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पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - UPSC MCQ


Test Description

30 Questions MCQ Test UPSC Previous Year Question Papers in Hindi - पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2

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पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 1

निम्नलिखित परिच्छेद को पढ़िये तथा परिच्छेद के पश्चात् आने वाले प्रश्नांश के उत्तर दीजिए। इस प्रश्न का उत्तर परिच्छेद पर आधारित ही होने चाहिए।

परिच्छेद - 1

अनेक राष्ट्र अब पूंजीवाद में विश्वास रखते है तथा सरकारें अपने लोगो के लिए सम्पति सर्जित करने की रणनीति के रूप में इसे चुनौती है ब्राजील चीन और भारत में उनकी अर्थव्यस्थाओ के उदारीकरण के पश्चात् देखी गयी भव्य आर्थिक सवृद्धि  इसकी विशाल संभाव्यता और सफलता का प्रमाण है तथापि विश्ववयापी बैंकिंग संकट तथा आर्थिक मंदी इकाइयों के लिए विस्म्यकारी रहा है चर्चाओं का केंद्र बिन्दु मुक्त बाजार सक्रियाओ और बलों, उनकी दक्षता और स्वय सुधार करने की उनकी योग्यता की और हुआ है विश्वव्यापी बैंकिंग प्रणाली की असफलता को दर्शाने हेतु न्याय, सत्यनिष्ठा और ईमानदारी के मुददो का वर्णन विरले ही किया जाता है इस प्रणाली के समर्थक पूंजीवाद की सफलता का औचित्य ठहराते ही जाते है और उनका तर्क है कि वर्तमान संकट एक धक्का था 
उनके तर्क उनके विचारधारागत पूर्वग्रह को इस पूर्वधारणा के साथ प्रकट करते है कि अनियंत्रित बाजार न्यायोचित तथा समर्थ होता है और निजी लालच का व्यवहार वृहत्तर लोकहित में होगा। 
कुछ लोग पूंजीवाद और लालच के बीच द्विदिशिक सम्बन्ध होने की पहचान करते है कि दोनों एक दूसरे को परिपुष्ट करते है निश्चित रूप से इस वयस्था से लाभ पाने वाले धनाढ्य और सशक्त खिलाड़ियों के बीच हितो के टकराव उनके झुकाव और विचारधाराओ के अपेक्षाकृत अधिक ईमानदार सम्प्रत्ययीकरण कि आवश्यकता है साथ ही सम्पति सृजन को केंद्रबिंदु में रखने के साथ उसके परिणामस्वरूप जनित सकल असामनता को भी दर्शाया जाना चाहिए।  

प्रश्न: इस परिछेद के अनुसार "मुक्त बाजार वयस्था" के समर्थक किसमें विशवास करते है?

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मुक्त बाजार व्यवस्था के समर्थक बाजार की स्वय के सुधार की क्षमता पर विश्वास करते है । सामान्यतः उनकी चर्चाओं  का संबंध् मुक्त बाजार परिचालन तथा बल, ऐसे उद्यमों की क्षमता तथा स्वय की सुधर की क्षमता से है।

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 2

निम्नलिखित परिच्छेद को पढ़िये तथा परिच्छेद के पश्चात् आने वाले प्रश्नांश के उत्तर दीजिए। इस प्रश्न का उत्तर परिच्छेद पर आधारित ही होने चाहिए।

परिच्छेद - 1

अनेक राष्ट्र अब पूंजीवाद में विश्वास रखते है तथा सरकारें अपने लोगो के लिए सम्पति सर्जित करने की रणनीति के रूप में इसे चुनौती है ब्राजील चीन और भारत में उनकी अर्थव्यस्थाओ के उदारीकरण के पश्चात् देखी गयी भव्य आर्थिक सवृद्धि  इसकी विशाल संभाव्यता और सफलता का प्रमाण है तथापि विश्ववयापी बैंकिंग संकट तथा आर्थिक मंदी इकाइयों के लिए विस्म्यकारी रहा है चर्चाओं का केंद्र बिन्दु मुक्त बाजार सक्रियाओ और बलों, उनकी दक्षता और स्वय सुधार करने की उनकी योग्यता की और हुआ है विश्वव्यापी बैंकिंग प्रणाली की असफलता को दर्शाने हेतु न्याय, सत्यनिष्ठा और ईमानदारी के मुददो का वर्णन विरले ही किया जाता है इस प्रणाली के समर्थक पूंजीवाद की सफलता का औचित्य ठहराते ही जाते है और उनका तर्क है कि वर्तमान संकट एक धक्का था 
उनके तर्क उनके विचारधारागत पूर्वग्रह को इस पूर्वधारणा के साथ प्रकट करते है कि अनियंत्रित बाजार न्यायोचित तथा समर्थ होता है और निजी लालच का व्यवहार वृहत्तर लोकहित में होगा। 
कुछ लोग पूंजीवाद और लालच के बीच द्विदिशिक सम्बन्ध होने की पहचान करते है कि दोनों एक दूसरे को परिपुष्ट करते है निश्चित रूप से इस वयस्था से लाभ पाने वाले धनाढ्य और सशक्त खिलाड़ियों के बीच हितो के टकराव उनके झुकाव और विचारधाराओ के अपेक्षाकृत अधिक ईमानदार सम्प्रत्ययीकरण कि आवश्यकता है साथ ही सम्पति सृजन को केंद्रबिंदु में रखने के साथ उसके परिणामस्वरूप जनित सकल असामनता को भी दर्शाया जाना चाहिए।   

प्रश्न:  "विचारधारागत पूर्वग्रह" के सन्दर्भ में इस परिच्छेद का निहितार्थ क्या है

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वैचारिक पूर्वग्रह का आशय एक ऐसे विचार से है जो आंशिक प्रकृति का हो। इस परिच्छेद में व्यक्त विचार का संबंध् एक ऐसे अनियंत्रित बाजार से है जो स्वतंत्र तथा सक्षम हो।

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पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 3

निम्नलिखित परिच्छेद को पढ़िये तथा परिच्छेद के पश्चात् आने वाले प्रश्नांश के उत्तर दीजिए। इस प्रश्न का उत्तर परिच्छेद पर आधारित ही होने चाहिए।

