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UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - UPSC MCQ


Test Description

30 Questions MCQ Test UPSC Prelims Mock Test Series in Hindi - UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1

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UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 1

यदि A = 2, B = 4 से आरंभ करके इसी प्रकार आगे बढ़ते हुए अंग्रेजी वर्णमाला के प्रत्येक अक्षर को एक सम संख्यात्मक मान दिया जाता है तो ABORD शब्द के अक्षरों का कुल मान क्या होगा?

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तर्क: अंग्रेजी वर्णमाला में प्रत्येक अक्षर की वास्तविक आनुक्रमिक स्थिति को उसका संख्यात्मक मान प्राप्त करने के लिए 2 से गुणा किया जाता है।

ABORD शब्द के अक्षरों का कुल मान = 2 + 4 + 30 + 36 + 8 = 80
इस प्रकार, ABORD का मान 80 होगा।
इसलिए विकल्प (b) सही उत्तर है।

UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 2

निम्नलिखित जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़िए।

  • A + B का अर्थ है कि A, B का पिता है।
  • A - B का अर्थ है कि A, B की माता है।
  • A × B का अर्थ है कि A, B का भाई है।
  • A / B का अर्थ है कि A, B की बहन है।
  • A ! B का अर्थ है कि A, B का पुत्र है।
  • A $ B का अर्थ है कि A, B की पुत्री है।

यदि D और C के मध्य संबंध को D / A + B × C के रूप में दर्शाया जाता है तो D, C से किस प्रकार संबंधित है?

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कूटबद्ध व्यंजक: D/A + B × c

कूट मुक्त व्यंजक: D, A की बहन है; A, B का पिता है; B, C का भाई है।
अत: वंश वृक्ष:

इस प्रकार, D, C की चाची है।
इसलिए विकल्प (c) सही उत्तर है।

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UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 3

एक घन के सभी फलकों को रंगा गया है। इसे समान आकार के 64 छोटे घनों में काटा जाता है। ऐसे कितने घनों के केवल एक फलक रंगे होंगे?

Detailed Solution for UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 3

एक घन के सभी फलकों को रंगा गया है। इसे समान आकार के 64 छोटे घनों में काटा जाता है।
स्पष्ट रूप से, घन को 4 × 4 × 4 के विन्यास में काटा गया है।
इसलिए, n = 4 (n अविभाजित घन के किसी फलक पर विभाजनों की संख्या है)
एक n × n × n भुजा वाला घन जिसके सभी फलक रंगे हैं और जिसे बाद में 1 × 1 × 1 विन्यास वाले समान आकार के छोटे घनों में काटा जाता है, के लिए:
ऐसे घनों की संख्या जिनका कोई भी फलक रंगा नहीं है = (n - 2)3
ऐसे घनों की संख्या जिनका केवल एक फलक रंगा है = 6(n - 2)2
ऐसे घनों की संख्या जिनके दो फलक रंगे हैं = 12(n - 2)
ऐसे घनों की संख्या जिनके तीन फलक रंगे हैं = 8 (सदैव)
ऐसे घनों की संख्या जिनका केवल एक फलक रंगा है = 6(n - 2)2 = 6(4 - 2)2 = 6(2)2 = 6 × 4 = 24
इसलिए विकल्प (c) सही उत्तर है।

UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 4

निम्नलिखित में से कौन-से उत्तर आकृति प्रतिरूपों को प्रश्न आकृति बनाने के लिए संयुक्त किया जा सकता है?

Detailed Solution for UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 4

विकल्प (a) में उपलब्ध आकृति प्रतिरूपों को संयुक्त करने पर,

इस प्रकार, जब हम विकल्प (a) में उपलब्ध आकृति प्रतिरूपों को संयुक्त करते हैं तो हमें प्रश्न आकृति प्राप्त हो जाती है।

UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 5

वर्ष 2004 में 14 फरवरी को सोमवार था। वर्ष 2004 में 1 जनवरी को कौन-सा दिन था?

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1 जनवरी 2004 से 14 फरवरी 2004 तक दिनों की संख्या = जनवरी माह के 31 दिन + फरवरी माह के 13 दिन = 44 दिन
44 दिन = 6 सप्ताह +2 दिन (तीसरा दिन 14 फरवरी है)
अर्थात 1 जनवरी को जो दिन है वही 14 फरवरी के दिन से 2 दिन पूर्व का भी दिन होगा।
अर्थात सोमवार - 2 दिन = शनिवार।
इस प्रकार, 1 जनवरी 2014 को शनिवार होगा।
इसलिए विकल्प (d) सही उत्तर है।

UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 6

निम्नलिखित व्यंजक पर विचार कीजिए:

11_9_48_4 = 119

कौन-सी गणितीय संक्रियाओं के प्रयोग से उपर्युक्त समीकरण संतुलित हो जाएगा?

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दिया गया व्यंजक है: 11_9_48_4 = 119
विकल्प (a): ‘×, - , ÷’ की जांच करने पर:
LHS = 11 × 9 - 48 ÷ 4 = 11 × 9 - 12 = 99 - 12 = 87
RHS = 119
LHS ≠ RHS
विकल्प (b): ‘+, ÷, -’ की जांच करने पर:
LHS = 11 + 9 ÷ 48 - 4 = 11 + 0.1875 - 4 = 7.1875
RHS = 119
LHS ≠ RHS
विकल्प (c): ‘+, ×, ÷’ की जांच करने पर:
LHS = 11 + 9 × 48 ÷ 4 = 11 + 9 × 12 = 11 + 108 = 119
RHS = 119
LHS = RHS = 119
इसलिए चिन्हों का सही समुच्चय '+, x, ÷'
विकल्प (d): ‘÷, ×, +’ की जांच करने पर:
LHS = 11÷ 9 × 48 + 4 = 1.22 × 48 + 4 = 58.56 + 4 = 62.56
RHS = 119
LHS ≠ RHS
इसलिए विकल्प (c) सही उत्तर है।

UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 7

निम्नलिखित अनुक्रम पर विचार कीजिए:

B U B D C E D B D E U B A D C B E A C D A E B A U A C D B C A C

निम्नलिखित में से कौन उपर्युक्त अनुक्रम के बाएं छोर से बीसवें अक्षर के बाईं ओर आठवां अक्षर है?

