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HP LT TET Mock Test - 1 - HP TET MCQ


Test Description

30 Questions MCQ Test - HP LT TET Mock Test - 1

HP LT TET Mock Test - 1 for HP TET 2024 is part of HP TET preparation. The HP LT TET Mock Test - 1 questions and answers have been prepared according to the HP TET exam syllabus.The HP LT TET Mock Test - 1 MCQs are made for HP TET 2024 Exam. Find important definitions, questions, notes, meanings, examples, exercises, MCQs and online tests for HP LT TET Mock Test - 1 below.
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HP LT TET Mock Test - 1 - Question 1

निम्नलिखित में से किस शब्द में ‘अप’ उपसर्ग प्रयुक्त नहीं हुआ है?

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 1 - Question 1

‘अनुबंध’ शब्द में ‘अनु’ उपसर्ग का प्रयोग किया गया है। और शेष सभी में ‘अप’ उपसर्ग का प्रयोग हुआ है।

HP LT TET Mock Test - 1 - Question 2

नीचे दी गई कहानियों में कौन-सी कहानी प्रेमचंद की है?

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 1 - Question 2

सही उत्तर है - ‘बड़े भाई साहब’।

  • बड़े भाई साहब’ कहानी प्रेमचंद की है।

Key Points

  • बड़े भाई साहब’ कहानी जो सन् 1936 में लिखी गई पर आज भी उतनी ही प्रासंगिक है।
  • पढ़ोगे लिखोगे बनोगे नवाब, खेलोगे कूदोगे बनोगे ख़राब’ सहित रट्टामार, कठोर अनुशासन और सुंदर लिखावट के मिथक को तोड़, खेल के महत्त्व को रेखांकित करती है।

अन्य विकल्प:

  • शरणदाता नामक कहानी के लेखक : सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन
  • परिंदे नामक कहानी के लेखक : निर्मल वर्मा
  • कोसी का घटवार नामक कहानी के लेखक : शेखर जोशी
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HP LT TET Mock Test - 1 - Question 3

‘सीताराम’ शब्द में निम्न में से कौन सा समास है?

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 1 - Question 3

जिस समास में दोनों पद प्रधान हो तथा विग्रह करने पर उनके बीच ‘तथा’, ‘या’, ‘अथवा’, ‘एवं’ या ‘और’ का प्रयोग होता हो। जैसे– अन्न और जल = अन्न-जल, अपना और पराया = अपना - पराया।

HP LT TET Mock Test - 1 - Question 4
‘मैं पाधा बन गया हूँ। करो जर्मन के बादशाह का तर्पण!’ ‘उसने कहा था’ कहानी में यह कथन किसका है?
Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 1 - Question 4

वजिरासिंह, यहाँ उचित विकल्प है। अन्य विकल्प यहाँ असंगत है।

  • ‘उसने कहा था’ का रचनाकाल 1915 है।
  • यह अपने समय एक मात्र सर्वर्श्रेष्ठ कहानी है।
  • इसकी रचना ‘चन्द्र धर शर्मा गूलेरी जी’ हैं।
  • त्याग और प्रेम की सबसे अद्भुत कहानी।
  • मुख्य पात्र-  लहना सिंह, वजीरा सिंह, हजारा सिंह आदि।
HP LT TET Mock Test - 1 - Question 5

'बाणभट्ट की आत्मकथा' उपन्यास के पात्र हैं?

