'Special needs education' is the type of education
Learning outcome depends upon which of the following?
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Ashok is very fond of playing cricket and is very good at it. He is the captain of his college team. He spends long hours playing or watching cricket and never gets tired or bored. Which personal factor is affecting learning in this example?
Which of the following is the most important factor in the effective teaching process?
In the following two sets of information, Set-I mentions the stages of cognitive development as given by Piaget and Set-II specified the distinctive cognitive features:
Match the two sets and indicate your answer from the options given below:
On the basis of which principle of learning can the feelings of fear, love and hate be easily generated in the child?
According to Piaget, which period among the following is the "period of concrete operations"?
The evaluation in which the evaluation is done by the one who teaches students is:
Directions: Select the most appropriate option.
Which of the following is a critique of theory of multiple intelligences?
Errors made by children are indicative of-
Achievement motivation is
किसी उत्पाद का इस्तेमाल करके उपभोक्ता भी बाजार में भागीदार बन जाता है। यदि उपभोक्ता नही होंगे तो किसी भी कंपनी का अस्तित्व नही होगा। जहाँ तक उपभोक्ता के अधिकार का सवाल है तो उपभोक्ता की स्थिति दयनीय ही कही जायेगी। इसको समझने के लिए आप वैसे दुकानदार का उदाहरण ले सकते है जो कम वजन तौलता है या वह कम्पनी जो अपने पैक पर झूठे वादे करती है। ज्यादातर मिठाई बेचने वाले कच्चे माल में मिलावट करके लड्डू या बर्फी बनाते है। कुछ वर्षो पहले मिलावटी सरसों तेल से फैलने वाली ड्रॉप्सी नाम की बीमारी आपको याद होगी। यदि आपने कभी ट्रेन से सफर किया होगा तो आपको पता होगा कि ट्रेन में बिकने वाले खाने पीने की ज्यादातर चीजे घटिया होती है। यहाँ तक की पैंट्री में मिलने वाला खाना भी घटिया क्वालिटी का होता है। भारत में मिलावट, कालाबाजारी, जमाखोरी, कम वजन आदि की पुरानी परम्परा रही है। 1960 के दशक से भारत में उपभोक्ता आन्दोलन शुरू हुए थे। 1970 के दशक तक उपभोक्ता आन्दोलन केवल आर्टिकल लिखने और प्रदर्शनी लगाने तक ही सीमित था। लेकिन हाल के वर्षो में उपभोक्ता संगठनों की संख्या में तेजी से उछाल आया है।
विक्रेताओं और सेवा प्रदाताओं से लोगो में इतनी अधिक असंतुष्टि थी कि उपभोक्ताओं के पास अपनी आवाज उठाने के सिवा और कोई रास्ता नही बचा था। कई वर्षो के लम्बे संघर्ष के बाद सरकार को इसकी खैर लेने के लिए बाधित होना पड़ा और इसकी परिणति के रूप में 1986 में कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट (कोपरा) को लागू किया गया। एक उपभोक्ता को किसी उत्पाद के बारे में सही जानकारी पाने का अधिकार होता है। अब ऐसे कानून है जो किसी उत्पाद के पैक पर अवयवों और सुरक्षा के बारे में जानकारी देना अनिवार्य बनाते है। सही सूचना से उपभोक्ता को किसी भी उत्पाद को खरीदने के लिए उचित निर्णय लेने में मदद मिलती है। किसी भी उत्पाद के पैक पर खुदरा मूल्य लिखना भी अनिवार्य होता है। यदि कूई दुकानदार एमआरपी से अधिक चार्ज करता है तो उपभोक्ता उसकी शिकायत कर सकता है। एक उपभोक्ता को विभिन्न विकल्पों में से चुनने का अधिकार होता है। कोई भी विक्रेता केवल एक ही ब्रांड पेश नही कर सकता है। उसे अपने ग्राहक को कई विकल्प देने होगे। इस अधिकार को मोनोपोली ट्रेंड के खिलाफ बने कानूनों के जरिये लागू किया जाता है।
