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Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Assam TET MCQ


Test Description

30 Questions MCQ Test Assam TET Mock Test Series 2025 - Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science)

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Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 1

Which of the following is a true statement corresponding to Cephalocaudal Principle of Child's Development?

Detailed Solution for Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 1

The Cephalocaudal Principle states that development proceeds from top to bottom. According to this principle, a child will gain physical control of their head first. After this, physical control will move downward to the arms and lastly to the legs.

Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 2

____takes place when a child strikes balance between the two processes while trying to internalise the perceived object.

Detailed Solution for Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 2

Equilibration takes place when a child strikes balance between the two processes while trying to internalise the perceived object.
Equilibration: The process of striking a balance between accommodation and assimilation. On the other hand, When the child strikes a balance between the two processes while trying to internalize the perceived object, adaptation (a relatively stable structure) takes place.

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Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 3

Which of the following is not a technique to manage anxiety due to an approaching examination?

Detailed Solution for Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 3

Focussing too much on the result will actually have an adverse effect and will add to the anxiety quotient. Focussing on process rather than outcome is a much better strategy.

Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 4

Which of the following psychologists is associated with ‘language development’?

Detailed Solution for Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 4

Noam Chomsky, known as the father of modern linguistics, has made a crucial contribution in the field of linguistics.
Let's understand Chomsky's view about language in brief:

  • Innate ability: He strongly believes that children are born with an innate knowledge of grammar that serves as the basis for all language acquisition.
  • Generative grammar: According to Chomsky it refers to a finite set of rules to generate sentences and can be used to produce more sentences in that language.
  • Universal grammar: Chomsky's universal grammar suggests that all children have an innate ability to acquire, understand and develop grammar.
  • Language Acquisition Device: Chomsky proposed that humans are equipped with a language acquisition device that enables a child to acquire and produce language.

A brief description of other psychologists:

So, Noam Chomsky is associated with ‘language development'.

Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 5

निर्देश: दिए गए पद्यांश को पढकर निम्नलिखित प्रश्नों के सही विकल्प छाँटिएI
पूछे सिकता-कण से हिमपति!
तेरा वह राजस्थान कहाँ?
वन-वन स्वतंत्रता-दीप लिये
फिरनेवाला बलवान कहाँ?
तू पूछ, अवध से, राम कहाँ?
वृंदा! बोलो, घनश्याम कहाँ?
ओ मगध! कहाँ मेरे अशोक?
वह चंद्रगुप्त बलधाम कहाँ ?
पैरों पर ही है पड़ी हुई
मिथिला भिखारिणी सुकुमारी,
तू पूछ, कहाँ इसने खोयीं
अपनी अनंत निधियाँ सारी?
री कपिलवस्तु! कह, बुद्धदेव
के वे मंगल-उपदेश कहाँ?
तिब्बत, इरान, जापान, चीन
तक गये हुए संदेश कहाँ?
वैशाली के भग्नावशेष से
पूछ लिच्छवी-शान कहाँ?
ओ री उदास गंडकी! बता
विद्यापति कवि के गान कहाँ?
तू तरुण देश से पूछ अरे,
गूँजा कैसा यह ध्वंस-राग?
अंबुधि-अंतस्तल-बीच छिपी
यह सुलग रही है कौन आग?
प्राची के प्रांगण-बीच देख,
जल रहा स्वर्ण-युग-अग्निज्वाल,

Q. 'तरुण देश' से क्या अभिप्राय है?

Detailed Solution for Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 5

पद्यांश के अनुसार,
"तू तरुण देश से पूछ अरे,
गूँजा कैसा यह ध्वंस-राग?"
इसलिए यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि 'तरुण देश' से अभिप्राय 'नवयुगीन भारत' है।

Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 6

निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश का ध्यानपूर्वक अध्ययन कर प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
काल को हम बांध नहीं सकते। वह स्वत: नियंत्रित है, अबाध है। देवों का आह्वान करते हुए हम सकल कामना सिद्धि का संकल्प व्यक्त करते हुए और फिर विदा करते हुए कहते हैं- 'गच्छ-गच्छ सुरश्रेष्ठ पुनरागमनाय च'। जिसका अर्थ 'हे देव, आप स्वस्थान को तो जाएं, परंतु फिर आने के लिए' है। कितनी सकारात्मक हमारी संस्कृति है, जिसका मूल है- जो मानव मात्र के लिए हितकारी हो, कल्याणकारी हो, वह पुन:-पुन: हमारे जीवन में आए। गत वर्ष के लिए भी क्या ऐसी विदाई देना हमारे लिए संभव नहीं ? यह प्रश्न अनुत्तरित है। यह आना-जाना, आगमन-प्रस्थान सब क्या है ? एक उत्तर है कि ये काल द्वारा नियंत्रित क्रिया- प्रतिक्रियाएं हैं। जो आया है, वह जाएगा। फिर जो गया है, वह भी आएगा। यह हमारी संस्कृति की मान्यता है। हाल ही में एक विद्वान से उनके परिवार में हुई मृत्यु पर शोक संवेदना में कहा- 'गत आत्मा को शांति प्राप्त हो'। उन्होंने तुरंत ही टोकते हुए कहा- शांति प्राप्ति की बात तो पश्चिमी संस्कृति-सभ्यता की बात है। भारतीय परंपरा में तो उचित है- 'गत आत्मा को सद्गति प्राप्त हो'। इसके पीछे का गूढ़ भाव नए वर्ष के आगमन और पुराने वर्ष की विदाई की वेला को पूरी सार्थकता प्रदान करता है। शब्द और अर्थ मिलकर ही काल का, काल की गति का अर्थात् परिवर्तन का बोध कराते हैं। काल (समय) निराकार है, अबूझ है। मानव ने समय को बांधने का बहुत प्रयास किया- पल, घड़ी, घंटा, दिन, सप्ताह, महीना, साल, मन्वन्तर... फिर भी समय कभी बंधा नहीं, कहीं ठहरता नहीं। 'कालोस्मि भरतर्षभ' कहकर कृष्ण ने काल की सार्वकालिक सत्ता को प्रतिपादित किया। इस सत्ता के आगे नत भाव से, साहचर्य के भाव से हम नया वर्ष मनाते हैं। काल ने जो दिया था, उसे स्वीकार करें और नए वर्ष में जो मिलेगा, उसको अंगीकार-स्वीकार करने के लिए हम पूरी तैयारी, पूरे जोश से तैयार रहें। इसी में पुरातन और नववर्ष के सन्धिकाल की सार्थकता है। यह सत्य है कि परिणाम पर मनुष्य का कोई नियंत्रण या दखल नहीं, पर नया साल भी पुराना होगा। इसलिए मनुष्य एक साल की अवधि के लिए अपने जीवन के कुछ नियामक लक्ष्य तो तय कर सकता है। नए साल का सूरज यही प्रेरणा लेकर आया है। जीवन के चरम लक्ष्य पीछे छूटते जा रहे हैं, खोते जा रहे हैं। ऐसे में नए वर्ष की शुरुआत अपने लक्ष्य निर्धारित करने का अच्छा अवसर है, आत्म निरीक्षण का अचूक मौका है यह। काल शाश्वत है। नए साल का आगमन और पुराने की विदाई यह हमारा कालबोध ही तो है। आगत का स्वागत भारतीय परम्परा के मूल में है। जो आया है, अतिथि है उसे अपना लो। काल के साथ, समय के साथ चलना मनुष्य की नियति है, परंतु काल के कपाल पर कुछ अंकित करने का संकल्प मनुष्य की जिजीविषा का मूल है।

Q. स्वागत शब्द की संरचना है:

Detailed Solution for Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 6

'सु + आगत', स्वागत शब्द की संरचना है।
'स्वागत' शब्द में 'सु' उपसर्ग और 'आगत' मूल शब्द है।
उपसर्ग उस शब्दांश या अव्यय को कहते हैं, जो किसी शब्द अथवा अव्यय के आदि में जुड़कर उसके अर्थ में विशेषता या परिवर्तन उत्पंन करते हैं; जैसे- अधिक के पहले 'अति' उपसर्ग लगने से अत्यधिक शब्द बन गया है।​

Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 7

प्राथमिक स्तर पर विद्यार्थियों के भाषा-शिक्षण के संदर्भ में कौन-सा कथन सही है?