परिच्छेद - 1

अनेक राष्ट्र अब पूंजीवाद में विश्वास रखते है तथा सरकारें अपने लोगो के लिए सम्पति सर्जित करने की रणनीति के रूप में इसे चुनौती है ब्राजील चीन और भारत में उनकी अर्थव्यस्थाओ के उदारीकरण के पश्चात् देखी गयी भव्य आर्थिक सवृद्धि  इसकी विशाल संभाव्यता और सफलता का प्रमाण है तथापि विश्ववयापी बैंकिंग संकट तथा आर्थिक मंदी इकाइयों के लिए विस्म्यकारी रहा है चर्चाओं का केंद्र बिन्दु मुक्त बाजार सक्रियाओ और बलों, उनकी दक्षता और स्वय सुधार करने की उनकी योग्यता की और हुआ है विश्वव्यापी बैंकिंग प्रणाली की असफलता को दर्शाने हेतु न्याय, सत्यनिष्ठा और ईमानदारी के मुददो का वर्णन विरले ही किया जाता है इस प्रणाली के समर्थक पूंजीवाद की सफलता का औचित्य ठहराते ही जाते है और उनका तर्क है कि वर्तमान संकट एक धक्का था 
उनके तर्क उनके विचारधारागत पूर्वग्रह को इस पूर्वधारणा के साथ प्रकट करते है कि अनियंत्रित बाजार न्यायोचित तथा समर्थ होता है और निजी लालच का व्यवहार वृहत्तर लोकहित में होगा। 
कुछ लोग पूंजीवाद और लालच के बीच द्विदिशिक सम्बन्ध होने की पहचान करते है कि दोनों एक दूसरे को परिपुष्ट करते है निश्चित रूप से इस वयस्था से लाभ पाने वाले धनाढ्य और सशक्त खिलाड़ियों के बीच हितो के टकराव उनके झुकाव और विचारधाराओ के अपेक्षाकृत अधिक ईमानदार सम्प्रत्ययीकरण कि आवश्यकता है साथ ही सम्पति सृजन को केंद्रबिंदु में रखने के साथ उसके परिणामस्वरूप जनित सकल असामनता को भी दर्शाया जाना चाहिए।

इस परिच्छदे से ‘‘निजी लालच का व्यवहार वृहत्तर लोकहित में होगा’’

1. पूंजीवाद की झूठी विचारधरा को निदिष्ट करता है| 
2. मुक्त बाज़ार के न्यायसंगत दावों को स्वीकार करता है।
3. पूंजीवाद के सद्भावपूर्ण चेहरे को दिखाता है।
4. परिणामी सकल असमानता की अपेक्षा करता है।

प्रश्न: उपर्युक्त कथनो में से कौन-सा सही है?

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यह स्पष्टः कहा जाता है। कि तर्क  पूर्वग्रह  विचारधरा को  स्पष्ट रूप से प्रकट करते  है अतः (1) पूंजीवाद के गलत विचारधरा को व्यक्त करता है जो  विकल्पों  में से एक है यह भी उल्लेखित  है कि एक अध्कि ईमानदार  विश्लेषण  परिणामी सकल असमानता को प्रतिबिम्बित करगेा।
अतः (4) भी सही विकल्प है।

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 4

निम्नलिखित परिच्छेद को पढ़िये तथा परिच्छेद के पश्चात् आने वाले प्रश्नांश के उत्तर दीजिए। इस प्रश्न का उत्तर परिच्छेद पर आधारित ही होने चाहिए।

परिच्छेद - 2

केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों के निवल लाभ उनकी कुल परिसम्पतियों का मात्रा 2.2% है जो प्राइवेट निगम क्षेत्रक की तुलना में कम है भले ही सार्वजनिक निगम क्षेत्रक या राज्य संचालित उधमवृत्ति ने भारत के औधोगिकरण को प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है तथापि हमारी बढ़ती हुई विकास आवश्यकताएं, सार्वजनिक क्षेत्रक उधमों के संतोषजनक से अपेक्षाकृत न्यून निष्पादन हमारे प्राइवेट क्षेत्रक में आई परिपक्वता उद्यमवृत्ति के प्रसार हेतु इस समय उपलब्ध कही अधिक व्यापक सामाजिक आधार और प्रतियोगिता नीतियों को लागू कर सकने के बढ़ते हुए सांस्थानिक सामर्थ्य यह सुझाते है कि सार्वजनिक क्षेत्र की भूमिका के पुनरवलोकन का समय आ गया है ?

सरकार का सविभाग-संघटन कैसा होना चाहिए? इसे सारे समय स्थिर नहीं बना रहना चाहिए विमानन उद्योग पूर्णत: प्राइवेट मामलो की तरह भली भांति कार्य करता है दूसरी तरफ सड़को को जिनका छुटपुट यातायात पथकर वयस्था को अव्याहार्य बना देता है राज्य की तुलन पत्र पर होना चाहिए यदि ग्रामीण सड़के सरकार के स्वामित्व में न हो तो उनका असितत्व ही न रहेगा उसी तरह हमारे कस्बो और नगरों में लोक स्वास्थ्य पूंजी का सार्वजनिक क्षेत्र से आना जरूरी है इसी प्रकार वनाच्छादन के सरक्षण और सर्वधन को सार्वजनिक क्षेत्रक परिसम्पतियों की एक नई प्राथमिकता के रूप में होना चाहिए 

इस्पात का ही उदहारण ले। लगभग शून्य प्रशुल्क के साथ भारत इस धातु के लिए एक सार्वभौम प्रतियोगी बाजार है भारतीय व्यापार-प्रतिष्ठान विश्व-बाजार में इस्पात का निर्यात करते है जिससे यह निदशिर्त होता है कि प्रोधोगिकी में कोई अंतराल नहीं है भारतीय कम्पनियां विश्व की इस्पात कंपनियों को खरीद रही है जो यह दिखता है कि पूंजी उपलब्धता में कोई अंतराल नहीं है इन दशाओ में प्राइवेट स्वामित्व उत्कृष्ट कार्य करता है 

