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UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - UGC NET MCQ


Test Description

30 Questions MCQ Test - UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8

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UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 1

“भारत दुर्दशा में उन्होंने (भारतेंदु जी) पढ़े-लिखे लोगों को भी अकेले कुछ कर सकने में असहाय दिखलाया है।”- 'भारत दुर्दशा' नाटक के संबंध में यह कथन किस आलोचक का है ? 

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 1

'भारत दुर्दशा' नाटक के संबंध में यह कथन "रामविलास शर्मा" का है। 

  • कथन- “भारत दुर्दशा में उन्होंने (भारतेंदु जी) पढ़े-लिखे लोगों को भी अकेले कुछ कर सकने में असहाय दिखलाया है।”

Key Pointsभारत दुर्दशा-

  • रचनाकार- भारतेंदु हरिश्चंद्र
  • विधा- नाटक
  • प्रकाशन वर्ष- 1880 ई. 
  • अंक- 6
  • मुख्य बिंदु- 
    • यह राष्ट्रीय चेतना का पहला हिन्दी नाटक है।
    • इस नाटक को मानवीकरण करते हुए प्रतीकात्मक ढ़ंग से प्रयोग किया गया है।
    • भारतेंदु जी ने अपने इस नाटक को ‘नाट्य-रासक’ मानते है।
    • यह नाटक वीर, श्रृंगार और करुण रस पर आधारित है।    
    • इस नाटक में भारतेंदु जी ने प्रतीकों के माध्यम से तत्कालीन स्थिति का वर्णन किया है।
    • वे भारतीयों से भारत की दुर्दशा पर रोने और इस दुर्दशा का अंत करने का आह्वान करते है।
    • वे ब्रिटिश राज और भारत के आपसी कलह को इस दुर्दशा का कारण मानते है।    
  • मुख्य पात्र-
    • योगी, भारत, भारत-भाग्य, आशा बुद्धिजीवी वर्ग नाटक के पाँचवा अंक (किताब खाना) सभापति बंगाली,
    • महाराष्ट्रीय, एडिटर, कवि, एक देशी महाशय, दूसरा देशी महाशय। 
  • विलेन पात्र-
    • भारत-दुर्दैव, निर्लज्जता, सत्यानाश, फौजदार,
    • रोग, आलस्य, अन्धकार और डिसलॉयलटी। 
  • नाटक का कथानक-
    • इस नाटक में भारत मुख्य पात्र है।
    • इस प्रतीकात्मक नाटक में भारतेंदु ने भारत की दुर्दशा के सभी पक्षों को काल्पनिक प्रतीकों के माध्यम से स्पष्ट किया है। 
  • प्रथम अंक-
    • स्थान बीथी एक योगी मंगलाचरण गाते हुए प्रवेश करता है।
    • “रोअहू सब मिलिकै आवहु भारत भाई। हा हा! भारत दुर्दशा न देखी जाई।”
    • वह अपने गीत में भारत के प्राचीन वैभव का गुणगान करते हुए वर्तमान दशा पर दुःख प्रकट करता है और भारत के दुर्दशा के कारणों पर प्रकाश डालता है।
  • दूसरा अंक-
    • दूसरेअंक में दीन भारत बिलख-बिलख कर अपनी दुर्दशा का वर्णन करके मुर्छित होता है।
    • उसी अवस्था में निर्लज्जता और आशा उसे उठाकर ले जाती हैं।
  • तीसरा अंक- 
    • तीसरे अंक में भारत दुर्दैव भारत की दुर्दशा और अपनी सफलता पर प्रसन्न होता है।
  • चौथा अंक- 
    • चौथे अंक में पुनः भारत दुर्दैव रोग, आलस्य, मदिरा, अहंकार आदि की सहायता से भारत की रही सही दशा को भी नष्ट करने की योजना बनाता है।
  • पाँचवा अंक-
    • पाँचवें अंक में सात सभ्यों की कमिटी भारत दुर्दैव से भारत की रक्षा के उपायों पर विचार करती है।
    • उसी समय ‘डिसलॉयलटी’ प्रवेश कर सबको गिरफ्तार कर ले जाती है।
  • छठा अंक-
    • छठे अंक में भारत भाग्य मुर्छित भारत को जगाने का प्रयत्न करता है।
    • वह उसे प्राचीन गौरव की स्मृति दिलाता है।
    • अंग्रेजी राज्य में उन्नति की संभावनाओं पर प्रकाश डालता है।
    • जब उधर से भी उसकी आशा नष्ट हो जाती है, तब वह अंत में निराश होकर सीने में कटार मार लेता है।

Important Pointsभारतेन्दु हरिश्चंद्र-

  • जन्म-  1850 - 1885 ईo
  • आधुनिक हिंदी साहित्य के पितामह कहे जाते हैं।
  • हिन्दी में नाटकों का प्रारम्भ भारतेन्दु हरिश्चन्द्र से माना जाता है।
  • भारतेन्दु के नाटक लिखने की शुरुआत बंगला के विद्यासुन्दर (1867) नाटक के अनुवाद से होती है।
  • मौलिक नाटक- 
    • वैदिकी हिंसा हिंसा न भवति (1873)
    • विषस्य विषमौषधम् (1876)
    • प्रेम जोगिनी (1875)
    • चन्द्रावली (1876)
    • भारत-दुर्दशा (1880)
    • नीलदेवी (1881)
    • अंधेर नगरी (1881)
    • सती प्रताप (1883)
  • अनूदित नाट्य रचनाएँ- 
    • रत्नावली (1868)
    • विद्यासुंदर (1868)
    • पाखंड विडम्बन (1872)
    • धनंजय विजय (1873) 
    • मुद्रा राक्षस (1878)
    • दुर्लभ बंधु (1880)
    • कर्पूरमंजरी (1875)
    • सत्य हरिश्चन्द्र (1875)
    • भारत जननी (1877)
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 2

भीमराव अंबेडकर की मृत्यु कब हुई?

