47. OOP Concept in C++ (Hindi) Video Lecture | Learn to Program with C++: Beginner to Expert (in Hindi) - Back-End Programming

FAQs on 47. OOP Concept in C++ (Hindi) Video Lecture - Learn to Program with C++: Beginner to Expert (in Hindi) - Back-End Programming

1. OOP Concept in C क्या है?
उत्तर: OOP (Object-Oriented Programming) कॉन्सेप्ट C में एक प्रोग्रामिंग पैरडाइम है जिसमें प्रोग्राम को विभिन्न ऑब्जेक्ट्स की मदद से आपस में जोड़ा जाता है। यह प्रोग्रामिंग तकनीक अधिकतर रियल वर्ल्ड समस्याओं को हल करने के लिए उपयोग की जाती है और एक बड़े प्रोजेक्ट को संगठित और मेंटेनेबल बनाने में मदद करती है।
2. C में OOP का उपयोग क्यों किया जाता है?
उत्तर: C में OOP का उपयोग विभिन्न कारणों से किया जाता है। यह उपयोगकर्ता को एक विशेष समस्या को हल करने के लिए एक आसान तरीके से जोड़ने की अनुमति देता है, प्रोग्राम को अधिक मेंटेनेबल बनाता है, और पुनर्योजनीय कोड की गणना को कम करता है।
3. C में OOP के क्या प्रमुख फीचर्स हैं?
उत्तर: C में OOP के प्रमुख फीचर्स निम्नलिखित हैं: - कप्सूलेशन (Encapsulation): यह डेटा और उसे एकसाथ इस्तेमाल करने वाले फंक्शन को एक ही यूनिट में रखता है। - इनहेरिटेंस (Inheritance): यह एक ऑब्जेक्ट को अन्य ऑब्जेक्ट की गुणवत्ता और विशेषताओं का लाभ उठाने की अनुमति देता है। - पॉलीमॉर्फिज़म (Polymorphism): यह एक ही नाम के अलग-अलग फंक्शन को एकसाथ इस्तेमाल करने की अनुमति देता है। - डाटा एबस्ट्रैक्शन (Data Abstraction): यह डेटा को उसके दूसरे उपयोगकर्ताओं से छिपाने की अनुमति देता है।
4. C में कौन-कौन से ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड डिजाइन प्रिंसिपल्स हैं?
उत्तर: C में कुछ प्रमुख ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड डिजाइन प्रिंसिपल्स निम्नलिखित हैं: - सिंगल रेस्पॉन्सिबिलिटी (Single Responsibility): एक क्लास को केवल एक ही जिम्मेदारी होनी चाहिए। - ओपन-क्लोज्ड प्रिंसिपल (Open-Closed Principle): सॉफ्टवेयर एंटिटी खुली होनी चाहिए लेकिन परिवर्तनशील नहीं। - लिस्कव सब्स्टिट्यूशन प्रिंसिपल (Liskov Substitution Principle): एक डेराइव्ड क्लास को अपने बेस क्लास के सभी विशेषताओं का पालन करना चाहिए। - इंटरफेस सेग्रिगेशन प्रिंसिपल (Interface Segregation Principle): क्लाइंट्स को उन इंटरफेसेज पर काम करना चाहिए जो उन्हें आवश्यक होते हैं, इससे अनावश्यक एवं भारी इंटरफेसेजेस से बचा जा सकता है। - डिपेंडेंसी इन्वर्शन प्रिंसिपल (Dependency Inversion Principle): हाई-लेवल मॉड्यूल्स को लो-लेवल मॉड्यूल्स के इन्टरफेसेज़ पर निर्भर करना चाहिए।
5. C में OOP के फायदे क्या हैं?
उत्तर: C में OOP के निम्नलिखित फायदे हैं: - कोड की पुनर्योजनीयता: OOP बनाने के लिए कोड को इकट्ठा करना और इसे बनाने के बाद पुनर्योजित करना आसान होता है। - प्रोग्राम का मेंटेनेस: OOP बनाने के लिए कोड को संरचित करना और इसे मेंटेनेबल बनाना आसान होता है। - कोड की पढ़ने में आसानी:
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