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HP LT TET Mock Test - 10 - HP TET MCQ


Test Description

30 Questions MCQ Test - HP LT TET Mock Test - 10

HP LT TET Mock Test - 10 for HP TET 2024 is part of HP TET preparation. The HP LT TET Mock Test - 10 questions and answers have been prepared according to the HP TET exam syllabus.The HP LT TET Mock Test - 10 MCQs are made for HP TET 2024 Exam. Find important definitions, questions, notes, meanings, examples, exercises, MCQs and online tests for HP LT TET Mock Test - 10 below.
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HP LT TET Mock Test - 10 - Question 1

लिंग की दृष्टि से 'घबराहट' किस प्रकार का शब्द है?

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 10 - Question 1

जिन शब्दों के अन्त में आई, वट, हट आदि प्रत्यय हों वे प्राय: स्त्रीलिंग होते हैं; जैसे- सिलाई, बुनाई, कटाई, लिखावट, बनावट, घबराहट, चिल्लाहट इत्यादि।

HP LT TET Mock Test - 10 - Question 2

इनमें से एकवचन-बहुवचन का कौन-सा युग्म सही नहीं है?

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 10 - Question 2

'ऑंसू - ऑँसुओं' युग्म गलत है। आँसू हमेशा बहुवचन में ही प्रयोग होता है।

सदैव बहुवचन में प्रयुक्त होने वाले अन्य शब्द-प्राण, दर्शन, होश, बाल, हस्ताक्षर आदि हैं।

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HP LT TET Mock Test - 10 - Question 3

महाभोज' नाटक की प्रथम प्रस्तुति किसके निर्देशन में हुई ?

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 10 - Question 3

महाभोज' नाटक की प्रथम प्रस्तुति ओमपुरी के निर्देशन में हुई। Key Pointsमहाभोज-

  • रचनाकार- मन्नू भण्डारी
  • प्रकाशन वर्ष- 1982 ईo 
  • विधा- नाटक
  • दृश्य- 11 
  • मुख्य पात्र-
    • दासाहब, विसू, लखन ,जमुना बहन ,शुकुल बाबू, सक्सेना, जोरावर, रुकमा ,बिंदेश्वरी, आदि।
  • विषय-
    • चुनावी राजनीति में व्याप्त भ्रष्टाचार का यथार्थवादी शैली में चित्रण हुआ है।
    • यह एक राजनीतिक नाटक है। 

Important Pointsमन्नू भण्डारी-

  • जन्म- 1931 - 1921 ईo
  • उपन्यास-
    • महाभोज (1979)
    • आपका बंटी (1971)
    • स्वामी (2003)
  • नाटक-
    • बिना दीवारों के घर (1965)
    • महाभोज (1982)
  • कहानी संग्रह-
    • एक प्लेट सैलाब (1962)
    • मैं हार गई (1957)
    • तीन निगाहों की एक तस्वीर
    • यही सच है (1966)
    • त्रिशंकु
    • आंखों देखा झूठ
HP LT TET Mock Test - 10 - Question 4

शोभित कर नवनीत लिए घुटरुनि चलत रेनु तन मण्डित मुख दधि लेप किए। इन पंक्तियों में कौन सा रस है?

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 10 - Question 4

शोभित कर नवनीत लिए घुटरुनि चलत रेनु तन मण्डित मुख दधि लेप किए। इन पंक्तियों में वात्सलय रस है। वात्सल्य रस की परिभाषा अनुसार- माता-पिता का संतान के प्रति जो स्नेह होता है, उसे 'वात्सल्य' कहते हैं, यही 'वात्सल्य' स्थायी भाव जब विभाव, अनुभाव और संचारी भावों में संयुक्त होकर रस रूप में परिणत हो जाता है, तब 'वात्सल्य रस' कहलाता है।

HP LT TET Mock Test - 10 - Question 5
किसे मार्क्स का 'यूटोपिया' या 'स्वप्नलोक' भी कहा जाता है?
Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 10 - Question 5

साम्यवाद को मार्क्स का 'यूटोपिया' या 'स्वप्नलोक' भी कहा जाता है। Key Points मार्क्सवाद के ऐतिहासिक भौतिकवाद सिद्धान्त के चरण-