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 2

भीमराव अंबेडकर की मृत्यु 1956 ई. में हुई। 

Key Pointsबाबा साहेब भीमराव अंबेडकर-

  • जन्म-14 अप्रैल 1891 ई. 
  • निधन- दिसंबर 1956 ई. 
  • इनका जन्म महू, मध्य प्रदेश में हुआ और निधन दिल्ली में। 
  • प्रमुख रचनाएं-
    • विच वे टू इमैनसिपेशन (मई 1936)
    • रानडे, गाँधी एंड जिन्नाह (1943)
    • मिस्टर गाँधी एण्ड दी एमेन्सीपेशन ऑफ़ दी अनटचेबल्स (सप्टेबर 1945)
    • हू वेर दी शूद्राज़ ? (अक्तुबर 1946)
    • द बुद्धा एंड हिज धम्मा (भगवान बुद्ध और उनका धम्म) (1957) आदि।
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UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 3

सूची-I से सूची-II का मिलान कीजिए:


नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए :

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 3

सूची-I से सूची-II का सही मिलान है- (A)-(II), (B)-(I), (C)-(III), (D)-(IV)। अन्य विकल्प असंगत है। 

Key Points

Important Points

 

गजानन माधव मुक्तिबोध- 

  • जन्म- 1917 - 1964 ईo 
  • कविता संग्रह- 
    • चाँद का मुँह टेढ़ा है (1964)
    • भूरी-भूरी खाक धूल (1980)
  • प्रमुख लंबी कविता- 
    • अंधेरे में
    • भूल गलती
    • ब्रह्मराक्षस 

सच्चिदानंद हीरानंद वात्सायन 'अज्ञेय'-

  • जन्म- 1911 - 1987 ईo
  • प्रयोगवादी कवि है। 
  • कविता संग्रह-
    • भग्नदूत (1933)
    • चिन्ता (1942)
    • इत्यलम्(1946)
    • हरी घास पर क्षण भर (1949),
    • बावरा अहेरी(1954)
    • इन्द्रधनुष रौंदे हुये ये (1957)
    • अरी ओ करुणा प्रभामय (1959)
    • आँगन के पार द्वार (1961)
    • कितनी नावों में कितनी बार (1967) 
    • क्योंकि मैं उसे जानता हूँ (1970)
    • सागर मुद्रा (1970) 
    • पहले मैं सन्नाटा बुनता हूँ (1974) 
    • महावृक्ष के नीचे (1977) 
    • नदी की बाँक पर छाया (1981) आदि। 

नागार्जुन-

  • जन्म- 1911-1998 ई. 
  • पुरा नाम- वैद्यनाथ मिश्र 
  • कविता-संग्रह-
    • अपने खेत में
    • युगधारा
    • सतरंगे पंखों वाली
    • तालाब की मछलियां
    • खिचड़ी विपल्व देखा हमने
    • हजार-हजार बाहों वाली
    • पुरानी जूतियों का कोरस
    • तुमने कहा था
    • आखिर ऐसा क्या कह दिया मैंने
    • इस गुबार की छाया में
    • ओम मंत्र
    • भूल जाओ पुराने सपने
    • रत्नगर्भ

रामधारी सिंह 'दिनकर'- 

  • जन्म- 1908 - 1974 ईo
  • काव्य संग्रह-
    • प्रणभंग (1929)
    • रेणुका (1935)
    • हुंकार (1938)
    • कुरूक्षेत्र (1946)
    • धूप-छाँह (1947)
    • बापू (1947)
    • धूप और धुआँ (1951)
    • रश्मिरथी (1952)
    • दिल्ली (1954)
    • सीपी और शंख (1957)
    • नये सुभाषित (1957)
    • उर्वशी (1961)
    • परशुराम की प्रतीक्षा (1963)
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 4
कालक्रम की दृष्टि से निम्नलिखित रचनाकारों का सही क्रम है :
Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 4

कालक्रम की दृष्टि से निम्नलिखित रचनाकारों का सही क्रम है : "ख्वाजा बंदेनवाज गेसूदराज, शाहजानम, मुल्लावजही, मुन्शी सदासुखलाल"

Important Pointsख्वाजा बंदेनवाज गेसूदराज की प्रमुख रचनाएँ -

  • तफ़ासीर-ए-क़ुरान-ए-मजीद
  • मुल्तक़ीत
  • हवशी कश्फ़
  • शरह-ए-मशारेक़
  • शरह फिकह-ए-अकबर
  • शरह अदब-उल-मुरदीन

शाहजानम की प्रमुख रचना - 

  • 'इरशाद नामा'

मुल्लावजही की रचना - 

  • वजही की “क़ुतुब मुशतरी” उर्दू साहित्य में एक अहम मसनवी है जो सन्1609 में लिखी गई।

मुंशी सदासुखलाल 'नियाज' -

  • इन्होने श्रीमद्भागवद् का अनुवाद 'सुखसागर' नाम से किया।
  • इन्होने रचना 'मुतख़बुत्तवारीख' में अपना जीवनवृतान्त लिखा है।
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 5
काव्य हेतु की चर्चा करते समय भारतीय आचार्यों ने किस तत्व को सर्वाधिक महत्व दिया है?
Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 5

काव्य हेतु की चर्चा करते समय भारतीय आचार्यों ने प्रतिभा तत्व को सर्वाधिक महत्व दिया है। 

Key Pointsकाव्य का तात्पर्य कवि-कर्म तथा हेतु का अर्थ है कारण।काव्य-हेतु अर्थात काव्य की रचना करने वाले कवि में ऐसी कौन सी विलक्षण शक्ति /कारण/तत्व है जिसके द्वारा वह साधारण मानव होते हुये भी असाधारण काव्य की सर्जना कर देता है। वह शक्ति लौकिक होती है। 
अवधारणा
भारतीय एवं पाश्चात्य मनीषियों ने इस विषय पर अपने अपने ढ़ग से मत व्यक्त किया है।काव्य-हेतु के अंतर्गत तीन साधन या कारण मुख्य रूप से विवेचित किए गए हैं -

  • प्रतिभा
  • व्युत्पत्ति
  • अभ्यास

Additional Information

  • काव्य-हेतुओं पर विचार करने वाले भारतीय आचार्यों में भामह, दंडी ,वामन रुद्रट,कुंतक एवं मम्मट के नाम उल्लेखनीय है।
  • काव्य-हेतु पर आचार्यों की दो प्रकार की अवधारणाएँ मिलतीं हैं।
  • पहले के अनुसार केवल प्रतिभा ही काव्य सर्जना का हेतु है तथा व्युत्पत्ति एवं अभ्यास इसके संसकारक तत्व हैं।
  • दूसरी अवधारणा के अनुसार प्रतिभा,व्युत्पत्ति और अभ्यास तीनों काव्य के निर्मिति के लिए आवश्यक हैं।
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 6

यशपाल कृत सिंहावलोकन आत्मकथा कितने भागों में प्रकाशित हुई?

