TS TET Exam  >  TS TET Tests  >  TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - TS TET MCQ

TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - TS TET MCQ


Test Description

30 Questions MCQ Test - TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science)

TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) for TS TET 2024 is part of TS TET preparation. The TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) questions and answers have been prepared according to the TS TET exam syllabus.The TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) MCQs are made for TS TET 2024 Exam. Find important definitions, questions, notes, meanings, examples, exercises, MCQs and online tests for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) below.
Solutions of TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) questions in English are available as part of our course for TS TET & TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) solutions in Hindi for TS TET course. Download more important topics, notes, lectures and mock test series for TS TET Exam by signing up for free. Attempt TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) | 150 questions in 150 minutes | Mock test for TS TET preparation | Free important questions MCQ to study for TS TET Exam | Download free PDF with solutions
TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 1

Which of the following principles is NOT involved in lesson planning?

Detailed Solution for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 1

Rigidity is often regarded as a limitation of planning. So, it is not a principle involved in lesson planning.

TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 2

Which of the following are the key postulates of constructivism?
I: Individual learners actively build knowledge and skills
II: Information exists within the constructs of our minds
III: Behaviour of the learner must be reinforced to ensure learning
IV: Learning is a socially mediated process

Detailed Solution for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 2

Constructivism is centered on the idea that human knowledge and learning are actively constructed by the learner, not passively received from the environment. Knowledge is created or constructed by the experiencing individual. It is not impersonal or absolute.

  • Bruner defines constructivism as a learning theory in which learning is seen as an active process in which learners construct new ideas or concepts based upon their current and previous knowledge.
1 Crore+ students have signed up on EduRev. Have you? Download the App
TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 3

Which of the following are ways to foster creativity?
I. Encourage the use of analogies
II. Discourage curiosity
III. Foster independence
IV. Enhance positive affect

Detailed Solution for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 3

Creativity involves thinking originally, recombining ideas in new ways and breaking away from set ways of thinking and behavior.

  • When children are being creative, they will produce something. But their goal is not the finished product. Evaluation of the end product is more appropriate when working with older children and adults.
  • Be open to children's suggestions about doing something different and venture with them as they explore their play material. Such an attitude will tell them that it is all right to try out something new.to experiment. Sometimes you may need to encourage children to explore and think for themselves if they seem hesitant to do so. 
  • Schedule some activities each day that allows self-expression and make these activities as creative as possible to foster independence in them.
  • Do not reward children for an activity that they like to do in the first place, in the absence of the reward so that it enhances the positive effect.

​Hence it is clear that all the above points encourage creativity.

TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 4

NCF 2005 emphasizes the most is:

Detailed Solution for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 4

The National Curriculum Framework (NCF) 2005 is an education policy document in India that provides guidelines for school curriculum development. 

  • The NCF 2005 emphasizes a constructivist approach to learning, which focuses on students actively constructing their knowledge and understanding through hands-on experiences, problem-solving, critical thinking, and inquiry-based learning.
  • The framework emphasizes the development of higher-order thinking skills, application of knowledge to real-life situations, and fostering a deep understanding of concepts rather than rote memorization.
  • It promotes a student-centered approach to education that encourages active engagement and the ability to think critically and creatively.

Hence, we can conclude that NCF 2005 emphasizes that most is on construction of knowledge.

TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 5

Which of the following statement is not correct about development?

Detailed Solution for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 5

'Development is not aided by stimulation' statement is not correct about development.
Development is aided by stimulation:  While most development occurs as a result of maturation and environmental experiences, much can be done to aid development so that it will reach its full potential. Stimulation is especially effective at the time when the ability is normally developing, though it is important at all times.

TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 6

निर्देश: दिए गए पद्यांश को ध्यानपर्वक पढ़िए तथा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
मुक्त करो नारी को, मानव !
चिर बंदिनी नारी को,
युग-युग की निर्मम कारा से
जननी, सखी, प्यारी को !
छिन्न करो सब स्वर्ण-पाश ।
उसके कोमल तन-मन के,
वे आभूषण नहीं, दाम
उसके बंदी जीवन के !
उसे मानवी का गौरव दे
पूर्ण सत्व दो नूतन,
उसका मुख जग का प्रकाश हो,
उठे अंध अवगुंठन।
मुक्त करो जीवन–संगिनी को,
जननी देवी को आदृत
जगजीवन में मानव के संग
हो मानवी प्रतिष्ठित !
प्रेम–स्वर्ग हो धरा, मधुर
नारी महिमा से मंडित,
नारी-मुख की नव किरणों से
युग–प्रभात हो ज्योतित !

Q. कवि ने नारी के अलंकरण का साधन किसको माना है?

Detailed Solution for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 6

कवि ने नारी के नारी की स्वतंत्रता की कीमत आभूषण को महत्व दिया है।
पद्यांश के अनुसार: कवि नारी के आभूषणों को उसके अलंकरण के साधन नहीं मानता। वह उन्हें नारी की स्वतंत्रता की कीमत मानता है।
स्वतंत्र + ता = स्वतंत्रता

  • 'स्वतंत्र' मूलशब्द और 'ता' प्रत्यय 
  • अर्थ: आजादी, स्वाधीनता, मुक्ति
  • विलोम शब्द- '‌‌‌परतंत्रता'
TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 7

निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश का ध्यानपूर्वक अध्ययन कर प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
काल को हम बांध नहीं सकते। वह स्वत: नियंत्रित है, अबाध है। देवों का आह्वान करते हुए हम सकल कामना सिद्धि का संकल्प व्यक्त करते हुए और फिर विदा करते हुए कहते हैं- 'गच्छ-गच्छ सुरश्रेष्ठ पुनरागमनाय च'। जिसका अर्थ 'हे देव, आप स्वस्थान को तो जाएं, परंतु फिर आने के लिए' है। कितनी सकारात्मक हमारी संस्कृति है, जिसका मूल है- जो मानव मात्र के लिए हितकारी हो, कल्याणकारी हो, वह पुन:-पुन: हमारे जीवन में आए। गत वर्ष के लिए भी क्या ऐसी विदाई देना हमारे लिए संभव नहीं ? यह प्रश्न अनुत्तरित है। यह आना-जाना, आगमन-प्रस्थान सब क्या है ? एक उत्तर है कि ये काल द्वारा नियंत्रित क्रिया- प्रतिक्रियाएं हैं। जो आया है, वह जाएगा। फिर जो गया है, वह भी आएगा। यह हमारी संस्कृति की मान्यता है। हाल ही में एक विद्वान से उनके परिवार में हुई मृत्यु पर शोक संवेदना में कहा- 'गत आत्मा को शांति प्राप्त हो'। उन्होंने तुरंत ही टोकते हुए कहा- शांति प्राप्ति की बात तो पश्चिमी संस्कृति-सभ्यता की बात है। भारतीय परंपरा में तो उचित है- 'गत आत्मा को सद्गति प्राप्त हो'। इसके पीछे का गूढ़ भाव नए वर्ष के आगमन और पुराने वर्ष की विदाई की वेला को पूरी सार्थकता प्रदान करता है। शब्द और अर्थ मिलकर ही काल का, काल की गति का अर्थात् परिवर्तन का बोध कराते हैं। काल (समय) निराकार है, अबूझ है। मानव ने समय को बांधने का बहुत प्रयास किया- पल, घड़ी, घंटा, दिन, सप्ताह, महीना, साल, मन्वन्तर... फिर भी समय कभी बंधा नहीं, कहीं ठहरता नहीं। 'कालोस्मि भरतर्षभ' कहकर कृष्ण ने काल की सार्वकालिक सत्ता को प्रतिपादित किया। इस सत्ता के आगे नत भाव से, साहचर्य के भाव से हम नया वर्ष मनाते हैं। काल ने जो दिया था, उसे स्वीकार करें और नए वर्ष में जो मिलेगा, उसको अंगीकार-स्वीकार करने के लिए हम पूरी तैयारी, पूरे जोश से तैयार रहें। इसी में पुरातन और नववर्ष के सन्धिकाल की सार्थकता है। यह सत्य है कि परिणाम पर मनुष्य का कोई नियंत्रण या दखल नहीं, पर नया साल भी पुराना होगा। इसलिए मनुष्य एक साल की अवधि के लिए अपने जीवन के कुछ नियामक लक्ष्य तो तय कर सकता है। नए साल का सूरज यही प्रेरणा लेकर आया है। जीवन के चरम लक्ष्य पीछे छूटते जा रहे हैं, खोते जा रहे हैं। ऐसे में नए वर्ष की शुरुआत अपने लक्ष्य निर्धारित करने का अच्छा अवसर है, आत्म निरीक्षण का अचूक मौका है यह। काल शाश्वत है। नए साल का आगमन और पुराने की विदाई यह हमारा कालबोध ही तो है। आगत का स्वागत भारतीय परम्परा के मूल में है। जो आया है, अतिथि है उसे अपना लो। काल के साथ, समय के साथ चलना मनुष्य की नियति है, परंतु काल के कपाल पर कुछ अंकित करने का संकल्प मनुष्य की जिजीविषा का मूल है।