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शृंखला:  B U B D C E D B D E U B A D C B E A C D A E B A U A C D B C A C बाएं छोर से बीसवें अक्षर के बाईं ओर आठवां अक्षर = (20 - 8), अर्थात बाएं छोर से 12वां अक्षर = B
इसलिए विकल्प (d) सही उत्तर है।

UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 8

परिच्छेद -1

सामाजिक अंतः क्रियाओं में स्थिरता और सद्भाव बनाए रखने के लिए नैतिक मानदंड आवश्यक हैं। दूसरों की आवश्यकताओं एवं अपेक्षाओं को पहचानना, साथ ही सामान्य समस्याओं से निपटने हेतु ईमानदारी और सहयोगात्मक प्रयास अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं। सामाजिक उद्विकास के कारण हमने न केवल स्वयं की परवाह करने की प्रवृत्ति बल्कि दूसरों की परवाह करने हेतु अंतःकरण भी विकसित किया है। ऐसे अवसर भी हो सकते हैं जब स्वयं की परवाह करने की हमारी इच्छा दूसरों की परवाह करने की हमारी इच्छा के साथ द्वंद्व करती है। इन परिस्थितियों में, हमारे कार्यों के मार्गदर्शन हेतु नैतिक मानदंडों की आवश्यकता होती है।

निम्नलिखित में से कौन-सा कथन परिच्छेद के केंद्रीय विचार को सर्वोत्तम रूप से दर्शाता है? 

Detailed Solution for UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 8

विकल्प (a) सही है। परिच्छेद के अनुसार "सामाजिक उद्विकास के कारण हमने न केवल स्वयं की परवाह करने की प्रवृत्ति बल्कि दूसरों की परवाह करने हेतु अंतःकरण भी विकसित किया है। ऐसे अवसर भी हो सकते हैं जब स्वयं की परवाह करने की हमारी इच्छा दूसरों की परवाह करने की हमारी इच्छा के साथ द्वंद्व करती है। इन परिस्थितियों में, हमारे कार्यों के मार्गदर्शन हेतु नैतिक मानदंडों की आवश्यकता होती है।" ये पंक्तियां दर्शाती हैं कि नैतिकता का विकास सामाजिक उद्विकास के कारण हुआ है तथा वह हमें दूसरों की सहायता करने के लिए प्रेरित करती है और हमें आंतरिक द्वंद्वों को प्रबंधित करने में सक्षम बनाती है। इसलिए यह विकल्प परिच्छेद के केंद्रीय विचार को सर्वोत्तम रूप से दर्शाता है।
विकल्प (b) सही नहीं है। परिच्छेद में सहानुभूति और करुणा के विकास से संबंधित कोई चर्चा नहीं है। अतः यह विकल्प परिच्छेद के दायरे से बाहर है। इसलिए यह परिच्छेद का केंद्रीय विचार नहीं है।
विकल्प (c) सही नहीं है। इस विकल्प में नीतिशास्त्र का उल्लेख है जो परिच्छेद में विद्यमान नहीं है। इसके अतिरिक्त, 'मानवीय संबंधों का निर्माण' परिच्छेद का केंद्र नहीं है। इसलिए यह विकल्प परिच्छेद का सर्वोत्तम केंद्रीय विचार नहीं है।
विकल्प (d) सही नहीं है। परिच्छेद की इन पंक्तियों पर ध्यान दीजिए, ऐसे अवसर भी हो सकते हैं जब स्वयं की परवाह करने की हमारी इच्छा दूसरों की परवाह करने की हमारी इच्छा के साथ द्वंद्व करती है। इन परिस्थितियों में, हमारे कार्यों के मार्गदर्शन हेतु नैतिक मानदंडों की आवश्यकता होती है। यहां, नैतिक मानदंड हमें अपने व्यवहार को निर्धारित करने में सहायता करते हैं ताकि हम दूसरों की परवाह कर सके। लेकिन विकल्प में इसके विपरीत उल्लेख है, अर्थात दूसरों की परवाह करने से नैतिक व्यवहार को निर्धारित करने में सहायता मिलती है। इसलिए यह कथन सर्वोत्तम केंद्रीय विचार नहीं है।

UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 9

परिच्छेद-2

वर्ष 2014 में नवीकरणीय ऊर्जा अधिष्ठापनों के लिए राष्ट्रव्यापी संशोधित लक्ष्य के हिस्से के रूप में वर्ष 2022 तक रूफटॉप सौर ऊर्जा के लिए न्यूनतम 40 गीगावाट और उपयोगिता-पैमाने या ग्राउंड-माउंटेड परियोजनाओं के लिए 60 गीगावाट निर्धारित किए गए थे। जर्मनी जैसे विकसित देशों के विपरीत, जिसने हरित ऊर्जा के प्रति जनसाधारण की धारणा में सुधार करने के लिए रुफटॉप सौर ऊर्जा (RTS) को सफलतापूर्वक प्रोत्साहित किया, केंद्र सरकार ने उपयोगिता-पैमाने की नवीकरणीय ऊर्जा के लिए आक्रामक रूप से संघर्ष किया है। यद्यपि परियोजनाओं के लिए पंक्तिबद्ध अग्रणी अभिकर्ताओं के साथ उपयोगिता-पैमाने की सौर ऊर्जा में आश्चर्यजनक प्रगति हुई है, टैरिफ तेजी से कम हो रहे हैं और सरकारी एजेंसियां मेगा परियोजनाओं को प्रोत्साहित कर रही हैं, RTS निरंतर उपेक्षित बना हुआ है।

निम्नलिखित में से कौन-सा कथन परिच्छेद के मर्म को सर्वोत्तम रूप से दर्शाता है?

Detailed Solution for UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 9

विकल्प (a) सही है। परिच्छेद की इन पंक्तियों पर ध्यान दीजिए, "जर्मनी जैसे विकसित देशों के विपरीत, ... केंद्र सरकार ने उपयोगिता-पैमाने की नवीकरणीय ऊर्जा के लिए आक्रामक रूप से संघर्ष किया है। ... टैरिफ तेजी से कम हो रहे हैं और सरकारी एजेंसियां मेगा परियोजनाओं को प्रोत्साहित कर रही हैं, RTS निरंतर उपेक्षित बना हुआ है।" ये पंक्तियां दर्शाती हैं कि रूफ-टॉप सौर ऊर्जा (RTS) उपेक्षित बनी हुई है और सरकार ने उपयोगिता पैमाने की नवीकरणीय ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित किया है। इसलिए यह परिच्छेद के मर्म को सर्वोत्तम रूप से दर्शाता है।
विकल्प (b) सही नहीं है। परिच्छेद के अनुसार, "जर्मनी जैसे विकसित देशों के विपरीत, जिसने हरित ऊर्जा के प्रति जनसाधारण की धारणा में सुधार करने के लिए रूफटॉप सौर ऊर्जा (RTS) को सफलतापूर्वक प्रोत्साहित किया, केंद्र सरकार ने उपयोगितापैमाने की नवीकरणीय ऊर्जा के लिए आक्रामक रूप से संघर्ष किया है।" इस पंक्ति में केवल यह उल्लेख किया गया है कि जर्मनी ने RTS पर ध्यान केंद्रित किया है जबकि भारत ने उपयोगिता-पैमाने की नवीकरणीय ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित किया है। इसलिए यह परिच्छेद का सर्वोत्तम मर्म नहीं है।
विकल्प (c) सही नहीं है। यह परिच्छेद इस संबंध में कोई समाधान प्रदान नहीं करता है कि रूफटॉप सौर ऊर्जा के योगदान को कैसे बेहतर बनाया जाए। साथ ही, वित्तपोषण के पहलू पर कोई चर्चा नहीं की गई है। इसलिए यह विकल्प परिच्छेद का सर्वोत्तम मर्म नहीं है और परिच्छेद के दायरे से बाहर है।
विकल्प (d) सही नहीं है। परिच्छेद में उपयोगिता-पैमाने की परियोजनाओं के लक्ष्यों पर चर्चा नहीं की गई है। इसलिए यह परिच्छेद का सर्वोत्तम मर्म नहीं हो सकता है।

UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 10

परिच्छेद -3

अंतर्राष्ट्रीय नवीकरणीय ऊर्जा एजेंसी (IRENA) ने सुझाव दिया है कि 2050 के दशक के ऊर्जा मिश्रण में हाइड्रोजन का योगदान वर्तमान के लगभग शून्य से 12 प्रतिशत तक पहुंचना चाहिए। 2050 में उपयोग किए जाने वाले हाइड्रोजन का लगभग 66 प्रतिशत हरित होना चाहिए जो प्राकृतिक गैस की तुलना में जल से उत्पादित हो। भारत में उर्वरकों और परिशोधनशालाओं सहित औद्योगिक क्षेत्रकों में अमोनिया और मेथनॉल का उत्पादन करने के लिए प्रति वर्ष लगभग छः मिलियन टन हाइड्रोजन की खपत होती है। यह 2050 तक, मुख्य रूप से उद्योगों की बढ़ती मांग के कारण लेकिन साथ ही परिवहन और विद्युत क्षेत्रकों के विस्तार के कारण भी, बढ़कर 28 मिलियन टन हो सकती है।

निम्नलिखित में से कौन-सा कथन परिच्छेद का सर्वाधिक महत्वपूर्ण निहितार्थ हो सकता है?

Detailed Solution for UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 10

विकल्प (a) सही नहीं है। परिच्छेद में केवल यह उल्लेख है कि उद्योगों की बढ़ती मांग तथा परिवहन और विद्युत क्षेत्रकों के विस्तार के कारण भारत में हाइड्रोजन की खपत वर्ष 2050 तक बढ़कर 28 मिलियन टन हो सकती है। लेकिन तेल और गैस को प्रतिस्थापित करने की इसकी क्षमता का कोई उल्लेख नहीं है। इसलिए यह सर्वाधिक महत्वपूर्ण निहितार्थ नहीं है।
विकल्प (b) सही नहीं है। परिच्छेद की इन पंक्तियों पर ध्यान दीजिए, "यह 2050 तक, मुख्य रूप से उद्योगों की बढ़ती मांग के कारण लेकिन साथ ही परिवहन और विद्युत क्षेत्रकों के विस्तार के कारण भी, बढ़कर 28 मिलियन टन हो सकती है।" इन पंक्तियों से हम यह निष्कर्ष नहीं निकाल सकते हैं कि हाइड्रोजन, ऊर्जा आपूर्ति का सर्वाधिक लागत प्रभावी साधन बन जाएगा। इसके अतिरिक्त, यह परिच्छेद का मुख्य संदेश नहीं है। इसलिए, यह सर्वाधिक महत्वपूर्ण निहितार्थ नहीं हो सकता है।
विकल्प (c) सही नहीं है। परिच्छेद में शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य प्राप्त करने में हमारी सहायता करने के संदर्भ में हाइड्रोजन की क्षमता का उल्लेख नहीं है। हालांकि हरित हाइड्रोजन कार्बन उत्सर्जन को कम करने में सहायता करेगा, लेकिन परिच्छेद में यह उल्लेख नहीं है कि क्या यह शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन की सीमा तक पहुंचने में हमारी सहायता कर सकता है। इसलिए, यह सर्वाधिक महत्वपूर्ण निहितार्थ नहीं है।
विकल्प (d) सही है। परिच्छेद के अनुसार "2050 में उपयोग किए जाने वाले हाइड्रोजन का लगभग 66 प्रतिशत हरित होना चाहिए जो प्राकृतिक गैस की तुलना में जल से उत्पादित हो।" और "यह 2050 तक, मुख्य रूप से उद्योगों की बढ़ती मांग के कारण लेकिन साथ ही परिवहन और विद्युत क्षेत्रकों के विस्तार के कारण भी, बढ़कर 28 मिलियन टन हो सकती है।" ये पंक्तियां दर्शाती हैं कि भविष्य में हाइड्रोजन के उत्पादन में निश्चित रूप से वृद्धि होने वाली है। साथ ही, यह संभव है कि ऊर्जा मिश्रण में इसके योगदान में भी वृद्धि की प्रवृत्ति दिखाई दे, जैसा कि अंतर्राष्ट्रीय नवीकरणीय ऊर्जा एजेंसी (IRENA) द्वारा सुझाव दिया गया है। इसलिए, यह सर्वाधिक महत्वपूर्ण निहितार्थ है।

UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 11

परिच्छेद -4

हम इसे चाहे समझे या न समझे, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) निरंतर व्यापक हो रही है जो 'स्वचालित', 'बुद्धिमत्ता' और 'मशीन' जैसे शब्दों को एक नया अर्थ प्रदान कर रही है। भारत के लिए AI का युग आर्थिक संवृद्धि से परे संभावनाएं रखता है| देश की कुछ सबसे कठिन सामाजिक और समाजीय चुनौतियों को हल करने की संभावना और क्षमता। जैसा कि 2018 में AI के लिए राष्ट्रीय रणनीति द्वारा निर्धारित किया गया और पहचाना गया है, हम पहले से ही स्वास्थ्य देखभाल, कृषि, शिक्षा और मनोरंजन में AI के व्यापक प्रभाव को देख रहे हैं। कोविड-19 के दौरान, AI छवि पहचान समाधानों और मशीन लर्निंग (ML) आधारित संसाधन आवंटन आपदा प्लेटफार्मों ने सीमित पहुंच, संसाधनों, स्वास्थ्य सेवा वितरण और ज्ञान के अंतराल को भरते हुए सेवाएं प्रदान करने की राज्य की क्षमता में व्यापक वृद्धि की है।
उपर्युक्त परिच्छेद से निम्नलिखित में से कौन-सा/से सर्वाधिक विवेकपूर्ण और तर्कसंगत निष्कर्ष निकाला/ निकाले जा सकता/सकते है/हैं?
1. कृत्रिम बुद्धिमत्ता में भारत की विकास आवश्यकताओं का समाधान करने की आशाजनक क्षमता है।
2. केवल AI-आधारित समाधानों के कारण ही भारत कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटने में सक्षम था।
3. स्वास्थ्य देखभाल में AI का उपयोग अभिगम्यता की चुनौती को कम करने में सहायता कर सकता है।