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 6

यशपाल कृत सिंहावलोकन आत्मकथा तीन भागों में प्रकाशित हुई। 

Key Points

  • यशपाल कृत सिंहावलोकन आत्मकथा 3 भागों में प्रकाशित हुई।
    • प्रथम भाग का प्रकाशन- 1951
    • द्वितीय भाग का प्रकाशन-1952
    • तृतीय भाग का प्रकाशन- 1955

आत्मकथा-

  • किसी लेखक द्वारा अपने ही जीवन का वर्णन करने वाली कथा को कहते हैं। यह संस्मरण से मिलती-जुलती लेकिन भिन्न है।
  • जहाँ संस्मरण में लेखक अपने आसपास के समाज, परिस्थितियों व अन्य घटनाओं के बारे में लिखता हैं वहाँ आत्मकथा में केन्द्र लेखक स्वयं होता है।
  • उदाहरण-
    • हिंदी की श्रेष्ठ आत्मकथा में से एक डॉ हरिवंशराय बच्चन द्वारा लिखी गयी, क्या भूलूँ, क्या याद करूँ, बसेरे से दूर, नीड़ का निर्माण फिर, और दशद्वार से सोपान तक(चार भागों मे)है। 

Important Points
यशपाल-

  • जन्म- 1903 - 1976 ई. 
  • उपन्यास- 
    • दादा कामरेड (1941 ई.)
    • देशद्रोही (1943 ई.)
    • पार्टी कामरेड (1947 ई.)
    • दिव्या (1945 ई.)
    • मनुष्य के रूप (1949 ई.)
    • अमिता (1956 ई.)
    • झूठा सच (1958-1960 ई.)
    • अप्सरा का शाप (2010 ई.)
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 7
‘मैं पाधा बन गया हूँ। करो जर्मन के बादशाह का तर्पण!’ ‘उसने कहा था’ कहानी में यह कथन किसका है?
Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 7

वजिरासिंह, यहाँ उचित विकल्प है। अन्य विकल्प यहाँ असंगत है।

  • ‘उसने कहा था’ का रचनाकाल 1915 है।
  • यह अपने समय एक मात्र सर्वर्श्रेष्ठ कहानी है।
  • इसकी रचना ‘चन्द्र धर शर्मा गूलेरी जी’ हैं।
  • त्याग और प्रेम की सबसे अद्भुत कहानी।
  • मुख्य पात्र-  लहना सिंह, वजीरा सिंह, हजारा सिंह आदि।
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 8
भाषा इनकी बहुत साफ-सुथरी और चलती है, बहुतों की भाषा की तरह लद्दू नहीं।"- यह कथन रामचन्द्र शुक्ल ने रीतिकाल के किस कवि के संदर्भ में कहा है?
Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 8

"भाषा इनकी बहुत साफ-सुथरी और चलती है, बहुतों की भाषा की तरह लद्दू नहीं।"- यह कथन रामचन्द्र शुक्ल ने रीतिकाल के बेनी प्रवीन कवि के संदर्भ में कहा है।    Key Points

आचार्य शुक्ल के अन्य कवियों के बारे में कथन-

  • श्रीपति- "रचना विवेक इनमें बहुत ही जाग्रत और रूचि अत्यंत परिमार्जित थी।झूठे शब्दाडम्बर के फेर में ये बहुत कम पड़े हैं।अनुप्रास इनकी रचनाओं में बराबर आये हैं,पर उन्होंने अर्थ या भाव व्यंजना में बाधा नहीं डाली है।"
  • प्रताप साहि- "इनकी भाषा में बड़ा भरी गुण यह है कि यह बराबर एक समान चलती है-उसमें न कहीं कृत्रिम आडम्बर का अडंगा है, न गति का शैथिल्य और न ही शब्दों की तोड़-मरोड़।"
  • पद्माकर- "कल्पना और वाणी के साथ जिस भावुकता का संयोग होता है वही उत्कृष्ट काव्य के रूप में विकसित हो सकती है।"  

Important Points श्रीपति- 

  • श्रीपति कालपी के रहने वाले कान्यकुब्ज ब्राह्मण एवं रीति काल के कवि थे।
  • इन्होंने संवत 1777 में 'काव्यसरोज' नामक रीति ग्रंथ बनाया। इसके अतिरिक्त इनके निम्नलिखित ग्रंथ और हैं -
    • कविकल्पद्रुम
    • रससागर
    • अनुप्रासविनोद
    • विक्रमविलास
    • सरोज कलिका
    • अलंकारगंगा।
  • श्रीपति ने काव्य के सब अंगों का निरूपण किया है।

प्रताप साहि-

  • ये रतनसेन बंदीजन के पुत्र थे और चरखारी (बुदेलखंड) के महाराज विक्रमसाहि के यहाँ रहते थे।
  • इन्होंने 1825 ई.  में "व्यंग्वार्थ-कौमुदी" और 1829 ई.  में "काव्य-विलास" की रचना की।
  • अन्य रचनाएँ-
    • जयसिंह प्रकाश 
    • शृंगार-मंज
    • शृंगार शिरोमणि
    • अलंकार-चिंतामणि
    • काव्य-विनोद

बेनी प्रवीन- 

  • ये लखनऊ के वाजपेयी थे और लखनऊ के बादशाह गाजीउद्दीन हैदर के दीवान राजा दयाकृष्ण कायस्थ के पुत्र नवल कृष्ण उर्फ ललनजी के आश्रय में रहते थे
  • जिनकी आज्ञा से 1817 ई. में इन्होंने 'नवरस-तरंग' नामक ग्रंथ की रचना की।
  • इसके पहले 'शृंगार-भूषण' नामक एक ग्रंथ ये रच चुके थे।
  • उनके नाम पर "नानाराव प्रकाश" नामक अलंकार का एक बड़ा ग्रंथ कविप्रिया के ढंग पर लिखा था।
  • खेद है इनका कोई ग्रंथ अब तक प्रकाशित न हुआ। इनके फुटकल कवित्त इधर उधर बहुत कुछ संगृहीत और उद्धृत मिलते है।

पद्माकर -

  • यहीं पद्माकर जी का जन्म सन् 1753 में हुआ।
  • पद्माकर रचित ग्रंथों में सबसे जाने माने संग्रहों में -
    • हिम्मतबहादुर विरुदावली,
    • प्रतापसिंह विरूदावली,
    • गंगालहरी,
    • आलीजाप्रकाश,
    • रामरसायन (अनुवाद), 
    • पद्माभरण,
    • जगद्विनोद,
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 9
कौनसा निबंध-संग्रह वासुदेवशरण अग्रवाल का नहीं है ?
Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 9

विचार और वितर्क निबंध-संग्रह वासुदेवशरण अग्रवाल का नहीं है।

  • हजारी प्रसाद द्विवेदी के निबंधों का पहला संकलन 'विचार और वितर्क' है।
  • इसका प्रकाशन वर्ष 1945 ईस्वी है।

