तौलिए से पोंछे और अंदर गए। अंदर ‘चानीज़’ बैठा था। हमें देखकर वह खड़ा हुआ। कमर झुका कर उसने हमें प्रणाम किया। दो….झो…(आइए, तशरीफ़ लाइए) कहकर स्वागत किया। बैठने की जगह हमें दिखाई। अँगीठी सुलगाई। उस पर चायदानी रखी। बगल के कमरे में जाकर कुछ बरतन ले आया। तौलिए से बरतन साफ किए। सभी क्रियाएँ इतनी गरिमापूर्ण ढंग से कीं कि उसकी हर भंगिमा से लगता था मानो जयजयवंती के सुर गूँज रहे हों। वहाँ का वातावरण इतना शांत था कि चायदानी के पानी का खदबदाना भी सुनाई दे रहा था।
प्रश्न 1: गद्यांश के अनुसार जापान के लोग कौन सी बिमारी से ग्रस्त हैं –
(क) मानसिक
(ख) प्रतिस्पर्द्धा
(ग) शारीरिक
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर: (क) मानसिक
प्रश्न 2: जापान के लोगों के मनोरुग्ण होने की क्या वजह है –
(क) जीवन की रफ़्तार का बढ़ना
(ख) एक महीने में पूरा होने वाला काम एक दिन में ही पूरा करने की कोशिश करना
(ग) अमेरिका से प्रतिस्पर्धा में लगे रहना
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर: (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 3: निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुन कर लिखिए।
कथन (A) – वैसे भी दिमाग की रफ़्तार हमेशा तेज़ ही रहती है। उसे ‘स्पीड’ का इंजन लगाने पर वह हजार गुना अधिक रफ्तार से दौड़ने लगता है। फिर एक क्षण ऐसा आता है जब दिमाग का तनाव बढ़ जाता है और पूरा इंजन टूट जाता है। …… यही कारण है जिससे मानसिक रोग यहाँ बढ़ गए हैं। …. ”
कारण (R) – दिमाग भले ही हर वक्त गतिशील अवस्था में होता है परन्तु उसे भी आराम की जरुरत होती है। जापान के लोग जरुरत से ज्यादा ही दिमाग का उपयोग कर रहे हैं जिस कारण उन्हें मानसिक बीमारियों को झेलना पड़ रहा है।
(क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं
(ख) कथन (A) सही है तथा कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है
(ग) कथन (A) गलत है तथा कारण (R) सही है
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
उत्तर: (घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
प्रश्न 4: जापानी में चा-नो-यू किसे कहते हैं –
(क) किसी विशेष का नाम
(ख) मनोवैज्ञानिक इलाज
(ग) टी-सेरेमनी
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर: (ग) टी-सेरेमनी
प्रश्न 5: गद्यांश के अनुसार ‘टी-सेरेमनी’ की क्या ख़ास बातें बताई गई –
(क) तातामी की ज़मीनवाली एक सुंदर पर्णकुटी के बाहर बेढब-से मिट्टी के बर्तन से पानी निकाल कर हाथ-पाँव धोकर अंदर गए
(ख) वहाँ का वातावरण इतना शांत था कि चायदानी के पानी का खदबदाना भी सुनाई दे रहा था
(ग) सभी क्रियाएँ इतनी गरिमापूर्ण ढंग से कीं कि चानीज़ की हर भंगिमा से लगता था मानो जयजयवंती के सुर गूँज रहे हों
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर: (घ) उपरोक्त सभी
2. पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए –
चाय तैयार हुई। उसने वह प्यालों में भरी। फिर वे प्याले हमारे सामने रख दिए गए। वहाँ हम तीन मित्र ही थे। इस विधि में शांति मुख्य बात होती है। इसलिए वहाँ तीन से अधिक आदमियों को प्रवेश नहीं दिया जाता। प्याले में दो घूँट से अधिक चाय नहीं थी। हम ओठों से प्याला लगाकर एक-एक बूँद चाय पीते रहे। करीब डेढ़ घंटे तक चुसकियों का यह सिलसिला चलता रहा। पहले दस-पंद्रह मिनट तो मैं उलझन में पड़ा। फिर देखा दिमाग की रफ़्तार धीरे-धीरे धीमी पड़ती जा रही है। थोड़ी देर में बिलकुल बंद भी हो गई। मुझे लगा, मानो अनंतकाल में मैं जी रहा हूँ। यहाँ तक की सन्नाटा भी मुझे सुनाई देने लगा। अकसर हम या तो गुज़रे हुए दिनों की खट्टी-मीठी यादों में उलझे रहते हैं या भविष्य के रंगीन सपने देखते रहते हैं। हम या तो भूतकाल में रहते हैं या भविष्यकाल में। असल में दोनों काल मिथ्या हैं। एक चला गया है, दूसरा आया नहीं है। हमारे सामने जो वर्तमान क्षण है, वही सत्य है। उसी में जीना चाहिए। चाय पीते-पीते उस दिन मेरे दिमाग से भूत-भविष्य दोनों काल उड़ गए थे। केवल वर्तमान क्षण सामने था। और वह अनंतकाल जितना विस्तृत था।
जीना किसे कहते है, उस दिन मालूम हुआ।
झेन परंपरा की यह बड़ी देन मिली है जापानियों को!
प्रश्न 1. जापान के लोग ‘टी-सेरेमनी’ क्यों करते हैं –
(क) मानसिक शांति के लिए
(ख) प्रतिस्पर्द्धा की तैयारी के लिए
(ग) शारीरिक बल बढ़ाने के लिए
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर: (क) मानसिक शांति के लिए
प्रश्न 2. ‘टी-सेरेमनी’ की मुख्य बात क्या है –
(क) चाय की तैयारी
(ख) शांति
(ग) प्याले में दो घूँट से अधिक चाय न होना
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर: (ख) शांति
प्रश्न 3: निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुन कर लिखिए।
कथन (A) – हम या तो भूतकाल में रहते हैं या भविष्यकाल में। असल में दोनों काल मिथ्या हैं। एक चला गया है, दूसरा आया नहीं है।
कारण (R) – अकसर हम या तो गुज़रे हुए दिनों की खट्टी-मीठी यादों में उलझे रहते हैं या भविष्य के रंगीन सपने देखते रहते हैं। हमारे सामने जो वर्तमान क्षण है, वही सत्य है। उसी में जीना चाहिए।
(क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं
(ख) कथन (A) सही है तथा कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है
(ग) कथन (A) गलत है तथा कारण (R) सही है
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
उत्तर: (घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
प्रश्न 4: चाए पीते-पीते लेखक ने क्या महसूस किया –
(क) लेखक के दिमाग से भूत-भविष्य दोनों काल उड़ गए थे
(ख) लेखक के सामने केवल वर्तमान क्षण था
(ग) लेखक को वह वर्तमान काल अनंतकाल जितना विस्तृत लग रहा था
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर: (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 5: गद्यांश के अनुसार जापानियों को क्या देन मिली है –
(क) झेन परंपरा की देन
(ख) टी-सेरेमनी की देन
(ग) मानसिक शांति को बनाए रखने की देन
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर: (क) झेन परंपरा की देन
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