प्रश्न 1:
“रहिमन दहेि बड़ेन को, लघु न दीजै डार।
जहाँ काम आवै सुई, कहा करे तलवार।”
इस दोहे का मुख्य संदेश क्या है?
(a) तलवार बड़ी है इसलिए अधिक उपयोगी है।
(b) सुई का काम तलवार नहीं कर सकती।
(c) हर छोटा-बड़ा वस्तु केवल दिखावे के लिए है।
(d) केवल बड़ी वस्तु ही काम आती है।
उत्तर: (b) सुई का काम तलवार नहीं कर सकती।
प्रश्न 2:
“रहिमन धागा प्रेम का, मत तोड़ो चटकाय।
टूटे से फिर ना जुड़े, जुड़े गाँठ पड़ जाय।”
यह दोहा हमें क्या सिखाता है?
(a) धागा कभी नहीं टूटता।
(b) प्रेम का धागा कोमल होता है, उसे नहीं तोड़ना चाहिए।
(c) प्रेम का धागा बार-बार जोड़ सकते हैं।
(d) प्रेम का धागा बहुत मजबूत होता है।
उत्तर: (b) प्रेम का धागा कोमल होता है, उसे नहीं तोड़ना चाहिए।
प्रश्न 3:
“तरुवर फल न खात है, सरवर पियहि न पान।
कहि रहीम पर काज हित, संचित सज्जन धन।”
इस दोहे में कवि ने किस गुण पर बल दिया है?
(a) आत्म-भोग की प्रवृत्ति पर
(b) संग्रह करने की आदत पर
(c) परोपकार की भावना पर
(d) सुख-सुविधा के उपभोग पर
उत्तर: (c) परोपकार की भावना पर
प्रश्न 4:
“रहिमन जिह्वा बावरी, कहि गई सरग पताल।
आपु तो कहि भीतर रही, कीनी बात जंजाल।”
यह दोहा किस शिक्षा को देता है?
(a) मनुष्य को कठोर बोलना चाहिए।
(b) जिह्वा पर संयम रखना आवश्यक है।
(c) झूठ बोलना सबसे अच्छा है।
(d) जिह्वा केवल बाहर ही नुकसान करती है।
उत्तर: (b) जिह्वा पर संयम रखना आवश्यक है।
प्रश्न 5:
“कहि रहीम संपत्ति सगे, बनत बहुत बहु रीत।
बिपति कसौटी जे कसे, ते ही साँचो मीत।”
इस दोहे का भाव क्या है?
(a) संपत्ति मिलने पर सगे दूर हो जाते हैं।
(b) सच्चे मित्र की पहचान सुख में होती है।
(c) विपत्ति में ही सच्चे मित्र की पहचान होती है।
(d) मित्र केवल दिखावे के लिए होते हैं।
उत्तर: (c) विपत्ति में ही सच्चे मित्र की पहचान होती है।
प्रश्न 2: तलवार का काम _______ नहीं कर सकती।
उत्तर: सुई
प्रश्न 3: प्रेम का धागा _______ नहीं तोड़ना चाहिए।
उत्तर: छिटकाय
प्रश्न 4: जिह्वा को _______ नहीं होना चाहिए।
उत्तर: बावरी
प्रश्न 5: संपत्ति के समय सभी _______ बन जाते हैं।
उत्तर: सगे
प्रश्न 1: रहीम के अनुसार, हर किसी की अपनी उपयोगिता होती है। (सही / गलत)
उत्तर: सही
प्रश्न 2: पेड़ अपने फलों का सेवन करते हैं। (सही / गलत)
उत्तर: गलत
प्रश्न 3: प्रेम का धागा टूटने के बाद फिर से जुड़ जाता है। (सही / गलत)
उत्तर: गलत
प्रश्न 4: विपत्ति में जो साथ दे, वही सच्चा मित्र होता है। (सही / गलत)
उत्तर: सही
उत्तर:
प्रश्न 2: प्रेम के धागे को कैसा बताया गया है?
उत्तर: कोमल
प्रश्न 3: पेड़ क्या नहीं खाते हैं?
उत्तर: फल
प्रश्न 4: विपत्ति में जो साथ देता है, वह कैसा मित्र होता है?
उत्तर: सच्चा
प्रश्न 2: पेड़ और तालाब के उदाहरण से रहीम क्या समझाना चाहते हैं?
उत्तर: रहीम समझाना चाहते हैं कि जैसे पेड़ अपने फलों का सेवन नहीं करते और तालाब अपना पानी नहीं पीते, वैसे ही समझदार व्यक्ति अपनी संपत्ति को दूसरों के लाभ के लिए संचित करते हैं।
प्रश्न 3: प्रेम के धागे के बारे में रहीम का क्या कहना है?
उत्तर: रहीम का कहना है कि प्रेम का धागा कोमल होता है और इसे तोड़ना नहीं चाहिए क्योंकि टूटने के बाद यह पुनः नहीं जुड़ता और यदि जुड़ भी जाए तो उसमें गाँठ पड़ जाती है।
प्रश्न 4: जिह्वा की असंयमता से क्या होता है?
उत्तर: जिह्वा की असंयमता से स्वयं को ही नुकसान होता है, जैसे जूते खाने का दर्द होता है।
प्रश्न 5: सच्चे मित्र की पहचान कैसे होती है?
उत्तर: रहीम के अनुसार, सच्चे मित्र की पहचान विपत्ति के समय होती है, जब सच्चे मित्र कसौटी पर खरे उतरते हैं।
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