1 Crore+ students have signed up on EduRev. Have you? Download the App |
गाँधी जी ने किनके लिए दरवाजे खिड़कियों खुली रखने की बात कही थी।
उतना ही खाओ जितनी भूख है। रेखांकित किया विशेषण का भेद लिखिए।
निम्नलिखित में से कौन-सी रचना श्यामाचरण दुवे की नहीं है?
गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न
सामंती संस्कृति के तत्त्व मारत में पहले भी रहे हैं। उपभोक्तावाद इस संस्कृति से जुड़ा रहा है। आज सामंत बदल गये हैं, सामंती संस्कृति का मुहावरा बदल गया है। हम सांस्कृतिक अस्मिता की बात कितनी ही करें, परंपराओं का अवमूल्यन हुआ है, आन्याओं का सरण हआ है। कड़वा सच तो यह है कि हम बौद्धिक दासता स्वीकार कर रहे हैं। पश्चिम के सांस्कृतिक उपनिवेश बन रहे हैं। हमारी नयी संस्कृति अनुकरण की संस्कृति है। हम आधुनिकता के शूठे प्रतिमान अपनाते जा रहे हैं। प्रतिष्ठा की अंधी प्रतिस्पर्धा में जो अपना है, उत्ते खोकर छद्म आधुनिकता की गिरफ्त में आते जा रहे हैं। संस्कृति की नियंत्रण शक्तियों के क्षीण हो जाने के कारण हम दिग्भ्रमित हो रहे हैं। हमारा समाज ही अन्य निर्देशित होता जा रहा है। विज्ञापन और प्रसार के सूक्ष्म तंत्र हमारी मानसिकता बदल रहे हैं। उनमें सम्मोहन की शक्ति है, वशीकरण की भी।
सामंती संस्कृति एवं उपभोक्ताओं में क्या संबंध है?
सांस्कृतिक के संस्कृति में इक प्रत्यय जुड़ा है। निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द इक प्रत्यय युक्त नहीं है।
लोग खाने-पीने और भोग करने को क्या मानने लगे हैं?
17 videos|159 docs|33 tests
|
17 videos|159 docs|33 tests
|