Which of the following is/are an effective strategy to address learners from disadvantaged and deprived backgrounds?
A child comforts another child who is crying by offering her toy. The behaviour of the child who tried to comfort the other child represents
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According to Jean Piaget, preoperational children are
Which of the following actions of the teacher indicates that he is a good leader?
The understanding typically develops during early infancy that an object still exists even when it disappears from the sight or other senses is known as-
How many weeks are recommended by the NEP 2020 - FLN to strengthen a child’s pre-literacy, pre-numeracy, cognitive and social skills?
Which of the following methods is/are followed to study the behaviour of the learners?
Which one among the subsequent comes under socio-cultural context?
किसी उत्पाद का इस्तेमाल करके उपभोक्ता भी बाजार में भागीदार बन जाता है। यदि उपभोक्ता नही होंगे तो किसी भी कंपनी का अस्तित्व नही होगा। जहाँ तक उपभोक्ता के अधिकार का सवाल है तो उपभोक्ता की स्थिति दयनीय ही कही जायेगी। इसको समझने के लिए आप वैसे दुकानदार का उदाहरण ले सकते है जो कम वजन तौलता है या वह कम्पनी जो अपने पैक पर झूठे वादे करती है। ज्यादातर मिठाई बेचने वाले कच्चे माल में मिलावट करके लड्डू या बर्फी बनाते है। कुछ वर्षो पहले मिलावटी सरसों तेल से फैलने वाली ड्रॉप्सी नाम की बीमारी आपको याद होगी। यदि आपने कभी ट्रेन से सफर किया होगा तो आपको पता होगा कि ट्रेन में बिकने वाले खाने पीने की ज्यादातर चीजे घटिया होती है। यहाँ तक की पैंट्री में मिलने वाला खाना भी घटिया क्वालिटी का होता है। भारत में मिलावट, कालाबाजारी, जमाखोरी, कम वजन आदि की पुरानी परम्परा रही है। 1960 के दशक से भारत में उपभोक्ता आन्दोलन शुरू हुए थे। 1970 के दशक तक उपभोक्ता आन्दोलन केवल आर्टिकल लिखने और प्रदर्शनी लगाने तक ही सीमित था। लेकिन हाल के वर्षो में उपभोक्ता संगठनों की संख्या में तेजी से उछाल आया है।
विक्रेताओं और सेवा प्रदाताओं से लोगो में इतनी अधिक असंतुष्टि थी कि उपभोक्ताओं के पास अपनी आवाज उठाने के सिवा और कोई रास्ता नही बचा था। कई वर्षो के लम्बे संघर्ष के बाद सरकार को इसकी खैर लेने के लिए बाधित होना पड़ा और इसकी परिणति के रूप में 1986 में कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट (कोपरा) को लागू किया गया। एक उपभोक्ता को किसी उत्पाद के बारे में सही जानकारी पाने का अधिकार होता है। अब ऐसे कानून है जो किसी उत्पाद के पैक पर अवयवों और सुरक्षा के बारे में जानकारी देना अनिवार्य बनाते है। सही सूचना से उपभोक्ता को किसी भी उत्पाद को खरीदने के लिए उचित निर्णय लेने में मदद मिलती है। किसी भी उत्पाद के पैक पर खुदरा मूल्य लिखना भी अनिवार्य होता है। यदि कूई दुकानदार एमआरपी से अधिक चार्ज करता है तो उपभोक्ता उसकी शिकायत कर सकता है। एक उपभोक्ता को विभिन्न विकल्पों में से चुनने का अधिकार होता है। कोई भी विक्रेता केवल एक ही ब्रांड पेश नही कर सकता है। उसे अपने ग्राहक को कई विकल्प देने होगे। इस अधिकार को मोनोपोली ट्रेंड के खिलाफ बने कानूनों के जरिये लागू किया जाता है।
