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CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - CTET & State TET MCQ


Test Description

30 Questions MCQ Test - CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi)

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CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 1

बहुभाषिक कक्षा में एक बालक हिंदी तथा दूसरा हड़ौती बोली बोलता है। वैज्ञानिक दृष्टि से भाषा और बोली में-

Detailed Solution for CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 1

'बोली' किसी भाषा का कोई प्रभेदक शैलीरूप न होकर स्वयं भाषा होती है जो अपने सामाजिक प्रकार्य में किसी अन्य भाषा पर आश्रित होती है। दूसरे शब्दों में यह कहा जा सकता है कि शुद्ध भाषावैज्ञानिक दृष्टि से इस संदर्भ में बोली और भाषा में भेद करता संभव नहीं। उदाहरण के लिए खड़ी बोली के रूप में मान्य जिसे हम हिंदी भाषा कहते हैं, उसमें ब्रज, अवधी, भोजपुरी, मैथिली आदि उसकी बोलियों में शब्द, रूपरचना या व्याकरण के आधार पर भाषा-बोली का भेद करना संभव नहीं। शुद्ध भाषिक रचना की दृष्टि से जिस प्रकार खड़ीबोली एक “भाषा” है उसी प्रकार ये बोलियाँ भी 'भाषा' हैं क्योंकि इनमें भी उसी प्रकार भाषिक प्रतीकों की संरचनात्मक व्यवस्था मिलती है, जिस प्रकार खड़ी बोली में।
अतः हम कह सकते हैं कि भाषा वैज्ञानिक दृष्टि से भाषा और बोली में- अंतर नहीं होता।

CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 2

भाषा के बारे में सत्य कथन का चयन करो-

Detailed Solution for CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 2

सामान्यतया यह माना जाता है कि भाषा अभिव्यक्ति और संप्रेषण का माध्यम है, जिसकी सहायता से लोग एक-दूसरे तक अपनी बात पहुँचाते हैं। भाषा को मात्र संप्रेषण का माध्यम मानना, भाषा के प्रति संकुचित दृष्टिकोण है। वास्तव में भाषा की भूमिका इससे कहीं अधिक है।

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CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 3

अनौपचारिक बातचीत __________ अभिव्यक्ति का प्रकार है।

Detailed Solution for CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 3

अभिव्यक्ति से तात्पर्य मन के विचारों को स्वतंत्र रूप से खुल कर अभिव्यक्ति करने से है। मौखिक अभिव्यक्ति से तात्पर्य मन के विचारों को स्वतंत्र रूप से बोल कर अभिव्यक्त करने से है तथा लिखित अभिव्यक्ति के अन्तर्गत विषयानुकूल लेखन एवं अपने विचारों भावों को लिखित रूप में समझापाने का कौशल आता है।

CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 4

योजना शिक्षण विधि के प्रवर्तक है:

Detailed Solution for CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 4

योजना शिक्षण विधि के प्रवर्तक डब्ल्यू. एच. किलपैट्रिक हैं।
योजना/परियोजना शिक्षण विधि के प्रवर्तक 'डब्लयू. एच. किलपैट्रिक' हैं। यह विधि 'जॉन डेवी' द्वारा शुरू किए गए 'प्रोग्रेसिव एजुकेशन मूवमेंट' का उत्पाद थी परंतु बाद में इसे दुनिया भर में 'डब्ल्यू. एच. किलपैट्रिक' द्वारा विस्तार से वर्णित किया गया था।

  • यह विधि एक समूह में व्यावहारिक ज्ञान के प्रयोग द्वारा किसी परियोजना को पूरा करने के लिए छात्रों की सक्रिय भागीदारी को संदर्भित करती है।
  • इस पद्धति में जीवनोपयोगी शिक्षा दी जाती है तथा बच्चों को स्वयं के अनुभव द्वारा अर्थात खुद कर के सीखने का मौका दिया जाता है।
CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 5

जब विद्यालय में विभिन्न प्रकार की सामग्री का उपयोग किया जाता है, तो उसे क्या कहा जाता हैं?

Detailed Solution for CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 5

जब विद्यालय में विभिन्न प्रकार की सामग्री का उपयोग किया जाता है, तो उसे सामग्री अनुकूलन कहा जाता हैं।
शिक्षक द्वारा बनायी गयी कम लागत की अधिगम सामग्री शिक्षण में प्रयोग करने के लिए सबसे उत्तम होती है।

  • कक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए शिक्षक को अधिगम का समर्थन करने के लिए सामग्री की आवश्यकता होती है।
  • यदि विविध अधिगम सामग्री का प्रयोग किया जाए तो कोई भी बच्चा अधिगम प्रक्रिया में पूरी तरह भाग ले पाऐगा।
  • जब विद्यालय में विभिन्न प्रकार की सामग्री का उपयोग अधिगम को सरल और सुसाध्य बनाने के लिए किया जाता है तो इसे सामग्री अनुकूलन कहते हैं।
  • जहां उपयुक्त हो अधिगम के समर्थन के लिए दृश्य सामग्री जैसे चित्र, फोटोग्राफ आदि का प्रयोग करना चाहिए। एक “समुद्री घोड़े” या 'ताजमहल' का चित्र बच्चे को शब्दों से कहीं अधिक जानकारी देगा।
  • महान व्यक्तियों के चित्र, कम गिनती में रह गए जानवरों व पौधों के चित्र, ऐतिहासिक स्थानों को फोटोग्राफ और घटनाएं चित्रों के रूप में, सब बच्चों की कल्पना सही
  • दिशा में ले जाने में मदद करती हैं।
CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 6