  • आदिम साम्यवाद-
    • यह सामाजिक जीवन की शुरुआत का समय है जब न तो निजी संपत्ति की धारणा थी और न ही शोषण।
    • सभी मनुष्य सामुदायिक जीवन जीते थे और उनमें बेहद प्राथमिक किस्म का श्रम विभाजन था।
  • दास व्यवस्था-
    • यह मानवीय सभ्यता का सबसे बुरा दौर था क्योंकि इसमें शोषक वर्ग ने निम्नवर्ग के मनुष्यों को संपत्ति ही बना लिया था। 
    • दास और मालिक इस समय के दो वर्ग थे।
    • दास मालिकों की निजी संपत्ति थे जिनके साथ कुछ भी करना वैध था।
    • यहाँ तक कि दासों को अपनी संतान का अधिकार भी नहीं था।
  • सामंतवाद-​
    • कृषि अर्थव्यवस्था की शुरुआत के साथ ही सामंतवाद का उदय हुआ और इसमें दो वर्ग बने- सामंत तथा कृषक।
    • कृषकों को दासों की तुलना में ज्यादा अधिकार प्राप्त थे किंतु उन्हें बेगार करनी पड़ती थी और युद्ध होने पर सैनिक सेवा भी देनी होती थी। 
    • यह व्यवस्था यूरोप के लगभग सभी देशों में विकसित हुई।
  • पूँजीवाद-
    • औद्योगिक क्रांति के साथ ही पूँजीवा का उदय हुआ जिसमें पूँजीपति (बुर्जुआ) तथा मजदूर (सर्वहारा) दो वर्ग बने।
    • इसमें मजदूरों को अनुबंध की स्वतंत्रत दी गई।
    • सैद्धांतिक तौर पर इस व्यवस्था में उन्हें बेगार नहीं करन पड़ती है। 
    • किंतु राज्य की अहस्तक्षेप नीति तथामांग- पूर्ति के कठोर नियम के कारण मजदूरों की स्थिति बेहद दयनीय बनी रहती है।
  • समाजवाद-
    • समाजवाद पूँजीवाद के तुरंत बाद की स्थिति है जिसे 'सर्वहारा की तानाशाही' भी कहा गया है।
  • साम्यवाद-
    • साम्यवाद् अंतिम अवस्था जिसे मार्क्स का 'यूटोपिया' या 'स्वप्नलोक' भी कहते हैं।
    • यह समाजवाद का अगला स्वाभाविक चरण है जहाँ राज्य लुप्त हो जाता है, धर्म मानवीय चेतना से हट जाता है।
    • इस अवस्था मे न 'शोषण' रहता है, न 'राष्ट्र' न 'विवाह' या 'परिवार' और न ही किसी प्रकार का 'अलगाव' या 'अजनबीपन'। 

Important Points

  • मार्क्सवादी दर्शन- 
    • कार्ल मार्क्स की साम्यवादी विचारधारा ही मार्क्सवादी विचारधारा के नाम से जानी जाती है।
    • मार्क्स एक समाजवादी विचारक थे और यथार्थ पर आधारित समाजवादी विचारक के रूप में जाने जाते हैं।
    • सामाजिक राजनीतिक दर्शन में मार्क्सवाद उत्पादन के साधनों पर सामाजिक स्वामित्व द्वारा वर्गविहीन समाज की स्थापना के संकल्प की साम्यवादी विचारधारा है।
    • मार्क्सवाद उन आर्थिक राजनीतिक और आर्थिक सिद्धांतो का समुच्चय है,
    • जिन्हें उन्नीसवीं-बीसवीं सदी में कार्ल मार्क्स, फ्रेडरिक एंगेल्स और व्लादिमीर लेनिन तथा साथी विचारकों ने समाजवाद के वैज्ञानिक आधार की पुष्टि के लिए प्रस्तुत किया।
  • मार्क्सवाद की मान्यताएँ- 
    • मार्क्स के अनुसार समाज 2 वर्ग अमीर तथा गरीब में विभाजित है।
    • मार्क्स के अनुसार शोषित वर्ग की समस्याओं का एक ही समाधान है वह संगठित होकर हिंसक क्रांति करें।
    • मार्क्स के अनुसार सभी सामाजिक समस्याओं की जड़ निजी संपत्ति की धारणा में छिपी है।
    • मार्क्सवादी दर्शन ने निजी संपत्ति की व्याख्या अतिरिक्त मूल्य के सिद्धांत में किया है।
    • मार्क्सवाद राज्य का विरोध करता है।
    • मार्क्स ने धर्म का विरोध किया है।
    • कार्ल मार्क्स का ऐतिहासिक भौतिकवाद सिद्धान्त-
    • मार्क्स ने ऐतिहासिक भौतिकवाद के सिद्धान्त की रूपरेखा अपनी पुस्तक 'German Ideology' में प्रस्तुत की है।
    • कार्ल मार्क्स द्वारा प्रस्तुत समाज तथा इतिहास का सिद्धान्त  'ऐतिहासिक भौतिकवाद' के नाम से प्रसिद्ध है।
    • इस सिद्धान्त का आधार काल्पनिक या दार्शनिक नहीं है, बल्कि उस नियम की व्याख्या है जो मानव इतिहास की गतिविधि को निर्धारित करती है।
    • मार्क्स ने ऐतिहासिक भौतिकवाद के सिद्धान्त में उन शक्तियों को स्पष्ट किया है जो वास्तव में इतिहास की घटनाओं का संचालन करती हैं।
    • मार्क्स के अनुसार समाज के भौतिक जीवन की अवस्थाएँ ही अन्तिम रूप से सामाजिक संरचना, राजनीतिक व्यवस्था व समाज के ऐतिहासिक विकास-क्रम को निर्धारित करती हैं।
HP LT TET Mock Test - 10 - Question 6

