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दिल्ली सल्तनत - Test 1 - UPSC MCQ


Test Description

30 Questions MCQ Test इतिहास (History) for UPSC CSE in Hindi - दिल्ली सल्तनत - Test 1

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दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 1

पेशावर और पंजाब को जीतने और अपने राज्य में मिलाने के लिए महमूद गजनवी ने किसे हराया था?               

Detailed Solution for दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 1

1001 ई० में महमूद गजनवी का दूसरा आक्रमण में हिन्दुशाही राज्य पर हुआ, इस समय हिन्दूशाही वंश का राजा जयपाल था| महमूद गजनवी व जयपाल के मध्य पेशावर के निकट युद्ध हुआ जिसमें जयपाल पराजित हुआ | महमूद ने हिन्दूशाही वंश की राजधानी वैहिन्द (उद्भाण्डपुर) पर अधिकार कर लिया।

दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 2

पहला खलीफा और खलीफों के उमाय्यद वंश का संस्थापक कौन था?               

Detailed Solution for दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 2

प्रथम खलीफा दुनिया का और मुस्लिम का अबु बक्र अल सिद्दीकी था।

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दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 3

किस दिल्ली सुल्तान के शासन काल में ‘चहलगानी’ या ‘चालीसा’ नामक गुट प्रभाव में आया?               

Detailed Solution for दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 3

इल्तुतमिश (1211-1236):
वह कुतुबुद्दीन ऐबक के बाद सिंहासन पर बैठा।
वह दिल्ली सल्तनत का तीसरा शासक था, जो मामलुक वंश से संबंधित था।
उसने चालीस वफादार गुलाम अमीर की टुकड़ी का गठन किया जिसे तुर्कान-ए-चहलगानी के नाम से भी जाना जाता है और चालीसा भी कहा जाता है।

दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 4

फिरोज तुगलक के 40 वर्षों के लंबे शासनकाल के दौरान, एक कुलीन द्वारा केवल एक विद्रोह हुआ था। वह कौन था?

Detailed Solution for दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 4

तुगलक वंश ने मुस्लिम कुलीनों द्वारा कई विद्रोहों का अनुभव किया, विशेष रूप से मुहम्मद बिन तुगलक के दौरान, लेकिन फिरोज शाह तुगलक जैसे अन्य शासकों के दौरान भी। किसानों से कर निकालने और मुस्लिम कुलीन वर्ग के बीच साझा करने की इस प्रणाली ने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार, गिरफ्तारी, निष्पादन और विद्रोह का नेतृत्व किया। उदाहरण के लिए, फिरोज शाह तुगलक के शासनकाल में, शमसालदीन दमघानी नामक एक मुस्लिम कुलीन ने गुजरात के इक्ता पर एक अनुबंध में प्रवेश किया, जिसमें 1377 ईस्वी में अनुबंध में प्रवेश करते हुए वार्षिक श्रद्धांजलि की एक बड़ी रकम का वादा किया गया था।

दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 5

महमूद गजनवी का दरबारी कवि और शाहनामा का लेखक कौन था?               

Detailed Solution for दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 5

फिरदौसी महमूद गजनी के दरबारी कवि थे। फिरदौसी का पूरा नाम अबू एल-कासिम फिरदौसी तुसी था। वह लंबी महाकाव्य कविता के लेखक हैं, शाहनामा अकेले उनकी कृति है। फिरदौसी को फारसी साहित्य में सबसे प्रसिद्ध कवि माना जाता है।

दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 6

निम्नलिखित में से किस दिल्ली सुल्तान ने किसी नये प्रदेश को नहीं जीता?               

दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 7

दिल्ली सल्तनत काल के किस दो इतिहासकारों की ऐतिहासिक कृति का नाम ‘तारीख-ए-फिरोजशाही’ है?

 I. अमीर खुसरो  

II. मिन्हास-उस-सिराज

III.जियाउद्दीन बर्नी            

IV.शम्स-ए-सिराज अफीफ

दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 8

निम्नलिखित में से किस एक को छोड़कर शेष सभी हिन्दू माता की सन्तान थे?               