A. निपुणिमा   

B. महामाया   

C. विग्रहवर्मा  

D. कमली  

E. महारानी  

नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए।

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 1 - Question 5

'बाणभट्ट की आत्मकथा' उपन्यास के पात्र हैं-

  • A. निपुणिमा   
  • B. महामाया   
  • C. विग्रहवर्मा  

Key Pointsकमली-

  • यह मैला आँचल उपन्यास की पात्र है।  
HP LT TET Mock Test - 1 - Question 6
कौन सा रामचन्द्र शुक्ल के चिंतामणि का सैद्धान्तिक समीक्षा संबंधी निबंध नहीं है?
Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 1 - Question 6

उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प "मानस की धर्मभूमि" सही है तथा अन्य विकल्प असंगत है।

  • मानस की धर्म भूमि व्यावहारिक आलोचनात्मक निबंध है।, 
  • यह सैद्धान्तिक समीक्षा संबंधी निबंध नहीं है।
Key Points
  • मानस की धर्म भूमि व्यावहारिक आलोचनात्मक निबंध है।
  • रामचंद्र शुक्ल के :- भारतेंदु हरिश्चंद्र, तुलसी का भक्ति मार्ग, मानस की धर्म भूमि आदि निबंध व्यावहारिक आलोचना के अंतर्गत आते हैं।
Additional Information
  • मनोवैज्ञानिक निबंधों में करुणा, श्रद्धा, भक्ति, लज्जा, ग्लानि, क्रोध, लोभ और प्रीति आदि भावों तथा मनोविकारों पर लिखे गए निबंध आते हैं। 
  • चिन्तामणि के प्रमुख निबन्ध हैं- भाव या मनोविकार, उत्साह, श्रद्धा और भक्ति, करुणा, लज्जा और ग्लानि, घृणा, ईर्ष्या, भय, क्रोध, कविता क्या है, काव्य में लोक मंगल की साधनावस्था।
HP LT TET Mock Test - 1 - Question 7

अव्ययीभाव समास है-

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 1 - Question 7

जहाँ पूर्वपद अव्यय हो उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं। जैसे- ‘​प्रत्यक्षम्’ में प्रति उपसर्ग के साथ 'अक्ष्णोः' का समास होता है।

सूत्र:- ‘अव्ययं विभक्ति-समीप-समृद्धि-व्यृद्धि-अर्थाभाव-अत्यय-असम्प्रति-शब्दप्रादुर्भाव-पश्चात्-यथा-आनुपूर्व-यौगपद्य-सादृश्य-सम्पत्ति-साकल्य-अन्तवचनेषु’ इस सूत्र से ‘प्रतिगतम्’ अर्थ में अव्यय 'प्रति' के साथ 'अक्ष्णोः' का 'अव्ययीभाव समास’ होता है और समस्त पद ‘प्रत्यक्षम्’ प्राप्त होता है जो एक अव्यय होगा।

HP LT TET Mock Test - 1 - Question 8
लछमा और गोसाई पात्र  की कहानी है-
Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 1 - Question 8

कोसी का घटवार यहाँ सही विकल्प है| लछमा और गोसाई पात्र इस कहानी के प्रमुख पात्र है|

प्रकाशन वर्ष-  ई

लेखक - शेखर जोशी

विशेष

HP LT TET Mock Test - 1 - Question 9

“कहते हुए यों उत्तरा के नेत्र जल से भर गए। 
हिम के कणों से पूर्ण मानो हो गए पंकज नए।। 

इन पंक्तियों में प्रयुक्त छंद का नाम बताइये?

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 1 - Question 9

उक्त पँक्तियों में गीतिका छन्द का प्रयोग किया गया है।

प्रत्येक चरण में 14 और12 की यति से 26 मात्राएँ होती हैं 

प्रत्येक चरण के अंत में लघु और गुरु होता है।  

HP LT TET Mock Test - 1 - Question 10

“जाने अनजाने” किसकी रचना है-

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 1 - Question 10

"जाने अनजाने", "विष्णु प्रभाकर" की रचना है।

विष्णु प्रभाकरजी ने कहानी, उपन्यास, नाटक, जीवनी, निबंध, एकांकी, यात्रा-वृत्तांत आदि प्रमुख विद्याओं में लगभग सौ कृतियाँ हिंदी को दीं। उनकी ‘आवारा मसीहा’ सर्वाधिक चर्चित जीवनी है, जिस पर उन्हें ‘पाब्लो नेरूदा सम्मान’, ‘सोवियत लैंड नेहरू पुरस्कार’ सदृश्य अनेक देशी-विदेशी पुरस्कार मिल चुके हैं। 