किसी सीमित क्षेत्र में बोली जाने वाली स्थानीय भाषो को कहते हैं:

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 10 - Question 6

किसी भी भाषा को क्षेत्रीय रूप में बोला जाता है वह बोली कहलाता है। बोली भाषा का ही एक रूप है| भाषा के सबसे छोटे व सीमित रूप को बोली कहा जाता है।

HP LT TET Mock Test - 10 - Question 7

2016 का साहित्य अकादमी पुरस्कार किस साहित्यकार को प्राप्त हुआ?

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 10 - Question 7

2016 का साहित्य अकादमी पुरस्कार नासिरा शर्मा साहित्यकार को प्राप्त हुआ। Key Pointsनासिरा शर्मा- 

  • जन्म- 1948 ई० 
  • हिंदी की प्रसिद्ध कहानीकार और लेखिका हैं।
  • वर्ष 2016 में उपन्यास 'परिजात' के लिए इन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार देने की घोषणा हुई।
  • साल 2019 में नासिरा शर्मा को उनके उपन्यास 'कागज़ की नाव' के लिये 'व्यास सम्मान' से सम्मानित किया गया।
  • उपन्यास-
    • परिजात
    • सात नदियां एक समंदर
    • ठीकरे की मंगनी
    • जिंदा मुहावरे
    • अक्षयवट
    • कुईयांजान
    • जीरो रोड

Important Pointsचित्रा मुद्गल- 

  • जन्म- 1944 ई० 
  • 2018 का हिन्दी भाषा का साहित्य अकादमी पुरस्कार प्रदान किया गया है।
  • उनके उपन्यास ‘आवां’ पर उन्हें वर्ष 2003 में ‘व्यास सम्मान’ मिला था।
  • कहानियाँ- 
    • जिनावर
    • बेईमान
    • अढ़ाई गज की ओढ़नी
  • उपन्यास-
    • आवां (1999)

रामदरश मिश्र- 

  • जन्म- 1924 ईo
  • प्रमुख निबंध- 
    • कितने बजे हैं
    • बबूल और कैक्टस
    • घर-परिवेश
    • छोटे-छोटे सुख
  • उपन्यास-
    • पानी के प्राचीर
    • जल टूटता हुआ
    • बीच का समय
    • सूखता हुआ तालाब
    • अपने लोग
    • रात का सफर
    • आकाश की छत
    • आदिम राग
    • बिना दरवाजे का मकान
    • दूसरा घर
    • थकी हुई सुबह
    • बीस बरस
    • परिवार