Key Points

हज़ारी प्रसाद द्विवेदी:

  • हज़ारी प्रसाद द्विवेदी (19 अगस्त 1907 - 19 मई 1979) हिन्दी निबन्धकार, आलोचक और उपन्यासकार थे।
  • वे हिंदी, अंग्रेज़ी, संस्कृत और बाङ्ला भाषाओं के विद्वान थे।
  • भक्तिकालीन साहित्य का उन्हें अच्छा ज्ञान था।
  • सन 1959 में उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।

हज़ारी प्रसाद द्विवेदी द्वारा रचित रचनाएँ:

  • अशोक के फूल (1948) (निबंध संग्रह)
  • कल्‍पलता (1951) (निबंध संग्रह)
  • मध्यकालीन धर्मसाधना (1952) (निबंध संग्रह)
  • विचार और वितर्क (1957) (निबंध संग्रह)

Additional Information

वासुदेव शरण अग्रवाल:

  • वासुदेव शरण अग्रवाल (1904 - 1967) भारत के इतिहास, संस्कृति, कला एवं साहित्य के विद्वान थे।
  • वे साहित्य अकादमी द्वारा पुरस्कृत हिन्दी गद्यकार हैं।
    • निबंधों का संग्रह - पृथ्वी पुत्र , कल्पबृक्ष ,कल्पलता मातृ भूमि, भारत की एकता
    • ऐतिहासिक व् पौराणिक निबंध - महापुरुष श्रीकृष्ण ,महर्षि वाल्मीकि, और मनु।
    • आलोचना - पद्मावत की संजीविनी व्याख्या हर्ष चरित का संस्कृति अध्यन
    • शोध ग्रन्थ - नविन कालीन भारत।
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 10

मैथिलीशरण गुप्त कृत मुक्तक कविताएं हैं-

A. आस्वाद 

B. स्वदेश संगीत 

C. उच्छ्वास 

D. मंगलहार 

E.  वैतालिक 

नीचे दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प का चयन कीजिए-

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 10

सही उत्तर है- केवल A, C, DKey Points

  • मैथिलीशरण गुप्त कृत मुक्तक कविताएं हैं-
    • A.    आस्वाद 
    • C. उच्छ्वास 
    • D. मंगलहार    

Important Pointsमैथिलीशरण गुप्त-  

  • जन्म- 1886 - 1964 ईo 
  • द्विवेदी युग के कवि हैं। 
  • हिन्दी के प्रसिद्ध राष्ट्रीय कवि हैं।
  • काव्य कृतियाँ- 
    • साकेत (1931)
    • यशोधरा (1932)
    • जयद्रथ वध (1910) 
    • भारत-भारती (1912)
    • पंचवटी (1925)
    • विष्णुप्रिया (1957)
    • द्वापर (1936) 
    • जय भारत (1952)
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 11
इनमें से कौन बिहारी उपवर्ग की बोली नहीं है ?
Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 11

बिहारी उपवर्ग की बोली नहीं है- अवधी। 

अवधी-

  • यह पूर्वी हिन्दी की बोली है। 
  • अवधी अवध क्षेत्र में बोली जाती है। 
  • इस बोली के लिए कोसलीबैसवाड़ी शब्दों का प्रयोग किया जाता है। 

Key Pointsबिहारी हिन्दी-

  • यह मागधी अपभ्रंश की उपभाषा है। 
  • इसके अंतर्गत तीन बोलियाँ बोली जाती हैं-
    • भोजपुरी
    • मैथिली
    • मगही

Important Pointsमगही-

  • इसका अर्थ है- मगध की भाषा 
  • इसका परिनिष्ठित रूप गया जिले में प्रयुक्त होता है। 

मैथिली-

  • इसका उद्भव मागधी अपभ्रंश के मध्यवर्ती रूप से हुआ है। 
  • साहित्यिक दृष्टि से मैथिली बिहारी हिन्दी की सबसे सम्पन्न बोली है। 
  • इसकी क्रियाओं में लिंग भेद नहीं होता है।  
  • यह संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल है। 

भोजपुरी-

  • यह सबसे अधिक बोली जाती है। 
  • लोकप्रचलन की दृष्टि से यह हिन्दी की सबसे बड़ी बोली है। 
  • यह उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड के क्षेत्र में बोली जाती है। 

Additional Informationपूर्वी हिन्दी-

  • यह अर्धमागधी अपभ्रंश की उपभाषा है।  
  • इसके अंतर्गत तीन बोलियाँ आती हैं-
    • अवधी 
    • बघेली 
    • छत्तीसगढ़ी 
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 12
देवनागरी के मानकीकरण में किसके द्वारा बनाई मानक हिंदी वर्णमाला अधिकृत है ?
Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 12

देवनागरी के मानकीकरण में बनाई गई मानक हिंदी वर्णमाला अधिकृत है- केंद्रीय हिंदी निदेशालय।Key Points केंद्रीय हिंदी निदेशालय-

  • 1 मार्च, 1960 को शिक्षा मंत्रालय (वर्तमान में उच्चतर शिक्षा विभाग, शिक्षा मंत्रालय) के अधीन केंद्रीय हिंदी निदेशालय की स्थापना हुई।
  • मुख्यालय- नई दिल्ली।
  • हिंदी को अखिल भारतीय स्वरूप प्रदान करने, हिंदी के माध्यम से जन-जन को जोड़ने और हिंदी को वैश्विक धरातल पर प्रतिष्ठित करने के लिए निरंतर प्रयासरत यह हिंदी की शीर्षस्थ सरकारी संस्था है।

Important Points राजभाषा विभाग-

  • राजभाषा विभाग भारत सरकार के गृह मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन एक विभाग है।
  • संवैधानिक और विधिक प्रावधानों के अनुपालन तथा संघ के कार्यालयीन प्रयोजनों के लिए हिन्दी के प्रयोग को बढावा देने के लिए 1975 में, गृह मंत्रालय के एक स्वतन्त्र विभाग के रूप में राजभाषा विभाग की स्थापना की गयी थी।
  • तभी से यह विभाग संघ के कार्यालयीन प्रयोजनों हेतु हिन्दी के प्रगामी प्रयोग के लिए प्रयासरत है।
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 13
सुकरात को अपना काम न करने देने की स्थिति कठोर दंड जैसी प्रतीत होती क्योंकि:
Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 13