HP LT TET Mock Test - 1 - Question 11

उपर्युक्त गद्यांश में प्रयुक्त शब्द “कृपण" का क्या अर्थ है।

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 1 - Question 11

इस प्रश्न का उत्तर कंजूस है।

  • कृपण शब्द का अर्थ होता है कंजूस या लोभी व्यक्ति जो अपने संपत्ति का अर्थलोभ से ऐसे ही संग्रहित करता है, और उसे दूसरों की सहायता में या दान में नहीं उपयोग करता है।

Key Pointsअन्य विकल्पों की व्याख्या:

  • कृतघ्न: इसका अर्थ हुआ किसी की उपकार की उपेक्षा करनेवाला, जो यहां चर्चा में नहीं है।
  • एहसानमंद: इसका अर्थ हुआ आभारी व्यक्ति, जो "कृपण" के अर्थ से मिलता नहीं।
  • दानी: ऐसा व्यक्ति जो दुसरों की मदद के लिए सहायता या दान करता है, जो "कृपण" का विलोमी होता है।
HP LT TET Mock Test - 1 - Question 12
नायपाल ने भारतीय संस्कृति को 'घायल संस्कृति' क्यों कहा?
Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 1 - Question 12

सही उत्तर: पश्चिमी इतिहास बोध के प्रभाव में अपनी परंपरा से कट जाने के कारण है।
नायपाल ने भारतीय संस्कृति को 'घायल संस्कृति' इसलिए कहा क्योंकि पश्चिमी इतिहास-बोध के प्रभाव ने उसे अपनी परंपरा और अतीत से अलग कर दिया था।
Key Points
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:

  • पराजय बोध के कारण - यह स्पष्ट रूप से उल्लेखित नहीं किया गया है कि पराजय बोध ने संस्कृति को घायल होने का कारण बनाया है।
  • मिथकों और विश्वासों की अवहेलना के कारण - मिथकों और विश्वासों की अवहेलना संस्कृति को क्षति पहुंचा सकती है, लेकिन मुख्य कारण पश्चिमी इतिहास-बोध का प्रभाव है।
  • उपर्युक्त में से कोई नहीं - प्रदत्त विकल्प द्वारा सही उत्तर प्रदान किया गया है, इसलिए यह विकल्प गलत है।
HP LT TET Mock Test - 1 - Question 13

मैं उस लड़की से मिला था जिसकी किताब खो गई थी।“ – यह किस प्रकार का वाक्य है?

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 1 - Question 13

मैं उस लड़की से मिला था जिसकी किताब खो गई थी।“ मिश्र वाक्य का उदाहरण है।

जिस वाक्य में एक से अधिक वाक्य मिले हों, किन्तु एक प्रधान उपवाक्य तथा शेष आश्रित उपवाक्य हों, मिश्रित वाक्य कहलाता है।

प्रधान उपवाक्य - 'मैं उस लड़की से मिला था।' 

आश्रित उपवाक्य - 'जिसकी किताब खो गयी थी।'

HP LT TET Mock Test - 1 - Question 14
कौनसा निबंध-संग्रह वासुदेवशरण अग्रवाल का नहीं है ?
Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 1 - Question 14

विचार और वितर्क निबंध-संग्रह वासुदेवशरण अग्रवाल का नहीं है।

  • हजारी प्रसाद द्विवेदी के निबंधों का पहला संकलन 'विचार और वितर्क' है।
  • इसका प्रकाशन वर्ष 1945 ईस्वी है।

Key Points

हज़ारी प्रसाद द्विवेदी:

  • हज़ारी प्रसाद द्विवेदी (19 अगस्त 1907 - 19 मई 1979) हिन्दी निबन्धकार, आलोचक और उपन्यासकार थे।
  • वे हिंदी, अंग्रेज़ी, संस्कृत और बाङ्ला भाषाओं के विद्वान थे।
  • भक्तिकालीन साहित्य का उन्हें अच्छा ज्ञान था।
  • सन 1959 में उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।

