Table of contents | |
मौसम का अंदाज | |
तुम्हारी जुबान | |
भारत तेरे रंग अनेक | |
अन्न के बारे में | |
किसान और चीजों का सफ़र | |
खास पकवान |
1. “खिचड़ी में अइसन जाड़ा हम पहिले कब्बो न देखनी।”
यहाँ तुम ‘खिचड़ी’ से क्या मतलब निकाल रही हो?
उत्तर: यहाँ ‘खिचड़ी’ से मतलब मकर संक्रांति नामक त्योहार से है।
2. क्या कभी ऐसा हो सकता है कि सूरज बिल्कुल ही न निकले?
अगर ऐसा हो तो …………… अपने साथियों के साथ बातचीत करके लिखो।
उत्तर:अगर ऐसा हो तो चारों तरफ अंधेरा छा जाएगा। ठंड बढ़ जाएगी। लोगों के लिए काम करना मुश्किल हो जाएगा। जीवन की रफ्तार थम-सी जाएगी।
3. बाहर देखने से समय का अंदाजा क्यों नहीं हो पा रहा था?
जिनके पास घड़ी नहीं होती वे समय का अनुमान किस तरह से लगते है?
उत्तर: बाहर देखने से समय का अंदाजा इसलिए नहीं हो रहा था क्योंकि सूरज नहीं निकला था। जिनके पास घड़ी नहीं होती वे समय का अंदाजा सूरज की गति और उसकी चमक से लगाते हैं।
(क) “आज ई लोग के उठे के नईखे का?”
(ख) “जा भाग के देख कर के पत्ता आइल की ना?”
इन वाक्यों को अपने घर की भाषा में लिखो।
उत्तर: (क) आज ये लोग उठेंगे नहीं क्या?
(ख) दौड़ कर जाओ और देखो कि केला का पत्ता आया कि नहीं।
1. विविधता हमारे देश की पहचान है। फसलों का त्योहार हमारे देश के विविध रंग-रूपों का एक उदाहरण है। नीचे विविधता के कुछ और उदाहरण दिए गए हैं। पाँच-पाँच बच्चों का समूह एक-एक उदाहरण लें और उस पर जानकारी इकट्ठी करे। (जानकारी चित्र, फोटोग्राफ, कहानी, कविता, सूचनापरक सामग्री के रूप में हो सकती है।) हर समूह इस जानकारी को कक्षा में प्रस्तुत करे।
उत्तर:
2. तुम्हें कौन-सा त्योहार सबसे अच्छा लगता है और क्यों? इस दिन तुम्हारी दिनचर्या क्या होती है?
उत्तर: होली का त्योहार मुझे सबसे अच्छा लगता है क्योंकि इस दिन लोग ऊँच-नीच का विचार भूलकर एक-दूसरे के गले मिलते हैं और खुशियाँ मनाते हैं। इस दिन मैं सुबह से ही काफी सक्रिय रहता हूँ। तरह-तरह की पिचकारियों में रंग भरकर लोगों पर फेंकता हूँ। स्वादिष्ट पकवान खाता हूँ। नये कपड़े पहनता हूँ।
(क) फसल के त्योहार का ‘तिल’ का बहुत महत्व होता है| तिल का किन – किन रूपों में इस्तेमाल किया जाता है? पता करो?
