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CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - CTET & State TET MCQ


Test Description

30 Questions MCQ Test - CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1

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CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 1

शारीरिक, सामाजिक, भावनात्मक, नैतिक और मानसिक पहलुओं का संयोजन विकास के किस सिद्धांत को दर्शाता है -

Detailed Solution for CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 1

यद्यपि सभी व्यक्ति अपने स्वयं के विशिष्ट तरीके से और अपने स्वयं के संदर्भों में बढ़ते और विकसित होते हैं, कुछ बुनियादी सिद्धांत हैं जो विकास की प्रक्रिया के अंतर्गत आते हैं और सभी मनुष्यों में देखे जा सकते हैं। इन्हें विकास के सिद्धांत कहा जाता है।

Key Points

  • विकास एकीकरण की ओर ले जाता है - सभी प्रकार के विकास, अर्थात शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और भावनात्मक, एक दूसरे से संबंधित हैं जैसे। एक बच्चा, जो शारीरिक रूप से स्वस्थ है, में बेहतर सामाजिकता और भावनात्मक स्थिरता होने की संभावना है। बच्चा संपूर्ण  रूप में विकसित होता है। विकास का प्रत्येक क्षेत्र दूसरे पर निर्भर है और इस प्रकार अन्य विकासों को प्रभावित करता है।
    • सूफी का वजन और कद उनकी उम्र के हिसाब से सही है। उसके पास अच्छी तरह से विकसित भाषा क्षमता भी है जो उसे सभी के साथ संवाद करने में सक्षम बनाती है। वह सभी से प्यार करती है और सकारात्मक आत्मसम्मान रखती है।
    • एक बार जब बच्चा विशिष्ट या विभेदित प्रतिक्रियाओं को सीख लेता है, तो, जैसे-जैसे विकास जारी रहता है, वह इन विशिष्ट प्रतिक्रियाओं को समग्र बनाने के लिए संश्लेषित या एकीकृत कर सकता है। उदाहरण के लिए, छोटा बच्चा शुरुआत में एकल, असतत शब्द बोलना सीखता है। बाद में वह इन वाक्यों को भाषा के रूप में जोड़ सकता है।

अतः, यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि शारीरिक, सामाजिक, भावनात्मक, नैतिक और मानसिक पहलुओं का संयोजन एकीकरण के सिद्धांत को संदर्भित करता है।

CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 2

योजना शिक्षण विधि के प्रवर्तक है।

Detailed Solution for CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 2

योजना/परियोजना शिक्षण विधि के प्रवर्तक 'डब्लयू. एच. किलपैट्रिक' हैं। यह विधि 'जॉन डेवी' द्वारा शुरू किए गए 'प्रोग्रेसिव एजुकेशन मूवमेंट' का उत्पाद थी परंतु बाद में इसे दुनिया भर में 'डब्ल्यू. एच. किलपैट्रिक' द्वारा विस्तार से वर्णित किया गया था। यह विधि एक समूह में व्यावहारिक ज्ञान के प्रयोग द्वारा किसी परियोजना को पूरा करने के लिए छात्रों की सक्रिय भागीदारी को संदर्भित करती है। इस पद्धति में जीवनोपयोगी शिक्षा दी जाती है तथा बच्चों को स्वयं के अनुभव द्वारा अर्थात खुद कर के सीखने का मौका दिया जाता है।

CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 3

निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सबसे उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनिए।
आधुनिकतावाद, अपनी व्यापक परिभाषा में, आधुनिक सोच, चरित्र, या प्रथा है अधिक विशेष रूप से, यह शब्द उन्नीसवीं सदी के अंत और बीसवीं सदी के आरम्भ में मूल रूप से पश्चिमी समाज में व्यापकतम पैमाने पर और सुदूर परिवर्तनों से उत्पन्न होने वाली सांस्कृतिक प्रवृत्तियों के एक समूह एवं सम्बद्ध सांस्कृतिक आन्दोलनों की एक सारणी दोनों का वर्णन करता है। यह शब्द अपने भीतर उन लोगों की गतिविधियों और उत्पादन को समाहित करता है जो एक उभरते सम्पूर्ण औद्योगीकृत विश्व की नवीन आर्थिक, सामाजिक एवं राजनीतिक स्थितियों में पुराने होते जा रहे कला, वास्तुकला, साहित्य, धार्मिक विश्वास, सामाजिक संगठन और दैनिक जीवन के "पारंपरिक" रूपों को महसूस करते थे। आधुनिकतावाद ने ज्ञानोदय की सोच की विलंबकारी निश्चितता को और एक करुणामय, सर्वशक्तिशाली निर्माता के अस्तित्व को भी मानने से अस्वीकार कर दिया। इसका मतलब यह नहीं है कि सभी आधुनिकतावादी लोगों या आधुनिकतावादी आन्दोलनों ने या तो धर्म को या ज्ञानोदय की सोच के पहलुओं को मानने से इंकार कर दिया है, इसके बजाय कि आधुनिकतावाद को अतीत काल की ''सूक्तियों'' के पूछताछ के रूप में देखा जा सकता है। आधुनिकतावाद की एक मुख्य विशेषता आत्म-चेतना है। इसकी वजह से अक्सर रूप और कार्य पर प्रयोग किया जाता है जो प्रक्रियाओं और प्रयुक्त सामग्रियों की तरफ (और मतिहीनता की अगली प्रवृत्ति की तरफ) ध्यान आकर्षित करता है। "मेक इट न्यू!" के लिए कवि एज़्रा पाउंड पर रूप निदर्शनात्मक निषेधाज्ञा लग गई थी। आधुनिकतावादियों के "नव निर्माण" में एक नया ऐतिहासिक युग शामिल था या नहीं, यह अब बहस का मुद्दा बना हुआ है।