हज़ारी प्रसाद द्विवेदी द्वारा रचित रचनाएँ:

  • अशोक के फूल (1948) (निबंध संग्रह)
  • कल्‍पलता (1951) (निबंध संग्रह)
  • मध्यकालीन धर्मसाधना (1952) (निबंध संग्रह)
  • विचार और वितर्क (1957) (निबंध संग्रह)

Additional Information

वासुदेव शरण अग्रवाल:

  • वासुदेव शरण अग्रवाल (1904 - 1967) भारत के इतिहास, संस्कृति, कला एवं साहित्य के विद्वान थे।
  • वे साहित्य अकादमी द्वारा पुरस्कृत हिन्दी गद्यकार हैं।
    • निबंधों का संग्रह - पृथ्वी पुत्र , कल्पबृक्ष ,कल्पलता मातृ भूमि, भारत की एकता
    • ऐतिहासिक व् पौराणिक निबंध - महापुरुष श्रीकृष्ण ,महर्षि वाल्मीकि, और मनु।
    • आलोचना - पद्मावत की संजीविनी व्याख्या हर्ष चरित का संस्कृति अध्यन
    • शोध ग्रन्थ - नविन कालीन भारत।
HP LT TET Mock Test - 1 - Question 15

'जो कवि लोकप्रिय होता है, उसका सम्मान सभी करते हैं' इस वाक्य का सरल वाक्य होगा:

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 1 - Question 15

दिए गए वाक्य का सरल रुप होगा-

लोकप्रिय कवि का सम्मान सभी करते हैं।

जिन वाक्य में एक ही क्रिया होती है, और एक कर्ता होता है, वे साधारण वाक्य कहलाते है। दूसरे शब्दों में - जिन वाक्यों में केवल एक ही उद्देश्य और एक ही विधेय होता है, उन्हें साधारण वाक्य या सरल वाक्य कहते हैं।

HP LT TET Mock Test - 1 - Question 16
सरोज स्मृति' के सन्दर्भ में कौन-सा वर्ग सही है ?
Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 1 - Question 16

'सरोज स्मृति' के सन्दर्भ में सही वर्ग है- "अभाव आत्मजा, वेदना, आत्मसंवेदना" ।  Key Pointsसरोज स्मृति-

  • रचनाकार- सूर्यकांत त्रिपाठी निराला। 
  • विधा- लम्बी कविता। 
  • प्रकाशन वर्ष- 1936 ई.
  • काव्य संग्रह- अनामिका द्वितीय। 
  • सरोज स्मृति निराला द्वारा लिखी लंबी कविता और एक शोकगीत है।
  • निराला ने यह शोकगीत 1935 में अपनी 18 वर्षीया पुत्री सरोज के निधन के उपरांत लिखा था।
  • सरोज स्मृति कविता में कवि ने अपनी प्रिय पुत्री सरोज के बाल्यकाल से लेकर मृत्यु तक की घटनाओं को बडे प्रभावशाली ढंग से अंकित किया है।
  • इस कविता में एक भाग्यहीन पिता का संघर्ष, समाज से उसके संबंध, पुत्री के प्रति बहुत कुछ न कर पाने की अकर्मण्यता का बोध प्रकट हुआ है।
  • कवि जीवन के दु:खों के साथ-साथ ही सरोज की स्मृतियों का चित्रण करते हैं।
  • सरोज-स्मृति में मुख्यतः तीन स्वर मुखरित हुए हैं।
    • पहला कवि का विद्रोही और क्रांतिदशा,
    • दूसरा पुत्री सरोज के प्रति पिता का वात्सल्य भाव,
    • तीसरा जीवन में संघर्ष, अपमान तथा वंचना के फलस्वरूप व्यथा एवं निराशा की सघनता। 
  • इस कविता में उन्होंने अपने शोक के साथ-साथ समाज के प्रति आक्रोश और व्यंग्य प्रकट किया है।
  • इसकी तुलना रामविलास शर्मा ने विलियम शेक्सपीयर के किंग लियर से करते हुए लिखा है कि हिंदी में ही नहीं अंग्रेजी में भी ऐसे शोकगीत दुर्लभ है।
  • यह कविता हिन्दी के सर्वश्रेष्ठ शोकगीतों में से एक मानी जाती है।