सुकरात को अपना काम न करने देने की स्थिति कठोर दंड जैसी प्रतीत होती क्योंकि: "उसे जीवन का उद्देश्य प्राप्त करने से रोक दिया गया होता।"

  • गद्यांश के अनुसार
    • सुकरात यूनान के एक महान दार्शनिक थे।
    • उन्हें पश्चिमी दर्शन का जनक भी कहा जाता है।

Additional Information

  • पश्चिमी सभ्यता के विकास में उनकी अहम भूमिका रही है | सुकरात का जन्म 469 ईस्वी पूर्व एथेंस में हुआ था |
  • वे हमेशा अपने काम को बहुत महत्व देते थे। उन्होंने
  • अपने विचार मौखिक रूप में ही अपने शिष्यों को दिए उनकी कोई लिखित रचना नहीं है। उनके विचारों से घबराकर उनके ही देश के राजनीतिज्ञों (दुश्मनों) ने उन्हें मृत्यु दण्ड दे दिया था।
  • अपने अं तिम क्षणों में भी उनके विचार यही थे कि उन्होंने अपना पूरा जीवन अपने देश को समर्पित किया है और वो अपने काम से प्रसन्न है।

स्पष्टीकरण - सुकरात को अपना काम न कर देने की स्थिति दण्ड स्वरूप लगती क्योंकि उसे जीवन का उद्देश्य प्राप्त करने से रोक दिया होता।

UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 14
संस्कृति के चार अध्याय' के प्रथम अध्याय का शीर्षक है :
Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 14

'संस्कृति के चार अध्याय' के प्रथम अध्याय का शीर्षक है- भारतीय जनता की रचना और हिन्दू संस्कृति का आविर्भावKey Pointsसंस्कृति के चार अध्याय-

  • रचनाकार- रामधारी सिंह दिनकर
  • प्रकाशन वर्ष- 1956 ई0
  • विधा-
    • यह भारतीय संस्कृति का सर्वेक्षण है जिसके लिए ‘दिनकर’ जी को 1959 ई. में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
  • अध्याय- 4
  • प्रथम अध्याय-
    • भारतीय जनता की रचना और हिन्दू संस्कृति का आविर्भाव।
  • द्वितीय अध्याय-
    • प्राचीन हिंदुत्व से विद्रोह।
  • तृतीय अध्याय-
    • हिन्दू संस्कृति और इस्लाम।
  • चतुर्थ अध्याय-
    • भारतीय संस्कृति और यूरोप।
  • कुल प्रकरण- 39
    • प्रथम अध्याय में 3 प्रकरण है।
    • द्वितीय अध्याय में 7 प्रकरण है।
    • तृतीय अध्याय में 12 प्रकरण है।
    • चतुर्थ अध्याय में 17 प्रकरण है।
  • महत्वपूर्ण तथ्य-
    • इस रचना में भारत वर्ष के संपूर्ण इतिहास को चार खंडों में बांटकर लिखा गया है।
    • इस पुस्तक की प्रस्तावना नेहरू द्वारा लिखा गया है।
    • पहली क्रांति तब हुई, जब आर्य भारतवर्ष में आए अथवा जब भारतवर्ष में उनका आर्येत्तर जातियों से संपर्क हुआ।
      • आर्यों ने आर्येत्तर जातियों से मिलकर जिस समाज की रचना की, वही आर्यों अथवा हिन्दुओं का बुनियादी संस्कृति बनी।
    • दूसरी क्रांति तब हुई जब महावीर और गौतम बुद्ध ने इस स्थापित धर्म या संस्कृति के विरुद्ध विद्रोह किया तथा उपनिषदों की चिंता धारा को खींचकर वे अपनी मनोवांछित दिशा की ओर ले गए।
    • तीसरी क्रांति उस समय हुई जब इस्लाम, विजेताओं के धर्म के रूप में भारत पहुंचा और देश में हिंदुत्व के साथ उसका संपर्क हुआ।
    • चौथी क्रांति हमारे अपने समय में हुई, जब भारत में यूरोप का आगमन हुआ। उनके संपर्क में आकर हिंदुत्व एवं इस्लाम दोनों ने नव-जीवन का शुरुआत किया।

Important Pointsरामधारी सिंह 'दिनकर'-

  • जन्म- 1908 - 1974 ईo
    • दिनकर राष्ट्रीय सांस्कृतिक काव्य धारा के कवि है।
    • दिनकर आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि है।
  • काव्य संग्रह-
    • प्रणभंग (1929)
    • रेणुका (1935)
    • हुंकार (1938)
    • कुरूक्षेत्र (1946)
    • धूप-छाँह (1947)
    • बापू (1947)
    • धूप और धुआँ (1951)
    • रश्मिरथी (1952)
    • दिल्ली (1954)
    • सीपी और शंख (1957)
    • नये सुभाषित (1957)
    • उर्वशी (1961)
    • परशुराम की प्रतीक्षा (1963)
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 15
मैं चाहता हूँ कि अंग्रेजी का सार्वजनिक प्रयोग बंद हो । लोकभाषा के बिना लोकराज्य असंभव है ।
Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 15
सही उत्तर है- राममनोहर लोहियाKey Pointsराममनोहर लोहिया -
  • जन्म - 23 मार्च 1910 ई.
  • जन्म स्थान - अकबरपुर, उत्तरप्रदेश
  • मृत्यु - 12 अक्टूबर 1967 ई.
  • मुख्य - राम मनोहर लोहिया के पिताजी गांधी जी के अनु आए थे जाबे गांधी जी से मिलने जाते राम मनोहर लोहिया को अपने साथ ले जाया करते थे
    • इस कारण गांधी जी के विराट व्यक्तिव पर उनका गहरा असर हुआ
    • पिताजी के साथ 1918 में अहमदाबाद कांग्रेस अधिवेशन में पहली बार शामिल हुए
    • गांधी जी की पुकार पर 10 वर्ष की आयु में स्कूल त्याग दिया
    • 1920 में पहली अगस्त की हड़ताल की
    • अखिल बंग विद्यार्थी परिषद में इन्होंने अध्यक्षता की
Important Points
  • लोहिया के अंग्रेजी हटाओ आंदोलन (1957) को हिंदी का वर्चस्व स्थापित करने की कोशिश के तौर पर देखा गया
  • जबकि लोहिया ने बार-बार यह स्पष्ट किया कि अंग्रेजी हटाओ का अर्थ हिंदी लाओ कदापि नहीं है।
  • उन्होंने क्षेत्रीय भाषाओं की उन्नति और उनके प्रयोग की खुल कर वकालत की। उनके अनुसार अंग्रेजी हटाओ का अर्थ 'मातृभाषा लाओ' था।
  • भारतीय राजनीति का बेबाक और बिंदास चेहरा रहे राममनोहर लोहिया ने ५० के दशक में ही भांप लिया था।
  • उन्होंने लोकसभा में बल देकर अपनी बात रखते हुए कहा था-
  • "अंग्रेजी को खत्म कर दिया जाए। मैं चाहता हूं कि अंग्रेजी का सार्वजनिक प्रयोग बंद हो, लोकभाषा के बिना लोक राज्य असंभव है। कुछ भी हो अंग्रेजी हटनी ही चाहिये, उसकी जगह कौन सी भाषाएं आती हैं यह प्रश्न नहीं है। हिन्दी और किसी भाषा के साथ आपके मन में जो आए सो करें, लेकिन अंग्रेजी तो हटना ही चाहिये और वह भी जल्दी। अंग्रेज गये तो अंग्रेजी चली जानी चाहिये।"
Additional Informationमहात्मा गांधी-
  • " अगर स्वराज अंग्रेजी बोलने वाले भारतीयों का है और उन्हीं के लिए होने वाला है तो नि:संदेह अंग्रेजी ही राष्ट्रभाषा होगी, लेकिन अगर स्वराज करोड़ो, भूखे मरने वाले, निरक्षरो, दलितो और अत्यंजो का है तो उन सबके लिए होने वाला है तो हिंदी ही एकमात्र राष्ट्रभाषा हो सकती है!"
जवाहरलाल नेहरू-
  • " हिंदी और उर्दू में कोई अंतर नहीं है सिवाय इसके की हिंदी नागरी लिपि में लिखी जाती है और उर्दू फारसी लिपि में!"
मौलाना अबुल कलाम आजाद(1888-1958 ई.)-
  • जेल से निकलने के बाद जलियांवाला बाग हत्याकांड के विरोधी नेताओं में से एक थे
  • खिलाफत आंदोलन के प्रमुख। वे भारत के पहले शिक्षा मंत्री थे
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 16
निम्न में से कौन सा सुमेलित है?
Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 16

