CTET & State TET Exam  >  CTET & State TET Tests  >  CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - CTET & State TET MCQ

CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - CTET & State TET MCQ


Test Description

30 Questions MCQ Test - CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7

CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 for CTET & State TET 2025 is part of CTET & State TET preparation. The CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 questions and answers have been prepared according to the CTET & State TET exam syllabus.The CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 MCQs are made for CTET & State TET 2025 Exam. Find important definitions, questions, notes, meanings, examples, exercises, MCQs and online tests for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 below.
Solutions of CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 questions in English are available as part of our course for CTET & State TET & CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 solutions in Hindi for CTET & State TET course. Download more important topics, notes, lectures and mock test series for CTET & State TET Exam by signing up for free. Attempt CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 | 150 questions in 150 minutes | Mock test for CTET & State TET preparation | Free important questions MCQ to study for CTET & State TET Exam | Download free PDF with solutions
CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 1

'गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान की कक्षाएँ एक तरह से भाषा की ही कक्षाएँ हैं ।' इस कथन के समर्थन से सबसे कमज़ोर है-

Detailed Solution for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 1

'गणित ,विज्ञान, सामाजिक विज्ञान की कक्षाएँ में विभिन्न विषयों के शिक्षण में भाषा-शिक्षण एक मुख्य उद्देश्य होता है |

CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 2

तमिल भाषी सुहेल प्राय : 'भजन', को 'बजन' कहता है । भाषा के शिक्षक के रूप में आप क्या करेंगे?

Detailed Solution for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 2

भाषा पर विचार करते समय भाषा सम्बन्धी बहुत से पहलुओं पर विचार किया जाता है ।

CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 3

कहानियाँ बच्चों के भाषा -विकास में किस प्रकार सहायक है?

Detailed Solution for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 3

कहानियाँ बच्चों की कल्पनाशक्ति, सृजनात्मकता और चिंतन को बढावा देती है |

CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 4

हिन्दी भाषा की पाठ्य - पुस्तक में लोकगीतों को शामिल करने का कौन-सा उद्देश्य सबसे कम महत्त्वपूर्ण है?

Detailed Solution for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 4

लोकगीतों से संबद्ध राज्यों की जानकारी देना हिन्दी भाषा की पाठ्य - पुस्तक में लोकगीतों को शामिल करने का उद्देश्य सबसे कम महत्वपूर्ण है |

CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 5

निम्नलिखित में से किस उद्देश्य के लिए प्राथमिक स्तर पर भाषा नहीं सीखी जाती?

Detailed Solution for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 5

भाषा का व्याकरण सीखना प्राथमिक स्तर पर नहीं सीखी जाती ।

CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 6

प्राथमिक स्तर पर आप कहानियों, कविताओं में किस पक्ष को सबसे ज्यादा महत्त्वपूर्ण मानते हैं?

Detailed Solution for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 6

प्राथमिक स्तर पर कहानियों , कविताओं में घटनाओं, शहरों, पदों में दोहराव को सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण मानते हैं। प्रयास किया जाए कि बच्चे कविता- कहनी में अर्थ-निर्माण का प्रयास कैसे करते हैं। बच्चे यह समझ सकें कि कविता बनती कैसे है, उसकी बुनावट क्या है।

CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 7

भाषा सीखने के लिए सबसे उपयुक्त साधन है:

Detailed Solution for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 7

भाषा सीखने के लिए सबसे उपयुक्त साधन अनुकरण करना है। 
हिन्दी में ‘अनुकरण’ अंग्रेजी के ‘इमिटेशन’ शब्द से रूपान्तरित होकर आया है। अनुकरण का सामान्य अर्थ है- नकल या प्रतिलिपि या प्रतिछाया, जबकि वर्तमान सन्दर्भ में उसका मान्य अर्थ है- ‘‘अभ्यास के लिए लेखकों और कवियों को उपलब्ध उत्कृष्ट रचनाओं का अध्ययन एवं अनुसरण करना।’’
अतः, 'अनुकरण करना' इस प्रश्न का सही उत्तर है। 

CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 8

हिंदी भाषा शिक्षण का सामान्य उद्देश्य है:

Detailed Solution for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 8

हिंदी भाषा प्रशिक्षण का उद्देश्य हिंदी भाषा में गुणवत्ता लाना है ताकि हिंदी भाषा के पठन–पाठन में बच्चें दक्षता हासिल कर सकें। कक्षा में भाषा शिक्षण के उद्देश्य पूर्ण हो सके। बच्चों को खेल-खेल में विभिन्न गतिविधियों के द्वारा भाषाई दक्षता हासिल हो सके जिससे अध्ययन-अध्यापन की प्रक्रिया रोचकता पूर्ण हो सके।
अतः सही उत्तर 'उपरोक्त सभी' है। 

CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 9

ऐसे साधन जिन्हें सुनकर या देखकर छात्र पाठ्य की विषय-वस्तु को सरलता एवं शीघ्रता से समझ सकें, कहलाते हैं ?