रमेश कुंतल मेघ- 

  • जन्म-  1931 - 2023 ई० 
  • हिंदी साहित्य के वरिष्ठ साहित्यकार व समालोचक हैं। इन्होंंने प्रगतिवादी आलोचना का क्षेत्र विस्तार किया।
  • प्रमुख रचना- 
    • मिथक और स्वप्न
    • कामायनी की मनस्सौंदर्य सामाजिक भूमिका 
    • तुलसी: आधुनिक वातायन से 
    • आधुनिकता बोध और आधुनिकीकरण
    • मध्ययुगीन रस दर्शन और समकालीन सौन्दर्य बोध
    • क्योंकि समय एक शब्द है 
    • कला शास्त्र और मध्ययुगीन भाषिकी क्रांतियां
    • सौन्दर्य-मूल्य और मूल्यांकन
    • अथातो सौन्दर्य जिज्ञासा 
    • साक्षी है सौन्दर्य प्राश्निक
    • वाग्मी हो लो!
    • मन खंजन किनके? 
    • कामायनी पर नई किताब
    • खिड़कियों पर आकाशदीप
HP LT TET Mock Test - 10 - Question 8

'भूखो को भोजन कराओ' वाक्य में कौन सा कारक है?

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 10 - Question 8

वाक्य में क्रिया का प्रभाव या फल जिस शब्द पर पड़ता है, उसे कर्म कारक कहते हैं।

जब विशेषण का प्रयोग संज्ञा के रूप में कर्म कारक की भाँति होता है, तब उसके साथ 'को' का प्रयोग होता है, जैसे- बुरों को कोई नहीं चाहता, भूखों को भोजन कराओ इत्यादि।

HP LT TET Mock Test - 10 - Question 9
क्या भूलूँ क्या याद करूँ' के प्रारंभ में उद्धृत पंक्ति " मैं स्वयं अपनी पुस्तक का विषय हूँ" - किसकी है?
Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 10 - Question 9

क्या भूलूँ क्या याद करूँ' के प्रारंभ में उद्धृत पंक्ति " मैं स्वयं अपनी पुस्तक का विषय हूँ" - अनातोले की है?Key Pointsक्या भूलूँ क्या याद करूँ- 

  • रचनाकार- हरिवंश राय बच्चन
  • प्रकाशन वर्ष- (1969 ई०)
  • विधा- आत्मकथा
  • यह आत्मकथा चार भाग में है-
    • क्या भूलूँ क्या याद करूँ (1969 ई०)
    • नीड़ का निर्माण फिर (1970 ई०)
    • बसेरे से दूर (1978 ई०)
    • 'दशद्वार' से 'सोपान' तक (1985 ई०)
  • प्रमुख पात्र- 
    • जग्गु    चाचा
    • हीरालाल
    • प्रतापनारायण
    • सरस्वती
    • श्यामा
    • भोलानाथ
    • कर्कल
    • चम्पा
    • शालिग्राम
    • रामकिशोर

   Important Pointsहरिवंश राय बच्चन- 

  • जन्म- 1907 - 2003 ईo
  • आत्मकथा- 
    • क्या भूलूँ क्या याद करूँ (1969 ई०)
    • नीड़ का निर्माण फिर (1970 ई०)
    • बसेरे से दूर (1978 ई०)
    • 'दशद्वार' से 'सोपान' तक (1985 ई०)
  • काव्य कृतियाँ-
    • मधुशाला (1935 ई०)
    • मधुबाला (1936 ई०)
    • मधुकलश (1937 ई०)
    • निशा निमंत्रण ( 1938 ई०)
    • एकान्त संगीत (1939 ई०)
    • आकुल अंतर (1943 ई०)
    • सतरंगिनी (1945 ई०),
    • बंगाल का अकाल (1946 ई०)
    • हलाहल (1946 ई०)
    • खादी के फूल (1948 ई०)
    • मिलन यामिनी (1950 ई०)
HP LT TET Mock Test - 10 - Question 10

"रस अमर है, वह काव्य का सबसे महत्वपूर्ण अंग भी है। जबज तक काव्य रहेगा, रस की सृष्टि निरंतर होती रहेगी।"

उपर्युक्त कथन रस के संदर्भ में किसका है?