Q. ‘विलंब’ का पर्यायवाची शब्द कौन - सा नहीं है?

Detailed Solution for CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 3

‘विलंब’ का पर्यायवाची शब्द  जल्दी नहीं है।
जल्दी, विलम्ब का विलोम शब्द है।
विलम्ब के पर्यायवाची - देर, ठहरना 
जल्दी के पर्यायवाची - शीघ्रता, स्फूर्ति, फुर्ती, अभी, तुरंत, फौरन, शीघ्र।

CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 4

निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सबसे उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनिए।
आधुनिकतावाद, अपनी व्यापक परिभाषा में, आधुनिक सोच, चरित्र, या प्रथा है अधिक विशेष रूप से, यह शब्द उन्नीसवीं सदी के अंत और बीसवीं सदी के आरम्भ में मूल रूप से पश्चिमी समाज में व्यापकतम पैमाने पर और सुदूर परिवर्तनों से उत्पन्न होने वाली सांस्कृतिक प्रवृत्तियों के एक समूह एवं सम्बद्ध सांस्कृतिक आन्दोलनों की एक सारणी दोनों का वर्णन करता है। यह शब्द अपने भीतर उन लोगों की गतिविधियों और उत्पादन को समाहित करता है जो एक उभरते सम्पूर्ण औद्योगीकृत विश्व की नवीन आर्थिक, सामाजिक एवं राजनीतिक स्थितियों में पुराने होते जा रहे कला, वास्तुकला, साहित्य, धार्मिक विश्वास, सामाजिक संगठन और दैनिक जीवन के "पारंपरिक" रूपों को महसूस करते थे। आधुनिकतावाद ने ज्ञानोदय की सोच की विलंबकारी निश्चितता को और एक करुणामय, सर्वशक्तिशाली निर्माता के अस्तित्व को भी मानने से अस्वीकार कर दिया। इसका मतलब यह नहीं है कि सभी आधुनिकतावादी लोगों या आधुनिकतावादी आन्दोलनों ने या तो धर्म को या ज्ञानोदय की सोच के पहलुओं को मानने से इंकार कर दिया है, इसके बजाय कि आधुनिकतावाद को अतीत काल की ''सूक्तियों'' के पूछताछ के रूप में देखा जा सकता है। आधुनिकतावाद की एक मुख्य विशेषता आत्म-चेतना है। इसकी वजह से अक्सर रूप और कार्य पर प्रयोग किया जाता है जो प्रक्रियाओं और प्रयुक्त सामग्रियों की तरफ (और मतिहीनता की अगली प्रवृत्ति की तरफ) ध्यान आकर्षित करता है। "मेक इट न्यू!" के लिए कवि एज़्रा पाउंड पर रूप निदर्शनात्मक निषेधाज्ञा लग गई थी। आधुनिकतावादियों के "नव निर्माण" में एक नया ऐतिहासिक युग शामिल था या नहीं, यह अब बहस का मुद्दा बना हुआ है।

Q. आधुनिकतावाद में विवाद का मुद्दा क्या है?

Detailed Solution for CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 4

आधुनिकतावाद में विवाद का मुद्दा 'इसमें एक नया ऐतिहासिक युग शामिल था या नहीं’ है। गद्यांश के अनुसार - आधुनिकतावाद, अपनी व्यापक परिभाषा में, आधुनिक सोच, चरित्र, या प्रथा है। आधुनिकतावादियों के "नव निर्माण" में एक नया ऐतिहासिक युग शामिल था या नहीं, यह अब बहस का मुद्दा बना हुआ है।

CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 5

निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सबसे उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनिए।
आधुनिकतावाद, अपनी व्यापक परिभाषा में, आधुनिक सोच, चरित्र, या प्रथा है अधिक विशेष रूप से, यह शब्द उन्नीसवीं सदी के अंत और बीसवीं सदी के आरम्भ में मूल रूप से पश्चिमी समाज में व्यापकतम पैमाने पर और सुदूर परिवर्तनों से उत्पन्न होने वाली सांस्कृतिक प्रवृत्तियों के एक समूह एवं सम्बद्ध सांस्कृतिक आन्दोलनों की एक सारणी दोनों का वर्णन करता है। यह शब्द अपने भीतर उन लोगों की गतिविधियों और उत्पादन को समाहित करता है जो एक उभरते सम्पूर्ण औद्योगीकृत विश्व की नवीन आर्थिक, सामाजिक एवं राजनीतिक स्थितियों में पुराने होते जा रहे कला, वास्तुकला, साहित्य, धार्मिक विश्वास, सामाजिक संगठन और दैनिक जीवन के "पारंपरिक" रूपों को महसूस करते थे। आधुनिकतावाद ने ज्ञानोदय की सोच की विलंबकारी निश्चितता को और एक करुणामय, सर्वशक्तिशाली निर्माता के अस्तित्व को भी मानने से अस्वीकार कर दिया। इसका मतलब यह नहीं है कि सभी आधुनिकतावादी लोगों या आधुनिकतावादी आन्दोलनों ने या तो धर्म को या ज्ञानोदय की सोच के पहलुओं को मानने से इंकार कर दिया है, इसके बजाय कि आधुनिकतावाद को अतीत काल की ''सूक्तियों'' के पूछताछ के रूप में देखा जा सकता है। आधुनिकतावाद की एक मुख्य विशेषता आत्म-चेतना है। इसकी वजह से अक्सर रूप और कार्य पर प्रयोग किया जाता है जो प्रक्रियाओं और प्रयुक्त सामग्रियों की तरफ (और मतिहीनता की अगली प्रवृत्ति की तरफ) ध्यान आकर्षित करता है। "मेक इट न्यू!" के लिए कवि एज़्रा पाउंड पर रूप निदर्शनात्मक निषेधाज्ञा लग गई थी। आधुनिकतावादियों के "नव निर्माण" में एक नया ऐतिहासिक युग शामिल था या नहीं, यह अब बहस का मुद्दा बना हुआ है।

