प्रश्न 1: कहानी में कौन-कौन से प्रमुख पात्र हैं?
उत्तर: कहानी में प्रमुख पात्र गुरु, चेला, राजा, ग्वालिन, संतरी, कारीगर, मशकवाले, मंत्री, और जल्लाद हैं।
प्रश्न 2: गुरु और चेले क्यों घूमने निकले थे?
उत्तर: गुरु और चेले बिना पैसे के घूमने निकले थे।
प्रश्न 3: गुरु क्या सोचकर वह नगर से चले गए?
उत्तर: गुरु ने सोचा कि नगर बहुत ही अजीब है और इसका राजा मूर्ख है, इसलिए वह नगर से चले गए।
प्रश्न 4: चेले क्यों वहीं रुक गए?
उत्तर: चेले ने गुरु की सलाह को न माना और वहीं रुक गए।
प्रश्न 5: नगर में क्या अजीब था जो चेले को अच्छा नहीं लगा?
उत्तर: नगर में सभी चीजें एक टके सेर मिल रही थीं, चाहे वह खीरा हो या रबड़ी मलाई, जिसे चेले को अजीब लगा।
प्रश्न 6: राज्य में क्या घटना बरसात में घटी?
उत्तर: बरसात में एक दीवार गिर गई थी।
प्रश्न 7: दीवार गिरने का कारण क्या था?
उत्तर: संतरी ने कारीगर को दोषी ठहराया क्योंकि उसने गारा गीला कर दिया था।
प्रश्न 8: राजा ने मंत्री को क्यों दोषी ठहराया?
उत्तर: मंत्री ने बड़े जानवर का चमड़ा दिलवाया था, जिसके कारण उसे दोषी ठहराया गया।
प्रश्न 9: गुरु और चेला के झगड़े का परिणाम क्या हुआ और इससे कैसे चक्रवर्ती बने?
उत्तर: गुरु और चेला के झगड़े के परिणामस्वरूप, गुरु ने कहा कि जो फाँसी पर चढ़ेगा, वह चक्रवर्ती बनेगा। राजा ने इस बात पर यकीन किया और फाँसी पर चढ़ने का निर्णय लिया, जिससे वह चक्रवर्ती बने।
प्रश्न 10: चेला ने अपने जीवन में किस प्रकार के चतुराई का प्रयोग किया जो उसे फाँसी से बचने में मदद मिली?
उत्तर: चेला ने चतुराई से राजा से पहले अपने गुरुजी से मिलने की अनुमति मांगी और गुरुजी को बुलवाया। गुरुजी के साथ मिलकर उन्होंने फांसी पर चढ़ने को लाभदायक बताकर भ्रम पैदा किया। इस चालाकी से उन्होंने राजा को फांसी देने से रोककर खुद को बचा लिया।
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1. गुरु क्या है ? | ![]() |
2. चेले का क्या मतलब है ? | ![]() |
3. गुरु-शिष्य परंपरा क्या है ? | ![]() |
4. गुरु का महत्व क्या है ? | ![]() |
5. क्या सभी चेले गुरु बन सकते हैं ? | ![]() |