Q. किसी उत्पाद का इस्तेमाल करके बाजार में क्या बन जाता है?
दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा पूछे गए प्रश्न के उत्तर के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए।
राजभाषा का अर्थ राजा या राज्य की भाषा है। वह भाषा जिसमें शासक या शासन का काम होता है। राष्ट्रभाषा वह है जिसका व्यवहार राष्ट्र के सामान्य जन करते है। राजभाषा का क्षेत्र सीमित होता है। राष्ट्र भाषा सारे देश की संपर्क भाषा है। राष्ट्रभाषा के साथ जनता का भावात्मक लगाव रहता है क्योंकि उसके साथ जनसाधारण की सांस्कृतिक परम्पराएँ जुड़ी रहती हैं। राजभाषा के प्रति वैसा सम्मान हो तो सकता है, लेकिन नहीं भी हो सकता है, क्योंकि वह अपने देश की भी हो सकती है। किसी गैर देश से आये शासक की भी हो सकती है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में आज हिन्दी राजभाषा के रूप में ही विराजित है। 14 सितंबर, 1949 ई. को भारत के संविधान में हिन्दी को मान्यता प्रदान की गई है। संविधान की अनुच्छेद 120 के अनुसार संसद का कार्य हिन्दी में या अंग्रेजी में किया जाता है। अनुच्छेद 210 के अंतर्गत राज्यों के विधानमंडलों का कार्य अपने-अपने राज्य की राजभाषा या हिन्दी में या अंग्रेजी में किया जा सकता है। 343 के अनुसार संघ की राजभाषा हिन्दी और लिपि देवनागरी होगी। इस भाषा का प्रसार तथा प्रचार के लिए महात्मा गाँधी का योगदान रहा है। अनुच्छेद 344 में राष्ट्रपति को शासकीय कार्य में हिन्दी भाषा का प्रयोग अधिक करने के लिए कहा गया है।
Q. वह भाषा जिसमें शासक या शासन का काम होता है, कहलाती है :
फ़ैली खेतों में दूर तलक
मखमल की कोमल हरियाली,
लिपटी जिससे रवि की किरणें
चाँदी की सी उजली जाली।
तिनकों के हरे हरे तन पर
हिल हरित रुधिर है रहा झलक,
श्यामल भू तल पर झुका हुआ
नभ का चिर निर्मल नील फलक।
रोमांचित - सी लगती वसुधा
आई जौ गेहूँ में बाली,
अरहर सनई की सोने की
किंकिणियाँ है शोभाशाली।
उडती भीनी तैलाक्त गंध,
फूली सरसों पीली - पीली,
लो, हरित धरा से झाँक रही
नीलम की कलि, तीसी नीली।
रंग - रंग के फूलो में रिलमिल
हंस रही सखियाँ मटर खडी
मखमली पेटियों सी लटकी
छीमियाँ, छिपाए बीज लड़ी
फिरती है रंग रंग की तितली
रंग - रंग के फूलो पर सुंदर,
फुले फिरते हो फूल स्वयं
उड़ - उड़ वृन्तो से वृन्तो पर।
Q. किसमें बालियाँ आ जाने से धरती खुशी से रोमांचित लग रही है?
निर्देश : दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढिए तथा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के रूप में सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए।
कछुआ, मगर और शार्क के समान, गंगा की डॉलफिन एक अत्यंत प्राचीन जलचर है। औपचारिक रूप से इसकी खोज सन् 1801 में हुई थी। पहले यह दक्षिण एशिया, विशेष रूप से भारतीय उपमहाद्वीप में बहुत बड़े क्षेत्र में फैली हुई थी तथा बड़ी संख्या में पाई जाती थी। यह भारत, बांग्लादेश तथा नेपाल में कई नदियों में मिलती थी, किंतु वर्तमान समय में केवल गंगा, ब्रह्मपुत्र, मेघना और कर्णफुली में शेष बची। है। कभी-कभी यह चम्बल, घाघरा और सप्तकोशी नदियों में भी देखने को मिल जाती है।
गंगा की डॉलफिन भारत के सात राज्यों की चुनी हुई नदियों में मिलती है। ये राज्य हैं- असम, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान, झारखंड और पश्चिम बंगाल। यहाँ इसे गंगा, चंबल, घाघरा, गंडक, सोन, कोसी, ब्रह्मपुत्र आदि नदियों तथा इनकी सहायक नदियों में देखा जा सकता है। केवल ताज़े पानी की नदियों में रहने वाली यह डॉलफिन अकेली अथवा बहुत छोटे-छोटे झुंडों में रहती है। इसके झुंड में सदस्यों की संख्या प्रायः तीन से अधिक नहीं होती। सामान्यतया बच्चेवाली मादा डॉलफिन, अपने बच्चे के साथ विचरण करती हुई दिख जाती है।
Q. गद्यांश के अनुसार गंगा की डॉलफिन बहुत बड़ी संख्या में विस्तृत क्षेत्र में पाई जाती थी किंतु वर्तमान काल में केवल गंगा, ब्रह्मपुत्र, मेघना तथा कर्णफुली में शेष बची हैं। इस वाक्य का आशय क्या है?