Important Pointsसूर्यकांत त्रिपाठी निराला-

  • जन्म- 1899 - 1961 ईo
  • छायावाद के प्रमुख कवि हैं। 
  • काव्य कृतियाँ-
    • अनामिका (1923 ई०)
    • परिमल (1930 ई०)
    • गीतिका (1936 ई०)
    • तुलसीदास (1938 ई०)
    • कुकुरमुत्ता (1942 ई०)
    • अणिमा (1943 ई०)
    • बेला (1946 ई०)
    • नये पत्ते (1946 ई०)
    • अर्चना (1950 ई०)
    • आराधना (1953 ई०)
    • गीतगुंज (1954 ई०)
    • सांध्यकाकली (1969 ई०)
HP LT TET Mock Test - 1 - Question 17

निर्देश: निम्न प्रश्न के शब्द-युग्म के सही अर्थ-भेद का चयन कीजिए।

चित्त - चित

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 1 - Question 17

चित्त का अर्थ है - मन

जबकि चित का अर्थ है - पीठ के बल पड़ा हुआ

HP LT TET Mock Test - 1 - Question 18

निर्देश: निम्न प्रश्न के शब्द-युग्म के सही अर्थ-भेद का चयन कीजिए।
खाद - खाद्य

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 1 - Question 18

खाद का अर्थ है - उर्वरक

जबकि खाद्य का अर्थ है - खाने योग्य

HP LT TET Mock Test - 1 - Question 19
भरत - सूत्र के अंतिम व्याख्याता कौन हैं ?
Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 1 - Question 19

भरत - सूत्र के अंतिम व्याख्याता है- अभिनव गुप्त।Key Pointsभरतमुनि का रस सूत्र-

  • "विभावानुभावव्यभिचारिसंगोद्रसनिष्पतिः "
  • अर्थात्, विभाव, अनुभाव और व्याभिचारी भाव इन तीनों के संयोग से रस नित्पन्न होता है।
  • भट्ट लोल्लट, आचार्य शंकुक, भट्टनायक तथा अभिनवगुप्त तो भरतमुनि के रससूत्र के प्रमुख व्याख्याकार हैं। 

अभिनव गुप्त- 

  • जन्म- 950 - 1016 ईo
  • समय- 10 वीं सदी। 
  • अभिनव गुप्त भरतमुनि के रस सूत्र के अंतिम व्याख्याता है। 
  • रचना-
    • अभिनव भारती
    • ध्वन्यालोक लोचन
    • काव्य कौतुभ-विवरण
    • तंत्रालोक

Important Points भरतमुनि के रस सूत्र के व्याख्याता का क्रम- 

भट्टलोल्लट- 

  • भरत सूत्र के प्रथम व्याख्यात। 
  • प्रथम व्याख्या उत्पत्तिवाद (आरोपवाद)। 
  • इनके अनुसार अपरिपक्व स्थायी भाव विभावादि का संयोग पाकर जब परिपक्व होता है तभी इसका नाम रस पड़ जाता है।
  • यह रस मुख्य रूप से अनुकार्य (वास्तविक रामादि) में रहता है और गौण रूप से नट में।

आचार्य शंकुक-

  • भरत सूत्र के दूसरे व्याख्याता आचार्य शंकुक हैं।
  • इनकी व्याख्या का आधार न्यायशास्त्र का अनुमान प्रमाण है। इन्होंने भट्टलोल्लट के मत को भ्रामक कहा हैं। 