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 10 - Question 10

उपर्युक्त कथन रस के संदर्भ में रामकुमार वर्मा का है। Key Pointsरामकुमार वर्मा- 

  • जन्म- 1905 - 1990 ई.  
  • आधुनिक हिन्दी साहित्य में 'एकांकी सम्राट' के रूप में जाने जाते हैं।
  • डॉ. रामकुमार वर्मा हिन्दी भाषा के सुप्रसिद्ध साहित्यकार, व्यंग्यकार और हास्य कवि के रूप में जाने जाते हैं।
  • रामकुमार वर्मा की हास्य और व्यंग्य दोनों विधाओं में समान रूप से पकड़ है।
  • रामकुमार वर्मा एकांकीकार, आलोचक और कवि हैं।
  • इनके काव्य में 'रहस्यवाद' और 'छायावाद' की झलक है।
  • कृतियाँ- 
    • वीर हमीर (1922 ई.)
    • चित्तौड़ की चिंता (1929 ई.)
    • साहित्य समालोचना (1929 ई.)
    • अंजलि (1930 ई.)
    • अभिशाप (1931 ई.)
    • हिन्दी गीतिकाव्य (1931 ई.)
    • निशीथ (1935 ई.)
    • चित्ररेखा (1936 ई.)
    • पृथ्वीराज की आँखें (1938 ई.)
    • कबीर पदावली (1938 ई.)
    • हिन्दी साहित्य का आलोचनात्मक इतिहास (1939 ई.)
    • आधुनिक हिन्दी काव्य (1939 ई.)
    • जौहर (1941 ई.)
    • रेशमी टाई (1941 ई.)
    • शिवाजी (1943 ई.)
    • चार ऐतिहासिक एकांकी (1950 ई.)
    • रूपरंग (1951 ई.)

Important Pointsआचार्य रामचंद्र शुक्ल- 

  • जन्म-  1884 - 1941 ईo
  • हिन्दी आलोचक, कहानीकार, निबन्धकार, साहित्येतिहासकार, कोशकार, अनुवादक, कथाकार थे।
  • उनके द्वारा लिखी गई सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण पुस्तक हिन्दी साहित्य का इतिहास है।
  • हिन्दी में पाठ आधारित वैज्ञानिक आलोचना का सूत्रपात भी उन्हीं के द्वारा हुआ। 
  • आलोचनात्मक ग्रंथ-
    • हिन्दी साहित्य का इतिहास
    • जायसी ग्रंथावली (1924)
    • गोस्वामी तुलसीदास (1923)
    • रसमीमांसा (1949)
    • भ्रमर गीत सार (1925 )
    • काव्य मे रहस्यवाद (1929)

आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी- 

  • जन्म- 1864 - 1938 ईo
  • आलोचनात्मक ग्रंथ-
    • नैषधचरित चर्चा
    • हिंदी कालिदास की समालोचना
    • कालिदास की
    • निरंकुशता
    • आलोचनांजलि
    • समालोचना समुच्चय
    • साहित्यालाप ।

डॉ. नगेन्द्र- 

  • जन्म- 1915 - 1999 ईo
  • हिन्दी के प्रमुख आधुनिक आलोचक थे। 
  • आलोचनात्मक ग्रंथ-
    • विचार और विवेचन (1944 ई.)
    • विचार और अनुभूति (1949 ई.)
    • आधुनिक हिन्दी कविता की मुख्य प्रवृत्तियाँ (1951 ई.)
    • विचार और विश्लेषण (1955 ई.)
    • अरस्तू का काव्यशास्त्र (1957 ई.)
    • अनुसंधान और आलोचना (1961 ई.)
    • रस-सिद्धांत (1964 ई.)
    • आलोचक की आस्था (1966 ई.)
    • आस्था के चरण (1969 ई.)
    • नयी समीक्षाः नये संदर्भ (1970 ई.)
    • समस्या और समाधान (1971 ई.)
HP LT TET Mock Test - 10 - Question 11

शगुन अपशगुन पर वर्णित आत्मकथा कौन सी है-

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 10 - Question 11

"शगुन अपशगुन" पर वर्णित आत्मकथा मुर्दहिया है। मुर्दहिया दलित साहित्यकार डॉ. तुलसीराम की आत्मकथा है। 

HP LT TET Mock Test - 10 - Question 12

कौनसी पत्रिका भारत की हिन्दी चेतना का सबसे सशक्त मंच बन गयी थी ?

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 10 - Question 12

एक समय 'सरस्वती' पत्रिका भारत की हिन्दी चेतना की सबसे सशक्त मंच बन गयी। महावीर प्रसाद द्विवेदी ने अपने समकालीन लेखकों को प्रेरित कर नये-नये विषयों पर लिखवाया। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि हिन्दी की प्रगति तभी सम्भव है, जब उसमें विज्ञान, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, तकनीक जैसे विषयों में साहित्य उपलब्ध हो।

HP LT TET Mock Test - 10 - Question 13

पाश्चात्य प्रभाव से आयी हुई एक नयी साहित्य विधा है?

