FAQs on संज्ञा class-4 Video Lecture - हिंदी व्याकरण for Grade 4
1. संज्ञा क्या होती है? |
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Ans. संज्ञा वाक्य का प्रमुख भाग होती है जो किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, भाव, गुण, कार्य आदि के नाम को प्रकट करती है। यह शब्द किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, भाव, गुण, कार्य आदि की एक व्याख्या और स्पष्टीकरण करती है।
2. संज्ञा के कितने प्रकार होते हैं? |
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Ans. संज्ञा के दो प्रकार होते हैं:
(1) व्यक्तिवाचक संज्ञा: जो व्यक्ति के नाम को प्रकट करती है, जैसे - लाला, राम, सीता, गोपाल आदि।
(2) सामान्यवाचक संज्ञा: जो सभी व्यक्तियों के नाम को प्रकट करती है, जैसे - बच्चा, पुस्तक, घोड़ा, दुकान आदि।
3. संज्ञा का प्रयोग क्यों किया जाता है? |
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Ans. संज्ञा का प्रयोग किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, भाव, गुण, कार्य आदि के नाम को प्रकट करने के लिए किया जाता है। यह शब्द किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, भाव, गुण, कार्य आदि की एक व्याख्या और स्पष्टीकरण करती है। संज्ञा का प्रयोग वाक्य को मतलबपूर्ण और सुंदर बनाने के लिए किया जाता है।
4. संज्ञा की पहचान कैसे की जा सकती है? |
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Ans. संज्ञा की पहचान करने के लिए हम निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर ढूंढ सकते हैं:
(1) क्या यह व्यक्ति, स्थान, वस्तु, भाव, गुण, कार्य को प्रकट कर रही है?
(2) क्या यह शब्द वाक्य में किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, भाव, गुण, कार्य के बारे में बता रहा है?
(3) क्या यह शब्द नाम है और किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, भाव, गुण, कार्य के लिए प्रयुक्त हो रहा है?
इन प्रश्नों के उत्तर के माध्यम से हम संज्ञा की पहचान कर सकते हैं।
5. संज्ञा का अर्थ क्या होता है? |
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Ans. संज्ञा शब्द किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, भाव, गुण, कार्य आदि को प्रकट करने के लिए प्रयुक्त होता है। इसका अर्थ होता है कि यह शब्द किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, भाव, गुण, कार्य आदि की एक व्याख्या और स्पष्टीकरण करता है।