Detailed Solution for Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 7

बच्चों को ऐसा वातावरण मिलना जरूरी है, जो भाषा से समृद्ध हो।समृद्ध भाषिक परिवेश में  बच्चे सहज रूप से स्वतः ही भाषा में सुधार कर सकते हैं।

  • पढ़ने का आरम्भ अर्थपूर्ण एवं लिपि से होना चाहिए और किसी उद्देश्य के लिए होना चाहिए।
  • यह उद्देश्य कहानी सुनकर-पढ़कर आनन्द लेना भी हो सकता है।
  • धीरे-धीरे बच्चों में भाषा की लिपि से परिचित होने के बाद अपने परिवेश में उपलब्ध लिखित भाषा को पढ़ने-समझने की जिज्ञासा उत्तपन्न होने लगती है।
Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 8

निर्देश: नीचे दी गई काव्य – पंक्तियों को पढ़कर सबसे उचित विकल्प का चयन कीजिए:
ये कोरोना वाली छुट्टी, बहुत कुछ सिखा गयी
जरूरते है कितनी कम, रिश्तो में है दम
पैसे कि क्या अहमियत, किसकी है कैसी नीयत हाँ, पर सब कुछ जता गयी..
ये कोरोना वाली छुट्टी बहुत कुछ सिखा गयी
पर जो नही आ पायी बाई, खुद किये घर की सफाई
सब्जी जो नही मिल पायी, चावल दाल बुरी नही भाई
सहनशक्ति को आजमा गयी
ये कोरोना वाली छुट्टी बहुत कुछ सिखा गयी
नौकरी करते या खेती बाडी, छोटी कार या बड़ी गाडी
बड़ा बंगलो या छोटा घर, बीमारी के सामने सब बराबर
इंसान को हैसियत समझा गयी
ये कोरोना वाली छुट्टी बहुत कुछ सिखा गयी
अंग्रेजी वाले शब्द हुए पॉपुलर
क्वारंटाइन, लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग
लोकल के लिए वोकल सच में
ये कोरोना वाली छुट्टी बहुत कुछ सिखा गयी

Q. सफाई शब्द में प्रत्यय पहचानिए।

Detailed Solution for Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 8

सफाई शब्द में प्रत्यय "ई" प्रत्यय है।
सफ़ाई: सफ़ा + ई
सफ़ा शब्द अरबी भाषा का शब्द है।

Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 9

शिक्षा में मातृभाषा आधारित बहुभाषिकता का क्या अर्थ है?

Detailed Solution for Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 9

बहुभाषिकता: भिन्न-भिन्न प्रांतों के बच्चों द्वारा अलग-अलग प्रकार की भाषा बोले जाने को भाषायी विविधता या बहु-भाषिकता कहा जाता है। बहु-भाषिकता भारत की संस्कृति का अभिन्न अंग है।

Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 10

निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए बहुविकल्पीय प्रश्न का उत्तर दीजिए।
चुनाव पूर्व सर्वेक्षण एवं एक्जिट पोल का लोकतन्त्र में क्या महत्त्व है? यह प्रश्न विचारणीय है। लोकतन्त्र रूपी वृक्ष जनता द्वारा रोपा और सींचा जाता है, इसके पल्लवन एवं पुष्पन में मीडिया की विशेष भूमिका होती है। भारत एक लोकतान्त्रिक राष्ट्र है।लोकतान्त्रिक राष्ट्र में नागरिकों को विशिष्ट अधिकार और स्वतन्त्रताएँ प्राप्त होती हैं। भारतीय संविधान ने भी अनुच्छेद 19 (i) के अन्तर्गत नागरिकों को अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता प्रदान की है, लेकिन जनता के व्यापक हित पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाली स्वतन्त्रता बाधित भी की जानी चाहिए।
भारत जैसे अल्पशिक्षित देश में इस प्रकार के सर्वेक्षण अनुचित हैं। देश की आम जनता पर मीडिया द्वारा किए जाने वाले चुनाव पूर्व सर्वेक्षण और चुनाव के तुरन्त पश्चात् किए जाने वाले एक्जिट पोल का भ्रामक प्रभाव पड़ता है। वह विजयी होती पार्टी की ओर झुक जाती है। आज भी सामान्य लोगों के बीच ये आम धारणा है कि हम अपना वोट खराब नहीं करेंगे, जीतने वाले प्रत्याशी को ही वोट देंगे।
वर्तमान में बाजारवाद अपने उत्कर्ष पर है और मीडिया इसके दुष्प्रभाव से अनछुआ नहीं है। यह कहना अतिशयोक्ति न होगी कि आज मीडिया भी अधिकाधिक संख्या में प्रसार और धन पाने को बुभुक्षित है। मीडिया सत्ताधारी और मजबूत राजनीतिक दलों के प्रभाव में भी रहता है। ये दल धन के बल पर लोक रुझान को अपने पक्ष में दिखाने में सफल हो जाते हैं और सम्पूर्ण चुनाव प्रक्रिया को ही धता बता देते हैं। इस प्रकार सत्ता एवं धन इन सर्वेक्षणों को प्रभावित करते हैं। इन्हें दूध का धुला नहीं कहा जा सकता। भारत जैसे लोकतान्त्रिक राष्ट्र में जहाँ जनता निर्वाचन प्रक्रिया के माध्यम से अपना मत अभिव्यक्त करती है, वहाँ इन सर्वेक्षणों के औचित्य-अनौचित्य पर विचार किया जाना चाहिए।
न्यायालय को यदि संविधान के अनुसार चलने की बाध्यता है, तो संसद को संविधान में संशोधन करने की शक्ति प्राप्त है। वह अपने अधिकारों का प्रयोग करके कोई सार्थक प्रयास कर सकती है।

Q. ‘सर्वेक्षण’ शब्द का संधि-विच्छेद कीजिए।

Detailed Solution for Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 10

उपर्युक्त विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 1 ‘सर्व + ईक्षण’ होगा। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं।
स्पष्टीकरण:
‘सर्वेक्षण’ शब्द का संधि विच्छेद ‘सर्व + ईक्षण’ (अ+ई=ए) होगा। यह गुण स्वर संधि का उदाहरण है। विकल्प 1 इसका सही उत्तर है।

Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 11

राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 विदेशी भाषाओं के संबंध में सही कथन का चयन करो?

Detailed Solution for Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 11

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, 21वीं सदी की पहली शिक्षा नीति है और इसका उद्देश्य हमारे देश की कई बढ़ती विकासात्मक अनिवार्यताओं को संबोधित करना है। इस नीति ने 34 वर्षीय राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनपीई), 1986 का स्थान लिया है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की महत्वपूर्ण विशेषताएं: 

  • नई नीति का उद्देश्य 2030 तक विद्यालयी शिक्षा में 100% सकल नामांकन अनुपात के साथ पूर्व-विद्यालय से माध्यमिक स्तर तक शिक्षा का सार्वभौमिकरण करना है।
  • वर्तमान 10+2 प्रणाली को क्रमशः 3-8, 8-11, 11-14 और 14-18 वर्ष की आयु के अनुरूप एक नई 5+3+3+4 पाठ्यचर्या संरचना द्वारा प्रतिस्थापित किया जाना है। नई प्रणाली में तीन वर्ष की आंगनवाड़ी / पूर्व विद्यालयी के साथ 12 वर्ष की विद्यालयी शिक्षा होगी।
  • नई नीति विद्यालयों और उच्च शिक्षा दोनों में बहुभाषावाद को बढ़ावा देती है क्योंकि बहुभाषी शिक्षा छात्रों को पढ़ाने के लिए छात्र की मातृभाषा या मूल भाषा का उपयोग करने पर जोर देती है क्योंकि यह अधिगम को प्रभावी बनाती है।
  • नई शिक्षा नीति में प्राथमिक स्तर तक मातृभाषा, स्थानीय या क्षेत्रीय भाषा में पढ़ाई का माध्यम रखने की बात कही गई है. इसे क्लास आठ या उससे आगे भी बढ़ाया जा सकता है. विदेशी भाषाओं की पढ़ाई माध्यमिक स्तर पर होगी. हालांकि नई शिक्षा नीति में यह भी कहा गया है कि किसी भी भाषा को थोपा नहीं जाएगा।
  • बहुसांस्कृतिक शिक्षा का उपयोग करने वाली कक्षाएँ छात्रों को उनकी मूल भाषाओं में सीखने में मदद करने के लिए विभिन्न रणनीतियों का उपयोग करती हैं। NEP, 2020 नियमित, रचनात्मक और योग्यता-आधारित की सिफारिश करता है और 'अधिगम के लिए आकलन' पर केंद्रित है।