दिशानिर्देश: नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक अध्ययन करे और इस पर आधारित प्रश्नो के उत्तर दे:
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) 10वीं कक्षा के अच्छे परिणाम से जहां खुशी का संचार हुआ है, वहीं इससे अन्य छात्रों को बेहतर पढ़ाई की प्रेरणा भी मिली है। कुल 91.46 प्रतिशत छात्र परीक्षा में सफल हुए हैं। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार 0.36 प्रतिशत बेहतर नतीजे रहे हैं। अब यह आश्चर्य की बात नहीं कि लड़कियों ने 93.31 के पास प्रतिशत के साथ लड़कों को पछाड़ दिया है। लड़कों के पास होने का प्रतिशत 90.14 रहा है। खास बात यह रही कि इस वर्ष 2.23 प्रतिशत या 41,804 छात्रों ने 95 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए हैं। यह बहुत सकारात्मक बात है कि 18 लाख विद्यार्थियों के बीच 1.84 लाख से अधिक ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल किए हैं। मोटे तौर पर यह कहा जा सकता है कि 10 में से एक विद्यार्थी को 90 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल होने लगे हैं, यह कहीं न कहीं बेहतर होती शिक्षा की ओर एक इशारा है।
एक अच्छी बात यह रही है कि सीबीएसई ने कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न परिस्थितियों को देखते हुए इस वर्ष 12वीं और 10वीं, दोनों कक्षाओं के टॉपरों का एलान नहीं किया है। शिक्षाविद भी मानते हैं कि टॉपरों के एलान से लाभ कम और नुकसान ज्यादा होते हैं। आज छात्रों के बीच चिंता का माहौल है, वे घरों में रहने को विवश हैं, उनमें अकेलापन, अवसाद और अन्य तरह की समस्याएं बढ़ी हैं। अत: आज शिक्षा बोर्ड को ऐसी कोई पहल नहीं करनी चाहिए कि छात्रों की बड़ी जमात में किसी तरह का असंतोष, दुख या अपमान पैदा हो। कोरोना के इस दौर में हमें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि 10वीं की परीक्षा ढंग से नहीं हो पाई है। अनेक विषयों की परीक्षा कोरोना के कारण स्थगित करनी पड़ी है। परीक्षा फिर से लेने के प्रयास भी सफल नहीं रहे हैं। ऐसे में, विद्यार्थी जिन विषयों की परीक्षा नहीं दे पाए हैं, उनमें उन्हें आनुपातिक रूप से ही अंक दिए गए हैं। इसलिए यह कहना गलत नहीं होगा कि परिणाम संपूर्ण नहीं है। यदि कोई छात्र परीक्षा रद्द होने से पहले तीन से अधिक विषयों की परीक्षा दे चुका था, तो उसे तीन उच्चतम प्राप्त अंकों के हिसाब से बाकी विषयों में अंक दिए गए हैं। इस व्यवस्था में उन छात्रों के साथ अच्छा नहीं हुआ है, जो तीन से कम विषयों की परीक्षा दे पाए थे। ऐसे विद्यार्थियों के परिणाम की गणना में आंतरिक, व्यावहारिक और परियोजना मूल्यांकन के अंकों पर भी गौर किया गया है।
बेशक, परीक्षा परिणाम सामने हैं, लेकिन कामचलाऊ ही हैं। उम्मीद करनी चाहिए कि कोरोना काबू में आएगा और दोबारा इस तरीके से मूल्यांकन की जरूरत नहीं रह जाएगी। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए भी सामान्य शिक्षा, परीक्षा और परिणाम की बहाली बहुत जरूरी है। फिर भी एनसीईआरटी और सीबीएसई जैसी संस्थाओं को ऑनलाइन परीक्षा के पुख्ता तरीकों पर भी काम करना होगा। आने वाले दिनों में जो परीक्षाएं होंगी, उनका ढांचा कैसा हो? कैसे विद्यार्थियों का सही मूल्यांकन हो सके? इसके पैमाने चाक-चौबंद करने होंगे। आगे शिक्षा की चुनौतियां बहुत बढ़ रही हैं। शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए विशेष प्रयास करने ही होंगे। दसवीं और बारहवीं की अगली परीक्षाओं में अब छह-सात महीने ही बचे हैं। सुनिश्चित करना होगा कि आगामी परीक्षाओं में सफल विद्यार्थियों की संख्या में कोई कमी न आने पाए