Q. ट्रेन में बिकने वाली खाने पीने वाली ज्यादातर चीजो की गुणवत्ता कैसी होती है?
निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर उसके आधार पर दिए गए प्रश्नों) के उत्तर के लिए सबसे उचित विकल्प चुनिए :
विनम्रता का यह कथन बहुत ठीक है कि विनम्रता के बिना स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं। इस बात को सब लोग मानते हैं कि आत्मसंस्कार के लिए थोड़ी बहुत मानसिक स्वतंत्रता परमावश्यक है – चाहे उस स्वतंत्रता में अभिमान और नम्रता दोनों का मेल हो और चाहे वह नम्रता ही से उत्पन्न हो। यह बात तो निश्चित है कि जो मनुष्य मर्यादापूर्वक जीवन व्यतीत करना चाहता है उसके लिए वह गुण अनिवार्य है, जिससे आत्मनिर्भरता आती है और जिससे अपने पैरों के बल खड़ा होना आता है। युवा को यह सदा स्मरण रखना चाहिए कि वह बहुत कम बातें जानता है, अपने ही आदर्श से वह बहुत नीचे है और उसकी आकांक्षाएँ उसकी योग्यता से कहीं बढ़ी हुई हैं। उसे इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह अपने बड़ों का सम्मान करे, छोटे और बराबर वालों से कोमलता का व्यवहार करे, ये बातें आत्म-मर्यादा के लिए आवश्यक हैं। यह सारा संसार, जो कुछ हम हैं और जो कुछ हमारा है – हमारा शरीर, हमारी आत्मा, - हमारे कर्म, हमारे भोग, हमारे घर और बाहर की दशा हमारे बहुत से अवगुण, और थोड़े गुण सब इसी बात की आवश्यकता प्रकट करते हैं कि हमें अपनी आत्मा को नम्र रखना चाहिए। नम्रता से मेरा अभिप्राय दब्बूपन से नहीं है जिसके कारण मनुष्य दूसरों का मुँह ताकता है जिससे उसका संकल्प क्षीण और उसकी प्रज्ञा मंद हो जाती है, जिसके कारण बढ़ने के समय भी पीछे रहता है और अवसर पड़ने पर झट से किसी बात का निर्णय नहीं कर सकता। मनुष्य का बेड़ा उसके अपने ही हाथ में है, उसे वह चाहे जिधर ले जाए। सच्ची आत्मा वही है जो प्रत्येक दशा में प्रत्येक स्थिति के बीच अपनी राह आप निकालती है।
Q. 'स्वतंत्र' शब्द का विपरीतार्थक शब्द है -
विविध कक्षा में भाषा पढ़ाने की मुख्य चुनौती क्या है?
निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सबसे उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनिए।
आधुनिकतावाद, अपनी व्यापक परिभाषा में, आधुनिक सोच, चरित्र, या प्रथा है अधिक विशेष रूप से, यह शब्द उन्नीसवीं सदी के अंत और बीसवीं सदी के आरम्भ में मूल रूप से पश्चिमी समाज में व्यापकतम पैमाने पर और सुदूर परिवर्तनों से उत्पन्न होने वाली सांस्कृतिक प्रवृत्तियों के एक समूह एवं सम्बद्ध सांस्कृतिक आन्दोलनों की एक सारणी दोनों का वर्णन करता है। यह शब्द अपने भीतर उन लोगों की गतिविधियों और उत्पादन को समाहित करता है जो एक उभरते सम्पूर्ण औद्योगीकृत विश्व की नवीन आर्थिक, सामाजिक एवं राजनीतिक स्थितियों में पुराने होते जा रहे कला, वास्तुकला, साहित्य, धार्मिक विश्वास, सामाजिक संगठन और दैनिक जीवन के "पारंपरिक" रूपों को महसूस करते थे। आधुनिकतावाद ने ज्ञानोदय की सोच की विलंबकारी निश्चितता को और एक करुणामय, सर्वशक्तिशाली निर्माता के अस्तित्व को भी मानने से अस्वीकार कर दिया। इसका मतलब यह नहीं है कि सभी आधुनिकतावादी लोगों या आधुनिकतावादी आन्दोलनों ने या तो धर्म को या ज्ञानोदय की सोच के पहलुओं को मानने से इंकार कर दिया है, इसके