Q. आधुनिकतावाद नहीं हैं:

Detailed Solution for CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 5

आधुनिकतावाद ‘रूढ़िवादी परंपरा’ नहीं है। उपरोक्त प्रश्न में आधुनिकतावाद की सभी विशेषताएं बताई गई हैं। रूढ़ीवादी परंपराएं आधुनिकतावाद की विशेषता नहीं है। रूढ़िवाद के विरोध में ही आधुनिकतावाद का जन्म हुआ है।

CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 6

निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सबसे उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनिए।
आधुनिकतावाद, अपनी व्यापक परिभाषा में, आधुनिक सोच, चरित्र, या प्रथा है अधिक विशेष रूप से, यह शब्द उन्नीसवीं सदी के अंत और बीसवीं सदी के आरम्भ में मूल रूप से पश्चिमी समाज में व्यापकतम पैमाने पर और सुदूर परिवर्तनों से उत्पन्न होने वाली सांस्कृतिक प्रवृत्तियों के एक समूह एवं सम्बद्ध सांस्कृतिक आन्दोलनों की एक सारणी दोनों का वर्णन करता है। यह शब्द अपने भीतर उन लोगों की गतिविधियों और उत्पादन को समाहित करता है जो एक उभरते सम्पूर्ण औद्योगीकृत विश्व की नवीन आर्थिक, सामाजिक एवं राजनीतिक स्थितियों में पुराने होते जा रहे कला, वास्तुकला, साहित्य, धार्मिक विश्वास, सामाजिक संगठन और दैनिक जीवन के "पारंपरिक" रूपों को महसूस करते थे। आधुनिकतावाद ने ज्ञानोदय की सोच की विलंबकारी निश्चितता को और एक करुणामय, सर्वशक्तिशाली निर्माता के अस्तित्व को भी मानने से अस्वीकार कर दिया। इसका मतलब यह नहीं है कि सभी आधुनिकतावादी लोगों या आधुनिकतावादी आन्दोलनों ने या तो धर्म को या ज्ञानोदय की सोच के पहलुओं को मानने से इंकार कर दिया है, इसके बजाय कि आधुनिकतावाद को अतीत काल की ''सूक्तियों'' के पूछताछ के रूप में देखा जा सकता है। आधुनिकतावाद की एक मुख्य विशेषता आत्म-चेतना है। इसकी वजह से अक्सर रूप और कार्य पर प्रयोग किया जाता है जो प्रक्रियाओं और प्रयुक्त सामग्रियों की तरफ (और मतिहीनता की अगली प्रवृत्ति की तरफ) ध्यान आकर्षित करता है। "मेक इट न्यू!" के लिए कवि एज़्रा पाउंड पर रूप निदर्शनात्मक निषेधाज्ञा लग गई थी। आधुनिकतावादियों के "नव निर्माण" में एक नया ऐतिहासिक युग शामिल था या नहीं, यह अब बहस का मुद्दा बना हुआ है।

Q. आधुनिकता की व्यापक परिभाषा नहीं है:

Detailed Solution for CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 6

दिए गए विकल्पों में से आधुनिकता की व्यापक परिभाषा नहीं है - समाज में व्याप्त रुढ़िवादी विचार धारा को प्रोत्साहित करना है।
गद्यांश के अनुसार -
आधुनिकता, आधुनिक सोच, चरित्र, और प्रथा है।
आर्थिक, सामाजिक, राजनितिक और सांस्कृतिक परिवर्तन है।
​नवीन आर्थिक, सामाजिक एवं राजनीतिक स्थितियों में पुराने होते जा रहे कला, वास्तुकला, साहित्य, धार्मिक विश्वास, सामाजिक संगठन और दैनिक जीवन के "पारंपरिक" रूपों को पुन: पोषित करना।

CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 7

निर्देश : नीचे दिए गए पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर सबसे सटीक विकल्प का चयन कीजिए-
पालने के सिरहाने गायी जाने वाली लोरियों से लेकर
रेडियो से आने वाले समाचारों तक
हर जगह छिपे हुए असत्य पर विजय पाना
चाहे वह असत्य हृदय में हो या किताबों में
या शोर-गुल भरी सड़कों पर 
कितना कल्पनातीत आनंद है ज्ञान में
यह जान लेने में
कि समय के कदम अनिवार्य रूप से किधर बढ़ते रहेंगे
और अब भविष्य में क्या आनेवाला है।

Q. झूठ कहाँ-कहाँ फैला हुआ है ?

Detailed Solution for CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 7

झूठ फैला हुआ है- पुस्तकों में, गीतों में
कवि ने गीतों से लेकर किताबों में फैले हुआ झूठ को कविता के माध्यम से प्रदर्शित किया है। 

CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 8

निर्देश : नीचे दिए गए पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर सबसे सटीक विकल्प का चयन कीजिए-
पालने के सिरहाने गायी जाने वाली लोरियों से लेकर
रेडियो से आने वाले समाचारों तक
हर जगह छिपे हुए असत्य पर विजय पाना
चाहे वह असत्य हृदय में हो या किताबों में
या शोर-गुल भरी सड़कों पर 
कितना कल्पनातीत आनंद है ज्ञान में
यह जान लेने में
कि समय के कदम अनिवार्य रूप से किधर बढ़ते रहेंगे
और अब भविष्य में क्या आनेवाला है।

Q. कवि के अनुसार महत्वपूर्ण है -

Detailed Solution for CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 8

ज्ञान- बोध, इल्म, जानकारी, परिचय, विवेक, आत्मज्ञान।
विलोम शब्द- अज्ञान 
कवि ने गीतों से लेकर किताबों तक फैले ज्ञान के महत्व का वर्णन किया हैं। 

CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 9

निर्देश : दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढिए तथा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के रूप में सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए।
कछुआ, मगर और शार्क के समान, गंगा की डॉलफिन एक अत्यंत प्राचीन जलचर है। औपचारिक रूप से इसकी खोज सन् 1801 में हुई थी। पहले यह दक्षिण एशिया, विशेष रूप से भारतीय उपमहाद्वीप में बहुत बड़े क्षेत्र में फैली हुई थी तथा बड़ी संख्या में पाई जाती थी। यह भारत, बांग्लादेश तथा नेपाल में कई नदियों में मिलती थी, किंतु वर्तमान समय में केवल गंगा, ब्रह्मपुत्र, मेघना और कर्णफुली में शेष बची। है। कभी-कभी यह चम्बल, घाघरा और सप्तकोशी नदियों में भी देखने को मिल जाती है।
गंगा की डॉलफिन भारत के सात राज्यों की चुनी हुई नदियों में मिलती है। ये राज्य हैं- असम, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान, झारखंड और पश्चिम बंगाल। यहाँ इसे गंगा, चंबल, घाघरा, गंडक, सोन, कोसी, ब्रह्मपुत्र आदि नदियों तथा इनकी सहायक नदियों में देखा जा सकता है। केवल ताज़े पानी की नदियों में रहने वाली यह डॉलफिन अकेली अथवा बहुत छोटे-छोटे झुंडों में रहती है। इसके झुंड में सदस्यों की संख्या प्रायः तीन से अधिक नहीं होती। सामान्यतया बच्चेवाली मादा डॉलफिन, अपने बच्चे के साथ विचरण करती हुई दिख जाती है

Q. गद्यांश के अनुसार डॉलफिन के झुंड में सदस्यों की संख्या कितनी होती है?

Detailed Solution for CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 9

केवल ताज़े पानी की नदियों में रहने वाली यह डॉलफिन अकेली अथवा बहुत छोटे-छोटे झुंडों में रहती है।
इसके झुंड में सदस्यों की संख्या प्रायः तीन से अधिक नहीं होती।
सामान्यतया बच्चेवाली मादा डॉलफिन, अपने बच्चे के साथ विचरण करती हुई दिख जाती है।

CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 10

निर्देश : दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढिए तथा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के रूप में सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए।
कछुआ, मगर और शार्क के समान, गंगा की डॉलफिन एक अत्यंत प्राचीन जलचर है। औपचारिक रूप से इसकी खोज सन् 1801 में हुई थी। पहले यह दक्षिण एशिया, विशेष रूप से भारतीय उपमहाद्वीप में बहुत बड़े क्षेत्र में फैली हुई थी तथा बड़ी संख्या में पाई जाती थी। यह भारत, बांग्लादेश तथा नेपाल में कई नदियों में मिलती थी, किंतु वर्तमान समय में केवल गंगा, ब्रह्मपुत्र, मेघना और कर्णफुली में शेष बची। है। कभी-कभी यह चम्बल, घाघरा और सप्तकोशी नदियों में भी देखने को मिल जाती है।
गंगा की डॉलफिन भारत के सात राज्यों की चुनी हुई नदियों में मिलती है। ये राज्य हैं- असम, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान, झारखंड और पश्चिम बंगाल। यहाँ इसे गंगा, चंबल, घाघरा, गंडक, सोन, कोसी, ब्रह्मपुत्र आदि नदियों तथा इनकी सहायक नदियों में देखा जा सकता है। केवल ताज़े पानी की नदियों में रहने वाली यह डॉलफिन अकेली अथवा बहुत छोटे-छोटे झुंडों में रहती है। इसके झुंड में सदस्यों की संख्या प्रायः तीन से अधिक नहीं होती। सामान्यतया बच्चेवाली मादा डॉलफिन, अपने बच्चे के साथ विचरण करती हुई दिख जाती है

Q. गंगा की डॉल्फिन की खोज किस सन् में हुई ?

Detailed Solution for CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 10

गंगा की डॉल्फिन  एक अत्यंत प्राचीन जलचर है।
औपचारिक रूप से इसकी खोज सन् 1801 में हुई थी।
पहले यह दक्षिण एशिया, विशेष रूप से भारतीय उपमहाद्वीप में बहुत बड़े क्षेत्र में फैली हुई थी तथा बड़ी संख्या में पाई जाती थी। 

CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 11

निर्देश : दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढिए तथा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के रूप में सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए।
कछुआ, मगर और शार्क के समान, गंगा की डॉलफिन एक अत्यंत प्राचीन जलचर है। औपचारिक रूप से इसकी खोज सन् 1801 में हुई थी। पहले यह दक्षिण एशिया, विशेष रूप से भारतीय उपमहाद्वीप में बहुत बड़े क्षेत्र में फैली हुई थी तथा बड़ी संख्या में पाई जाती थी। यह भारत, बांग्लादेश तथा नेपाल में कई नदियों में मिलती थी, किंतु वर्तमान समय में केवल गंगा, ब्रह्मपुत्र, मेघना और कर्णफुली में शेष बची। है। कभी-कभी यह चम्बल, घाघरा और सप्तकोशी नदियों में भी देखने को मिल जाती है।
गंगा की डॉलफिन भारत के सात राज्यों की चुनी हुई नदियों में मिलती है। ये राज्य हैं- असम, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान, झारखंड और पश्चिम बंगाल। यहाँ इसे गंगा, चंबल, घाघरा, गंडक, सोन, कोसी, ब्रह्मपुत्र आदि नदियों तथा इनकी सहायक नदियों में देखा जा सकता है। केवल ताज़े पानी की नदियों में रहने वाली यह डॉलफिन अकेली अथवा बहुत छोटे-छोटे झुंडों में रहती है। इसके झुंड में सदस्यों की संख्या प्रायः तीन से अधिक नहीं होती। सामान्यतया बच्चेवाली मादा डॉलफिन, अपने बच्चे के साथ विचरण करती हुई दिख जाती है