Q. गद्यांश में प्रयुक्त शब्द “प्रेरणा” का पर्यावाची दिए गए विकल्पों में से कौन सा है?
निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर दिए गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
विज्ञान ने प्राचीन काल के ऋषियों-मुनियों और गुरूओं के मंत्रों और अस्त्रों के प्रयोग को आज विभिन्न प्रकार के आविष्कारों द्वारा सत्य कर दिया है। रामायण काल के पुष्पक विमान, वर्षा, अग्नि, वायु आदि की शक्तियों को प्रकट करने वाले बाणों, समुद्र सोख कर जमीन निकालने वाले मंत्र से चलने वाले अद्भुत बाण-अस्त्र, महाभारतकालीन संजय की प्राप्त हुई दिव्य-दृष्टि आदि को साक्षात् और सत्य करने के लिए विज्ञान ने हमें बहुत कुछ उपलब्ध करा दिया है।
मनुष्य विज्ञान की सहायता से शारीरिक कमज़ोरियों एवं स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से निजात पाने में सक्षम हो गया है। ऐसी असाध्य बीमारियों का इलाज भी संभव है, जिन्हें पहले लाइलाज समझा जाता था। अब टीबी सहित कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों को शुरुआती स्तर पर ही समाप्त करना संभव हो गया है।
विज्ञान का सहयोग मनुष्य के लिए एक अभिशाप के रूप में भी सामने आया है। विज्ञान की सहायता से मानव ने घातक हथियारों का आविष्कार किया तथा साथ ही मनुष्य ने अपने सुख-चैन के लिए अनेक प्रकार की मशीनों को भी आविष्कार किया, किंतु अफ़सोस की बात यह है कि मशीन के साथ-साथ वह भी मशीन होता जा रहा है, जिसके कारण उसकी जीवन-शैली भी अत्यंत व्यस्त हो गई है।
Q. निम्न में कौन समुद्र का पर्यायवाची शब्द नहीं है?
हवा का ज़ोर वर्षा की झड़ी, झाड़ों का गिर पड़ना
कहीं गरजन का जाकर दूर सिर के पास फिर पड़ना
उमड़ती नदी का खेती की छाती तक लहर उठना
ध्वजा की तरह बिजली का दिशाओं में फहर उठना
ये वर्षा के अनोखे दृश्य जिसको प्राण से प्यारे
जो चातक की तरह ताकता है बादल घने कजरारे
जो भूखा रहकर, धरती चीरकर जग को खिलाता है
जो पानी वक्त पर आए नहीं तो तिलमिलाता है
अगर आषाढ़ के पहले दिवस के प्रथम इस क्षण में
वही हलधर अधिक आता है, कालिदास के मन में
तू मुझको क्षमा कर देना।
उपर्युक्त पद्यांश को पढ़कर नीचे पूछे जाने वाले प्रश्न का उत्तर बताइए।
Q. आषाढ़ महीने का संबंध किस ऋतु से होता है?
Direction: Read the following passage and answer the questions that follow.
She was one of those pretty and charming girls born, as if by an error of fate, into a family of clerks. She had no dowry, no expectations, no means of becoming known, understood, loved, or wedded by a man of wealth and distinction. So she let herself be married to a minor official at the Ministry of Education.
She dressed plainly because she had never been able to afford anything better, but she was as unhappy as if she had once been wealthy. Women don't belong to a caste or class; their beauty, grace, and natural charm take the place of birth and family. Natural delicacy, instinctive elegance, and a quick wit determine their place in society and make the daughters of commoners the equals of the very finest ladies.
She suffered endlessly, feeling she was entitled to all the delicacies and luxuries of life. She suffered because of the poorness of her house as she looked at the dirty walls, the worn-out chairs, and the ugly curtains. All these things that another woman of her class would not even have noticed tormented her and made her resentful. The sight of the little Brenton girl who did her housework filled her with terrible regrets and hopeless fantasies. She dreamed of silent antechambers hung with Oriental tapestries, lit from above by torches in bronze holders, while two tall footmen in knee-length breeches napped in huge armchairs, sleepy from the stove's oppressive warmth. She dreamed of vast living rooms furnished in rare old silks, elegant furniture loaded with priceless ornaments, and inviting smaller rooms, perfumed, made for afternoon chats with close friends - famous, sought after men, who all women envy and desire.
When she sat down to dinner at a round table covered with a three-day-old cloth opposite her husband who, lifting the lid off the soup, shouted excitedly, "Ah! Beef stew! What could be better," she dreamed of fine dinners, of shining silverware, of tapestries which peopled the walls with figures from another time and strange birds in fairy forests; she dreamed of delicious dishes served on wonderful plates, of whispered gallantries listened to with an inscrutable smile as one ate the pink flesh of a trout or the wings of a quail.