कक्षा तीन का एक बालक एक वर्ण 'ड़' के स्थान पर कोई अन्य वर्ण 'र' का प्रयोग करता है। इसका संभावित कारण हो सकता है:

Detailed Solution for CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 6

कक्षा तीन का एक बालक एक वर्ण 'ड़' के स्थान पर कोई अन्य वर्ण 'र' का प्रयोग करता है। इसका संभावित कारण उसकी मातृभाषा का प्रभाव हो सकता है।
विद्यार्थियों द्वारा सड़क को सरक बोलने का संभावित कारण उनकी मातृभाषा का प्रभाव हो सकता है क्योंकि बच्चों में उच्चारण संबंधी दोष का प्रमुख कारण प्रायः मातृभाषा तथा क्षेत्रीयता का प्रभाव ही होता है। अलग अलग जगहों पर एक ही शब्द का उच्चारण विभिन्न तरीके से किया जाता है, यही कारण है कि शब्दों के उच्चारण में इस बात का प्रभाव पड़ता है कि बच्चा किस क्षेत्र में रह रहा है और किस मातृभाषा का प्रयोग कर रहा है।

  • उदाहरण: बिहार में 'ड़' को प्रायः 'र' बोला जाता है- लड़का  लरका, ‘सड़क’ को ‘सरक'
  • भोजपुरी बोलने वाले लोग ने का प्रयोग कम करते हैं, तो पंजाबी क्षेत्र के लोग इसका अनावश्यक प्रयोग करते हैं, जैसे- हमने जाना है।
  • इसी तरह कहीं ने के बदले ण का प्रयोग, स के बदले ह का प्रयोग, तो कहीं ए, औ और न के बदले ऐ, ओ, ण का प्रयोग आदि के कारण उच्चारण संबंधी दोष उत्पन्न होता है।
  • उर्दु के कारण हिंदी का क, ख, ग- क़, ख़, ग़ हो गया है।
  • अंग्रेजी के कारण आ का उच्चारण ऑ होने लगा है।
CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 7

निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश को ध्यान पूर्वक पढ़िए और विकल्पों में से उपयुक्त उत्तर चुनिए।
जाति-प्रथा को यदि श्रम-विभाजन मान लिया जाए तो यह स्वाभाविक विभाजन नहीं है क्योंकि यह मनुष्य की रुचि पर आधारित है। कुशल व्यक्ति या सक्षम श्रमिक समाज का निर्माण करने के लिए यह आवश्यक है कि हम व्यक्ति की क्षमता इस सीमा तक विकसित करें, जिससे वह अपने पेशे या कार्य का चुनाव स्वयं कर सके। इस सिद्धांत के विपरीत जाति-प्रथा का दूषित सिद्धांत यह है कि इससे मनुष्य के प्रशिक्षण अथवा उसकी निजी क्षमता का विचार किए बिना, दूसरे ही दृष्टिकोण जैसे माता-पिता के सामाजिक स्तर के अनुसार पहले से ही अर्थात गर्भधारण के समय से ही मनुष्य का पेशा निर्धारित कर दिया जाता है।
जाति-प्रथा पेशे का दोषपूर्ण पूर्वनिर्धारण ही नहीं करती, बल्कि मनुष्य को जीवन-भर के लिए एक पेशे में बाँध भी देती है, भले ही पेशा अनुपयुक्त या अपर्याप्त होने के कारण वह भूखों मर जाए। आधुनिक युग में यह स्थिति प्रायः आती है क्योंकि उद्योग धंधे की प्रक्रिया व तकनीक में निरंतर विकास और कभी-कभी अकस्मात परिवर्तन हो जाता है, जिसके कारण मनुष्य को अपना पेशा बदलने की आवश्यकता पड़ सकती है और यदि प्रतिकूल परिस्थितियों में भी मनुष्य को अपना पेशा बदलने की स्वतंत्रता न हो तो इसके लिए भूखे मरने के अलावा क्या चारा रह जाता है? हिंदू धर्म की जाति प्रथा किसी भी व्यक्ति को ऐसा पेशा चुनने की अनुमति नहीं देती है, जो उसका पैतृक पेशा न हो, भले ही वह उसमें पारंगत है। इस प्रकार पेशा-परिवर्तन की अनुमति न देकर जाति-प्रथा भारत में बेरोजगारी का एक प्रमुख व प्रत्यक्ष कारण बनी हुई है।

Q. ‘प्रतिकूल’ शब्द का विलोम है?

Detailed Solution for CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 7

उपर्युक्त विकल्पों में से ‘प्रतिकूल’ शब्द का विपरीतार्थक शब्द ‘अनुकूल’ है। अन्य विकल्प गलत हैं।
‘प्रतिकूल’ शब्द का अर्थ – जो अनुकूल न हो, विपरीत, विरुद्ध
‘अनुकूल’ शब्द का अर्थ - मेल रखने वाला

CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 8

निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश को ध्यान पूर्वक पढ़िए और विकल्पों में से उपयुक्त उत्तर चुनिए।
जाति-प्रथा को यदि श्रम-विभाजन मान लिया जाए तो यह स्वाभाविक विभाजन नहीं है क्योंकि यह मनुष्य की रुचि पर आधारित है। कुशल व्यक्ति या सक्षम श्रमिक समाज का निर्माण करने के लिए यह आवश्यक है कि हम व्यक्ति की क्षमता इस सीमा तक विकसित करें, जिससे वह अपने पेशे या कार्य का चुनाव स्वयं कर सके। इस सिद्धांत के विपरीत जाति-प्रथा का दूषित सिद्धांत यह है कि इससे मनुष्य के प्रशिक्षण अथवा उसकी निजी क्षमता का विचार किए बिना, दूसरे ही दृष्टिकोण जैसे माता-पिता के सामाजिक स्तर के अनुसार पहले से ही अर्थात गर्भधारण के समय से ही मनुष्य का पेशा निर्धारित कर दिया जाता है।
जाति-प्रथा पेशे का दोषपूर्ण पूर्वनिर्धारण ही नहीं करती, बल्कि मनुष्य को जीवन-भर के लिए एक पेशे में बाँध भी देती है, भले ही पेशा अनुपयुक्त या अपर्याप्त होने के कारण वह भूखों मर जाए। आधुनिक युग में यह स्थिति प्रायः आती है क्योंकि उद्योग धंधे की प्रक्रिया व तकनीक में निरंतर विकास और कभी-कभी अकस्मात परिवर्तन हो जाता है, जिसके कारण मनुष्य को अपना पेशा बदलने की आवश्यकता पड़ सकती है और यदि प्रतिकूल परिस्थितियों में भी मनुष्य को अपना पेशा बदलने की स्वतंत्रता न हो तो इसके लिए भूखे मरने के अलावा क्या चारा रह जाता है? हिंदू धर्म की जाति प्रथा किसी भी व्यक्ति को ऐसा पेशा चुनने की अनुमति नहीं देती है, जो उसका पैतृक पेशा न हो, भले ही वह उसमें पारंगत है। इस प्रकार पेशा-परिवर्तन की अनुमति न देकर जाति-प्रथा भारत में बेरोजगारी का एक प्रमुख व प्रत्यक्ष कारण बनी हुई है।

Q. जाति-प्रथा का दोषपूर्ण पक्ष कौन - कौन से हैं?

Detailed Solution for CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 8

प्रस्तुत गद्यांश में जाति – प्रथा का दोषपूर्ण पक्ष बेरोजगारी है। इसलिए, विकल्प बेरोजगारी सटीक विकल्प है।
जाति प्रथा की कुछ विशेषताएँ भी हैं। श्रम विभाजन पर आधारित होने के कारण इससे श्रमिक वर्ग अपने कार्य मे निपुण होता गया क्योकि श्रम विभाजन का यह काम पीढ़ियों तक चलता रहा था। इससे भविष्य - चुनाव की समस्या और बेरोजगारी की समस्या भी दूर हो गए। तथापि जाति प्रथा मुख्यत: एक बुराई ही है। इसके कारण सामाजिक, राष्ट्रीय एकता में बाधा आती है जो कि राष्ट्रीय और आर्थिक प्रगति के लिए आवश्यक है।

CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 9

निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश को ध्यान पूर्वक पढ़िए और विकल्पों में से उपयुक्त उत्तर चुनिए।
जाति-प्रथा को यदि श्रम-विभाजन मान लिया जाए तो यह स्वाभाविक विभाजन नहीं है क्योंकि यह मनुष्य की रुचि पर आधारित है। कुशल व्यक्ति या सक्षम श्रमिक समाज का निर्माण करने के लिए यह आवश्यक है कि हम व्यक्ति की क्षमता इस सीमा तक विकसित करें, जिससे वह अपने पेशे या कार्य का चुनाव स्वयं कर सके। इस सिद्धांत के विपरीत जाति-प्रथा का दूषित सिद्धांत यह है कि इससे मनुष्य के प्रशिक्षण अथवा उसकी निजी क्षमता का विचार किए बिना, दूसरे ही दृष्टिकोण जैसे माता-पिता के सामाजिक स्तर के अनुसार पहले से ही अर्थात गर्भधारण के समय से ही मनुष्य का पेशा निर्धारित कर दिया जाता है।
जाति-प्रथा पेशे का दोषपूर्ण पूर्वनिर्धारण ही नहीं करती, बल्कि मनुष्य को जीवन-भर के लिए एक पेशे में बाँध भी देती है, भले ही पेशा अनुपयुक्त या अपर्याप्त होने के कारण वह भूखों मर जाए। आधुनिक युग में यह स्थिति प्रायः आती है क्योंकि उद्योग धंधे की प्रक्रिया व तकनीक में निरंतर विकास और कभी-कभी अकस्मात परिवर्तन हो जाता है, जिसके कारण मनुष्य को अपना पेशा बदलने की आवश्यकता पड़ सकती है और यदि प्रतिकूल परिस्थितियों में भी मनुष्य को अपना पेशा बदलने की स्वतंत्रता न हो तो इसके लिए भूखे मरने के अलावा क्या चारा रह जाता है? हिंदू धर्म की जाति प्रथा किसी भी व्यक्ति को ऐसा पेशा चुनने की अनुमति नहीं देती है, जो उसका पैतृक पेशा न हो, भले ही वह उसमें पारंगत है। इस प्रकार पेशा-परिवर्तन की अनुमति न देकर जाति-प्रथा भारत में बेरोजगारी का एक प्रमुख व प्रत्यक्ष कारण बनी हुई है।