Q. गंगा की डॉलफिन कैसे पानी में पाई जाती है?

Detailed Solution for CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 11

यहाँ इसे गंगा, चंबल, घाघरा, गंडक, सोन, कोसी, ब्रह्मपुत्र आदि नदियों तथा इनकी सहायक नदियों में देखा जा सकता है। केवल ताज़े पानी की नदियों में रहने वाली यह डॉलफिन अकेली अथवा बहुत छोटे-छोटे झुंडों में रहती है।  

CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 12

निर्देश : दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढिए तथा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के रूप में सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए।
कछुआ, मगर और शार्क के समान, गंगा की डॉलफिन एक अत्यंत प्राचीन जलचर है। औपचारिक रूप से इसकी खोज सन् 1801 में हुई थी। पहले यह दक्षिण एशिया, विशेष रूप से भारतीय उपमहाद्वीप में बहुत बड़े क्षेत्र में फैली हुई थी तथा बड़ी संख्या में पाई जाती थी। यह भारत, बांग्लादेश तथा नेपाल में कई नदियों में मिलती थी, किंतु वर्तमान समय में केवल गंगा, ब्रह्मपुत्र, मेघना और कर्णफुली में शेष बची। है। कभी-कभी यह चम्बल, घाघरा और सप्तकोशी नदियों में भी देखने को मिल जाती है।
गंगा की डॉलफिन भारत के सात राज्यों की चुनी हुई नदियों में मिलती है। ये राज्य हैं- असम, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान, झारखंड और पश्चिम बंगाल। यहाँ इसे गंगा, चंबल, घाघरा, गंडक, सोन, कोसी, ब्रह्मपुत्र आदि नदियों तथा इनकी सहायक नदियों में देखा जा सकता है। केवल ताज़े पानी की नदियों में रहने वाली यह डॉलफिन अकेली अथवा बहुत छोटे-छोटे झुंडों में रहती है। इसके झुंड में सदस्यों की संख्या प्रायः तीन से अधिक नहीं होती। सामान्यतया बच्चेवाली मादा डॉलफिन, अपने बच्चे के साथ विचरण करती हुई दिख जाती है

Q. इनमें से कौन-सा विशेषण-विशेष्य का उदाहरण नहीं है?

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विशेषण-विशेष्य का उदाहरण नहीं है- गंगा नदी
विशेष्य- गंगा नदी
विशेषण-विशेष्य का उदाहरण है- भारतीय उपमहाद्वीप, छोटे-छोटे झुंड, ताज़ा पानी
विशेषण:- संज्ञा अथवा सर्वनाम शब्दों की विशेषता (गुण, दोष, संख्या, परिमाण आदि) बताने वाले शब्द विशेषण कहलाते हैं।
जैसे - बड़ा, काला, लंबा, दयालु, भारी, सुन्दर, कायर, टेढ़ा-मेढ़ा, एक, दो आदि। 
विशेष्य:-विशेषण जिस संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताता है उसे विशेष्य कहते हैं।
जैसे- सुरेश बुद्धिमान है।

CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 13

निर्देश : दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढिए तथा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के रूप में सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए।
कछुआ, मगर और शार्क के समान, गंगा की डॉलफिन एक अत्यंत प्राचीन जलचर है। औपचारिक रूप से इसकी खोज सन् 1801 में हुई थी। पहले यह दक्षिण एशिया, विशेष रूप से भारतीय उपमहाद्वीप में बहुत बड़े क्षेत्र में फैली हुई थी तथा बड़ी संख्या में पाई जाती थी। यह भारत, बांग्लादेश तथा नेपाल में कई नदियों में मिलती थी, किंतु वर्तमान समय में केवल गंगा, ब्रह्मपुत्र, मेघना और कर्णफुली में शेष बची। है। कभी-कभी यह चम्बल, घाघरा और सप्तकोशी नदियों में भी देखने को मिल जाती है।
गंगा की डॉलफिन भारत के सात राज्यों की चुनी हुई नदियों में मिलती है। ये राज्य हैं- असम, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान, झारखंड और पश्चिम बंगाल। यहाँ इसे गंगा, चंबल, घाघरा, गंडक, सोन, कोसी, ब्रह्मपुत्र आदि नदियों तथा इनकी सहायक नदियों में देखा जा सकता है। केवल ताज़े पानी की नदियों में रहने वाली यह डॉलफिन अकेली अथवा बहुत छोटे-छोटे झुंडों में रहती है। इसके झुंड में सदस्यों की संख्या प्रायः तीन से अधिक नहीं होती। सामान्यतया बच्चेवाली मादा डॉलफिन, अपने बच्चे के साथ विचरण करती हुई दिख जाती है

Q. गंगा की डॉल्फिन भारत के कितने राज्यों की नदियों में पाई जाती हैं ?

Detailed Solution for CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 13

गंगा की डॉलफिन भारत के सात राज्यों की चुनी हुई नदियों में मिलती है।
ये राज्य हैं- असम, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान, झारखंड और पश्चिम बंगाल।

CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 14

निर्देश : दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढिए तथा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के रूप में सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए।
कछुआ, मगर और शार्क के समान, गंगा की डॉलफिन एक अत्यंत प्राचीन जलचर है। औपचारिक रूप से इसकी खोज सन् 1801 में हुई थी। पहले यह दक्षिण एशिया, विशेष रूप से भारतीय उपमहाद्वीप में बहुत बड़े क्षेत्र में फैली हुई थी तथा बड़ी संख्या में पाई जाती थी। यह भारत, बांग्लादेश तथा नेपाल में कई नदियों में मिलती थी, किंतु वर्तमान समय में केवल गंगा, ब्रह्मपुत्र, मेघना और कर्णफुली में शेष बची। है। कभी-कभी यह चम्बल, घाघरा और सप्तकोशी नदियों में भी देखने को मिल जाती है।
गंगा की डॉलफिन भारत के सात राज्यों की चुनी हुई नदियों में मिलती है। ये राज्य हैं- असम, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान, झारखंड और पश्चिम बंगाल। यहाँ इसे गंगा, चंबल, घाघरा, गंडक, सोन, कोसी, ब्रह्मपुत्र आदि नदियों तथा इनकी सहायक नदियों में देखा जा सकता है। केवल ताज़े पानी की नदियों में रहने वाली यह डॉलफिन अकेली अथवा बहुत छोटे-छोटे झुंडों में रहती है। इसके झुंड में सदस्यों की संख्या प्रायः तीन से अधिक नहीं होती। सामान्यतया बच्चेवाली मादा डॉलफिन, अपने बच्चे के साथ विचरण करती हुई दिख जाती है

Q. मादा डॉलफिन, अपने बच्चे के साथ विचरण करती हुई दिख जाती है। में रेखांकित शब्द के स्थान पर कौन-सा शब्द प्रयोग कर सकते हैं?