Q. जो मानव मात्र के लिए हितकारी हो, कल्याणकारी हो, वह पुन:-पुन: हमारे जीवन में आए, ये किसका मूल है?

Detailed Solution for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 7

गद्यांश के अनुसार, "कितनी सकारात्मक हमारी संस्कृति है, जिसका मूल है- जो मानव मात्र के लिए हितकारी हो, कल्याणकारी हो, वह पुन:-पुन: हमारे जीवन में आए।"
इसलिए यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि जो मानव मात्र के लिए हितकारी हो, कल्याणकारी हो, वह पुन:-पुन: हमारे जीवन में आए, ये हमारी संस्कृति का मूल है।

TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 8

भाषा अर्जन की अवस्थाओं के सही क्रम को चुनिए।

Detailed Solution for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 8

भाषा अर्जन की अवस्थाओं के सही क्रम है- बबलाना, किलकारी मारना (कूइंग), एक शब्दीय अवस्था, टेलीग्राफ़िक वाचन तथा दो शब्दों वाली अवस्था।
जीवन के पहले कुछ वर्षों के भीतर मनुष्य भाषा के निर्माण में निम्नलिखित चरणों से गुजरते हुए प्रतीत होते हैं:

  • बबलाना : बालको द्वारा स्वरों की ध्वनि का उच्चारण बबलाना कहलाता है। बालक द्वारा ई, ऐ, ऊ की आवाजे निकालना।
  • कूइंग (कुंजन करना): लगभग एक महीने की उम्र में बच्चे रोने के अलावा कूकना भी शुरू कर देते हैं। यह अवस्था जन्म के 4-5 महीने बाद तक चलती है। कूइंग एक स्वर जैसी ध्वनि है, विशेष रूप से 'मू...' जैसी, जिसे जब बच्चे संतुष्ट और प्रसन्न होते हैं तो निकालते हैं।
  • बड़बड़ाना (बेबीलिंग): छह से दस महीने के बीच, शिशु बड़बड़ाना शुरू कर देता है। वह 'मा', 'दा', 'की' और 'ने' जैसे अक्षरों को बार-बार दोहराते है ताकि हम "दादा...", "किकिकिकिकि...", "मम्मा..." जैसी आवाजें सुन सकें। इसे बड़बड़ाना कहते हैं।
  • एक-शब्द का उच्चारण: कभी-कभी दस से बारह महीने के बीच, अक्सर पहले जन्मदिन के आसपास, शिशु पहला शब्द बोलत है। यह शब्द वयस्कों द्वारा उपयोग किए जाने वाले शब्दों से मेल नहीं खा सकता है। उदाहरण के लिए उनके पहले शब्द में आमतौर पर एक शब्दांश - मा या दा होता है। धीरे-धीरे वे एक या एक से अधिक शब्दों तक पहुच जाते हैं।
  • टेलीग्राफ़िक वाचन: भाषा विज्ञान और मनोविज्ञान के अनुसार टेलीग्राफिक भाषण, बच्चों में भाषा अधिग्रहण के दो-शब्द के संक्षिप्त और कुशल भाषण की अवस्था है। जिन शब्दों का वे उच्चारण नहीं कर सकते, उनके बदले में वे दूसरे शब्द काम में ले आते हैं। पानी के लिए मम्मा कहते हैं, चिड़िया को चू चू और कुत्ते को तू तू कहते हैं।
  • दो शब्दों के उच्चारण: धीरे -धीरे, 1.5 से 2.5 वर्ष की आयु के बीच, बच्चे दो शब्दों के उच्चारण बनाने के लिए एकल शब्दों को जोड़ना शुरू कर देते हैं। इस प्रकार वाक्य रचना की समझ शुरू होती है। जैसे- टाटा, दादा, मामा आदि।
  • बुनियादी वयस्क वाक्य संरचना (लगभग 4 वर्ष की आयु तक), निरंतर शब्दावली अधिग्रहण के साथ शब्दावली तेजी से विकसित होती है। यह लगभग 2 वर्ष की आयु में 300 शब्दों तक और तीन वर्ष की आयु में लगभग 1000 शब्दों तक तिगुनी से अधिक हो जाती है। लगभग अविश्वसनीय, 4 साल की उम्र तक, बच्चे वयस्क वाक्य रचना और भाषा संरचना का आधार हासिल कर लेते हैं।
TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 9

