Class 8 Exam  >  Class 8 Tests  >  Hindi Class 8  >  MCQ: अकबरी लोटा - 1 - Class 8 MCQ

MCQ: अकबरी लोटा - 1 - Class 8 MCQ


Test Description

15 Questions MCQ Test Hindi Class 8 - MCQ: अकबरी लोटा - 1

MCQ: अकबरी लोटा - 1 for Class 8 2025 is part of Hindi Class 8 preparation. The MCQ: अकबरी लोटा - 1 questions and answers have been prepared according to the Class 8 exam syllabus.The MCQ: अकबरी लोटा - 1 MCQs are made for Class 8 2025 Exam. Find important definitions, questions, notes, meanings, examples, exercises, MCQs and online tests for MCQ: अकबरी लोटा - 1 below.
Solutions of MCQ: अकबरी लोटा - 1 questions in English are available as part of our Hindi Class 8 for Class 8 & MCQ: अकबरी लोटा - 1 solutions in Hindi for Hindi Class 8 course. Download more important topics, notes, lectures and mock test series for Class 8 Exam by signing up for free. Attempt MCQ: अकबरी लोटा - 1 | 15 questions in 20 minutes | Mock test for Class 8 preparation | Free important questions MCQ to study Hindi Class 8 for Class 8 Exam | Download free PDF with solutions
MCQ: अकबरी लोटा - 1 - Question 1

निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के सही उत्तर विकल्पों में से चुनिएः
लाला झाऊलाल को खाने-पीने की कमी नहीं थी। काशी के ठठेरी बाजार में मकान था। नीचे की दुकानों से एक सौ रुपये मासिक के करीब किराया उतर आता था। अच्छा खाते थे, अच्छा पहनते थे, पर ढाई सौ रुपये तो एक साथ आँख सेंकने के लिए भी न मिलते थे। इसलिए जब उनकी पत्नी ने एक दिन एकाएक ढाई सौ रुपये की माँग पेश की, तब उनका जी एक बार जोर से सनसनाया और फिर बैठ गया।
प्रश्न: गद्यांश के पाठ और उसके लेखक का नाम बताइए।         

MCQ: अकबरी लोटा - 1 - Question 2

निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के सही उत्तर विकल्पों में से चुनिएः
खैर, एक दिन और बीता। पाँचवें दिन घबराकर उन्होंने बिलवासी मिश्र को अपनी विपदा सुनाई। संयोग कुछ ऐसा बिगड़ा था कि बिलवासी जी भी उस समय बिलकुल खुक्ख थे। उन्होंने कहा‘‘मेरे पास हैं तो नहीं, पर मैं कहीं से माँग-जाँचकर लाने की कोशिश करूँगा और अगर मिल गया तो कल शाम को तुमसे मकान पर मिलूँगा।’’ 
प्रश्न:‘खुक्ख होना’ का आशय है-         

MCQ: अकबरी लोटा - 1 - Question 3

निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के सही उत्तर विकल्पों में से चुनिएः
खैर, एक दिन और बीता। पाँचवें दिन घबराकर उन्होंने बिलवासी मिश्र को अपनी विपदा सुनाई। संयोग कुछ ऐसा बिगड़ा था कि बिलवासी जी भी उस समय बिलकुल खुक्ख थे। उन्होंने कहा‘‘मेरे पास हैं तो नहीं, पर मैं कहीं से माँग-जाँचकर लाने की कोशिश करूँगा और अगर मिल गया तो कल शाम को तुमसे मकान पर मिलूँगा।’’
 प्रश्न: बिलवासी मिश्र ने झाऊलाल की किस तरह मदद करने का आश्वासन दिया?         

MCQ: अकबरी लोटा - 1 - Question 4

निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के सही उत्तर विकल्पों में से चुनिएः
खैर, एक दिन और बीता। पाँचवें दिन घबराकर उन्होंने बिलवासी मिश्र को अपनी विपदा सुनाई। संयोग कुछ ऐसा बिगड़ा था कि बिलवासी जी भी उस समय बिलकुल खुक्ख थे। उन्होंने कहा‘‘मेरे पास हैं तो नहीं, पर मैं कहीं से माँग-जाँचकर लाने की कोशिश करूँगा और अगर मिल गया तो कल शाम को तुमसे मकान पर मिलूँगा।’’
 प्रश्न:किस घटना के क्रम में एक दिन और बीता?         