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 10 - Question 13

पाश्चात्य प्रभाव से आयी हुई एक नयी साहित्य विधा फीचर है। फीचर समाचार पत्रों में प्रकाशित होने वाली किसी विशेष घटना, व्यक्ति, जीव – जन्तु, तीज – त्योहार, दिन, स्थान, प्रकृति – परिवेश से संबंधित व्यक्तिगत अनुभूतियों पर आधारित वह विशिष्ट आलेख होता है जो कल्पनाशीलता और सृजनात्मक कौशल के साथ मनोरंजक और आकर्षक शैली में प्रस्तुत किया जाता है।

HP LT TET Mock Test - 10 - Question 14

'मनसा ध्यानं करोति' वाक्य का हिंदी अनुवाद होगा-

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 10 - Question 14

'मनसा ध्यानं करोति' वाक्य का हिंदी अनुवाद 'मन से ध्यान करता है' होगा I

यहां तृतीया विभक्ति कारक है I

अत: विकल्प (B) सही है I

HP LT TET Mock Test - 10 - Question 15

'चिन्तामणि' के रचनाकार हैं?

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 10 - Question 15

चिंतामणि सन् 1939 में प्रकाशित आचार्य रामचंद्र शुक्ल द्वारा रचित हिन्दी का निबंधात्मक (समालोचना) ग्रंथ है। इस पुस्तक के तीन भाग हैं। चिन्तामणि के प्रमुख निबन्ध हैं- भाव या मनोविकार, उत्साह, श्रद्धा और भक्ति, करुणा, लज्जा और ग्लानि, घृणा, ईर्ष्या, भय, क्रोध, है।

अत: विकल्प (C) सही है I

HP LT TET Mock Test - 10 - Question 16

निम्न में से अग्र स्वर है-

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 10 - Question 16

जिह्वा के आधार पर स्वर की संख्या तीन होती हैं

जिह्वा के आधार पर स्वर - कुछ स्वरों के उच्चारण में जीभ का अग्रभाग काम करता है, कुछ में मध्यभाग तथा कुछ में पश्चभाग।

1. अग्र स्वर -इ, ई, ए, ऐ

2. मध्य स्वर - अ

3. पश्च स्वर - आ, उ, ऊ, ओ, औ

अत: विकल्प (A) सही है I

HP LT TET Mock Test - 10 - Question 17

'वधू' शब्द के चतुर्थी विभक्ति के एकवचन का रूप होगा-

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 10 - Question 17

'वधूशब्द के चतुर्थी विभक्ति के एकवचन का रूप होगावध्वै

वधू शब्द ( स्त्रीलिंग )

एकवचन द्विवचन बहुवचन

प्रथमा वधूः वध्वौ वध्वः

द्वितीया वधूम् " वधू:

तृतीया वध्वा वधूभ्याम् वधूभिः

चतुर्थी वध्वै वधूभ्याम् वधूभ्यः

पंचमी वध्वाः " "

षष्ठी " वध्वोः वधूनाम्

सप्तमी वध्वाम् " वधूषु

सम्बोधन हे वधु! हे वध्वौ ! हे वध्वः!

अत: विकल्प (B) सही है I

HP LT TET Mock Test - 10 - Question 18

वक्रोक्ति सिद्धान्त के प्रवर्तक आचार्य हैं-

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 10 - Question 18

वक्रोक्ति सिद्धान्त के प्रवर्तक आचार्य कुंतक हैं, इन्होंने “वक्रोक्तिः काव्यजीवितम्" कहकर वक्रोक्ति को काव्य का जीवन घोषित किया. कुंतक के अनुसार- “वक्रोक्तिरेव वैदग्ध्य-भंगी-भणितिरुच्यते” अर्थात् वक्रोक्ति कार्य कौशल पर आधारित वाक्वैचित्र्य (चमत्कारपूर्ण) अभिव्यक्ति है जिससे नए अर्थ की उद्भावना होती है.

HP LT TET Mock Test - 10 - Question 19

प्रकाशन वर्ष के आधार पर जयशंकर प्रसाद के कहानी संग्रहों का सही अनुक्रम है-

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 10 - Question 19

प्रकाशन वर्ष के आधार पर जयशंकर प्रसाद के कहानी संग्रहों का सही अनुक्रम है-छाया (1914 ई.), प्रतिध्वनि (1926 ई.), आकाशदीप (1929 ई.), इन्द्रजाल (1939 ई.).