विनियमित उद्योगों में वित् से लेकर आधारिक सरचना तक प्राइवेट स्वामित्व साफ तोर पर वांछनीय है जहाँ सरकारी अभिकरण विनियम का कार्य निष्पन्न करे और बहुल प्रतियोगी व्यापार प्रतिष्ठान प्राइवेट क्षेत्रक में अवसिथत हो यहाँ सरल और सपष्ट समाधान है सरकार का खेलपंच (अम्पायर) की तरह होना और प्राइवेट क्षेत्रक का खिलाड़ियों की तरह होना ही सबसे अच्छी तरह कार्य करता है इनमे से अनेक उद्योगों में सरकारी स्वामित्व की विरासत है जहाँ उत्पादकता की प्रवृति अपेक्षाकृत कम रहने की और है दिवालियेपन का भय मौजूद नहीं है और करदाताओं से धन की मांग का जोखिम हमेशा बना हुआ है इसमें सरकार के स्वामी होने और नियामक होने के बीच एक हित द्वन्द भी बना रहता है यदि सरकारी कम्पनिया कार्यत न हो तो प्रतियोगिता नीति की रचना और कार्यान्वन और भी सशक्त और निष्पक्ष होगा 

प्रश्न:  इस परिच्छेद के अनुसार यह कहने का क्या कारण है कि सार्वजनिक क्षेत्रक कि भूमिका के पुनरवलोकन का समय आ गया है?

(1) औद्योगीकरण प्रक्रिया में अब सार्वजनिक क्षेत्र ने अपनी प्रांसगिंकता खो दी है 
(2) सार्वजनिक क्षेत्रक संतोषजनक ढंग से निष्पादन नहीं करता 
(3) प्राइवेट क्षेत्रक में उद्यमवृत्ति बढ़ रही है  
(4) अब प्रभावकारी प्रतियोगी नीतिया उपलब्ध है 

दिए गए सन्दर्भ में उपयुक्त में से कौन सा/से कथन सही है ?

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परिच्छेद के अनुसार - केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों के सम्बन्ध में शुद्ध लाभ केवल 2.2% है अत: विकल्प (2) सही है प्राइवेट क्षेत्र का विकास हुआ है चारो तरफ अधिक शिक्षित तथा समृद्ध लोगो का एक आधार है 

अत: परिच्छेद के अवलोकन से विकल्प (3) सही है प्राइवेट क्षेत्र के उधमों के बीच प्रतिसपर्धा को प्रोतसाहित करने में सरकारी संस्थाओ की भूमिका इस क्षेत्र के सतत विकास को सुनिश्चित करता है 

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 5

निम्नलिखित परिच्छेद को पढ़िये तथा परिच्छेद के पश्चात् आने वाले प्रश्नांश के उत्तर दीजिए। इस प्रश्न का उत्तर परिच्छेद पर आधारित ही होने चाहिए।

परिच्छेद - 2

केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों के निवल लाभ उनकी कुल परिसम्पतियों का मात्रा 2.2% है जो प्राइवेट निगम क्षेत्रक की तुलना में कम है भले ही सार्वजनिक निगम क्षेत्रक या राज्य संचालित उधमवृत्ति ने भारत के औधोगिकरण को प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है तथापि हमारी बढ़ती हुई विकास आवश्यकताएं, सार्वजनिक क्षेत्रक उधमों के संतोषजनक से अपेक्षाकृत न्यून निष्पादन हमारे प्राइवेट क्षेत्रक में आई परिपक्वता उद्यमवृत्ति के प्रसार हेतु इस समय उपलब्ध कही अधिक व्यापक सामाजिक आधार और प्रतियोगिता नीतियों को लागू कर सकने के बढ़ते हुए सांस्थानिक सामर्थ्य यह सुझाते है कि सार्वजनिक क्षेत्र की भूमिका के पुनरवलोकन का समय आ गया है ?

सरकार का सविभाग-संघटन कैसा होना चाहिए? इसे सारे समय स्थिर नहीं बना रहना चाहिए विमानन उद्योग पूर्णत: प्राइवेट मामलो की तरह भली भांति कार्य करता है दूसरी तरफ सड़को को जिनका छुटपुट यातायात पथकर वयस्था को अव्याहार्य बना देता है राज्य की तुलन पत्र पर होना चाहिए यदि ग्रामीण सड़के सरकार के स्वामित्व में न हो तो उनका असितत्व ही न रहेगा उसी तरह हमारे कस्बो और नगरों में लोक स्वास्थ्य पूंजी का सार्वजनिक क्षेत्र से आना जरूरी है इसी प्रकार वनाच्छादन के सरक्षण और सर्वधन को सार्वजनिक क्षेत्रक परिसम्पतियों की एक नई प्राथमिकता के रूप में होना चाहिए 

इस्पात का ही उदहारण ले। लगभग शून्य प्रशुल्क के साथ भारत इस धातु के लिए एक सार्वभौम प्रतियोगी बाजार है भारतीय व्यापार-प्रतिष्ठान विश्व-बाजार में इस्पात का निर्यात करते है जिससे यह निदशिर्त होता है कि प्रोधोगिकी में कोई अंतराल नहीं है भारतीय कम्पनियां विश्व की इस्पात कंपनियों को खरीद रही है जो यह दिखता है कि पूंजी उपलब्धता में कोई अंतराल नहीं है इन दशाओ में प्राइवेट स्वामित्व उत्कृष्ट कार्य करता है 

विनियमित उद्योगों में वित् से लेकर आधारिक सरचना तक प्राइवेट स्वामित्व साफ तोर पर वांछनीय है जहाँ सरकारी अभिकरण विनियम का कार्य निष्पन्न करे और बहुल प्रतियोगी व्यापार प्रतिष्ठान प्राइवेट क्षेत्रक में अवसिथत हो यहाँ सरल और सपष्ट समाधान है सरकार का खेलपंच (अम्पायर) की तरह होना और प्राइवेट क्षेत्रक का खिलाड़ियों की तरह होना ही सबसे अच्छी तरह कार्य करता है इनमे से अनेक उद्योगों में सरकारी स्वामित्व की विरासत है जहाँ उत्पादकता की प्रवृति अपेक्षाकृत कम रहने की और है दिवालियेपन का भय मौजूद नहीं है और करदाताओं से धन की मांग का जोखिम हमेशा बना हुआ है इसमें सरकार के स्वामी होने और नियामक होने के बीच एक हित द्वन्द भी बना रहता है यदि सरकारी कम्पनिया कार्यत न हो तो प्रतियोगिता नीति की रचना और कार्यान्वन और भी सशक्त और निष्पक्ष होगा 

प्रश्न:  इस परिच्छेद के अनुसार ग्रामीण सड़को को सार्वजनिक क्षेत्रक के दायरे में ही होना चाहिए क्यों?