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।

Detailed Solution for UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 11

निष्कर्ष 1 सही है। परिच्छेद के अनुसार, "भारत के लिए AI का युग आर्थिक संवृद्धि से परे संभावनाएं रखता है - देश की कुछ सबसे कठिन सामाजिक और समाजीय चुनौतियों को हल करने की संभावना और क्षमता।" इसका तात्पर्य है कि AI न केवल आर्थिक संवृद्धि को बढ़ावा दे सकती है, बल्कि अपने असीमित अनुप्रयोगों के साथ समाजीय चुनौतियों का समाधान भी कर सकती है।
निष्कर्ष 2 सही नहीं है। परिच्छेद की इन पंक्तियों पर ध्यान दीजिए,, "कोविड-19 के दौरान, A/ छवि पहचान समाधानों और मशीन लर्निंग (ML) आधारित संसाधन आवंटन आपदा प्लेटफार्मों ने सीमित पहुंच, संसाधनों, स्वास्थ्य सेवा वितरण और ज्ञान के अंतराल को भरते हुए सेवाएं प्रदान करने की राज्य की क्षमता में व्यापक वृद्धि की है।" हालांकि AI-वर्धित राज्य की स्वास्थ्य क्षमता के संदर्भ में परिच्छेद में कहीं भी यह उल्लेख नहीं है कि केवल AI के कारण ही भारत COVID-19 वैश्विक महामारी का प्रबंधन करने में सक्षम था।
निष्कर्ष 3 सही है। इन पंक्तियों पर ध्यान दीजिए, ".. मशीन लर्निंग (ML) आधारित संसाधन आवंटन आपदा प्लेटफार्मों ने सीमित पहुंच, संसाधनों, स्वास्थ्य सेवा वितरण और ज्ञान के अंतराल को भरते हुए सेवाएं प्रदान करने की राज्य की क्षमता में व्यापक वृद्धि की है।” इन पंक्तियों का निहितार्थ यह है कि स्वास्थ्य देखभाल में AI-आधारित हस्तक्षेप स्वास्थ्य में अभिगम्यता न होने के मुद्दे का समाधान करते हैं। इसलिए यह कथन एक तर्कसंगत निष्कर्ष है।

UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 12

परिच्छेद -5

विज्ञान और प्रौद्योगिकी कृषि संबंधी वृद्धि एवं विकास के इंजन हैं। यह भारत में हरित क्रांति प्रक्रिया में व्यापक रूप से प्रदर्शित हुआ था जो चावल और गेहूं की उच्च उपज देने वाली किस्मों (HYVs) के विकास और व्यापक अंगीकरण से प्रेरित हुई थी तथा 1968 में प्रौद्योगिकीय, राजनीतिक और सामाजिक-आर्थिक ताकतों के सहक्रियात्मक सामंजस्य से आरंभ हुई थी। हरित क्रांति प्रौद्योगिकियों ने खाद्य आपूर्ति बढ़ाने, खाद्य कीमतों को घटाने और स्थिर करने, कृषि आय बढ़ाने और गैर-कृषि अर्थव्यवस्था में अतिरिक्त आय एवं रोजगार उत्पन्न करने में प्रमुख भूमिका निभाई। यहां तक कि निर्धन उत्पादक भी अपनी आय और खाद्य सुरक्षा में सुधार करने के लिए अपने उत्पादन और रोजगार के लाभों को अवशोषित करने में सक्षम हुए। ग्रामीण क्षेत्रों में निर्धनता का स्तर घटा और दो दशकों में देश खाद्य की कमी से खाद्य अधिशेष की स्थिति में पहुंच गया जिसका श्रेय कुल कारक उत्पादकता में उच्च वृद्धि को जाता है।

उपर्युक्त परिच्छेद के आधार पर, निम्नलिखित पूर्वधारणाएं बनाई गई हैं:

1. प्रौद्योगिकी के यथोचित उपयोग का किसानों की आय बढ़ाने पर प्रत्यक्ष प्रभाव पड़ता है।
2. कृषि में प्रौद्योगिकीय हस्तक्षेपों की अनुपस्थिति भारत में खाद्य सुरक्षा संकट के प्रमुख कारणों में से एक थी।

उपर्युक्त में से कौन-सी पूर्वधारणापूर्वधारणाएं वैध है/हैं?

Detailed Solution for UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 12

पूर्वधारणा 1 वैध है। परिच्छेद के अनुसार, "हरित क्रांति प्रौद्योगिकियों ने खाद्य आपूर्ति बढ़ाने, खाद्य कीमतों को घटाने और स्थिर करने, कृषि आय बढ़ाने और गैर-कृषि अर्थव्यवस्था में अतिरिक्त आय एवं रोजगार उत्पन्न करने में प्रमुख भूमिका निभाई।" यह पंक्ति प्रमाणित करती है कि प्रौद्योगिकी के कई सकारात्मक परिणाम होते हैं जिनमें किसानों की आय बढ़ाना भी शामिल है। इसलिए यह कथन एक वैध पूर्वधारणा है
पूर्वधारणा 2 वैध है। इन पंक्तियों पर ध्यान दीजिए, “यहां तक कि निर्धन उत्पादक भी अपनी आय और खाद्य सुरक्षा में सुधार करने के लिए अपने उत्पादन और रोजगार के लाभों को अवशोषित करने में सक्षम हुए। ग्रामीण क्षेत्रों में निर्धनता का स्तर घटा और दो दशकों में देश खाद्य की कमी से खाद्य अधिशेष की स्थिति में पहुंच गया जिसका श्रेय कुल कारक उत्पादकता में उच्च वृद्धि को जाता है।" परिच्छेद का यह भाग स्पष्ट करता है कि लेखक ने यह मान लिया है कि कृषि में प्रौद्योगिकी का अभाव भारत में खाद्य सुरक्षा संकट के प्रमुख कारणों में से एक था। इसलिए यह कथन एक वैध पूर्वधारणा है।

UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 13

परिच्छेद-6

जैसे-जैसे हम ऐसी जनसांख्यिकी की ओर बढ़ते हैं जहां बुजुर्गों की बृद्धि दर युवाओं की वृद्धि दर तुलना में काफी अधिक होती है, संभवतः सबसे बड़ी चुनौती जिसका देश को सामना करना होगा वह बुजुर्गों को गुणवत्तापूर्ण, वहनीय और सुलभ स्वास्थ्य एवं देखभाल सेवाएं प्रदान करना है। उन्हें टेली या घर पर परामर्श, फिजियोथेरेपी और पुनर्वास सेवाओं, मानसिक स्वास्थ्य परामर्श और उपचार के साथ-साथ औषधि एवं नैदानिक सेवाओं सहित घर पर अनेक विशेषीकृत चिकित्सा सेवाओं की आवश्यकता होती है। ये आवश्यकताएं विशेष रूप से वर्तमान में स्पष्ट हैं जब बुजुर्गों को नोवेल कोरोना वायरस महामारी के विरुद्ध एहतियात के तौर पर घर के अंदर रहने की सलाह दी जा रही है।

निम्नलिखित में से कौन-सा कथन उपर्युक्त परिच्छेद के क्रांतिक निष्कर्ष का सर्वोत्तम प्रेषण करता है?

