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Test: एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा- 2 - Class 9 MCQ


Test Description

10 Questions MCQ Test Hindi Class 9 (Sparsh and Sanchayan) - Test: एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा- 2

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Test: एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा- 2 - Question 1

‘पृथ्वी पर बहुत अधिक कठोर’ जगह के नाम से क्या प्रसिद्ध है?

Detailed Solution for Test: एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा- 2 - Question 1

कैंप चार साउथकोल जो 'पृथ्वी पर बहुत अधिक कठोरजगह के नाम से प्रसिद्ध है, में 29 अप्रैल, 1984 को लगाया गया।

Test: एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा- 2 - Question 2

कैंप-एक पर पँहुचने वाली दो महिलाएँ कौन थीं?

Detailed Solution for Test: एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा- 2 - Question 2

कैंप-एक पर पहुँचने वाली दो महिलाएँ रीता गोंबू और बचेंद्री पाल थीं।

ये दोनों महिलाएँ कैंप-एक तक पहुँचने में सफल रही थीं, जो इस अभियान के महत्वपूर्ण पड़ावों में से एक था।

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Test: एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा- 2 - Question 3

लेखिका के अनुसार अचानक हमेशा ही खतरनाक स्थिति कैसे बन जाया करती थी?

Detailed Solution for Test: एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा- 2 - Question 3
  • लेखिका के अनुसार, अचानक हमेशा ही खतरनाक स्थिति बड़ी-बड़ी बर्फ की चट्टानों के अचानक से गिरने से बन जाती थी।
  • ये चट्टानें अक्सर अचानक गिर जाती थीं, जिससे चढ़ाई के दौरान गंभीर खतरे उत्पन्न हो जाते थे।
Test: एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा- 2 - Question 4

लेखिका एवरेस्ट पर चढ़ाई करने वाली  भारत की कौन सी महिला बनी?

Detailed Solution for Test: एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा- 2 - Question 4

बछेंद्री के लिए पर्वतारोहण का पहला मौक़ा 12 साल की उम्र में आया, जब उन्होंने अपने स्कूल की सहपाठियों के साथ 400 मीटर की चढ़ाई की। 1984 में भारत का चौथा एवरेस्ट अभियान शुरू हुआ। इस अभियान में जो टीम बनी, उस में बछेंद्री समेत 7 महिलाओं और 11 पुरुषों को शामिल किया गया था। इस टीम के द्वारा 23 मई 1984 को अपराह्न 1 बजकर सात मिनट पर 29,028 फुट (8,848 मीटर) की ऊंचाई पर 'सागरमाथा (एवरेस्ट)' पर भारत का झंडा लहराया गया। हिला बनीं।इस के साथ एवरेस्ट पर सफलतापूर्वक क़दम रखने वाले वे दुनिया की 5वीं मभारतीय अभियान दल के सदस्य के रूप में माउंट एवरेस्ट पर आरोहण के कुछ ही समय बाद उन्होंने इस शिखर पर महिलाओं की एक टीम के अभियान का सफल नेतृत्व किया। उन्होने 1994 में गंगा नदी में हरिद्वार से कलकत्ता तक 2,500 किमी लंबे नौका अभियान का नेतृत्व किया। हिमालय के गलियारे में भूटान, नेपाल, लेह और सियाचिन ग्लेशियर से होते हुए काराकोरम पर्वत शृंखला पर समाप्त होने वाला 4,000 किमी लंबा अभियान उनके द्वारा पूरा किया गया, जिसे इस दुर्गम क्षेत्र में प्रथम महिला अभियान का प्रयास कहा जाता है।[4][5][6]

Test: एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा- 2 - Question 5

शिखर पर जानेवाले प्रत्येक व्यक्ति को कहाँ से आने वाले तूफानों को झेलना पड़ता है?

