Class 9 Exam  >  Class 9 Tests  >  Hindi Class 9 (Sparsh and Sanchayan)  >  Test: दुःख का अधिकार- 2 - Class 9 MCQ

Test: दुःख का अधिकार- 2 - Class 9 MCQ


Test Description

10 Questions MCQ Test Hindi Class 9 (Sparsh and Sanchayan) - Test: दुःख का अधिकार- 2

Test: दुःख का अधिकार- 2 for Class 9 2024 is part of Hindi Class 9 (Sparsh and Sanchayan) preparation. The Test: दुःख का अधिकार- 2 questions and answers have been prepared according to the Class 9 exam syllabus.The Test: दुःख का अधिकार- 2 MCQs are made for Class 9 2024 Exam. Find important definitions, questions, notes, meanings, examples, exercises, MCQs and online tests for Test: दुःख का अधिकार- 2 below.
Solutions of Test: दुःख का अधिकार- 2 questions in English are available as part of our Hindi Class 9 (Sparsh and Sanchayan) for Class 9 & Test: दुःख का अधिकार- 2 solutions in Hindi for Hindi Class 9 (Sparsh and Sanchayan) course. Download more important topics, notes, lectures and mock test series for Class 9 Exam by signing up for free. Attempt Test: दुःख का अधिकार- 2 | 10 questions in 15 minutes | Mock test for Class 9 preparation | Free important questions MCQ to study Hindi Class 9 (Sparsh and Sanchayan) for Class 9 Exam | Download free PDF with solutions
Test: दुःख का अधिकार- 2 - Question 1

बुढ़िया के दुःख को देखकर लेखक को किसकी याद आई ?

Detailed Solution for Test: दुःख का अधिकार- 2 - Question 1

सही उत्तर है: C: सम्ब्रांत महिला की

  • बुढ़िया के दुःख को देखकर लेखक को सम्ब्रांत महिला की याद आई।

  • यह सम्ब्रांत महिला लेखन में एक महत्वपूर्ण पात्र है जो बुढ़िया के दुःख से जुड़ी होती है।

  • लेखक ने बुढ़िया के दुःख को सम्ब्रांत महिला के दुःख से जोड़ा।

  • इससे यह स्पष्ट होता है कि लेखक को सम्ब्रांत महिला की याद क्यों आई।
Test: दुःख का अधिकार- 2 - Question 2

बुढ़िया को पुत्र की मृत्यु के अगले ही दिन बाज़ार क्यों आना पड़ा ?

Detailed Solution for Test: दुःख का अधिकार- 2 - Question 2
  • गद्यांश की पंक्ति, "दादी ने उन्हें खाने के लिए तरबूजे दे दिए, लेकिन बहू को क्या देती? बहू का बदन बुखार से तवे की तरह तप रहा था। अब बेटे के बिना बुढ़िया को दुअन्नी चवन्नी भी कौन उधार देता। बुढ़िया रोते-रोते और आँखें पोंछते-पोंछते भगवाना के बटोरे हुए खरबूजे डलिया में समेटकर बाज़ार की ओर चली और भी क्या था"।
  • उपरोक्त गद्यांश से, लड़के की मृत्यु के दूसरे दिन, बुढिया खरबूजे बेचने इसलिए चली गई क्योंकि उसके पास जो कुछ था भगवाना की मृत्यु के बाद दान-दक्षिणा में खत्म हो चुका था। बच्चे भूख के मारे बिलबिला रहे थे। बहू बीमार थी। मजबूरी के कारण बुढ़िया को खरबूजे बेचने के लिए लड़के की मृत्यु के दूसरे ही दिन जाना पड़ा था।
1 Crore+ students have signed up on EduRev. Have you? Download the App
Test: दुःख का अधिकार- 2 - Question 3

कपड़े में मुँह को छिपाए सिर को घुटनों पर रखकर कौन रो रहा था ?