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ग्रामीण सड़को को सार्वजनिक क्षेत्रक के दायरे में ही होना चाहिए क्योंकि इस सड़को पर विरल या लघु यातायात के कारण रोड कर या टोल कर के रूप में अर्जित आय लाभप्रद नहीं हो सकती है 

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 6

निम्नलिखित परिच्छेद को पढ़िये तथा परिच्छेद के पश्चात् आने वाले प्रश्नांश के उत्तर दीजिए। इस प्रश्न का उत्तर परिच्छेद पर आधारित ही होने चाहिए।

परिच्छेद - 2

केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों के निवल लाभ उनकी कुल परिसम्पतियों का मात्रा 2.2% है जो प्राइवेट निगम क्षेत्रक की तुलना में कम है भले ही सार्वजनिक निगम क्षेत्रक या राज्य संचालित उधमवृत्ति ने भारत के औधोगिकरण को प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है तथापि हमारी बढ़ती हुई विकास आवश्यकताएं, सार्वजनिक क्षेत्रक उधमों के संतोषजनक से अपेक्षाकृत न्यून निष्पादन हमारे प्राइवेट क्षेत्रक में आई परिपक्वता उद्यमवृत्ति के प्रसार हेतु इस समय उपलब्ध कही अधिक व्यापक सामाजिक आधार और प्रतियोगिता नीतियों को लागू कर सकने के बढ़ते हुए सांस्थानिक सामर्थ्य यह सुझाते है कि सार्वजनिक क्षेत्र की भूमिका के पुनरवलोकन का समय आ गया है ?

सरकार का सविभाग-संघटन कैसा होना चाहिए? इसे सारे समय स्थिर नहीं बना रहना चाहिए विमानन उद्योग पूर्णत: प्राइवेट मामलो की तरह भली भांति कार्य करता है दूसरी तरफ सड़को को जिनका छुटपुट यातायात पथकर वयस्था को अव्याहार्य बना देता है राज्य की तुलन पत्र पर होना चाहिए यदि ग्रामीण सड़के सरकार के स्वामित्व में न हो तो उनका असितत्व ही न रहेगा उसी तरह हमारे कस्बो और नगरों में लोक स्वास्थ्य पूंजी का सार्वजनिक क्षेत्र से आना जरूरी है इसी प्रकार वनाच्छादन के सरक्षण और सर्वधन को सार्वजनिक क्षेत्रक परिसम्पतियों की एक नई प्राथमिकता के रूप में होना चाहिए 

इस्पात का ही उदहारण ले। लगभग शून्य प्रशुल्क के साथ भारत इस धातु के लिए एक सार्वभौम प्रतियोगी बाजार है भारतीय व्यापार-प्रतिष्ठान विश्व-बाजार में इस्पात का निर्यात करते है जिससे यह निदशिर्त होता है कि प्रोधोगिकी में कोई अंतराल नहीं है भारतीय कम्पनियां विश्व की इस्पात कंपनियों को खरीद रही है जो यह दिखता है कि पूंजी उपलब्धता में कोई अंतराल नहीं है इन दशाओ में प्राइवेट स्वामित्व उत्कृष्ट कार्य करता है 

विनियमित उद्योगों में वित् से लेकर आधारिक सरचना तक प्राइवेट स्वामित्व साफ तोर पर वांछनीय है जहाँ सरकारी अभिकरण विनियम का कार्य निष्पन्न करे और बहुल प्रतियोगी व्यापार प्रतिष्ठान प्राइवेट क्षेत्रक में अवसिथत हो यहाँ सरल और सपष्ट समाधान है सरकार का खेलपंच (अम्पायर) की तरह होना और प्राइवेट क्षेत्रक का खिलाड़ियों की तरह होना ही सबसे अच्छी तरह कार्य करता है इनमे से अनेक उद्योगों में सरकारी स्वामित्व की विरासत है जहाँ उत्पादकता की प्रवृति अपेक्षाकृत कम रहने की और है दिवालियेपन का भय मौजूद नहीं है और करदाताओं से धन की मांग का जोखिम हमेशा बना हुआ है इसमें सरकार के स्वामी होने और नियामक होने के बीच एक हित द्वन्द भी बना रहता है यदि सरकारी कम्पनिया कार्यत न हो तो प्रतियोगिता नीति की रचना और कार्यान्वन और भी सशक्त और निष्पक्ष होगा 

प्रश्न:  सरकार का सविभाग संघटन किसे निर्दिष्ट करता है?