Detailed Solution for Test: एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा- 2 - Question 5

शिखर पर जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति को दक्षिण-पूर्वी पहाड़ी से आने वाले तूफानों का सामना करना पड़ता है, खासकर खराब मौसम में।

 

Test: एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा- 2 - Question 6

बचेंद्री पाल को और आगे जाने से रोकने की कोशिश किसने की?

Detailed Solution for Test: एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा- 2 - Question 6

बचेंद्री पाल को और आगे जाने से रोकने की कोशिश जय ने की थी।

जब बचेंद्री पाल और उनकी टीम एवरेस्ट की चढ़ाई के अंतिम चरण में पहुंची, तो जय ने उन्हें आगे बढ़ने से रोकने की कोशिश की। इसका कारण था कि जय ने उनकी स्थिति और संभावित खतरों को लेकर चिंताओं को व्यक्त किया था। जय की चिंता थी कि आगे बढ़ने से उनकी जान को खतरा हो सकता है और परिस्थितियाँ बहुत जोखिमपूर्ण हो सकती हैं।

  • Option A (की): सही नहीं है। की ने ऐसा कोई प्रयास नहीं किया था।
  • Option B (जय): सही उत्तर है। जय ने बचेंद्री पाल को आगे बढ़ने से रोकने की कोशिश की।
  • Option C (मीनू): मीनू ने ऐसा कोई प्रयास नहीं किया था।
  • Option D (शेरपा): शेरपा ने ऐसा कोई प्रयास नहीं किया था।
Test: एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा- 2 - Question 7

कौन सा दिन हिमपात से कैंप-एक तक सामान ढोकर चढ़ाई का अभ्यास करने के लिए पहले से ही निश्चित था?

Detailed Solution for Test: एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा- 2 - Question 7

हिमपात से कैंप-एक तक सामान ढोकर चढ़ाई का अभ्यास तीसरे दिन के लिए पहले से ही निश्चित था।

इस अभ्यास का उद्देश्य यह था कि टीम को समय रहते और बिना किसी कठिनाई के चढ़ाई के लिए तैयार किया जा सके। चढ़ाई के अभ्यास के लिए एक दिन पहले से ही तय किया गया था कि कौन सा दिन इस अभ्यास के लिए निर्धारित किया जाएगा ताकि तैयारी ठीक से की जा सके और टीम को हिमपात की स्थिति में सामान ढोने की आदत हो सके।

  • Option A (पहला): पहले दिन यह अभ्यास निर्धारित नहीं था।
  • Option B (दूसरा): दूसरे दिन भी यह अभ्यास निर्धारित नहीं था।
  • Option C (तीसरा): सही उत्तर है। तीसरे दिन इस अभ्यास के लिए तय किया गया था।
  • Option D (पाँचवा): पांचवे दिन यह अभ्यास नहीं किया गया था।
Test: एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा- 2 - Question 8

बिना ऑक्सीजन के कौन चढ़ाई करने वाला था?

Detailed Solution for Test: एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा- 2 - Question 8

अंगदोरजी ने बिना अतिरिक्त ऑक्सीजन के एवरेस्ट की चढ़ाई करने का निर्णय लिया था, जबकि अन्य चढ़ाई करने वाले ऑक्सीजन का उपयोग कर रहे थे।

Test: एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा- 2 - Question 9

रसोई सहायक की मृत्यु किस कारण हो गई थी?

Detailed Solution for Test: एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा- 2 - Question 9

रसोई सहायक की मृत्यु जलवायु के सही न होने के कारण हो गई थी। एवरेस्ट पर अत्यंत कठिन परिस्थितियाँ होती हैं, जिसमें खराब जलवायु विशेष रूप से खतरनाक हो सकती है, और यही कारण रसोई सहायक की मृत्यु का था।

Test: एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा- 2 - Question 10

बचेंद्री पाल और उनके साथियों के तंबू का रास्ता साफ़ करने में कौन सफ़ल हो गए थे?

Detailed Solution for Test: एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा- 2 - Question 10

लोपसांग ने तंबू के रास्ते को साफ़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे बाकी टीम के लिए चढ़ाई करना आसान हो गया।

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