भट्ट नायक -

  • भरत सूत्र के तीसरे व्याख्याता भट्ट नायक ने भरतमुनि के रस सूत्र की व्याख्या भुक्तिवाद या भोगवाद के रूप में की।
  • सर्वप्रथम साधारणीकरण का सूत्रपात इन्होंने किया।
HP LT TET Mock Test - 1 - Question 20

निर्देश: निम्न प्रश्न के शब्द-युग्म के सही अर्थ-भेद का चयन कीजिए।
कटिबद्ध-कटिबन्ध

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 1 - Question 20

कटिबद्ध का अर्थ है - तैयार

जबकि कटिबन्ध का अर्थ है - कमरबंद

HP LT TET Mock Test - 1 - Question 21

निर्देश: निम्नलिखित प्रश्न में दिए गये शब्द के लिए उसके नीचे दिए गए विकल्पों में से पर्यायवाची शब्द चुनिए।

मनीषी

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 1 - Question 21

ऐसे शब्द जिनके अर्थ समान हों, पर्यायवाची शब्द कहलाते हैं।

मनीषी शब्द के पर्यायवाची बोधान, मनीष, अंशुल, प्राज्ञ, विद्वान, संजीदा, सुधी, मेधावी, विचक्षण हैं।

HP LT TET Mock Test - 1 - Question 22

'मूर्ख के समक्ष ज्ञान की वार्ता करना व्यर्थ है' हेतु उपयुक्त लोकोक्ति है-

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 1 - Question 22

'भैंस के आगे बीन बजावे भैंस बैठी पगुराई' लोकोक्ति का अर्थ 'मूर्ख के समक्ष ज्ञान की वार्ता करना व्यर्थ है' होता है।

किसी विशेष स्थान पर प्रसिद्ध हो जाने वाले कथन को 'लोकोक्ति' कहते हैं। दूसरे शब्दों में- जब कोई पूरा कथन किसी प्रसंग विशेष में उद्धत किया जाता है तो लोकोक्ति कहलाता है। इसी को कहावत कहते है।

HP LT TET Mock Test - 1 - Question 23

निम्न में से कौन सी भाषा देवनागरी लिपि में लिखी जाती है?

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 1 - Question 23

संस्कृत, पालि, हिन्दी, मराठी, कोंकणी, सिन्धी, कश्मीरी, हरियाणवी, बुंदेली भाषा, डोगरी, खस, नेपाल भाषा (तथा अन्य नेपाली भाषाएँ), तमांग भाषा, गढ़वाली, बोडो, अंगिका, मगही, भोजपुरी, नागपुरी, मैथिली, संताली, राजस्थानी भाषा, बघेली आदि भाषाएँ और स्थानीय बोलियाँ भी देवनागरी में लिखी जाती हैं।

HP LT TET Mock Test - 1 - Question 24

सूरदास की कौन सी रचना उनकी प्रसिद्धि का मूल आधार है?

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 1 - Question 24

सूरदास की सर्वसम्मत प्रामाणिक रचना 'सूरसागर' है। एक प्रकार से 'सूरसागर' जैसा कि उसके नाम से सूचित होता है, उनकी सम्पूर्ण रचनाओं का संकलन कहा जा सकता है। 'सूरसागर' के अतिरिक्त 'साहित्य लहरी' और 'सूरसागर सारावली' को भी कुछ विद्वान् उनकी प्रामाणिक रचनाएँ मानते हैं परन्तु इनकी प्रामाणिकता सन्दिग्ध है।

HP LT TET Mock Test - 1 - Question 25

दुर्बल' शब्द का विलोम लिखिए।

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 1 - Question 25

'दुर्बल' शब्द का विलोम है - 'सबल'

  • दुर्बल - जिसे अच्छा बल न हो, कमजोर, निर्बल। 
  • सबल - जिसमें शक्ति हो, बलशाली, बलवान। 

Key Pointsकर्मठ:-

  • अर्थ: अच्छी तरह काम करनेवाला।
    • विलोम शब्द - 'अकर्मठ'
    • अर्थ: कुशलतापूर्वक काम करने वाला, कर्मनिष्ठ।​

चुस्त:-

  • अर्थ: जो शिथिल, आलसी न हो, फ़ुर्तीला।
    • विलोम शब्द - 'सुस्त, ढीला'
    • अर्थ: जिसके शरीर में बल न हो। 
HP LT TET Mock Test - 1 - Question 26

अनुसंधान सदैव किस संदर्भ में किया जाता है?