Detailed Solution for CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 14

मादा डॉलफिन, अपने बच्चे के साथ विचरण करती हुई दिख जाती है। में रेखांकित शब्द के स्थान पर घूमते शब्द प्रयोग कर सकते हैं। अन्य अर्थ: फिरना, चलना, भ्रमण। एक ही शब्द के एक से ज्यादा अर्थ निकले उसे पर्यायवाची शब्द कहते है। 

CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 15

निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए व प्रश्नों के उत्तर उपयुक्त विकल्पों द्वारा दीजिये- 
बारहसिंगा हिरण प्रजाति का बड़े आकार का शानदार वन्य पशु है। इस वन्य जीव को उत्तरप्रदेश की सरकार ने अपना राज्य पशु घोषित कर रखा है। दुर्लभ वन्य जीव होने के कारण इसे संकटग्रस्त सूची में रखा गया है। बारहसिंगा दुधवा राष्ट्र्रीय उद्यान, हस्तिनापुर अभ्यारण्य, असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और बंगाल के सुंदरवनों में भी पाया जाता है। मध्यप्रदेश के कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में भी बारहसिंगा की दूसरी प्रजाति पाई जाती है। बारहसिंगा की कंधे तक की ऊँचाई 135 सेंटीमीटर होती है। इसका वजन लगभग 170 - 180 किलोग्राम तक होता है। यह प्रायः नम दलदली घास वाले क्षेत्रो में रहना पसंद करते है। बारहसिंगा प्रायः समूहों में पाए जाते है। इसके सींग 75 सेंटीमीटर लम्बे होते है। अधिकांश बारहसिंगो के सींगों में 10 से 14 तक शाखाएं होती है। अधिकतम 20 शाखाएँ वाले बारहसिंगा भी देखे गये हैं।

Q. बारहसिंगा किस प्रजाति का जानवर है?

Detailed Solution for CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 15

उपर्युक्त गद्यांश के अनुसार बारहसिंघा हिरण प्रजाति का जानवर है।
गद्यांश से
"बारहसिंघा हिरण प्रजाति का बड़े आकार का शानदार वन्य पशु है।"

CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 16

निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए व प्रश्नों के उत्तर उपयुक्त विकल्पों द्वारा दीजिये- 
बारहसिंगा हिरण प्रजाति का बड़े आकार का शानदार वन्य पशु है। इस वन्य जीव को उत्तरप्रदेश की सरकार ने अपना राज्य पशु घोषित कर रखा है। दुर्लभ वन्य जीव होने के कारण इसे संकटग्रस्त सूची में रखा गया है। बारहसिंगा दुधवा राष्ट्र्रीय उद्यान, हस्तिनापुर अभ्यारण्य, असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और बंगाल के सुंदरवनों में भी पाया जाता है। मध्यप्रदेश के कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में भी बारहसिंगा की दूसरी प्रजाति पाई जाती है। बारहसिंगा की कंधे तक की ऊँचाई 135 सेंटीमीटर होती है। इसका वजन लगभग 170 - 180 किलोग्राम तक होता है। यह प्रायः नम दलदली घास वाले क्षेत्रो में रहना पसंद करते है। बारहसिंगा प्रायः समूहों में पाए जाते है। इसके सींग 75 सेंटीमीटर लम्बे होते है। अधिकांश बारहसिंगो के सींगों में 10 से 14 तक शाखाएं होती है। अधिकतम 20 शाखाएँ वाले बारहसिंगा भी देखे गये हैं।

Q. बारहसिंगा किस राज्य का राजकीय पशु है?

Detailed Solution for CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 16

बारहसिंघा उत्तर प्रदेश राज्य का राजकीय पशु है।
गद्यांश से
"इस वन्य जीव को उत्तर प्रदेश की सरकार ने अपना राज्य पशु घोषित कर रखा है।"

CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 17

निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए व प्रश्नों के उत्तर उपयुक्त विकल्पों द्वारा दीजिये- 
बारहसिंगा हिरण प्रजाति का बड़े आकार का शानदार वन्य पशु है। इस वन्य जीव को उत्तरप्रदेश की सरकार ने अपना राज्य पशु घोषित कर रखा है। दुर्लभ वन्य जीव होने के कारण इसे संकटग्रस्त सूची में रखा गया है। बारहसिंगा दुधवा राष्ट्र्रीय उद्यान, हस्तिनापुर अभ्यारण्य, असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और बंगाल के सुंदरवनों में भी पाया जाता है। मध्यप्रदेश के कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में भी बारहसिंगा की दूसरी प्रजाति पाई जाती है। बारहसिंगा की कंधे तक की ऊँचाई 135 सेंटीमीटर होती है। इसका वजन लगभग 170 - 180 किलोग्राम तक होता है। यह प्रायः नम दलदली घास वाले क्षेत्रो में रहना पसंद करते है। बारहसिंगा प्रायः समूहों में पाए जाते है। इसके सींग 75 सेंटीमीटर लम्बे होते है। अधिकांश बारहसिंगो के सींगों में 10 से 14 तक शाखाएं होती है। अधिकतम 20 शाखाएँ वाले बारहसिंगा भी देखे गये हैं।