Detailed Solution for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 9

पाठ्यपुस्तक से परे संसाधन आपको छात्रों की सीखने की प्रक्रिया को उनके अपने अनुभवों और समकालीन घटनाओं से जोड़ने में सक्षम बनाते हैं और आपको छात्रों द्वारा कक्षा में लाई जा रही जानकारी का पता लगाने के अवसर प्रदान करते हैं। रेडियो, अखबार या टेलिविजन के संसाधन ऐसे विषय प्रदान करते हैं जो उस समय प्रासंगिक होते हैऔर छात्रों के लिए दिलचस्प हो सकते हैं। इन संसाधनों का उपयोग करते हुए सावधानी से नियोजित पाठ आपके छात्रों के आलोचनात्मक विचार कौशल को विकसित करने में सहायता कर सकते हैं। ऐसे साधन जिन्हें सुनकर छात्र पाठ्य विषय -वस्तु को सरलता एवं शीघ्रता से समझ सकें, कहलाते हैं -

  • दृश्य साधन
  • रेडियो एवं टीवी 
  • श्रव्य साधन

अतः सही उत्तर "उपरोक्त सभी" है। 

CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 10

सभी छात्रों में अधिगम की क्षमता _____ होती हैI

Detailed Solution for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 10

सभी छात्रों में अधिगम की क्षमता भिन्न-भिन्न होती है। अधिगम शब्द का आशय सीखने से है अर्थात सामान्य भाषा में अधिगम की क्षमता का तात्पर्य सीखने क्षमता अथवा योग्यता से है। एक वर्ग के सभी विद्यार्थियों में सीखने की क्षमता अलग-अलग होती है क्योंकि वे अलग परिवेश से होते हैं एवं सभी का मानसिक स्तर भी भिन्न होता है।
अतः, इस प्रश्न का सही उत्तर विकल्प A है।

CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 11

निम्नलिखित में से रचनात्मक शिक्षण की विधि नहीं है:

Detailed Solution for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 11

भाषा संसर्ग विधि रचनात्मक शिक्षण की विधि नहीं है। भाषा संसर्ग विधि: यह मनोवैज्ञानिक शिक्षण विधि है, इसमें भाषा पर अधिकार रखने वाले कतिपय लेखकों की कृतियाँ पढ़ाई जाती हैं, जिससे छात्र भाषा के सही रूप का ज्ञान प्राप्त करते हैं लेकिन यह विधि अपने आप में पूर्ण नहीं है। इसके लिए हमें ध्यान रखना होगा कि इस विधि से केवल व्यावहारिक व्याकरण शिक्षा दी जा सकती है। नियमित व्याकरण पढ़ाने के लिए हमें आगमन विधि का सहारा लेना होगा। 
अतः, यही विकल्प इस प्रश्न का सही उत्तर है।

CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 12

सीखने के लिए सबसे सरल भाषा होगी:

Detailed Solution for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 12

सीखने के लिए सबसे सरल भाषा मातृ भाषा होती है। जन्म लेने के बाद मानव जो प्रथम भाषा सीखता है, उसे उसकी मातृभाषा कहते हैं। मातृभाषा, किसी भी व्यक्ति की सामाजिक एवं भाषाई पहचान होती है। जो भारतीय उत्तर भारत से सम्बन्ध रखते है, वे बचपन से ही हिंदी सुनते हैं, अतः इनके लिए हिंदी सबसे आसान भाषा होती है। 
अतः, यही विकल्प इस प्रश्न का सही उत्तर है।

CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 13

सभी विधियाँ असफल होने पर इस विधि का प्रयोग करना चाहिए :

Detailed Solution for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 13

सभी विधियाँ असफल होने पर प्रवचन विधि का प्रयोग करना चाहिए। प्रवचन का अर्थ धार्मिक अथवा मौलिक बातें है। धार्मिक, नैतिक आदि गंभीर विषयों में परोपकार की दृष्टि से कही जाने वाली अच्छी तथा विचारपूर्ण बातें प्रवचन की श्रेणी में आती हैं। प्रवचन विधि में लोगों को नैतिकता के अनुसार से भाषा की पहचान कराई जा सकती है। 
अतः, यही विकल्प इस प्रश्न का सही उत्तर है।

CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 14

'हम करके सीखते हैं', यह विचार किसका है?