अतः यह निष्कर्ष निकलता है की राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 विदेशी भाषाओं के अध्ययन की अनुशंसा माध्यमिक स्तर पर अतिरिक्त विकल्प के रूप में करती है।

Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 12

निर्देश: गद्यांश को पढ़कर निम्नलिखित प्रश्न में सबसे उचित विकल्प को चुनिए।
प्राचीन भारत में शिक्षा, ज्ञान प्राप्ति का सबसे बड़ा स्रोत माना जाता था। व्यक्ति के जीवन को सन्तुलित और श्रेष्ठ बनाने तथा एक नई दिशा प्रदान करने में शिक्षा का महत्त्वपूर्ण योगदान था। सामाजिक बुराइयों को उसकी जड़ों से निर्मूल करने और त्रुटिपूर्ण जीवन में सुधार करने के लिए शिक्षा की नितान्त आवश्यकता थी। यह एक ऐसी व्यवस्था थी, जिसके द्वारा सम्पूर्ण जीवन ही परिवर्तित किया जा सकता था। व्यक्ति को अपने व्यक्तित्व का विकास करने, वास्तविक ज्ञान को प्राप्त करने और अपनी समस्याओं को दूर करने के लिए शिक्षा पर निर्भर होना पड़ता था। आधुनिक युग की भाँति प्राचीन भारत में भी मनुष्य के चरित्र का उत्थान शिक्षा से ही सम्भव था। सामाजिक उत्तरदायित्वों को निष्ठापूर्वक वहन करना प्रत्येक मानव का परम उद्देश्य माना जाता है। इसके लिए भी शिक्षित होना नितान्त अनिवार्य है। जीवन की वास्तविकता को समझने में शिक्षा का उल्लेखनीय योगदान रहता है। भारतीय मनीषियों ने इस ओर अपना ध्यान केन्द्रित करके शिक्षा को समाज की आधारशिला के रूप में स्वीकार किया। विद्या का स्थान किसी भी वस्तु से बहुत ऊँचा बताया गया। प्रखर बुद्धि एवं सही विवेक के लिए शिक्षा की उपयोगिता को स्वीकार किया गया। यह माना गया कि शिक्षा ही मनुष्य की व्यावहारिक कर्तव्यों का पाठ पढ़ाने और सफल नागरिक बनाने में सक्षम है। इसके माध्यम से व्यक्ति का शारीरिक, मानसिक और आत्मिक अर्थात् सर्वांगीण विकास सम्भव है।
शिक्षा ने ही प्राचीन संस्कृति को संरक्षण दिया और इसके प्रसार में मदद की। विद्या का आरम्भ ‘उपनयन संस्कार’ द्वारा होता था। उपनयन संस्कार के महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए मनुस्मृति में उल्लेख मिलता है कि गर्भाधान संस्कार द्वारा तो व्यक्ति का शरीर उत्पन्न होता है पर उपनयन संस्कार द्वारा उसका आध्यात्मिक जन्म होता है। प्राचीन काल में बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने के लिए आचार्य के पास भेजा जाता था। शतपथ ब्राह्मण के अनुसार, जो ब्रह्मचर्य ग्रहण करता है। वह लम्बी अवधि की यज्ञावधि ग्रहण करता है। छान्दोग्योपनिषद् में उल्लेख मिलता है कि आरुणि ने अपने पुत्र श्वेतकेतु को ब्रह्मचारी रूप से वेदाध्ययन के लिए गुरु के पास जाने को प्रेरित किया था। आचार्य के पास रहते हुए ब्रह्मचारी को तप और साधना का जीवन बिताते हुए विद्याध्ययन में तल्लीन रहना पड़ता था। इस अवस्था में बालक जो ज्ञानार्जन करता था उसका लाभ उसको जीवन भर  मिलता था। गुरु गृह में निवास करते हुए विद्यार्थी समाज के निकट सम्पर्क में आता था। गुरु के लिए समिधा, जल का लाना तथा गृह-कार्य करना उसका कर्त्तव्य माना जाता था। गृहस्थ धर्म की शिक्षा के साथ-साथ वह श्रम और सेवा का पाठ पढ़ता था। शिक्षा केवल सैद्धान्तिक और पुस्तकीय न होकर जीवन की वास्तविकताओं के निकट होती थी।