Q. प्रस्तुत गद्यांश में प्रयुक्त शब्द श्रम विभाजन में कौन सा समास है?

Detailed Solution for CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 9

प्रस्तुत गद्यांश में प्रयुक्त शब्द श्रम विभाजन का विग्रह करने पर श्रम का विभाजन होगा। इसलिए, स्पष्ट है कि यहाँ तत्पुरुष समास का प्रयोग हुआ है।
समास के नियमों से निर्मित शब्द सामासिक शब्द कहलाता है। इसे समस्तपद भी कहते हैं। समास होने के बाद विभक्तियों के चिह्न (परसर्ग) लुप्त हो जाते हैं। जैसे - राजपुत्र।
समास-विग्रह: सामासिक शब्दों के बीच के संबंधों को स्पष्ट करना समास-विग्रह कहलाता है। विग्रह के पश्चात सामासिक शब्दों का लोप हो जाता है, जैसे – राज + पुत्र - राजा का पुत्र।

CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 10

निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश को ध्यान पूर्वक पढ़िए और विकल्पों में से उपयुक्त उत्तर चुनिए।
जाति-प्रथा को यदि श्रम-विभाजन मान लिया जाए तो यह स्वाभाविक विभाजन नहीं है क्योंकि यह मनुष्य की रुचि पर आधारित है। कुशल व्यक्ति या सक्षम श्रमिक समाज का निर्माण करने के लिए यह आवश्यक है कि हम व्यक्ति की क्षमता इस सीमा तक विकसित करें, जिससे वह अपने पेशे या कार्य का चुनाव स्वयं कर सके। इस सिद्धांत के विपरीत जाति-प्रथा का दूषित सिद्धांत यह है कि इससे मनुष्य के प्रशिक्षण अथवा उसकी निजी क्षमता का विचार किए बिना, दूसरे ही दृष्टिकोण जैसे माता-पिता के सामाजिक स्तर के अनुसार पहले से ही अर्थात गर्भधारण के समय से ही मनुष्य का पेशा निर्धारित कर दिया जाता है।
जाति-प्रथा पेशे का दोषपूर्ण पूर्वनिर्धारण ही नहीं करती, बल्कि मनुष्य को जीवन-भर के लिए एक पेशे में बाँध भी देती है, भले ही पेशा अनुपयुक्त या अपर्याप्त होने के कारण वह भूखों मर जाए। आधुनिक युग में यह स्थिति प्रायः आती है क्योंकि उद्योग धंधे की प्रक्रिया व तकनीक में निरंतर विकास और कभी-कभी अकस्मात परिवर्तन हो जाता है, जिसके कारण मनुष्य को अपना पेशा बदलने की आवश्यकता पड़ सकती है और यदि प्रतिकूल परिस्थितियों में भी मनुष्य को अपना पेशा बदलने की स्वतंत्रता न हो तो इसके लिए भूखे मरने के अलावा क्या चारा रह जाता है? हिंदू धर्म की जाति प्रथा किसी भी व्यक्ति को ऐसा पेशा चुनने की अनुमति नहीं देती है, जो उसका पैतृक पेशा न हो, भले ही वह उसमें पारंगत है। इस प्रकार पेशा-परिवर्तन की अनुमति न देकर जाति-प्रथा भारत में बेरोजगारी का एक प्रमुख व प्रत्यक्ष कारण बनी हुई है।

Q. श्रमिक समाज से क्या अभिप्राय है?

Detailed Solution for CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 10

श्रमिक समाज से अभिप्राय श्रमिक वर्ग से है। इसलिए, सटीक विकल्प श्रमिक वर्ग है। अन्य विकल्प असंगत हैं।
श्रमिक वर्ग एक ऐसा शब्द है, जिसका उपयोग सामाजिक विज्ञानों और साधारण बातचीत में वैसे लोगों के वर्णन के लिए होता है, जो निम्न स्तरीय कार्यों (दक्षता, शिक्षा और निम्न आय द्वारा मापदंड पर) में लगे होते हैं और अक्सर इस अर्थ का विस्तार बेरोजगारी या औसत से नीचे आय वाले लोगों तक भी होता है।

CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 11

निर्देश : नीचे दिए गए पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर सबसे सटीक विकल्प का चयन कीजिए-
पालने के सिरहाने गायी जाने वाली लोरियों से लेकर
रेडियो से आने वाले समाचारों तक
हर जगह छिपे हुए असत्य पर विजय पाना
चाहे वह असत्य हृदय में हो या किताबों में
या शोर-गुल भरी सड़कों पर 
कितना कल्पनातीत आनंद है ज्ञान में
यह जान लेने में
कि समय के कदम अनिवार्य रूप से किधर बढ़ते रहेंगे
और अब भविष्य में क्या आनेवाला है।

Q. किस शब्द में उपसर्ग का प्रयोग हुआ है?

Detailed Solution for CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 11

'अ' उपसर्ग + 'सत्य' मूल शब्द 
अर्थ: झूठ, मिथ्या, मृषा,बनावटी, जाली 
उपसर्ग शब्द के शुरू में जुड़ता है। 
अतः विकल्प (C) सही है

CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 12

निर्देश : नीचे दिए गए पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर सबसे सटीक विकल्प का चयन कीजिए-
पालने के सिरहाने गायी जाने वाली लोरियों से लेकर
रेडियो से आने वाले समाचारों तक
हर जगह छिपे हुए असत्य पर विजय पाना
चाहे वह असत्य हृदय में हो या किताबों में
या शोर-गुल भरी सड़कों पर 
कितना कल्पनातीत आनंद है ज्ञान में
यह जान लेने में
कि समय के कदम अनिवार्य रूप से किधर बढ़ते रहेंगे
और अब भविष्य में क्या आनेवाला है।

Q. 'कल्पनातीत' से तात्पर्य है -

Detailed Solution for CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 12

अन्य अर्थ: जिसकी कल्पना न की जा सके।
कल्पना- उद्भावना, परिकल्पना, मनगढ़ंत, मनोरचना, सूझ
​विलोम शब्द- यथार्थ
कल्पना का विशेषण काल्पनिक
काल्पनिक- 'कल्पना' मूल शब्द + 'इक' प्रत्यय

CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 13

निर्देश : नीचे दिए गए पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर सबसे सटीक विकल्प का चयन कीजिए-
पालने के सिरहाने गायी जाने वाली लोरियों से लेकर
रेडियो से आने वाले समाचारों तक
हर जगह छिपे हुए असत्य पर विजय पाना
चाहे वह असत्य हृदय में हो या किताबों में
या शोर-गुल भरी सड़कों पर 
कितना कल्पनातीत आनंद है ज्ञान में
यह जान लेने में
कि समय के कदम अनिवार्य रूप से किधर बढ़ते रहेंगे
और अब भविष्य में क्या आनेवाला है।

Q. कवि के अनुसार महत्वपूर्ण है -

Detailed Solution for CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 13

ज्ञान- बोध, इल्म, जानकारी, परिचय, विवेक, आत्मज्ञान।
विलोम शब्द- अज्ञान 
कवि ने गीतों से लेकर किताबों तक फैले ज्ञान के महत्व का वर्णन किया हैं। 

CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 14

निर्देश : दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढिए तथा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के रूप में सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए।
कछुआ, मगर और शार्क के समान, गंगा की डॉलफिन एक अत्यंत प्राचीन जलचर है। औपचारिक रूप से इसकी खोज सन् 1801 में हुई थी। पहले यह दक्षिण एशिया, विशेष रूप से भारतीय उपमहाद्वीप में बहुत बड़े क्षेत्र में फैली हुई थी तथा बड़ी संख्या में पाई जाती थी। यह भारत, बांग्लादेश तथा नेपाल में कई नदियों में मिलती थी, किंतु वर्तमान समय में केवल गंगा, ब्रह्मपुत्र, मेघना और कर्णफुली में शेष बची। है। कभी-कभी यह चम्बल, घाघरा और सप्तकोशी नदियों में भी देखने को मिल जाती है।
गंगा की डॉलफिन भारत के सात राज्यों की चुनी हुई नदियों में मिलती है। ये राज्य हैं- असम, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान, झारखंड और पश्चिम बंगाल। यहाँ इसे गंगा, चंबल, घाघरा, गंडक, सोन, कोसी, ब्रह्मपुत्र आदि नदियों तथा इनकी सहायक नदियों में देखा जा सकता है। केवल ताज़े पानी की नदियों में रहने वाली यह डॉलफिन अकेली अथवा बहुत छोटे-छोटे झुंडों में रहती है। इसके झुंड में सदस्यों की संख्या प्रायः तीन से अधिक नहीं होती। सामान्यतया बच्चेवाली मादा डॉलफिन, अपने बच्चे के साथ विचरण करती हुई दिख जाती है।

Q. गद्यांश के अनुसार डॉलफिन के झुंड में सदस्यों की संख्या कितनी होती है?

Detailed Solution for CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 14

केवल ताज़े पानी की नदियों में रहने वाली यह डॉलफिन अकेली अथवा बहुत छोटे-छोटे झुंडों में रहती है।
इसके झुंड में सदस्यों की संख्या प्रायः तीन से अधिक नहीं होती।
सामान्यतया बच्चेवाली मादा डॉलफिन, अपने बच्चे के साथ विचरण करती हुई दिख जाती है।

CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 15

Directions: Read the poem given below and answer the question that follows.
T'was the night before Christmas,
And all through the kitchen,
My mother was cooking some delicious chicken.
All of the sudden,
The light bulb broke,
And my mother randomly started to choke.
In a flash, superman came.
My brother thought his costume was lame.
And instead of rescuing the day,
He ate up my dinner,
And he flew away !
Santa burnt the house with dynamites and flares,
I guess I was on the naughty list, next year,
I'll care !