उत्तर: तिल से तिलकुट, रेवड़ियाँ और गज्जक जैसी मिठाइयाँ बनाई जाती हैं।
(ख) तुम जानती हो कि तिल से तेल बनता है? और किन चीजों से तेल बनता है और कैसे? हो सके तो तेल की दुकान में जाकर पूछो।
उत्तर: तिल के अलावा सरसों, राई, सोयाबीन, सूरजमुखी, मूंगफली आदि से तेल बनाया जाता है।
किसान और खेती हममें से बहुत से लोगों की जानी-पहचानी दुनिया का हिस्सा नहीं है। विशेष रूप से शहर के ज्यादातर लोगों को यह अहसास नहीं है कि हमारी जिंदगी किस हद तक इनसे जुड़ी हुई है। देश के कई हिस्सों में आज किसानों को जिंदा रहने के लिए बहुत मेहनत और संघर्ष करना पड़ रहा है। अगर यह जानने की कोशिश । करें कि हम दिनभर जो चीजें खाते हैं वे कहाँ से आती हैं तो किसानों की हमारी जिंदगी में भूमिका को हम समझ पाएँगे। आलू की पकौड़ी, बर्फी और आइसक्रीम- इन तीन चीज़ों के बारे में नीचे दिए बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए जानकारी इकट्ठी करो और ‘मेरी कहानी” के रूप में उसे लिखो।
अगले वर्ष कक्षा छह में सामाजिक एवं राजनैतिक जीवन के बारे में पढ़ोगी तो ऊपर लिखे सफर में शामिल लोगों की दिनचर्या पता करने का मौका भी मिलेगा।
उत्तर:
1. ‘गया’ शहर तिलकुट के लिए भी प्रसिद्ध है| हमारे देश में छोटी – बड़ी ऐसी कई जगह है जो अपने खास पकवान के लिए मशहूर हैं। अपने परिवार के लोगों से पता करें उनके बारे में बताओ।
उत्तर: हमारे देश में मथुरा पेड़े के लिए, आगरा के पेठे के लिए और हरियाणा के घेवर के लिए प्रसिद्ध है।
2. पिछले दो वर्षों में तुमने ‘काम वाले शब्दों के बारे में जाना।
इन शब्दों को क्रिया भी कहते हैं क्योंकि क्रिया का संबंध कोई काम करने से है। नीचे खिचड़ी बनाने की विधि दी गई है। इसमें बीच-बीच में कुछ क्रियाएँ छूट गई हैं। उचित क्रियाओं का प्रयोग करते हुए इसे पूरा करो।
बंगाली 'खिचुरी' (5 व्यक्तियों के लिए)
विधि
इलायची, दालचीनी और लौंग में थोड़ा-थोड़ा पानी (एक छोटा चम्मच) डालते हुए ______ लो। अदरक और लहसुन को इकट्ठा पीसकर पेस्ट बनाओ। दाल को कड़ाही में डालो और मध्यम आँच पर सुनहरी भूरी होने तक ______ लो। अब चावल निकाल कर ______ लो। तेल को कुकर में डालकर गरम करो। तेल गरम हो जाने पर तेज पत्ते और जीरा डालो। जीरा जब चटकने लगे तो प्याज़ डालकर सुनहरा भूरा होने तक भूनो। अब अदरक-लहसुन का पेस्ट डालकर कुछ मिनट ______। भुनी हुई दाल, चावल और सब्ज़ी डालो और अच्छी तरह मिलाओ। शेष पानी (चार प्याले) डालकर एक बार चलाओ। कुकर बंद करो। तेज़ आँच पर पूर्ण प्रेशर आने दो। अब आँच कम करके चार मिनट तक ______। भाप निकल जाने पर कुकर खोलो, मसालों का पेस्ट मिलाओ। खिचुरी पर घी, हींग, जीरा, साबुत लाल मिर्च से ______ कर ______ गरमागरम।
छुटटी के दिन घर में ऐसी खिचड़ी बनाने में बड़ों की मदद करो।
खाने से जुड़ी कुछ अन्य क्रियाएँ भी सोचो।
उत्तर: इलायची, दालचीनी और लौंग में थोड़ा-थोड़ा पानी (एक छोटा चम्मच) डालते हुए पीस लो। अदरक और लहसुन को इकट्ठा पीसकर पेस्ट बनाओ। दाल को कड़ाही में डालो और मध्यम आँच पर सुनहरी भूरी होने तक भून लो। अब चावल निकाल कर धो लो। तेल को कुकर में डालकर गरम करो। तेल गरम हो जाने पर तेज पत्ते और जीरा डालो। जीरा जब चटकने लगे तो प्याज़ डालकर सुनहरा भूरा होने तक भूनो। अब अदरक-लहसुन का पेस्ट डालकर कुछ मिनट भूनो। भुनी हुई दाल, चावल और सब्ज़ी डालो और अच्छी तरह मिलाओ। शेष पानी (चार प्याले) डालकर एक बार चलाओ। कुकर बंद करो। तेज़ आँच पर पूर्ण प्रेशर आने दो। अब आँच कम करके चार मिनट तक पकाओ। भाप निकल जाने पर कुकर खोलो, मसालों का पेस्ट मिलाओ। खिचुरी पर घी, हींग, जीरा, साबुत लाल मिर्च से छौंक कर परोसो गरमागरम।
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1. फसलों के त्योहार क्या होते हैं? |
2. फसलों के त्योहार क्यों मनाए जाते हैं? |
3. फसलों के त्योहार कौन-कौन से होते हैं? |
4. फसलों के त्योहार क्या कारणों से अहम होते हैं? |
5. फसलों के त्योहारों में कौन-कौन से खाद्य पदार्थ खाए जाते हैं? |
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