Q. प्राचीन भारत में शिक्षा ________ होती थी।

Detailed Solution for Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 12

प्राचीन भारत में शिक्षा जीवन की वास्तविकताओं से परिपूर्ण होती थी। दिए गए गद्यांश के अनुसार, आधुनिक युग की भाँति प्राचीन भारत में भी मनुष्य के चरित्र का उत्थान शिक्षा से ही सम्भव था। सामाजिक उत्तरदायित्वों को निष्ठापूर्वक वहन करना प्रत्येक मानव का परम उद्देश्य माना जाता है। इसके लिए भी शिक्षित होना अनिवार्य है। जीवन की वास्तविकता को समझने में शिक्षा का उल्लेखनीय योगदान रहता है। भारतीय मनीषियों ने इस ओर अपना ध्यान केन्द्रित करके शिक्षा को समाज की आधारशिला के रूप में स्वीकार किया।

Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 13

वाइगोत्स्की के अनुसार भाषा सीखने, शब्दों को अर्थ देने में ______ की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता।

Detailed Solution for Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 13

वाइगोत्स्की के अनुसार भाषा सीखने, शब्दों को अर्थ देने में सामाजिक अंत:क्रिया की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता है। रूसी मनोवैज्ञानिक 'वाइगोत्स्की' ने अपने 'सामाजिक-सांस्कृतिक सिद्धांत' में भाषा विकास के सामाजिक-सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य को प्रस्तुत किया था। इन्होंने भाषा विकास के सन्दर्भ में "सामाजिक अतःक्रिया" पर बल दिया है।

  • वाइगोत्स्की के अनुसार ज्ञान का परिवर्तनशील भंडार दूसरों के साथ मिलकर तैयार किया जाता है अर्थात् भाषा सीखने मे सामाजिक अन्तःक्रिया का महत्वपूर्ण स्थान है। वाइगोत्स्की द्वारा दिये गये सिद्धान्त को संज्ञानात्मक विकास या सांस्कृतिक-एतिहासिक मनोविज्ञान कहा जाता है।

अतः निष्कर्ष निकलता है कि वाइगोत्स्की के अनुसार भाषा सीखने, शब्दों को अर्थ देने में सामाजिक अंतःक्रिया का भूमिका को नकारा नहीं जा सकता।

Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 14

A student begins to fear public speaking after being ridiculed by her classmates during a recitation exercise. In classical conditioning terms, her newly acquired 'fear' would be due to a/an

Detailed Solution for Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 14

In classical conditioning, the conditioned stimulus is a previously neutral stimulus that, after becoming associated with the unconditioned stimulus, eventually comes to trigger a conditioned response.

Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 15

'She is too weak to walk.'
If you change the above sentence into a complex sentence correctly, then which of the following options will you get?

Detailed Solution for Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 15

"She is so weak and so she cannot walk."
It will be the correct answer because a complex sentence is a sentence that combines one independent clause with at least one dependent clause. Here, 'she is so weak' is the independent clause and 'so she cannot walk' is the dependent clause.

Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 16

Directions: Choose the appropriate word group for the underlined words in the given sentence.
My grandfather is 90 but he is as fit as a fiddle.

Detailed Solution for Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 16

The appropriate word group of "fit as a fiddle" is an adjective phrase and indicates being in very good health.

Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 17

Ongoing and continuous formative evaluation can become meaningful only when

Detailed Solution for Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 17

Formative evaluation is an ongoing assessment process that provides feedback to both teachers and learners about the learning progress and helps in making instructional adjustments.

Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 18

A person sitting behind you in a cinema starts talking on the mobile phone and you want to tell him/her to stop.
Choose how you will make the request.

Detailed Solution for Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 18

Option 2 is correct as this is a polite and correct way to request someone to not to do something. Option 1 is rude and offensive and options 3 and 4 are grammatically incorrect expressions.

Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 19

How many sounds are there in the English language?

Detailed Solution for Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 19

Forty-four sounds are there in the English language.
Part of what makes English difficult to learn is that each letter in the alphabet can represent more than one sound. In addition, the English alphabet only has 26 letters, yet it represents 44 sounds. Many English phonemes are represented by two or three letters working together to represent one sound.

Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 20

Directions: Identify the antonym of the underlined word in the following sentence.
At school, the boy had erratic behaviour.

Detailed Solution for Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 20

Here, erratic means unpredictable.
Right means proper and expected. So, it is the opposite word to 'erratic'.

Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 21

Which one of the following statements is appropriate in reference to the construction of Audience Hall (Diwan-e-Aam) by Shah Jahan?

Detailed Solution for Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 21

This option is correct because the construction of Audience Hall aimed to communicate that the king's justice would treat the high and the low as equals creating a world where all could live together in harmony.

Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 22

Which of these is not a type of map skill?

Detailed Solution for Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 22

This is not required to be learnt for learning the skills of reading a map.

Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 23

Outcome-oriented student learning model in Social Sciences will focus primarily on which of the following?

Detailed Solution for Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 23

Focus on summative as well as formative assessments, objectives and activities of learning ensure positive outcome of the course.

Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 24

If 4x2 + 12xy – 8x + 9y2 – 12y = (ax + by) (ax + by – 4), then the value of a2 + b2 is

Detailed Solution for Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 24

4x2 + 12xy – 8x + 9y2 – 12y
= (2x)2 + 12xy – 8x + (3y)2 – 12y
= (2x)2 + 12xy + (3y)2 - 8x - 12y
= (2x + 3y)2 - 4(2x + 3y)
= (2x + 3y)(2x + 3y - 4) = (ax + by)(ax + by - 4)
On comparing we get, a = 2 and b = 3
So, a2 + b2 = 22 + 32 = 4 + 9 = 13

Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 25

The direction of force acting on a current-carrying conductor placed in a magnetic field is determined by which of the following rules?

Detailed Solution for Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 25

The direction of force acting on a current-carrying conductor placed in a magnetic field is determined by Fleming's Left Hand Rule. The direction of this force is always at a right angle to the plane containing both the conductor and the magnetic field, and is predicted by Fleming's Left Hand Rule.

Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 26

Children have little exposure to laws. Therefore, while discussing laws, it is important that teacher should

Detailed Solution for Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 26

Children have little exposure to laws. Therefore, while discussing laws, it is important that teacher should give as many examples from familiar context.

Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 27

Which characteristic of the traditional external examination is excluded in the present school-based assessment?

Detailed Solution for Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 27

This is the correct option because it is always the Normal Probability Curve, which demarcates the students into various performance categories made as per some fixed criteria, which majorly depends on the test taken by the school. So, this means that the scholastic aspects are duly taken into account in our assessment system.

Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 28

Arrange the following ranges of the Himalayas from North to South order-
(i) Zaskar
(ii) Ladakh
(iii) Karakoram
(iv) Shiwalik

Detailed Solution for Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 28

List the following ranges of the Himalayas in order from north to south -

  • Karakoram, Ladakh, Zaskar, Pir Panjal, Shivalik.
Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 29

Which is not related with the comprehensive objective of social science?

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The term "social science" is of recent origin. Its inclusion in the school curriculum has necessitated a change in the approaches to studying human beings. Such study is now carried out in relation to man's historical, geographical, social, economic and political environments.

Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 30

Which of the following learning objectives can be included in the lesson plan designed to teach 'Diversity and Unity in India' at the level of Class VI?

Detailed Solution for Assam TET Paper 2 Mock Test - 10 (Social Science) - Question 30

The Lesson Plan refers to the outline of the lesson prepared by the teacher to bring forward the lesson in a coherent way. It starts with introductory questions to activate learner's previous knowledge and connects the new knowledge with the previous one.

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