Detailed Solution for दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 8

तुगलक वंश के संस्थापक गयासुद्दीन तुगलक (1320-1325)। गयासुद्दीन तुगलक का मूल नाम गाजी मलिक था। उनके पिता मलिक तुगलक सुल्तान गयासुद्दीन बलबन के तुर्की गुलाम थे और उनकी मां पंजाब की जाट महिला थीं। उन्होंने अलाउद्दीन खिलज के अधीन मार्च के वार्डन के रूप में अपना करियर शुरू किया और मंगोल आक्रमणों के खिलाफ एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने दिल्ली के सिंहासन के हड़पने वाले खसरो को हटा दिया, और सितंबर 1320 में दरबार के रईसों द्वारा सुल्तान के रूप में प्रशंसित किया गया।

दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 9

निम्नलिखित को सुमेलित करें-

दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 10

निम्नलिखित को सुमेलित करें-

दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 11

सल्तनत काल में भारत में मुस्लिम राज्य की प्रकृति के संबंध में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन असत्य है?               

दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 12

उस अब्बासी खलीफा का नाम क्या था जिसने इस्लामी इतिहास में सर्वप्रथम महमूद गजनी को सुल्तान की उपाधि से अलंकृत किया था?               

दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 13

दिल्ली के सुल्तानों द्वारा अब्बासी खलीफा की सत्ता को मान्यता देने के पीछे क्या मंशा थी?               

दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 14

निम्नलिखित में कौन-सा कथन असत्य है?               

दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 15

निम्नलिखित में लाखबख्श के नाम से किसे संबोधित किया गया था?               

Detailed Solution for दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 15

कुतुबुद्दीन ऐबक को लाख बख्स की उपाधि दी गई थी जिसका अर्थ है-लाखों में दान देने वाला । ऐबक मोहम्मद गोरी का गुलाम था एवं इसने तराईन के व्दितीय युध्द के पश्चात 1206 ई. में गुलाम वंश की नींव रखी। इसे कुरान खाँ के नाम से भी जाना जाता था।

दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 16

दिल्ली की गद्दी पर बैठते वक्त इल्तुतमिश को जिन राजनीतिक घटनाओं का सामना करना पड़ा था उससे संबंधित कुछ तथ्य नीचे दिए गए है । उसमें कौन-एक गलत है?               

Detailed Solution for दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 16

सुल्तान का पद प्राप्त करने के बाद इल्तुतमिश को कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। उसकी प्रारम्भिक कठानाई अनेक गद्दी के दावेदारों का होना था। जिनका बाद में 'कुल्बी' अर्थात कुतुबद्दीन ऐबक के समय सरदार तथा 'मुइज्जी' अर्थात् मुहम्मद ग़ोरी के समय के सरदारों के विद्रोह का दमन किया।

दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 17

निम्नलिखित में कौन-सा कथन गलत है?               

दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 18

निम्नलिखित में कौन-सा तथ्य सत्य है?               

Detailed Solution for दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 18

सुल्तान का पद प्राप्त करने के बाद इल्तुतमिश को कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। उसकी प्रारम्भिक कठानाई अनेक गद्दी के दावेदारों का होना था। जिनका बाद में ‘कुल्बी’ अर्थात कुतुबद्दीन ऐबक के समय सरदार तथा ‘मुइज्जी’ अर्थात् मुहम्मद ग़ोरी के समय के सरदारों के विद्रोह का दमन किया। इल्तुमिश ने इन विद्रोही सरदारों पर विश्वास न करते हुए अपने 40 ग़ुलाम सरदारों का एक गुट या संगठन बनाया, जिसे ‘तुर्कान-ए-चिहालगानी' का नाम दिया गया। इस संगठन को ‘चरगान’ भी कहा जाता है। इल्तुतिमिश के समय में ही अवध में पिर्थू विद्रोह हुआ।