कक्षा पाँच की विज्ञान तथा भाषा शिक्षिका मिलकर फूल पर एक पाठयोजना बनाती है, जिसमें पौधों की विभिन्न विशेषताओं के साथ फूल की सुन्दरता का समावेश किया है। यह किस प्रकार के अधिगम का उदाहरण है-

Detailed Solution for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 9

समेकित अधिगम से तात्पर्य है: 'ऐसी शिक्षा जो इस प्रकार से संगठित हो कि उसमें विषयो की सीमा रेखा न हो, अध्ययन के मुख्य क्षेत्रों को केन्द्रित कर, पाठ्यक्रम के विभिन्‍न भागों/क्षेत्रों को सार्थक रूप से संगठित किया गया हो। इसमें अधिगम तथा शिक्षण को एक रूप में देखा जाता है और यह अन्तःक्रिया वाले वास्तविक जगत का प्रदर्शन करता है। 
अतः निष्कर्ष निकलता है कि कक्षा पाँच की विज्ञान तथा भाषा शिक्षिका मिलकर फूल पर एक पाठयोजना बनाती है, जिसमें पौधों की विभिन्न विशेषताओं के साथ फूल की सुन्दरता का समावेश किया है। यह समेकित अधिगम का उदाहरण है।

TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 10

निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए व प्रश्नों के उत्तर उपयुक्त विकल्पों द्वारा दीजिये- 
बारहसिंगा हिरण प्रजाति का बड़े आकार का शानदार वन्य पशु है। इस वन्य जीव को उत्तरप्रदेश की सरकार ने अपना राज्य पशु घोषित कर रखा है। दुर्लभ वन्य जीव होने के कारण इसे संकटग्रस्त सूची में रखा गया है। बारहसिंगा दुधवा राष्ट्र्रीय उद्यान, हस्तिनापुर अभ्यारण्य, असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और बंगाल के सुंदरवनों में भी पाया जाता है। मध्यप्रदेश के कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में भी बारहसिंगा की दूसरी प्रजाति पाई जाती है। बारहसिंगा की कंधे तक की ऊँचाई 135 सेंटीमीटर होती है। इसका वजन लगभग 170 - 180 किलोग्राम तक होता है। यह प्रायः नम दलदली घास वाले क्षेत्रो में रहना पसंद करते है। बारहसिंगा प्रायः समूहों में पाए जाते है। इसके सींग 75 सेंटीमीटर लम्बे होते है। अधिकांश बारहसिंगो के सींगों में 10 से 14 तक शाखाएं होती है। अधिकतम 20 शाखाएँ वाले बारहसिंगा भी देखे गये हैं।

Q. घास शब्द का तत्सम शब्द बताइए -

Detailed Solution for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 10

निम्नलिखित विकल्पों में 'तृण’ शब्द तत्सम है जिसका तद्भव शब्द ‘घास’ है। 
ठठेरा देशज शब्द है, घड़ी तद्भव शब्द है, और घाट तद्भव शब्द है।

TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 11

मुदिता आठवीं कक्षा में हिन्दी भाषा पढ़ाती हैं। कविता के भाव के बारे में बातचीत करते समय आप उन्हें किस बात के प्रति सचेत रहने की सलाह देगें?