निम्न में से यही सच है - मन्नू भण्डारी सुमेलित है।

  • यही सच है - मन्नू भण्डारी द्वारा रचित एक कहानी है।

सुमेलित रचनाएँ तथा उनके रचनाकार:-

राजा निरबंसिया-कमलेश्वर

डिप्टी कलक्टरी-अमरकांत

बादलों के घेरे-कृष्णा सोबती

Key Pointsमन्नू भंडारी (1931―2021)

  • मन्नू भंडारी हिन्दी की सुप्रसिद्ध कहानीकार थीं।
  • मन्नू भंडारी मध्य प्रदेश में मंदसौर जिले के भानपुरा गाँव में जन्मी मन्नू का बचपन का नाम महेंद्र कुमारी था।
  • मन्नू भंडारी लेखन के लिए उन्होंने मन्नू नाम का चुनाव किया।
  • मन्नू भंडारी ने एम ए तक शिक्षा पाई और वर्षों तक दिल्ली के मिरांडा हाउस में अध्यापिका रहीं।
  • धर्मयुग में धारावाहिक रूप से प्रकाशित उपन्यास आपका बंटी से लोकप्रियता प्राप्त की।

प्रमुख कृतियाँ

  • कहानी
    • एक प्लेट सैलाब (1962)
    • मैं हार गई (1957)
    • तीन निगाहों की एक तस्वीर
    • यही सच है (1966)

Additional Information

UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 17

निम्नलिखित कहानी लेखकों को उनकी कहानियों के साथ सुमेलित कीजिए :


इनमें से कौन-सा विकल्प सही है?
Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 17

सही सुमेलित है- (a - 2), (b - 3), (c - 1), (d - 4)

Key Points

Important Pointsइंस्पेक्टर मातादीन चांद पर

  • इंस्पेक्टर मातादीन चाँद पर' हरिशंकर परसाई की महत्वपूर्ण व्यंग्य प्रधान कहानी है।
  • यह कहानी परसाई के कहानी संग्रह 'ठिठुरता हुआ गणतंत्र' में शामिल है।
  • इस कहानी में परसाई जी भारतीय पुलिस व्यवस्था तथा उसमें व्याप्त भ्रष्टाचार पर व्यंग्य करते हैं. वैज्ञानिक कहते हैं, चाँद पर जीवन नहीं है।

सिक्का बदल गया-

  • इसमें विभाजन से उत्पन्न दारुण परिस्थितियों के मार्मिक चित्रण के साथ मानवीय संबंधों और मूल्यों में आए विघटन का भी काफी वर्णन हुआ है।

अमृतसर आ गया है-

  • कहानी में शरणार्थियों के एक समूह का पाकिस्तान से भारत के सीमावर्ती शहर अमृतसर की ओर यात्रा के दौरान के भयावहता और विनाश का वर्णन हैं।

कोसी का घटवार-

  • कोशी का घटवार एक आंचलिक कहानी है ।
  • यह एक पूर्वदिप्ती शैली में लिखी हुई कहानी है
  • इसमें अधूरी प्रेम की कहानी, अधूरे प्रेम को दर्शाया है, अकेलापन है, स्त्री की विवशता है।

Additional Informationहरिशंकर परसाई-

  • जन्म-1924-1995 ई.
  • हरिशंकर परसाई हिंदी के प्रसिद्ध लेखक और व्यंगकार थे।
  • प्रमुख रचनाएँ-
    • हँसते हैं रोते हैं
    • जैसे उनके दिन फिरे
    • भोलाराम का जीव आदि।

भीष्म साहनी-

  • जन्म-1915-2003ई.
  • हिंदी के प्रसिद्ध लेखक थे। इन्हें हिन्दी साहित्य में प्रेमचंद की परंपरा का अग्रणी लेखक माना जाता है।
  • वे आधुनिक हिन्दी साहित्य के प्रमुख स्तंभों में से एक थे। भीष्म साहनी मानवीय मूल्यों के सदैव हिमायती रहे।
  • प्रमुख उपन्यास-
    • 'तमस'-1973ई.
    • 'बसन्ती'-1982ई.
    • 'मायादास की माड़ी'-1995ई.
    • 'झरोखे'-1998ई.
    • 'हानुस' आदि।

कृष्णा सोबती-

  • जन्म-1925-2019 ई.
  • कृष्णा सोबती मुख्यतः हिन्दी की आख्यायिका लेखिका थी ।
  • प्रमुख कहानियाँ-
    • डार से बिछुड़ी -1958 ई.
    • मित्रो मरजानी -1967 ई.
    • यारों के यार -1968 ई.
    • तिन पहाड़ -1968 ई.
    • ऐ लड़की -1991 ई.
    • सिक्का बदल गया
    • दादी अम्मा
    • मेरी माँ कहा है
    • जैनी मेहरबान सिंह -2007 ई. आदि।

UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 18
निम्नलिखित में से किसने कथा साहित्य की संरचना को 'महावाक्य' की संज्ञा दी है ?
Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 18

रोलाबार्थ ने कथा साहित्य की संरचना को 'महावाक्य' की संज्ञा दी है। Key Pointsरोलाबार्थ-

  • जन्म- 1915 - 1980 ईo
  • फ्रांस के प्रमुख साहित्यिक आलोचक, साहित्यिक और सामाजिक सिद्धांतकार, दार्शनिक और लाक्षण-विज्ञानी थे।
  • संरचनावाद, लाक्षण-विज्ञान, समाजशास्त्र, डिज़ाइन सिद्धांत, नृविज्ञान और उत्तर-संरचनावाद सिद्धांत के विचारों से प्रभावित थे।
  • रचना-
    • द डेथ ऑफ द ऑथर (1967)

Important Pointsजॉक देरिदा-

  • जन्म- 1930 - 2004 ईo
  • एक फ्रांसीसी दार्शनिक थे।
  • जॉक देरिदा 'विखंडनवाद' के प्रवर्तक थे।
  • रचना-
    • स्पीच एंड फेनोमिना (1967)
    • दि एंड ऑफ मैन
    • राइटिंग एंड डिफरेंस
    • राइट टू फिलॉसफी (1990)
    • ऑफ ग्रैमिटोलॉजी (1967)
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 19

निम्नलिखित उपभाषा वर्गों को उनकी बोलियों से सुमेलित कीजिए :


इनमें से कौन-सा विकल्प सही है?
Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 19

सही उत्तर है - (A - 2), (B - 1), (C - 4), (D - 3)Key Points

Important Pointsपश्चिमी हिंदी-

  • पश्चिमी हिंदी का संबंध शौरसेनी अपभ्रंश से है।
  • पश्चिमी हिंदी की प्रमुख बोली खड़ी बोली है।
  • पश्चिमी हिंदी की 6 बोलियां हैं।
    • खड़ी बोली
    • कन्नौजी
    • बांगरू
    • दक्खनी
    • ब्रजभाषा
    • बुंदेली

पूर्वी हिंदी-

  • पूर्वी हिंदी का संबंध अर्धमगधी अपभ्रंश से है।
  • इसकी तीन प्रमुख बोलियां हैं-
    • अवधी
    • बघेली
    • छत्तीसगढ़ी

राजस्थानी हिन्दी-

  • राजस्थानी हिंदी का संबंध शौरसेनी अपभ्रंश से है।
  • इसके अंतर्गत 4 बोलियां आती हैं -
    • मारवाड़ी
    • जयपुरी
    • मेवाती
    • मालवी

बिहारी हिन्दी-

  • बिहारी हिंदी का मागधीअपभ्रंश संबंध से है
  • इसके अंतर्गत तीन बोली आती है
    • भोजपुरी
    • मगही
    • मैथिली​

Additional Informationकश्मीरी भाषा-

  • कश्मीरी भाषा एक भारतीय-आर्य भाषा है।
  • यह कश्मीर घाटी तथा चेनाब घाटी में बोली जाती है।
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 20

निम्नलिखित नाटकों को उनके लेखकों से सुमेलित कीजिए :


इनमें से कौन-सा विकल्प सही है?
Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 20

सही विकल्प है- (a - 1), (b - 3), (c - 4), (d - 2)Key Points

Important Pointsमन्नू भंडारी-

  • जन्म- 1931 - 2021 ईo
  • उपन्यास-
    • आपका बंटी (1971)
    • एक इंच मुस्कान(1962)
    • महाभोज (1979)

उपेन्द्रनाथ अश्क-

  • जन्म- 1931 - 2021 ईo
  • नाटक-
    • लक्ष्मी का स्वागत (1935)
    • स्वर्ग की झलक (1940)
    • जय पराजय (1937)
    • देवताओं की छाया (1940)
    • अलग अलग रास्ते (1954),
    • भँवर (1961)
    • लौटता हुआ दिन (1972)

शंकर शेष-

  • जन्म- 1931 - 2021 ईo
  • नाटक-
    • फंदी
    • घरौंदा (1978)
    • एक और द्रोणाचार्य (1977)
    • अरे मायावी सरोवर (1980)
    • रक्तबीज
    • बंधन अपने-अपने
    • कोमल गांधार

सर्वेश्वरदयाल सक्सेना-

  • जन्म- 1931 - 2021 ईo
  • नाटक-
    • लड़ाई (1979)
    • अब गरीबी हटाओ (1981)

Confusion Points

  • महाभोज उपन्यास और महाभोज नाटक दोनों मन्नूभंडारी की रचना है ।
  • महाभोज नाटक महाभोज उपन्यास का ही नाट्य रूपांतरण है।
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 21
निम्नलिखित में से भूषण का कौन सा ग्रंथ अलंकार ग्रंथ है ?
Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 21

उत्तर-भूषण का अलंकार ग्रंथ है- शिवराज भूषण
शिवराज भूषण-

  • रचनाकार- भूषण
  • प्रकाशन वर्ष- 1673 ई.
  • 382 छंद
  • 105 अलंकारों का विवेचन
  • विषय-
    • शिवाजी के जन्म से लेकर 'हिन्दू पद पादशाही' की स्थापना तक की उनकी जीवनी।

Key Pointsभूषण-

  • जीवनकाल- 1613-1715 ई.
  • मूलनाम-
    • विश्वनाथ प्रसाद मिश्र ने घनश्याम
    • गणपतिचंद्र गुप्त ने पतीराम या मनीराम
  • आश्रयदाता- शिवाजी,शाहूजी तथा छत्रसाल।
  • ये रीतिबद्ध काव्यधारा के कवि हैं।

Important Pointsशिवा बावनी-

  • रचनाकार-भूषण
  • विधा - काव्य
  • छंद- बावन (52) कवित्त ।
  • विषय-
    • ​​ छत्रपति शिवाजी महाराज के शौर्य, पराक्रम आदि का ओजपूर्ण वर्णन है।