Q. The night before Christmas is also spoken of as

Detailed Solution for CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 15

The night before Christmas is also spoken of as Christmas eve.

CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 16

Directions: Read the poem given below and answer the question that follows.
T'was the night before Christmas,
And all through the kitchen,
My mother was cooking some delicious chicken.
All of the sudden,
The light bulb broke,
And my mother randomly started to choke.
In a flash, superman came.
My brother thought his costume was lame.
And instead of rescuing the day,
He ate up my dinner,
And he flew away !
Santa burnt the house with dynamites and flares,
I guess I was on the naughty list, next year,
I'll care !

Q. Superman came and

Detailed Solution for CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 16

Superman came and ate up the child's dinner. "He ate up my dinner...".

CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 17

Directions: Read the poem given below and answer the question that follows.
T'was the night before Christmas,
And all through the kitchen,
My mother was cooking some delicious chicken.
All of the sudden,
The light bulb broke,
And my mother randomly started to choke.
In a flash, superman came.
My brother thought his costume was lame.
And instead of rescuing the day,
He ate up my dinner,
And he flew away !
Santa burnt the house with dynamites and flares,
I guess I was on the naughty list, next year,
I'll care !

Q. 'Santa' refers to

Detailed Solution for CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 17

'Santa' refers to 'Santa Claus'.

CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 18

Directions: Read the poem given below and answer the question that follows.
T'was the night before Christmas,
And all through the kitchen,
My mother was cooking some delicious chicken.
All of the sudden,
The light bulb broke,
And my mother randomly started to choke.
In a flash, superman came.
My brother thought his costume was lame.
And instead of rescuing the day,
He ate up my dinner,
And he flew away !
Santa burnt the house with dynamites and flares,
I guess I was on the naughty list, next year,
I'll care !

Q. The speaker feels that Santa burnt the house because

Detailed Solution for CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 18

The speaker feels that Santa burnt the house because the child had been naughty. It can be inferred from the line, "I guess I was on the naughty list".

CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 19

Directions: Read the poem given below and answer the question that follows.
T'was the night before Christmas,
And all through the kitchen,
My mother was cooking some delicious chicken.
All of the sudden,
The light bulb broke,
And my mother randomly started to choke.
In a flash, superman came.
My brother thought his costume was lame.
And instead of rescuing the day,
He ate up my dinner,
And he flew away !
Santa burnt the house with dynamites and flares,
I guess I was on the naughty list, next year,
I'll care !

Q. Both Superman and Santa were doing

Detailed Solution for CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 19

Both Superman and Santa were doing things against their basic nature as Superman saves people and Santa presents gifts.

CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 20

A student has difficulty in applying the learned knowledge. For example, in word problems, the student also fails to translate sentences into equations or identify the variables. A possible solution to this problem could be

Detailed Solution for CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 20

A student has difficulty in applying the learned knowledge. For example, in word problems, the student also fails to translate sentences into equations or identify the variables. A possible solution to this problem could be giving carefully designed assignment-simpler-simple-complex.

CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 21

'She is too weak to walk.'
If you change the above sentence into a complex sentence correctly, then which of the following options will you get?

Detailed Solution for CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 21

"She is so weak and so she cannot walk."
It will be the correct answer because a complex sentence is a sentence that combines one independent clause with at least one dependent clause. Here, 'she is so weak' is the independent clause and 'so she cannot walk' is the dependent clause.

CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 22

Directions: Rearrange the following sentences in proper sequence to form a meaningful paragraph and answer the given question.
(A) The farmer called his neighbours and asked them to help him put mud into the well but the mule thought that he was calling the neighbours to help him get out of the well.
(B) A farmer wanted to get rid of his old mule and buy a new one but the mule always came back from wherever the farmer left him.
(C) He walked away from his cruel master and never returned.
(D) One day the mule fell into the well and the farmer thought - Why not bury it there so that I don't have to worry about getting rid of it?
(E) The mule started shaking off all the mud that fell on him and kept climbing on the leap of mud as it fell into the well; soon he was on top of the mud heap and he easily got out of the well.
(F) When they started putting mud in the well, the mule realised his master's plan and started thinking of ways to save himself.

Q. Choose the correct order of the sentences from the list given below.

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This is the correct option. The correct rearrangement is:
(B) A farmer wanted to get rid of his old mule and buy a new one but the mule always came back from wherever the farmer left him.
(D) One day the mule fell into the well and the farmer thought - 'Why not bury it there so that I don't have to worry about getting rid of it?'
(A) The farmer called his neighbours and asked them to help him put mud into the well but the mule thought that he was calling the neighbours to help him get out of the well.
(F) When they started putting mud in the well, the mule realised his master's plan and started thinking of ways to save himself.
(E) The mule started shaking off all the mud that fell on him and kept climbing on the leap of mud as it fell into the well; soon he was on top of the mud heap and he easily got out of the well.
(C) He walked away from his cruel master and never returned.

CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 23

The digital revolution has indisputably reshaped our society, permeating virtually every facet of life. We live in a hyperconnected era, where the boundary between the real and virtual worlds is increasingly blurred. Though its benefits are myriad, it's worth pausing to consider the potential downsides of this digital immersion.
On the one hand, technology has democratized information, fostering global connectivity and accessibility. The internet, smartphones, and various digital platforms have empowered us with the ability to learn, communicate, and collaborate like never before. They have catapulted us into an era of unprecedented convenience and opportunity, where we can virtually traverse the globe with a simple click.
Yet, this digital immersion also comes with pitfalls. The unending influx of information can overwhelm our cognitive capabilities, leading to information overload. The constant bombardment of updates, notifications, and messages can disrupt our focus, leading to a condition known as "digital fatigue." Further, it's alarming to see the increasing prevalence of cyberbullying, privacy breaches, and disinformation campaigns, which have severe consequences on our societal harmony.
The digital revolution is a double-edged sword. It grants us unparalleled access to knowledge, yet it can also breed distraction, misinformation, and anxiety. We need to strike a balance, leveraging the best of what technology offers while mitigating its downsides. As we continue to navigate this digital landscape, it's crucial to remember that technology is merely a tool—it's how we use it that ultimately defines its impact.

Q. Which statement is false according to the passage?

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  • Option 1 is true as per the passage, which states that "we live in a hyperconnected era, where the boundary between the real and virtual worlds is increasingly blurred."
  • Option 2 is also true. The passage mentions that digital platforms have "catapulted us into an era of unprecedented convenience and opportunity."
  • Option 3 is incorrect. The passage portrays information overload and digital fatigue as potential pitfalls or negative consequences of the digital revolution, not as positive outcomes.
  • Option 4 is indeed true according to the passage, which concludes with the assertion that "it's how we use it [technology] that ultimately defines its impact."

Therefore, the statement in Option 3 is false.

CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 24

The digital revolution has indisputably reshaped our society, permeating virtually every facet of life. We live in a hyperconnected era, where the boundary between the real and virtual worlds is increasingly blurred. Though its benefits are myriad, it's worth pausing to consider the potential downsides of this digital immersion.
On the one hand, technology has democratized information, fostering global connectivity and accessibility. The internet, smartphones, and various digital platforms have empowered us with the ability to learn, communicate, and collaborate like never before. They have catapulted us into an era of unprecedented convenience and opportunity, where we can virtually traverse the globe with a simple click.
Yet, this digital immersion also comes with pitfalls. The unending influx of information can overwhelm our cognitive capabilities, leading to information overload. The constant bombardment of updates, notifications, and messages can disrupt our focus, leading to a condition known as "digital fatigue." Further, it's alarming to see the increasing prevalence of cyberbullying, privacy breaches, and disinformation campaigns, which have severe consequences on our societal harmony.
The digital revolution is a double-edged sword. It grants us unparalleled access to knowledge, yet it can also breed distraction, misinformation, and anxiety. We need to strike a balance, leveraging the best of what technology offers while mitigating its downsides. As we continue to navigate this digital landscape, it's crucial to remember that technology is merely a tool—it's how we use it that ultimately defines its impact.

Q. How does the passage suggest we should view and use technology?

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  • The passage concludes with the statement: "it's crucial to remember that technology is merely a tool—it's how we use it that ultimately defines its impact."
  • This implies that the benefits or downsides of technology are not inherent in the technology itself, but in how it is used.
  • Based on the above given points, it is clear that the passage suggests that we  view and use technology 'as a tool to be used wisely'.

Therefore, the correct answer is Option 4

CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 25

The digital revolution has indisputably reshaped our society, permeating virtually every facet of life. We live in a hyperconnected era, where the boundary between the real and virtual worlds is increasingly blurred. Though its benefits are myriad, it's worth pausing to consider the potential downsides of this digital immersion.
On the one hand, technology has democratized information, fostering global connectivity and accessibility. The internet, smartphones, and various digital platforms have empowered us with the ability to learn, communicate, and collaborate like never before. They have catapulted us into an era of unprecedented convenience and opportunity, where we can virtually traverse the globe with a simple click.
Yet, this digital immersion also comes with pitfalls. The unending influx of information can overwhelm our cognitive capabilities, leading to information overload. The constant bombardment of updates, notifications, and messages can disrupt our focus, leading to a condition known as "digital fatigue." Further, it's alarming to see the increasing prevalence of cyberbullying, privacy breaches, and disinformation campaigns, which have severe consequences on our societal harmony.
The digital revolution is a double-edged sword. It grants us unparalleled access to knowledge, yet it can also breed distraction, misinformation, and anxiety. We need to strike a balance, leveraging the best of what technology offers while mitigating its downsides. As we continue to navigate this digital landscape, it's crucial to remember that technology is merely a tool—it's how we use it that ultimately defines its impact.

Q. In the phrase "technology has democratized information," what part of speech is the word "democratized"?

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  • The word "democratized" in the given context is used as a verb.
  • In English grammar, a verb is a word that represents an action, an occurrence, or a state of being.
  • In the phrase "technology has democratized information," "democratized" is the action performed by "technology."
  • The action is to make (in this case, information) accessible to everyone, which is the meaning of "democratize."