HP LT TET Mock Test - 10 - Question 20

“आगम-वेअ-पुराणेही, पंडिअ माण वहति ।। पक्क सिरीफले अलिअजिम बाहेरीअ भमंति ।।'' ये काव्य पंक्तियाँ किसकी हैं ?

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 10 - Question 20

कण्हपा का प्रसिद्ध दोहा है-

आगम-बेअ-पुराणेही, पण्डिअ माण वहति ।।

पक्क-सिरीफले अलिअजिम, बाहेरीअ भमंति ।।"

अर्थात् आगम वेद पुराण को ही (सर्वस्व) मानकर पंडितजन उन्हें वहन करते हैं, जिस प्रकार पके हुए श्रीफल के बाहर-बाहर ही भौंरे घूमते रहते हैं ।

HP LT TET Mock Test - 10 - Question 21

इनमें से किस कवि ने प्रबंधात्मक वीर काव्य की भी रचना की है ?

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 10 - Question 21

रीतिकाल में राजाओं की प्रशस्ति, उनका गौरवगान, कीर्ति का वर्णन अतिश्योक्तिपूर्ण था, लेकिन उसमें देशभक्ति का पुट हुआ करता था. रीतिकालीन प्रबंधात्मक वीर काव्यों में लालकवि-छत्रप्रकाश', गुरु गोविन्द सिंह-‘चंडी चरित्र', ग्वाल कवि-‘हम्मीरहठ', जोधराज-हम्मीर रासो', चंद्रशेखर-हम्मीर हठ', सूदन-'सुजान चरित्र', पद्माकर-‘हिम्मतबहादुर विरुदावली' प्रसिद्ध हैं. प्रश्नांकित विकल्पों में ‘ग्वाल कवि' और पद्माकर भट्ट ने प्रबंधात्मक वीरकाव्य की रचना की है अतः विकल्प (A) और (C) सही हैं. ।

HP LT TET Mock Test - 10 - Question 22

“चिरजीवो जोरी जुरै क्यों न सनेह गम्भीर ।

को घटि वे वृषभानुजा वे हलधर के बीर ।”

‘वृषभानुजा' और 'हलधर' में कौनसा अलंकार है ?

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 10 - Question 22

प्रश्नांकित दोहे में ‘वृषभानुजा' और 'हलधर' में श्लेष के कारण उक्ति चमत्कार आ गया है. वृषाभानुजा का एक अर्थ वृषभानु की पुत्री अर्थात् 'राधा', दूसरा अर्थ वृष लग्न के सूर्य की पुत्री अर्थात् ‘अतिशय दीप्तियुक्त', तीसरा अर्थ-वृषभ + अनुजा अर्थात् बैल की बहन (गाय) है. हलधर' में भी श्लेष है. इसका एक अर्थ हलधर बलराम के भाई अर्थात् श्रीकृष्ण, दूसरा अर्थ शेषनाग और तीसरा अर्थ 'बैल' है. अतः यहाँ श्लेष अलंकार है.

HP LT TET Mock Test - 10 - Question 23

सूर समाना चंद में दहूँ किया घर एक ।

मन का चिंता तब भया कछु पुरबिला लेख ।।

इन पंक्तियों के रचनाकार हैं-

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 10 - Question 23

संत शिरोमणि कबीरदास ने हठयोग के साधनात्मक रहस्यवाद के सांकेतिक शब्दों (जैसे-चंद, सूर, नाद बिन्दु, अमृत, औंधा कुआँ) के रूपक प्रस्तुत किए हैं,

जैसे-

“सूर समाना चंद में दहूँ किया घर एक ।

मन का चिंता तब भया, कछू पुरबिला लेख ।।

आकासे औंधा कुआँ पातालै पनिहारि ।।

ताका पाणी हंसा पीवै, विरला आदि विचारि ।।"

HP LT TET Mock Test - 10 - Question 24

'प्रतिभा' का सम्बन्ध किससे है ?

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 10 - Question 24

'प्रतिभा' का सम्बन्ध काव्य-हेतु से है. भामाह, दण्डी, राजशेखर, जयदेव, पंडितराज जगन्नाथ, हेमचंद्र, आनन्दवर्धन इत्यादि भारतीय काव्यशास्त्र के आचार्यों ने 'प्रतिभा' को काव्य-हेतु माना है.