छत्रसाल दशक

  • रचनाकार- भूषण
  • विषय- राजा छत्रसाल की प्रशस्ति
  • छंद- 10 कवित्त

भूषण हजारा-

  • रचनाकार- भूषण

Additional Information

  • भूषण-
    • "सुकविन हूँ की कछु कृपा समुझि कविन को पंथ"
    • "शिवा को बखानौ कि बखानौं छत्रसाल को।"
    • "दारा की यह दौर रार नहीं खुजबे की।"
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 22

'आपहुदरी' से संबंधित उपयुक्त कथन हैं :

(A) ‘सत्यार्थ प्रकाश’ पढ़ने के बाद लेखिका का पूजा-पाठ/कर्म-काण्डों पर विश्वास होने लगा था।

(B) ‘आपहुदारी’ में लेखिका पर ‘फ्रायडवाद’ का प्रभाव पड़ा है।

(C) ‘आपहुदारी’ आत्मकथा में रमणिका गुप्ता का पहला प्रेम बलराम नाम के व्यक्ति के साथ था।

(D) इस पुस्तक में लेखिका ने पंजाब की एक ‘चिड़ीमार’ नामक कुप्रथा का वर्णन किया है।

(E) 1960 में पति के साथ धनाबाद पहुँच कर रमणिका सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में जुड़ती है।

नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 22
सही उत्तर है- केवल (B), (C), (E)
  • ‘आपहुदारी’ में लेखिका पर ‘फ्रायडवाद’ का प्रभाव पड़ा है।
  • ‘आपहुदारी’ आत्मकथा में रमणिका गुप्ता का पहला प्रेम बलराम नाम के व्यक्ति के साथ था।
  • 1960 में पति के साथ धनाबाद पहुँच कर रमणिका सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में जुड़ती है।
Key Pointsआपहुदरी -
  • लेखिका- रमणिका गुप्ता
  • विधा- आत्मकथा
  • प्रकाशन वर्ष - 2015 ई.
  • मुख्य - आपहुदरी का अर्थ होता है वह स्त्री जो अपनी शर्तों पर अपनी मर्जी से अपना जीवन जीती है
    • सामंती परिवार में जन्मी रमणिका ने अपने जीवन के हर पन्ने को इसमें प्रस्तुत किया है
    • बचपन से लेकर धनबाद तक की यात्रा उसमें साहित्य, समाज सेवा और राजनीतिक संघर्षों को सच्चाई के साथ प्रस्तुत किया
Important Points आपहुदरी-
  • इसका प्रथम भाग ‘हादशे’ है, जिसका प्रकाशन 2005 ई. में हुआ था।
  • ‘आपहुदरी’ पंजाबी भाषा का शब्द है।
  • एक दिलचस्प और दिलकश आत्मकथा है
  • इसमें पंजाबी भाषा का प्रयोग हुआ है
  • यह एक स्त्री की आत्मकथा है इसमें समय का इतिहास दर्ज है
  • इसमें विभाजन के समय के दंगे दर्ज है
  • इसमें बिहार के राजनेताओं के चेहरे की असलियत दिखती है
  • इसमें लेखिका बचपन के शोषण के साथ अपने प्रेम तक के सफर को निडर होकर स्थान देती है
Additional Information
  • ‘सत्यार्थ प्रकाश’ पढ़ने के बाद लेखिका का पूजा-पाठ/कर्म-काण्डों पर विश्वास होने लगा था। यह कथन गलत है क्योंकि ‘सत्यार्थ प्रकाश’ पढ़ने के बाद लेखिका का पूजा-पाठ/कर्म-काण्डों पर से विश्वास कम होने लगा था।
  • इस पुस्तक में लेखिका ने पंजाब की एक ‘चिड़ीमार’ नामक कुप्रथा का वर्णन किया है। यह कथन गलत है क्योंकि इस पुस्तक में लेखिका ने पंजाब की एक ‘कुड़ीमार’ नामक कुप्रथा का वर्णन किया है।
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 23

कथावस्तु को प्रधान फल की प्राप्ति की ओर अग्रसर कराने वाले चमत्कारपूर्ण अंश को अर्थ प्रकृति कहा जाता है। इन पांच अर्थ प्रकृति कहा जाता है। इन पांच अर्थ प्रकृतियां का सही अनुक्रम हैः

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 23

सही अनुक्रम हैः बीज, बिंदु, पताका, प्रकरी, कार्य | 

UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 24

निराला जी की कविता 'कुकुरमुत्ता' में कुकुरमुत्ता किसका प्रतीक है ?

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 24

निराला की कविता में कुकुरमुत्ता सर्वहारा वर्ग का प्रतीक है।

UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 25

निम्न में से किस ग्रंथ में रस संबंधी व्याख्या नहीं है।

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 25

कवितावली में रस संबंधी व्याख्या नहीं है।

UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 26

सूरदास का द्वितीय भ्रमरगीत कितने पदो का है ?

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 26

सूर का द्वितीय भ्रमरगीत केवल एक पद का है।

UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 27

जन्मकाल की दृष्टि से निम्नलिखित रचनाकारों का सही क्रम है-

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 27

प्रश्नांकित रीतिकालीन कवियों का जन्मकाल की दृष्टि से सही अनुक्रम है–बिहारी (1595 ई.), चिंतामणि (1609 ई.), मतिराम (1617 ई.), घनानंद (1689 ई.)

UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 28

निम्नलिखित रचनाओं को उनके रचनाकारों के साथ सुमेलित कीजिए-

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 28

प्रश्नांकित रचनाओं का उनके रचनाकारों के साथ सही मेल है- 

  • ‘राठौड़ाँ री ख्यात   -  दयालदास,
  • ‘विराटपुराण'  -      गोरखनाथ, 
  • पुष्पदंत   -   ‘ उत्तरपुराण',
  • जिनदत्तसूरि -‘   उपदेशरसायनरास'.
UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 29

किस कवि को कविता का ग़ांधी कहा जाता है?

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 29

भवानी प्रसाद मिश्र हिन्दी के प्रसिद्ध कवि तथा गांधीवादी विचारक थे। वह 'दूसरा सप्तक' के प्रथम कवि हैं। गांंधी-दर्शन का प्रभाव तथा उसकी झलक उनकी कविताओं में साफ़ देखी जा सकती है। उनका प्रथम संग्रह 'गीत-फ़रोश' अपनी नई शैली, नई उद्भावनाओं और नये पाठ-प्रवाह के कारण अत्यंत लोकप्रिय हुआ।

UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 30

‘स्त्रीत्व का मानचित्र' किसकी रचना है ?

Detailed Solution for UGC NET Paper 2 Hindi Mock Test - 8 - Question 30

स्त्रीत्व का मानचित्र नारी विमर्श विषयक अनामिका की प्रसिद्ध रचना है.

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