Therefore, the correct answer is Option 2

CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 26

Why is it recommended that children should be taught in mother tongue?

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Mother tongue is the language a person learns from birth or infancy and is considered their native language.

  • Teaching children in their mother tongue has several advantages. First, it enables children to understand the content being taught better as they are familiar with the language.
  • This helps in building a strong foundation for learning and comprehending which can lead to better academic outcomes in the long run.
  • Second, it creates a natural and comfortable environment for children to learn in, where they can express themselves freely and without fear of being misunderstood.
  • Third, it helps in promoting and preserving regional languages and cultures, which is an important aspect of diversity and identity.
  • Overall, teaching children in their mother tongue can have significant benefits for their academic, social, and cultural development.

Hence it is clear that all of the given options are correct.

CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 27

What does scaffolding allow children to do?

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Language learning is the process of learning to speak and understand a foreign language. It helps children to acquire practical commands of language. It is a result of deliberate and conscious effort for a better understanding of foundational skills of language learning.

  • There are many theories in psychology that are related to different schools of psychology such as cognitive, humanistic, behavioristic, etc. These theories are propounded by eminent psychologists to provide a framework to understand different aspects of human behavior.
  • 'Lev Vygotsky', a Soviet psychologist, has propounded the "Socio-cultural Theory". This theory implies the idea that social interaction plays a crucial role in the learner's development. 
CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 28

School based assessment (SBA) allows teachers to:

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A School Based Assessment (SBA) is proposed to be conducted throughout the country to assess the Learning Outcomes of all the children at the Elementary level. The purpose of the SBA is to empower the teachers to improve the learning levels of the students.

CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 29

A language teacher laid emphasis that a language is best learned when a child is able to use all the basic skills of a language naturally and no skill should be overemphasized or neglected. This is based on which of the following principles of language teaching?

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Language teaching is the process whereby a child gains communicative comprehension or fluency over a language. It involves practice by learners where facilitation is provided by a teacher. Some of the Principles of Language Teaching are the Principle of Imitation, the Principle of Graded Patterns, Principle of Selection and graduation, etc.
Principle of Multi-Skills:

  • All four language skills are to be given their due importance when learning or teaching them.
  • No skill should be overemphasized or neglected and it should be taught in an integrated manner.
  • So, when a language teacher laid emphasis that a language is best learned when a child is able to use all the basic skills of a language naturally and no skill should be overemphasized or neglected. Then he is following the principle of multi-skills.

Thus, it is clear that in the above-given scenario the teacher is using the principle of multi-skills.

CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 30

Direction: Read the passage and answer the questions that follow. Some words may be highlighted for you. Pay careful attention.
It is important to first understand what Artificial Intelligence (AI) actually is. According to the definition of AI in the Oxford dictionary, Artificial Intelligence is intelligence exhibited by machines. In computer science, an ideal  "intelligent" machine is a flexible rational agent that perceives its environment and takes actions that maximize its chance of success at some goal. Thus, when a machine mimics a human-like behaviour e.g. learning, planning, reasoning, problem-solving, the perception of the environment, natural language processing etc., then it falls under the category of Artificial Intelligence. Despite the fact that we are counting on  Artificial  Intelligence as the next tool to revolutionize the way we live,  work and interact with each other -- which will be mostly enabled by machine-learning techniques – it remains unclear as to how these intelligent agents will help to solve more complex problems than the ones existing today (e.g. Poverty, Epidemics, climate changes) while keeping in mind that the state of the art in AI today is to intelligently recognize images and smartly playing games.
Nevertheless, if it does improve, then it will be no less than a superhuman intelligence and the question arising is that if we do not have a legal framework to prevent malicious use of this intelligence, then it might put the entire humanity on the verge of devastation too. If we also look at the present situation and who is involved in riding the waves of progress in Artificial Intelligence, then one can easily find big enterprises like Google, Facebook, Microsoft, and  IBM  are the ones who are big players in the field.  The progress in AI is also bringing steady consequences e.g. eradicating jobs by the means of work automation,  one such scenario can be seen in the Industry 4.0  framework, which is nowadays in use in the automobile industry.  Industry  4.0  creates what has been called a ‘smart factory’ wherein a large number of robots take forward the whole manufacturing process with the help of cyber-physical systems,  IoT and cloud computing.

Q. What is a smart factory?

Detailed Solution for CTET Paper-II (Social Studies/Social Science) Mock Test - 4 (Hindi) - Question 30

A large number of robots carrying out the whole manufacturing process is a smart factory.

  • The given passage is about Artificial Intelligence.
  • Let us refer to the line from the passage, " Industry  4.0  creates what has been called a ‘smart factory’ wherein a large number of robots take forward the whole manufacturing process with the help of cyber-physical systems,  IoT and cloud computing".
  • From the given passage we get to know that many robots carry out the whole manufacturing process with the help of cyber-physical systems. This is termed as a 'smart factory'. 

So, 'a large number of robots carrying out the whole manufacturing process​' is the correct option.

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