बजाय कि आधुनिकतावाद को अतीत काल की ''सूक्तियों'' के पूछताछ के रूप में देखा जा सकता है। आधुनिकतावाद की एक मुख्य विशेषता आत्म-चेतना है। इसकी वजह से अक्सर रूप और कार्य पर प्रयोग किया जाता है जो प्रक्रियाओं और प्रयुक्त सामग्रियों की तरफ (और मतिहीनता की अगली प्रवृत्ति की तरफ) ध्यान आकर्षित करता है। "मेक इट न्यू!" के लिए कवि एज़्रा पाउंड पर रूप निदर्शनात्मक निषेधाज्ञा लग गई थी। आधुनिकतावादियों के "नव निर्माण" में एक नया ऐतिहासिक युग शामिल था या नहीं, यह अब बहस का मुद्दा बना हुआ है।
Q. ‘सूक्ति’ में उचित उपसर्ग वाला विकल्प बताइए।
निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए व प्रश्नों के उत्तर उपयुक्त विकल्पों द्वारा दीजिये-
बारहसिंगा हिरण प्रजाति का बड़े आकार का शानदार वन्य पशु है। इस वन्य जीव को उत्तरप्रदेश की सरकार ने अपना राज्य पशु घोषित कर रखा है। दुर्लभ वन्य जीव होने के कारण इसे संकटग्रस्त सूची में रखा गया है। बारहसिंगा दुधवा राष्ट्र्रीय उद्यान, हस्तिनापुर अभ्यारण्य, असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और बंगाल के सुंदरवनों में भी पाया जाता है। मध्यप्रदेश के कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में भी बारहसिंगा की दूसरी प्रजाति पाई जाती है। बारहसिंगा की कंधे तक की ऊँचाई 135 सेंटीमीटर होती है। इसका वजन लगभग 170 - 180 किलोग्राम तक होता है। यह प्रायः नम दलदली घास वाले क्षेत्रो में रहना पसंद करते है। बारहसिंगा प्रायः समूहों में पाए जाते है। इसके सींग 75 सेंटीमीटर लम्बे होते है। अधिकांश बारहसिंगो के सींगों में 10 से 14 तक शाखाएं होती है। अधिकतम 20 शाखाएँ वाले बारहसिंगा भी देखे गये हैं।
Q. निम्न में कहाँ बारहसिंगा नही पाए जाते है?
श्रव्य सहायक सामग्री का उदाहरण है-
निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर दिए गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
विज्ञान ने प्राचीन काल के ऋषियों-मुनियों और गुरूओं के मंत्रों और अस्त्रों के प्रयोग को आज विभिन्न प्रकार के आविष्कारों द्वारा सत्य कर दिया है। रामायण काल के पुष्पक विमान, वर्षा, अग्नि, वायु आदि की शक्तियों को प्रकट करने वाले बाणों, समुद्र सोख कर जमीन निकालने वाले मंत्र से चलने वाले अद्भुत बाण-अस्त्र, महाभारतकालीन संजय की प्राप्त हुई दिव्य-दृष्टि आदि को साक्षात् और सत्य करने के लिए विज्ञान ने हमें बहुत कुछ उपलब्ध करा दिया है।
मनुष्य विज्ञान की सहायता से शारीरिक कमज़ोरियों एवं स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से निजात पाने में सक्षम हो गया है। ऐसी असाध्य बीमारियों का इलाज भी संभव है, जिन्हें पहले लाइलाज समझा जाता था। अब टीबी सहित कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों को शुरुआती स्तर पर ही समाप्त करना संभव हो गया है।
विज्ञान का सहयोग मनुष्य के लिए एक अभिशाप के रूप में भी सामने आया है। विज्ञान की सहायता से मानव ने घातक हथियारों का आविष्कार किया तथा साथ ही मनुष्य ने अपने सुख-चैन के लिए अनेक प्रकार की मशीनों को भी आविष्कार किया, किंतु अफ़सोस की बात यह है कि मशीन के साथ-साथ वह भी मशीन होता जा रहा है, जिसके कारण उसकी जीवन-शैली भी अत्यंत व्यस्त हो गई है।