Detailed Solution for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 14

'हम करके सीखते हैं' यह विचार 'डॉ मेस' का है उन्होंने कहा था कि - “स्मृति का स्थान मस्तिष्क में नहीं, वरन् शरीर के अवयवों में है। यही कारण है कि हम करके सीखते हैं।” व्यक्ति विशेष जिस क्षेत्र का होता है, वहाँ की भाषा उसके लिए सबसे सरल होती है, लेकिन अगर हम दूसरी भाषा को सीखने जाते हैं तो उस स्थिति में हम करके ही सीख सकते हैं। जैसे केवल व्याकरण और अनुवाद का अभ्यास करके अंग्रेजी नहीं सीख सकते हैं। इसका व्यवहारिक अभ्यास करके ही इसे सीख सकते  हैं।
अतः, यही विकल्प इस प्रश्न का सही उत्तर है।

CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 15

निर्देशः नीचे दिये गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
रामचंद्र शुक्ल के निबंध पं महावीरप्रसाद द्विवेदी द्वारा संपादित सरस्वती में छपने लगे थे। उन्होंने निबंध में प्रस्तुत सूत्रों की उपमा पत्ते की नसों से दी है, जो परस्पर गूँथी होती हैं। शुक्ल जी के अधिकांश प्रसिद्ध निबंध मनोविकारों पर हैं। उन्होंने भारतेंदु, प्रेमघन, फ्रेडरिक पिन्काट पर भी लिखा है, लेकिन वे या तो व्यक्तित्व कृतित्व का परिचय देने वाले हैं, या संस्मरण या जीवनी परक। निबंधकार के रूप में शुक्ल जी का योगदान मनोविकार संबंधी निबंधों के कारण है। इन निबंधों का संग्रह पहले विचार-वीथी के नाम से 1930 ई. में प्रकाशित हुआ था। बाद में चिंतामणि (पहला भाग) नाम से 1939 ई. में परिवर्धित और संशोधित संस्करण प्रकाशित हुआ।

Q. सरस्वती के संपादक कौन थे?

Detailed Solution for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 15

प्रस्तुत गद्यांश में उल्लेखित है कि रामचन्द्र शुक्ल के निबंध पंडित 'महावीर प्रसाद द्विवेदी' द्वारा संपादित सरस्वती में छपने लगे थे। अत: इस प्रश्न का सही उत्तर 'महावीर प्रसाद द्विवेदी' है। अन्य सभी विकल्प गलत हैं। 
महावीर प्रसाद द्विवेदी जी की प्रसिद्ध  रचनाएँ : 

  • देवी स्तुति शतक 
  • नागरी 
  • काव्य मंजूषा 
  • सुमन 
  • द्विवेदी काव्य माला 
CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 16

निर्देशः नीचे दिये गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
रामचंद्र शुक्ल के निबंध पं महावीरप्रसाद द्विवेदी द्वारा संपादित सरस्वती में छपने लगे थे। उन्होंने निबंध में प्रस्तुत सूत्रों की उपमा पत्ते की नसों से दी है, जो परस्पर गूँथी होती हैं। शुक्ल जी के अधिकांश प्रसिद्ध निबंध मनोविकारों पर हैं। उन्होंने भारतेंदु, प्रेमघन, फ्रेडरिक पिन्काट पर भी लिखा है, लेकिन वे या तो व्यक्तित्व कृतित्व का परिचय देने वाले हैं, या संस्मरण या जीवनी परक। निबंधकार के रूप में शुक्ल जी का योगदान मनोविकार संबंधी निबंधों के कारण है। इन निबंधों का संग्रह पहले विचार-वीथी के नाम से 1930 ई. में प्रकाशित हुआ था। बाद में चिंतामणि (पहला भाग) नाम से 1939 ई. में परिवर्धित और संशोधित संस्करण प्रकाशित हुआ।

Q. शुक्ल जी के अधिकांश निबंध किससे सम्बंधित हैं?

Detailed Solution for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 16

प्रस्तुत गद्यांश  में उल्लेखित है कि निबंधकार के रूप में शुक्ल जी का योगदान 'मनोविकार' संबंधी निबंधों के कारण है। अत; इस प्रश्न का सही उत्तर 'मनोविकार' है। अन्य सभी विकल्प गलत हैं। 