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सरकार विभिन्न औद्योयोगिक क्षेत्रों में निवेश करती है यह तथ्य परिच्छेद से प्रकट होता है वास्तव में विमान सेवा सड़क इस्पात तथा वित् से लेकर ऐसे उद्योगों तक यहाँ प्राइवेट क्षेत्रक मत्वपूर्ण भूमिका अदा करते है में सरकारी निवेश मौजूद है क्योंकि बाद में यह अम्पायर या नियंत्रक एजेंसी की भूमिका निभाती है ताकि उधमिता की वृद्धि हेतु प्रतिस्पर्धात्मक वातावरण उन्पन्न हो सके 

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 7

निम्नलिखित परिच्छेद को पढ़िये तथा परिच्छेद के पश्चात् आने वाले प्रश्नांश के उत्तर दीजिए। इस प्रश्न का उत्तर परिच्छेद पर आधारित ही होने चाहिए।

परिच्छेद - 2

केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों के निवल लाभ उनकी कुल परिसम्पतियों का मात्रा 2.2% है जो प्राइवेट निगम क्षेत्रक की तुलना में कम है भले ही सार्वजनिक निगम क्षेत्रक या राज्य संचालित उधमवृत्ति ने भारत के औधोगिकरण को प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है तथापि हमारी बढ़ती हुई विकास आवश्यकताएं, सार्वजनिक क्षेत्रक उधमों के संतोषजनक से अपेक्षाकृत न्यून निष्पादन हमारे प्राइवेट क्षेत्रक में आई परिपक्वता उद्यमवृत्ति के प्रसार हेतु इस समय उपलब्ध कही अधिक व्यापक सामाजिक आधार और प्रतियोगिता नीतियों को लागू कर सकने के बढ़ते हुए सांस्थानिक सामर्थ्य यह सुझाते है कि सार्वजनिक क्षेत्र की भूमिका के पुनरवलोकन का समय आ गया है ?

सरकार का सविभाग-संघटन कैसा होना चाहिए? इसे सारे समय स्थिर नहीं बना रहना चाहिए विमानन उद्योग पूर्णत: प्राइवेट मामलो की तरह भली भांति कार्य करता है दूसरी तरफ सड़को को जिनका छुटपुट यातायात पथकर वयस्था को अव्याहार्य बना देता है राज्य की तुलन पत्र पर होना चाहिए यदि ग्रामीण सड़के सरकार के स्वामित्व में न हो तो उनका असितत्व ही न रहेगा उसी तरह हमारे कस्बो और नगरों में लोक स्वास्थ्य पूंजी का सार्वजनिक क्षेत्र से आना जरूरी है इसी प्रकार वनाच्छादन के सरक्षण और सर्वधन को सार्वजनिक क्षेत्रक परिसम्पतियों की एक नई प्राथमिकता के रूप में होना चाहिए 

इस्पात का ही उदहारण ले। लगभग शून्य प्रशुल्क के साथ भारत इस धातु के लिए एक सार्वभौम प्रतियोगी बाजार है भारतीय व्यापार-प्रतिष्ठान विश्व-बाजार में इस्पात का निर्यात करते है जिससे यह निदशिर्त होता है कि प्रोधोगिकी में कोई अंतराल नहीं है भारतीय कम्पनियां विश्व की इस्पात कंपनियों को खरीद रही है जो यह दिखता है कि पूंजी उपलब्धता में कोई अंतराल नहीं है इन दशाओ में प्राइवेट स्वामित्व उत्कृष्ट कार्य करता है 

विनियमित उद्योगों में वित् से लेकर आधारिक सरचना तक प्राइवेट स्वामित्व साफ तोर पर वांछनीय है जहाँ सरकारी अभिकरण विनियम का कार्य निष्पन्न करे और बहुल प्रतियोगी व्यापार प्रतिष्ठान प्राइवेट क्षेत्रक में अवसिथत हो यहाँ सरल और सपष्ट समाधान है सरकार का खेलपंच (अम्पायर) की तरह होना और प्राइवेट क्षेत्रक का खिलाड़ियों की तरह होना ही सबसे अच्छी तरह कार्य करता है इनमे से अनेक उद्योगों में सरकारी स्वामित्व की विरासत है जहाँ उत्पादकता की प्रवृति अपेक्षाकृत कम रहने की और है दिवालियेपन का भय मौजूद नहीं है और करदाताओं से धन की मांग का जोखिम हमेशा बना हुआ है इसमें सरकार के स्वामी होने और नियामक होने के बीच एक हित द्वन्द भी बना रहता है यदि सरकारी कम्पनिया कार्यत न हो तो प्रतियोगिता नीति की रचना और कार्यान्वन और भी सशक्त और निष्पक्ष होगा 

प्रश्न:  लेखक सरकार को खेलपंच (अम्पायर) की तरह और प्राइवेट क्षेत्रक को खिलाड़ियों की तरह होना पसंद करता है क्योंकि 

Detailed Solution for पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 7

सरकार नियंत्रक एजेंसी के रूप में प्राइवेट उधमों के लिए मानदंड विहित करती है जिससे ये भयमुक्त वातावरण में अपना कार्य कर सके इसी कारण सरकार को कारोबारियों के खेल में खेलपंच (अम्पायर) की भूमिका निभानी होती है 

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 8

किसी प्रश्न पत्र में आठ कवियों में से एक A, B, C, D, E, F, G या H पर प्रश्न का होना आवश्यक है इन कवियों में पहले चार कवि मध्य युग के और शेष आधुनिक काल में माने जाते है साधारणतया एकांतर वर्षो में प्रश्न पत्र में आधुनिक कवियों पर प्रश्न पूछे जाते है साधरतया जो H को पसंद करते है वे G को भी पसंद करते है और जो F को पसंद करते है वे E को भी पसंद करते है प्रशीनक F के बारे में प्रश्न पूछना नहीं चाहता क्योकि उसने F के बारे में पुस्तक लिखी है किन्तु वह F को पसंद करता है पिछले वर्ष प्रश्न पत्र में A के बारे में एक परेशान था दी गयी सुचना के आधार पर इस वर्ष किस कवि के बारे में प्रश्न पूछे जाने की अत्यधिक संभावना है ?

Detailed Solution for पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 8

मध्यकालीन कवि = A, B, C, D 
आधुनिक कवि = E, F, G, H 
विकल्प (a) निष्काषित है क्योकि यह आधुनिक कवि है आधुनिक कवि से सम्बंधित  प्रश्न अगले वर्ष में आएगा 
विकल्प (c) निष्काषित है क्योंकि पेपर विक्रेता F के बारे में पूछना नहीं चाहता है 
विकल्प (b) उचित है क्योंकि पेपर विक्रेता F को पसंद करता है साथ ही E को भी 

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 9

छ: स्त्रियों की मण्डली में चार नर्तकियां चार गायिकाएं एक अभिनेत्री और तीन वायलिन वादिकाएं है गिरिजा और वनजा वायलिन वादिकाएं है जबकि जलजा और शैलजा वायलिन बजाना नहीं जानती शैलजा और तनुजा नारकियों में से है जलजा वनजा शैलजा और तनुजा सभी गायिकाएं है और उनमे से दो वायलिन वादिकाएं भी है यदि पूजा अभिनेत्री है तो निम्नलिखित में से कौन निश्चित रूप से नर्तकी भी है और वायलिन वादिका भी?