Q. निम्न में कहाँ बारहसिंगा नही पाए जाते है?

Detailed Solution for CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 17

बारहसिंघा अयोध्या में नहीं पाया जाता है।
गद्यांश से
"बारहसिंघा दुधवा राष्ट्रीय उद्यान, हस्तिनापुर अभ्यारण, असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और बंगाल के सुन्दरवनो में भी पाया जाता है।"

CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 18

निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए व प्रश्नों के उत्तर उपयुक्त विकल्पों द्वारा दीजिये- 
बारहसिंगा हिरण प्रजाति का बड़े आकार का शानदार वन्य पशु है। इस वन्य जीव को उत्तरप्रदेश की सरकार ने अपना राज्य पशु घोषित कर रखा है। दुर्लभ वन्य जीव होने के कारण इसे संकटग्रस्त सूची में रखा गया है। बारहसिंगा दुधवा राष्ट्र्रीय उद्यान, हस्तिनापुर अभ्यारण्य, असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और बंगाल के सुंदरवनों में भी पाया जाता है। मध्यप्रदेश के कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में भी बारहसिंगा की दूसरी प्रजाति पाई जाती है। बारहसिंगा की कंधे तक की ऊँचाई 135 सेंटीमीटर होती है। इसका वजन लगभग 170 - 180 किलोग्राम तक होता है। यह प्रायः नम दलदली घास वाले क्षेत्रो में रहना पसंद करते है। बारहसिंगा प्रायः समूहों में पाए जाते है। इसके सींग 75 सेंटीमीटर लम्बे होते है। अधिकांश बारहसिंगो के सींगों में 10 से 14 तक शाखाएं होती है। अधिकतम 20 शाखाएँ वाले बारहसिंगा भी देखे गये हैं।

Q. 'उद्यान' का शुद्ध वर्ण-विच्छेद है-

Detailed Solution for CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 18

वर्ण-विच्छेद यानी वर्णों को अलग-अलग करना।
किसी शब्द (वर्णों का समूह ) को अलग-अलग करके लिखने की प्रक्रिया को वर्ण विच्छेद कहते हैं। 
वर्ण-विच्छेद करते समय हमें स्वरों की मात्राओं को पहचानना पड़ता है और
उस मात्रा के स्थान पर उस स्वर (अ, आ, इ, ई आदि) को प्रयोग में लाया जाता है जिसकी वह मात्रा होती है।
उदाहरण - निधि शब्द का वर्ण विच्छेद होगा - न् + इ + ध् + इ

CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 19

निर्देश: निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए व प्रश्नों के उत्तर उपयुक्त विकल्पों द्वारा दीजिये- 
बारहसिंगा हिरण प्रजाति का बड़े आकार का शानदार वन्य पशु है। इस वन्य जीव को उत्तरप्रदेश की सरकार ने अपना राज्य पशु घोषित कर रखा है। दुर्लभ वन्य जीव होने के कारण इसे संकटग्रस्त सूची में रखा गया है। बारहसिंगा दुधवा राष्ट्र्रीय उद्यान, हस्तिनापुर अभ्यारण्य, असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और बंगाल के सुंदरवनों में भी पाया जाता है। मध्यप्रदेश के कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में भी बारहसिंगा की दूसरी प्रजाति पाई जाती है। बारहसिंगा की कंधे तक की ऊँचाई 135 सेंटीमीटर होती है। इसका वजन लगभग 170 - 180 किलोग्राम तक होता है। यह प्रायः नम दलदली घास वाले क्षेत्रो में रहना पसंद करते है। बारहसिंगा प्रायः समूहों में पाए जाते है। इसके सींग 75 सेंटीमीटर लम्बे होते है। अधिकांश बारहसिंगो के सींगों में 10 से 14 तक शाखाएं होती है। अधिकतम 20 शाखाएँ वाले बारहसिंगा भी देखे गये हैं।

Q. 'पशु' शब्द का विशेषण क्या है?

Detailed Solution for CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 19

दिए गए विकल्पों में ‘पशु’ का विशेषण है ‘पाशविक’ जिसका अर्थ है ‘पशु सदृश, जो पशु जैसा आचरण करे’। यहाँ गुणवाचक विशेषण है। अन्य विकल्प असंगत हैं। अतः सही विकल्प है ‘पाशविक’ है।

CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 20

हवा का ज़ोर वर्षा की झड़ी, झाड़ों का गिर पड़ना
कहीं गरजन का जाकर दूर सिर के पास फिर पड़ना
उमड़ती नदी का खेती की छाती तक लहर उठन
ध्वजा की तरह बिजली का दिशाओं में फहर उठना
ये वर्षा के अनोखे दृश्य जिसको प्राण से प्यारे
जो चातक की तरह ताकता है बादल घने कजरारे
जो भूखा रहकर, धरती चीरकर जग को खिलाता है
जो पानी वक्त पर आए नहीं तो तिलमिलाता है
अगर आषाढ़ के पहले दिवस के प्रथम इस क्षण में
वही हलधर अधिक आता है, कालिदास के मन में
तू मुझको क्षमा कर देना।
उपर्युक्त पद्यांश को पढ़कर नीचे पूछे जाने वाले प्रश्न का उत्तर बताइए।

Q. वर्षा के ये अनूठे दृश्य किन्हें प्राणों से भी प्यारे लगते हैं?

Detailed Solution for CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 20

पद्यांश के अनुसार:-​

  • ये वर्षा के अनोखे दृश्य जिसको प्राण से प्यारे
    जो चातक की तरह ताकता है बादल घने कजरारे...
    वही हलधर अधिक आता है, कालिदास के मन में
    तू मुझको क्षमा कर देना।