MCQ: अकबरी लोटा - 1 - Question 5

निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के सही उत्तर विकल्पों में से चुनिएः
खैर, एक दिन और बीता। पाँचवें दिन घबराकर उन्होंने बिलवासी मिश्र को अपनी विपदा सुनाई। संयोग कुछ ऐसा बिगड़ा था कि बिलवासी जी भी उस समय बिलकुल खुक्ख थे। उन्होंने कहा‘‘मेरे पास हैं तो नहीं, पर मैं कहीं से माँग-जाँचकर लाने की कोशिश करूँगा और अगर मिल गया तो कल शाम को तुमसे मकान पर मिलूँगा।’’ 
प्रश्न: बिलवासी मिश्र कौन थे?            

MCQ: अकबरी लोटा - 1 - Question 6

निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के सही उत्तर विकल्पों में से चुनिएः
खैर, एक दिन और बीता। पाँचवें दिन घबराकर उन्होंने बिलवासी मिश्र को अपनी विपदा सुनाई। संयोग कुछ ऐसा बिगड़ा था कि बिलवासी जी भी उस समय बिलकुल खुक्ख थे। उन्होंने कहा‘‘मेरे पास हैं तो नहीं, पर मैं कहीं से माँग-जाँचकर लाने की कोशिश करूँगा और अगर मिल गया तो कल शाम को तुमसे मकान पर मिलूँगा।’’
 प्रश्न:‘संयोग’ शब्द का उचित संध्-िविच्छेद होगा-         

Detailed Solution for MCQ: अकबरी लोटा - 1 - Question 6

‘संयोग’ शब्द का उचित संधि-विच्छेद सम् + योग होगा।

संयोग का अर्थ होता है ‘योग का सम्यक रूप’, जो संयोग, मेल या मिलन का सूचक है।

इसलिए, सही उत्तर है c) सम् + योग

MCQ: अकबरी लोटा - 1 - Question 7

निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के सही उत्तर विकल्पों में से चुनिएः
खैर, एक दिन और बीता। पाँचवें दिन घबराकर उन्होंने बिलवासी मिश्र को अपनी विपदा सुनाई। संयोग कुछ ऐसा बिगड़ा था कि बिलवासी जी भी उस समय बिलकुल खुक्ख थे। उन्होंने कहा‘‘मेरे पास हैं तो नहीं, पर मैं कहीं से माँग-जाँचकर लाने की कोशिश करूँगा और अगर मिल गया तो कल शाम को तुमसे मकान पर मिलूँगा।’’
 प्रश्न:किस घटना के क्रम में एक दिन और बीता?         

MCQ: अकबरी लोटा - 1 - Question 8

निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के सही उत्तर विकल्पों में से चुनिएः
खैर, एक दिन और बीता। पाँचवें दिन घबराकर उन्होंने बिलवासी मिश्र को अपनी विपदा सुनाई। संयोग कुछ ऐसा बिगड़ा था कि बिलवासी जी भी उस समय बिलकुल खुक्ख थे। उन्होंने कहा‘‘मेरे पास हैं तो नहीं, पर मैं कहीं से माँग-जाँचकर लाने की कोशिश करूँगा और अगर मिल गया तो कल शाम को तुमसे मकान पर मिलूँगा।’’ 
प्रश्न: बिलवासी मिश्र कौन थे?            

MCQ: अकबरी लोटा - 1 - Question 9

निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के सही उत्तर विकल्पों में से चुनिएः
खैर, एक दिन और बीता। पाँचवें दिन घबराकर उन्होंने बिलवासी मिश्र को अपनी विपदा सुनाई। संयोग कुछ ऐसा बिगड़ा था कि बिलवासी जी भी उस समय बिलकुल खुक्ख थे। उन्होंने कहा‘‘मेरे पास हैं तो नहीं, पर मैं कहीं से माँग-जाँचकर लाने की कोशिश करूँगा और अगर मिल गया तो कल शाम को तुमसे मकान पर मिलूँगा।’’ 
प्रश्न:‘खुक्ख होना’ का आशय है-         

MCQ: अकबरी लोटा - 1 - Question 10

निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के सही उत्तर विकल्पों में से चुनिएः
खैर, एक दिन और बीता। पाँचवें दिन घबराकर उन्होंने बिलवासी मिश्र को अपनी विपदा सुनाई। संयोग कुछ ऐसा बिगड़ा था कि बिलवासी जी भी उस समय बिलकुल खुक्ख थे। उन्होंने कहा‘‘मेरे पास हैं तो नहीं, पर मैं कहीं से माँग-जाँचकर लाने की कोशिश करूँगा और अगर मिल गया तो कल शाम को तुमसे मकान पर मिलूँगा।’’
 प्रश्न: बिलवासी मिश्र ने झाऊलाल की किस तरह मदद करने का आश्वासन दिया?         