Q. Which one of the following words is most similar in meaning to the word, ‘hopeless'?
Directions: Read the passage given below and answer the question that follows.
Once upon a time, there lived a sparrow in a tree. He was very happy to have a beautiful and comfortable nest of his own in the tree. The sparrow used to fly to far off places to pick at grains from so many fields, full of crops. At the Sun set, he would return to his perch. One day, the sparrow ate his fill, but could not return to his nest because of the heavy rains which continued for the whole night. The sparrow had to spend the whole night in a big banyan tree a little distance away from home.
The next morning, when the rain stopped and the sky became clear, the sparrow returned to his tree. He was astonished to find a rabbit occupying his beautiful and comfortable nest. The sparrow lost his temper and spoke to the rabbit, "It's my home you're sitting in. Please quit this place at once".
"Do not talk like a fool", replied the rabbit. "Trees, rivers and lakes do not belong to anyone. Places like these are yours only so long as you are living in. If someone else occupies it in your absence, it belongs to the new occupant. So, go away and do not disturb me anymore".
But, the sparrow was not satisfied with this illogical reply. He said, "Let's ask a person of wisdom and only then our case will be settled".
At a distance from the tree, there lived a wild cat. The cat, somehow, overheard the discussion that took place between the sparrow and the rabbit.
The cat immediately thought of a plan, took a holy dip in the river, and then sat like a priest and began chanting God's name in a loud tone. When the rabbit and the sparrow heard the cat chanting God's name, they approached him with a hope to get impartial justice and requested him to pass a judgement in the matter.
The cat became very happy to have both of them in front of him. He pretended to listen to their arguments. But, as soon as the right opportunity came, the cat pounced upon both of them and killed and ate them together with great relish.
(from Panchtantra)
Q. This story can be used for teaching
Read the passage carefully and answer the questions that follow. Some words may be highlighted. Pay attention.
While the apprehension of losing job security is the most natural human tendency, there are some factors like technology that are beyond an individual's control. The sooner the employees embrace the truth, the easier it would be to convert it into an opportunity. This can be done by upgrading employee-skillset with the following skills for the requirement of future roles:
Leadership: The ability to lead the automation change will be a crucial skill in the organization. The leader will be also responsible for identifying the right talent in the machine age and engaging the workforce through human touch points.
Information Technology: Who can handle technology better than the technologists themselves? However, automation will force employees to hone their understanding of big data, machine learning, cloud computing, augmented reality, and mathematical and analytical skills. With the huge amount of data available, they should be able to apply it to present insight.
Management: The future workplaces will be a collaboration of machines/robots and humans. Hence, the managerial skills required to strike a balance between machines and human emotions, and making them work alongside will also come handy.
Soft Skills: Machines are after all machines. They may do work more quickly and efficiently, but they can't bring in 100 percent human touch and feel. There will be areas where people to people interaction, human relationships, and networking will still matter, hence soft skills such as communication, social and behavioural, cognitive and emotional intelligence would be expected from the employees.
It's about time that employees start reskilling/upgrading their skills and search for relevant programmes/courses in their organizations or outside. For example, IT major Capgemini is planning to train each of its one lakh employees in India in digital skills by 2018. Intel has launched 60 courses as a part of its 'AI Developer Education Programme' to train 15,000 Indian engineers, developers, scientists, and students.
It can't be denied that automation will impact the jobs considerably in India. However, developing people-centric skills and upgrading/reskilling for new roles could help employees tide over the automation wave.
Q. According to the passage, which of the following soft skills would NOT be expected from the employees?
The sides of a triangle are 6.5 cm, 10 cm and 'x' cm, where 'x' is a positive number. What is the smallest possible value of 'x' (in cm) among the following?
Find the arithmetic mean of 37, 85, 65 and 23.
Match the items given in column I with column II
The compound interest on Rs. 40000 at 9% per annum is Rs. 7524. The period (in years) is:
Which of the following statement is correct?
I. Arteries carry oxygen-rich blood from the heart to all parts of the body.
II. Veins are the vessels which carry carbon dioxide-rich blood from all parts of the body back to the heart.
One of the major reasons for student's failure in Mathematics at school level is that our assessment process
The terminal competency to be achieved in Geometry at the primary stage is
Which type of grading technique is utilised to evaluate a project report?
According to NCF 2005, school Mathematics takes place in a situation where