प्रश्न 1. अलंघ्य तथा स्वायत का शब्दार्थ बताइए।
अलंघ्य – जिसे लांघा या पार न किया जा सके।
स्वायत – स्वतंत्र
प्रश्न 2. तुषार तथा महात्म्य का शब्दार्थ बताइए।
तुषार – बर्फ
महात्म्य – महिमा
प्रश्न 3. स्पीति कौन सी जगह है?
स्पीति हिमाचल प्रदेश के लाहुल – स्पीति जिले की तहसील है ।
प्रश्न 4. स्पीति में कब से कब तक बर्फ पड़ती है?
स्पीति में दिसंबर से अप्रैल-मई तक बर्फ पड़ती है।
प्रश्न 5. स्पीति में कितने दिन ठंड पड़ती है?
स्पीति में साल के आठ - नौ महीने ठंड रहती है तथा बर्फ पड़ती है।
प्रश्न 6. स्पीति की अक्षांशित तथा देशांतरिय स्थिति क्या है?
स्पीति हिमाचल प्रदेश के लाहुल में स्थित है। स्पीति 31.42 आयर 32.59 अक्षांश उत्तर और 77.26 और 78.42 पूर्वी देशांतर के बीच स्थित है।
प्रश्न 7. स्पीती में कौन सी नदी बहती है तथा वह कहाँ से निकलती है?
स्पीति में स्पीती नामक नदी बहती है जो पश्चिमी हिमाचल में लगभग 16,000 फीट की ऊंचाई से निकलकर पूर्व से तिब्बत में बहती है। इस नदी का जल बहुत ही शीतल और शुद्ध होता है।
प्रश्न 8. लाहुल – स्पीति का प्रशासन ब्रिटिशों को कब मिला तथा भारत को कैसे मिला?
लाहुल – स्पीति का प्रशासन ब्रिटिशों को कश्मीर के राजा गुलाब सिंह के जरिए मिला। ब्रिटिशों ने लाहुल – स्पीति पर आक्रमण कर उसे अपने प्रशासन में सम्मिलित कर लिया। भारत को लाहुल – स्पीति का प्रशासन ब्रिटिश से ही प्राप्त हुआ था।
प्रश्न 9. किस के आक्रमण से स्पीति के लोग घर छोड़कर भाग गए थे?
जोरावर सिंह के आक्रमण से स्पीति के लोग अपने घर छोड़कर भाग गए थे। इस आक्रमण ने उनके जीवन को तहस-नहस कर दिया था। जोरावर सिंह के प्रशासन से बचने के लिए लोगों ने अपना पलायन करना उचित समझा।
प्रश्न 10. स्पीति के लोगों ने लेखक की यात्रा को शुभ क्यों कहा?
स्पीति के लोग बहुत ही मिलनसार स्वभाव के थे। जब लेखक यात्रा कर रहा था तो उन्हें इस बात की बहुत खुशी थी। स्पीति के लोगों ने लेखक की यात्रा को शुभ इसलिए कहा क्योंकि लेखक के आने से वहां वर्षा हुई थी। लोगों को लेखक के कदम पवित्र और शुभ लगे।
प्रश्न 11. माने मंत्र क्या है तथा लेखक का क्या मानना है?
‘माने’ मंत्र बौद्ध धर्म का एक बहुत ही महिमा पूर्ण मंत्र है।“ॐ मणि पद्मेहु “ इसका बीज-मंत्र है। लेखक का मानना है कि इस मंत्र का स्पीति में इतना जाप किया जाता है कि पर्वत श्रंखला को यह नाम आसानी से दिया जा सकता है। यह भी मुमकिन है कि स्पीति के दक्षिण की पर्वत श्रेणी का नाम ‘माने’ इसी कारण पड़ा हो।
प्रश्न 12. कृष्णनाथ का संक्षिप्त जीवन परिचय दीजिए।
कृष्णनाथ का जन्म 1934 में वाराणसी उत्तर प्रदेश में हुआ। इनकी प्रमुख रचनाएं- राग-विराग, किन्नर धर्मलोक, स्पीति में बारिश, पृथ्वी- परिक्रमा, हिमालय यात्रा, अरुणाचल यात्रा , बौद्ध निबंधावली आदि है। इन्हें लोहिया सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है। इन्हें लेखक के रूप में बहुत सफलता मिली। अपनी रचनाओं से इन्होने बहुत गंभीर व सरल पक्षों को उजागर किया। अंत में इनकी मृत्यु 2016 में हुई।
प्रश्न 13. माने पर्वत तथा आसपास के पर्वतों की कितनी ऊंचाई है?
