प्रश्न 1: राजा शूरसेन कौन थे?
उत्तर: यदुवंश के प्रसिद्ध राजा शूरसेन श्रीकृष्ण के पितामह थे।
प्रश्न 2: राजा शूरसेन की कन्या का क्या नाम था?
उत्तर: राजा शूरसेन की कन्या का नाम पृथा था।
प्रश्न 3: कुंतीभोज कौन थे?
उत्तर: राजा शूरसेन के फुफेरे भाई का नाम कुंतीभोज था।
प्रश्न 4: राजा शूरसेन ने कुंतीभोज को क्या वचन दिया था?
उत्तर: राजा शूरसेन ने कुंतीभोज को वचन दिया था कि उनकी जो पहली संतान होगी, उसे कुंतीभोज को गोद दे देंगें।
प्रश्न 5: कुंतीभोज के यहाँ आने पर पृथा का नाम क्या पड़ गया?
उत्तर: कुंतीभोज के यहाँ आने पर पृथा का नाम कुंती पड़ गया।
प्रश्न 6: कुंती ने बचपन में कौन से ऋषि की सेवा की?
उत्तर: कुंती ने बचपन में ऋषि दुर्वासा की सेवा की।
प्रश्न 7: ऋषि दुर्वासा कुंती से क्यों प्रसन्न थे?
उत्तर: ऋषि दुर्वासा कुंती से उनके सेवा-सुश्रूषा से प्रसन्न थे।
प्रश्न 8: ऋषि दुर्वासा ने कुंती को कौन सा वरदान दिया?
उत्तर: ऋषि दुर्वासा ने कुंती को वरदान दिया कि वह जिस भी देवता का ध्यान करेंगी, वह उनको अपने ही समान एक तेजस्वी पुत्र प्रदान करेंगें।
प्रश्न 9: कर्ण कौन थे?
उत्तर: कुंती ने सूर्य के संयोग से सूर्य के समान तेजस्वी और सुंदर बालक को जन्म दिया जो आगे चलकर कर्ण के नाम से विख्यात हुए।
प्रश्न 10: कर्ण के शरीर पर जन्म से क्या था?
उत्तर: जन्म से ही कर्ण के कानों में सोने के कुंडल और उनके छाती पर एक प्राकृतिक कवच था।
प्रश्न 11: अधिरथ कौन था?
उत्तर: अधिरथ एक सारथी था।
प्रश्न 12: अधिरथ को पेटी में क्या मिला?
उत्तर: अधिरथ को पेटी में सोता हुआ सुंदर सा बच्चा मिला।
प्रश्न 13: पेटी में बालक को देख कर अधिरथ की क्या प्रतिक्रिया थी?
उत्तर: अधिरथ निःसंतान था इसलिए बालक को पाकर बहुत प्रसन्न हुआ।
प्रश्न 14: कर्ण का पालन पोषण कहाँ हुआ?
उत्तर: कर्ण का पालन पोषण अधिरथ नाम के एक सारथी के यहाँ हुआ।
प्रश्न 15: कुंती का विवाह किसके साथ हुआ?
उत्तर: कुंती का विवाह हस्तिनापुर के राजा पांडु के साथ हुआ।
प्रश्न 16: राजा पांडु का दूसरा विवाह किसके साथ हुआ?
उत्तर: राजा पांडु का दूसरा विवाह मद्रराज की कन्या माद्री के साथ हुआ।
प्रश्न 17: ऋषि दम्पति ने राजा पांडु को क्यों शाप दिया?
उत्तर: राजा पाण्डु का बाण गलती से ऋषि दम्पति को लग गया था इसलिए उन्होंने पांडु को शाप दिया।
प्रश्न 18: पाण्डु ने पितामह भीष्म तथा विदुर को राज्य का भार क्यों सौंप दिया?
उत्तर: पाण्डु ऋषि दम्पति के शाप से बहुत दुखी थे इसलिए अपनी भूल से खिन्न होकर नगर को लौट गए और पितामह भीष्म तथा विदुर को राज्य का भार सौंप कर अपनी पत्नियों के साथ वन में चले गए।
प्रश्न 19: पाँच पांडवों का जन्म कैसे हुआ?
उत्तर: कुंती और माद्री ने देवताओं के अनुग्रह से पाँच पांडवों को जन्म दिया।
प्रश्न 20: किसने किससे कहा?
“कुंतीभोज – कन्ये तुम किसी भी देवता का ध्यान करोगी, तो वह अपने ही समान एक तेजस्वी पुत्र प्रदान करेगा।”
उत्तर: ऋषि दुर्वासा ने कुंती से कहा।
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