Detailed Solution for Test: दुःख का अधिकार- 2 - Question 3

कपड़े में मुँह छिपाए और सिर को घुटनों पर रखकर रोने वाली बुढ़िया थी। वह अपने बेटे की मृत्यु के कारण दुखी थी और उसकी अवस्था बहुत दयनीय थी।

Test: दुःख का अधिकार- 2 - Question 4

बाज़ार में लोग बुढ़िया को किस दृष्टि से देख रहे थे ?

Detailed Solution for Test: दुःख का अधिकार- 2 - Question 4

बाज़ार में लोग बुढ़िया को घृणा की दृष्टि से देख रहे थे। वे उसकी आलोचना कर रहे थे और उसे उसके जवान बेटे की मृत्यु के बाद भी खरबूज़े बेचने के लिए बेहया मान रहे थे। लोग उसकी स्थिति को घृणा और तिरस्कार के साथ देख रहे थे।

Test: दुःख का अधिकार- 2 - Question 5

लेखक के अनुसार बुढ़िया को कोई क्यों उधार नहीं देता ?

Detailed Solution for Test: दुःख का अधिकार- 2 - Question 5

लेखक के अनुसार, बुढ़िया को कोई उधार नहीं देता था क्योंकि उसके बेटे की मृत्यु हो गई थी। उसकी स्थिति ऐसी थी कि लोग उसके परिवार की मदद करने को तैयार नहीं थे और उसे उधार नहीं दिया जा रहा था।

Test: दुःख का अधिकार- 2 - Question 6

साँप के काटने के कारण लड़के का शरीर कैसा हो गया था?

Detailed Solution for Test: दुःख का अधिकार- 2 - Question 6

साँप के काटने के कारण लड़के का शरीर काला हो गया था। यह कालेपन का संकेत था कि साँप का जहर रक्तप्रवाह में फैल चुका था और शरीर में विषाक्त प्रभाव डाल रहा था।

Test: दुःख का अधिकार- 2 - Question 7

लेखक किसके रोने का कारण नहीं जान सका ?

Detailed Solution for Test: दुःख का अधिकार- 2 - Question 7

लेखक बुढ़िया के रोने का कारण नहीं जान सका। हालांकि, अन्य लोगों के रोने का कारण लेखक को पता था, लेकिन बुढ़िया के रोने की वजह अज्ञात रही।

Test: दुःख का अधिकार- 2 - Question 8

कहानी में किसके मरने पर तरह दिन का सूतक कहा गया है ?

Detailed Solution for Test: दुःख का अधिकार- 2 - Question 8

कहानी में बच्चे की मृत्यु पर तीन दिन का सूतक कहा गया है। सूतक एक धार्मिक अवधि होती है जब मृत्यु के बाद घर में शोक मनाया जाता है और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं।

Test: दुःख का अधिकार- 2 - Question 9

कहानी में लोगों ने किसे 'पत्थर दिल' कहा है ?

Detailed Solution for Test: दुःख का अधिकार- 2 - Question 9

कहानी में लोगों ने बुढ़िया को 'पत्थर दिल' कहा है। यह अपमानजनक टिप्पणी तब की गई जब बुढ़िया ने अपने बेटे की मृत्यु के बावजूद बाज़ार में खरबूज़े बेचना जारी रखा। लोगों ने उसकी इस स्थिति को असंवेदनशीलता और कठोरता के रूप में देखा।

Test: दुःख का अधिकार- 2 - Question 10

लेखक के अनुसार किसे दुःख मनाने का अधिकार नहीं है ?

Detailed Solution for Test: दुःख का अधिकार- 2 - Question 10

लेखक के अनुसार गरीबों को दुःख मनाने का अधिकार नहीं है। लेखक का मानना था कि समाज में गरीब लोगों के दुःख को गंभीरता से नहीं लिया जाता और उन्हें दुःख प्रकट करने का भी अधिकार नहीं दिया जाता।

15 videos|160 docs|37 tests
Information about Test: दुःख का अधिकार- 2 Page
In this test you can find the Exam questions for Test: दुःख का अधिकार- 2 solved & explained in the simplest way possible. Besides giving Questions and answers for Test: दुःख का अधिकार- 2, EduRev gives you an ample number of Online tests for practice

Top Courses for Class 9

Download as PDF

Top Courses for Class 9