Detailed Solution for UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 13

विकल्प (a) सही नहीं है: यद्यपि बुजुर्ग कोरोनो वायरस द्वारा उत्पन्न जोखिमों के प्रति सुभेद्य हैं; लेकिन परिच्छेद यह स्थापित नहीं करता है कि वे पूर्णत: असुरक्षित हैं अथवा नहीं। इसके अतिरिक्त, यह परिच्छेद से निकाला जा सकने वाले सर्वाधिक महत्वपूर्ण निष्कर्ष के बजाय एक अतिरिक्त वाक्यांश है, जो सामान्य रूप से बुजुर्गों की चिकित्सा आवश्यकता को दर्शाता है।
विकल्प (b) सही नहीं है: हालांकि परिच्छेद में उल्लेख है कि बुजुर्गों की वृद्धि दर युवाओं की वृद्धि दर की तुलना में काफी अधिक होती है, लेकिन यह स्पष्ट रूप से यह स्थापित नहीं करता है कि क्या बुजुर्गों की जनसंख्या युवाओं की जनसंख्या से अधिक हो जाएगी। इसके लिए हमें उनके वर्तमान जनसंख्या स्तरों के बारे में आधारभूत डेटा की आवश्यकता है। इसके अतिरिक्त, यह सर्वाधिक महत्वपूर्ण निष्कर्ष नहीं हो सकता है।
विकल्प (c) सही है: यह सर्वाधिक उपयुक्त क्रांतिक निष्कर्ष है जो परिच्छेद से निकाला जा सकता है जहां जनसांख्यिकी में नई प्रवृत्तियों ने समग्र वृद्धावस्था देखभाल की आवश्यकता को और अधिक बढ़ा दिया है। इसका उल्लेख इस परिच्छेद में किया गया है, ".. बुजुर्गों को गुणवत्तापूर्ण, वहनीय और सुलभ स्वास्थ्य एवं देखभाल सेवाएं प्रदान करना है। उन्हें टेली या घर पर परामर्श, फिजियोथेरेपी और पुनर्वास सेवाओं, मानसिक स्वास्थ्य परामर्श और उपचार के साथ-साथ औषधि एवं नैदानिक सेवाओं सहित घर पर अनेक विशेषीकृत चिकित्सा सेवाओं की आवश्यकता होती है।"
विकल्प (d) सही नहीं है: जनसांख्यिकीय परिवर्तनों का किसी देश के आर्थिक विकास पर प्रभाव अवश्य पड़ता है, किन्तु इस परिच्छेद में ऐसा कोई संदर्भ नहीं दिया गया है।

UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 14

दी गई जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उसके बाद आने वाले प्रश्नांशो के उत्तर दीजिए।

एक खेल अकादमी तीन खेलों जैसे पोलो (P), कबड्डी (K) और लंबी कूद (L) में प्रशिक्षण प्रदान करती है। वर्तमान में अकादमी में 39 छात्र प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं, इनमें से प्रत्येक को तीन खेलों में से कम से कम एक में नामांकित किया गया है। इसके अतिरिक्त, निम्नलिखित विवरण ज्ञात हैं:
I. केवल L में नामांकित छात्रों की संख्या तीनों खेल खेलने वाले छात्रों की संख्या से दोगुनी है।
II. 17 छात्रा में नामांकित हैं।
III. केवल P में नामांकित छात्रों की संख्या केवल L में नामांकित छात्रों की संख्या से एक कम है।
IV. केवल K में नामांकित छात्रों की संख्या, K और L दोनों खेलों को खेलने वाले छात्रों की संख्या के बराबर है।
V. अधिकतम छात्रों का नामांकन L में है।
VI. P में नामांकित दस छात्र कम से कम एक अन्य खेल में भी नामांकित हैं।

ऐसे छात्रों की न्यूनतम संख्या कितनी हो सकती है, जो P और L दोनों में नामांकित हैं किन्तु K में नामांकित नहीं हैं?

Detailed Solution for UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 14

हमें मूल रूप से d का न्यूनतम संभव मान ज्ञात करना है। हम जानते हैं कि C + d = 6। इसलिए संभावित मान जो d का हो सकता है, नीचे दर्शाया गया है:

K में छात्र = 2a + 2b + c = (2 x 4) + (2 x 5) + c = 18 + c
L में छात्र = 3a + b + d = (3 x 4) + 5 + d = 17 + d
हमें उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार । में सर्वाधिक छात्र नामांकित हैं। अतः 17 + d > 18 + c
यह तभी संभव है जब d का मान कम से कम 4 हो।
इसलिए विकल्प (a) सही उत्तर है।

UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 15

दी गई जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उसके बाद आने वाले प्रश्नांशो के उत्तर दीजिए।

एक खेल अकादमी तीन खेलों जैसे पोलो (P), कबड्डी (K) और लंबी कूद (L) में प्रशिक्षण प्रदान करती है। वर्तमान में अकादमी में 39 छात्र प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं, इनमें से प्रत्येक को तीन खेलों में से कम से कम एक में नामांकित किया गया है। इसके अतिरिक्त, निम्नलिखित विवरण ज्ञात हैं:
I. केवल L में नामांकित छात्रों की संख्या तीनों खेल खेलने वाले छात्रों की संख्या से दोगुनी है।
II. 17 छात्रा में नामांकित हैं।
III. केवल P में नामांकित छात्रों की संख्या केवल L में नामांकित छात्रों की संख्या से एक कम है।
IV. केवल K में नामांकित छात्रों की संख्या, K और L दोनों खेलों को खेलने वाले छात्रों की संख्या के बराबर है।
V. अधिकतम छात्रों का नामांकन L में है।
VI. P में नामांकित दस छात्र कम से कम एक अन्य खेल में भी नामांकित हैं।

यदि K और L में नामांकित छात्रों की संख्या 19:22 के अनुपात में है, तो L में नामांकित छात्रों की संख्या कितनी हैं​?