MCQ: अकबरी लोटा - 1 - Question 11

निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के सही उत्तर विकल्पों में से चुनिएः
लाला झाऊलाल को खाने-पीने की कमी नहीं थी। काशी के ठठेरी बाजार में मकान था। नीचे की दुकानों से एक सौ रुपये मासिक के करीब किराया उतर आता था। अच्छा खाते थे, अच्छा पहनते थे, पर ढाई सौ रुपये तो एक साथ आँख सेंकने के लिए भी न मिलते थे। इसलिए जब उनकी पत्नी ने एक दिन एकाएक ढाई सौ रुपये की माँग पेश की, तब उनका जी एक बार जोर से सनसनाया और फिर बैठ गया।
प्रश्न: खाने-पीने की कमी न होने का आशय है-           

MCQ: अकबरी लोटा - 1 - Question 12

निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के सही उत्तर विकल्पों में से चुनिएः
लाला झाऊलाल को खाने-पीने की कमी नहीं थी। काशी के ठठेरी बाजार में मकान था। नीचे की दुकानों से एक सौ रुपये मासिक के करीब किराया उतर आता था। अच्छा खाते थे, अच्छा पहनते थे, पर ढाई सौ रुपये तो एक साथ आँख सेंकने के लिए भी न मिलते थे। इसलिए जब उनकी पत्नी ने एक दिन एकाएक ढाई सौ रुपये की माँग पेश की, तब उनका जी एक बार जोर से सनसनाया और फिर बैठ गया।
प्रश्न: लाला के मकान में नीचे थीं-           

Detailed Solution for MCQ: अकबरी लोटा - 1 - Question 12

लाला झाऊलाल को खाने-पीने की कमी नहीं थी। काशी के ठठेरी बाजार में मकान था। नीचे की दुकानों से एक सौ रुपये मासिक के करीब किराया उतर आता था।

MCQ: अकबरी लोटा - 1 - Question 13

निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के सही उत्तर विकल्पों में से चुनिएः
लाला झाऊलाल को खाने-पीने की कमी नहीं थी। काशी के ठठेरी बाजार में मकान था। नीचे की दुकानों से एक सौ रुपये मासिक के करीब किराया उतर आता था। अच्छा खाते थे, अच्छा पहनते थे, पर ढाई सौ रुपये तो एक साथ आँख सेंकने के लिए भी न मिलते थे। इसलिए जब उनकी पत्नी ने एक दिन एकाएक ढाई सौ रुपये की माँग पेश की, तब उनका जी एक बार जोर से सनसनाया और फिर बैठ गया।
प्रश्न: लाला जी को अचानक कितने रुपयों की आवश्यकता पड़ गई थी?           

MCQ: अकबरी लोटा - 1 - Question 14

निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के सही उत्तर विकल्पों में से चुनिएः
लाला झाऊलाल को खाने-पीने की कमी नहीं थी। काशी के ठठेरी बाजार में मकान था। नीचे की दुकानों से एक सौ रुपये मासिक के करीब किराया उतर आता था। अच्छा खाते थे, अच्छा पहनते थे, पर ढाई सौ रुपये तो एक साथ आँख सेंकने के लिए भी न मिलते थे। इसलिए जब उनकी पत्नी ने एक दिन एकाएक ढाई सौ रुपये की माँग पेश की, तब उनका जी एक बार जोर से सनसनाया और फिर बैठ गया।
प्रश्न: ‘सनसनाया’ शब्द का अर्थ है-          

MCQ: अकबरी लोटा - 1 - Question 15

अंग्रेज़ को लोटा क्यों पसंद आया?

Detailed Solution for MCQ: अकबरी लोटा - 1 - Question 15

अंग्रेज़ पुराने सामानों का संग्रह करता था और उसे इस लोटे में दिलचस्पी थी। पंडित जी ने उसे बताया कि यह लोटा ऐतिहासिक है, जिससे अंग्रेज़ को यह और भी आकर्षक लगा और उसने उसे खरीदने के लिए पैसे ऑफर किए।

52 videos|354 docs|47 tests
Information about MCQ: अकबरी लोटा - 1 Page
In this test you can find the Exam questions for MCQ: अकबरी लोटा - 1 solved & explained in the simplest way possible. Besides giving Questions and answers for MCQ: अकबरी लोटा - 1, EduRev gives you an ample number of Online tests for practice
52 videos|354 docs|47 tests
Download as PDF