  • अनेक विषयों का ज्ञान होने पर उससे संबन्धित इच्छा रखने पर अनेकरूपता के अनुसार अनुभूति के भिन्न भिन्न योग उत्पन्न होते हैं जो भाव या मनोविकार कहलाते हैं। 
  • मनोविकार निबंध इन्हीं भावों से संबन्धित होते हैं। 
  • चिंतामणि ग्रंथ में आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने मनोविकारी निबंधों का संग्रह लिखा है। मित्रता, अध्ययन इस ग्रंथ के प्रमुख निबंधों में से हैं। 
CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 17

निर्देशः नीचे दिये गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
रामचंद्र शुक्ल के निबंध पं महावीरप्रसाद द्विवेदी द्वारा संपादित सरस्वती में छपने लगे थे। उन्होंने निबंध में प्रस्तुत सूत्रों की उपमा पत्ते की नसों से दी है, जो परस्पर गूँथी होती हैं। शुक्ल जी के अधिकांश प्रसिद्ध निबंध मनोविकारों पर हैं। उन्होंने भारतेंदु, प्रेमघन, फ्रेडरिक पिन्काट पर भी लिखा है, लेकिन वे या तो व्यक्तित्व कृतित्व का परिचय देने वाले हैं, या संस्मरण या जीवनी परक। निबंधकार के रूप में शुक्ल जी का योगदान मनोविकार संबंधी निबंधों के कारण है। इन निबंधों का संग्रह पहले विचार-वीथी के नाम से 1930 ई. में प्रकाशित हुआ था। बाद में चिंतामणि (पहला भाग) नाम से 1939 ई. में परिवर्धित और संशोधित संस्करण प्रकाशित हुआ।

Q. निम्नलिखित में ‘सूत्र’ शब्द का पर्यायवाची नहीं है।

Detailed Solution for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 17

दिए गए विकल्पों मे उचित उत्तर ‘तृण’ है। 

  • ‘सूत्र’ का उचित पर्यायवाची शब्द ‘तृण’ नहीं है। ‘
  • तृण’ के पर्यायवाची शब्द हैं- घास, दूर्वा, दूब, कुश, शाद।

CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 18

निर्देशः नीचे दिये गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
रामचंद्र शुक्ल के निबंध पं महावीरप्रसाद द्विवेदी द्वारा संपादित सरस्वती में छपने लगे थे। उन्होंने निबंध में प्रस्तुत सूत्रों की उपमा पत्ते की नसों से दी है, जो परस्पर गूँथी होती हैं। शुक्ल जी के अधिकांश प्रसिद्ध निबंध मनोविकारों पर हैं। उन्होंने भारतेंदु, प्रेमघन, फ्रेडरिक पिन्काट पर भी लिखा है, लेकिन वे या तो व्यक्तित्व कृतित्व का परिचय देने वाले हैं, या संस्मरण या जीवनी परक। निबंधकार के रूप में शुक्ल जी का योगदान मनोविकार संबंधी निबंधों के कारण है। इन निबंधों का संग्रह पहले विचार-वीथी के नाम से 1930 ई. में प्रकाशित हुआ था। बाद में चिंतामणि (पहला भाग) नाम से 1939 ई. में परिवर्धित और संशोधित संस्करण प्रकाशित हुआ।

Q. 'वीथी' शब्द का अर्थ है - 

Detailed Solution for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 18

'वीथी' शब्द का अर्थ है - उपरोक्त सभी (पंक्ति, मार्ग, कतार)

  • 'वीथी' के अन्य अर्थ- रास्ता,  सड़क, बाज़ार,  हाट। 
    • ​वह जिससे होकर गंतव्य तक पहुँचा जाए या जिससे होकर कोई आगे बढ़े।

जो शब्द समान अर्थ के कारण किसी दूसरे शब्द की जगह ले लेते हैं उन्हें पर्यायवाची शब्द कहते हैं।

CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 19

निर्देशः नीचे दिये गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
रामचंद्र शुक्ल के निबंध पं महावीरप्रसाद द्विवेदी द्वारा संपादित सरस्वती में छपने लगे थे। उन्होंने निबंध में प्रस्तुत सूत्रों की उपमा पत्ते की नसों से दी है, जो परस्पर गूँथी होती हैं। शुक्ल जी के अधिकांश प्रसिद्ध निबंध मनोविकारों पर हैं। उन्होंने भारतेंदु, प्रेमघन, फ्रेडरिक पिन्काट पर भी लिखा है, लेकिन वे या तो व्यक्तित्व कृतित्व का परिचय देने वाले हैं, या संस्मरण या जीवनी परक। निबंधकार के रूप में शुक्ल जी का योगदान मनोविकार संबंधी निबंधों के कारण है। इन निबंधों का संग्रह पहले विचार-वीथी के नाम से 1930 ई. में प्रकाशित हुआ था। बाद में चिंतामणि (पहला भाग) नाम से 1939 ई. में परिवर्धित और संशोधित संस्करण प्रकाशित हुआ।

Q. संस्मरण में कौनसा उपसर्ग है?

Detailed Solution for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 19
  • सम् + स्मरण = संस्मरण। 
  • संस्मरण का अर्थ है:- बार बार स्मरण करना, महत्त्वपूर्ण घटनाओं, कृत्यों आदि का उल्लेख।
  • संस्मरण गद्य साहित्य की महत्वपूर्ण विधा है। 

CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 20

Educational psychology refers to the study of psychology in which the conclusions of psychology are implemented in the field of education. Who is the father of educational psychology?