इंपीरियल गजेटियर में माने श्रेणी के पर्वत की ऊंचाई, 21,646 फीट बताई गई है। इसकी छोटी-छोटी चोटियों की ऊंचाई भी 17,000 फीट से अधिक है। कई गाँव समुद्र की सतह से 13,000 की ऊंचाई पर बसे हुए हैं। एक या दो गाँव तो 14,000 फीट की ऊंचाई पर भी बसे हुए हैं। यह सब मध्य हिमालय के अंतर्गत आता है। इसके पास बाह्य हिमाचल दिखाई देता है। इसकी एक चोटी 23,064 फीट ऊंची बताई जाती है। इसमें कई चोटिया 20,000 फीट से भी ऊंची है।
प्रश्न 14. कालिदास ने वर्षा का वर्णन कैसे किया?
कालिदास ने वर्षा का वर्णन निम्न प्रकार से किया-
“प्रिये! जल की फुहारों से भरे बादलों के मतवाले हाथी चढ़ा हुआ है। चमकती हुई बिजलियों की झंडियों को फहराता हुआ और बादलों की गरज के नगाड़े बजाता हुआ यह कामीजनो का प्रिय पावस राजाओं सा ठाट - बाट बनाकर आ पहुंचा।” इस प्रकार कालिदास ने बहुत ही सुंदर शब्दों में वर्षा का स्पीति में वर्णन किया है।
प्रश्न 15. स्पीति के पहाड़ों तथा लाहुल के पहाड़ों में क्या अंतर है?
स्पीति के पहाड़ लाहुल के पहाड़ से ज्यादा ऊंचे, नंगे तथा भव्य है। पहाड़ों के सिरों पर नर - नारियों का आर्तनाद जमा हुआ है। पहाड़ों पर शिव का अट्ठास नहीं, हिम का आर्तनाद है। यहाँ के पहाड़ों में ठिठुरन, गलन तथा व्यास है। स्पीति के पार पहाड़ ही ऊंचे हैं। इनकी ऊंचाई 20,000 से भी अधिक पाई गई है। इन पहाड़ों पर बहुत से गाँव भी बसे हुए हैं। कुछ गाँव तो 14,000 फीट की उंचाई पर भी बसे हुए हैं।
प्रश्न 16. स्पीति कैसी जगह है? वर्णन कीजिए।
स्पीति पर्वत श्रृंखलाओं से घिरा हुआ है । इतनी दुर्गम भौगोलिक स्थिति में परिपूर्ण स्पीति का वर्णन इतिहास में नहीं मिलता है। यहाँ परिवहन का कोई साधन नहीं है। यहाँ साल में आठ – नौ महीने बर्फ पड़ती है और यह क्षेत्र लगभग देश से कट जाता है। किसी राजा या शासन ने इन दुर्गम रास्तों को पार करने की हिम्मत नहीं की। यहाँ की आबादी बहुत कम है और जन संचार के साधनों की कमी है। मानवीय गतिविधियों के कारण यहाँ इतिहास नहीं बन पाया। इसमें केवल राज्य से जुड़े होने का उल्लेख है। यह देश ज्यादातर स्वायत्त रहा है। यहाँ की पहाड़ियां बहुत ही ऊंची पाई जाती है। यहाँ के लोग पहाड़ों पर अपना जीवन व्यतीत करते हैं।
प्रश्न 17. अत्यधिक ठंड ने स्पीति के लोगों का जीवन जटिल कैसे बना दिया?