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पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 10

L, M, N, O, P, Q, R, S,और T अक्षरों को नौ पुर्णकों 1 से 9 से प्रतिस्थापित किया जाता है परन्तु उसी क्रम में नहीं P के लिए 4 निर्धारित है P और T बीच अंतर् 5 है N और T के बीच अंतर् 3 है N के लिए निर्धारित पूर्णाक क्या है?

Detailed Solution for पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 10


P तथा T के बीच 5 का अंतर् है अर्थात T = 5 + 4 = 9 
N तथा T के बीच 3 का अंतर् है अर्थात T = 9 - 3 = 6
अत N के लिए पूर्ण संख्या = 6

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 11

सेना के कार्मिको में 1000 में से 8 की मृत्यु होती है किन्तु नागरिक जनसँख्या में यह प्रति 1000 में 20 है इस कथन से निम्नलिखित में से कौन सा निष्कर्ष निकला जा सकता है 

Detailed Solution for पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 11

उनकी विषम जातीयता के कारण इन वर्गो की तुलना नहीं की जा सकती

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 12

बसों कारो की अपेक्षा अधिक दुर्घटनाओं का कारण है और ट्रक बसों की अपेक्षा कम दुर्घटनाओं का कारण होते है इस कथन में से हम निम्नलिखित में से कौन सा निष्कर्ष प्राप्त कर सकते है?

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 13

"यदि राजनैतिक नेतृत्व उभरने में असफल होता है, तो विकासशील देशो में सेना द्वारा सत्ता हथियाने की संभावना होती है उग्र छात्र समूह अथवा श्रमिक लोग क्रांति उतपन्न करने का प्रयास कर सकते है, किन्तु वे सेना में प्रतिदिविंदता कभी नहीं कर सकते। सेना का हस्तक्षेप शासन और राजनीति से हट जाना, समाज के राजनैतिक विकास के स्तर से घनिष्ट रूप से सम्बंधित है 

राजनैतिक विकास के सन्दर्भ में उपयुक्त गंधाश में यह मान्यता है कि

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 14

चार व्यक्तियों - आलोक, भूपेश, चंदर और दिनेश के पास कुल मिलाकर ₹100 है आलोक और भूपेश के पास की धनराशि मिलाकर उतनी ही राशि है जितनी चंदर और दिनेश के पास की धनराशि मिलाकर किन्तु आलोक के पास भूपेश से अधिक धनराशि है और चंदर के पास दिनेश से केवल आधी धनराशि है आलोक के पास वस्तुतः दिनेश से ₹5 अधिक है किसके पास अधिकतम धनराशि है?

Detailed Solution for पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 14

a + b + c + d = 100
तथापि  a + b = c + d = 50

∴ d > c
तथापि a > b & a तथा D के बीच a = d + 5
∴ a > d
∴ आलोक (a) के पास अधिकतम धन है 

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 15

निम्नलिखित कथनो का परीक्षण कीजिए:

(1) जार्ज सोमवार को संगीत की कक्षाओं में उपस्थित होता है 
(2) वह बुधवार को गणित की कक्षाओं में उपस्थित होता है 
(3) उसकी साहित्य की कक्षाएं शुक्रवार को नहीं होती 
(4) वह गणित की कक्षाओं के दूसरे दिन इतिहास की कक्षाओं में उपस्थित होता है 
(5) मंगलवार को वह अपनी खेलकूद की कक्षाओं में उपस्थित होता है 

यदि वह एक दिन में एक ही विषय की कक्षाओं में जाता हो और रविवार को उसकी छुट्टी रहती हो तो अन्य किस दिन को भी उसकी छुट्टी रहेगी?

Detailed Solution for पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 15

कक्षाओं की सूचि 

अत: शुक्रवार स्वतंत्र है 

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 16

किसी पंक्ति में 'A' बाई से 11 वे स्थान पर है और 'B' दाहिनी और से 10वे स्थान पर है यदि 'A' और 'B' आपस में स्थान बदल ले तो 'A' बाई और से 18 वे स्थान पर हो जाता है पंक्ति में 'A' और 'B' के अलावा कितने व्यक्ति है?

Detailed Solution for पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 16


प्रथम वयस्था क्रम में A व B के बीच छात्रों की संख्या 
= 17 – 11 = 6
A तथा B के बीच छात्रों की पूरी संख्या है 
= 10 + 6 + 9 = 25

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 17

B की स्थिति A के उत्तर में है और C की स्थिति A के पूर्व में है दूरियाँ AB और AC क्रमश: 5 कि. मी. और 12  कि. मी. है B और C स्थानों के बीच कि लघुतम दुरी ( कि. मी. में ) क्या है?

Detailed Solution for पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 17

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 18

160 कि. मी. दुरी पर स्थित A और B दो स्थानों से दो कारो एक दूसरे कि तरफ प्रस्थानें करती है दोनों कारें एक ही समय 08:10 पूर्वाह्न पर प्रस्थान करती है यदि कारो की गति प्रति घण्टे क्रमश: 50 कि. मी. और 30 कि. मी. है तो कारे एक दूसरे से किस समय पर मिलेगा?

Detailed Solution for पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 18


माना कि ‘t’ hrs के बाद कारे S बिंदु पर मिलती है 
∴ AC = 50 t  तथा BC = 30 t 
50 t + 30 t = 160 

अत: कारे 10 : 10 AM पर मिलेगी 

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 19

The following six items are based on two passages in English to test the comprehension of English language and therefore these items do not have Hindi version. Read each passage and answer the items that follow.