Detailed Solution for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 20

Edward Lee Thorndike is known as the father of educational psychology.

CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 21

Suppose you are an English teacher and you notice that most of the students are unable to respond to your questions in the class. What would you do?

Detailed Solution for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 21

It would be most important to find out if there is any flaw in the teaching method and improve it accordingly.

CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 22

Lara is an expert teacher. She always prepares 'teaching points' as it helps her in

Detailed Solution for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 22

Preparing teaching points for a lecture is very important for a teacher as it leads to effective teaching.

CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 23

Being a teacher, how would you suggest your students to make the notes effectively?

Detailed Solution for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 23

With the help of symbols and abbreviations, they can take the notes fluently and effectively. It will provide the faster revision of the notes also.

CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 24

What is the system of rules that governs how words can be meaningfully arranged to form phrases and sentences?

Detailed Solution for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 24

Syntax is the system of rules that governs how words can be meaningfully arranged to form phrases and sentences. It is the arrangement of words and phrases to create well-formed sentences in a language.  Syntax states the rules for using words, phrases, clauses and punctuation, specifically to form sentences.
Hence, the correct answer is 'syntax'.

CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 25

A twelve-year-old child enjoys using puns. This enjoyment indicates that she has:

Detailed Solution for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 25

A twelve-year-old child enjoys using puns. This enjoyment indicates that she has metalinguistic awareness. The full form for puns is paronomasia. It is a joke exploiting the different possible meanings of a word or the fact that there are words that sound alike but have different meanings. The boy likes to play with words. Therefore, this signifies his ability to see language as a code and separate it from its symbolic meaning.
Hence, the correct answer is 'metalinguistic awareness'.

CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 26

Directions: Complete the following sentence by selecting an appropriate question tag from the given choices.
You don't smoke, _____?

Detailed Solution for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 26

Question tags turn a statement into a question. They are used for checking information that the speaker thinks is true. If the auxiliary verb in the main clause is positive, the question tag is negative and if the auxiliary verb in the main clause is negative, the question tag is positive.
The auxiliary verb used in the given sentence is 'don't', which is negative, hence, the question tag used will be 'do you'.
The complete sentence is: You don't smoke, do you?

CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 27

Receptive Language skills are:

Detailed Solution for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 27

Receptive Language skills are listening and reading for information. This means the ability to understand information. It involves understanding the words, sentences, and meaning of what others say or what is read. Expressive language means being able to put thoughts into words and sentences, in a way that makes sense and is grammatically accurate.
Hence, the correct answer is 'listening and reading for information'.

CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 28

Which of the following strategies can be adopted for children with reading disabilities?

Detailed Solution for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 28

The disability that affects the person's ability to read sentences and language-based processing skills is known as dyslexia.

CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 29

During a task, Saina is talking to herself about ways she can proceed on the task. According to Lev Vygotsky’s ideas on language and thought; this kind of ‘private speech’ is a sign of _____

Detailed Solution for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 29

Lev Vygotsky was a Russian psychologist and a social constructivist. He has propounded 'Socio-cultural Theory' which emphasizes the role of social interaction in cognitive development.

  • Lev Vygotsky emphasized that the acquisition of speech is the major activity in cognitive development. 
  • Vygotsky embedded in this theory, the concept of 'private speech' which is a kind of speech directed to the self with no communicative function. Children use private speech to guide their actions by speaking to themselves.
CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 30

Choose the principle not followed in Direct Method.

Detailed Solution for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 - Question 30

English is a second language, irrespective of its standard of teaching and availability of English in the ambience and exposure and access to the language.

  • Methods of language teaching have been influenced by a variety of extant social, political, and psychological factors. There are several methods of English language teaching and the direct method is one of them. 
View more questions
Information about CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 Page
In this test you can find the Exam questions for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7 solved & explained in the simplest way possible. Besides giving Questions and answers for CTET पेपर-I मॉक टेस्ट - 7, EduRev gives you an ample number of Online tests for practice
Download as PDF