1215 से 1217 ई. के बीच इल्तुतिमिश को अपने दो प्रबल प्रतिद्वन्द्धी 'एल्दौज' और 'नासिरुद्दीन क़बाचा' से संघर्ष करना पड़ा। 1215 ई. में इल्तुतिमिश ने एल्दौज को पराजित किया। 1217 ई. में इल्तुतिमिश ने कुबाचा से लाहौर छीन लिया तथा 1228 में उच्छ पर अधिकार कर कुबाचा से बिना शर्त आत्मसमर्पण के लिए कहा। अन्त में कुबाचा ने सिन्धु नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली। इस तरह इन दोनों प्रबल विरोधियों का अन्त हुआ।

दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 19

निम्नलिखित में किसके शासन-काल में शियाओं और सुन्नियों के बीच गंभीर सांप्रदायिक संघर्ष हुआ था?               

दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 20

सल्तनत काल के उस एकमात्र भारतीय मुस्लिम का नाम बताएँ जिसने दिल्ली की गद्दी पर अधिकार किया था?               

Detailed Solution for दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 20

खुसरो खान जिन्हें नासिरुद्दीन खुसरव शाह के नाम से भी जाना जाता है, सल्तनत काल के दौरान दिल्ली के सिंहासन पर बैठने वाले एकमात्र भारतीय मुस्लिम थे। उन्होंने अलाउद्दीन के बेटे को मार कर खिलजी राजवंश को समाप्त कर दिया और सिंहासन ग्रहण कर लिया।

दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 21

निम्नलिखित में कौन-सा कथन सत्य है?               

दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 22

बलबन के बाद दिल्ली की गद्दी पर कौन बैठा?               

Detailed Solution for दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 22

कैकूबाद के पूर्व बलबन ने अपनी मृत्यु के पूर्व कैख़ुसरो को अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया था। लेकिन दिल्ली के कोतवाल फ़ख़रुद्दीन मुहम्मद ने बलबन की मृत्यु के बाद कूटनीति के द्वारा कैख़ुसरो को मुल्तान की सूबेदारी देकर कैकुबाद को दिल्ली की राजगद्दी पर बैठा दिया।

दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 23

खिलजी क्रांति से क्या तात्पर्य है?           

Detailed Solution for दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 23
  •  खिलजी क्रांति से तात्पर्य है–सत्ता पर तुर्की अमीर वर्ग के एकाधिकार की समाप्ति 
  • अब श्रेष्ठ पद  जातिय और नस्लीय आधार पर नहीं बल्की योग्यता के आधार पर प्राप्त किए जा सकते थे
  •  बलबन का राजत्व सिद्धांत जो की रक्त की शुद्धता और उच्च कुलीनता पर आधारित था खिलजी काल में समाप्त हो गया
  • खिलजी वंश के शासकों को सर्वमान्य रूप से स्वीकृति नहीं मिली थी क्योंकि तुर्की अमीर उन्हें निम्न मानते थे और उनसे घृणा करते थे
  • वह खिलजियों को अफगान मानते थे लेकिन खिलजी तुर्क थ।,  “”फकरूद्दीन रावर्टी,बार्थोल्ड”” विद्वानों ने उन्हें तुर्की माना है
  • खिलजी अफगानिस्तान के खल्ज  क्षेत्र में रहते थे जो हेलमंद नदी के दोनों ओर स्थित गर्म क्षेत्र या गर्मसीर कहलाता था
  • बहुत समय तक अफगानिस्तान में रहने के कारण उन्होंने अफगानी परंपराएं अपना ली थी।इस कारण वह अफगान समझे जाते थे
  • खिलजी क्रांति भारत में मुस्लिम राज्य के विकास में महत्वपूर्ण स्थान रखता है, इसका महत्व केवल एक वंश परिवर्तन तक ही सीमित नहीं था
  • बलबन द्वारा स्थापित राज व्यवस्था के विपरीत यह  एक नए युग का आरंभ था।बलवन के काल में विरोधी तत्वो के दमन के लिए हिंसात्मक तरीके अपनाए गए थे
  • लेकिन खिलजी क्रांति ने शाही रक्त की तुलना में सर्व साधारण के जनमत को आधिपत्य स्थापित कर यह सिद्ध कर दिया की गद्दी पर कोई भी ऐसा व्यक्ति एकाधिकार कर सकता था जिसमें उसे अपने हाथ में रखने की शक्ति और योग्यता हो
  •  इसके अतिरिक्त खिलजी ने भारतीयों को उच्च पदों पर नियुक्त करने की परंपरा आरंभ कि इसमें भी कुलीनता के सिद्धांत के स्थान पर प्रतिभा को अधिक महत्व दिया गया
  •  खिलजी वंश के शासकों ने विशेषकर अलाउद्दीन खिलजी ने राजनीति को धर्म से पृथक करने का प्रयास किया
  •  सल्तनत के इतिहास में यह एक नया अध्याय था, खिलजी क्रांति प्रशासन में व्यापक स्थानीय भागीदारी की दिशा में महत्वपूर्ण थे
  • यद्यपि खिलजी सुल्तान भी तुर्क थे पर उन्होंने गैर तुर्कों को भी प्रशासन में शामिल कियासाम्राज्यवादी और आर्थिक नीतियों में उग्र और  प्रबल परिवर्तन भी हुए
  •  इन सभी कारणों से खिलजी द्वारा सत्ता पर अधिकार केवल वंश के स्थान पर दूसरे वंश की स्थापना के रूप में नहीं देखा जा सकता है
  •  बल्कि यह एक व्यवस्था की समाप्ति और एक भिन्न व्यवस्था के आरंभ होने का सूचक था।
  • इन्ही परिवर्तन के कारण प्रोफेसर मोहम्मद हबीब ने– खिलजी वंश की स्थापना को एक क्रांति की संज्ञा दी है
दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 24