Detailed Solution for UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 15

K और L में छात्रों का अनुपात 19:22 है।
इसलिए, उपर्युक्त तालिका में दूसरी पंक्ति वाला संयोजन लागू होता है, जहां d = 5 और c = 1 होता है।
इस प्रकार, L में 22 विद्यार्थी हैं।
इसलिए विकल्प (d) सही उत्तर है।

UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 16

दी गई जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उसके बाद आने वाले प्रश्नांशो के उत्तर दीजिए।

एक खेल अकादमी तीन खेलों जैसे पोलो (P), कबड्डी (K) और लंबी कूद (L) में प्रशिक्षण प्रदान करती है। वर्तमान में अकादमी में 39 छात्र प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं, इनमें से प्रत्येक को तीन खेलों में से कम से कम एक में नामांकित किया गया है। इसके अतिरिक्त, निम्नलिखित विवरण ज्ञात हैं:
I. केवल L में नामांकित छात्रों की संख्या तीनों खेल खेलने वाले छात्रों की संख्या से दोगुनी है।
II. 17 छात्रा में नामांकित हैं।
III. केवल P में नामांकित छात्रों की संख्या केवल L में नामांकित छात्रों की संख्या से एक कम है।
IV. केवल K में नामांकित छात्रों की संख्या, K और L दोनों खेलों को खेलने वाले छात्रों की संख्या के बराबर है।
V. अधिकतम छात्रों का नामांकन L में है।
VI. P में नामांकित दस छात्र कम से कम एक अन्य खेल में भी नामांकित हैं।

कितने छात्र केवल K में नामांकित है? 

Detailed Solution for UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 16

केवल K में नामांकित छात्रों की संख्या = a + b = 4 + 5 = 9
इसलिए विकल्प (b) सही उत्तर है।

UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 17

दी गई जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उसके बाद आने वाले प्रश्नांशो के उत्तर दीजिए।

एक खेल अकादमी तीन खेलों जैसे पोलो (P), कबड्डी (K) और लंबी कूद (L) में प्रशिक्षण प्रदान करती है। वर्तमान में अकादमी में 39 छात्र प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं, इनमें से प्रत्येक को तीन खेलों में से कम से कम एक में नामांकित किया गया है। इसके अतिरिक्त, निम्नलिखित विवरण ज्ञात हैं:
I. केवल L में नामांकित छात्रों की संख्या तीनों खेल खेलने वाले छात्रों की संख्या से दोगुनी है।
II. 17 छात्रा में नामांकित हैं।
III. केवल P में नामांकित छात्रों की संख्या केवल L में नामांकित छात्रों की संख्या से एक कम है।
IV. केवल K में नामांकित छात्रों की संख्या, K और L दोनों खेलों को खेलने वाले छात्रों की संख्या के बराबर है।
V. अधिकतम छात्रों का नामांकन L में है।
VI. P में नामांकित दस छात्र कम से कम एक अन्य खेल में भी नामांकित हैं।

कितने छात्र कम से कम 2 खेलों में नामांकित हैं?

Detailed Solution for UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 17

छात्रों को कम से कम 2 खेलों में नामांकित किया जाता है, जिसका अर्थ है कि वे छात्र जो 2 या 3 खेलों में नामांकित हैं।
अतः अभीष्ट संख्या = a + b + c + d = 4 + 5 + (c + d) = 9 + 6 = 15
इसलिए विकल्प (c) सही उत्तर है।

UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 18

स्कूल X से तीन छात्र A, B और C हैं। स्कूल Y से तीन छात्र P, Q और R हैं। Q, R से अधिक मेधावी छात्र है, लेकिन X स्कूल के उस छात्र की तुलना में कम मेधावी है, जो A से अधिक मेधावी है। स्कूल X का वही छात्र P की तुलना में कम मेधावी छात्र है, लेकिन C से अधिक मेधावी है।

इनमें से सबसे अधिक मेधावी छात्र कौन है?

Detailed Solution for UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 18

विद्यालय X से छात्र = A, B और C
विद्यालय Y से छात्र = P, Q और R
मान लेते हैं कि विद्यालय का वह छात्र जिसका उल्लेख प्रश्न में दो कथनों में किया गया है, M है।
इसलिए, M > Q > R
यह दिया गया है कि, X विद्यालय का वह विशेष छात्र A से अधिक मेधावी है। अर्थात M > A
विद्यालय X का वही छात्र C से अधिक मेधावी है। अर्थात M > C
इसलिए, M = B, और हम प्राप्त करते हैं:
B > A/C और B > Q > R
अब, हम जानते हैं कि B, P से कम मेधावी है। अर्थात, P > B
इसलिए, अंतिम क्रम P > B > Q > R होना चाहिए
A और C, B की तुलना में कम मेधावी हैं। इसलिए P सभी छह में से सबसे मेधावी छात्र है।

UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 19

बच्चों के एक विशेष समूह में, 40 बच्चे चॉकलेट पसंद करते हैं, जबकि 30 बच्चे केक पसंद करते हैं। 10 बच्चे ऐसे हैं जो दोनों पसंद करते हैं और इतनी ही संख्या में बच्चे उनमें से किसी को भी पसंद नहीं करते हैं। ​उस समूह में बच्चों की कुल संख्या कितनी है?

Detailed Solution for UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 19

माना केवल चॉकलेट और केवल केक पसंद करने वाले विद्यार्थियों की संख्या क्रमशः a और b है।
और जो दोनों को पसंद करते हैं वे c.
प्रश्न के अनुसार,
a + c = 40
b + c= 30
c = 10
n = 10 (उन बच्चों की संख्या जो उनमें से किसी को भी पसंद नहीं करते हैं) उपर्युक्त समीकरणों से, हम प्राप्त करते हैं:
a = 30, b = 20, c = 10 और n = 10
इसलिए विद्यार्थियों की कुल संख्या = 30 + 20 + 10 + 10 = 70

UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 20

यदि किसी विशेष वर्ष में दिसंबर में 9 सप्ताहांत दिन (शनिवार और रविवार) थे, तो उस वर्ष जनवरी में कितने सप्ताहांत थे?

Detailed Solution for UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 20

यहां हमारे पास दो स्थितियां हैं:
स्थिति (i): यदि दिसंबर बृहस्पतिवार से शुरू होता है, तो इसमें 5 शनिवार और 4 रविवार होंगे, अर्थात कुल 9 सप्ताहांत दिन होंगे। इस स्थिति में 31 दिसंबर को शनिवार होगा।
इसलिए, उस वर्ष की पहली जनवरी शनिवार (गैर-लीप वर्ष के लिए) अथवा शुक्रवार (लीप वर्ष के लिए) रही होगी। अतः जनवरी में 10 सप्ताहांत के दिन रहे होंगे।
स्थिति (ii): यदि दिसंबर रविवार से शुरू होता है, तो इसमें 4 शनिवार और 5 रविवार होंगे, अर्थात कुल 9 सप्ताहांत दिन होंगे। इस स्थिति में 31 दिसंबर मंगलवार होगा। इसलिए, 1 जनवरी को या तो मंगलवार (गैर-लीप वर्ष के लिए) या सोमवार (लीप वर्ष के लिए) होगा। अतः, जनवरी में 8 सप्ताहांत दिन होंगे।
इसलिए उस वर्ष जनवरी में सप्ताहांत के दिनों की संख्या 8 या 10 रही होगी।

UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 21

नीचे दी गई आकृति को खींचने के लिए आवश्यक सीधी - रेखाओं की न्यूनतम संख्या कितनी है?

