Class 10 Exam  >  Class 10 Notes  >  Hindi Class 10 (Sparsh and Sanchayan)  >  कविता का सार: कर चले हम फिदा

कविता का सार: कर चले हम फिदा | Hindi Class 10 (Sparsh and Sanchayan) PDF Download

कविता का सार

‘कर चले हम फिदा’ गीत कैफ़ी आज़मी द्वारा रचित है। यह गीत भारत-चीन के बीच हुए युद्ध की पृष्ठभूमि पर बनी फ़िल्म ‘हकीकत’ के लिए लिखा गया था। इस गीत में हिमालय क्षेत्रा में लड़े गए भारत-चीन युद्ध का अंकन किया गया है। सैनिक मरणासन्न होने तक अपने देश की रक्षा करता है। मरते समय वह अपने देश की रक्षा का भार अपने साथियों के कंधे पर छोड़कर चला जाता है। उसकी साँस थमने लगी और नसें भी ठंडी पड़ती गई अर्थात वह मरणासन्न दशा में पहुँच गया, पिफर भी उसके कदम नहीं रुके। वह स्वतंत्राता की बलिवेदी पर निरंतर आगे बढ़ता गया। सैनिकों ने अपने शीश स्वतंत्राता की बलिवेदी पर चढ़ा दिए। परंतु हिमालय पर्वत के शीश को उन्होंने झुकने नहीं दिया। मरते दम तक उनका बाँकपन कायम रहता है। उनके अनुसार जिंदा रहने के बहुत-से अवसर मिलते हैं, पर देश के लिए कुर्बानी करने के अवसर बार-बार नहीं मिलते। जवानी की सार्थकता इसमें है कि वह अपना खून देश के लिए कुर्बान कर दे। धरती माता दुल्हन के समान है। हमें उसकी माँग खून से भरनी है। सैनिक मरने से पहले कहता है कि यह कुर्बानी देने का क्रम निरंतर चलता रहेगा।  इस कुर्बानी के बाद जीत का जश्न मनाने का अवसर मिलेगा। जिदगी मौत का वरण कर रही है। अब तुम अपने शीश पर कफ़न बाँधकर देश पर न्योछावर होने के लिए तैयार हो जाओ। तुम अपने खून से लक्ष्मण रेखा की तरह लकीर खींच दो, ताकि कोई रावण रूपी शत्रु इस तरफ न आ पाए। यदि भारत माता की तरफ कोई हाथ उठने लगे तो उस हाथ को तोड़ दो। भारत माता, सीता माता के समान पवित्र है। तुम स्वयं को इतना सामथ्र्यवान बना लो कि कोई भी शत्रु इस पवित्र दामन को न छू सके। तुम्हें ही राम और लक्ष्मण की भूमिका निभानी है और देश की बलिवेदी पर कुर्बानी देनी है।

 

The document कविता का सार: कर चले हम फिदा | Hindi Class 10 (Sparsh and Sanchayan) is a part of the Class 10 Course Hindi Class 10 (Sparsh and Sanchayan).
All you need of Class 10 at this link: Class 10
16 videos|201 docs|45 tests

Top Courses for Class 10

FAQs on कविता का सार: कर चले हम फिदा - Hindi Class 10 (Sparsh and Sanchayan)

1. What is the title of the poem and what is its theme?
Ans. The title of the poem is "Kar Chale Hum Fida" and its theme is the sacrifice and devotion of Indian soldiers during the 1962 Sino-Indian War.
2. Who wrote the poem, "Kar Chale Hum Fida?"
Ans. The poem "Kar Chale Hum Fida" was written by Kaifi Azmi, an Indian poet, and lyricist.
3. What is the significance of the phrase "Kar Chale Hum Fida" in the poem?
Ans. The phrase "Kar Chale Hum Fida" means "we have sacrificed ourselves and are leaving" in Hindi. It signifies the ultimate sacrifice made by Indian soldiers during the Sino-Indian war.
4. When did the 1962 Sino-Indian War take place?
Ans. The 1962 Sino-Indian War took place from October 20 to November 21, 1962.
5. What is the message of the poem "Kar Chale Hum Fida"?
Ans. The message of the poem "Kar Chale Hum Fida" is to honor the bravery and sacrifice of Indian soldiers who laid down their lives for their motherland. The poem also inspires people to be selfless and devoted to their country.
16 videos|201 docs|45 tests
Download as PDF
Explore Courses for Class 10 exam

Top Courses for Class 10

Signup for Free!
Signup to see your scores go up within 7 days! Learn & Practice with 1000+ FREE Notes, Videos & Tests.
10M+ students study on EduRev
Related Searches

pdf

,

mock tests for examination

,

Free

,

Exam

,

Summary

,

कविता का सार: कर चले हम फिदा | Hindi Class 10 (Sparsh and Sanchayan)

,

Semester Notes

,

Sample Paper

,

practice quizzes

,

MCQs

,

ppt

,

Objective type Questions

,

past year papers

,

video lectures

,

Previous Year Questions with Solutions

,

Extra Questions

,

कविता का सार: कर चले हम फिदा | Hindi Class 10 (Sparsh and Sanchayan)

,

कविता का सार: कर चले हम फिदा | Hindi Class 10 (Sparsh and Sanchayan)

,

Viva Questions

,

study material

,

shortcuts and tricks

,

Important questions

;