डाॅ ईश्वरी प्रसाद लिखते है , ”वह हमेशा नेक राजा की भाँति व्यवहार करता था। उसका राजा के गौरव के प्रति सजगता का भान इस बात से प्रतीत होता है कि वह हमेशा अपने व्यक्तिगत नौकरों के समक्ष भी पूर्ण राजसी वस्त्रो  में उपस्थित होता था। वह कभी भी दरबार में न जोर से हँसता था, न हँसी-ठिठोली करता था और न ही दरबार में अपनी उपस्थित में इन बातों की छूट ही देता था“। उपर्युक्त कथन किस राजा के परिप्रेक्ष्य में कहा गया है?

दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 25

निम्नलिखित में से किस सुल्तान ने आम जनता से बात करना छोड़ दिया था?               

दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 26

अलाउद्दीन ख़लजी के जमाने में उत्तर भारत का कौन-सा क्षेत्र दिल्ली सल्तनत के अधिकार में नहीं था?               

दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 27

निम्नलिखित में कौन-सा कथन सत्य है?               

दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 28

उस दक्षिण भारतीय राजा का क्या नाम था जिसने 1303 ई. में अलाउद्दीन खिलजी की सेना को परास्त किया था?               

Detailed Solution for दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 28

प्रतापरुद्र, जिसे रुद्रदेव II के नाम से भी जाना जाता है, भारत के काकतीय राजवंश का अंतिम शासक था। उन्होंने वारंगल में अपनी राजधानी के साथ दक्कन के पूर्वी भाग पर शासन किया। प्रतापरुद्र ने अपनी दादी रुद्रमादेवी को काकतीय सम्राट के रूप में उत्तराधिकारी बनाया। उन्होंने 1303 में अलाउद्दीन खिलजी की सेना के पहले आक्रमण को हराया। यह करीमनगर जिले में था। लेकिन बाद में 1310 या इसके बाद खिलजी ने काकतीयों को हरा दिया - प्रतापरुद्र ने आत्मसमर्पण कर दिया और भारी फिरौती देने के लिए एक समझौता किया।

दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 29

निम्नलिखित में से किस सुल्तान ने षड्यंत्रों के भय से अमीरों के बीच होने वाले मेल-मिलाप और दावत-आयोजन पर प्रतिबंध लगा दिया था और सारे राज्य में गुप्तचरों का जाल बिछा दिया था?               

दिल्ली सल्तनत - Test 1 - Question 30

निम्नलिखित में कौन-सा कथन सत्य है?               

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