स्पीति में अत्यधिक ठंड पड़ती है। ज्यादातर समय स्पीति में बर्फ पड़ती है, इसकी वजह से वहां पेड़-पौधों को पनपने में मुश्किल होती है। इस वजह से यहाँ के लोगों को सर्दी में लकड़ी जलाने के लिए नहीं मिल पाती, बहुत ही मुश्किलों से एक-आध लकड़ी मिल पाती है। ठंड के कारण न यहाँ पेड़ उगते हैं ना ही किसी भी प्रकार की हरियाली पाई जाती है। स्पीति में 8 से 9 महीने की सर्दी होती है, जिस वजह से यहाँ 1 वर्ष में एक ही फल उगाया जा सकता है। जौ, गेहूं, मटर और को छोड़कर कोई दूसरी फसल नहीं हो सकती। यहाँ कोई फल और सब्जी पैदा नहीं की जा सकती। ठंड और बारिश के कारण यातायात में मुश्किलें आती है। अत्यधिक ठंड होने के कारण यहाँ के लोगों का जीवन बहुत ही मुश्किलों से गुजरता है।
प्रश्न 18. लेखक ' माने’ पर्वत श्रंखलाओं को नीरस और बोझिल क्यों कहते हैं? लेखक माने पर्वत श्रंखलाओं वातावरण को कैसे बदलना चाहते हैं?
लेखक के अनुसार लामाओ के जप ने ' माने’ पर्वत श्रंखलाओं को उदार कर दिया है और उनके जप के कारण यहाँ का वातावरण नीरस और बोझिल हो गया। लेखक पहाड़ो से युवा पुरुषों और महिलाओं को बुलाना चाहते हैं। वे युवा पुरुषों और महिलाओं से कहते हैं कि सबसे पहले स्वयं के अहंकार को जला दे और इसके बाद इन चोटियों के अहंकार को जला दे। यहाँ पर केवल प्यार का खेल खेले जिससे ताजगी का माहौल उत्पन्न हो सके। चोटियों पर चढ़ने से जीवन अंगड़ाई लेने लगेगा। युवाओं के अट्ठहास से चोटियों पर जमा आर्तनाद मिलेगा।
प्रश्न 19. लेखक वर्षा को स्पीति में एक घटना क्यों कहते हैं?
स्पीति में वर्षा बहुत कम होती है इसलिए लेखक वर्षा को एक घटना कहते हैं। स्पीति में वर्षा बहुत कम होने के कारण बारिश का मौसम मन के उद्देश्य की पूर्ति नहीं करता। यहाँ की भूमि बिना बारिश की शुष्क, ठंडी और बंजर है। जब भी यहाँ बारिश होती है तो लोग इसे अपना सौभाग्य समझते हैं। वे बारिश के दिनों को खुशी का संकेत मानते हैं। लेखक के आने के बाद, वहां बारिश होनी आरंभ हो गई तो लोगों ने कहा कि लेखक की यात्रा सुखद हो गई और लोग लेखक के आने को शुभ मान रहे थे क्योंकि उनके आने से वहां वर्षा होने लगी थी।
प्रश्न 20. स्पीति की जनसंख्या तथा क्षेत्रफल कितना है?
स्पीति की जनसंख्या लाहुल से भी कम है। 1901 की जनगणना के अनुसार 3231 रही है। 1971 की जनगणना के अनुसार 7,196 रही है। इसका क्षेत्रफल 1971 की जनगणना में लाहुल के साथ जुड़कर मिला है, जो 12,015 वर्ग किलोमीटर है। स्पीति को अलग क्षेत्र नहीं दिया गया। इंपीरियल गजेटियर के अनुसार यहाँ का क्षेत्रफल 2,155 वर्गमील है। इस तरह स्पीति की जनसंख्या प्रति वर्गमील 4 से भी कम है। 1901 मे यह वर्गमील 2 से भी कम था।
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