Q. विज्ञान का सहयोग मनुष्य के लिए एक अभिशाप के रूप में भी सामने आया है, क्यों?
Constructivism is a theory where students:
Shyamala writes down only those questions which she has memorized. The reason for this could be:
The digital revolution has indisputably reshaped our society, permeating virtually every facet of life. We live in a hyperconnected era, where the boundary between the real and virtual worlds is increasingly blurred. Though its benefits are myriad, it's worth pausing to consider the potential downsides of this digital immersion.
On the one hand, technology has democratized information, fostering global connectivity and accessibility. The internet, smartphones, and various digital platforms have empowered us with the ability to learn, communicate, and collaborate like never before. They have catapulted us into an era of unprecedented convenience and opportunity, where we can virtually traverse the globe with a simple click.
Yet, this digital immersion also comes with pitfalls. The unending influx of information can overwhelm our cognitive capabilities, leading to information overload. The constant bombardment of updates, notifications, and messages can disrupt our focus, leading to a condition known as "digital fatigue." Further, it's alarming to see the increasing prevalence of cyberbullying, privacy breaches, and disinformation campaigns, which have severe consequences on our societal harmony.
The digital revolution is a double-edged sword. It grants us unparalleled access to knowledge, yet it can also breed distraction, misinformation, and anxiety. We need to strike a balance, leveraging the best of what technology offers while mitigating its downsides. As we continue to navigate this digital landscape, it's crucial to remember that technology is merely a tool—it's how we use it that ultimately defines its impact.
Q. In the phrase "technology has democratized information," what part of speech is the word "democratized"?
Remedial teaching should be carried out on
Direction: Read the given passages carefully and answer the question that follows.
Everything that men do or think concerns either the satisfaction of the needs they feel or the need to escape from pain. This must be kept in mind when we seek to understand spiritual or intellectual movements and the way in which they develop, for feeling and longing are the motive forces of all human striving and productivity – however nobly these latter may display themselves to us.
What, then, are the feelings and the needs which have brought mankind to religious thought and to faith in the widest sense? A moment’s consideration shows that the most varied emotions stand at the cradle of religious thought and experience.
In primitive people, it is, first of all, fear that awakens religious ideas – fear of hunger, of wild animals, of illness, and of death. Since the understanding of causal connections is usually limited on this level of existence, the human soul forges a being, more or less like itself, on whose will and activities depend the experiences which it fears. One hopes to win the favor of this being, by deeds and sacrifices, which according to the tradition of the race are supposed to appease the being or to make him well disposed to man. I call this the religion of fear.
This religion is considerably established, though not caused, by the formation of priestly caste which claims to mediate between the people and the being they fear and so attains a position of power. Often a leader or despot will combine the function of the priesthood with its own temporal rule for the sake of greater security, or an alliance may exist between the interests of political power and the priestly caste.
Q. What feeling promoted primitive man to create religion?
Directions: Identify the part of speech of the word underlined in the following sentence.
He bought a gold ring for his wife.
Direction: Read the passage given below and then answer the questions given below the passage. Some words may be highlighted for your attention.