यहाँ हलधर शब्द का अर्थ किसान है। 

CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 21

Direction: Read the passage given below and answer the questions that follow by selecting the most appropriate options:
(1) We embarked along the sapphire route along National Highway 17 for a sun-soaked holiday. This route along Karnataka’s Karavali coast is India’s best beach and temple country. Flanked by the soaring Western Ghats on the east and the Arabian Sea on the west, the Karavali stretch is a scenic treat all the way.
(2) The first halt in our coastal circuit in Uttara Kannada district was Bhatkal. Bhatkal is where Konkani begins to share space with Tulu. A 4-km drive out of town took us to the beach and the small fishing wharf. At the bazaar, we tried out the two local specialities – date halwa and a salted roti. One also shouldn’t miss the Bhatkal biriyani.
(3) Gokarna is a charming little town with temples, a wide expanse of beach, two principal streets and clusters of traditional tile-roofed brick houses. You’ll also find quaint Udupi food joints, souvenir shops, and cyber cafes here.
(4) Once the ‘temple fatigue’ set in, we indulged in some sedate sea-watching. Om beach, one of Gokarna’s famed five, takes the shape of an ‘Om’, a spiritual symbol. The road twists through alleys, past people’s houses, temple chariots and ‘Way to Beach’ signs. The other pristine beaches, wedged between gigantic cliffs that protrude like delicate fingers into the sea, are Gokarna, Kudle, Half Moon and Paradise.
(5) The last halt in our coastal itinerary was Karwar. Karwar was the erstwhile trading outpost of foreigners. It is said that even the great explorer Vasco da Gama walked on the golden sands of Karwar. Apart from the excellent harbour, four beaches that offer sun, sand, surf and sport and five islands, Karwar has much more to offer.
(6) A short boat ride away you’ll find the excellent Devbagh Beach and five idyllic islands. With its pristine beach, and an eco-friendly resort with ethnic log huts, it is a romantic hideaway offering complete privacy and solitude sans the five-star trappings.
(7) We followed Tagore’s footsteps and took a boat cruise up the Kali from the mouth. We spotted dolphins as they gracefully dived into azure waters. From the island one can have a gorgeous view of the sea, sand and the neighbouring islands. As we returned from our coastal odyssey, we realised Karnataka is not short of fabulous beaches but lacks salesmen of its ravishing beauty.

Q. Which of the following statement is NOT true according to the passage:

Detailed Solution for CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 21

Paragraph 5 mentions that Karwar is famous as an erstwhile harbour. Paragraph 1 mentions as to how the Karavali stretch has the Western Ghats on the east and the Arabian Sea on the west. Paragraph 2 mentions that salted roti and date halwa are a local cuisine of Bhatkal region. So, option C is incorrect. Paragraph 6 mentions how Devbhag beach with its beautiful beach is a romantic hideaway for couples. All the statements except C is mentioned in the passage. 

CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 22

One of the criteria of selection of 'grammatical items' for teaching is 'Range'. A 'structure' which has greater range means that -

Detailed Solution for CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 22

In order to effectively teach grammar to language learners, selecting appropriate grammatical items is crucial. One important criterion to consider during the selection process is "Range.

CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 23

Which of the following points should not be kept in mind by teacher while selecting teaching aids for language teaching ?

Detailed Solution for CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 23

Audio-visual aids or technological media are additional devices that help the teacher to clarify, establish, co-relate, and co-ordinate accurate concepts, interpretations, and appreciations and enable him/her to make learning more concrete, effective, interesting, inspirational, meaningful, and vivid. They help in completing the triangular process of learning viz., motivation-clarification-stimulation.

CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 24

Why are some poems included in English Readers?

Detailed Solution for CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 24

Some poems are included in English Readers so as to let pupils learn metre and prosody. In poetry, mettre is the basic rhythmic structure of a verse or lines in verse. The foot is the basic metrical unit that forms part of a line of verse in most Western traditions of poetry, including English accentual-syllabic verse and the quantitative metre of classical ancient Greek and Latin poetry.

CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 25

What is colour azure?

Detailed Solution for CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 25

Azure is a variation of sky blue colour.

CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 26

Pre-reading necessary work means -

Detailed Solution for CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 26

Reading has been defined as a process whereby one looks at and understands what has been written, the reader does not necessarily need to look at everything in a given piece of writing. The reader actively works on the text and is able to arrive at understanding it without looking at every letter and word. 

CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 27

Remedial teaching is ________. 

Detailed Solution for CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 27

Remedial teaching refers to the method of teaching that helps the teacher to provide learners with the necessary help and guidance to overcome the problems which are determined through diagnosing them.

CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 28

Which one of the following is not a method of remedial teaching in the teaching of Hindi language?

Detailed Solution for CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 28

Exercise is not a method of remedial teaching in the teaching of Hindi language.
Many deficiencies of the students can be rectified through remedial work. Due to which students' interest in teaching Hindi will develop and students will be able to contribute in maintaining the standard form of Hindi language. Following is the method of remedial teaching in Hindi language teaching.
1) Extra classes
2) Seminars
3) Specific exercises
4) Collective removal of errors after diagnosis
5) Individual rectification of inaccuracies.
6) Removal of difficulties individually or collectively on the basis of individual differences.

CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 29

Which of the following statement(s) is/are true for Direct Method of teaching languages?
A. Concrete vocabulary is taught through demonstration, objects and pictures.
B. Abstract vocabulary is taught by association of ideas.

Detailed Solution for CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 29

The Direct Method is a language teaching method that emphasizes the use of target language communication and immersion. It aims to develop oral proficiency and natural language use through direct interaction and contextual learning.

CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 30

The investigations which are conducted to check what the student learns while in school are called:

Detailed Solution for CTET पेपर-II (गणित और विज्ञान) मॉक टेस्ट - 1 - Question 30

The investigations which are conducted to check what the student learns while in school are called achievement and performance test. Through this investigation, attention is also paid to the activities going on in the school and the study work so that they can be improved.

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