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 1 - Question 26

एक शोध का संदर्भ दर्शकों को "कहाँ", "कौन", "क्या" और संभवतः "जब" शोध का चित्र देता है। इसके बाद पाठक के लिए शोध की पृष्ठभूमि की बेहतर समझ होना आसान हो जाता है।

HP LT TET Mock Test - 1 - Question 27

हिन्दी साहित्य के रीतिकाल का श्रृंगार काल' नाम निम्नलिखित में से किस इतिहासकार ने रखा है ?

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 1 - Question 27

आचार्य विश्वनाथ प्रसाद मिश्र ने ‘हिन्दी साहित्य का अतीत' ग्रंथ में आदिकाल को ‘वीरकाल' तथा रीतिकाल को ‘श्रृंगारकाल' नाम से अभिहित किया है.

HP LT TET Mock Test - 1 - Question 28

Which of the following is not supported by the teaching of Environmental education at primary level?

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 1 - Question 28

Environmental studies at the primary stage envisage exposing children to the real situations in their surroundings to help them connect and to make them sensitized towards the prevailing environmental issues.

  • Environmental studies have been regarded as a life-long process concerned with the total environment aimed at developing and sharpening awareness, knowledge, skills, attitudes, values, and concern for environmental improvement and protection. 
  • It not only helps children to get acquainted with their own environment but also strengthens their bond with it.
HP LT TET Mock Test - 1 - Question 29

Read the statements (A) and (R) and choose the correct option. 
Assertion (A) - In 1905 Viceroy Curzon partitioned Bengal. 
Reason (R) - Many lawyers such as Motilal Nehru, C.R. Das, C. Rajagopalachari and Asaf Ali gave up their practices. 

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 1 - Question 29
  • In 1905 Viceroy Curzon partitioned Bengal.
  • The partition of Bengal infuriated people all over India.
  • All sections of the Congress – the Moderates and the Radicals, as they may be called – opposed it.
  • Large public meetings and demonstrations were organised and novel methods of mass protest developed.
  • The struggle that unfolded came to be known as the Swadeshi movement.
  • Gandhi started the Non-Cooperation Movement in 1920 against “Punjab wrongs” (Jallianwala massacre), the Khilafat wrong and demand swaraj. 
  • The Non-Cooperation Movement gained momentum through 1921-22.
  • Thousands of students left government-controlled schools and colleges.
  • Many lawyers such as Motilal Nehru, C.R. Das, C. Rajagopalachari and Asaf Ali gave up their practices during the Non-Cooperation Movement.
  • British titles were surrendered and legislatures boycotted.
  • People lit public bonfires of foreign cloth.

Hence, we can conclude that both the given statements (A) and (R) are true but (R) is not the correct explanation of (A).

HP LT TET Mock Test - 1 - Question 30

The Integrated Project for Source Sustainability & Climate Resilient Rain-Fed Agriculture to be implemented in how many Gram Panchayats?

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 1 - Question 30

The correct answer is 428.

Key Points

  • On March 11, 2020 The Government of India, Government of Himachal Pradesh(HP) & the World Bank signed a loan agreement of US$80 million (about Rs 600 crore) to improve water management practices & also to increase agricultural productivity in selected Gram Panchayats (Village Councils) in HP.
  • The Integrated Project for Source Sustainability & Climate Resilient Rain-Fed Agriculture to be implemented in 428 Gram Panchayats in 10 districts which will benefit over 400,000 smallholder farmers, women & pastoral communities.
  • It will improve upstream water sources to ensure sufficient water is available for sustainable agriculture in Himachal Pradesh & downstream states.
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