Detailed Solution for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 11

मुदिता आठवीं कक्षा में हिन्दी भाषा पढ़ाती हैं। कविता के भाव के बारे में बातचीत करते समय आप उन्हें कविता का एक निश्चित भाव, अर्थ नहीं हो सकता बात के प्रति सचेत रहने की सलाह देगें।

  • कविता में सौंन्दर्य तथा भावना की सहज अभिव्यक्ति होती है। 
  • कविता पाठक के मन को आसानी से छु जाती है।
  • कविता में भाव तत्व की प्रधानता होती है।
  • कल्पना के मिश्रण से सौंन्दर्य चित्रण को कविता में सहज और ग्राह्य बनाया जाता 
  • कविता की लयात्मकता शब्दावली को पढ़ने के लिए सस्वर पठनअनिवार्य है। 
  • कविता के द्वारा बिंब-विधान किया जाता है। बिंब एक प्रकार का शब्द चित्र होता है, जो कविता में ही उपस्थित होता है। इसी कारण कविता का अर्थ स्थिति की लाक्षणिता के आधार पर ग्रहण किया जाता है।
TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 12

श्रव्य सहायक सामग्री का उदाहरण है-

Detailed Solution for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 12

भाषा-प्रयोगशाला श्रव्य सहायक सामग्री का उदाहरण है। श्रव्य-साधन का अर्थ है, ऐसी अधिगम सहायक सामग्री जिसमें केवल कानों का प्रयोग करके शिक्षण को सहज बनाया जाता है। उदाहरण- मौखिक प्रश्नोत्तर, रेडियो, टेपरिकार्डर, लिंग्वाफोन, भाषा-प्रयोगशाला, आडियो काॅन्फैसिंग, ग्रामोफोन आदि।
अतः हम कह सकते हैं कि भाषा-प्रयोगशाला श्रव्य सहायक सामग्री का उदाहरण है।

TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 13

मातृभाषा सीखने की विधि है-

Detailed Solution for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 13

प्राकृतिक विधि मातृभाषा सीखने की विधि है। इस विधि में बालक की जो मातृभाषा होती है उसे बिना मध्यस्थ बनाये उसे अन्य भाषा सीखायी जाती है अर्थात मातृभाषा की सहायता नहीं लेकर बल्कि विद्यार्थी को सीधे बार-बार मौखिक एवं लिखित अभ्यास द्वारा नयी भाषा सीखायी जाती है। इसमें क्षेत्रीय भाषा का प्रयोग भी नहीं किया जाता है।

TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 14

मौन वाचन का प्रकार नहीं है
(i) समवेत वाचन
(ii) द्रुत वाचन
(iii) वैयक्तिक वाचन
(iv) अनुकरण वाचन

Detailed Solution for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 14

किसी पाठ या पुस्तक को सस्वर अथवा मौनरूप से पढ़ना वाचन कहलाता है। मौन वाचन, पठन का एक प्रकार जिसमें लिखित सामग्री को बिना आवाज किए भावार्थ को समझते हुए पढ़ना शामिल होता है। इसमें नेत्र और मस्तिष्क दोनो सक्रिय होते हैं तथा यह स्वाध्याय की रुचि जागृत करने में सहायक होता है।

  • आनंद और मनोरंजन प्राप्ति के उद्देश्य से लिखित सामग्री का अध्ययन करते हैं।
  • सीखी हुई भाषाई ज्ञान का अभ्यास करते हैं तथा खाली समय का सदुपयोग करते हैं।
  • पढ़ने की उचित गति और प्रवाह के साथ भाषा को तेजी से और बेहतर ढंग से समझते हैं।
  • मुख्य रूप से साहित्य, पत्रिकाएं, उपन्यास, हास्य पुस्तकें आदि का पाठ कर सूचनाएं प्राप्त करते हैं।
  • किसी अवतरण के विचार को आत्मसात करना।
  • विषय वस्तु पर ध्यान केन्द्रित करना।
  • गति के साथ पढ़ने की क्षमता का विकास करना।
  • विषय वस्तु का अर्थ समझना।
  • समय का पूर्ण लाभ उठाते हुए हिंदी के अलावा सभी विषयों का ज्ञान प्राप्त करना। 