Detailed Solution for UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 21


ऊर्ध्वाधर रेखाएँ AK, BJ, CI, DH और EG हैं, अर्थात इनकी संख्या 5 है।
क्षैतिज रेखाएँ AE, LF और KG हैं, अर्थात इनकी संख्या 3 है।
तिर्यक रेखाएँ LC, CF, FI, LI, EK और AG हैं, अर्थात इनकी संख्या 6 है।
इस प्रकार, आकृति में 5 + 3 + 6 = 14 सीधी रेखाएँ हैं।

UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 22

निम्नलिखित प्रश्न में, प्रश्न आकृति चिह्नित आकृतियों ।, II, III और IV में से किसी एक में सन्निहित है। प्रश्न आकृति इनमें से किस आकृति में सन्निहित है?

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए

Detailed Solution for UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 22

UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 23

एक घन की दो स्थितियों को नीचे दर्शाया गया है। 'A' फलक के विपरीत फलक पर कौन-सा अक्षर होना चाहिए?

Detailed Solution for UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 23

A अक्षर के साथ फलक के आसन्न फलकों पर अक्षर B, F, C और E हैं। इसलिए A के विपरीत फलक पर अक्षर D होना चाहिए।

UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 24

10 बजकर 25 मिनट पर घड़ी की सुइयों के बीच का बृहत कोण होता है:

Detailed Solution for UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 24

10 घंटे और 25 मिनट में घंटे की सूई द्वारा बनाया गया कोण = 625°/2.
मिनट की सुई द्वारा 25 मिनट में बनाया गया कोण = (360/60 × 25)° = 150°
∴ वृहत्त कोण = 360° - (625 - 150)° = 360° - 325/2°= 395/2°.

UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 25

श्रीमान कपूर अपनी कार में बैठकर अपने दोस्त श्रीमान घोष से मिलने गए। वह उत्तर की ओर 30 किलोमीटर और फिर पश्चिम की ओर 40 किलोमीटर कार चलाते हैं। फिर वह दक्षिण की ओर मुड़ जाते है और 8 किलोमीटर की दूरी तय करते है। आगे वह पूर्व की ओर मुड़ते हैं और 26 किलोमीटर कार चलाते हैं। अंत में, वह दाएं मुड़ते हैं और 10 किलोमीटर चलते हैं और फिर बाएं मुड़कर 19 किलोमीटर की यात्रा तय करते हैं। वह प्रारंभिक बिंदु से कितनी दूर और किस दिशा में है?

Detailed Solution for UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 25

प्रश्न में दी गई जानकारी के अनुसार, हम निम्नलिखित आरेख बना सकते हैं:

आरेख से हम यह निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि अंत में वह अपने प्रारंभिक बिंदु से 13 किमी दूर उत्तर-पूर्व दिशा में है

UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 26

नीचे दो कथन और उसके बाद दो निष्कर्ष दिए गए हैं:

कथनः
सभी पेड़ फूल हैं।
कुछ फूल बीज है
निष्कर्ष- I: कुछ फूल पेड़ हैं।
निष्कर्ष- II: कोई बीज फूल नहीं है।

उपर्युक्त में से कौन-सा निष्कर्ष सामान्य रूप से ज्ञात तथ्यों की अवहेलना करते हुए दिए गए दो कथनो का तार्किक रूप से अनुसरण करता है।करते हैं?

Detailed Solution for UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 26

दिए गए कथनों के लिए संभावित वेन अरे के नीचे क दया गया है:

निष्कर्ष:
I. कुछ फूल पेड़ हैं → सत्य है। सभी पेड़ फूल हैं - सत्य है। इसलिए, कुछ फूल पेड़ हैं, यह भी सत्य होगा।
II. कोई बीज फूल नहीं है → असत्य है। कुछ फूल बीज हैं - सत्य हैं। इसलिए, कुछ बीज फूल भी होंगे।
अत:, केवल निष्कर्ष I अनुसरण करता है।
इसलिए विकल्प (a) सही उत्तर है।

UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 27

नीचे एक कथन और चार निष्कर्ष दिए गए हैं। कथन: A ≥ B = C < D ≤ E > F ≥ G

निष्कर्षः
I. A ≥ C
II. B < D
III. E > G
IV. C < E

उपर्युक्त में से कौन-से निष्कर्ष सत्य हैं?

Detailed Solution for UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 27

दिया गया कथन:
A ≥ B = C < D ≤ E > F ≥ G
निष्कर्ष:
I. A ≥ C → सत्य (A ≥ B = C के रूप में)
II. B < D→ सत्य (B = C < D के रूप में)
III. E > G → सत्य (E > F ≥ G के रूप में)
IV. C < E → सत्य (C < D ≤ E के रूप में)
अत: दिए गए सभी निष्कर्ष सत्य हैं।
इसलिए विकल्प (d) सही उत्तर है।

UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 28

परिच्छेद-1

इस बात पर तो बहस हो सकती है कि क्या नैतिक मूल्यों को सिखाया जा सकता है (सुकरात) अथवा नहीं (रवींद्रनाथ टैगोर), लेकिन इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता कि किसी व्यक्ति के समग्र वृद्धि के लिए बौद्धिकता और नैतिक चेतना समान रूप से आवश्यक हैं। हम सभी जानते हैं कि किसी राष्ट्र की नियति या भाग्य वहां की स्कूल की कक्षाओं में तय होता है। इसका अर्थ है कि हम कक्षाओं में क्या और कैसे पढ़ाते हैं, वह छात्रों की सोचने के पैटर्न को निर्धारित करता है। और ये छात्र अपने ज्ञान और कार्यों के माध्यम से एक राष्ट्र के भविष्य को आकार देते हैं। कक्षाएं अधिगम का मंदिर होती हैं। इसलिए यदि वहां सही भावना और कार्यप्रणाली के साथ ज्ञान प्रदान किया जाए, तो कई समस्याओं का समाधान हो जाएगा।

Q. निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा एक उपर्युक्त परिच्छेद के मर्म को सर्वश्रेष्ठ रूप से दर्शाता है?