The big fuss about consensus management is an issue that boils down to a lot of noise about not much. The consensus advocates are great admirers of the Japanese management style. Consensus is what Japan is famous for. Well, I know the Japanese fairly well: They still remember Douglas MacArthur with respect, and they still bow down to their Emperor. In my dealings with them, I found that they talk a lot about consensus, but there's always one guy behind the scenes who ends up making the tough decisions. It doesn't make sense to me to think that Mr. Toyoda or Mr. Morita of Sony sits around in committee meetings and says, "We've got to get everybody in this organization, from the janitor up, to agree with this move". The Japanese believe in their workers' involvement early on in the decision-making process and in feedback from employees. And they probably listen better than we do. But you can bet that when the chips are down, the yen stops at the top guy's desk. So, we're wasting time trying toDirection: Read the passage given below and then answer the questions given below the passage. Some words may be highlighted for your attention.
The big fuss about consensus management is an issue that boils down to a lot of noise about not much. The consensus advocates are great admirers of the Japanese management style. Consensus is what Japan is famous for. Well, I know the Japanese fairly well: They still remember Douglas MacArthur with respect, and they still bow down to their Emperor. In my dealings with them, I found that they talk a lot about consensus, but there's always one guy behind the scenes who ends up making the tough decisions. It doesn't make sense to me to think that Mr. Toyoda or Mr. Morita of Sony sits around in committee meetings and says, "We've got to get everybody in this organization, from the janitor up, to agree with this move". The Japanese believe in their workers' involvement early on in the decision-making process and in feedback from employees. And they probably listen better than we do. But you can bet that when the chips are down, the yen stops at the top guy's desk. So, we're wasting time trying to emulate something I don't think really exists.
Business structures are microcosms of other structures. There were no corporations in the fifteenth century. But there were families. There were city governments, provinces, and armies. There was the Church. All of them had, for lack of a better word, a pecking order.
Why? Because that's the only way you can steer clear of anarchy. Otherwise, you'll have somebody come in one morning and tell you: "Yesterday I got tired of painting red convertibles, so today I switched to all baby-blues on my own". You'll never get anything done right that way.
What's to admire about consensus management anyway? By its very nature, it's slow. It can never be daring. There can never be real accountability - or flexibility. About the only plus that I've been able to figure out is that consensus management means consistency of direction and objectives. And so much consistency can become faceless, and that's a problem too. In any event, I don't think it can work in this country. The fun of business for entrepreneurs, big or small, lies in the free enterprise system, not in the greatest agreement by the greatest number.
Business structures are microcosms of other structures. There were no corporations in the fifteenth century. But there were families. There were city governments, provinces, and armies. There was the Church. All of them had, for lack of a better word, a pecking order.
Why? Because that's the only way you can steer clear of anarchy. Otherwise, you'll have somebody come in one morning and tell you: "Yesterday I got tired of painting red convertibles, so today I switched to all baby-blues on my own". You'll never get anything done right that way.
What's to admire about consensus management anyway? By its very nature, it's slow. It can never be daring. There can never be real accountability - or flexibility. About the only plus that I've been able to figure out is that consensus management means consistency of direction and objectives. And so much consistency can become faceless, and that's a problem too. In any event, I don't think it can work in this country. The fun of business for entrepreneurs, big or small, lies in the free enterprise system, not in the greatest agreement by the greatest number.
Q. What did the author mean by 'They still remember Douglas MacArthur with respect, and they still bow down to their Emperor'?
Meaning of the word 'Heurisco' is
If a, b and c are different integers such that a < b < c < 0, then which of the following statements is true?
'A' has 20% more money than 'B', and 'C' has 20% less money than 'B'. What percent more money does 'A' have than 'C'?
What should come in place of question mark (?) in the following question
48 ÷ 8 × 1/30 + 44/5 = ?
As per NCF 2005, one main goal of Mathematics education in schools is to
A two digit number is such that the product of the two digits is 72 and their sum is 17. If the unit place is greater than ten's place ,Then number is ______.
One of the advantages of the Heuristic method is that