अतः हम कह सकते  हैं कि समवेत वाचन, वैयक्तिक वाचन तथा अनुकरण वाचन मौन वाचन का प्रकार नहीं है।

TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 15

In a language question paper, how much weightage may be given to knowledge?

Detailed Solution for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 15

Knowledge may have a weightage of 80%.

TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 16

Dictation is useful for improving spelling errors because:

Detailed Solution for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 16

The English language has achieved a prior place in the curriculum. The aim of teaching the English language is to help children to acquire practical commands of the English language. In the present era, English language teaching is facing several problems.

  • Problems of spelling errors of students can be solved through Dictation. Dictation is an act or manner of uttering words to be transcribed.
  • Dictation is the process of writing down what someone else has said.
  • Dictation provides a chance for everyone to model many writing behaviors, including handwriting, match the sounds, sound to letters to the spell, etc.
TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 17

Poverty of the stimulus with respect to language acquisition among young children implies that they would

Detailed Solution for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 17

This is the correct option because children learning language are not open-minded or naïve theory generators — they are not 'little scientists'. Instead, the human language-learning mechanism (the 'language acquisition device' or 'LAD') embodies built-in knowledge about human languages, knowledge that prevents learners from entertaining most possible grammatical theories.

TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 18

Teachers who want to introduce meaningful language to children:

Detailed Solution for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 18

Teachers who want to introduce meaningful language to children, they place the language of daily use in the textbook.
The concept or theory of meaningful learning is that learned information is completely understood and can now be used to make connections with other previously known knowledge, aiding in further understanding.

TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 19

Summative assessment includes ______.

Detailed Solution for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 19
  • The given blank needs to be filled with a suitable word.
  • Here the sentence is about summative assessment that includes "written assessment" only.
  • Written assessment: Writing assessment refers to an area of study that contains theories and practices that guide the evaluation of a writer's performance or potential through a writing task.
  • Other options are incorrect here because they do not fit in the context.
  • Hence, the complete sentence is: "Summative assessment includes written assessment".
TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 20

To develop interest in Social Science learning, which of the following is not suited?

Detailed Solution for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 20

Student achievement measures the amount of academic content a student learns in a determined amount of time. Each grade level has learning goals or instructional standards that educators are required to teach. Standards are similar to a 'to-do' list that a teacher can use to guide instruction. Hence, it is not suited for development of interest in social studies.
The use of maps, globe, bulletin board, conducting field trips etc. develops interest among students.

TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 21

Which of the following was the reason for calling off the Non-cooperation Movement by Gandhiji?

Detailed Solution for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 21

The Non-cooperation movement:

  • It was launched on 5th September 1920 by the Indian National Congress (INC) under the leadership of Mahatma Gandhi.
  • In September 1920, in a Congress session in Calcutta, the party introduced the Non-Cooperation program.
  • Non-Cooperation Movement was a sequel to the Rowlatt Act, the Jallianwala Bagh massacre, and the Khilafat Movement.
  • It was approved by the INC at the Nagpur session in December 1920.
  • Khadi & Charkha became a symbol of NCM.
  • The main aim of the Non- Cooperation movement was:
    • Work for the eradication of untouchability from society.
    • Adopt Swadeshi habits including hand spinning and weaving.
    • Adopt Swadeshi principles.
  • The whole movement was abruptly called off on 11th February 1922 by Gandhi following the Chauri Chaura incident in the Gorakhpur district of UP (22 policemen burnt). Hence option 4 is correct.ct.
TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 22

Demonstration in Social Studies means showing how something is

Detailed Solution for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 22

Social studies are concerned with human study in relation to the socio-cultural environment. Our environment means our surroundings include all the entities around us such as land, air, water, sunlight (natural environment) culture, society, school, college, family (social environment), etc.​

TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 23

Which of the following statements is true about endemic species?