Detailed Solution for UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 28

विकल्प (a) सही नहीं है: कथन थोड़ा अतिवादी प्रतीत होता है। साथ ही, इसमें बच्चों या कक्षाओं का कोई उल्लेख नहीं है, जो परिच्छेद का मुख्य केंद्र बिंदु है।
विकल्प (b) सही है: क्योंकि कक्षाओं के महत्व पर चर्चा की गई है और यह दर्शाया गया है कि शिक्षण के तरीकों के दूरगामी परिणाम कैसे होते हैं। पंक्तियों के संदर्भ से, “हम सभी जानते हैं कि किसी राष्ट्र की नियति या भाग्य वहां की स्कूल की कक्षाओं में तय होता है। इसका अर्थ है कि हम कक्षाओं में क्या और कैसे पढ़ाते हैं, वह छात्रों की सोचने के पैटर्न को निर्धारित करता है। और ये छात्र अपने ज्ञान और कार्यों के माध्यम से एक राष्ट्र के भविष्य को आकार देते हैं। कक्षाएं अधिगम का मंदिर होती हैं। इसलिए यदि वहां सही भावना और कार्यप्रणाली के साथ ज्ञान प्रदान किया जाए, तो कई समस्याओं का समाधान हो जाएगा।"
विकल्प (c) सही नहीं है: क्योंकि लेखक इस बात का पक्ष समर्थन नहीं कर रहा है कि नैतिक मूल्यों को सिखाया जा सकता है या नहीं। वह कहता है, "इस बात पर तो बहस हो सकती है कि क्या नैतिक मूल्यों को सिखाया जा सकता है (सुकरात) अथवा नहीं (रवींद्रनाथ टैगोर), लेकिन इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता कि किसी व्यक्ति के समग्र वृद्धि के लिए बौद्धिकता और नैतिक चेतना समान रूप से आवश्यक हैं।" इन पंक्तियों का अर्थ है कि नैतिक मूल्य महत्वपूर्ण हैं, लेकिन उन्हें सिखाया जा सकता है या नहीं यह निश्चित नहीं है। विकल्प (d) सही नहीं है: यद्यपि कथन सत्य हो सकता है, फिर भी यह कक्षाओं पर ध्यान केंद्रित नहीं करता है। परिच्छेद का ध्यान सिर्फ अंतिम उत्पाद के बजाय 'कैसे' पहलू पर भी है।

UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 29

परिच्छेद-2

नौकरशाही के आलोचक अक्सर "धोखाधड़ी" और "संसाधनों की बर्बादी" को एक साथ मिलाकर सरकारी हानियों के उच्च आंकड़े प्रस्तुत करते हैं, लेकिन क्या वास्तव में सरकार को दोष देने का कोई अर्थ बनता है जब निचले स्तर के अधिकारी आम नागरिकों को धोखा देते हैं? हमें अपनी नैतिकता और अंतरात्मा में सुधार करने की आवश्यकता है।  

Q. निम्नलिखित में से कौन-सा एक परिच्छेद के केंद्रीय विचार को सर्वश्रेष्ठ रूप से दर्शाता है?

Detailed Solution for UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 29

विकल्प (a) सही है, इस तरह के पदाधिकारियों के इस प्रकार के कार्यों के लिए सरकार को पूरी तरह उत्तरदायी नहीं ठहराया जाना चाहिए, यह इस पंक्ति से स्पष्ट है "क्या वास्तव में सरकार को दोष देने का कोई अर्थ बनता है"
विकल्प (b) सही नहीं है, क्योंकि परिच्छेद में यह नहीं कहा गया है कि नैतिकता और अंतरात्मा पर बिल्कुल ध्यान नहीं दिया जाता है। साथ ही, यह परिच्छेद जनता/नागरिकों की नैतिकता और चेतना के बारे में बात करता है, न कि आलोचकों के बारे में।
विकल्प (c) सही नहीं है, क्योंकि "नौकरशाही के आलोचक अक्सर धोखाधड़ी को संसाधनों की बर्बादी के साथ जोड़ देते हैं..." इंगित करता है कि धोखाधड़ी और संसाधनों की बर्बादी अलग-अलग हैं।
विकल्प (d) सही नहीं है: यद्यपि परिच्छेद में उल्लेख किया गया है कि सामान्य नागरिकों को निम्नतम पदाधिकारियों द्वारा धोखा दिया जाता है। लेकिन परिच्छेद यह कहीं भी इंगित नहीं करता है कि "केवल" वे ऐसा करते हैं, और कोई नहीं।

UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 30

परिच्छेद-3

अरबों मनुष्य मांस खाते हैं। इसे प्राप्त करने के लिए, हम पशुओं को पालते हैं। हम प्रत्येक वर्ष करोड़ों हंसों, करीब एक अरब मवेशियों, अरबों सूअरों एवं बत्तखों और दस अरब मुर्गों को नियंत्रित करते हैं, चोट पहुंचाते हैं और हत्या करते हैं। यदि पशुओं को नियंत्रित करना, चोट पहुँचाना या मारना गलत है अथवा यदि इन पर्यावरणीय प्रभावों का उत्पादन वा लोगों पर प्रभाव गलत है और यदि उत्पादित मांस का सेवन करना गलत है, तो फिर बड़ी मात्रा में ऐसा गलत कार्य प्रतिदिन हो रहा है। एक अरब से भी कम मनुष्य शाकाहारी हैं और मांस को छोड़कर अन्य आहार लेते हैं। वे विभिन्न कारणों से शाकाहारी हैं: क्योंकि यह स्वास्थ्यवर्धक है, क्योंकि उनके माता-पिता उन्हें शाकाहारी बनाते हैं, क्योंकि उन्हें मांस खाना पसंद नहीं है। कुछ नैतिक आधार के कारण शाकाहारी हैं। नैतिक शाकाहारवाद ऐसा विचार है जिसमें यह करना नैतिक रूप से गलत माना जाता है- मांस खाना अब से "गलत" है।

उपर्युक्त परिच्छेद से निम्नलिखित में से कौन-सा सर्वाधिक तर्कसंगत और विवेकपूर्ण निष्कर्ष निकाला जा सकता है?

Detailed Solution for UPSC CSE प्रीलिम्स पेपर 2 (CSAT) मॉक टेस्ट - 1 - Question 30

विकल्प (a) सही नहीं है क्योंकि परिच्छेद केवल शाकाहार का पालन करने वाले लोगों के कारणों का उल्लेख करता है। यह तर्क नहीं देता कि मांस खाना गलत है।
विकल्प (b) सही नहीं है। यद्यपि, इस परिच्छेद में उल्लेख किया गया है कि पशुपालन पर्यावरणीय प्रभावों की ओर ले जा रही है। लेकिन हम यह निष्कर्ष नहीं निकाल सकते हैं कि इससे जलवायु परिवर्तन हो रहा है।
विकल्प (c) सही है क्योंकि परिच्छेद में उल्लेख किया गया है कि लोग विभिन्न कारणों से शाकाहारी हैं: क्योंकि यह स्वास्थ्यवर्धक है, क्योंकि उनके माता-पिता उन्हें शाकाहारी बनाते हैं, क्योंकि उन्हें मांस खाना पसंद नहीं है। कुछ नैतिक आधार के कारण शाकाहारी हैं। नैतिक शाकाहारवाद ऐसा विचार है जिसमें यह करना नैतिक रूप से गलत माना जाता है- मांस खाना अब से "गलत" है।
विकल्प (d) सही नहीं है चूंकि परिच्छेद भोजन के लिए पशुओं को पालने के विरुद्ध तर्क नहीं देता है। न ही यह विकल्पों के बारे में अधिक बात करता है। अतः हम यह निष्कर्ष नहीं निकाल सकते।

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