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Test: पद- 2 - Class 10 MCQ


Test Description

20 Questions MCQ Test - Test: पद- 2

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Test: पद- 2 - Question 1

सूरदास का जन्म किस वर्ष माना जाता है?

Detailed Solution for Test: पद- 2 - Question 1

पाठ में स्पष्ट रूप से लिखा है कि सूरदास का जन्म सन् 1478 में माना जाता है।

Test: पद- 2 - Question 2

सूरदास के जन्म स्थान के संबंध में कौन सी दो मान्यताएं हैं?

Detailed Solution for Test: पद- 2 - Question 2

पाठ के अनुसार एक मान्यता के अनुसार मथुरा के निकट रेणुका क्षेत्र में और दूसरी मान्यता के अनुसार दिल्ली के पास सीही में उनका जन्म हुआ।

Test: पद- 2 - Question 3

सूरदास किनके शिष्य थे?

Detailed Solution for Test: पद- 2 - Question 3

पाठ में स्पष्ट रूप से उल्लेख है कि महाप्रभु वल्लभाचार्य के शिष्य सूरदास अष्टछाप के कवियों में सर्वाधिक प्रसिद्ध हैं।

Test: पद- 2 - Question 4

सूरदास का निधन कब हुआ?

Detailed Solution for Test: पद- 2 - Question 4

पाठ के अनुसार सन् 1583 में पारसौली में उनका निधन हुआ।

Test: पद- 2 - Question 5

सूरदास के तीन ग्रंथों में सर्वाधिक लोकप्रिय कौन सा है?

Detailed Solution for Test: पद- 2 - Question 5

पाठ में लिखा है कि तीन ग्रंथों में सूरसागर ही सर्वाधिक लोकप्रिय हुआ।

Test: पद- 2 - Question 6

सूर किन दो रसों के श्रेष्ठ कवि माने जाते हैं?

Detailed Solution for Test: पद- 2 - Question 6

पाठ में स्पष्ट रूप से लिखा है कि सूर ‘वात्सल्य’ और ‘शृंगार’ के श्रेष्ठ कवि माने जाते हैं।

Test: पद- 2 - Question 7

भ्रमरगीत में गोपियों ने उद्धव को किसके बहाने व्यंग्य बाण छोड़े?

Detailed Solution for Test: पद- 2 - Question 7

पाठ में स्पष्ट रूप से लिखा है कि गोपियों ने भ्रमर के बहाने उद्धव पर व्यंग्य बाण छोड़े।

Test: पद- 2 - Question 8

पहले पद में “ऊधौ तुम हौ अति बड़भागी” में गोपियां उद्धव को क्या कह रही हैं?

Detailed Solution for Test: पद- 2 - Question 8

“बड़भागी” का अर्थ भाग्यवान है, जो व्यंग्य में कहा गया है।

Test: पद- 2 - Question 9

“पुरइनि पात रहत जल भीतर, ता रस देह न दागी” में किसकी तुलना की गई है?

Detailed Solution for Test: पद- 2 - Question 9

पुरइनि पात का अर्थ कमल का पत्ता है, जो पानी में रहकर भी गीला नहीं होता।

Test: पद- 2 - Question 10

“त्यों जल माहं तेल की गागरि” उदाहरण से क्या तात्पर्य है?

Detailed Solution for Test: पद- 2 - Question 10

यह उदाहरण उद्धव की निर्लिप्तता को दर्शाता है – जैसे तेल पानी में मिलता नहीं, वैसे ही उद्धव प्रेम में नहीं पड़ते।

Test: पद- 2 - Question 11

“मन की मन ही मांझ रही” से क्या तात्पर्य है?

Detailed Solution for Test: पद- 2 - Question 11

गोपियों की अभिलाषाएं मन में ही रह गईं, वे पूरी नहीं हो सकीं।

Test: पद- 2 - Question 12

“हमारै हरि हारिल की लकरी” में हारिल पक्षी की क्या विशेषता बताई गई है?

Detailed Solution for Test: पद- 2 - Question 12

पाठ में स्पष्ट है कि हारिल अपने पैरों में सदैव एक लकड़ी लिए रहता है, उसे छोड़ता नहीं है।

Test: पद- 2 - Question 13

“सुनत जोग लागत है ऐसौ, ज्यों करुई ककरी” में योग की तुलना किससे की गई है?

Detailed Solution for Test: पद- 2 - Question 13

गोपियों को योग की शिक्षा कड़वी ककड़ी की तरह अप्रिय लगती है।

Test: पद- 2 - Question 14

गोपियों के अनुसार कृष्ण ने अब क्या पढ़ली है?

Detailed Solution for Test: पद- 2 - Question 14

चौथे पद में गोपियां कहती हैं कि “हरि हैं राजनीति पढ़ि आए”।

Test: पद- 2 - Question 15

“राज धरम तौ यहै सूर” से क्या तात्पर्य है?

Detailed Solution for Test: पद- 2 - Question 15

पद में स्पष्ट रूप से कहा गया है “जो प्रजा न जाहिं सताए” – यही राजधर्म है।

Test: पद- 2 - Question 16

सूरदास की कविता में किस भाषा का निखरा हुआ रूप है?

Detailed Solution for Test: पद- 2 - Question 16

पाठ में स्पष्ट रूप से लिखा है कि उनकी कविता में ब्रजभाषा का निखरा हुआ रूप है।

Test: पद- 2 - Question 17

“गुर चांटी ज्यों पागी” का क्या अर्थ है?

Detailed Solution for Test: पद- 2 - Question 17

यह उदाहरण गोपियों के कृष्ण प्रेम में अनुरक्त रहने का है, जैसे चींटी गुड़ में लिपटी रहती है।

Test: पद- 2 - Question 18

भ्रमरगीत का प्रारंभ कैसे होता है?

Detailed Solution for Test: पद- 2 - Question 18

पाठ में स्पष्ट है कि वहां एक भौंरा आ पहुंचा और यहीं से भ्रमरगीत का प्रारंभ होता है।

Test: पद- 2 - Question 19

गोपियों की वाग्विदग्धता का मुख्य आधार क्या है?

Detailed Solution for Test: पद- 2 - Question 19

पाठ में गोपियों की सबसे बड़ी विशेषता “वाग्विदग्धता” बताई गई है जो उनके वाक्चातुर्य पर आधारित है।

Test: पद- 2 - Question 20

सूरदास की लोकधर्मिता का प्रमाण क्या है?

Detailed Solution for Test: पद- 2 - Question 20

राजधर्म की याद दिलाना व्याख्या: पाठ के अंत में गोपियों द्वारा उद्धव को राजधर्म (प्रजा का हित) याद दिलाना सूरदास की लोकधर्मिता को दर्शाता है।

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