Detailed Solution for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 23

Endemism is the ecological state of a species being unique to a defined geographic location, such as an island, nation, country or other defined zone, or habitat type; organisms that are indigenous to a place are not endemic to it if they are also found elsewhere.

TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 24

Where was the Hindustan Socialist Republican Association (HSRA) founded?

Detailed Solution for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 24

The Hindustan Socialist Republican Association (HSRA) was founded at Delhi.

  • Revolutionary nationalists such as Bhagat Singh, Chandra Shekhar Azad, Sukhdev and others wanted to fight against colonial rule and the rich exploiting classes through a revolution of workers and peasants.
  • For this purpose, they founded the Hindustan Socialist Republican Association (HSRA) in 1928 at Ferozeshah Kotla in Delhi. 
  • In 1928, the HRA underwent a significant transformation and was renamed the Hindustan Socialist Republican Association (HSRA) to reflect the socialist ideology that had taken root among its members.
  • The HSRA was committed to the idea of armed revolution as a means of achieving Indian independence.
  • Its members carried out a number of high-profile acts of political violence, including the assassination of British police officer John Saunders in 1928, and the bombing of the Central Legislative Assembly in Delhi in 1929.

Hence we conclude that the correct answer is Delhi.

TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 25

Assertion (A): The British wanted tribal groups or jhum cultivators to settle down and become peasant cultivators. 
Reasoning (R): Settled peasants were easier to control and administer than people who were always on the move. 
Choose the correct option

Detailed Solution for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 25
  • The British were uncomfortable with groups who moved about and did not have a fixed home.
  • They wanted tribal groups or jhum cultivators to settle down and become peasant cultivators.
  • Settled peasants were easier to control and administer than people who were always on the move.
  • The British also wanted a regular revenue source for the state.
  • So they introduced land settlements – that is, they measured the land, defined the rights of each individual to that land, and fixed the revenue demand for the state.
  • Some peasants were declared landowners, others tenants.
  • The tenants were to pay rent to the landowner who in turn paid revenue to the state.
  • The British effort to settle jhum cultivators was not very successful.
  • Settled plough cultivation is not easy in areas where water is scarce and the soil is dry.
  • In fact, jhum cultivators who took to plough cultivation often suffered, since their fields did not produce good yields.
  • So the jhum cultivators in north-east India insisted on continuing with their traditional practice.
  • Facing widespread protests, the British had to ultimately allow them the right to carry on shifting cultivation in some parts of the forest. 

Based on the above discussion we can conclude that both the given statements (A) and (R) are true and (R) is the correct explanation of (A).

TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 26

Which one of the following is a disadvantage of Inquiry-based Learning?

Detailed Solution for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 26

Learning is the process of being modified, more or less permanently, by what happens in the world around us, by what we do, or by what we observe.

TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 27

The Chalukya king who defeated the Rashtrakutas and occupied Malkhed was

Detailed Solution for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 27

Tailapa-II defeated the last Rashtrakuta king Karkaraja.

TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 28

The method that helps in developing manipulative skills among the students is the

Detailed Solution for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 28

A manipulative skill is one in which a child handles an object with the hands, feet, or other body parts. So, laboratory method is the best option.

TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 29

The most striking quality that a social science teacher needs to acquire is:

Detailed Solution for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 29

The teacher of social studies has different roles to play, such as developing personality values, attitudes, and civic responsibility to live together in a democracy.

TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 30

The three-dimensional aids used for the effective classroom instruction of social science do not include

Detailed Solution for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) - Question 30

The three-dimensional aids used for the effective classroom instruction of social science do not include specimens.

View more questions
Information about TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) Page
In this test you can find the Exam questions for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science) solved & explained in the simplest way possible. Besides giving Questions and answers for TS TET Paper 2 Mock Test - 5 (Social Science), EduRev gives you an ample number of Online tests for practice

Top Courses for TS TET

Download as PDF

Top Courses for TS TET