Passage-1

In front of us was walking\a bare-headed old man intattered clothes. He was driving his beasts. They were all laden with heavy loads of clay from the hills and looked tired. The man carried a long whip which perhaps he himself had made. As  he walked down the road he stopped now and then to eat the wild berries that grew on bushes along the uneven road. When he threw away the seeds, the bold birds would fly to peck at them. Sometimes a stray  dog watched  the  procession  philosophically and then began to bark. When this happened, my two little sons would stand still holding my hands firmly. A dog can sometimes be dangerous indeed.

Ques: The author's children held his hands firmly because

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 20

The following six items are based on two passages in English to test the comprehension of English language and therefore these items do not have Hindi version. Read each passage and answer the items that follow.

Passage-1

In front of us was walking\a bare-headed old man intattered clothes. He was driving his beasts. They were all laden with heavy loads of clay from the hills and looked tired. The man carried a long whip which perhaps he himself had made. As  he walked down the road he stopped now and then to eat the wild berries that grew on bushes along the uneven road. When he threw away the seeds, the bold birds would fly to peck at them. Sometimes a stray  dog watched  the  procession  philosophically and then began to bark. When this happened, my two little sons would stand still holding my hands firmly. A dog can sometimes be dangerous indeed.

Ques: The expressi on "a stray dog watched the procession philosophically" means that

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 21

The following six items are based on two passages in English to test the comprehension of English language and therefore these items do not have Hindi version. Read each passage and answer the items that follow.

Passage - 2

Cynthia was a shy girl. She believed that she was  plain and untalented.  One  day  her  teacher ordered the entire class to show up for audition for the school play. Cynthia nearly died of fright when she was told that she would have to stand on stage in front of the entire class  and deliver  dialogues. The mere thought of it made her feel sick. But a remarkable  transformation  occurred during  the audition. A thin, shy girl, her knees quaking, her stomach churning in terror, began to stun everyone with   her excellent  performance.  Her   bored classmates  suddenly  stopped their  noisy  chat  to stare at her slender figure on the stage. At the end of her audition, the entire room erupted in thunderous applause.

Ques: Cynthia was afraid to stand on stage because

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 22

The following six items are based on two passages in English to test the comprehension of English language and therefore these items do not have Hindi version. Read each passage and answer the items that follow.

Passage - 2

Cynthia was a shy girl. She believed that she was  plain and untalented.  One  day  her  teacher ordered the entire class to show up for audition for the school play. Cynthia nearly died of fright when she was told that she would have to stand on stage in front of the entire class  and deliver  dialogues. The mere thought of it made her feel sick. But a remarkable  transformation  occurred during  the audition. A thin, shy girl, her knees quaking, her stomach churning in terror, began to stun everyone with   her excellent  performance.  Her   bored classmates  suddenly  stopped their  noisy  chat  to stare at her slender figure on the stage. At the end of her audition, the entire room erupted in thunderous applause.

Ques: Cynthia's classmates were chatting because

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 23

The following six items are based on two passages in English to test the comprehension of English language and therefore these items do not have Hindi version. Read each passage and answer the items that follow.

Passage - 2

Cynthia was a shy girl. She believed that she was  plain and untalented.  One  day  her  teacher ordered the entire class to show up for audition for the school play. Cynthia nearly died of fright when she was told that she would have to stand on stage in front of the entire class  and deliver  dialogues. The mere thought of it made her feel sick. But a remarkable  transformation  occurred during  the audition. A thin, shy girl, her knees quaking, her stomach churning in terror, began to stun everyone with   her excellent  performance.  Her   bored classmates  suddenly  stopped their  noisy  chat  to stare at her slender figure on the stage. At the end of her audition, the entire room erupted in thunderous applause.

Ques: Cynthia's knees were quaking because

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 24

The following six items are based on two passages in English to test the comprehension of English language and therefore these items do not have Hindi version. Read each passage and answer the items that follow.

Passage - 2

Cynthia was a shy girl. She believed that she was  plain and untalented.  One  day  her  teacher ordered the entire class to show up for audition for the school play. Cynthia nearly died of fright when she was told that she would have to stand on stage in front of the entire class  and deliver  dialogues. The mere thought of it made her feel sick. But a remarkable  transformation  occurred during  the audition. A thin, shy girl, her knees quaking, her stomach churning in terror, began to stun everyone with   her excellent  performance.  Her   bored classmates  suddenly  stopped their  noisy  chat  to stare at her slender figure on the stage. At the end of her audition, the entire room erupted in thunderous applause.

Ques: The transformation that occurred during the audition refers to

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 25

यदि किसी माह का तीसरा दिन सोमवार है तो उसी माह की 21 वी तारीख से पांचवा दिन, निम्नलिखित में से कौन सा होगा 

Detailed Solution for पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 25

मंगलवार
3rd ⇒ सोमवार + 7
10th ⇒ सोमवार + 7
17th ⇒ सोमवार + 7
24th ⇒ सोमवार
21 वा से पांचवा दिन 25 वा  दिन है 
अत: 25 वा दिन मंगलवार है 

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 26

किसी चैरिटी शो के लिए कुल 420 टिकटें बिकी । इस टिकटों में आधी प्रत्येक ₹5 की दर पर एक तिहाई प्रत्येक ₹3 की दर पर और शेष टिकटें प्रत्येक ₹2 की दर पर बिकी कुल प्राप्त धनराशि कितनी थी?

Detailed Solution for पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 26

सम्पूर्ण प्राप्त राशि है 

= 210 × 5 + 140 × 3 + 70 × 2
= 1050 + 420 + 140 = ₹1610

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 27

निम्नलिखित परिच्छेद को पढ़िये तथा परिच्छेद के पश्चात् आने वाले प्रश्नांश के उत्तर दीजिए।

परिच्छेद - 1

A, B, C, D, E, F एक परिवार के सद्श्य है वे इंजीनियर आशुलिपिक डॉक्टर ड्राफ्ट्समैन विधिवक्ता और न्यायधीश (क्रम में नहीं) है इंजीनियर A, महिला आशुलिपिक से विवाहित है न्यायधीश विधि वक्ता से विवाहित है ड्राफ्ट्समैन F, B का पुत्र एवं E का भाई है विधि वक्ता C, D की पुत्र वधू है डॉक्टर E, अविवाहित है D, F की दादी है परिवार में दो दम्पति है 

प्रश्न: B का वयवस्य क्या है?

