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NCERT Textbook: प्रकृति में ऊष्मा का स्थानांतरण | NCERT Textbooks in Hindi (Class 6 to Class 12) - CTET & State TET PDF Download

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FAQs on NCERT Textbook: प्रकृति में ऊष्मा का स्थानांतरण - NCERT Textbooks in Hindi (Class 6 to Class 12) - CTET & State TET

1. ऊष्मा का स्थानांतरण क्या होता है और इसके मुख्य प्रकार कौन-कौन से हैं ?
Ans. ऊष्मा का स्थानांतरण उस प्रक्रिया को कहते हैं जिसमें ऊष्मा एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाती है। इसके मुख्य प्रकार तीन होते हैं: संचालन (Conduction), संवहन (Convection), और विकिरण (Radiation)। संचालन में ऊष्मा ठोस वस्तुओं के अणुओं के बीच संपर्क से स्थानांतरित होती है। संवहन में तरल या गैसों में ऊष्मा का स्थानांतरण होता है, जबकि विकिरण में ऊर्जा तरंगों के माध्यम से स्थानांतरित होती है, जैसे सूर्य से पृथ्वी तक की ऊष्मा।
2. संचालन (Conduction) की प्रक्रिया कैसे काम करती है ?
Ans. संचालन की प्रक्रिया में ऊष्मा का स्थानांतरण ठोस पदार्थों में अणुओं के आपसी संपर्क से होता है। जब एक ठोस पदार्थ का एक हिस्सा गर्म होता है, तो उसके अणु तेजी से हिलने लगते हैं और पड़ोसी अणुओं को भी गर्म करते हैं। इस प्रकार ऊष्मा एक हिस्से से दूसरे हिस्से में धीरे-धीरे फैलती है। उदाहरण के लिए, जब हम एक धातु की छड़ी के एक सिरे को आग में रखते हैं, तो छड़ी का वह सिरा गर्म होता है और धीरे-धीरे ऊष्मा छड़ी के अन्य हिस्सों में फैल जाती है।
3. संवहन (Convection) की प्रक्रिया का उदाहरण क्या है ?
Ans. संवहन की प्रक्रिया में तरल या गैस में ऊष्मा का स्थानांतरण होता है। इसका एक सामान्य उदाहरण गर्म पानी का एक बर्तन है। जब बर्तन में पानी गर्म होता है, तो गर्म पानी ऊपर की ओर उठता है और ठंडा पानी नीचे की ओर आता है। इस प्रक्रिया के कारण तरल का एक चक्र बनता है, जिससे ऊष्मा समान रूप से फैल जाती है। यह प्रक्रिया जलवायु में भी देखी जा सकती है, जैसे कि समुद्र की लहरों में गर्म और ठंडे जल का मिश्रण।
4. विकिरण (Radiation) के द्वारा ऊष्मा का स्थानांतरण कैसे होता है ?
Ans. विकिरण के द्वारा ऊष्मा का स्थानांतरण बिना किसी माध्यम के होता है। यह प्रक्रिया ऊर्जा तरंगों, जैसे कि अवरक्त विकिरण, के द्वारा होती है। उदाहरण के लिए, सूर्य से निकलने वाली ऊष्मा सीधे पृथ्वी तक पहुँचती है। विकिरण में ऊष्मा का स्थानांतरण अंतरिक्ष में भी होता है, जैसे कि अंतरिक्ष में मौजूद अन्य तारे और ग्रह। इस प्रक्रिया में अणुओं या कणों के संपर्क की आवश्यकता नहीं होती है।
5. ऊष्मा का स्थानांतरण क्यों महत्वपूर्ण है ?
Ans. ऊष्मा का स्थानांतरण विभिन्न प्राकृतिक प्रक्रियाओं और मानव जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह जलवायु परिवर्तन, मौसम के पैटर्न, और तापमान संतुलन के लिए आवश्यक है। इसके अलावा, ऊष्मा का स्थानांतरण घरों और उद्योगों में ऊर्जा दक्षता के लिए भी आवश्यक है। सही समझ और नियंत्रण से हम ऊर्जा की बचत कर सकते हैं और प्राकृतिक संसाधनों का प्रभावी उपयोग कर सकते हैं।
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