HP LT TET Mock Test - 10 - Question 25

जयशंकर प्रसाद की निम्नलिखित काव्यकृतियों का सही। अनुक्रम है-

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 10 - Question 25

प्रश्नांकित जयशंकर प्रसाद की काव्यकृतियों का प्रकाशन वर्ष की दृष्टि से सही अनुक्रम है-कानन-कुसुम (1913 ई.), झरना (1918 ई.), आँसू (1925 ई.), लहर (1933 ई.).

HP LT TET Mock Test - 10 - Question 26

प्रकाशन वर्ष के अनुसार उषा प्रियंवदा के उपन्यासों का सही अनुक्रम है-

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 10 - Question 26

उषा प्रियंवदा के प्रश्नांकित उपन्यासों का प्रकाशन वर्ष के अनुसार सही अनुक्रम इस प्रकार है-पचपन खंभे लाल दीवारें (1961 ई.), रुकोगी नहीं राधिका (1967 ई.), शेषयात्रा (1984 ई.), अंतर्वंशी (2000 ई.).

HP LT TET Mock Test - 10 - Question 27

शुक्ल जी ने अपनी रचनाओं में मुख्यतः किन तीन शैलियों का उपयोग किया है? 

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 10 - Question 27

प्रस्तुत गद्यांश के अनुसार शुक्ल जी ने अपनी रचनाओं में मुख्यतः आलोचनात्मक, गवेषणात्मक और भावात्मक इन तीन शैलियों का उपयोग किया है। अतः सही विकल्प गवेषणात्मक, गुणात्मक और भावात्मक है।

HP LT TET Mock Test - 10 - Question 28
प्रणय छोड़ कर प्राण धरे क्या ? जले नहीं तो मरा करे क्या ? क्या यह असफलता है ? इस पंक्तियों से किस कवि का संबंध है -
Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 10 - Question 28

प्रणय छोड़ कर प्राण धरे क्या ? जले नहीं तो मरा करे क्या ? क्या यह असफलता है। मैथिलीशरण गुप्त की कविता  दोनों ओर प्रेम पलता है। 

Key Points

  • प्रस्तुत कविता मैथिलीशरण गुप्त द्वारा रचित "साकेत" महाकाव्य के नवम सर्ग से ली गई है। इस कविता में दीपक और पतंग दोनों ही प्रेम के प्रतीक हैं।
  • कवि ने दीपक और पतंगे के माध्यम से उर्मिला और लक्ष्मण के उदात्त प्रेम का वर्णन किया है। प्रेम दोनों ओर पलता है। 
  • मैथिलीशरण गुप्त- हिन्दी साहित्य के इतिहास में वे खड़ी बोली के प्रथम महत्त्वपूर्ण कवि हैं। उन्हें साहित्य जगत में 'दद्दा' नाम से सम्बोधित किया जाता था।
  • उनकी कृति भारत-भारती (1912) भारत के स्वतन्त्रता संग्राम के समय में काफी प्रभावशाली सिद्ध हुई थी और इसी कारण महात्मा गांधी ने उन्हें 'राष्ट्रकवि' की पदवी भी दी थी। सन 1948  में भारत सरकार ने उन्हें पद्मभूषण से सम्मानित किया।

Additional Information

HP LT TET Mock Test - 10 - Question 29

When is the International Day of Older Persons celebrated?

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 10 - Question 29

The International Day of Older Persons is celebrated on October 1st every year. It is a day to recognize the contributions of older persons and to examine issues that affect their lives. The theme for the International Day of Older Persons in 2023 is "Resilience of Older Persons in a Changing World." This theme highlights the resilience of older persons in the face of challenges such as climate change, pandemics, and conflict.

HP LT TET Mock Test - 10 - Question 30

What is the Rank of Himachal Pradesh under e-Panchayat Puraskars 2020 for effective use of e-applications?

Detailed Solution for HP LT TET Mock Test - 10 - Question 30

The correct answer is First.

Key Points

  • Himachal Pradesh Panchayati raj department wins 1st prize under e-Panchayat Puraskars 2020 for effective implementation of e-applications, developed by the central government & other applications developed by the state government.
  • The prize will be given by the Union Ministry of Panchayati Raj.
  • All 3,226 panchayats of Himachal Pradesh were provided with internet facilities to help people access various services online like family registration, registration of birth, death and marriages.
  • The e-panchayat puraskar is given to states that have made maximum use of Information Technology to monitor the works of the panchayat.
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