Detailed Solution for पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 27


न्यायाधीश

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 28

निम्नलिखित परिच्छेद को पढ़िये तथा परिच्छेद के पश्चात् आने वाले प्रश्नांश के उत्तर दीजिए।

परिच्छेद - 1

A, B, C, D, E, F एक परिवार के सद्श्य है वे इंजीनियर आशुलिपिक डॉक्टर ड्राफ्ट्समैन विधिवक्ता और न्यायधीश (क्रम में नहीं) है इंजीनियर A, महिला आशुलिपिक से विवाहित है न्यायधीश विधि वक्ता से विवाहित है ड्राफ्ट्समैन F, B का पुत्र एवं E का भाई है विधि वक्ता C, D की पुत्र वधू है डॉक्टर E, अविवाहित है D, F की दादी है परिवार में दो दम्पति है 

प्रश्न: निम्नलिखित में से कौन दम्पति है/हैं?

Detailed Solution for पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 28


AD तथा BC दम्पति है 

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 29

निम्नलिखित परिच्छेद को पढ़िये तथा परिच्छेद के पश्चात् आने वाले प्रश्नांश के उत्तर दीजिए।

परिच्छेद - 1

A, B, C, D, E, F एक परिवार के सद्श्य है वे इंजीनियर आशुलिपिक डॉक्टर ड्राफ्ट्समैन विधिवक्ता और न्यायधीश (क्रम में नहीं) है इंजीनियर A, महिला आशुलिपिक से विवाहित है न्यायधीश विधि वक्ता से विवाहित है ड्राफ्ट्समैन F, B का पुत्र एवं E का भाई है विधि वक्ता C, D की पुत्र वधू है डॉक्टर E, अविवाहित है D, F की दादी है परिवार में दो दम्पति है 

प्रश्न: D का व्यवसाय क्या है?

Detailed Solution for पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 29


आशुलिपिक

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 30

निम्नलिखित परिच्छेद को पढ़िये तथा परिच्छेद के पश्चात् आने वाले प्रश्नांश के उत्तर दीजिए।

परिच्छेद - 1

जलवायु परिवर्तन भारत की कृषि पर संभावित रूप से विध्वंसकारी प्रभाव रखता है जबकि जलवायु परिवर्तन के समग्र प्राचल वर्धमानत: स्वीकृत है अगले 30 वर्ष में 1°C की औसत ताप वृद्धि इसी अवधि में 10 cm से कम की समुद्र तल वृद्धि और क्षेत्रीय मानसून विचरण तथा संगत अनावृषिट भारत के प्रभाव काफी स्थल एवं फसल विशिष्ट होने संभावित है कुछ फसलें परिवर्तनशील दशाओ के प्रति अनुकूल प्रतिक्रिया दे सकती है दूसरी नहीं भी दे सकती है इससे कृषि अनुसधान को प्रोत्साहन देने और प्रणाली में अनुकूलन हो सके इस हेतु अधिकतम नम्यता बनाने की आवश्यकता पर बल पड़ता है 

"अनावृषिट रोधन" का मुख्य संगटक अत:जलस्तर का प्रबंधित पुनभरण है महत्वपूर्ण आधारिक फसलों (जैसे गेहू) की लगातार उपज सुनिश्चित करने के लिए ताप परिवर्तनों तथा जल उपलब्धता को देखते हुए इन फसलों की उगाई वाले स्थानों को बदलना भी आवश्यक हो सकता है दीर्घावधि निवेश के निर्णय करने में जल उपलब्धता एक कारक होगा 

उदाहरण के लिए अगले 30 वर्षो में जैसे जैसे हिमनद पिघलते जाते है हिमालय क्षेत्र से जल के बहाव के बढ़ते जाने और तदन्तर अत्यधिक घटते जाने का पूर्वानुमान किया गया है कृषि पारिस्थितिक दशाओ में बड़े पैमाने पर आने वाले इन बदलावों के लिए योजना बनाने हेतु प्रोत्साहन प्रदान करना निर्णायक होगा 
भारत के लिए कृषि अनुसधान और विकास में दीर्घवृद्धि निवेश करना आवश्यक है यह संभावित है कि भारत को भविष्य में एक बदलते हुए मौसम प्रतिरूप का सामना करना होगा   

प्रश्न: निम्नलिखित कथनो पर विचार कीजिए:
जलवायु परिवर्तन वर्तमान फसलों के स्थानों में बदलाव लाने के लिए किस कारण से मजबूर करेंगे?
(1) हिमनदों का पिघलना 
(2) दूसरे स्थानों पर जल उपलब्धता और ताप उपयुक्तता 
(3) फसलों की हीन उत्पादकता 
(4) सस्य पादपों की अपेक्षाकृत व्यापक अनुकूलता 

उपयुक्त कथनो में से कौन से सही है 

Detailed Solution for पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र 2014 - UPSC Prelims Paper 2 - Question 30

परिच्छेद के अनुसार हिमालय से हिमनदों के पिघलने से आगामी 30 वर्षो में जल प्रवाह में वृद्धि होगी इसके बाद इसमें हास्र होगा अत: विकल्प (1) उन  कारको में से एक है जो जलवायु परिस्थिति के कारण मौजूदा फसलों की स्थिति को स्थानांतरित करने के लिए विवश करेगा पुरे विश्व में 1°C तापमान की वृद्धि उसी काल में होगी समुद्र के तल में 10 cm की वृद्धि संभावित है अत: सपष्ट है कि ज्यादा गर्म स्थल कुछ फसलों के लिए उपयुक्त नहीं होंगे अत: विकल्प (2) भी सही है अनावृष्टि तथा मानसून में भिन्नता के कारण फसल उत्पादन घटेगा अत: फसल उत्पादन को पारिस्थितिक असुलन के साथ समायोजित करने के लिए अधिक उपयुक्त क्षेत्रों में स्थानांतरित करना होगा इसलिए विकल्प (3) को उत्तर के लिए सम्मिलित किया गया है 

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